अमेरिका ने कहा है कि चीन भारतीय सीमा में घुसकर टेस्ट कर रहा था कि दुनिया उसकी इस हरकत पर क्या रुख अपनाती है? हालांकि, ज्वार उसी की तरफ मुड़ गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन देखना चाहता था कि क्या हम उसके खिलाफ खड़े होंगे?
लोकतांत्रिक देशों का गठबंधन बना रहे
माइक पोम्पियो सीनेट में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, "चीन की हरकतों को रोकने के लिए लोकतांत्रिक देशों का गठबंधन बनाने पर विचार कर रहे हैं। हम इस क्षेत्र के अपने मित्र देशों से अभी इस पर और विचार करेंगे। हम डिप्लोमैटिकली नए रिश्ते बना रहे हैं। अभी इस पर बहुत काम करने की जरूरत है।"
देशों को स्वतंत्रता और अत्याचार के बीच चुनना होगा
पोम्पियो ने कहा कि हम देशों से चीन और अमेरिका में से किसी एक को चुनने के लिए नहीं कह रहे। हम हर संप्रभु (सॉवेरिन) देश को स्वतंत्रता और अत्याचार के बीच चुनने के लिए कह रहे हैं। पोम्पियो ने इस दौरान अमेरिका के पिछले नेताओं की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों को चीन का खतरा नहीं दिखा। उनकी आंखों में बस बिजनेस नजर आ रहा था।
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