इजराइल में गुरुवार को मिलीजुलीसरकार का गठन होना है। इस गठबंधन सरकार में नेतन्याहू 18 महीने के लिए प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके बाद यह पद बेनी गांत्ज को मिलेगा। शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी मौजूद रहेंगे।
पोम्पियो बुधवार को इजराइल पहुंच गए हैं। पोम्पियो इस दौरान वेस्ट बैंक में बसाई गई यहूदी बस्तियों को इजराइल में मिलाने पर भी चर्चा करेंगे। कोरोना महामारी के इस दौर में पोम्पियो की इस यात्रा में ईरान के साथ पॉलिटिकल टेंशन पर भी चर्चा होगी।
इफी न्यूज ने बताया कि बुधवार को माइक पोम्पियो एक छोटे से दल के साथ इजराइल पहुंचे। इस दौरान वह अमेरिका के झंडे का मास्क पहने हुए थे। वह यरूशलम में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और बेनी गांत्जसे मिलने पहुंचे। नेतन्याहू और गांत्ज दोनों मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। अमेरिकी गृह मंत्रालय ने कहा है कि पोम्पियो की इस यात्रा में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई और क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर भी दोनों देशो की बीच चर्चा होगी।
बेनी गांत्ज ने स्पीकर पद से दिया इस्तीफा
इजरायल की संसद स्पीकर और विपक्ष के नेता बेनी गांत्ज ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इजरायल के पूर्व सैन्य प्रमुख गांत्ज ने यह कदम नेतन्याहू के साथ नई गठबंधन सरकार बनाने के ठीक पहले उठाया है। इस सरकार की अगुवाई नेतन्याहू की लिकुड पार्टी और गांत्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी करेगी।
इजराइल में एक साल में तीन बार चुनाव हो चुके हैं।
इजराइल में एक साल के भीतर तीन बार आम चुनाव हो चुके हैं। इन चुनावों में न तो नेतन्याहू की लिकुड पार्टी के गठबंधन और न ही बेनी गांत्ज की ब्लू एंड व्हाइट पार्टी के गठबंधन को बहुमत मिला है। अब बेंजामिन नेतन्याहू और उनके विपक्षी बेनी गांत्ज में मिलीजुली सरकार बनाने को लेकर सहमति बन गई है।
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