अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 10 साल की भारतीय मूल की श्रव्या अन्नापारेड्डी को कोरोना महामारी में योगदान के लिए सम्मानित किया है। श्रव्या कोरोना महामारी से लड़ रहे फ्रंटलाइनयोद्धाओं की आगे बढ़कर मदद करती रही है। वह लगातार नर्स, मेडिकल वर्कर और फायर फाइटर को कुकीज और ग्रीटिंग कार्ड भेजती है।
राष्ट्रपति ट्रम्प और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प ने शुक्रवार को कोरोना से लड़ने वाले कई अमेरिकी हीरोज को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने श्रव्या को कोरोना काल में मेडिकल वर्कर्स की हिम्मत बढ़ाने के लिए सम्मानित किया।वाशिंगटन पोस्ट के मुताबक इस दौरान ट्रम्प ने कहा, ‘‘आज हम जिन लोगों को सम्मानित कर रहे हैं, वे हमें वो रिश्ता याद दिलाते हैं जो मुश्किल समय में हमें जोड़े रखता है। इसके साथ ही हम जब दोबारा से शुरुआत करते हैं तो यही एकता हमें फिर से ऊंचाइयों में ले जाती है।’’
मूल रूप से आंध्र प्रदेश की रहने वाली है श्रव्या
श्रव्या मैरीलैंड के हिल्स एलेमेंटरी स्कूल में कक्षा चार की छात्रा है और स्काउट ट्रूप की मेंबर है। वह मूल रूप से आंध्र प्रदेश की रहने वाली है। श्रव्या के साथ उसके स्काउट की दो और लड़कियों लैला खान और लॉरेन मैटनी को सम्मानित किया गया है। सभी की उम्र 10 साल है। उन्होंने अभी तक लोकल डॉक्टर, नर्स और फायरफाइटर को 100 डिब्बे कुकीज दान की। इसके साथ ही200 ग्रीटिंग कार्ड बनाकर उनको भेंट किए।
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