दुनिया में महामारी का कहर फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा। अमेरिका में स्थिति गंभीर बनी हुई है। जनवरी (पहला मामला सामने आने के बाद) के बाद से पहली बार 2 लाख मामले सामने आए हैं। वहीं, देश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज के डायरेक्टर डॉ. एंथनी फॉसी ने एक के बाद लगातार दूसरी लहर आने की चेतावनी दी है।
NBC न्यूज चैनल के एक प्रोग्राम में फॉसी ने कहा कि अचानक से कुछ बदलने नहीं जा रहा। हालांकि अभी भी देर नहीं हुई है। लोग थैंक्सगिविंग की छुट्टियां मनाकर घर लौट रहे हैं। सभी मास्क पहने, बड़े ग्रुप न बनाएं और सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखें।
चीन: वायरस पर नया प्रोपेगैंडा फैला रहा
पूरी दुनिया में कोरोनावायरस चीन के वुहान से ही फैला। अब चीन नया प्रोपेगैंडा फैला रहा है। चीनी मीडिया इस बात को बढ़-चढ़कर बता रहा है कि वायरस चीन से नहीं फैला। उनके देश में यह वायरस फ्रोजन फूड्स के जरिए किसी बाहर के देश से आया। ‘पीपुल्स डेली’ समेत कई चीनी अखबारों के मुताबिक- सभी सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि कोरोनावायरस आउटब्रेक वुहान में नहीं हुआ। चीन के पूर्व चीफ एपिडेमियोलॉजिस्ट झेंग गुआंग का कहना है कि वुहान में वायरस का पता चला, लेकिन वहां पैदा नहीं हुआ।
इन देशों में हालात
इराक: फरवरी के बाद पहली स्कूल खुल चुके हैं। हफ्ते में 6 दिन बच्चे पढ़ने जा रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
लेबनान: आर्थिक मोर्चे पर जूझ रहे देश ने कोरोना प्रतिबंधों में कुछ छूट दी है, ताकि क्रिसमस और नए साल से पहले इकोनॉमी को कुछ बेहतर किया जा सके।
टर्की: यहां स्थिति लगातार बिगड़ रही है। रविवार को लगातार 7वें दिन रिकॉर्ड मौतें (185) हुईं।
फिलिस्तीन: सुविधाओं की कमी के चलते यहां भी मामले बढ़ रहे हैं। WHO ने गाजा के एक हॉस्पिटल में 15 वेंटिलेटर दिए हैं।
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