Friday, January 17, 2020

सुप्रीम लीडर खामनेई ने कहा- हमने घमंडी अमेरिका को करारा तमाचा लगाया, ट्रम्प बोले- जुबान संभाल कर बोलें January 17, 2020 at 07:40PM

तेहरान. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई को जुबान संभाल कर बोलने की चेतावनी दी है। ट्रम्प ने कहा कि ईरान के सुप्रीम लीडर कहे जाने वाले ज्यादा सुप्रीम (सर्वोच्च) नहीं रह गए हैं। उनके पास अमेरिका और यूरोप के लिए कई बकवास बाते हैं। उनकी अर्थव्यवस्था तबाह हो रही है और लोग परेशान हो रहे हैं। उन्हें अपने शब्दों को सोच समझकर इस्तेमाल करने चाहिए। दरअसल, खामनेई ने अपने हालिया बयान में अमेरिकी नेताओं को जोकर कहा था। साथ ही उन्होंने कहा था कि अमेरिकी ठिकानों पर हमला कर ईरान ने एक घमंडी और आक्रामक ताकत को करारा तमाचा लगाया है।

सुप्रीम लीडर खामनेई ने अमेरिका के खिलाफ यह बात ईरान की जनता को धार्मिक उपदेश देने के दौरान कहीं। वे सेना की विशेष टुकड़ी कुद्स फोर्स के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका से जारी तनाव पर बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने तेहरान में हुए विमान हादसे पर दुख भी जताया। जिस दिन ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी बेसों पर हमला किया था, उसी दिन यूक्रेन का एक विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद ईरानी मिसाइल लगने से क्रैश हो गया था। हादसे में 176 लोगों की मौत हुई थी।

खामनेई ने अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा, “अमेरिकी जोकर झूठ ही कहते हैं कि वे ईरानी लोगों के साथ खड़े हैं। अगर तुम ईरान के साथ होते, तो जहरीले खंजर से उनके दिल पर वार नहीं करते। तुम अब तक बुरी तरह नाकाम रहे हो और आगे भी नाकाम ही रहोगे।” उन्होंने कहा, “जनरल सुलेमानी पूरे क्षेत्र के लिए आतंक विरोधी कमांडर थे। अमेरिका ने सबसे ताकतवर कमांडर की हत्या कर दी। उन्होंने जनरल सुलेमानी का युद्धक्षेत्र में सामना नहीं किया। हमने अमेरिका को जवाब देकर अमेरिका की इज्जत को करारी चोट पहुंचाई है।”

##

इस पर ट्रम्प ने ट्वीट में कहा “ईरान के शानदार लोग, जो अमेरिका से प्यार करते हैं, उन्हें ऐसी सरकार मिलनी चाहिए जो उन्हें मारने की जगह उनकी मांगों का सम्मान करे। ईरान को तबाही की ओर ले जाने की जगह वहां के नेताओं को आतंक छोड़ना चाहिए और ईरान को महान बनाने के लिए काम करना चाहिए।”



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने कहा- अमेरिका ने युद्धक्षेत्र में जनरल सुलेमानी का सामना नहीं किया।

US to screen passengers for new China coronavirus at 3 airports January 17, 2020 at 06:59PM

ईरान के विदेश मंत्री बोले- अगर भारत चाहे तो अमेरिका को हमारे साथ परमाणु समझौते में वापस आने के लिए मना सकता है January 17, 2020 at 05:41PM

मुंबई. ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा है कि अगर भारत चाहे तो अमेरिका को हमारे साथ 2015 के परमाणु समझौते में वापस लाने में अहम भूमिका निभा सकता है। तीन दिनों के दौरे पर भारत आए ईरानी विदेश मंत्री ने कहा, “अमेरिका अप्रैल 2018 में हमारे साथ किए गए समझौते से बाहर हो गया। हम इससे पहले तक साथ काम कर रहे थे। लेकिन फिर उसने डील छोड़ने का फैसला कर लिया। भारत के हमारे (ईरान) और अमेरिका दोनों से बेहतरीन रिश्ते हैं। ऐसे में वह चाहे तो अपने समझौते के तहत अमेरिका को समझौते में वापस लाने में मदद कर सकता है। हम इस संभावना से इनकार नहीं करते।”

दरअसल, ओबामा ने 2015 में राष्ट्रपति रहते हुए अमेरिका-ईरान के संबंध सुधारने के लिए परमाणु समझौते की पेशकश की थी। इसमें ईरान ने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने की बात की। इसके बदले अमेरिका ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों में थोड़ी ढील दी गई। लेकिन ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनने के बाद यह समझौता रद्द कर दिया और दोनों देशों दुश्मनी फिर शुरू हो गई।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Iran Foreign Minister Javad Zarif says India can play leading role in bringing US back into compliance with nuclear deal

Xi vows 'new era' of China-Myanmar ties January 17, 2020 at 03:08AM

Chinese President Xi Jinping vowed to usher in a "new era" of ties with Myanmar after a red carpet welcome on Friday on a state visit aimed at buttressing the embattled government of Aung San Suu Kyi and driving through multi-billion-dollar infrastructure deals.

China frees #MeToo activist held for three months: Lawyers January 17, 2020 at 02:19AM

Law enforcement must find out who secretly recorded Ukraine PM: Zelenskiy January 17, 2020 at 02:16AM

South Korea to decide fate of 1st transgender soldier January 17, 2020 at 02:02AM

In the first such case in South Korea, military officials will determine next week whether to discharge a solider who recently undertook gender reassessment surgery, officials said Friday.

Iran can take fight beyond its borders, Khamenei says January 17, 2020 at 01:53AM

In his first Friday prayers sermon in eight years, Ayatollah Ali Khamenei also told thousands of Iranians who chanted "Death to America" that European states could not be trusted after they launched a nuclear agreement dispute mechanism.

चीन की अर्थव्यवस्था में लगातार तीसरी साल गिरावट; 2019 में विकास दर 6.1% पहुंची, यह 29 साल में सबसे कम January 17, 2020 at 12:00AM

बीजिंग. चीन के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पिछले साल 29 साल में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। 2019 में चीन की जीडीपी में महज 6.1% की बढ़त हुई। चीन की सरकार ने शुक्रवार को कहा- कमजोर घरेलू मांग और अमेरिका के साथ 18 महीने तक चले ट्रेड वॉर की वजह से अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा। 2019 में दुनिया की दूसरी सबसे अर्थव्यवस्था चीन की विकास दर 1990 के बाद सबसे कम रही। अमेरिका के साथ ट्रेडवॉर और घटते निर्यात की वजह से 2018 में चीन की अर्थव्यवस्था 28 साल के निचले स्तर 6.6% पर पहुंची थी। इससे पहले 2017 में विकास दर 6.8% रही थी। चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (एनबीएस) के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर से 1.5 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार प्रभावित हुआ।

बुधवार को चीन और अमेरिका ने पिछले 18 महीने से जारी ट्रेड वॉर थामने के लिए पहले चरण के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके एक दिन बाद (गुरुवार) चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (एनबीएस) ने कहा था कि पिछले डेढ़ साल में अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे के निर्यात पर 25% कर लगाया, जिससे दोनों देशों के बीच 1.5 ट्रिलियन डॉलर के व्यापार पर असर पड़ा।

विकास दर सरकारी अनुमान के मुताबिक
एनबीएस ने कहा कि देश की जीडीपी ने 6.1% ग्रोथ हासिल की, जो सरकार द्वारा निर्धारित 6-6.5% के निर्धारित लक्ष्य के भीतर है। चीन की सरकार के लिए संतोष की बात यह रही कि अर्थव्यवस्था का आकार 2018 में 13.1 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर, 2019 में 14.38 ट्रिलियन डॉलर हो गया। हालांकि यह दर सरकार की तरफ से तय 6.2% से कम है।

राष्ट्रपति ने 6% से कम विकास दर को गंभीर कहा था
अधिकारियों के लिए राहत की बात यह रही कि जीडीपी ग्रोथ मनोवैज्ञानिक तौर पर अहम समझे जाने वाले 6% के निशान से ऊपर है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा था कि जीडीपी ग्रोथ 6% से नीचे नहीं जाना चाहिए, अन्यथा यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर संकट हो सकता है।

समझौते के बावजूद चीनी सामान पर कर बरकरार
अमेरिका की तरफ से भारी कर लगा दिए जाने से चीनी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा था। बुधवार को ट्रेड वॉर रोकने के लिए पहले चरण के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका दूसरे चरण का समझौता होने तक 360 बिलियन डॉलर मूल्य के चीनी उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ जारी रहेगा।

यह केवल अंतरिम समझौता: अर्थशास्त्री
अर्थशास्त्री और नैटिक्सिस की एशिया प्रशांत प्रभारी एलिसिया गार्सिया हेरेरो ने स्थानीय अखबार को बताया- दोनों देशों के बीच पहले चरण का समझौता अंतरिम है और दूसरे चरण के समझौते तक चीनी माल को टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी। इस द्विपक्षीय समझौते के विवाद निवारण चैप्टर में यह प्रावधान है कि अगर कोई एक पक्ष इससे संतुष्ट न हो, तो वह इसमें संशोधन कर सकता है या समझौता तोड़ा भी सकता है।

2020 तक नागरिकों की आमदनी दोगुनी करने का लक्ष्य
एनबीएस के आंकड़ों के अनुसार, चीन की प्रति व्यक्ति डिस्पोजेबल आय 2019 में 30,733 युआन (4,461.95 अमेरिकी डॉलर) थी, जो पिछले साल से 5.8% ज्यादा थी। वहीं, चीन में प्रति व्यक्ति उपभोक्ता खर्च में 5.5% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 2019 में यह 21,559 युआन तक पहुंच गया। मूल्य आधारित औद्योगिक उत्पादन सूचकांक ने 2019 में 5.7% की दर से प्रगति की, जो 2018 के 6.2% से कम रहा। वहीं, दिसंबर में फिक्स्ड-एसेट इनवेस्टमेंट (एफएआई) में 5.4% की बढ़त दर्ज हुई, जो साल के पहले 11 महीनों में से 0.2% ज्यादा रहा।चीन ने 2010 के मुकाबले 2020 तक अपने ग्रामीण और शहरी नागरिकों की प्रति व्यक्ति आय को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
चीन ने 2020 तक नागरिकों की आमदनी को 2010 के मुकाबले दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।

Royal rift: UK monarchy will look smaller when dust settles January 16, 2020 at 10:28PM

But the changes have come at a terrible cost for Charles, who has seen his brother Prince Andrew disgraced and his once close sons, Prince William and Prince Harry, become estranged. The trials and tribulations of Andrew and Harry - one tainted for a close friendship with a convicted sex offender, the other unwilling to continue his high-profile role - will take both out of their royal duties, leaving a smaller, more modest royal apparatus.

अमेरिकी सैन्य अधिकारी का दावा, मिसाइल दागने के बाद 11 सैनिकों को नुकसान हुआ January 16, 2020 at 10:45PM

बगदाद. ईराक में अमेरिकी सैन्य बेस पर 8 जनवरी को हुए मिसाइल हमले में 11 अमेरिकी सैनिकों को नुकसान पहुंचने की बात सामने आई है। अमेरिका के सेंट्रल कमांड के प्रवक्ता कैप्टेन बिल अर्बन ने शुक्रवार कोकहा कि हमले के बाद सैनिकों को कॉनक्युसन सिम्पटम की शिकायत हुई थी। अभी भी उनकी जांच जारी है। हालांकिकिसी की मौत नहीं हुई थी। इससे पहलेअमेरिका ने हमले में अपने किसी सैनिक को नुकसान पहुंचने की बात से इनकार किया था।

ईरान ने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या लेने के लिए 8 जनवरी की सुबह इराक के अनबर प्रांत में स्थित ऐन अल-असद बेस और इरबिल में एक ग्रीन जोन (अमेरिकी सैन्य ठिकानों) पर 22 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थी।

हमले के एक दिन बाद हुई सैनिकों को समस्या

सैनिकों में कॉनक्युसन सिम्पट हमले के एक दिन बाद एतियातन सैनिकों की मेडिकल जांच के बाद सामने आए। इनमें से 8 सैनिकोंको आगे की जांच के लिए जर्मनी और 3 को कुवैत भेजा गया है। हमले के तुरंत बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर सबकुछ ठीक होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली और सैन्य उपकरणों से लैस सेना है।


क्या है कॉनक्युसन सिम्पटम
कॉनक्युसन सिम्पटम एक तरह की ब्रेन इंजरी है। आम तौर पर इसका प्रभाव अस्थायी होता है। इसमें सिर दर्द और कुछ देर के लिए यादाश्त जाने ,शरीर के संतुलन पर प्रभाव पड़ने जैसी शिकायतें हो सकती हैं। सिर में या शरीर के ऊपरी हिस्से में चोट लगने के कारण इसके लक्षण सामने आते हैं। कई बार यह लक्षण कब आते और जाते हैं इंसान को इसका पता भी नहीं चलता।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ईरान ने 8 जनवरी की सुबह  इराक के अनबर प्रांत में स्थित ऐन अल-असद बेस पर 22 मिसाइलें दागी थी।

रूस बोला- कश्मीर भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा, हम कभी इसे संयुक्त राष्ट्र में उठाने के पक्ष में नहीं रहे January 16, 2020 at 10:27PM

नई दिल्ली. रूस ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है। भारत में रूस के राजदूत निकोलाय कुदाशेव ने शुक्रवार को कहा कि हम कभी कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाए जाने के पक्ष में नहीं रहे, क्योंकि यह असल रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच का मामला है। उन्हें शिमला और लाहौर समझौते के आधार पर इसका हल करना है।

चीन ने एक दिन पहले ही पाकिस्तान की तरफ से यूएन की बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। हालांकि, ज्यादातर देशों ने इस पर असहमति जताते हुए कहा था कि यह दो देशों का द्विपक्षीय मसला है। इसलिए इस मंच पर कश्मीर की चर्चा नहीं होनी चाहिए।

कश्मीर को लेकर भारत पर पूरा भरोसा: रूसी राजदूत

कुदाशेव ने कश्मीर के हालात सुधारने के लिए भारत की तरफ से उठाए कदमों पर भी भरोसा जताया। उन्होंने कहा, “मुझे कश्मीर जाने की कोई वजह समझ नहीं आती, क्योंकि यह भारत का आंतरिक मामला है। कश्मीर मामला भारत के संवैधानिक दायरे में आता है। इसलिए मेरे वहां जा कर स्थिति देखने की कोई जरूरत नहीं।

रूसी राजदूत ने पश्चिमी देशों पर तंज कसते हुए कहा, “जो भी लोग कश्मीर की स्थिति और वहां उठाए जा रहे भारत के कदमों को लेकर आशंकित हैं, वे जब चाहें तब कश्मीर जा कर स्थिति देख सकते हैं। कश्मीर मामले में हमें भारत पर कभी शक नहीं रहा।” कुदाशेव का यह बयान अमेरिका, यूरोप और अफ्रीकी देशों के राजनयिकों के 16 सदस्यीय डेलिगेशन के कश्मीर दौरे के बाद आया है। इन सभी देशों के नेता कश्मीर के हालात जानने पहुंचे थे।

2025 तक भारत को सारे एस-400 सिस्टम डिलीवर होंगे
रूस के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन रोमन बाबुश्किन ने कहा है कि भारत को दी जाने वाली एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। सभी सिस्टम 2025 तक अलग-अलग चरणों में भारत को सौंप दिए जाएंगे। भारत ने दिसंबर 2018 में रूस से 5 अरब डॉलर में एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने का समझौता किया था। इसमें से 80 करोड़ की पहली किश्त रूस को दी जा चुकी है।

भारत ने 5 अरब डॉलर में किया है एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम का समझौता।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
मोदी सरकार ने 5 अगस्त को कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था, इसके बाद से ही रूस इसे भारत का आंतरिक मामला बताता रहा है।

भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.6% से घटाकर 5.7% किया; फिर भी सरकारी अनुमान से 0.7% ज्यादा January 16, 2020 at 10:24PM

नई दिल्ली. यूनाइटेड नेशंस (संयुक्त राष्ट्र) ने 2019-20 में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.6% से घटाकर 5.7% कर दिया। हालांकि, यह सरकार और आरबीआई के 5% के अनुमान से 0.7% ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र ने अगले वित्त वर्ष (2020-21) में 6.6% ग्रोथ की उम्मीद जताई है, पिछला अनुमान 7.4% का था। भारत समेत दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती की वजह से यूएन ने ग्रोथ अनुमान कम किया है। 2020 में चीन की ग्रोथ का अनुमान 6.1% से घटाकर 6% किया है। इस बीच चीन ने शुक्रवार को सालाना ग्रोथ के आंकड़े भी जारी कर दिए। अमेरिका से ट्रेड वॉर के असर की वजह से चीन की जीडीपी ग्रोथ 2019 में 6.1% रही, यह 30 साल में सबसे कम है। फिर भी भारत की अनुमानित सालाना ग्रोथ (5%) के मुकाबले 1.1% ज्यादा है।

जीडीपी ग्रोथ 11 साल में सबसे कम रहने का अनुमान

संस्था/एजेंसी पिछला अनुमान मौजूदा अनुमान
यूनाइटेड नेशंस 7.6% 5.7%
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) * 5%
आरबीआई 6.1% 5%
एसबीआई 6.1% 5%
वर्ल्ड बैंक 6% 5%
एशियन डेवलपमेंट बैंक 6.5% 5.1%
मूडीज 5.8% 5.6%
नॉमूरा 5.7% 4.9%

*सीएसओ ने अभी पहला अनुमान ही जारी किया है, दूसरा अनुमान फरवरी में आएगा।

  • ग्रोथ रेट 5% रहती है तो यह 11 साल में सबसे कम होगी, इससे कम 3.1% ग्रोथ 2008-09 में दर्ज की गई थी।
  • 2018-19 में देश की जीडीपी ग्रोथ 6.8% रही थी, यह 5 साल में सबसे कम।
  • जुलाई-सितंबर तिमाही में ग्रोथ सिर्फ 4.5% रही थी, यह 26 तिमाही में सबसे कम।

जीडीपी ग्रोथ में गिरावट क्यों?

  • ऑटो सेक्टर में पिछले साल मंदी छाई रही। वाहनों की बिक्री में 19 साल की सबसे तेज गिरावट दर्ज की गई। देश की जीडीपी में ऑटो इंडस्ट्री का 7% और मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी में 49% शेयर है।
  • सितंबर में कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती जैसे बड़े कदम के बावजूद देश में औद्योगिक गतिविधियों में सुस्ती बनी हुई है। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) में लगातार गिरावट दर्ज की गई। सितंबर में आईआईपी 4.3% घट गया। यह 8 साल में सबसे तेज गिरावट थी। अक्टूबर में 3.8% कमी आई। हालांकि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गतिविधियों में सुधार की वजह से नवंबर में औद्योगिक उत्पादन में 1.8% तेजी आई।
  • अर्थशास्त्रियों के मुताबिक नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (एनबीएफसी) का नकदी संकट भी जीडीपी ग्रोथ में गिरावट की मानी जा रही है।

खुदरा महंगाई दर साढ़े पांच साल में सबसे ज्यादा
दिसंबर में खुदरा महंगाई दर 7.35% रही। यह जुलाई 2014 के बाद सबसे ज्यादा है। सब्जियों खासकर प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से दिसंबर में महंगाई दर ज्यादा प्रभावित हुई। सब्जियां दिसंबर में 60.5% महंगी हुईं। दालों की कीमतों में 15.44% इजाफा हुआ।

बेरोजगारी दर 45 साल में सबसे ज्यादा, 2017-18 में 6.1% थी
जनवरी 2019 में राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के दो सदस्यों पीसी मोहनन और जीवी मीनाक्षी ने इस्तीफा दे दिया था। दोनों ने सरकार द्वारा बेरोजगारी रिपोर्ट जारी नहीं करने के विरोध में इस्तीफा दिया था। कुछ ही दिन बाद नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) की रोजगार से जुड़ी एक रिपोर्ट लीक हुई। इसमें बताया गया कि 2017-18 में बेरोजगारी दर 45 साल में सबसे ज्यादा 6.1% के स्तर पर पहुंच गई। ग्रामीण क्षेत्रों में यह 5.3% और शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 7.8% रही। इनमें नौजवान बेरोजगार सबसे ज्यादा थे, जिनकी संख्या 13% से 27% थी। 2011-12 में बेरोजगारी दर 2.2% थी। 2016 की नोटबंदी के बाद रोजगार से जुड़ा यह पहला सर्वे था। हालांकि, तब नीति आयोग ने इन आंकड़ों को अपुष्ट बताया था। लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत और नई सरकार बनने के बाद केंद्र ने मई ने बेरोजगारी के यही आंकड़े जारी किए थे।

पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस साल 16 लाख रोजगार घटेंगे: एसबीआई
एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट ईकोरैप में यह आशंका जताई गई है। इसके मुताबिक 2018-19 के मुकाबले इस साल, यानी 2019-20 में रोजगार के करीब 16 लाख अवसर घटने वाले हैं। अर्थव्यवस्था में लगातार आ रही गिरावट के कारण रोजगार प्रभावित हो रहे हैं।

शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर पर

सेंसेक्स पहली बार 42,000 के ऊपर है। पिछले दिनों कुछ बड़ी गिरावटों के बावजूद सेंसेक्स बीते डेढ़ महीने में 1000 अंक के फायदे में रहा है। 27 नवंबर को 41000 पर था। विश्लेषकों के मुताबिक विदेशी निवेशकों की खरीदारी से बाजार में तेजी आ रही है। इस महीने विदेशी निवेशकों ने अब तक करीब 524 करोड़ रुपए का नेट इन्वेस्टमेंट किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर परअमेरिका-चीन के बीच टैरिफ वॉर थमने और घरेलू मोर्चे पर बजट में बड़ी घोषणाओं की उम्मीद से निवेशक खरीदारी कर रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
India GDP Growth Rate 2020 | United Nation (UN) WESP On India India GDP Growth Rate, Indian Economy Latest News and Updates; India's GDP growth from 7.6 Percent to 5.7 Percent

Ukrainian prime minister offers resignation January 16, 2020 at 10:24PM

​​"To remove any doubts about our respect for and trust in the president, I have written a resignation letter and handed it over to the president," Oleksiy Goncharuk wrote on his official Facebook page.

During impeachment trial, Trump will be chilling in Swiss resort January 16, 2020 at 10:04PM

Trump is so confident that his Republican party majority will stay loyal that he sees no risk in jetting to Switzerland for the annual World Economic Forum on Tuesday, right as lawmakers convene for the historic trial.