वॉशिंगटन. भारत-अमेरिका के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता बुधवार (स्थानीय समय) को वॉशिंगटन में होने वाली है। इस दौरान दोनों देश संभावित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करेंगे। अमेरिकी विदेश विभाग दूसरे वार्षिक यूएस-भारत 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता की मेजबानी कर रहा है। इसमें विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर अपने समकक्ष विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ शामिल होंगे।
भारत और अमेरिका के बीच पहली बार 6 सितंबर 2018 को नई दिल्ली में 2+2 वार्ता हुई थी। इसमें तत्कालिन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो शामिल हुए थे। विदेश मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि इस बैठक का उद्देश्य अमेरिका और भारत के मजबूत संबंधों को प्राथमिकता देना है। ट्रम्प प्रशासन इसके लिए हमेशा अग्रसर है।
भारत-अमेरिका के बीच सहयोग में लगातार वृद्धि देखी गई
अधिकारी ने कहा कि जून में अपनी भारत यात्रा के दौरान पोम्पिओ ने भारत और अमेरिका के संबंधों को बेहद महत्वपूर्ण बताया था। उन्होंने कहा था कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को मुक्त रखने के लिए हमने भारत के साथ अपने रिश्तों को मजबूत किया है। पिछले 15 महीनों में हम इसका गवाह रहे हैं कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग में लगातार वृद्धि देखी गई है। हम आसियान के समर्थन के महत्व पर भारत के साथ सहमत हैं।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र के संरक्षण के लिए अमेरिका-भारत ने ‘क्वाड’ संगठन बनाया
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ रही सैन्य गतिविधियों पर चिंता जताते हुए अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने मिलकर ‘क्वाड’ (चार देशों का संगठन) बनाया। पोम्पियो ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा में पहली बार ‘क्वाड’ की मेजबानी की थी। इसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र के सहयोगियों के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दिखाई गई थी। अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को बैठक के दौरान 2+2 सहयोग को और बढ़ाने पर विचार किया जाएगा। साथ क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी।
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