एथेंस. ग्रीस में 2500 साल पहले जीवन के अलग-अलग क्षेत्र में कामयाबी हासिल करने पर विरोधी उनके मरने के बाद भी उन्हें कोसते थे। यहां तक की उन्हें श्राप दिया करते थे। यह खुलासा प्राचीन एथेंस के 2500 साल पुराने के 32 फीट गहरे एक कुएं से 30 स्मरण पुस्तिका (टैबलेट) मिलने के बाद हुआ। इसमें श्राप का उल्लेख है। इन स्मरण पुस्तिकाओं को 'गॉड्स ऑफ द अंडरवर्ल्ड' के नाम से भी जाना जाता है।
ब्रिटिश मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह श्राप दरअसल, रीति-रिवाज का हिस्सा था। स्मरण पुस्तिका पर वह लोग अपने विरोधियों के लिए संदेश लिखवाते थे, जिनकी अकाल मृत्यु हो जाती है। माना जाता था कि उनकी आत्मा अशांत रहती थी और वे इन संदेश को इस जन्म के बाद आगे लेकर जाते थे। पुरातत्वविदों का मानना है कि इन्हें कुएं में डाल देना संभवतः उचित माना गया होगा, क्योंकि शायद उन्हें लगा होगा ये संदेश दूसरी दुनिया में अपनी जगह खुद पा लेंगे।
सिर्फ श्रापित का नाम लिखा जाता था
जर्मन आर्किलॉजिकल इंस्टिट्यूट की तरफ से केरामिकोस एक्सकेवेशन के डायरेक्टर ने कहा, 'जो व्यक्ति श्राप देता था, उसका नाम नहीं होता था, सिर्फ श्राप जिसे दिया जाता था उसका नाम इसमें लिखा होता था।' विशेषज्ञों का मानना है कि मृतकों को श्राप देने की चार वजहें थीं। केस जीतना, कारोबार में कामयाबी हासिल करना, एथलेटिक्स प्रतियोगिता जीतना, प्यार नफरत का कोई मामला। यह स्मरण पुस्तिका जिस कुएं में मिली, वह सदियों पुराने बाथरूम का हिस्सा है जिसकी पहली बार 2016 में खुदाई हुई थी। उस वक्त चार टैबलेट पाए गए थे। कुएं की गहराई 32 फीट थी।
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