Thursday, September 3, 2020

118 ऐप्स पर भारत में बैन के बाद चीन को टैगोर, योग और फिल्म दंगल याद आई; कहा- हमारे रिश्ते तो एक हजार साल पुराने, भारत को खतरा नहीं मानते September 03, 2020 at 08:01PM

भारत सरकार द्वारा चीन के 118 और ऐप्स को बैन करने के बाद शी जिनपिंग सरकार परेशान है। मुश्किल वक्त में उसे गुरुदेव रबिंद्रनाथ टैगौर, भारत में योग और आमिर खान की फिल्म दंगल याद आ रहे हैं। चीन के विदेश मंत्रालय की मानें तो भारत ने अमेरिका के इशारे पर ऐप्स बैन किए हैं। चीन ने कहा- भारत से हमारे रिश्ते एक हजार साल पुराने हैं और दोनों देशों के नागरिकों को करीब आने का मौका देना चाहिए।

चीन का पहला बयान
भारत द्वारा 118 चीनी ऐप्स पर बैन के बाद चीन की कॉमर्स मिनिस्ट्री का बयान आया। इसके प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा- भारत ने गलत इरादे से चीनी कंपनियों पर कार्रवाई की है। यह वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूटीओ) के नियमों के खिलाफ है। हम मांग करते हैं कि भारत इस मामले में अपनी गलती सुधारे। कारोबारी रिश्तों का फायदा दोनों देशों को होगा। लेकिन, सही माहौल जरूरी है। इस बैन से दोनों पक्षों को ही नुकसान होगा।

दूसरा बयान
भारत के एक्शन पर चीन की तरफ से दूसरा बयान वहां के विदेश मंत्रालय का आया। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियांग ने बयान के नाम पर एक तरह से भाषण दिया। कहा- एकतरफ बैन लगाकर भारत अपने नागरिकों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। इससे हमारी कंपनियों को भी घाटा हो रहा है। मुझे हैरानी है कि जिस दिन भारत ने बैन का फैसला लिया उसी दिन अमेरिका ने दूसरे देशों से भी ऐसा ही करने को कहा। क्या इस मुद्दे पर भारत और अमेरिका एकसाथ खड़े हैं?

भारत से करीबी रिश्ते
चुनियांग ने आगे कहा- ये सभी को याद रखना चाहिए कि भारत से हमारे करीबी और ऐतिहासिक रिश्ते हैं। भारत और चीन प्राचीन सभ्यताएं हैं। कुछ वक्त के फायदे के लिए कदम उठाने से पहले हमें भविष्य को भी देखना चाहिए। हम पड़ोसी हैं। दोनों देशों के रिश्ते एक हजार साल पुराने हैं। रबिंद्रनाथ टैगौर चीन में बहुत मशहूर हैं। इसके अलावा चीन में योग और दंगल मूवी भी काफी पसंद किए जाते हैं। हमारे जेहन में यह कभी नहीं आया कि भारत हमारे लिए खतरा बन सकता है। उम्मीद है भारत इसे समझेगा।

चीन के ऐप्स पर बैन से जुड़ी यह खबर भी आप पढ़ सकते हैं...

पॉपुलर मोबाइल गेमिंग ऐप पबजी समेत 118 ऐप्स पर बैन, सरकार ने इनसे देश की सुरक्षा को खतरा बताया



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनियांग। उन्होंने भारत द्वारा चीन के ऐप्स पर लगाए गए बैन का विरोध किया।

2nd crew member, dead cows found after ship sank off Japan September 03, 2020 at 07:31PM

The man was found unconscious and floating face down about 120 kilometers (75 miles) northwest of Amami Oshima in the East China Sea, where rescuers have been for the Gulf Livestock 1 ship and its missing crew since it sent a distress signal early on Wednesday.

अमेरिकी चुनाव पर द न्यूयॉर्क टाइम्स का विशेष कवरेज आज से 60 दिन तक लगातार पढ़ें सिर्फ दैनिक भास्कर में September 03, 2020 at 06:52PM

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए 3 नवंबर को वोटिंग होनी है। दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र में होने जा रहे इस चुनाव पर हम आपके लिए अमेरिका के सबसे विश्वसनीय मीडिया हाउस द न्यूयॉर्क टाइम्स का स्पेशल कवरेज लेकर आ रहे हैं। आज से लगातार 60 दिन तक आपको यह कवरेज सिर्फ दैनिक भास्कर पर पढ़ने को मिलेगा।

द न्यूयॉर्क टाइम्स से विशेष अनुबंध के तहत आप भास्कर में ये कंटेंट पढ़ सकेंगे…

1. लाइव हैपनिंग्स
ट्रम्प के तीखे भाषणों से लेकर अमेरिका में हो रही श्वेत-अश्वेत की राजनीति की लाइव हैपनिंग्स।

2. ओपिनियन एंड एनालिसिस
अमेरिकी चुनाव और उससे दुनिया पर पड़ने वाले असर पर द न्यूयॉर्क टाइम्स का सबसे सटीक ओपिनियन और एनालिसिस।

3. नॉलेज स्टोरीज
अमेरिकी चुनाव, प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट्स, वोटिंग बाय मेल और इलेक्टोरल वोट्स जैसे मुद्दों से जुड़ी हर वो बात जो नॉलेज के मामले में आपको आगे रखेगी।

...अमेरिकी चुनाव से जुड़े इस स्पेशल कवरेज को पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर में।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
The New York Times special coverage on the US election read continuously for 60 days from today only in Dainik Bhaskar

चीन को सबसे अच्छा दोस्त बताने वाला पाकिस्तान ताइवान से सीक्रेट डील कर रहा, एक ट्वीट से हुआ खुलासा September 03, 2020 at 06:48PM

चीन को अपना सदाबहार और सबसे करीबी दोस्त बताने वाला पाकिस्तान उसके दुश्मन ताइवान के साथ सीक्रेट ट्रेड डील कर रहा है। इसकी जानकारी खुद काहिरा में मौजूद पाकिस्तान एम्बेसी की एक अफसर ने दी। पाकिस्तान का यह कदम चीन को नाराज कर सकता है। चीन और ताइवान के बीच हमेशा तनावपूर्ण संबंध रहे हैं।

दक्षिण चीन सागर में ताइवान और चीन की सेनाएं पिछले महीने मिलिट्री ड्रिल कर चुकी हैं। अमेरिका भी कहा चुका है कि अगर ताइवान पर कोई हमला होता है तो वो ताइवान का साथ देगा।

ताइवान से रिश्ते सुधारने की कोशिश में पाकिस्तान
काहिरा में पाकिस्तान एम्बेसी है। यहां इन्वेस्ट अटैची (डिप्लोमैट या अफसर) के तौर पर सिद्र हक तैनात हैं। बुधवार को ताइवान ट्रेड सेंटर में ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट पर एक प्रोग्राम था। इसमें सिद्र हक भी शामिल हुईं। इसी कार्यक्रम में ताइवान के ट्रेड डायरेक्टर माइकल येह भी मौजूद थे। सिद्र और माइकल के बीच बातचीत हुई। इसमें पाकिस्तान और ताइवान के कारोबारी रिश्ते मजबूत बनाने पर फोकस रहा।

फोटो भी सामने आई
ताइवान के ट्रेड डायरेक्टर से मुलाकात का फोटो हक ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर भी शेयर किया। हालांकि, कुछ ही देर बाद इसे डिलीट भी कर दिया। लेकिन, तब तक इसके स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके थे। ट्वीट में हक ने कहा था- मैंने ताइवान के सीनियर कमर्शियल ट्रेड ऑफिसर माइकल येह से मुलाकात की। ट्रेड सेक्टर के दूसरे लोगों से मिलना हमेशा अच्छा महसूस कराता है।

चीन ताइवान को हमेशा अपना हिस्सा बताता रहा है। जबकि ताइवान एक स्वतंत्र देश है और वहां लोकतांत्रिक सरकार है। चीन ताइवान को मान्यता नहीं देता जबकि एक देश के तौर पर ताइवान के दुनियाभर में कारोबारी रिश्ते हैं। चीन ने कभी ताइवान को डब्ल्यूएचओ का हिस्सा नहीं बनने दिया।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
काहिरा में पाकिस्तान एम्बेसी की ट्रेड आफिसर सिद्र हक (बीच में) ने बुधवार को यह ट्वीट किया था। चीन की नाराजगी की वजह से कुछ ही देर में इसे डिलीट भी कर दिया। हालांकि, तब तक सोशल मीडिया पर यह वायरल हो चुका था।

5.0 magnitude quake strikes Japan's Fukui Prefecture, no tsunami warning issued September 03, 2020 at 06:59PM

जर्मनी में एक फ्लैट में पांच बच्चों के शव मिले; मां ने खुदकुशी की कोशिश की, हालत गंभीर September 03, 2020 at 05:50PM

जर्मनी में गुरुवार को एक अपार्टमेंट में पांच बच्चों के शव मिले। सभी की हत्या का शक इन बच्चों की मां पर है। उसने ट्रेन के आगे कूदकर खुदकुशी की कोशिश की, लेकिन बच गई। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना सोलिजिन शहर की है।

घटना सामने आने के बाद लोग बच्चों को सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उसने यह बताने से इनकार कर दिया कि बच्चों को किस तरह से मारा गया।

पांच बच्चों के शव मिले
पुलिस प्रवक्ता स्टीफन वेइन्ड ने कहा- जिन पांच बच्चों के शव अपार्टमेंट से बरामद किए गए हैं, उनमें तीन लड़कियां और दो लड़के हैं। लड़कियों की उम्र 1,2 और 3 साल है। दो लड़कों की उम्र 6 और 8 साल है। परिवार में एक लड़का और है। इसकी उम्र 11 साल है। वो घटना में बच गया। फिलहाल, उसे रिश्तेदारों को सौंप दिया गया है। सभी बच्चों के शव अपनी नानी के घर मिले। महिला इन बच्चों को कुछ दिन पहले यहां लेकर आई थी।

27 साल की है महिला
बीबीसी से बातचीत में एक पुलिस अफसर ने कहा- हमें पूरा शक है कि इन बच्चों की हत्या उनकी मां ने ही की है। 27 साल की इस महिला ने बच्चों की हत्या के बाद ट्रेन के आगे कूदकर जान देने की कोशिश की। उसे बचा लिया गया है। हालांकि, वो गंभीर रूप से घायल है। उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

हत्या की वजह साफ नहीं
पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में बच्चों की हत्या की वजह साफ नहीं हो पाई है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के साथ यहां के मेयर भी उस अपार्टमेंट में पहुंचे। उन्होंने कहा- यह हैरान कर देने वाली घटना है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किस वजह से इन बच्चों की हत्या की गई। इस घटना से पूरा शहर दुखी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जर्मनी के सोलिजिन शहर के इसी अपार्टमेंट में गुरुवार शाम पांच बच्चों के शव बरामद किए गए। इनकी हत्या का शक मां पर है। उसने भी खुदकुशी की कोशिश की।

Members named to panel probing WHO's pandemic response September 03, 2020 at 05:50PM

An independent panel appointed by the World Health Organisation to review its coordination of the response to the Covid-19 pandemic will have full access to any internal UN agency documents, materials and emails necessary, the panel said Thursday as it begins the probe.

New Zealand to retain coronavirus measures across country until mid-Sept September 03, 2020 at 05:28PM

New Zealand's Prime Minister Jacinda Ardern said on Friday current restrictions to beat the spread of the coronavirus would be in place until at least mid-September.Auckland, the country's largest city and the centre of a fresh outbreak, will remain on alert level 2.5 that limits gatherings to no more than 10 people.

आसिम बाजवा का इमरान के स्पेशल एडवाइजर पद से इस्तीफा, सीपैक चेयरमैन बने रहेंगे; बाजवा पर लाखों डॉलर की प्रॉपर्टी रखने का आरोप September 03, 2020 at 05:28PM

लाखों डॉलर की अघोषित संपत्ति का खुलासा होने के बाद विवादों से घिरे इमरान खान के स्पेशल एडवाइजर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) आसिम सलीम बाजवा ने इस्तीफा दे दिया। खास बात ये है कि बाजवा ने सिर्फ प्रधानमंत्री इमरान के सूचना सलाहकार पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने चाइना पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपैक) के चेयरमैन का पद नहीं छोड़ा है। इसको लेकर ही वो विवादों में हैं और विपक्ष उनको हटाने की मांग कर रहा है।

पिछले दिनों एक मीडिया रिपोर्ट में सबूतों के साथ यह दावा किया गया था कि बाजवा और उनके परिवार के पास देश-विदेश में कई कंपनियां और लाखों डॉलर की प्रॉपर्टीज हैं।

विपक्ष की मांग
विपक्ष बाजवा का इस्तीफा सीपैक चेयरमैन पद से मांग कर रहा था। इमरान से उन्हें बर्खास्त करने की मांग भी हो रही है। लेकिन, बाजवा ने इमरान के सूचना सलाहकार के पद से इस्तीफा दिया, सीपैक चेयरमैन पद से नहीं। रूल्स के मुताबिक, सीपैक चेयरमैन का पद एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट है और इस पर सिर्फ सिविलियन अफसर ही तैनात हो सकता है। किसी सैन्य अफसर की नियुक्ति नहीं की जा सकती। लेकिन, इमरान सरकार ने नियमों को खारिज कर दिया।

टीवी इंटरव्यू में इस्तीफे की जानकारी दी
बाजवा ने गुरुवार रात पाकिस्तान के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा- मैं प्रधानमंत्री के स्पेशल एडवाइजर पद से रिजाइन कर रहा हूं। मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और इनके जरिए मेरी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। मैंने और मेरे परिवार ने कुछ गलत नहीं किया।

कौन हैं बाजवा और क्या हैं आरोप?
असीम सलीम बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता रहे। प्रधानमंत्री इमरान खान से नजदीकियों के चलते उन्हें सीपैक का चेयरमैन बनाया गया। हालांकि, यह एडमिनिस्ट्रेटिव पोस्ट है और इसीलिए फौज के आदमी को इस पद पर बिठाने का विरोध भी हुआ।

बाजवा पर आरोप है कि उनकी और उनके परिवार की अमेरिका समेत 4 देशों में प्रॉपर्टीज हैं। उनकी पत्नी और भाइयों की करीब 99 कंपनियां हैं। बाजवा के बेटे ने 5 साल पहले एक अमेरिकी कंपनी ज्वॉइन की। इसके बाद कुछ कंपनियां बनाईं। कुल मिलाकर बाजवा के पास लाखों डॉलर की संपत्ति बताई जाती है। विपक्ष अब सरकार से बाजवा के खिलाफ जांच और हटाने का दबाव बना रहा है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जून में इस्लामाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान भाषण देते आसिम सलीम बाजवा। बाजवा और उनके परिवार पर देश-विदेश में लाखों डॉलर की अघोषित संपत्ति और कंपनियां रखने का आरोप है। वे वर्तमान सेना प्रमुख के कमर जावेद बाजवा के रिश्तेदार भी बताए जाते हैं।

If voted to power, will sanction Chinese officials: Biden September 03, 2020 at 04:58PM

"My administration will sanction Chinese officials responsible for human rights abuses in Tibet, and step up support for the Tibetan people, including by expanding Tibetan language services at Radio Free Asia and Voice of America to get information from the outside world into Tibet," Joe Biden said.

China's security law a 'serious risk' to Hong Kong's freedoms: UN experts September 03, 2020 at 04:44PM

ब्राजील में संक्रमितों का आंकड़ा 40 लाख के पार, अमेरिका ने अक्टूबर तक वैक्सीन लाने की तैयारी की; दुनिया में अब तक 2.64 करोड़ केस September 03, 2020 at 03:59PM

दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 2 करोड़ 64 लाख 58 हजार 155 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 86 लाख 51 हजार 057 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 लाख 72 हजार 507 लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्राजील में संक्रमितों का आंकड़ा अब 40 लाख से ज्यादा हो चुका है। हैल्थ मिनिस्ट्री ने भी इसकी पुष्टि की है। दूसरी तरफ, अमेरिका ने अक्टूबर में वैक्सीन लाने की तैयारी की है। इसके लिए राज्यों को प्लान तैयार करने के आदेश जारी किए गए हैं।

ब्राजील: हर दिन बढ़ता संक्रमितों का आंकड़ा
ब्राजील अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा संक्रमण प्रभावित देश है। यहां मरीजों का आंकड़ा गुरुवार रात 40 लाख के पार हो गया। 24 घंटे के दौरान यहां कुल 43 हजार 773 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही 834 लोगों की मौत भी हो गई। सरकार ने कहा है कि हैल्थ मिनिस्ट्री संक्रमण रोकने की पूरी कोशिश कर रही है। हैल्थ मिनिस्ट्री ने अपने बयान में माना कि स्लम एरिया में किए गए उपाय बहुत कारगर साबित नहीं हुए हैं। इनकी वजह से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है।

फ्रांस: यहां संक्रमण का दूसरा दौर
फ्रांस यूरोपीय देशों में सबसे ज्यादा दूसरी लहर से परेशान है। यहां गुरुवार को लगातार दूसरे दिन 7 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। हैल्थ मिनिस्ट्री के सूत्रों ने कहा- हमारा फोकस अब उन क्लस्टर्स पर है, जहां पहले और दूसरे दौर में सबसे ज्यादा संक्रमित पाए गए हैं। इन इलाकों की पहचान की जा रही है। सरकार इन इलाकों में आवाजाही पर कुछ प्रतिबंध लगा सकती है। हालांकि, फ्रांस में कई जगह लोग सरकार के प्रतिबंधों का विरोध कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि लॉकडाउन से संक्रमण रोकने में मदद नहीं मिली।

पैटिन्सन पॉजिटिव
हॉलीवुड अभिनेता रॉबर्ट पैटिन्सन भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इसके पहले द रॉक के नाम से मशहूर ड्वेन पॉजिटिव हुए थे। कल उन्होंने खुद इसकी जानकारी दी थी। रॉबर्ट के पॉजिटिव होने की वजह से फिलहाल, बैटमैन का प्रोडक्शन रोक दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अभिनेता को काफी थकान और शरीर में दर्द महसूस हो रहा था। इसके बाद उनका टेस्ट किया गया। इसकी रिपोर्ट गुरुवार रात पॉजिटिव आई।

हॉलीवुड अभिनेता रॉबर्ट पैटिन्सन भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उनके मैनेजर के मुताबिक, फिलहाल रॉबर्ट की सेहत ठीक है। (फाइल)

अमेरिका : वैक्सीन की तैयारी
अमेरिकी नागरिकों के लिए खुशखबरी है। यहां हैल्थ मिनिस्ट्री ने अक्टूबर में वैक्सीन लॉन्च करने की तैयारी कर ली है। संघीय अधिकारियों की तरफ से एक आदेश जारी किया गया है। इसमें राज्यों से कहा गया है कि वे अपने यहां वैक्सीनेशन की तैयारियां पूरी कर लें। आदेश के मुताबिक, सबसे पहले वैक्सीन उन लोगों को लगाया जाएगा जिनको कोरोना संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है। इसके बाद यह दूसरे लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा।

ब्रुकलिन के एक अस्पताल के बाहर मौजूद हैल्थ वर्कर्स। अमेरिका ने अक्टूबर में वैक्सीन लाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए राज्यों को आदेश भी जारी किए गए हैं। (फाइल)

मैक्सिको : सबसे ज्यादा हेल्थ वर्करों की मौत
मैक्सिको में संक्रमण बढ़ता जा रहा है। सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू कर दिया है। इसमें भी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा चेक प्वॉइंट बनाए गए हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट ने मैक्सिको की चिंता बढ़ा दी। इसमें कहा गया है कि दुनिया में सबसे ज्यादा हैल्थ वर्कर्स की मौत मैक्सिको में हुई। इसके मुताबिक अब तक 1320 हैल्थ वर्कर्स संक्रमण की वजह से जान गंवा चुके हैं। अमेरिका में 1077 और ब्रिटेन में 649 हेल्थ वर्कर्स की मौत हो चुकी है।

मैक्सिको के एक हॉस्पिटल में मरीज की जांच करती हैल्थ वर्कर। मैक्सिको में अब तक सबसे ज्यादा हैल्थ वर्कर्स की मौत संक्रमण की वजह से हुई है। (फाइल)


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ब्राजील के साओ पाउलो में एक अस्पताल के बाहर मौजूद हेल्थ वर्कर। ब्राजील में संक्रमितों की संख्या गुरुवार रात 40 लाख से ज्यादा हो गई। हेल्थ मिनिस्ट्री ने माना है कि स्लम एरिया में संक्रमण पर काबू पाने में ज्यादा कामयाबी नहीं मिली।

न हवा है न पानी, फिर भी चांद को लग रहा है जंग; पृथ्वी पर प्रचुरता में मिलने वाले खनिज हेमेटाइट के चिह्न चांद पर मिलने से वैज्ञानिक हैरान September 03, 2020 at 02:43PM

चांद को जंग लग रहा है। अंतरिक्ष में हमारे सबसे करीबी पड़ोसी की सतह पर जंग के दाग दिख रहे हैं। यानी चांद की सतह पर ऑक्सीडाइज्ड आयरन (लोहे) के अंश हेमेटाइट नजर आए हैं। पृथ्वी पर यह प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला खनिज है। लेकिन चांद की सतह पर इस खनिज के चिह्न चौंकाने वाले हैं।

लोहे के ऑक्सीडेशन यानी जंग लगने के लिए हवा और पानी यानी नमी दोनों का होना जरूरी है। जबकि चांद पर हवा न के बराबर है और तरल अवस्था में पानी भी नहीं है। चांद पर वैज्ञानिकों को वॉटर आइस यानी बर्फ की मौजूदगी तो मिली है, लेकिन सिर्फ इससे सतह पर हेमेटाइट का बनना संभव नहीं है।

आश्चर्यजनक है कि पृथ्वी का यह उपग्रह लगातार सूर्य की सोलर विंड्स के थपेड़े झेलता है

‘साइंस एडवांसेस’ में प्रकाशित यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई के शोध के मुताबिक चांद की सतह पर हेमेटाइट का पता भारतीय चंद्रयान-1 के ऑर्बिटर की ली हुई तस्वीरों में चला है। यूनिवर्सिटी ऑफ हवाई में प्लेनेटरी साइंस की विशेषज्ञ शुआई ली का कहना है कि चांद की सतह पर हेमेटाइट बनना इसलिए भी आश्चर्यजनक है कि पृथ्वी का यह उपग्रह लगातार सूर्य की सोलर विंड्स के थपेड़े झेलता है।

पृथ्वी के नजदीक वाले हिस्से में हेमेटाइट की मौजूदगी

इन सोलर विंड्स के साथ आने वाले हाइड्रोजन के परमाणु सतह पर इलेक्ट्रॉन छोड़ते रहते हैं, जबकि आयरन ऑक्सीडेशन सिर्फ इलेक्ट्रॉन कम होने पर ही हो सकता है। चांद पर हेमेटाइट की मौजूदगी उसी हिस्से में ज्यादा है, जो पृथ्वी के नजदीक है। इन सोलर विंड्स के साथ आने वाले हाइड्रोजन के परमाणु सतह पर इलेक्ट्रॉन छोड़ते रहते हैं, जबकि आयरन ऑक्सीडेशन सिर्फ इलेक्ट्रॉन कम होने पर ही हो सकता है। चांद पर हेमेटाइट की मौजूदगी उसी हिस्से में ज्यादा है, जो पृथ्वी के नजदीक है।

वैज्ञानिकों के मुताबिक बदलाव के ये कारण हो सकते हैं
चांद पर हेमेटाइट के चिह्न ज्यादातर वहीं मिले हैं जहां पहले बर्फ के भंडार थे। वैज्ञानिक मानते हैं कि उल्का टकराने से चांद की सतह के नीचे की बर्फ पिघली और सतह पर आ गई। सूक्ष्म पानी के कण वहां पैदा हुए।अध्ययन में यह साबित हो चुका है कि पृथ्वी के वायुमंडल की ऑक्सीजन, सोलर विंड्स के साथ चांद तक जाती है।

इससे चांद की सतह पर ऑक्सीजन के कण पहुंचने से ऑक्सीडेशन हो सकता है। जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आती है तो चांद तक सोलर विंड्स नहीं पहुंच पाती। ऐसे में हाइड्रोजन की बमबारी से भी चांद बचा रहता है। इसी समय आयरन ऑक्सीडेशन हो सकता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
चांद पर हेमेटाइट के चिह्न ज्यादातर वहीं मिले हैं जहां पहले बर्फ के भंडार थे।

74 साल के ट्रम्प के सामने 77 साल के बाइडेन; ट्रम्प कहते हैं कि बाइडेन डिमेंशिया से पीड़ित हैं, लेकिन खुद के मिनी स्ट्रोक्स को लेकर सवालों के घेरे में September 03, 2020 at 02:36PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने जीवन के अधिकतर मौकों पर खुद को एक सुपरमैन के रूप में पेश करते रहे हैं। एक ऐसा व्यक्ति, जिसके पास अथाह ताकत है जो कम सोता है, शायद ही कभी बीमार पड़ता है और जवानी के दिनों में खेल के मैदान में भी शानदार था। एक बार उन्होंने अपने डॉक्टर के हवाले से कहा था कि वह राष्ट्रपति बनने वाले अब तक के सबसे स्वस्थ व्यक्ति हैं।

74 साल के ट्रम्प अब दूसरी बार मैदान पर हैं। उनका सामना 77 साल के जो बाइडेन से है। इनमें से जो भी चुना जाएगा, वह अभी तक का सबसे ज्यादा उम्र वाला राष्ट्रपति होगा। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनावों में उम्मीदवारों की सेहत के सवाल ने कभी-कभी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन, इस साल यह ज्यादा बड़ा मुद्दा बन रहा है।

ट्रम्प ने कहा है कि बाइडेन दवाओं पर चल रहे
राष्ट्रपति ट्रम्प लगातार कहते रहे हैं कि बाइडेन डिमेंशिया जैसी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं। ट्रम्प ने पिछले हफ्ते बिना किसी सबूत के दावा किया था कि बाइडेन दवाओं पर चल रहे हैं। ट्रम्प ने चार साल पहले यही रणनीति डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के खिलाफ भी अपनाई थी।

मंगलवार रात को ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि डिबेट से पहले उन्हें और बाइडेन को ड्रग टेस्ट कराना चाहिए। उन्होंने 2016 में क्लिंटन को भी यही चैलेंज दिया था। क्लिंटन की तरह बाइडेन ने भी ट्रम्प के इस चैलेंज को नकार दिया है।

ट्रम्प ने चुपचाप खुद का इलाज करवाया
हाल ही में ट्रम्प की मानसिक और शारीरिक स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में उनके लिए अपने विपक्षी जो बाइडेन की सेहत पर सवाल उठाना मुश्किल हो गया है। ट्रम्प ने इस हफ्ते एक क्रिटिक्स के ट्वीट पर जवाब देकर इस मुद्दे को फिर से गरमा दिया है। कहा जाता है कि ट्रम्प को हल्के दौरे (मिनी स्ट्रोक्स) पड़ते हैं।

वह पिछले साल नवंबर में चुपचाप मैरीलैंड के वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री सेंटर के हॉस्पिटल में एडमिट रहे थे। ट्रम्प ने इस दावे को नकारा है। उन्होंने इस पर कभी सीधा जवाब नहीं दिया, इससे और सवाल उठे। ट्रम्प की यह ट्रिप हमेशा सवालों के घेरे में रहेगी।

जब पानी पीना तक मुश्किल पड़ गया
हास्पिटल विजिट के कुछ महीनों बाद ट्रम्प वेस्ट प्वाइंट में मिलिट्री एकेडमी के समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे। इस दौरान वह पानी का गिलास तक सही से नहीं पकड़ पा रहे थे। पानी पीने के लिए उन्हें दोनों हाथों से गिलास पकड़ना पड़ा। साथ ही उन्हें डर था कि अगर वी सीढ़ियां चढ़े तो गिर सकते हैं, इसलिए उन्होंने रैंप का इस्तेमाल किया।

न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्टर माइकल एस श्मिट ने अपनी किताब 'डोनाल्ड ट्रम्प वर्सेस यूनाइटेड स्टेट्स' में लिखा है कि समारोह के दौरान माइक पोम्पियो को स्टैंडबाई पर रखा गया था ताकि अगर ट्रम्प को एनेस्थीसिया की जरूरत पड़े तो वह स्थिति संभाल लें।

खबर आई तो आगबबूला हुए ट्रम्प
माइकल एस श्मिट की किताब को पढ़ने के बाद पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल के दौरान व्हाइट हाउस में प्रेस सेक्रेटरी रहे जो लॉकहर्ट ने ट्वीट किया, "क्या डोनाल्ड ट्रम्प को दौरे आते हैं, जिसको अमेरिकी जनता से छिपाया जा रहा है?" ट्रम्प ने अगली सुबह जब यह खबर देखी तो गुस्से से आगबबूला हो गए।

उन्होंने ट्वीट कर इन खबरों को नकारा। इसके साथ ही उन्होंने व्हाइट हाउस के फिजीशियन को अपना ट्वीट फॉलो करने और इस बात को कन्फर्म करने के लिए कहा कि वह ठीक हैं। इसके बाद ट्रम्प के कैंपेन ने बाइडेन की सेहत को मुद्दा बनाना शुरू किया। उन्होंने बाइडेन के बारे में कहा कि वह वास्तव में बीमार हैं।

ओवरवेट हैं ट्रम्प
पिछले हफ्ते ही न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में बिना पूछे ही वह अपनी सेहत की जानकारी देने लगे। उन्होंने कहा, "मैं अच्छा महसूस करता हूं। मुझे लगता है कि मैं चार साल पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर महसूस करता हूं।"

पिछली बसंत मे ट्रम्प का वजन 244 पाउंड (करीब 110 किलो) था। वह ओवरवेट हैं। ट्रम्प चीजबर्गर को स्वस्थ भोजन के रूप में पसंद करते हैं। गोल्फ के अलावा वह किसी भी एक्सरसाइज से नफरत करते हैं, उनका मानना है कि इससे ऊर्जा खत्म होती है।

2018 में हुए कोरोनरी कैल्शियम सिटी स्कैन से पता चलता है कि उनमें 70 की उम्र में करीब सभी लोगों में होने वाली हृदय समस्या है। जिसे कोलेस्ट्राल को कम करते और बेहतर डाइट लेकर सही किया जा सकता है।

अमेरिका चुनाव से जुड़ी ये खबर भी पढ़ सकते हैं...

1. अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव:ट्रम्प का गैरकानूनी सुझाव: कहा- नॉर्थ कैरोलिना के लोग दो बार वोटिंग करें, एक बार बैलेट से और दूसरी बार पोलिंग स्टेशन जाकर; इससे सिस्टम की जांच हो जाएगी



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनावों में उम्मीदवारों की सेहत के सवाल ने कभी-कभी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन, इस साल यह ज्यादा बड़ा मुद्दा बन रहा है।

राष्ट्रपति ट्रम्प के बाद जो बिडेन दंगा प्रभावित शहर केनोसा पहुंचे; यहां अश्वेत युवक जैकब ब्लेक के परिजन से मुलाकात करेंगे September 03, 2020 at 08:41AM

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के डेमोक्रेटिक कैंडिडेट जो बिडेन गुरुवार को विस्कॉन्सिन पहुंचे। वे यहां केनोसा शहर में अश्वेत युवक जैकब ब्लेक के परिजन से मुलाकात करेंगे। साथ ही बिजनेसमैन, समाजसेवी और कानून व्यवस्था के अधिकारियों से भी बातचीत करेंगे।

एक पुलिस वाले ने 23 अगस्त को गिरफ्तारी के दौरान जैकब ब्लेक को सात गोलियां मारी थीं। इसके बाद ही केनोसा शहर में दंगे शुरू हो गए थे। इस दौरान कई लोगों की दुकानें और वाहनों को तोड़ दिया गया और आग लगा दी गई। जैकब फिलहाल, हॉस्पिटल में भर्ती है।

दो दिन पहले 1 सितंबर को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी केनोसा पहुंचे थे। हालांकि, उन्होंने जैकब के परिवार से मुलाकात नहीं की थी। उनका केनोसा जाने का मकसद कानून व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों को धन्यवाद देना था, जिन्होंने सही तरीके से दंगे को कंट्रोल किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन से प्रभावित व्यापारियों से भी मुलाकात की थी।

अब तक 252 गिरफ्तार

केनोसा पुलिस के मुताबिक, दंगे के आरोप में अब तक 252 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 132 ऐसे हैं जो केनोसा शहर में नहीं रहते हैं। वहीं, अब तक करीब 15 करोड़ रु. (2 मिलियन डॉलर) का नुकसान हुआ है। शहर में 40 से ज्यादा लॉ इन्फोर्समेंट एजेंसियां तैनात हैं।

विस्कॉन्सिन में बिडेन का यह पहला कैंपेन

दो साल के बाद विस्कॉन्सिन में बिडेन का यह पहला कैंपेन है। साथ ही 2012 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि डेमोक्रेटिक का कोई प्रेसेडेंशियल कैंडिडेट यहां पहुंचा। 2016 में हिलेरी क्लिंटन भी यहां नहीं आई थी। 1988 में विस्कॉन्सिन से रिपब्लिकन रोनाल्ड रीगन ने जीत हासिल की थी। इसके बाद लगातार यहां डेमोक्रेटिक की जीत होती रही। पिछले साल ये सिलसिला टूटा और ट्रम्प ने यहां से जीत हासिल की। हालांकि, ट्रम्प के वोटों का मार्जिन भी 23 हजार से कम रहा था।

ये भी पढ़ें...

दंगा प्रभावित केनोसा पहुंचे ट्रम्प:अमेरिकी राष्ट्रपति व्यापारियों से मिलने गए, बर्बाद हुई दुकानों का दौरा किया; नाराज दुकानदार ने फोटो लेने से मना किया



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति कैंडिडेट और पूर्व उप राष्ट्रपति जो बिडेन गुरुवार को जनरल मिशेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे।

भारत और रूस के बीच एके-47 राइफल्स को लेकर सौदा तय, अब भारत में इसे तैयार किया जा सकेगा September 03, 2020 at 07:46AM

भारत और रूस के बीच एके-47 203 राइफल्स को लेकर सौदा तय हो गया है। अब इस राइफल को भारत में तैयार किया जाएगा। एके-47 203 को एके-47 राइफल्स का सबसे एडवांस्ड वर्जन माना जाता है। यह अब इंडियन स्मॉल आर्म्स सिस्टम (इंसास) असॉल्ट राइफल की जगह लेगा। इस सौदे पर एससीओ (शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन) समिट के दौरान सहमति बनी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस समिट में हिस्सा लेने के रूस में ही मौजूद हैं।

रूस की सरकारी मीडिया के मुताबिक, इंडियन आर्मी को करीब 7 लाख से ज्यादा एके-47 203 राइफल की जरूरत है। इनमें से 1 लाख राइफल्स आयात किए जाएंगे जबकि बाकी को देश में ही तैयार किया जाएगा। इन्हें भारत और रूस के ज्वाइंट वेंचर इंडो-रशिया राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) द्वारा तैयार किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ के कोरबा में बनाई जाएगी राइफल

आईआरपीएल में आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड (ओएफबी) की 50.5% की हिस्सेदारी होगी। इसमें रूस के क्लाशिनकोव ग्रुप 42% का साझेदार होगा। वहीं, रूस की सरकारी एक्सपोर्ट एजेंसी रोसोबोरोन एक्सपोर्ट बाकी बचे 7.5% का हिस्सेदार होगी। 7.62×39 एमएम के राइफल को छत्तीसगढ़ के कोरबा स्थित आर्डिनेंस फैक्ट्री में तैयार किया जाएगा। इस फैक्ट्री का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल किया था।

एक राइफल की कीमत करीब 81 हजार रु. होगी

एक एके-47 203 राइफल की कीमत 1100 अमेरिकी डॉलर (करीब 81 हजार रु.) होगी। इसमें टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और मैनुफैक्चरिंग यूनिट लगाने में आने वाला खर्च शामिल होगा। मौजूदा वक्त में भारतीय सेना 1996 इंसास राइफल इस्तेमाल कर रही है।

हालांकि, इसमें कुछ तकनीकी खराबी सामने आई है। हिमालय की ऊंची चोटियों पर इस्तेमाल करते वक्त इंसास में क्रेक होने और मैग्जीन जाम होने जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। यही वजह है कि इसे बदलने का फैसला किया गया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
भारतीय सैनिक फिलहाल इंसास राइफल का इस्तेमाल करते हैं। अब इसे एके-47 203 से बदला जाएगा।- फाइल फोटो

Pakistani officials: Roadside bomb hits army, kills 3 troops September 03, 2020 at 06:17AM

अश्वेत के चेहरे पर हुड रखकर पुटपाथ से दबाए रखा, दम घुटने से मौत हुई; परिवार ने सात महीने बाद जारी किया वीडियो September 03, 2020 at 05:05AM

अमेरिका में अश्वेतों के साथ पुलिस की क्रूरता का एक और मामला गुरुवार को सामने आया। यह घटना मार्च में न्यूयॉर्क के रोचेस्टर में घटी थी। अमेरिकी पुलिसकर्मियों ने अश्वेत डेनियल प्रूड (30) का चेहरा ढंका और उसे पत्थर के सहारे टिका दिया। इस दौरान डेनियल बेहोश हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां 7 दिन बाद उसकी मौत हो गई।

मामला सात महीने पुराना है। डेनियल के परिवार ने बुधवार को घटना से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया। इसमें उसके परिजन ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अमेरिका में पिछले सात महीने में अश्वेतों के साथ पुलिस की क्रूरता में अश्वेतों की मौत का यह तीसरा मामला है।

इससे पहले 25 मई को मिनेपोलिस में, 12 जून को अटलांटा के जॉर्जिया में और 6 अगस्त को लॉस एंजिल्स में ऐसी घटना सामने आई थी। तीनों ही मामलों में पुलिस की कार्रवाई में अश्वेतों की मौत हुई थी।

पुलिस के बॉडी कैमरे का है वीडियो

पब्लिक रिकॉर्ड रिक्वेस्ट से डेनियल के परिवार ने उस पर हुई पुलिस कार्रवाई का वीडियो हासिल किया है। यह वीडियो पुलिस बॉडी कैमरे का है। वीडियो में नजर आ रहा है कि कुछ पुलिसकर्मी डेनियल को घेर कर खड़े हैं। उसके चेहरे को हुड से ढंकने के बाद दो मिनट तक फुटपाथ पर उसका सिर दबाकर रखते हैं। इसके बाद डेनियल का शरीर हरकत करना बंद कर देता है। वीडियो में डेनियल के शरीर पर एक भी कपड़ा नजर नहीं आ रहा है।

डेनियल की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी

डेनियल के भाई जो प्रूड ने बताया- मेरे भाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह शिकागो से लौटने के बाद घर से भाग गया था। मैंने 23 मार्च को 911 पर फोन किया था। इसके एक दिन पहले ही पुलिस ने मानसिक तौर पर बीमार लोगों को बचाने के नियम के तहत उसे कस्टडी में ले लिया था। मैंने फोन अपने भाई को बचाने के लिए किया था, इसलिए नहीं कि उसे मार दिया जाए।

जॉर्ज फ्लॉयड की मौत से दो महीने पहले हुई यह घटना

डेनियल की मौत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों जान जाने से करीब दो महीने पहले हुई थी। मिनेपोलिस में 25 मई को फ्लॉयड को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। एक पुलिस ऑफिसर ने घुटने से उसकी गर्दन को करीब आठ मिनट तक दबाए रखा था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी।

इसके बाद 12 जून को अटलांटा में रेशर्ड ब्रूक्स और 6 अगस्त को लॉस एंजिल्स में डिजोन किजी की पुलिस कार्रवाई के दौरान मौत हुई थी। 27 अगस्त को जैकब ब्लेक को पुलिस ने सात गोलियां मारी थीं, फिलहाल वह जिंदा है और अस्पताल में भर्ती है।

आप ये खबरें भी पढ़ सकते हैं...

1. अमेरिका में हिंसक हुआ प्रदर्शन:पोर्टलैंड में प्रदर्शनकारी और ट्रम्प समर्थक आमने-सामने आए, गोली लगने से एक की मौत; दो और राज्यों में 10 को गोली मारी

2. अमेरिका के केनोशा में हालात बिगड़े:अश्वेत जैकब के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान हिंसा, पुलिस की गोली से 2 की मौत; भीड़ में बंदूक के साथ नजर आए शख्स की तलाश जारी

I



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
यह फोटो अश्वेत डैनियल के परिवार की ओर से जारी वीडियो से लिया गया है। इसमें कुछ पुलिसकर्मी डेनियल के चेहरे पर हुड रखते नजर आ रहे हैं। -फाइल फोटो

इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई एक महीने के लिए टाली; पाकिस्तान सरकार से कहा- भारत को वकील रखने का दूसरा मौका दिया जाए September 03, 2020 at 05:03AM

पाकिस्तान की इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने गुरुवार को कुलभूषण जाधव मामले में सुनवाई एक महीने के लिए टाल दी। कोर्ट जाधव को पाकिस्तान मिलिट्री कोर्ट की ओर से सुनाई गई मौत की सजा पर समीक्षा करने के लिए सुनवाई कर रही है। अटॉर्नी जनरल खालिद जावेद खान ने पाकिस्तान की ओर से पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसी) के आदेश के मुताबिक, भारत को कॉन्सुलर एक्सेस दी गई थी। हालांकि, भारत ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। इस पर कोर्ट ने ने पाक सरकार से कहा है कि वह भारत को कुलभूषण के लिए वकील रखने का दूसरा मौका दे।

इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने सरकार से कहा कि वह कोर्ट का आदेश भारत को भी भेजे। अब इस मामले पर 3 अक्टूबर को दोबारा सुनवाई होगी। पाकिस्तान ने आईसीजे के फैसले को ध्यान में रखते हुए जाधव मामले पर सुनवाई के लिए एक स्पेशल कानून बनाया है।

दो महीने पहले जाधव को पाक ने दिया था कॉन्सुलर एक्सेस

कुलभूषण जाधव को इमरान सरकार ने अगस्त में दूसरी बार कॉन्सुलर एक्सेस दिया था, लेकिन यह महज दिखावा ही साबित हुआ। जाधव से मुलाकात के लिए पाकिस्तान ने अंग्रेजी में बात करने की शर्त रखी थी। कहा था कि इस दौरान पाकिस्तानी अफसर भी वहां मौजूद थे और बातचीत को रिकॉर्ड करने के लिए कैमरे लगाए थे। इस पर भारत ने आपत्ति जताई थी।

2 सितंबर 2019 को पाकिस्तान ने जाधव को पहली बार कॉन्सुलर एक्सेस दिया था। उस वक्त इस्लामाबाद में भारत के उप-उच्चायुक्त गौरव अहलूवालिया ने उनसे मुलाकात की थी।

2017 में सुनाई गई थी फांसी की सजा

कुलभूषण को मार्च 2016 में पाकिस्तान ने गिरफ्तार किया था। पाकिस्तान ने दावा किया था कि जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया। भारत ने इसे खारिज करते हुए कहा था कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया है। 2017 में पाकिस्तान की मिलिट्री कोर्ट ने जाधव को जासूसी के आरोप में फांसी की सजा का ऐलान किया। इसके खिलाफ भारत ने 2017 में ही इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में अपील दायर की थी।

आईसीजे ने जुलाई 2019 में पाकिस्तान को जाधव को फांसी न देने और सजा पर पुनर्विचार करने का आदेश दिया था। तब से अब तक पाकिस्तान ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।

आप कुलभूषण जाधव से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ सकते हैं...

1. कुलभूषण जाधव को वकील देने के लिए इमरान सरकार इस्लामाबाद हाईकोर्ट पहुंची, कहा- निष्पक्ष जांच के लिए ऐसा करना जरूरी

2. कुलभूषण को दूसरा कॉन्सुलर एक्सेस दिया, पर भारतीय अफसर बोले- जाधव का तनाव दिख रहा था, खुलकर बातचीत करने की स्थिति भी नहीं थी



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव को पहली बार पिछले साल 2 सितंबर को कॉन्सुलर एक्सेस दिया था। - फाइल फोटो

US troops to start extended exercises in Lithuania amid tensions over Belarus September 03, 2020 at 04:35AM

Pressure grows for Germany to rethink pipeline with Russia September 03, 2020 at 02:21AM

German Chancellor Angela Merkel faced pressure on Thursday to use a joint German-Russian pipeline project as leverage in getting Russia to provide answers about the poisoning of the Kremlin's most determined critic.

इमरान ने कहा- कश्मीर मुद्दे पर दुनिया पाकिस्तान के साथ नहीं है, आर्थिक मजबूरियों के चलते इस मुद्दे पर भारत के खिलाफ कोई नहीं बोलता September 03, 2020 at 01:49AM

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना है कि कश्मीर मुद्दे पर दुनिया पाकिस्तान के साथ नहीं है। उनके मुताबिक, दुनिया के लिए भारत बहुत बड़ा और संभावनाओं वाला बाजार है। इन्हीं आर्थिक मजबूरियों के चलते कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाता। यह बात इमरान खान ने अल जजीरा चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कही।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का आर्थिक भविष्य चीन से जुड़ा है। जहां तक सवाल सेना और सरकार के रिश्तों का है तो यह बेहद अच्छे हैं। दोनों कंधे से कंधा मिलाकर काम करते हैं। सेना सरकारी नीतियों का समर्थन करती है। हम एक साथ खड़े हैं और मिल-जुलकर काम करते हैं।

पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्ते अच्छे हैं- इमरान

पिछले दिनों सऊदी अरब ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ नहीं दिया था। इस पर इमरान सरकार ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्तों में खटास भी आ गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने तो सऊदी अरब को बदला लेने की धमकी तक दे दी थी।

इस बारे में बात करते हुए इमरान ने कहा कि हम चाहते हैं कि ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) हमारा साथ दे। लेकिन, पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्ते अच्छे हैं। हम अब भी अच्छे दोस्त हैं।

भारत ने कश्मीर पर पिछले साल एकतरफा फैसला किया- इमरान​​​​​​​

कश्मीर मुद्दे पर इमरान ने कहा- कश्मीर विवादित क्षेत्र है। भारत ने पिछले साल पांच अगस्त को एकतरफा फैसला किया। अगर इस मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है तो इसका असर दुनिया पर भी पड़ेगा। दुनिया के लिए भारत बहुत बड़ा और संभावनाओं वाला बाजार है। उनके आर्थिक हित भारत से जुड़े हैं। लेकिन, पाकिस्तान इस मुद्दे पर संघर्ष करता रहेगा।

हमारा आर्थिक भविष्य सीधे तौर पर चीन से जुड़ा है​​​​​​​- इमरान

चीन और पाकिस्तान के रिश्तों पर इमरान ने कहा- हमारा आर्थिक भविष्य सीधे तौर पर चीन से जुड़ा है। चीन दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। पाकिस्तान को चीन से काफी फायदा होगा। उन्होंने जिस तरह से अपने लोगों को गरीबी से उबारा है, वैसा ही पाकिस्तान भी कर सकता है।

पाकिस्तान से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...

1. पाकिस्तान के राजदूत का कारनामा: इंडोनेशिया में पाक के राजदूत ने बेच दी दूतावास की बिल्डिंग, 19 साल बाद अब कोर्ट पहुंचा मामला

2. पाक का कबूलनामा:पाकिस्तान ने पहली बार माना- दाऊद इब्राहिम के पास 14 पासपोर्ट और कराची में 3 घर; दुनिया में बदनामी से बचने के लिए 88 आतंकियों पर प्रतिबंध लगाए



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि दुनिया को लगता है भारत से उन्हें ज्यादा आर्थिक फायदा हो सकता है। यही वजह है कि वे कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ नहीं दे रहे।- फाइल फोटो

क्या फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के चुनावी विज्ञापनों पर बैन लगा दिया ? पड़ताल में यह दावा फेक निकला September 03, 2020 at 01:27AM

क्या हो रहा वायरल : अमेरिका में दो महीने बाद राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े सभी चुनावी विज्ञापनों पर बैन लगा दिया है।

क्या है इस दावे का सच ?

  • अलग-अलग कीवर्ड सर्च करने से भी इंटरनेट पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली। जिससे पुष्टि होती हो कि ट्रंप के सभी विज्ञापन फेसबुक ने बैन कर दिए हैं।
  • CNN वेबसाइट की खबर के अनुसार, फेसबुक ने ट्रंप समर्थक संगठन PAC के कुछ विज्ञापनों पर बैन लगाया था। क्योंकि ये संगठन कई बार फेक न्यूज फैलाते पाया गया था। हालांकि, इस खबर में भी ट्रंप के सभी विज्ञापनों पर बैन का जिक्र नहीं है।
  • फेसबुक की एड लाइब्रेरी पर हमने 1 अगस्त से 2 सितंबर के बीच पोस्ट किए गए ट्रंप से जुड़े चुनावी विज्ञापन सर्च किए। पता चला कि इस दौरान फेसबुक पर ट्रंप के कई चुनावी विज्ञापन पब्लिश हुए हैं। इससे स्पष्ट होता है कि फेसबुक ने ट्रंप से जुड़े विज्ञापनों पर बैन नहीं लगाया है। सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा फेक है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Fake News Exposé: Facebook Banned US President Trump's Election Advertisements ? This claim is fake

UK working on 20-minute coronavirus test September 02, 2020 at 11:20PM

Health Secretary Matt Hancock says the government is expanding trials of two new tests — a no-swab saliva test and another that gives results in minutes. It's also running a trial on the benefits of repeat testing of people without symptoms.

सऊदी अरब ने इजराइल-यूएई के बीच फ्लाइट्स को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल करने की मंजूरी दी; अमेरिका ने कहा- 22 अरब देश इजराइल के दोस्त बनेंगे September 02, 2020 at 11:37PM

इजराइल और यूएई के बीच नई दोस्ती पर अब सऊदी अरब ने भी मुहर लगा दी है। उसने इजराइल और यूएई के बीच उड़ानों को अपना एयर स्पेस इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि इसके लिए अमेरिका ने सऊदी सरकार से बातचीत की थी। सऊदी के इस कदम का इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वागत किया। कहा- अमन बहाली के यही फायदे होते हैं।

एक अहम बयान अमेरिका की तरफ से भी आया। और यह बड़ा कूटनीतिक संकेत माना जाना चाहिए। डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद और विशेष सलाहकार जैरेड कुशनर ने कहा- सभी 22 अरब देशों की इजराइल से दोस्ती संभव है।

सऊदी अरब के इस कदम से क्या होगा
सऊदी अरब का इजराइल और यूएई के फ्लाइट्स को अपने यहां से गुजरने देना खास मायने रखता है। इजराइल और यूएई के बीच हाल ही में ऐतिहासिक शांति समझौता हुआ है। सऊदी सरकार ने न तो इसका विरोध किया था और न समर्थन। लेकिन, इजराइल-यूएई को अपना एयर स्पेस इस्तेमाल करने की मंजूरी देना कूटनीतिक लिहाज से बहुत बड़ा कदम है। इसका मतलब यह हुआ कि अरब वर्ल्ड के दो सबसे ताकतवर और अमीर देश अब अमेरिका और इजराइल के साथ आ गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब इजराइली नागरिक अपने मित्र देश भारत कम खर्च और कम वक्त में पहुंच सकेंगे। यही मलेशिया के मामले में भी है। यूएई इजराइली नागरिकों के लिए ट्रैवल हब के तौर पर पहचान सकेगा।

अमेरिका को अरब-इजराइल दोस्ती की उम्मीद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद और स्पेशल एडवाइजर जैरेड कुशनर ने इजराइल-यूएई शांति समझौते में सबसे अहम भूमिका निभाई। अब उनका नया बयान सामने आया है। यूएई से लौटते वक्त विमान में मीडिया से बातचीत करते हुए कुशनर ने कहा- संभव है कि आने वाले वक्त में हम अरब देशों और इजराइल के बीच बिल्कुल सामान्य संबंध देखें। कुशनर के बयान का मतलब यह है कि इजराइल और खाड़ी देशों के बीच जल्द शांति समझौता हो सकता है। कुशनर ने ये भी कहा- बहुत कम लोग (देश) ऐसे हैं जो इजराइल से दोस्ती का विरोध करेंगे। अरब वर्ल्ड में 22 देश आते हैं।

जल्द दिखेंगे नतीजे
कुशनर के मुताबिक, अगले कुछ महीनों में आप देखेंगे कि कुछ और अरब देश इजराइल से कूटनीतिक संबंध जोड़ेंगे। बातचीत से मसले सुलझेंगे। लोग मिलेंगे। ट्रेड एक्सचेंज भी होगा। इससे मिडिल ईस्ट (पश्चिम एशिया) को ही फायदा होगा।

कुशनर के इशारे को यूं समझिए
पिछले दिनों जब इजराइल और यूएई के बीच शांति समझौता हुआ तो किसी अरब देश ने इसका विरोध नहीं किया। सऊदी अरब ने भी नहीं। विरोध की आवाजें आईं तो पाकिस्तान, तुर्की और ईरान से। पाकिस्तान को छोड़कर बाकी दो देशों से खाड़ी देशों के रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे। अरब देशों को जल्द ही इजराइल की सैन्य ताकत का साथ मिल जाएगा। अमेरिका पहले ही उनके साथ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक- ओमान, बहरीन, मोरक्को और सऊदी अरब ऐसे देश हैं जो जल्द यूएई के रास्ते पर चलेंगे। यानी इजराइल से दोस्ती कर लेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फोटो 1 सितंबर की है। इजराइल और अमेरिकी अधिकारियों का दल यूएई गया था। बहुत अच्छे माहौल में तीनों देशों की बातचीत हुई। इजराइली-अमेरिकी डेलिगेशन को छोड़ने के लिए यूएई के अफसर अबु धाबी एयरपोर्ट पहुंचे। यहां इजराइल के एनएसए मेरी बेन शाबात और यूएई ने इस तरह एक दूसरे का अभिवादन किया।

ट्रम्प का गैरकानूनी सुझाव: कहा- नॉर्थ कैरोलिना के लोग दो बार वोटिंग करें, एक बार बैलेट से और दूसरी बार पोलिंग स्टेशन जाकर; इससे सिस्टम की जांच हो जाएगी September 02, 2020 at 09:35PM

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में मेल वोटिंग का राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लगातार विरोध कर रहे हैं। बुधवार को उन्होंने अजीब सुझाव दिया। कहा- नॉर्थ कैरोलिना के लोगों को दो बार वोटिंग करके इलेक्शन सिस्टम की सिक्योरिटी की जांच करनी चाहिए। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति का यह सुझाव गैरकानूनी है। लेकिन, ट्रम्प का कहना है कि इससे वोटिंग सिस्टम की सही जांच हो सकेगी।

इससे सिस्टम की परख होगी

मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रम्प ने लोगों को बैलट वोटिंग और चुनाव के दिन खुद जाकर वोट डालने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें बैलट भेजने दें और साथ ही वोटिंग के लिए भी जाने दें। दावा किया जाता है कि हमारा सिस्टम मजबूत है। अगर ये सच है तो लोग दोबारा वोट नहीं डाल पाएंगे। और अगर इस सिस्टम में कोई खामी है तो लोग दो बार भी वोटिंग कर देंगे।’’

ट्रम्प का सुझाव गैरकानूनी

एक ही चुनाव में दो बार वोटिंग गैरकानूनी है। लेकिन, ट्रम्प का यह सुझाव सहयोगियों से चर्चा के बाद आया है। अमेरिका में कोरोना के चलते बैलट से वोटिंग करने वालों की संख्या बढ़ रही है। ट्रम्प इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि मेल-इन बैलट वोटिंग में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हो सकती है।

सही सलाह, लेकिन उलझन ज्यादा

ट्रम्प के सलाहकारों ने उन्हें बताया कि सभी तरह के मेल इन बैलट का विरोध न करें। क्योंकि, इससे वे बुजुर्ग और बीमार समर्थकों के वोट खो सकते हैं। इन सलाहकारों ने ट्रम्प से यूनिवर्सल मेल वोटिंग और एब्सेंटी वोटिंग के बीच अंतर करने को कहा है।

एब्सेंटी वोटिंग उन लोगों के लिए होती है जो विकलांग हैं या अपने घर से दूर हैं। उन्हें वोटिंग से पहले एक फॉर्म भरना होता है। इसमें यह बताना होता है कि वे किस वजह से पोलिंग स्टेशन नहीं आ सकते। इसके बाद चुनाव आयोग उन्हें बैलेट पेपर भेजता है। इसके जरिए वे वोटिंग करते हैं। यूनिवर्सल मेल वोटिंग का मतलब है कि हर कोई घर से ही वोट दे सकता है। इसके लिए कोई कारण नहीं पूछा जाता।

दोहरी वोटिंग संभव नहीं

अटार्नी जनरल विलियम बार ने ट्रम्प के बयान पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि, राज्यों के पास दोहरी वोटिंग से बचने के लिए कई तरीके हैं। नॉर्थ कैरोलिना स्टेट बोर्ड ऑफ इलेक्शन की वेबसाइट में कई तरह के सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी दी गई है। पिछले साल एक इंटरव्यू में वॉशिंगटन के सचिव किम वियान ने कहा था कि कोई भी वोटर दोबारा मतदान नहीं कर सकता। वॉशिंगटन में 2018 में मेल वोटिंग से ही चुनाव हुए थे। वियान ने कहा, ‘‘हम उन लोगों की लिस्ट निकाल सकते हैं, जिन्होंने एक से ज्यादा बार वोटिंग की होगी। 2018 में डाले गए 35 लाख बैलट में से लगभग 100 लोगों ने एक से ज्यादा बार वोटिंग की थी।’’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
नॉर्थ कैरोलिना के विलमिंग्टन में बुधवार को मीडिया से बातचीत करते ट्रम्प। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- अगर अमेरिकी इलेक्शन सिस्टम मजबूत हुआ तो लोग दो बार वोटिंग नहीं कर सकेंगे, लेकिन इसकी जांच जरूरी है।