Tuesday, December 31, 2019
सबसे पहले न्यूजीलैंड में मना नए साल का जश्न, तस्वीरों में देखें बाकी दुनिया के रंग December 31, 2019 at 06:24PM
इंटरनेशनल डेस्क.न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले नए साल का जश्न मना। इन दोनों देशों में बड़ी बेसब्री से लोग इसका इंतजार कर रहे थे। घड़ी का कांटा जैसे ही 12 के पार गया ऑकलैंड के स्काय टावर रंगीन आतिशबाजी से रोशन हो गया। सिडनी हार्बर पर भी ऐसा ही नजारा दिखा।
ब्राजील में भी लोगों ने खुले दिल से नए साल का स्वागत किया। देर शाम से ही लोग रियो डी जेनेरो के कोपाकबाना बीच पर इकठ्ठा हो गए थे और आतिशाबाजी के साथ 2020 की सुबह हुई। अमेरिका में भी लोंगो को नए साल का इंतजार था। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर आधी रात को लोगों ने नए साल का जश्न मनाया। उत्तर कोरिया के किम इल सुंग स्क्वायर पर म्यूजिकल शो के जरिए लोगों ने नए साल का इस्तकबाल किया।
रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में आतिशबाजी के बीच नए साल का जश्न मना
रूस भी नए साल के स्वागत में पीछे नहीं रहा। यहां सेंट पीटर्सबर्ग में आतिशबाजी के बीच लोगों ने एक-दूसरे को 2020 की बधाई दी। मिस्र में लोगों ने नए साल के स्वागत के लिए हुई आतिशबाजी को अपने मोबाइल में कैद किया। वहीं, लंदन आई व्हील भी नए साल के स्वागत के लिए रंगीन रोशनी से नहा उठा।
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पूर्व सीईओ कार्लोस घोन जापान से भागकर लेबनान पहुंचे, कहा-अन्याय और उत्पीड़न से पीछा छुड़ाया December 31, 2019 at 06:43PM
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दुनिया की पहली स्मार्ट हाईस्पीड ट्रेन, यह ड्राइवरलेस; 5जी समेत हर सुविधा रोबोट देगा December 31, 2019 at 04:39PM
बीजिंग. चीन ने 56,496 करोड़ रुपए की लागत से दुनिया की पहली स्मार्ट और हाईस्पीड ट्रेन शुरू की है, जो ड्राइवरलेस है। 350 किमी की रफ्तार से चलने वाली इस ट्रेन में 5जी सिग्नल, वायरलैस चार्जिंग और स्मार्ट लाइटिंग समेत हर सुविधाएं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़ी हैं। सोमवार को बीजिंग से झांगजियाकौ के बीच 174 किमी का सफर इस ट्रेन ने 10 स्टॉप के साथ 47 मिनट में पूरा किया।
इस ट्रेन की सबसे खास बात यह है कि इसके संचालन में इस्तेमाल की जाने हर तकनीक, यहां तक कि जीपीएस सिस्टम भी चीन का उपयोग में लाया गया। इस ट्रेन को खास तौर पर 2022 के शीतकालीन ओलिंपिक के लिए शुरू किया गया है क्योंकि इन दोनों शहरों में इस खेल का आयोजन किया जाना है।
सिर्फ एक कर्मचारी नियुक्त
चीन का दावा है कि यह दुनिया की पहली ऐसी 'स्मार्ट हाई-स्पीड ट्रेन है जो पूरी तरह स्वचालित है। इसे चलाने के लिए किसी ऑपरेटर को नहीं रखा गया है। केवल एक व्यक्ति ड्राइवर बोर्ड पर होगा जो सिर्फ आपात स्थिति पर नजर रखेगा। इस ट्रेन के मेंटेन और रिपेयरिंग का काम भी रोबोट करेंगे।
सभी जगह रोबोट सेवा दे रहे हैं
चाइना रेलवे सेवेंथ ग्रुप परियोजना के इंजीनियर दि केमेंग ने कहा कि इस ट्रेन के लिए इस रूट के ट्रैक और मशीनों को पूरी तरह बदल दिया गया है। ट्रेन के अंदर और इसके सभी स्टॉपेज पर रोबोट अपनी सेवाएं दे रहे हैं। चीन का रेलवे नेटवर्क 139,000 किमी का है। यह दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है।
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जापान के ओकिनावा में लोग 100 साल तक जीते हैं, वहां रोज जीने और जीतने की वजह देते हैं इकिगाई के 4 सवाल December 31, 2019 at 01:05AM
टोक्यो.खुद को री-इनवेंट करने और भविष्य के लिए तैयार करने की जापानी जीवन संस्कृति इकिगाई है। यह एक जीवन मंत्र है, जिसे परिवार के बुजुर्ग हर बच्चे को सिखाते हैं। सरल शब्दों में कहें तो इकिगाई का मतलब है- सुबह उठने का कारण। यानी हर सुबह हर व्यक्ति के सामने चार बातें साफ होनी चाहिए- अपनी पसंद, अपना सबसे बड़ा गुण, अपनी जिम्मेदारियां और अपना काम। ये चार चीजें जीवन का लक्ष्य और उद्देश्य स्पष्ट कर देती हैं। यानी आप अपने लिए हर दिन एक नया लक्ष्य तय करते हैं और उसे हासिल करके ही मानते हैं। अगले दिन आपके सामने फिर एक नई ऊंचाई और उसे हासिल करने की संतुष्टि होती है। जीवन में सफलता का यह चक्र आपको ताउम्र युवा और तरोताजा रखता है।
हर सुबह खुद से चार सवाल पूछकर आप भी अपनी इकिगाई यानी हर सुबह उठने की वजह जान सकते हैं। इन सवालों के जवाब जीवन में सफलता या असफलता दोनों की वजहें आपके सामने ले आएंगे। इससे आपको खुद को री-इनवेंट करने में सहूलियत मिलेगी...
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आग से तबाह 850 साल पुराने नोट्रे-डेम चर्च को 54 साल से पानी में डूबी लकड़ियों से दोबारा हूबहू बनाया जा रहा December 31, 2019 at 11:25AM
पेरिस.आग से तबाह हुए विश्व प्रसिद्ध नोट्रे-डेम चर्च को फ्रांस दोबारा हूबहू बना रहा है। संसद ने इसके लिए कानून बनाया है। इसके तहत 5 साल में नोट्रे-डेम का पुनर्निर्माण पूरा होगा। इस पर 16330 करोड़ रु. खर्च होंगे। राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा है कि पेरिस में 2024 में समर ओलिंपिक होंगे। वे चाहते हैं कि तब दुनियाभर से आए लोग दोबारा बने नोट्रे-डेम चर्च को देख सकें। आर्किटेक्ट फिलिप विलेन्यूवे इस प्रोजेक्ट को लीड कर रहे हैं।
वैज्ञानिक मलबे के हर टुकड़े की जांच कर रहे हैं, ताकि चर्च को मूल स्वरूप में बनाने में मदद मिले। पर इसमें सबसे बड़ी चुनौती वैसी लकड़ियां जुटाना है, जैसी चर्च में लगाई गई थीं। चर्च 850 साल पहले बना था। तब इसमें बलूत के 1300 पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल हुआ था। फ्रांस में अब ऐसे मजबूत पेड़ नहीं हैं। ऐसे में अफ्रीकी देश घाना की वोल्टा झील में 54 साल से डूबे पेड़ों की लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाएगा, ये पत्थर जैसे मजबूत हैं।
दुनिया ने 7 महीने में 7825 करोड़ की मदद की, कई देशों के विशेषज्ञ जुड़े
- अक्टूबर तक नोट्रे-डेम के पुनर्निर्माण के लिए दुनियाभर से 7825 करोड़ रु. की मदद मिली।
- एयर फ्रांस, केरिंग ग्रुप और लॉरियल आदि कंपनियों ने मदद की पेशकश की है। रूस, ब्रिटेन, चीन के विशेषज्ञ भी मदद कर रहे हैं।
फिक्र: चर्च की छत पर ग्रीनहाउस बनाया जाएगा
देश के लोगों ने चर्च की इमारत के एक हिस्से की छत पर स्वीमिंग पुल और ग्रीनहाउस बनाने की सलाह दी है। इस ग्रीन हाउस में बच्चों को पढ़ाने का प्रस्ताव है।
यादें: 55% लोग चाहते हैं कि हूबहू दिखे नोट्रे डेम
एक सर्वे के मुताबिक फ्रांस के 55% लोग चाहते हैं कि पुनर्निर्माण में नोट्रे-डेम चर्च का मूल स्वरूप कायम रहे। ताकि परंपरा और यादें जिंदा रहें।
वोल्टा झील: दुनिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील में हजारों पेड़ हैं
नोट्रे-डेम के लिए घाना सरकार ने केटे क्राची टिंबर कंपनी को इन पेड़ों को काटने की छूट दी है। वोल्टा झील दुनिया की सबसे बड़ी मानव निर्मित झील है। 1965 में वोल्टा नदी पर अकोसोंबो बांध बनाया गया। इससे बाढ़ आ गई थी। फिर 8500 वर्ग किमी की झील बनानी पड़ी। इसमें आबनूस और सागौन के हजारों पेड़ डूब गए।
नोट्रे-डेम: यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल, 15 अप्रैल को आग से जला था
- नोट्रे-डेम यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल है। चर्च में इसी साल 15 अप्रैल को आग लग गई थी। करीब नौ घंटे में आग पर काबू पाया जा सका था। पर इस बीच चर्च का गुंबद और छत जल चुके थे।
- राष्ट्रपति मैक्रों चर्च के लिए पेड़ काटना नहीं चाहते। क्योंकि फ्रांस कार्बन उत्सर्जन कम करने का वादा कर चुका है। लेकिन उन पर चर्च को मूल स्वरूप फिर लाने का दबाव है। इसलिए उन्होंने घाना सरकार से बात की।
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एलन मस्क ने अपने आगामी ड्रैगन मिशन का सिमुलेशन वीडियो जारी किया, कैप्सूल की तरह नजर आया स्पेसशिप December 31, 2019 at 05:27AM
सैन फ्रांसिस्को.अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने को कंपनी के क्रू ड्रैगन मिशन का सिमुलेशन वीडियो ट्वीट किया है। सोमवार को जारी इस वीडियो में अंतरिक्ष यात्री कैप्सूल के आकार के स्पेसशिप में चढते नजर आ रहे हैं। इसमें काउंट डाउन, टेक ऑफ और फॉल्कॉन 9 रॉकेट से स्पेसशिप के अलग होने की प्रक्रिया भी दिखाई गई है। इस सिमुलेशन वीडियो में अंतरिक्षयान आईएसएस पर उतरता देखा जा सकता है। नासा ने उम्मीद जताई है कि स्पेस एक्स का अंतरिक्षयान क्रू के साथ आईएसएस के लिए उड़ान भरने के लिए अगले वर्ष की पहली चौथाई तक तैयार हो जाएगा।
यह इस स्पेसशिप का दूसरा परीक्षण होगा। नवम्बर में स्पेस एक्स ने अपने नए पैसेंजर स्पेसक्राफ्ट का सिलसिलेवार स्टेटिक फायर इंजन टेस्ट किया था। इसके बाद अंतरिक्षयात्रियों के साथ इसके लॉन्चिंग का रास्ता साफ हो गया था। इससे पहले अप्रैल में परीक्षण के दौरान स्पेसक्राफ्ट तकनीकी खराबियों के कारण नष्ट हो गया था।
अपने तीन मानवरहित स्पेसक्राफ्ट आईएसएस पर भेज चुका है स्पेसएक्स
स्पेसएक्स अपने तीन मानवरहित स्पेसक्राफ्ट स्पेसशिप को आईएसएस में भेजने में सफल हो चुका है। 19 वें कॉमर्शियल रिसप्लाइ सर्विसेज ( सीआरएस-19) मिशन के तहत ड्रैगन नामक तीसरास्पेसक्राफ्ट 5 दिसंबर को फ्लोरिडा के केप कानावेरल एयरफोर्स स्टेशन से लॉन्च किया गया था। यह अपने साथ आईएसएस के लिए कुछ आवश्यक उपकरणों को साथ लेकर गया था। लॉन्च के दो मिनट बाद ही रॉकेट का पहला चरण स्पेसशिप से अलग हो गया था। बाद में इसे अटलांटिक महासागर में स्थित एक ड्रोन जहाज से दोबारा प्राप्त कर लिया गया था।
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भारतीय सीमा से सटे स्थानों पर मोबाइन नेटवर्क बैन हुआ, 1 करोड़ उपभोक्ता प्रभावित December 31, 2019 at 01:57AM
ढ़ाका. बांग्लादेश सरकार ने भारतीय सीमा से सटे अपने इलाकों में मोबाइल नेटवर्क बैन कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सुरक्षा कारणों से यह फैसला लिया गया है। रविवार की रात सरकार से आदेश मिलने के बाद बांग्लादेश के टेलीकॉम्युनिकेशन रेग्युलेटरी कमीशन(बीटीआरसी) ने सोमवार को मोबाइल नेटवर्क पर बैन प्रभावी करने का आदेश जारी किया। भारतीय सीमा से 1 किमी. के दायरे में आने वाले सभी स्थानों पर इंटरनेट बंद होने से करीब 1 करोड़ उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं।
बीटीआरसी ने ग्रामीणफोन, टेलेटॉक, रोबी और बांग्लालिंक जैसे प्रमुख मीडिया सेवा प्रदाताओं से अगले आदेश तक नेटवर्क सस्पेंड करने का आदेश दिया है। इसके बाद इन चारों दूरसंचार कंपनियों ने अपने करीब 2000 ट्रांसरीसिवरों का बंद कर दिया है। देश के 32 जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है
बीटीआरसी चेयरमैन: इंटरनेट बैन करने का फैसला अस्थायी
बीटीआरसी के चेयरमैन जहारुल हक ने कहा कि सरकार ने एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद मोबाइल इंटरनेट बंद करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि यह आदेश अस्थायी है। । इससे हालांकि, उन्होंने इसके बारे में अधिक जानकारी देने से इंकार कर दिया। हालांकि, बांग्लादेश के विदेश मंत्री असदुज्जमान खान कमाल और विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमेन ने सरकार के इस फैसले पर अनभिज्ञता जाहिर की है।
सीएए के कारण सेवाएं बंद करने की आशंका
स्थानीय मीडिया के अनुसार सरकार ने सीमावर्ती स्थानों पर नेट बैन करने का निर्णय भारत में नागरिकता कानून लागू होने के कारण लिया है। ऐसी आशंका है कि कानून लागू होने के बाद भारतीय मुस्लिम बांग्लादेश में प्रवेश करने की कोशिश कर सकते हैं। इससे पहले बांग्लादेश ने सितंबर 2017 में देश के मोबाइल कंपनियों को रोहिंग्या शरणार्थियों को सिम बेचने से प्रतिबंधित किया था।
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Monday, December 30, 2019
दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया भयंकर आग की चपेट में, 4000 से ज्यादा लोग फंसे; हजारों ने घर छोड़ा December 30, 2019 at 09:39PM
मेलबॉर्न. दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया के जंगल भयंकर आग की चपेट में है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को समुद्र किनारे स्थित विक्टोरिया स्टेट के मल्लकूटा शहर में करीब 4000 से अधिक निवासी और पर्यटक फंसे हुए हैं। हजारों लोगों ने अपनाघरछोड़करसुरक्षित जगहों पर शरण लिया है। लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए बचावकर्मियों को तैनात किया गया है। अधिकारी कई दिनों से ऑस्ट्रेलिया में गर्मियों की छुट्टियां मना रहे पर्यटकों से इलाके को खाली करने की चेतावनी दे रहे थे।
मल्लकूटा के एक निवासी जेसन सेल्मेस ने मंगलवार सुबह घर छोड़ने के बाद कहा, “बाहर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है।” आग की लपटों के कारण आसमान चमकीले नारंगी रंग जैसा हो गया है और यह पूरे शहर में फैल रहा है। विक्टोरिया आपातकालीन सेवा ने बताया कि मल्लकूटा में तीन टीम मौजूद हैं। यह समुद्र तट पर 4,000 लोगों की देखभाल करेंगे। आपातकालीन सेवाएं वहां पर मेडिकल सेंटर स्थापित कर रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं।
कई लोग अपने से निकलने से नहीं निकलने का फैसला किया
देश के फायर अथॉरिटी के प्रमुख स्टीव वारिंगटन ने कहा, “मल्लकूटा फिलहाल आग की लपटों से घिरा है। मुझे लगता है कि यहां पर कई घर जल गए। पूरा इलाका काला पड़ गया है। यह वहां रह रहे समुदाय के लिए काफी मुश्किल भरा समय है। वे डर के साए में रहने को मजबूर हैं और हम जल्द ही उनको बचाने की कोशिश करेंगे और जिंदगी को पटरी पर लाने का प्रयास करेंगे। हालांकि कई लोग अपने घरों से नहीं निकलने और वहीं रहने का फैसला किया है।”
न्यू साउथ वेल्स में 900 से अधिक घर जलकर खाक
आग की चपेट में आने से न्यू साउथ वेल्स के कोरबैगो शहर में दो लोगों की मौत हो चुकी है। सोमवार को 28 साल के एक वॉलेंटियर की मौत हो गई। इससे पहले दिसंबर महीने की शुरुआतमें दो अन्य वॉलेंटियर की मौत हो गई थी। आग बुझाने के क्रम में उनका वाहन एक पेड़ से टकरा गया था। न्यू साउथ वेल्स में आग लगने के बाद से अब तक 900 से अधिक घर जलकर खाक हो चुके हैं। आग पर नियंत्रण के लिए ज्यादा से ज्यादादमकलकर्मियों को तैनात किया जाएगा।
40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान
इससे पहले बिगड़े हालात को देखते हुए सोमवार को देश के चार राज्यों में आपात स्थिति की चेतावनी जारी कर दी गई थी। इन क्षेत्रों से पर्यटकों के अलावा आग बुझाने में जुटे दमकलकर्मियों को भी वापस लौटने को कहा गया है। 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर का तापमान और 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवा के कारण विक्टोरिया प्रांत के पूर्वी गिप्सलैंड से तीस हजार लोगों को इलाका छोड़ देने के लिए कहा गया है। ऑस्ट्रेलिया में कई महीनों से जंगलों में आग लगी हुई है लेकिन लू और तेज हवाओं ने आग को और भड़का दिया है।
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कश्मीर पर पाकिस्तान को सपोर्ट देने वाले तुर्की ने उसके 110 नागरिकों को स्वदेश भेजा, दो गंभीर December 30, 2019 at 07:07PM
इस्लामाबाद. तुर्की ने पाकिस्तान के 110 नागरिकों को जबरन स्वदेश भेज दिया। ये सभी अवैध रूप से सड़क या समुद्र के रास्ते तुर्की में दाखिल हुए थे। बाद में इन्हें हिरासत में लिया गया। जिन पाकिस्तानियों को स्वदेश भेजा गया है, उनमें से दो की पसलियां और पैर में फ्रेंक्चर हैं। गुरुवार को अवैध तौर पर तुर्की जा रही एक बोट भी डूब गई थी। इसमें 25 पाकिस्तानी थे। इनमें से दो की मौत हो गई थी। तुर्की और मलेशिया ने यूएन में कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया था।
इस्लामाबाद एयरपोर्ट पर उतरा विमान
तुर्की सरकार ने रविवार को एक विशेष विमान इस्लामाबाद भेजा। इसमें 110 पाकिस्तानी थे। दो की हालत बेहद गंभीर बताई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर लोगों को लंबे वक्त तक जेल में यातनाएं दी गईं। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी के मुताबिक, तुर्की ने यह जानकारी नहीं दी कि उनकी जेलों में इस वक्त और कितने पाकिस्तानी नागरिक हैं। हालांकि, एजेंसी ने यह माना कि यह संख्या काफी ज्यादा हो सकती है। स्वदेश पहुंचे सभी लोगों को फिलहाल, अवैध अप्रवासन के आरोप में जेल भेज दिया गया है।
पाकिस्तानियों की गिरफ्तारी आम बात
जांच एजेंसी के मुताबिक, समुद्र और सड़क के रास्ते हर साल हजारों पाकिस्तानी तुर्की में घुसने की कोशिश करते हैं। मुश्किल रास्तों की वजह से कई लोगों की तो रास्ते में ही मौत हो जाती है। कुछ यहां से यूरोपीय देशों में भी घुसने की कोशिश करते हैं। कई लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेलों में डाल दिया जाता है। इन्हें काफी यातनाएं भी दी जाती हैं। हालांकि, पाकिस्तान सरकार अब तक तुर्की से अपने ही नागरिकों के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं कर सकी है। गुरुवार को अवैध रूप से तुर्की में घुसने की कोशिश करने वाले पाकिस्तानियों की एक नाव डूब गई थी। इसमें दो की मौत हो गई थी। ये लोग रोजगार की तलाश में तुर्की जाने की कोशिश कर रहे थे।
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एयरपोर्ट पर 10 साल के लड़के की टी-शर्ट बदलवाई, इस पर सांप बना था December 30, 2019 at 08:19PM
जोहांसबर्ग. दक्षिण अफ्रीका के ओआर टांबो एयरपोर्ट पर एक 10 साल के लड़के की टी-शर्ट अधिकारियों ने बदलवा दी। वह परिवार के साथ 17 दिसंबर को न्यूजीलैंड से अफ्रीका की यात्रा पर गया था। चेक इन प्रक्रिया के दौरान दादा-दादी के साथ पहुंचे स्टीव लुकस की टी-शर्ट पर सांप बना हुआ था। अधिकारियों ने बच्चे को प्लेन में बोर्डिंग से पहले अपनी टी-शर्ट बदलने के लिए कहा। उनका तर्क था, सांप की तस्वीर से प्लेन के यात्री और क्रू मेंबर असहज हो सकते हैं। लिहाजा या तो बच्चा टी शर्ट उतारकर दूसरी पहने या फिर सांप के प्रिंट को दूसरे कपड़े से छिपा दें।
लुकस की मां मार्गा और पिता स्टीव ने बताया, उनका बेटा काले रंग की टी-शर्ट पहने था। इस पर हरे रंग के सांप का प्रिंट था। देखने पर यह लुकस के कांधे से उतरता हुआ नजर आता था। इसे देखते ही जोहांसबर्ग के ओआर टांबो एयरपोर्ट के सुरक्षा अधिकारियों ने कहा, प्लेन में स्नेक टॉय या फिर इसके प्रिंट वाले कपड़े पहनकर बोर्ड होने की इजाजत नहीं है। हम कोई विवाद नहीं चाहते थे, लिहाजा लुकस की टी-शर्ट को उल्टाकर पहना दिया। इससे सांप की तस्वीर अंदर छिप गई।
कंपनी से कपड़ों से जुड़े नियम मांगें
इस घटना के बाद परिवार के सदस्यों ने ई-मेल कर एयरपोर्ट कंपनी से बोर्डिंग के दौरान कपड़ों से जुड़े नियमों को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। मेल में लिखा, आपका धन्यवाद हमने यह नियम जाना, लेकिन यह भी बताने का कष्ट करें कि एयरपोर्ट पर और किस तरह के कपड़ों को पहनकर चेक इन नहीं किया जा सकता है। इस बारे में एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कहा, ‘सुरक्षा अधिकारियों को यह अधिकार है कि वे किसी भी असहज स्थिति उत्पन्न करने वाले तत्व को एयरपोर्ट और विमान के अंदर जाने से रोक सकते हैं। लड़के की टी-शर्ट पर सांप प्रिंट ऐसी स्थिति ला सकता था।’
परिवार तीसरी बार अफ्रीका गया था
परिवार न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंगटन का रहने वाला है और तीसरी बार अफ्रीका आया हुआ था। क्योंकि लुकस की मां का जन्म अफ्रीका में हुआ था। बच्चे की रुचि सांपों, मकड़ियों और बग्स आदि में थी, क्योंकि पिता लुकस को इनके बारे में जानकारी देते रहते थे।
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Washington says Baghdad failed to 'protect' Americans December 30, 2019 at 07:57PM
Russia brings in artificial snow to beat its hottest year on record December 30, 2019 at 05:54PM
5000 वर्ग किमी में वन उगाने का लक्ष्य, पौधों में हो रहा सीवेज के पानी का इस्तेमाल December 30, 2019 at 05:18PM
काहिरा. मिस्र (इजिप्ट) सरकार अपने यहां 5,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में जंगल उगा रही है। पौधों के लिए बहुत बड़ी मात्रा में सीवेज का पानी रीसाइकिल करके रेगिस्तान में छिड़का जा रहा है। आने वाले कुछ समय बाद यहां लाखों पेड़-पौधे नजर आ सकते हैं। छात्र ड्रिप सिंचाई तकनीक से सहारा के रेगिस्तान में पौधे रोप रहे हैं। इस देश का 96 प्रतिशत भू-भाग रेतीला है और यहां बारिश भी बहुत कम होती है।
मिस्र के वैज्ञानिकों ने कहा कि जंगल बसाने का ये प्रोजेक्ट जर्मनी और मिस्र की साझा योजना का हिस्सा है। इस प्रोजेक्ट के लिए जर्मनी ने बहुत बड़ी राशि की मदद दी है। यह प्रोजेक्ट इस्माइलिया शहर के पास चलाया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा एक बड़ी रिसर्च टीम लगी हुई है। दोनों देशों के छात्र इसमें मदद कर रहे हैं। म्यूनिख तकनीकी यूनिवर्सिटी के छात्र सेबास्टियान रासेल भी इसी सिलसिले में यहां पहुंचे हैं।
इसलिए इस्माइलिया के पास पहले वन उगाने का लक्ष्य
इस्माइलिया शहर काहिरा से दो घंटे की दूरी पर बसा है, यहां तपता रेगिस्तान रहवासियों के लिए किसी भट्ठी से कम नहीं है, इसलिए अब रेत के सीने को हराभरा करने की तैयारी हो रही है। रिसर्चर टीम चीड़ तथा अन्य प्रजातियों के ऐसे पेड़ बड़ी संख्या में लगा रही है, जो कम पानी में भी खड़े हो जाते हैं। मिस्र के वन विशेषज्ञ हानी अल कातेब ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को खड़ा किया है। कातेब ने म्यूनिख टेक्निकल यूनिवर्सिटी से वन विज्ञान की पढ़ाई की। उन्होंने सिंचाई के लिए एक खास तरह का सिंचाई यंत्र भी बनाया है।
सीवेज का पानी सिर्फ जंगलों के लिए ही ठीक
कातेब ने बताया कि मिस्र में प्रति वर्ष 6.3 अरब घन मीटर पानी सीवेज का हिस्सा बन जाता है। वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में इसे पीने लायक बनाना मुमकिन नहीं। फल-सब्जियों की खेती के लिए भी ये पानी ठीक नहीं है, लेकिन निर्माण कार्य या जंगल उगाने में इसका उपयोग बेहतर है। पानी रीसाइकिल करते समय हम उसमें नाइट्रोजन तत्वों को रहने देते हैं, क्योंकि नाइट्रेट आदर्श खाद का काम करता है।
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