Wednesday, October 7, 2020

जर्मनी के बर्लिन में 70 साल बाद पहली बार रात का कर्फ्यू, न्यूजीलैंड में हालात सबसे बेहतर; दुनिया में 3.63 करोड़ केस October 07, 2020 at 05:18PM

दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.63 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 74 लाख 08 हजार 529 से ज्यादा हो चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 10.60 लाख के पार हो चुका है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। यूरोप के ज्यादातर देशों में संक्रमण की दूसरी लहर परेशानी का सबब बन गई है। फ्रांस के बाद स्पेन और अब जर्मनी में हालात खराब होते जा रहे हैं। बर्लिन में तो 70 साल बाद पहली बार नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है।

जर्मनी : सख्त प्रतिबंधों पर जोर
जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। 70 साल में पहली बार यहां नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है। हमेशा गुलजार रहने वाला बर्लिन शहर अब शांत नजर आ रहा है। शनिवार से यहां रात 11 से सुबह 6 बजे तक किसी तरह की कारोबारी गतिविधियां नहीं होंगी। बार और रेस्टोरेंट्स पूरी तरह बंद रहेंगें। इसका उल्लंघन करने वालों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे। हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है और पार्टी में शामिल होने वाले लोग इसका खतरा बढ़ा रहे हैं। यहां किसी भी हाल में पांच से ज्यादा लोग एक जगह नहीं जुट सकेंगे। अकेले बर्लिन में हर रोज करीब 45 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। इसके बाद सख्ती का फैसला लिया गया।

डब्ल्यूएचओ : यूरोप को लेकर फिक्र
डब्ल्यूएचओ ने यूरोप में संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर चिंता जाहिर की है। संगठन के मुताबिक, यहां साइंस के अलावा भी कुछ उपाय करने की जरूरत है ताकि संक्रमण पर काबू पाया जा सके। डब्ल्यूएचओ के यूरोप प्रभारी हेन्स क्लग ने कहा- जो डेटा मिल रहा है वो वास्तव में चिंता में डालने वाला है। हम सिर्फ साइंस से हालात नहीं सुधार सकते। लोगों को साहस से काम लेना होगा। लोगों को अपने व्यवहार में बदलाव लाना होगा। कम्युनिटी लेवल पर लोगों को जागरूक करना होगा ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकें। स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में हालात खराब होते जा रहे हैं।

यूरोप में संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है। स्पेन में भी खतरा बहुत ज्यादा है। यहां मैड्रिड में सरकार ने बार और रेस्टोरेंट्स बंद कर दिए हैं। बुधवार को लोगों ने इसका विरोध करते हुए प्रदर्शन किए।

न्यूजीलैंड : यहां हालात बेहतर
ब्लूमबर्ग में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, संक्रमण पर काबू पाने के मामले में न्यूजीलैंड अब तक सबसे कामयाब देश रहा है। यहां की सरकार ने बेहतरीन काम किया और दुनिया के बड़े बिजनेस लीडर्स भी इस बात को मान रहे हैं। इतना ही नहीं ये लोग यहां इन्वेस्टमेंट प्लान भी कर रहे हैं। यहां इकोनॉमिक रिकवरी रेट भी दूसरे देशों से बहुत बेहतर है। इसके लिए जो इंडेक्स रेटिंग जारी की गई है, उसमें न्यूजीलैंड को 238, जापान को 204 और ताइवान को 198 नंबर दिए गए हैं। अमेरिका 10वें नंबर पर है। रिपोर्ट के मुताबिक, जेसिंड अर्डर्न की सरकार ने इतना बेहतर काम किया है कि वे दूसरा चुनाव जीत सकती हैं।

न्यूजीलैंड के वेलिंग्टन शहर के एक रेस्टोरेंट में मौजूद कस्टमर। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 से निपटने के मामले में न्यूजीलैंड सबसे कामयाब रहा। (फाइल)

ब्राजील : स्लम एरिया पर फोकस
ब्राजील में मंगलवार को कुल 41 हजार 906 नए मामले सामने आए। 11 सितंबर के बाद यह एक दिन में सामने आए नए मरीजों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में यह जानकारी दी है। इसी दौरान 819 लोगों की मौत भी हो गई। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 1 लाख 47 हजार 494 हो गया है। ब्राजील सरकार ने कहा है कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर मानकर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सरकार का फोकस मुख्य रूप से स्लम एरिया में है। यहां संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। हालांकि, सख्त लॉकडाउन जैसे उपायों के इस्तेमाल से सरकार ने इनकार कर दिया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बुधवार को बर्लिन के एक रेस्टोरेंट में बैठे कस्टमर। शनिवार से यहां बार और रेस्टोरेंट बंद हो जाएंगे। ऐसा 70 साल में पहली बार होगा। यूरोप के तीन देशों जर्मनी, फ्रांस और स्पेन में संक्रमण की दूसरी लहर घातक साबित हो रही है।

US seizes Iran 'propaganda' websites October 07, 2020 at 06:20PM

Four of them, with the domain names "newsstand7.com," "usjournal.net," "usjournal.us," and "twtoday.net," were "operated by or on behalf" of Iran's Islamic Revolutionary Guard Corps to influence United States domestic and foreign policy, the Department said.

Brazil coronavirus cases pass five million October 07, 2020 at 06:15PM

Home to 212 million people, Brazil also counted 734 new deaths Wednesday, meaning the virus has claimed 148,228 lives since the country recorded its first death in March. Brazil has the world's second-highest death toll from the disease after the US.

सुपरमैन नहीं, सुपर स्प्रेडर हैं डोनाल्ड ट्रम्प; उनको दोबारा राष्ट्रपति चुनना सामूहिक पागलपन होगा October 07, 2020 at 04:23PM

आज की तारीख में सबसे बड़ा सवाल यह नहीं है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद क्या सीखा। क्योंकि वे उन लोगों में शुमार हैं, जो कभी सीखते नहीं हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि बतौर नागरिक हमने क्या सीखा? इससे भी ज्यादा जरूरी यह कि ट्रम्प के समर्थकों ने क्या सीख हासिल की। दरअसल, ट्रम्प सुपरमैन नहीं, बल्कि सुपर स्प्रेडर हैं। महामारी के दौर में उनके नजरिए ने उनके साथ देश को भी खतरनाक तरीके से नुकसान पहुंचाया। अगर, फिर भी उन्हें दोबारा राष्ट्रपति चुना जाता है तो यह सामूहिक पागलपन के अलावा और कुछ नहीं होगा।

दारोमदार ट्रम्प पर
क्या हम जिस तरह सोच रहे हैं, क्या वैसा ही काफी वोटर्स भी सोच रहे हैं? अब यह इस पर निर्भर करता है कि बाइडेन कैसे लोगों को ट्रम्प की बुनियादी गलतियों के बारे में बता पाते हैं। महामारी के दौरान सावधानी रखना कमजोरी नहीं, बल्कि समझदारी है। फेस मास्क संस्कृति का प्रतीक नहीं हैं। ये जिम्मेदारी और कॉमन सेंस की बात है। सबको पहनना चाहिए। महामारी में खुद को बाहुबली की तरह पेश करना ताकतवर होना नहीं है। लॉकडाउन में नियमों का पालन करना आजादी का छिन जाना भी नहीं हैं। वैज्ञानिक और नेताओं में फर्क होता है। अगर आपके कस्टमर्स और स्टाफ मास्क पहन रहे हैं तो इससे दोनों को ही फायदा होगा।

राष्ट्रपति ने गलती की
वैसे तो सरकार का काम हमेशा गंभीर होता है, लेकिन महामारी के दौर में तो यह लोगों की जिंदगी और मौत का मामला हो जाता है। आज टीचर्स से लेकर साइंटिस्ट्स तक हर कोई लीडर की तरफ देख रहा है। लोग निराश और परेशान हैं। इसलिए ट्रम्प लीडर और व्यक्तिगत तौर पर दोहरी गलती करते नजर आते हैं। महामारी के दौर में तो वे सबसे खराब लीडर साबित हुए।

एथिक्स एंड कम्प्लायंस कंपनी के चेयरमैन डव सीडमैन कहते हैं- जिन लोगों पर लोगों की जिंदगी बचाने का जिम्मा है, अगर वे ही गलत सलाह या मिसाल देंगे तो क्या होगा। आज हम उसी लीडरशिप के संकट का सामना कर रहे हैं। लोगों को ये समझ नहीं आ रहा है कि वे आखिर किस पर भरोसा करें।

कुदरत से जंग गलत
महामारी प्रकृति की वजह से आई। लेकिन, ट्रम्प इसे बाजार से जोड़कर देख रहे हैं। राष्ट्रपति और उनके सलाहकार इसकी गंभीरता को कम करके दिखा रहे हैं, ताकि बाजार में अफरातफरी न फैले। इसकी वजह ये है कि मार्केट दुरुस्त रहा तो ट्रम्प के दोबारा जीतने की संभावनाएं भी होंगी।

मार्च की बात है। व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान कैलीन कोन्वे एक सवाल पर इसीलिए भड़क गईं थीं। उन्होंने एक रिपोर्टर से पूछा था- क्या आप डॉक्टर हैं या वकील हैं? जो ये कह रहा है कि वायरस की रोकथाम नहीं हो सकती। महामारी के दौरान प्रकृति आपसे कुछ सवाल करती है। लेकिन, सही जवाब नहीं मिलते तो समाज को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। ट्रम्प प्रकृति के प्रति नर्म नहीं हैं। उनकी नजर में इससे निपटने की विचारधारा राजनीति, बाजार और इलेक्शन कैलेंडर में छिपी हुई है।

फिर क्या चाहते हैं ट्रम्प
राष्ट्रपति चाहते हैं कि लोग सिर्फ दो बातों पर भरोसा करें। पहली- इकोनॉमी को खोल दिया जाए और वायरस को नजरअंदाज किया जाए। दूसरी- इकोनॉमी बंद कर दी जाए और वायरस से डरकर घर में बंद हो जाएं। ट्रम्प का दावा है कि डेमोक्रेट्स डरने वाला ऑप्शन ही पसंद कर रहे हैं। लेकिन, सवाल यह है कि क्या हम इकोनॉमी को सावधान होकर ज्यादा बेहतर तरीके से नहीं खोल सकते। क्या वायरस को नजरअंदाज करना ही जरूरी है।

सही तरीका अपनाएं
इकोनॉमी खोलने में किसको दिक्कत हो सकती है। लेकिन, कुछ आसान कदम उठाकर भी तो ये किया जा सकता है। जैसे- मास्क पहना जाए, सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन की जाए। इससे लोग दुकान, स्कूल या अपने काम पर आसानी से जा पाएंगे। बीमारी से भी बचा जा सकेगा। जो बाइडेन भी तो यही प्रस्ताव दे रहे हैं। लेकिन, ट्रम्प बेफिक्र होकर इकोनॉमी खोलने की बात करते हैं। न मास्क को प्राथमिकता देते हैं और न सोशल डिस्टेंसिंग को। आदमी घर से निकलेगा तो बीमार होकर लौटेगा।

दरअसल, ट्रम्प न तो प्रकृति का सम्मान कर रहे हैं और न हमारा। मैं प्रार्थना करता हूं कि उनके समर्थक सही बात सीखेंगे और समझेंगे। और तीन नवंबर को ट्रम्प के खिलाफ वोट देंगे। कई अमेरिकी नागरिकों की जिंदगी और रोजीरोटी इसी पर निर्भर है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Donald Trump Coronavirus (COVID-19) Superspreader | Here's Latest US Election 2020 News From The New York Times

कमला हैरिस ने कहा- कोरोना पर काबू पाने में नाकाम रही ट्रम्प सरकार, पेन्स बोले- हमने हजारों लोगों की जान बचाई October 07, 2020 at 03:43PM

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बीच आज पहली और एकमात्र वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट साल्ट लेक सिटी में हो रही है। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति माइक पेन्स और डेमोक्रेट पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस इसमें ले रही हैं। डिबेट में पहला मुद्दा कोरोनावायरस ही था। कमला हैरिस ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। कहा- कोरोना के मुद्दे पर ट्रम्प सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है। इसके हजारों उदाहरण दिए जा सकते हैं। इस पर माइक पेन्स ने कहा- हमने चीन से आने वाले लोगों पर रोक लगाई। इससे हजारों अमेरिकियों की जान बचाई जा सकी। बहस को यूएसए टुडे की सुसान पेज मॉडरेट कर रही हैं।

ट्रम्प के पॉजिटिव पाए जाने के बाद पेन्स रोज टेस्ट करा रहे हैं। बुधवार रात उन्होंने कहा- मैंने फिर टेस्ट कराया है। मेरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। व्हाइट हाउस में अब तक 18 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। तीन सीनेटर्स और ट्रम्प के कई एडवाइजर्स इसमें शामिल हैं।

12 फीट की दूरी
पहली और एकमात्र वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट आज साल्ट लेक सिटी में हो रही है। दोनों के सामने प्रोटेक्शन ग्लासेस यानी शीशे लगाए गए हैं। दोनों कैंडिडेट्स के बीच 12 फीट की दूरी होगी। पहले यह 7 फीट ही तय की गई थी। पेन्स ने पहले ग्लासेस लगाने का विरोध किया था। बाद में इसके लिए तैयार हो गए।

कोरोनावायरस
पेन्स ने कहा- आप हर बात के लिए राष्ट्रपति ट्रम्प को गुनाहगार क्यों ठहरा रही हैं। उन्होंने चीन से आने वाले लोगों पर रोक लगाकर दिखा दिया है कि वे कितने सख्त फैसले ले सकते हैं। उन्होंने हजारों लोगों की जान बचाई है।

हैरिस : यह सरकार दूसरी बार चुनाव जीतने लायक ही नहीं है। वो लोगों का भरोसा खो चुके हैं। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने महामारी को ढकने की कोशिश की। राष्ट्रपति महामारी को झूठ बताते हैं। राष्ट्रपति और आपको 28 जनवरी को ही इस बारे में पता लग गया था। लेकिन, आपकी सरकार हाथ पर हाथ रखकर चुपचाप तमाशा देखती रही।

मॉडरेटर सुसान पेज ने पेन्स से पूछा- क्या आपने राष्ट्रपति से उनके संक्रमण और बढ़ती उम्र के बारे में पूछा? क्या वो बतौर राष्ट्रपति अपनी जिम्मेदारियां निभाने में सक्षम हैं।
पेन्स ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया।

कोरोना वैक्सीन
वैक्सीन से जुड़े सवाल पर कमला ने कहा- वैक्सीन आ जाए और राष्ट्रपति ट्रम्प इसे लगवाने को कहें तो भी मैं नहीं लगवाऊंगी। हां, अगर डॉक्टर कहते हैं कि वैक्सीन लगवाई जा सकती है तो मैं सबसे पहले ऐसा करूंगी, लेकिन ट्रम्प की बात पर भरोसा नहीं कर सकती।

इस पर पेन्स ने कहा- आप वैक्सीन के मुद्दे पर भी सियासत कर रही हैं। हम लोगों को क्या मैसेज दे रहे हैं। राजनीति बंद कीजिए। यह लोगों की जिंदगी से जुड़ा मामला है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Kamala Harris Mike Pence, US Vice-Presidential Debate 2020 Latest Update | US Election 2020 News and Live Coverage Update

Russia touts test launch of hypersonic missile on Putin's birthday October 06, 2020 at 11:56PM

Russia has test launched its Tsirkon hypersonic cruise missile and successfully hit a target in the Barents Sea, a senior commander told Vladimir Putin on the Russian leader's 68th birthday on Wednesday.

Fighting displaces half of Karabakh's population October 06, 2020 at 10:27PM

Baku and Yerevan have for decades been locked in a simmering conflict over the ethnically Armenian region of Azerbaijan, which broke away from Baku in a 1990s war that claimed the lives of some 30,000 people.

Greek court rules far-right Golden Dawn leaders ran a crime group October 06, 2020 at 11:13PM

Cambodian PM says naval base not just for China October 06, 2020 at 10:16PM

Navalny demands EU crackdown on oligarchs close to Kremlin October 06, 2020 at 10:01PM

: Kremlin critic Alexei Navalny called on the European Union on Wednesday to take tough action against oligarchs close to the Kremlin as he continues his recovery in Germany after being poisoned by a nerve agent in the banned Novichok family.

Russian on trial accused of state-ordered Berlin execution October 06, 2020 at 09:57PM

Powerful hurricane nears Mexico's Caribbean coast October 06, 2020 at 05:06PM

Hurricane Delta rapidly intensified in the Caribbean to reach Category 4 status, the second-highest, and was on course to hit the Yucatan Peninsula by early Wednesday, US forecasters said.