दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3 करोड़ से ज्यादा हो गया है। हालांकि, इसी दौर में एक अच्छी खबर ये है कि ठीक होने वालों की संख्या भी अब 2 करोड़ 17 लाख से ज्यादा हो चुकी है। महामारी में मरने वालों की संख्या 9 लाख 44 हजार से ज्यादा हो गई है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।
39 दिन में 2 से 3 करोड़ केस हो गए
गुरुवार सुबह दुनिया में कोरोनावायरस से संक्रमित हुए लोगों का आंकड़ा 3 करोड़ से ज्यादा हो गया। खास बात ये है कि 2 से 3 करोड़ केसों का आंकड़ा सिर्फ 39 दिन में पूरा हो गया। यानी संक्रमण की रफ्तार अब सबसे ज्यादा है। करीब 100 साल पहले 100 साल पहले फ्लू से 50 करोड़ संक्रमित हुए थे। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, 1918-19 में इंफ्लूएंजा से दुनिया में 50 करोड़ लोग संक्रमित हुए थे। उस वक्त दुनिया की एक तिहाई आबादी संक्रमित हो गई थी।
- पहले 1 करोड़ केस 156 दिन में मिले थे
- 2 करोड़ केस होने में 44 दिन लगे थे
यूएन चीफ की अपील
दुनिया में संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ हो चुकी है। स्थिति गंभीर है। इस बीच, यूएन के सेक्रेट्री जनरल एंटोनियो गुटरेस का बयान भी आया। गुटरेस ने कहा- अगर कोविड-19 का मुकाबला करना है तो विश्व के सभी देशों को साथ आना होगा। मिलकर इस महामारी का मुकाबला करना होगा। यूएन चीफ ने कहा- अगर इस वक्त दुनिया के लिए सबसे बड़ा कोई खतरा है तो यह कोरोनावायरस या महामारी है। इससे निपटने के लिए दुनिया को एक साथ और एक मंच पर आना होगा। ऐसा किए बिना हम महामारी का मुकाबला नहीं कर सकेंगे।
अमेरिका : ट्रम्प ने कहा- मास्क ज्यादा कारगर
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा है कि मास्क पहनना वैक्सीन से ज्यादा कारगर यानी इफेक्टिव है। लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इससे सहमत नहीं हैं। ट्रम्प बहुत कम मौकों पर मास्क पहने नजर आए हैं। शुरुआत में तो उन्होंने कोरोना की तुलना फ्लू से की थी। बुधवार रात ट्रम्प ने मास्क पर नया नजरिया पेश किया। कहा- किसी भी हाल में मास्क वैक्सीन से ज्यादा कारगर साबित नहीं हो सकता।
न्यूजीलैंड : अर्थव्यवस्था पर असर
‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जून तिमाही तक न्यूजीलैंड की जीडीपी में 12.2% की गिरावट दर्ज की गई है। 1987 के बाद अर्थव्यवस्था में यह सबसे बड़ी गिरावट है। रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जीडीपी में गिरावट की मुख्य वजह कोरोनावायरस के कारण लगे प्रतिबंध हैं। इसकी वजह से ट्रेड और टूरिज्म इंडस्ट्री सबसे ज्यादा प्रभावित हुई। टूरिज्म सेक्टर से न्यूजीलैंड को सबसे ज्यादा रेवेन्यू मिलता है।
दुनिया के आधे बच्चे स्कूल से दूर हुए
महामारी ने बच्चों को काफी हद तक प्रभावित किया है। यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हेनरिटा फोरे ने कहा- 192 देशों में आधे से ज्यादा बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। महामारी ने इन पर गंभीर असर डाला है। करीब 16 करोड़ स्कूली बच्चे इन दिनों घर में हैं। फोरे ने कहा- यह सुकून की बात है कि दूर-दराज में रहने वाले लाखों बच्चे टीवी, इंटरनेट या ऐसे ही दूसरे किसी माध्यम के जरिए शिक्षा हासिल कर पा रहे हैं।
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