अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को घोषणा की है कि इजराइल और खाड़ी देश बहरीन ने अपने संबंधों को पूरी तरह से सामान्य बनाने के लिए ऐतिहासिक समझौता किया है। उन्होंने ट्वीट किया- 30 दिनों में इजरायल के साथ शांति समझौता करने वाला दूसरा अरब देश।
दशकों से ज्यादातर अरब देशों ने इजराइल का बहिष्कार किया है। उनका कहना है कि वे फिलिस्तीन विवाद के निपटारे के बाद ही अपने संबंधों को बेहतर करेंगे। लेकिन, पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात इजराइल के साथ शांति समझौता करना पर सहमत हो गया।
ट्रम्प ने ट्वीट किया- आज एक और ऐतिहासिक सफलता!" हमारे दो महान दोस्त इजराइल और किंगडम ऑफ बहरीन शांति समझौते के लिए सहमत हैं।
यह ट्रम्प के लिए दो महीने के भीतर दूसरी डिप्लोमेटिक जीत है। इससे उन्हें देश में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में इजराइल समर्थक इवांजेलिकल क्रिश्चन्स में अपनी पैठ बनाने में मदद मिलेगी। बीते हफ्ते ही ट्रम्प ने कोसोवा को इजराइल को मान्यता देने के लिए मनाया था। वह सर्बिया की एंबेसी तेल अवीव से येरूशलम शिफ्ट करवाने में भी मध्यस्थता कर रहे हैं।
मिडिल ईस्ट के लिए ऐतिहासिक समझौता
ट्रम्प, नेतन्याहू और किंग हमाद ने एक साझा बयान में कहा है कि यह मिडिल ईस्ट के लिए एक ऐतिहासिक समझौता होगा। अच्छी अर्थव्यवस्था और डायनेमिक सोसाइटी वाले इन दोनों देशों (बहरीन और इजराइल) के बीच खुली बातचीत से क्षेत्र में एक अच्छा बदलाव आएगा। स्थिरता और सुरक्षा बढ़ेगी और समृद्धि आएगी।
इजराइल ने चार खाड़ी देशों से समझौता किया
1948 में आजादी के बाद इजराइल का किसी अरब देश के साथ यह सिर्फ चौथा समझौता है। पिछले महीने यूएई के अलावा, वो जॉर्डन और मिस्र के साथ समझौता कर चुका है। अगस्त में यूएई से समझौता होने से पहले इजराइल का खाड़ी अरब देशों के साथ कोई राजनयिक संबंध नहीं था। दोनों की ईरान को लेकर चिंताओं ने उनके बीच एक अनौपचारिक संपर्क को जन्म दिया है।
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