अमेरिका में अश्वेतों के साथ पुलिस की क्रूरता का एक और मामला गुरुवार को सामने आया। यह घटना मार्च में न्यूयॉर्क के रोचेस्टर में घटी थी। अमेरिकी पुलिसकर्मियों ने अश्वेत डेनियल प्रूड (30) का चेहरा ढंका और उसे पत्थर के सहारे टिका दिया। इस दौरान डेनियल बेहोश हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां 7 दिन बाद उसकी मौत हो गई।
मामला सात महीने पुराना है। डेनियल के परिवार ने बुधवार को घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया। इसमें उसके परिजन ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अमेरिका में पिछले सात महीने में अश्वेतों के साथ पुलिस की क्रूरता में अश्वेतों की मौत का यह तीसरा मामला है।
इससे पहले 25 मई को मिनेपोलिस में, 12 जून को अटलांटा के जॉर्जिया में और 6 अगस्त को लॉस एंजिल्स में ऐसी घटना सामने आई थी। तीनों ही मामलों में पुलिस की कार्रवाई में अश्वेतों की मौत हुई थी।
पुलिस के बॉडी कैमरे का है वीडियो
पब्लिक रिकॉर्ड रिक्वेस्ट से डेनियल के परिवार ने उस पर हुई पुलिस कार्रवाई का वीडियो हासिल किया है। यह वीडियो पुलिस बॉडी कैमरे का है। वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ पुलिसकर्मी डेनियल को घेर कर खड़े हैं। उसके चेहरे को हुड से ढंकने के बाद दो मिनट तक फुटपाथ पर उसका सिर दबाकर रखते हैं। इसके बाद डेनियल का शरीर हरकत करना बंद कर देता है। वीडियो में डेनियल के शरीर पर एक भी कपड़ा नजर नहीं आ रहा है।
डेनियल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी
डेनियल के भाई जो प्रूड ने बताया- मेरे भाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह शिकागो से लौटने के बाद घर से भाग गया था। मैंने 23 मार्च को 911 पर फोन किया था। इसके एक दिन पहले ही पुलिस ने मानसिक तौर पर बीमार लोगों को बचाने के नियम के तहत उसे कस्टडी में ले लिया था। मैंने फोन अपने भाई को बचाने के लिए किया था, इसलिए नहीं कि उसे मार दिया जाए।
जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से दो महीने पहले हुई यह घटना
डेनियल की मौत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों जान जाने से करीब दो महीने पहले हुई थी। मिनेपोलिस में 25 मई को फ्लॉयड को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। एक पुलिस ऑफिसर ने घुटने से उसकी गर्दन को करीब आठ मिनट तक दबाए रखा था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।
इसके बाद 12 जून को अटलांटा में रेशर्ड ब्रूक्स और 6 अगस्त को लॉस एंजिल्स में डिजोन किजी की पुलिस कार्रवाई के दौरान मौत हुई थी। 27 अगस्त को जैकब ब्लेक को पुलिस ने सात गोलियां मारी थीं, फिलहाल वह जिंदा है और अस्पताल में भर्ती है।
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