Monday, January 20, 2020

दावोस 2020 में ट्रम्प और थनबर्ग आमने-सामने होंगे, ग्रेटा जलवायु परिवर्तन पर संदेश दे सकती हैं January 20, 2020 at 09:37PM

दावोस. स्विटजरलैंड में दावोस वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 50वीं समिट मंगलवार से शुरू हो गई है। आजअमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग आमने-सामने होंगे। पिछले साल ट्रम्प इस सम्मेलन में शामिल नहीं हुए थे। थनबर्ग जलवायु परिवर्तन को लेकर संदेश दे सकती हैं।

21 से 24 जनवरी तक आयोजित सम्मेलन में शामिल होने के लिए दुनियाभर के राजनीतिज्ञ, शीर्ष उद्योगपती और नामी चेहरे दावोस पहुंचेहैं। भारत की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शामिल हो रहे हैं। सम्मेलन में पर्यावरण और आर्थिक संकट पर चर्चा की जाएगी।

ट्रम्प जलवायु पर नेताओं को संबोधित करेंगे

ट्रम्प जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर हमेशा संशयवादी रहे हैं। मंगलवार सुबह दावोस सम्मेलन में पहली बार इस मुद्दे पर नेताओं को संबोधित करेंगे। वहीं, सीनेट में मंगलवार को ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर सुनवाई भी शुरू होगी।इसी समय, ग्रेटा भी मंच पर एक बैठक में शामिल होंगी। जहां वह दुनिया भर के लाखों लोगों को जलवायु परिवर्तन को लेकर संदेश दे सकती हैं। जहां सरकारें जलवायु परिवर्तन को लेकर लोगों को जगाने में विफल रही हैं, वहीं थनबर्ग युवाओं के लिए प्रेरणा बनकर उभरीहैं।

ग्रेटा-ट्रम्प के बीच ट्विटर वॉर

हालांकि, इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं है कि ट्रम्प और थनबर्ग आपस में मिलेंगे। पिछले दिनोंदोनों के बीच ट्विटर पर नोक-झोंक भी हुई। ग्रेटा को अमेरिका की टाइम मैगजीन ने 2019 का ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ चुना था। इसके बाद ट्रम्प ने ट्वीट किया था- बेहद हास्यास्पद, ग्रेटा को अपने गुस्से पर काबू पाना चाहिए और दोस्तों के साथ पुरानी फैशनेबल मूवी देखनी चाहिए। चिल ग्रेटा, चिल ग्रेटा।

ट्रम्प के ट्वीट के बाद ग्रेटा ने अपने ट्विटर का बायो बदला दिया और लिखा- अपने एंगर मैनेजमेंट पर काम कर रही एक टीनएजर। फिलहाल चिल कर रही हूं और एक दोस्त के साथ पुरानी फैशनेबल मूवी देख रही हूं।पिछले साल महासभा की वार्षिकबैठक के दौरान संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के मुख्यालय में जब ट्रम्प और उनकी टीम सभा में आई थी तब ग्रेटा नाराज नजर आई थी। उनकीयह तस्वीर काफी वायरल हुई थी।

पिछले साल संयुक्त राष्ट्र में ट्रम्प के आने के बाद ग्रेटा के चेहरे का भाव बदल गया था।

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को दावोस में होने वाली वार्षिक बैठक में क्रिस्टल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। मेंटल हेल्थ को लेकर किए गए सराहनीय कार्य के लिए उन्हें यह अवॉर्ड दिया गया।

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरमकी शुरुआत 1971 में हुई

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरमकी शुरुआत 1971 में हुई थी। इसका उद्देश्य दुनिया के व्यवसाय, राजनीति, शैक्षिक और अन्य क्षेत्रों के नेताओं को एक मंच पर लाकर औद्योगिक दिशा तय करना है।पिछले सप्ताह प्रकाशित फोरम की ग्लोबल रिस्क रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि सदी के अंत तक तापमान में कम से कम तीन डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी हो सकती है।



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Donald Trump Greta Thunberg | US President Donald Trump Greta Thunberg Latest News and Updates On Davos World Economic Forum 2020

आईएस का नया सरगना अमीर मोहम्मद अल-साल्बी; बगदादी की मौत के कुछ घंटे बाद ही बना था January 20, 2020 at 08:34PM

लंदन. खुफिया एजेंसियों ने आंतकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के नए सरगना की पहचान की है। ब्रिटिश न्यूजपेपर द गार्जियन के मुताबिक अमीर मोहम्मद अब्दुल रहमान अल-मावली अल साल्बी को नया लीडर बनाया गया है। न्यूजपेपर ने खुफिया एजेंसी के दो अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि अब्दुल रहमान अल साल्बी आईएस के संस्थापक सदस्यों में से एक है और उसने इराक में यजीदी अल्पसंख्यकों के खिलाफ कार्रवाई का भी नेतृत्व किया था। उन्होंने बताया कि वह दुनियाभर में संगठन के कई अभियानों की गतिविधियों को देखता था।

इससे पहले, संगठन ने अबू बक्र अल-बगदादी के मारे जाने के बाद अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल कुरैशी को नया लीडर बनाया था लेकिन इस नाम की पुष्टि नहीं की गई थी। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि संगठन ने पिछले साल अक्टूबर में अमेिरकी कार्रवाई में बगदादी के मारे जाने के कुछ घंटे बाद ही अल साल्बी को नया सरगना नियुक्त कर लिया था। न्यूजपेपर ने अल साल्बी को बगदादी की तरह ही अनुभवी और संगठन के प्रति निष्ठाबान बताया।

अल-साल्बी 2004 में पूर्व सरगना बगदादी से मिला था

न्यूजपेपर के मुताबिक, अल साल्बी का जन्म इराक के तल अफर शहर में एक इराकी तुर्की परिवार में हुआ था। उसने यूनिवर्सिटी ऑफ मोसुल से शरिया कानून में डिग्री हासिल की थी। उसने यजिदियों के व्यापक नरसंहार में बड़ी भूमिका निभाई थी। उसे 2004 में दक्षिणी इराक के बक्का में अमेरिकी सुरक्षाबलों ने हिरासत में लिया था। वहां वह बगदादी से मिला था।



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न्यूजपेपर ने अल साल्बी को बगदादी की तरह ही अनुभवी और संगठन के प्रति निष्ठाबान बताया।

Prince Harry leaves UK to start new life with Meghan January 20, 2020 at 08:28PM

Prince Harry has left the UK to reunite with his wife Meghan Markle and their eight-month-old son Archie in Canada where the family will start a new life after the couple's bombshell announcement to "step back" from Britain's royal frontline and spend more time in North America.

China coronavirus claims 4th victim as more screenings added January 20, 2020 at 06:47PM

खाने और दवाओं की कमी से शेरों में कुपोषण, वजन गिरा; इन्हें बचाने के लिए आम लोग फंड जुटा रहे January 20, 2020 at 05:27PM

खार्तूम. अफ्रीकी देश सूडान में खाने और दवाओं की कमी का असर इंसानों के साथ जानवरों पर भी पड़ने लगा है। राजधानी खार्तूम में स्थित अल-कुरैशी चिड़ियाघर में कमी का असर ऐसा पड़ाकि यहां 5 नर और मादा शेर कुपोषण का शिकार हो गए। आलम यह है कि इनकी हड्डियां तक झलकने लगी हैं। बताया गया है कि इनका वजन शेरों के औसत वजन से दो-तिहाई तक गिर चुका है। सोशल मीडिया पर हाल ही में इन शेरों की फोटोवायरल हुईं। इसके बाद कार्यकर्ताओंऔर आम लोगों ने शेरों के इन हालात पर आवाज उठाई है।

सूडान में इस वक्त सूडान एनिमल रेस्क्यू हैशटैग ट्रेंड हो रहा है। फेसबुक पर एक्टिविस्ट उस्मान सालिह ने लिखा, “जब मैंने इन शेरों को पार्क में देखा, तो उनकी हड्डियां शरीर से बाहर झांक रही थीं। मैं मददगार लोगों और संस्थानों से इनकी मदद की अपील करता हूं।” उनके इस पोस्ट के बाद से ही लोगों ने मांग की है कि शेरों को किसी ऐसी जगह भेजा जाए, जहां इनका पालन-पोषण ठीक ढंग से हो सके।

शेरों के लिए जेबखर्च से खाना खरीद रहे कर्मचारी
चिड़ियाघर का प्रबंधन खार्तूम नगरपालिका की तरफ से देखा जाता है। हालांकि, यह व्यवस्था भी प्राइवेट फंडिंग के जरिए चलती हैयानी आम लोगों के दान से। इस वक्त सूडान अर्थव्यवस्था के सबसे खराब दौर से जूझ रहा है। यहां विदेशी मुद्रा भंडार खात्मेकी कगार पर है और खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसे में चिड़ियाघर प्रबंधन जानवरों की देखभाल भी नहीं कर पा रहा है। पार्क के मैनेजर इसामेलुद्दीन हज्जार के मुताबिक, “खाना हमेशा मौजूद नहीं रहता, इसलिए कई बार हमें खुद के पैसों से शेरों को खाना खिलाना पड़ता है।”

कुपोषित शेरों को देखने के लिए उमड़ी भीड़
सोशल मीडिया पर शेरों की बिगड़ती हालत को देखने के बाद रविवार को भारी मात्रा में दर्शक चिड़ियाघर पहुंचे। न्यूज एजेंसी के फोटोग्राफर के मुताबिक, 5 में से एक शेर को रस्सी से बांधा गयाऔर ड्रिप के जरिए ग्लूकोज दिया गया, क्योंकि उसे डिहाइड्रेशन हुआ था। उनके बाड़ों के पास खराब मीट के टुकड़े पड़े थे। पार्क के अधिकारियों के मुताबिक, चिड़ियाघर कीखराब हालत से ही ज्यादातर जानवरों की सेहत पर असर पड़ा।



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सामान्य वजन की तुलना में इन शेरों का वजन दो तिहाई तक गिर गया।
आम लोग जेबखर्च से शेरों के खाने का इंतजाम कर रहे।
शेरों के बेहतर पालन-पोषण के लिए बाहर भेजने की अपील की जा रही है।

Pro-gun rally by thousands in Virginia ends peacefully January 20, 2020 at 05:33PM

Tens of thousands of gun-rights activists from around the country rallied peacefully at the Virginia Capitol on Monday to protest plans by the state's Democratic leadership to pass gun-control legislation — a move that has become a key flash point in the national debate over gun violence.

Trump heading to Switzerland as impeachment trial reconvenes January 20, 2020 at 05:23PM

अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचई ने कहा- एआई को नियंत्रित करने के लिए दिशा-निर्देश तय किए जाने की जरूरत January 20, 2020 at 05:14PM

सैन फ्रांसिस्को. माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष ब्रैड स्मिथ और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बाद अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचई ने माना कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नियंत्रित करने के लिए एक नए दिशा-निर्देश बनाने की जरूरत है। उन्होंने माना कि इस तकनीक के माध्यम से मेडिकल रिसर्च और उपभोक्ताओं को अधिक बेहतर सेवाएं प्रदान करने सहित विश्व की कई जटिल समस्याओं का सामाधान किया जा सकता है। पिचई ने ‘द फाइनेंशियल टाईम्स’ के संपादकीय में लिखा कि सवाल यह उठता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को किस प्रकार अपनाया जाए। इसे अपनाते हुए हमें उन मुद्दों को लेकर सतर्क रहना होगा जिसे वह छोड़ सकता है। पिचई पिछले महीने ही गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट के सीईओ का पदभार ग्रहण किया था।

उन्होंने कहा, “मेरे दिमाग में ऐसा कोई सवाल नहीं है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को नियंत्रित नहीं करना चाहिए बल्कि समस्या यह है कि इसे लेकर किस प्रकार का दृष्टिकोण अपनाया जाए। हमारी जैसी कंपनियां नई तकनीक को सिर्फ बढ़ावा नहीं दे सकती बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि बाजार की ताकतें इसे किस प्रकार इस्तेमाल करती है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह तकनीक सभी के लिए उपलब्ध हो सके।” पिचई ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर वैश्विक मानक तय करने के लिए अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने पर जोर दिया।

‘एआई के संभावित नुकसान-फायदे के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता‘

उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाने के लिए हमें एक अलग दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। इसके लिए गूगल विशेषज्ञता, अनुभव और उपकरण में निवेश करेगा। हमें इसे लेकर सतर्क रहना होगा कि क्या गलत हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक को अपनाते हुए हमें इसके संभावित नुकसान और फायदे के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है। उदाहरण के लिए, सेल्फ ड्राईविंग के लिए हमें एक उपयुक्त नियम बनाने की जरूरत है जबकि हेल्थकेयर के क्षेत्र में हमें एक फ्रेमवर्क तैयार करने की आवश्यकता है।



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अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचई ने द फाइनेशियल टाईम्स में संपादकीय लिखी थी।- फाइल

ट्रम्प की भारत यात्रा से पाक परेशान, इमरान की गुहार- आते-जाते यहां भी जरूर रुकें January 20, 2020 at 04:47PM

इस्लामाबाद से शाह जमाल.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड फरवरी में भारत दौरे पर आ सकते हैं। इस खबर से पाकिस्तान में बेचैनी है। प्रधानमंत्री इमरान खान परेशान हैं। वे पुरजोर कोशिश कर रहे हैं कि भारत जाते या लौटते समय कुछ देर के लिए ट्रंप पाकिस्तान में ठहर जाएं, पर ऐसा होता दिख नहीं रहा है।

नाम न छापने की शर्त पर कुछ अधिकारियों ने बताया कि इमरान इसलिए भी ज्यादा चिंतित हैं, क्योंकि वे प्रधानमंत्री बनने के बाद से कोशिश में लगे हैं कि ट्रम्पएक बार पाक आ जाएं। इमरान के एक करीबी ने बताया कि ट्रम्पके पाकिस्तान में रुकने की कोई बड़ी वजह नहीं हैं, इसके अलावा सुरक्षा के मुद्दे के चलते भी ट्रम्परुकने से बच रहे हैं। यह बात इमरान को बता दी गई है।

‘देश और अंतराष्ट्रीय स्तर पर इमरान नाकाम’
जानकारों ने बताया कि इमरान महंगाई, अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर इमरान विफल रहे हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर वो कश्मीर समेत अन्य मुद्दों पर मुस्लिम देशों और विश्व बिरादरी को अपने पक्ष में करने में नाकाम रहे हैं। ऐसे में ट्रम्पका भारत जाना और पाक न जाना बड़ा झटका साबित हो सकता है। इमरान ने भरोसा दिला रखा है कि ट्रम्पजरूर आएंगे और उनके आने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने में मदद मिलेगी। पिछले गुरुवार को उन्होंने संसद में भी यह बात दोहराई थी। अमेरिका तक पहुंच मजबूत करने के लिए पाक सरकार ने पिछले साल जुलाई में हॉलैंड एंड नाइट फर्म के साथ करार किया था। पर इसका फायदा नहीं मिला।


वैसे जानकार सूत्रों का मानना है कि यदि ट्रम्प आते हैं तो ऐसा 14 साल बाद होगा कि पाक की धरती पर कोई अमेरिकी राष्ट्रपति पहुंचेगा। ऐसा पहली बार होगा कि लोकतंत्रिक शासन में अमेरिकी प्रमुख आएगा। इससे पहले पांचों अमेरिकी राष्ट्रपति सैन्य शासन के दौरान ही आए हैं। अब सबकी निगाहें इस पर है कि क्या ट्रम्प अपने दोस्त इमरान को निराश करेंगे या उनकी बात रखेंगे।



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Pak upset over US President Trump's visit to India

न्यू कोरोनावायरस से चौथी मौत, इंसानों से भी फैल रहा वायरस, भारत ने चीन के लिए वीसा मांगने वालों की सूची बुलाई January 20, 2020 at 04:41PM

बीजिंग. चीन में सार्स जैसे वाइरस का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। इसकी वजह से चौथे व्यक्ति की मौत हो गई। जापान-थाईलैंड समेत तीन देशों में यह फैल चुका है। चीन ने इस बात की भी पुष्टि की है कि नया कोरोनावायरस इंसान से इंसानों में फैल रहा है। इसकी चपेट में चीन के कुछ स्वास्थ्यकर्मी भी आए हैं। वुहान में 136 नए मामले सामने आए हैं, कुल मामले 201 हो गए हैं। वहीं भारत में स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय से उन लोगों की सूची मांगी है, जिन्होंने 31 दिसंबर तक चीन के वीसा के लिए आवेदन दिए हैं। इन सभी आवेदकों की काउंसलिंग की जाएगी।

21 दिनों में चीन से दक्षिण कोरिया तक फैल गया वायरस

  • 31 दिसंबर 2019:पहला केस मिला। 1 जनवरी को वुहान का सीफूड मार्केट बंद कर दिया गया, यहीं से फैला।
  • 7 जनवरी 2019:स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसे नए कोरोनावायरस (एनसीओवी) के तौर पर पहचाना।
  • 12 जनवरी 2019:डब्ल्यूएचओ ने कहा कि वायरस के इंसान से इंसान में फैलने के कोई सबूत नहीं हैं।
  • 13 जनवरी 2019:थाईलैंड में पहला मामला सामने आया। दूसरा देश, जिसमें यह वायरस फैला
  • 16 जनवरी 2019:जापान में एक मामला सामने आया। टोक्यो समेत सभी एयरपोर्ट पर अलर्ट जारी किया गया।
  • 20 जनवरी 2019:चीन में तीसरी मौत, 139 नए मामले दर्ज। द. कोरिया में भी एक मामला सामने आया।

खतरनाक:सार्स के बाद सातवां वायरस, सार्स से 1425 मौतें हुई थीं

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक यह कोरोनावायरस है। अब तक इनमें से 6 ही खतरनाक थे। यह सार्स जितना ही खतरनाक है। सार्स के कारण चीन-हांगकांग में 2002 में 8 हजार से ज्यादा संक्रमित हुए थे। 1425 की मौत हो गई थी।

क्या नया है:चीन को लग रहा था कंट्रोल कर लेंगे, पर अब मुश्किल

सिर्फ वुहान शहर में 170 लोगों का इलाज चल रहा है, जिनमें से नौ लोगों की स्थिति गंभीर है। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने इससे पहले कहा था कि इसे कंट्रोल किया जा सकता है। पर अब यह मुश्किल लग रहा है।

लक्षण:सर्दी-जुकाम जैसे नहीं, इसलिए समस्या

यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग के प्रो. मार्क वूलहाउस का कहना है कि हमने जानने की कोशिश की कि नए वायरस असर ज्यादा क्यों है। तो पता चला कि इसमें सर्दी जैसे लक्षण नहीं है, जो चिंता की बात है।

कहां से आया: पशुओं से इंसानों में पहुंचा, फैल गया

यह नए किस्म का वायरस है। इंसानों को संक्रमित कर लेता है, इस दौरान पता नहीं चलता। नॉटिंघम यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट जोनाथन बॉल के मुताबिक बहुत हद तक संभव है कि पशुओं से ही इंसानों तक पहुंचा हो।



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चीन के विमानों में भी कड़ी जांच हो रही है।

बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर इस महीने तीसरा हमला, 3 रॉकेट दागे गए January 20, 2020 at 03:48PM

बगदाद. इराक की राजधानी बगदाद में सोमवार देर रात अमेरिकी दूतावास पर तीन रॉकेट से हमला हुए।हालांकि, किसी नुकसान की खबर नहीं है। न्यूज चैनलअल अरबिया ने सुरक्षा सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि धमाके के बाद ग्रीन जोन में सुरक्षा अलार्म बजने लगा। अमेरिकी दूतावास बगदाद के उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र ग्रीन जोन में स्थित है।

इससे पहले बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर 7 और 8 जनवरी को भी रॉकेट से हमला किया गया था। 7 जनवरी को ईरान ने इराक में स्थित दो अमेरिकी सैन्य बेसों पर 22 मिसाइलें दागी थीं। ईरान ने दावा किया था कि अनबर प्रांत में ऐन अल-असद एयर बेस और इरबिल के एक ग्रीन जोन पर हमले में अमेरिका के 80 सैनिक मारे गए।

किसी अमेरिकी सैनिक को नुकसान नहीं हुआ: ट्रम्प

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के दावे को झूठा करार दिया था। उन्होंने कहा था कि हमारे किसी सैनिक को कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं, 8 जनवरी को दो रॉकेट दागे गए थे। ग्रीन जोन पर हुए हमलों के लिए अमेरिका ईरान समर्थित अर्धसैनिक समूहों को दोषी ठहराता रहा है।

3 जनवरी को अमेरिकी ड्रोन हमले में सुलेमानी मारा गया था

बगदाद एयरपोर्ट पर तीन जनवरी को अमेरिका द्वारा किए गए ड्रोन हमले में ईरान की इलीट कुद्स सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी और इराक के ईरान समर्थित संगठन- पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स (पीएमएफ) के कमांडर अबु महदी अल-मुहंदिस समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है।



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बगदाद स्थित ग्रीन जोन कड़ी सुरक्षा वाला क्षेत्र है, यहां कई देशों के दूतावास मौजूद हैं।

होटल में गर्म पानी का पाइप फटा, बेसमेंट में बने कमरों में पानी भरने से एक बच्चे समेत 5 की मौत January 20, 2020 at 05:52AM

मॉस्को. रूस के पर्म शहर के एक होटल में सोमवार तड़के बड़ा हादसा हो गया। गर्म पानी का पाइप फटने से होटल के बेसमेंट में बने कमरों में पानी भर गया। इसकी चपेट में आने से एक बच्चेसमेत 5 लोगों की मौत हो गई। अलसुबह का वक्त होने की वजह से लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। इस हादसे में तीन लोग बुरी तरह से जल गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।डॉक्टर आंद्रेई बाबिकोव ने बताया कि हादसे में एक महिला 33 फीसद तक जल गई है। वहीं, दो लोगों की स्थिति काफी गंभीर है। जिनकी उम्र 25 से 28 साल के बीच बताई जा रही है।

गर्वनर ने रेस्क्यू कर्मचारियों की तारीफ की

रीजनल गवर्नर मेक्सिम रेशटेनिकॉव ने बताया कि यह हादसा बेहद भयानक है।जांच के लिए एक मॉनिटरिंग सर्विस का गठन किया जाएगा,जो पड़ताल करेगी कि मौत लापरवाही की वजह से तो नहीं हुई।उन्होंने लोगों को रेस्क्यू करने वाले कर्मचारियों की तारीफ की। इस घटना का सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें होटल के प्रवेश द्वार पर गर्म पानी फैला नजर आ रहा है और इमरजेंसी टीम मौके पर है।

स्थानीय न्य़ूज एजेंसी के मुताबिक गर्म पानी का जो पाइप फटा है, वह 1962 से इस्तेमाल हो रहा था। पहले भी इसमें कई बार धमाके हो चुके थे। इसके बाद भी इसे नहीं बदला गया था।



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होटल कैरेमल का प्रवेश द्वार।

Alaska volcano spews thick ash cloud, triggering aviation warning January 20, 2020 at 05:28AM

Shishaldin Volcano, one of the most active in Alaska, kicked out a plume of ash that satellite imagery detected as high as 28,000 feet (8,535 m) above sea level, according to the Alaska Volcano Observatory, the joint federal-state-university office that tracks the state's many volcanoes.

After fire, dust and hail play havoc on Australian summer January 20, 2020 at 05:22AM

The vast clouds of thick red dust have smothered inland towns such as Dubbo in the country's most populous state, New South Wales, adding to the run of unusual weather that has disrupted the country since hundreds of bushfires broke out in September.

'बम साइक्लोन' से 3 राज्यों में भारी तबाही, सेंट जॉन में रिकॉर्ड 30 इंच बर्फबारी; फंसे लोगों को निकालने सेना पहुंची January 20, 2020 at 04:03AM

मॉन्ट्रियल (कनाडा). बर्फीले तूफान 'बम साइक्लोन' ने न्यू फाउंडलैंड, अटलांटिक और लैब्राडोर राज्य में तबाही मचा दी। शुक्रवार और शनिवार को साइक्लोन की चपेट में आने के बाद न्यू फाउंडलैंड की राजधानी सेंट जॉन में इतिहास में अब तक के सबसे भारी बर्फबारी दर्ज की गई। सेंट जॉन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 120 से 157 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, जिससे हवाई सेवाएं थम गईं।

मौसम विज्ञानी रॉब कैरोल ने कहा- बम साइक्लोन तब बनता है, जब 24 घंटे के भीतर हवा का दबाव 24 मिलीबार या उससे ज्यादा हो जाता है। इसी वजह से राजधानी सेंट जॉन में बर्फबारी का अब तक का रिकॉर्ड टूट गया और शहर में एक दिन में 76.2 सेमी (30 इंच) बर्फ गिरी। सेंट जॉन में इससे पहले 5 अप्रैल, 1999 को 68.4 सेंटीमीटर (27 इंच) बर्फबारी हुई थी।

बर्फ जमने से घरों के दरवाजे बंद, लोग फंसे

पिछले सप्ताह की शुरुआत में अमेरिका के पूर्वोत्तर हिस्सों में तेज हवाओं, बर्फबारी और बारिश के लिए जिम्मेदार यह तूफान, कनाडा पहुंचकर बम साइक्लोन में तब्दील हो गया। इसके बाद बर्फबारी और तेज हवाओं ने कनाडा के तीन राज्यों में अपना असर दिखाया। सेंट जॉन शहर में कई फीट बर्फ जम जाने की वजह से घरों के दरवाजे बंद हो गए हैं और लोग उनमें फंसे हुए हैं। सड़कों पर खड़ी गाड़ियां कई फीट बर्फ के नीचे दफन हो गईं।

मेयर ने कहा- ऐसा तूफान कभी नहीं देखा

शहर के मेयर डैनी ब्रीन ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में इस तरह का तूफान कभी नहीं देखा। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा इसी शहर में रहा, लेकिन मैंने इससे पहले कभी इतनी बर्फबारी, तूफानी हवाओं और सब-कुछ सफेद परत के नीचे दबते हुए नहीं देखा।" उन्होंने कहा कि शनिवार की सुबह जब बर्फ साफ करने वाली मशीन पहुंची, तो वे केवल उसे सुन सकते थे, क्योंकि बर्फबारी की वजह से कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। उन्होंने कहा- मेरी लंबाई करीब 5 फीट, 8 इंच है, लेकिन मेरे सामने मेरी ऊंचाई से ज्यादा बर्फ है और मेरे सामने के कदम के सामने की बर्फ मेरे सिर के ऊपर है। मुझे सड़क पर खड़ी अपनी कार भी नजर नहीं आ रही है। वह बर्फ के नीचे दब चुकी है।

प्रीमियर ने सेना की मदद मांगी

न्यूफ़ाउंडलैंड के प्रीमियर ड्वाइट बॉल ने बर्फ में दबे लोगों की खोज और बचाव के लिए सेना की मदद मांगी थी। प्रीमियर की मांग पर न्यूफाउंडलैंड और लेब्राडोर में 150 से 200 सैनिक भेजे गए हैं। इन सैनिकों को बर्फ के नीचे दबे लोगों की खोज और फंसे हुए लोगों को निकालने का काम सौंपा गया है।

रक्षा मंत्री ने कहा- हालात असामान्य

रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन ने कहा- वहां हालात असामान्य हैं। अगले एक से दो दिनों में सैनिकों की संख्या बढ़ानी पड़ सकती है। हम सक्रिय और रिजर्व मिलाकर 250 से 300 सैनिकों को भेजने की योजना बना रहे हैं। राहत और बचाव दल के लिए दो ग्रिफॉन हैलीकॉप्टर और दो हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट विमान भी भेजे हैं। हैलीकॉप्टर बर्फ में फंसे लोगों की खोज में मददगार होंगे, तो वहीं ट्रांसपोर्ट प्लेन से सैनिकों और नागरिकों के लिए रसद और दवाइयों का इंतजाम किया जाएगा।

अभी और बर्फबारी हो सकती है

इस बीच कनाडा के मौसम विभाग ने कहा है कि अभी तूफान के असर से चार से छह इंच बर्फबारी और हो सकती है। ऐसे में ताजा बर्फबारी के बीच शहर में राहत और बचाव कार्य में बाधा आ सकती है।



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सेंट जॉन शहर में कई फीट तक बर्फ जम गई।
बर्फबारी के दौरान एक घर के सामने का नजारा।
हाइवे पर कई गाड़ियां बर्फ में दब गईं।
बर्फ जमने से घरों के दरवाजे जाम हो गए।
बर्फबारी के बाद शहर की एक गली की तस्वीर।

न्यू साउथ वेल्स में धूल भरी आंधी, दिन में ही अंधेरा छाया; विक्टोरिया में चेतावनी जारी January 20, 2020 at 12:27AM

न्यू साउथ वेल्स (ऑस्ट्रेलिया). ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में रविवार को धूल भरी आंधी की वजह से दिन में ही अंधेरा छा गया। सोशल मीडिया पर इसके कई वीडियो शेयर किए गए। इसमें न्यू साउथ वेल्स के आसपास के शहरों में धूल भरी आंधी दिख रही है।

मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि पार्क्स शहर में हवाओं की रफ्तार 94 किमी/घंटा थी। जबकि डुब्बो शहर में 107 किमी/घंटा दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक रोज बर्र ने कहा कि रविवार को न्यू साउथ वेल्स के मध्य, उत्तरी और पूर्वी हिस्सों में बारिश भी हुई।

विक्टोरिया में सबसे ज्यादा 56.6 मिमी बारिश हुई

राज्य आपातकालीन सेवा को रविवार सुबह से सहायता के लिए 1453 फोन आए। इनमें इमारत ध्वस्त होने के 1000 से ज्यादा कॉल थे। विक्टोरिया के पूर्वी गिप्सलैंड में सबसे ज्यादा 56.6 मिमी बारिश हुई। मेलबर्न के उत्तर-पूर्व में गरज के साथ तेज आंधी चली। ज्यादातर इलाकों में 10 से 15 मिमी बारिश हुई, जबकि डॉनकास्टर में 27 मिमी बारिश हुई।

लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया

कुछ इलाकों में ओलावृष्टि से बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है। विक्टोरिया की आपातकालीन सेवा मंत्री लिसा नेविल का कहना है कि अगले कुछ दिनों में बाढ़ और तेज आंधी देखीजा सकतीहै। विक्टोरिया में रविवार को इमरजेंसी वॉर्निंग जारी की गई है। यहां 14 बुशफायर जल रहे हैं। पास्टोरिया में आग की वजह से लोगों की जान को खतरा था। हालांकि, बाद में इस पर काबू पा लिया गया। आपातकालीन चेतावनी के तहत लोगों से सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा गया है। विक्टोरिया में भयंकर तूफान और फ्लैश बाढ़ की चेतावनी भी दी गई है।



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