चीन ने कनाडा के साथ जारी तनाव के बीच गुरुवार को वहां के एक नागरिक को मौत की सजा सुनाई। युवक शु वेइहोंग पर आरोप है कि वह देश में केटामाइन बनाकर उनकी तस्करी करता था। वहीं, उसके एक साथी वेन गुआनशियोंग को उम्रकैद मिली। गुआंग्झु म्युनिसिपल इंटरमीडिएट कोर्ट ने यह सजा सुनाई। मौत की सजा को समीक्षा के लिए देश की सर्वोच्च अदालत में भेज दिया गया है।
पिछले साल भी दो कनाडाई नागरिकों को ड्रग तस्करी के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी। जनवरी 2019 में रॉबर्ट लॉयड को मौत की सजा सुनाई गई। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने चीन पर सजा के जरिए मनमानी करने का आरोप लगाया था। उसके बाद मई में भी एक तस्कर फान वेई को मौत की सजा सुनाई गई थी।
शु और वेन अक्टूबर 2016 से केटामाइन बना रहे थे
म्युनिसिपल इंटरमीडिएट कोर्ट के बयान में मामले को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं दी गई। लेकिन, स्थानीय मीडिया ने कहा कि शु और वेन अक्टूबर 2016 से केटामाइन बना रहे थे। वे ड्रग बनाने के बाद शु के गुआंगझोउ स्थित घर में स्टोर करते थे। बाद में पुलिस ने उसके घर और अन्य ठिकानों से 120 किलोग्राम (266 पाउंड्स) ड्रग बरामद किया था।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि शु की सजा से चीन-कनाडा के रिश्तों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
अमेरिका हुआवे सीएफओ का प्रत्यर्पण चाहता था
2018 के अंत में कनाडा के वैंकूवर एयरपोर्ट पर चीनी तकनीकी दिग्गज हुआवे के संस्थापक की बेटी और कंपनी की सीएफओ मेंग वानझोउ की गिरफ्तारी के बाद से चीन और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई है। अमेरिका ने मेंग पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया है। वह चाहता था कि मेंग को अमेरिका में प्रत्यर्पित किया जाए।
कनाडा के साथ निर्यात पर प्रतिबंध
मेंग की गिरफ्तारी से चीन बौखला गया। उसका मानना था कि मेंग की गिरफ्तारी एक राजनीतिक चाल है। इसके जवाब में चीन ने कनाडा के पूर्व डिप्लोमेट माइकल कोवरिग और कारोबारी माइकल स्पावोर को हिरासत में ले लिया था। इसके साथ ही चीन ने कनाडा के साथ कैनोला सीड ऑयल और कई चीजों के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया।
ड्रग तस्करी के लिए चीन में कड़ी सजा
कई एशियाई देशों की तरह, चीन ड्रग्स बनाने और बिक्री के लिए कड़ी सजा देता है। इसमें मौत की सजा भी शामिल है। दिसंबर 2009 में, पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश व्यवसायी अकमल शेख को हेरोइन की तस्करी के लिए मौत की सजा मिली थी। एमनेस्टी इंटरनेशनल के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा मौत की सजा चीन में दी जाती है। यहां हर साल हजारों लोग मारे जाते हैं।
ये भी पढ़ें
अमेरिका ने हुवावे के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया, सीएफओ के प्रत्यर्पण की मांग करेगा
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment