Friday, February 21, 2020

बगैर इंसानी मदद के चीन तैयार कर रहा दवाएं, कोरोनावायरस के इलाज में मददगार February 21, 2020 at 09:31PM

नैनजिंग (चीन). कोरोनावायरस के तेजी से फैलने के चलते चीन में कई दवा कंपनियों में कामकाज पूरी तरह से ठप हो गया है। फार्मासिस्टअपने घरों से निकलकर कंपनी तक जाने में डर रहे हैं। इसका दवाईयों के उत्पादन पर काफी असर पड़ा है। ऐसे में एक निजी फार्मास्युटिकल कंपनी ने बगैर इंसानी मदद के दवा तैयार करने का नायाब तरीका खोज निकाला है।

कंपनी के लिए सुजहॉ क्सिनहेंग ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी लिमिटेड ने मशीन तैयार की है। यह मशीन चंद मिनटों में कोरोनावायरस के इलाज में काम आने वाली परंपरागत दवाईयों कोतैयार करती है। खास बात है कि इस काम में किसी भी इंसान की जरूरत नहीं पड़ती है। इस मशीन से तैयार होने वाली दवाईयों को वुहान के अस्पतालों में सप्लाई की जा रही है।

48 तरह की दवाईयां तैयार करती है मशीन
कंपनी के चेयरमैन लू हायइंग बताते हैं कि इस मशीन की लंबाई 2 मीटर और चौड़ाई 0.6 मीटर है। कुल 1.2 स्क्वेयर मीटर की इस मशीन में 48 तरह की हर्बल दवाईयां तैयार होती हैं। जिसे कोरोनावायरस के इलाज में प्रयोग किया जाता है। लू का कहना है कि वायरस के तेजी से फैलने के चलते जहां दवाईयों की डिमांड बढ़ गई थी वहीं फार्मासिस्टोंके न आने से उत्पादन की प्रक्रिया पूरी तरह से ठप हो गई थी। ऐसे में इस मशीन का आइडिया आया।

60 फार्मासिस्ट का काम करती है मशीन
लू हायइंग का दावा है कि यह मशीन पांच सेकेंड में एक डोज दवा तैयार करती है।इसकी मदद से प्रतिदिन 1100 मरीजों का इलाज संभव हो रहा है। एक दिन में 60 फार्मासिस्टों का काम करने में यह मशीन सक्षम है।



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चीन में दवा तैयार करने वाली मशीन. (फाइल)

Iran counts votes in election stacked in favour of hardliners February 21, 2020 at 09:13PM

मेलानिया दिल्ली के स्कूल में बच्चों से मिलेंगी, कार्यक्रम से केजरीवाल और सिसोदिया का नाम हटाया गया February 21, 2020 at 09:11PM

नई दिल्ली/अहमदाबाद/आगरा.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने परिवार के साथ 24 फरवरी को दो दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे। इस दौरान उनका पहला पड़ाव अहमदाबाद होगा। पूरे शहर में प्रधानमंत्री मोदी के साथ ट्रम्प के पोस्टर लगाए गए हैं। ट्रम्प हाउडी मोदी की तर्ज पर यहां के मोटेरा स्टेडियम में नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसके बाद ट्रम्प, उनकी पत्नी मेलानिया, बेटी इवांका और दामाद के आगरा में ताजमहल देखने का भी कार्यक्रम तय है।

अमेरिका की फर्स्ट लेडीमेलानिया ट्रम्प 25 फरवरी को दिल्ली के एक स्कूल की हैप्पीनेस क्लास में बच्चों से मुलाकात करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, अब मेलानिया के इस कार्यक्रम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम हटा दिया गया है। इससे पहले दोनों नेता मेलानिया के साथ मौजूद रहने वाले थे, क्योंकि यह स्कूल दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है। आम आदमी पार्टी ने केंद्र के दवाब में दोनों नेताओं के नाम हटाने का आरोप लगाया है।

आगरा: ट्रम्प-मेलानिया के पोस्टर, मोदी का जाना तय नहीं

अहमदाबाद के कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद ट्रम्प और मेलानिया परिवार के साथ ताजमहल देखने के लिए 24 फरवरी की शाम आगरा जाएंगे। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। पूरे शहर में मोदी-ट्रम्प, ट्रम्प-मेलानिया और अमेरिकी राष्ट्रपति को बधाई देते पोस्टर लगाए गए हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि ट्रम्प दंपती के साथ मोदी भी आगरा पहुंचेंगे। हालांकि, सूत्रों ने इसकी पुष्टि नहीं की। न ही यहां इसके लिए अब तक अधिकारियों ने यहां तैयारियां की गई हैं।

अहमदाबाद: मोदी-ट्रम्प के पोस्टर, साबरमती आश्रम में तैयारियां

गुजरात में ट्रम्प के दौरे की तैयारियां जोरों पर हैं। वे अहमदाबाद एयरपोर्ट से मोटेरा स्टेडियम तक करीब 11 किमी का रोड शो करेंगे। इसके बाद नमस्ते ट्रम्प कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां करीब 1 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना है। ट्रम्प साबरमती आश्रम भी जाएंगे। यहां के एक अधिकारी ने कहा कि हमारी परंपरा के मुताबिक, आश्रम में अतिथियों के स्वागत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।



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अमेरिका की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प। (फाइल)
आगरा में योगी सरकार ने मोदी-ट्रम्प के पोस्टर लगाए।
पंजाब के अमृतसर में आर्टिस्ट ने ट्रम्प की पेंटिंग बनाई।
अहमदाबाद मोदी-ट्रम्प और मेलानिया के पोस्टरों से पटा।
अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम की सुरक्षा कड़ी की गई।

भारत का आरोप- चीन से भारतीयों को लाने गए विमान को क्लीयरेंस नहीं मिल रहा, चीनी अफसर मदद लेने में भी कतरा रहे February 21, 2020 at 06:58PM

नई दिल्ली. कोरोनावायरस से चीन में अब तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। भारत ने वुहान से भारतीयों को लाने के लिए वायुसेना का विमान भेजा है, लेकिन अब तक चीनी अफसरों की तरफ से विमान को क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है। भारतीय अफसरों का कहना है कि दुनिया के कई देश चीन को मदद और अपने नागरिकों को लाने के लिए फ्लाइट्स भेज रहे हैं। सभी को चीन अनुमति दे रहा है, लेकिन भारतीय रिलीफ फ्लाइट्स को परमिशन नहीं दी जा रही? क्या वे भारत से मदद नहीं लेना चाहते।

भारतीय अफसरों का यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बाकायदा पत्र लिखकर इस आपदा में चीनी सरकार और लोगों के साथ रहने और हरसंभव मदद करने की बात कही थी।

अब तक 2300 की मौत
नोवेल कोरोनावायरस (कोविड-19) से अब तक चीन में 2345 मौत हो चुकी हैं। शुक्रवार को 109 लोगों की मौत हुई और 397 नए मामले सामने आए। अब तक 76 हजार 288 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 12 सदस्यीय टीम चीन पहुंच चुकी है, जो कोरोनावायरस के मामलों की जांच करेगी। टीम यह भी पता करेगी कि वायरस आखिर कैसे फैला। बताया जा रहा है कि टीम वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान का दौरा भी करेगी।


शुरुआत में टीम का केवल बीजिंग, गुआंगडॉन्ग और सिचुआन में ही जाने का कार्यक्रम था। हुबेई और उसकी राजधानी वुहान सूची में नहीं थे। अब तक चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित 20 हजार 659 लोगों को अस्पताल से घर जाने की अनुमति दे दी गई है।

इटली में पहली मौत
इटली में 78 साल के एक बुजुर्ग में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। उनकी मौत हो गई है। वायरस के चलते यह इटली में पहली मौत है। इसके बाद उत्तरी क्षेत्र लोम्बार्डी के 10 शहरों के सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। उधर, ईरान में भी वायरस से 2 लोगों की जान गई है। यहां वायरस से अब तक 4 मौत हो चुकी हैं। ईरान में 18 लोग संक्रमित हैं।



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भारत ने इस बार चीन से नागरिकों को लाने के लिए वायुसेना का विमान भेजा है।

अमेरिका ने कहा- पाकिस्तान आतंकियों पर सख्त कार्रवाई करे तो ही भारत बातचीत करेगा; ट्रेड डील पर संशय February 21, 2020 at 06:15PM

वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24 फरवरी को दो दिन के भारत दौरे पर आ रहे हैं। इसके पहले एक अमेरिकी अधिकारी ने भारत और पाकिस्तान के सामान्य संबधों पर जोर दिया। उनके मुताबिक, दोनों देशों के बीच बातचीत होनी चाहिए, लेकिन अमेरिका जानता है कि यह तभी संभव हो पाएगा, जब पाकिस्तान आतंकियों पर सख्त और निर्णायक कार्रवाई करे। दूसरी तरफ, यह भी खबर है कि भारत और अमेरिका अभी ट्रेड डील पर अंतिम फैसला नहीं कर पाए हैं। वहीं, ट्रम्प प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत में धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर भी बातचीत कर सकते हैं।

भारत-पाकिस्तान बातचीत से मुद्दे सुलझाएं
ट्रम्प के भारत दौरे से पहले एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, “अमेरिका चाहता है कि भारत और पाकिस्तान कश्मीर सहित बाकी मुद्दों को बातचीत से सुलझाएं। हालांकि, यह तभी मुमकिन है, जब पाकिस्तान आतंकियों पर सख्त और निर्णायक कार्रवाई करे। दोनों देशों की कोई भी वार्ता इस कार्रवाई के बिना सफल नहीं हो सकती। राष्ट्रपति इस बात पर भी जोर देंगे कि एलओसी पर शांति रहे और दोनों देश भड़काऊबयानबाजी और कार्रवाई से बचें। ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था, लेकिन हम जानते हैं कि भारत इसके लिए कभी तैयार नहीं होगा।”

ट्रेड डील पर फैसला नहीं
न्यूज एजेंसीके मुताबिक, भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर अब तक अंतिम फैसला नहीं हुआ है। इस बात की संभावना कम है कि ट्रम्प के भारत दौरे पर इससे संबंधित कोई समझौता या घोषणा हो। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, “भारत कुछ सेक्टर्स में विदेशी कंपनियों को प्रवेश देने के मामले में हिचकिचा रहा है। हम भारतीय अधिकारियों से डील को लेकर लगातार बातचीत कर रहे हैं। अमेरिका भी चाहता है कि दोनों देशों में कोई भी व्यापारिक समझौता हो तो संतुलन का खास ध्यान रखा जाए। उनकी कुछ चिंताएं हैं। हम बातचीत कर रहे हैं। उम्मीद है उनकी शंकाएं जल्द दूर कर पाएंगे।” खास बात ये है कि ट्रेड डील पर बातचीत करने वाले अमेरिकी अधिकारी रॉबर्ट लाइथजर ट्रम्प के साथ दौरे पर नहीं आएंगे।

मेक इन इंडिया पर भारत सख्त
इस अधिकार ने कहा, “मेक इन इंडिया को लेकर मोदी सरकार ज्यादा सतर्क है। इसकी वजह से ट्रेड डील में दिक्कत आ रही है। अमेरिका को लगता है कि भारत सरकार मेक इन इंडिया को लेकर ज्यादा सख्त रुख अपना रही है। डील पर दोनों देशों के अधिकारी करीब 18 दौर की बातचीत कर चुके हैं लेकिन फैसला नहीं हो पाया। मेक इन इंडिया की सुरक्षा पर भारत ने हाल ही में कई घोषणाएं की हैं। इनकी वजह से अमेरिकी सरकार की चिंताएं कम होने के बजाए बढ़ गई हैं। इसके बावजूद हमें भरोसा है कि जल्द ही कोई अच्छी खबर मिलेगी।”

धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठा सकते हैं ट्रम्प
एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक, ट्रम्प और मोदी की बातचीत में अमेरिकी राष्ट्रपति भारत में धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा भी उठा सकते हैं। इस अफसर से पूछा गया था कि भारत में सीएए को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। क्या ट्रम्प इस बारे में भारत से बात करेंगे। नाम न बताने की शर्त पर इस अफसर ने कहा, “ट्रम्प दोनों देशों में लोकतंत्र और धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर पहले भी अपना नजरिया सार्वजनिक और निजी तौर पर साफ करते रहे हैं। संभावना है कि प्रधानमंत्री से बातचीत में भी ट्रम्प धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर बातचीत करेंगे। अमेरिका के लिए यह काफी अहम है। मोदी ने पिछला चुनाव जीतने के बाद अपने पहले भाषण में सभी को साथ लेने की बात कही थी। दुनिया आज भारत की तरफ देख रही है।”



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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24 फरवरी को दो दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। (फाइल)

सुरक्षा का चलता-फिरता किला: दुनिया के सबसे सुरक्षित विमान एयरफोर्स वन से लेकर 11 करोड़ रु की ‘बीस्ट’ February 21, 2020 at 05:17PM

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति के नाते विश्व के सबसे ताकतवर व्यक्ति डोनाल्ड ट्रम्प के 36 घंटे के भारत दौरे की तैयारियों और इस पर होने वाले खर्च को लेकर कोई भी व्यक्ति दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो सकता है। मामला चूंकि एक ध्रुवीय विश्व में पावर प्रोजेक्शन का है, इसलिए अमेरिकी प्रशासन इन दौरों के खर्च के आधिकारिक आंकड़ों को जारी नहीं करता। फिर भी राष्ट्रपति की शानो-शौकत और सुरक्षा-परिवहन उपकरणों के आवागमन पर होने वाला खर्च दुनिया के बड़े-बड़े नेताओं के लिए भी रश्क का कारण हो सकता है।

भारत यात्रा के दौरान ट्रम्प अपने विशेष विमान एयरफोर्स वन में तो आएंगे ही, साथ ही कुछ किलोमीटर की जमीनी और हवाई यात्राओं के लिए उनकी विशेष कार बीस्ट और मरीन वन हेलिकाप्टर भी विशेष मालवाहक विमानों के जरिए सात समंदर पार करके भारत पहुंचने की प्रक्रिया में हैं। यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति अपने वाहनों के अलावा कोई अन्य वाहन इस्तेमाल नहीं करते। सुरक्षा और खुफिया तंत्र के तमाम उपकरण भी पांच सी-17 ग्लोबमास्टर हरकुलिस मालवाहक विमानों के जरिए भारत पहुंच गए हैं। एक नजर ट्रम्पके काफिले की खूबियों पर...


एयरफोर्स वन: विश्व के सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले इस बोइंग 747-200बी शृंखला के विमान को चलता फिरता व्हाइट हाउस या सर्वसुविधा युक्त शहर कहना ज्यादा मुनासिब होगा। ऐसा कोई काम या सुविधा नहीं, जो इस विमान में न हो। आधुनिकतम सुरक्षा और संचार साधनों के अलावा हवा में ईंधन भरने की क्षमता के कारण यह कई घंटे लगातार हवा में रह सकता है, वह भी रेंज की समस्या के बिना। विमान में राष्ट्रपति के लिए कार्यालय, विश्राम कक्ष और जरूरत पडने पर सर्वसुविधा युक्त ऑपरेशन थिएटर तक की सुविधा है। यह विमान अकेला नहीं उड़ता। दुश्मन को धोखा देने के लिए हूबहू दूसरा विमान भी हवा में रहता है।

मरीन वन हेलिकाप्टर: मिसाइल चेतावनी प्रणाली, हर तरह के हमलों से बचाव कर सकने में सक्षम और संचार की सभी सुविधाओं से लैस यह विशेष सर्कोजी हेलिकाप्टर छोटी हवाई यात्राओं के लिए ट्रम्प का आधिकारिक वाहन है। 225 किमी प्रति घंटा की स्पीड वाला यह हेलिकाप्टर तीन में से एक इंजन खराब होने के बावजूद भी उड़ान भरने में सक्षम है। इसमें 14 यात्री बैठ सकते हैं। दुश्मन को भ्रम में रखने के लिए हूबहू ऐसा ही दूसरा हेलिकाप्टर भी साथ उड़ता है।

बीस्ट : 15 लाख डॉलर (करीब 11 करोड़ रुपए) कीमत वाली ऐसी दो कैडिलेक लिमोजिन कारें राष्ट्रपति की आधिकारिक सवारी हैं। सभी सुरक्षा और संचार उपकरणों से लैस यह कार परमाणु-रासायनिक हमलेतक से बचाव करने में सक्षम है।दोनों में से राष्ट्रपति किस कार में सवार होंगे, यह अंतिम समय पर सीक्रेट सर्विस के एजेंट ही तय करते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति दुनिया के किसी भी हिस्से में जमीनी यात्रा इसी कार से करते हैं और दुनियाभर में इसका नंबर अमेरिकी ही रहता है।

शेवरले सब अर्बन : पूरी तरह बुलेट प्रूफ यह कार अमेरिकी राष्ट्रपति की कार के ठीक पीछे रहती है। इसमें राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात सीक्रेट सर्विस के एजेंट और डॉक्टर तमाम आधुनिकतम हथियारों, सुरक्षा उपकरणों और चिकित्सा उपकरणों के साथ मुस्तैद रहते हैं।

रोड रनर : काफिले को निर्बाध, सुरक्षित संचार प्रणालियां और जैमर सुविधा देने का काम इस विशेष वाहन का है। सीधे और छोटे एंटीना व डोम के जरिए यह राष्ट्रपति और उनकी टीम को उपग्रह के जरिए सभी तरह के ऑडियो-वीडियो संचार की सुविधा मुहैया कराता है, वह भी सांकेतिक भाषा में।

सपोर्ट वाहन: इसमें कैबिनेट के सहयोगियों की कारों के अलावा डॉक्टरों की सर्वसुविधा युक्त एंबुलैंस और अग्रिनशमन दस्ते के वाहन शामिल हैं। इसमें एक रक्षा ट्रक विशेष रूप से मौजूद होता है, जो किसी भी परमाणु, रासायनिक और जैव हमले का जवाब देने में सक्षम है।



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Security moving fort: Air Force One, the world's safest aircraft to cost Rs 11 crore 'Beast'

एआई की मदद से तैयार किया नया एंटीबायोटिक यह ई-कोली जैसे जानलेवा बैक्टीरिया आसानी से खत्म करेगा February 21, 2020 at 09:26AM

न्यूयॉर्क .अमेरिका के मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से पहली बार नया एंटीबायोटिक तैयार किया है। इससे दुनिया के खतरनाक और दवा को बेअसर कर देने वाले बैक्टीरिया को खत्म किया जा सकेगा। जर्नल सेल में प्रकाशित शोध के मुताबिक वैज्ञानिकों ने इस नए एंटीबायोटिक को हेलिसिन नाम दिया है। यह काफी ताकतवर है, जो ई-कोली जैसे बैक्टीरिया को भी आसानी से खत्म कर देता है।

बायोइंजीनियर और एमआईटी की रिसर्च टीम के जेम्स कॉलिन का कहना है कि हेलिसिन का इस्तेमाल फिलहाल चूहों पर हुआ है। जल्द ही इंसानों पर इसका ट्रायल किया जाएगा। बैक्टीरिया पर एंटीबायोटिक का असर घट रहा है, ऐसे में हम एआई की मदद से ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं, जिससे नए किस्म की दवा खोजी जा सके।


शोधकर्ताओं का कहना है कि इंसान द्वारा किए जाने वाले काम के मुकाबले से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से काम कम समय में ज्यादा बेहतर किया जा सकता है। इससे कुछ ही दिनों में 10 करोड़ से अधिक ऐसे रसायनों की जांच की जा सकती है, जो बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं। अब हम एल्गोरिदम बनाने जा रहे हैं। शोधकर्ता जोनाथन स्टोक्स के मुताबिक, हम एआई का इस्तेमाल करके दवाओं की कीमत को कम करने के साथ ऐसा मार्केट भी तैयार कर रहे हैं, जहां से जटिल बीमारियों का इलाज भी संभव हो सके।

शोधकर्ताओं का कहना है कि एल्गोरिदिम की मदद से नए एंटीबायोटिक कम्पाउंड को पहचानना आसान है, जो 30 दिन तक रेसिस्टेंस डेवलप नहीं होने देता। दरअसल, इस यौगिक को हमने डायाबिटीज के इलाज के लिए विकसित किया था, लेकिन हमने इसके जरिए कई तरह के संक्रमण का इलाज किया।

6 हजार यौगिकों के बीच परीक्षण के बाद हुई मालेक्यूल की पहचान
एमआईटी के वैज्ञानिकों ने एआई की मदद से पहले 800 प्राकृतिक उत्पादों का एक सेट बनाया और 2500 अणुओं पर इसे प्रशिक्षित किया। इसके बाद लगभग 6,000 यौगिकों के बीच इसका परीक्षण किया गया। अंत में एक मॉलेक्यूल की पहचान करने में मदद मिली, जो एंटीबायोटिक दवाओं से अलग एक रासायनिक संरचना थी।



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एआई की मदद से वैज्ञानिक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रहे हैं, जिससे नए किस्म की दवा खोजी जा सके।

Leo Varadkar resigns as PM amid crushing defeat in Ireland February 21, 2020 at 05:34AM

Flash flood kills 6 students on Indonesian school trip February 21, 2020 at 04:12AM

China commends Pak's efforts after FATF retains it in grey list February 21, 2020 at 03:00AM

US prepares to sign withdrawal deal with Taliban on February 29 February 21, 2020 at 01:27AM

The United States is preparing to sign a deal with the Taliban on February 29, building on an agreement on reducing violence across Afghanistan, Secretary of State Mike Pompeo said Friday. ​​"Upon a successful implementation of this understanding, signing of the US-Taliban agreement is expected to move forward," he said in a statement released after visiting Saudi Arabia.

Chinese capital battles jump in virus cases as infections ease elsewhere February 21, 2020 at 02:04AM

WikiLeaks' Julian Assange may seek asylum in France: Lawyer February 21, 2020 at 02:13AM

WikiLeaks founder Julian Assange, who is jailed in Britain fighting extradition to the United States for espionage and computer hacking, may seek asylum in France, his lawyer Eric Dupond-Moretti said on Friday. His lawyer, Dupond-Moretti said the French asylum request would be based on humanitarian and health grounds, arguing that Assange was showing signs of "psychological torture".

Iran confirms 13 more coronavirus cases, two deaths: Health ministry February 21, 2020 at 12:52AM

एफएटीएफ ने ग्रे लिस्ट से बाहर होने के लिए 4 महीने का समय दिया, 27 बिंदुओं वाले एक्शन प्लान पर अमल करना होगा February 20, 2020 at 11:40PM

इस्लामाबाद. टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर होने के लिए 4महीने का समय दिया है। पाकिस्तान को अक्टूबर तक 27 बिंदुओं वाले एक्शन प्लान पर पूरी तरह अमल करने के लिए कहा गया है। पाकिस्तान ऐसा करने में सफल रहा तो उसे ग्रे लिस्ट से बाहर किया जा सकता है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। संस्था ने 20 फरवरी को ही पाकिस्तान के ग्रे लिस्ट में बने रहने की घोषणा कर दी थी।

डॉन न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि 16 फरवरी से शुरू हुई बैठक में पाकिस्तान ने अपना पक्ष रखा था। उसने 27 बिंदु वालेएक्शन प्लान में से 14 बिंदुओं पर कदम उठाने का दावा किया। इस पर गौर करते हुए एफटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर होने के लिए अतिरिक्त समय दिया है। इसे बाकी के 13 बिंदुओं पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।

चीन ने हैरान किया

पाकिस्तान को लेकर चीन का नया कदम हैरान करने वाला है। एफएटीएफ की अब तक हुई हर मीटिंग में चीन ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर निकालने की मांग की थी। इस बार उसने ऐसा नहीं किया। माना जा रहा है कि चीन पर अमेरिका और भारत के साथ ही यूरोप और खाड़ी देशों खासकर सऊदी अरब का दबाव था। एकमात्र तुर्की ऐसा देश था जिसने पाकिस्तान का पक्ष लिया और उसे ग्रे लिस्ट से बाहर किए जाने की मांग की।

पाकिस्तान पर दबाव बढ़ेगा

एफएटीएफ की इस मीटिंग के बाद पाकिस्तान पर दबाव बहुत ज्यादा होगा। एफएटीएफकी अगली बैठक जून में होगी। इसमें पाकिस्तान सरकार द्वारा टेरर फंडिंग, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी सरगनाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई की गहन समीक्षा होगी।अगर एफएटीएफ पाकिस्तान की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होता तो उसका ब्लैक लिस्ट होना लगभग तय हो जाएगा। पाकिस्तान को अपने यहां मौजूद आतंकी सरगनाओं पर भी सख्त और पारदर्शी कार्रवाई करनी होगी।



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इमरान खान पाकिस्तान को एफटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

Taliban, Afghan officials say reach pact to reduce violence February 20, 2020 at 11:14PM

The agreement was struck during protracted negotiations between US and Taliban representatives that began in Qatar in 2018, and could lead to a withdrawal of American troops from Afghanistan, they said.

China's count of new coronavirus cases drops, deaths exceed 2,200 February 20, 2020 at 10:14PM

Containment of the illness has been a struggle far from the epicenter in central China. South Korea's capital banned street rallies and the government sent help to a city where cases have surged. Hong Kong reported a new infection in a police officer.