नॉर्थ सिक्किम के नाकु ला सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प की घटना सामने आने के बाद चीन ने कहा है कि उनके सैनिक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीन की सीमा के सैनिक हमेशा शांति और धैर्य बनाए रखते हैं। चीन और भारत में कोऑर्डिनेशन और कम्युनिकेशन अच्छा है। हम मौजूदा चैनलों के जरिए सीमा को लेकर चिंताओं पर साथ में हैं।
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प मुगुथांग के आगे नाकु ला सेक्टर में एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर शनिवार को हुई। यह इलाका 5 हजार मीटर की ऊंचाई पर है। एक अफसर ने बताया कि 4 भारतीय और 7 चीनी सैनिकों को चोट लगी थी।
अक्रामक रवैये की बात को आधारहीन बताया
भारतीय सेना ने इस घटना का एक वीडियो भी बनाया था। इस वीडियों में चीनी सैनिकों का अक्रामक रवैया देखा जा सकता है। प्रेस कांफ्रेंस में जब पूछा गया कि चीन का रवैया अक्रामक था। इस पर चीनी राजदूत झाओ लिजियन ने कहा कि यह बात आधार हीन है। इस बारे में कोई धारणा नहीं बनानी चाहिए।
कहा- भारत और चीन के राजनयिक संबंधों के 70 साल हुए
उन्होंने कहा, ‘‘इस साल भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों के स्थापित होने के 70 साल हो गए हैं। दोनों देशों ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हाथ मिलाया है। ऐसी परिस्थितियों में दोनों देशों को साथ मिलकर काम करना चाहिए और मतभेदों को ठीक से मैनेज करना चाहिए। सीमा क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखना चाहिए ताकि हमारे द्विपक्षीय संबंध बेहतर होने के साथ कोविड-19 के खिलाफ मिलकर लड़ा जा सके।’’
ऐसी ही घटना अगस्त 2017 में भी सामने आई थी, जब भारतीय और चीनी सैनिक पैंगाग लेक के पूर्वी किनारे पर आमने-सामने आ गए थे। इससे पहले डोकलाम में भारत और चीन के बीचतनाव 72 दिनचला था। 16 जून 2017 को दोनों सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं। दोनों सरकारों की कोशिशों के बाद यह 28 अगस्त 2017को खत्म हुआ।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
No comments:
Post a Comment