टोक्यो. जापान में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों ने शुक्रवार को भारतीय दूतावास के बाहर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) और नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) के समर्थन में सभा आयोजित की। आयोजनकर्ताओं के मुताबिक, इस सभा का मकसद इन तीनों विवादित मुद्दों पर लोगों को शिक्षित करना था। अमेरिका के बाद जापान दूसरा देश है, जहां बड़ी संख्या में भारतीयों ने जुटकर सीएए, एनआरसी और एनपीआर का समर्थन किया है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भारतीयों का एक दल दूतावास में लगी जस्टिस राधा बिनोद पाल की मूर्ति के पास सभा के लिए बैठा। इसमें आने-जाने वाले लोगों को सीएए-एनआरसी-एनपीआर के उद्देश्य और उसकी प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। आयोजकों की ओर से जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, कई असामाजिक तत्वों ने इन मुद्दों पर गलत जानकारी फैलाकर भारत में नकरात्मक प्रोपेगंडा चलाया। इससे पूरे देश में हिंसा भड़की।
रिसर्च से तीनों मुद्दों परजुटाई जानकारी
आयोजकों ने बताया कि भारत में फैली हिंसा को ध्यान में रखते हुए यहां रहने वाले भारतीयों ने नागरिकता कानून की ठीक से स्टडी की। इसकी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को समझा। इसके बाद एनआरसी और एनपीआर के बारे में रिसर्च कर ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाई।सभा में बांग्लादेशी हिंदू समुदाय के कई लोग भी शामिल हुए। इन सभी ने भारत के पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के निर्णय का समर्थन किया।
अमेरिका में और रैलियों का आयोजन होगा
अमेरिका में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों ने पिछले हफ्ते बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरकर नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) का समर्थन किया। भारतीय अमेरिकियों ने ओहायो-ह्यूस्टन समेत कई शहरों में रैली कर सीएए और एनआरसी के बारे में गलत जानकारी और भ्रम दूर करने की कोशिश की। आने वाले दिनों में डैलस, शिकागो, सैन फ्रांसिस्को, न्यूयॉर्क, वॉशिंगटन, अटलांटा, सैन होसे और कुछ अन्य जगहों पर रैलियों का आयोजन किया जाएगा।
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