चीन से बढ़ते तनाव के बीचअमेरिका 28 सालों बाद एक बार फिर से परमाणु परीक्षण कर सकता है। ट्रम्प प्रशासन ने बीते सप्ताह इस पर चर्चा की है। अमेरिका ने आखिरी बार 1992 में परमाणु परीक्षण किया था।
15 मई को हुई थी बैठक
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक 15 मई को इस मुद्दे पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े बड़े अधिकारियों ने चर्चा की थी। हालांकि, इस बैठक का कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है। इस बैठक में रूस और चीन के हल्के परमाणु बमों का मामला उठाया गया था। अमेरिका ने दोनों देशों पर परीक्षण करने का आरोप लगाया था। हालांकि, दोनों ने इन आरोपों को नकार दिया था। एक सूत्र ने द वाशिंगटन पोस्ट को बताया कि बैठक में मेंबरों ने रूस और चीन के परीक्षण का जवाब दूसरे तरीके से देने का फैसला किया है।
सुरक्षा परिषद ने नहीं दिया कोई बयान
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने इस मामले में अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार परमाणु परीक्षण के विचार पर अभी असहमति सामने आई है। राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन (एनएनएसए) ने इस मामले पर असहमति जताई है। एनएनएसए ही परमाणु हथियारों की सुरक्षा तय करती है।
आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी 2021 में खत्म हो रही
फरवरी 2021 में अमेरिका और रूस के बीच आर्म्स रिडक्शन ट्रीटी खत्म हो रही है। रूस ने कई बार अमेरिका से इस ट्रीटी को पांच साल तक बढ़ाने के लिए कहा है। अमेरिका का कहना है कि वह अब इस ट्रीटी को तभी बढ़ाएगा जब इसमें चीन, ब्रिटेन और फ्रांस भी आएंगे। 1945 के बाद से कम से कम आठ देशों ने लगभग 2,000 परमाणु परीक्षण किए हैं। इनमें से अमेरिका ने अकेले 1,000 से ज्यादा टेस्ट किए थे।
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