ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के एक बयान से विवाद खड़ा हो गया। राष्ट्रपति दावा करते हैं कि अमेजन के जंगल में लगी आग से कोई नुकसान नहीं हुआ। दूसरी तरफ, उनकी ही सरकार का विभाग कहता है कि अमेजन फॉरेस्ट में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं। विभाग ने इसके आंकड़े भी जारी किए थे।
ब्राजील के राष्ट्रपति ने यह बात दुनिया के सबसे बड़े रेन फॉरेस्ट की सीमा साझा करने वाले देशों के वीडियो कॉन्फ्रेंस में कही। उन्होंने कहा- रेन फॉरेस्ट (ट्रॉपिकल रेन फॉरेस्ट) आग नहीं पकड़ते । इसलिए यह कहना कि अमेजन के जंगल जल रहे हैं, सफेद झूठ है।
उधर, ब्राजील की नेशनल स्पेस एजेंसी (आईएनपी) के सैटेलाइट डेटा के मुताबिक, ब्राजील के अमेजन जंगल में लगी आग की घटनाएं पिछले साल जुलाई से लेकर इस साल जुलाई तक यानी एक साल में 28% बढ़ी हैं। पिछले महीने तक 6,803 घटनाएं हुई थीं। केवल जुलाई में ही 1057 घटनाएं हुईं। 3069 वर्ग किमी जंगल नष्ट हो चुका है।
अमेजन के जंगल में लगी आग और बढ़ती वनों की कटाई को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बोल्सोनारो की काफी निंदा हुई थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आमतौर पर जंगल में आग स्वाभाविक रूप से नहीं लगती। जंगलों में आग लगने की सबसे ज्यादा घटनाएं खेती और पशुपालन के उद्देश्य से होती हैं।
पिछले साल मई से अक्टूबर आग से काफी नुकसान पहुंचा था
पिछले साल जंगल में लगी भीषण आग ने मई से अक्टूबर तक अमेजन को काफी नुकसान पहुंचाया। इसका असर हजारों किलोमीटर दूर साओ पाउलो तक हुआ। यूरोपियन यूनियन अर्थ ऑब्जर्वेशन प्रोग्राम के सैटेलाइट से ली गई फोटो में अमेजन, रोंडोनिया और अन्य राज्यों के जंगलों से आग की लपटें उठती दिखीं थीं। आग से बड़ी संख्या में वन्यजीवों की मौतें भी हुईं। साओ पाउलो और अन्य शहरों के ऊपर काला धुआं नजर आया था। विमानों की उड़ानें प्रभावित हुईं थीं।
वनक्षेत्र दुनिया का कुल 20% ऑक्सीजन पैदा करता है
ब्राजील का यह वनक्षेत्र दुनिया की कुल 20% ऑक्सीजन पैदा करता है। यह कुल 10% जैव-विविधता वाला क्षेत्र है। इस क्षेत्र को पृथ्वी के फेफड़े भी कहा जाता है। यह जलवायु को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, यदि यह वन क्षेत्र खत्म होता है तो इसका दुनिया पर बेहद बुरा असर पड़ेगा।
ये भी पढ़ें
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment