Monday, October 19, 2020

इमरान सरकार ने 10 दिन में टिकटॉक से बैन हटाया; 2018 से 2019 के बीच पाकिस्तान में 8 लाख वेबसाइट्स बैन की गईं October 19, 2020 at 07:16PM

पाकिस्तान के लोग एक बार फिर वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक का इस्तेमाल कर सकेंगे। इमरान सरकार ने 10 दिन पहले लगाया बैन सोमवार को हटा लिया। पाकिस्तान टेलिकॉम्युनिकेशन अथॉरिटी (पीटीए) ने एक बयान में कहा- टिकटॉक मैनेजमेंट ने हमें भरोसा दिलाया है कि वे उन सभी अकाउंट्स को ब्लॉक करेंगे जो अश्लीलता या आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करते हैं। वे पाकिस्तान सरकार की गाइडलाइन्स का पालन करेंगे।

9 अक्टूबर को यह बैन लगाया गया था। 19 अक्टूबर को हटा लिया गया। ह्यूमन राइट्स पर नजर रखने वाली संस्था फ्रीडम हाउस के मुताबिक, जून 2018 से मई 2019 के बीच पाकिस्तान सरकार ने कुल 8 लाख वेबसाइट्स को ब्लॉक किया है।

टिकटॉक का नपातुला बयान
पाकिस्तान सरकार और उसका पीटीए डिपार्टमेंट भले ही नियमों के पालन पर कोई भी दावा कर रहा हो, लेकिन चीनी कंपनी टिकटॉक ने इस बारे में नपातुला बयान जारी किया। इसमें नियमों या गाइडलाइन्स के पालन करने का कोई भरोसा नहीं दिलाया गया। कंपनी ने कहा- अगर पाकिस्तान सरकार हमारी सेवाएं फिर शुरू करने जा रही है तो हम इसे लोगों और बाजार को पहुंचाने के लिए तैयार हैं। यह पहले की तरह काम करता रहेगा। हमने पीटीए से बातचीत की है।

पीटीए का दावा अलग
पीटीए और टिकटॉक के बयान अलग-अलग हैं। जहां सरकार दावा कर रही है कि टिकटॉक गाइडलाइन्स का पालन करेगी। वहीं, टिकटॉक के बयान में इसका कहीं जिक्र नहीं है। पीटए ने अपने बयान में कहा- पाकिस्तान में कोई भी ऐप अपनी मर्जी से नहीं चल सकता। उसे मजहबी और सामाजिक नियमों के दायरे में काम करना होगा। 9 अक्टूबर को बैन के बाद सिंध और इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इसके खिलाफ याचिकाएं दायर की गईं थीं। हाईकोर्ट ने इस पर सरकार से जवाब तलब किया था।

12वीं पायदान पर पाकिस्तान
रिसर्च फर्म सेन्सर टॉवर के मुताबिक, पाकिस्तान में टिकटॉक के 3.9 करोड़ यूजर हैं। यह पाकिस्तान में पिछले कुछ समय में तीसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जानेवाला ऐप है। इस ऐप को डाउनलोड करने के मामले में पाकिस्तान दुनिया में 12वें स्थान पर है। इससे पहले वॉट्सऐप और फेसबुक ऐप डाउनलोड में टॉप पर रहे। यूट्यूब को पाकिस्तान में 2012 से 2016 तक बैन किया गया था। इसके बाद एक नया सायबर सिक्योरिटी कानून पास किया गया। इसमें सोशल मीडिया के लिए गाइडलाइन्स तय की गईं।

खतरे में पड़ गई थी सरकार
कुछ महीने पहले पाकिस्तान की दो टिकटॉक स्टार हरीम शाह और संदल खटक के वीडियो वायरल हुए थे। इनमें वो प्रधानमंत्री इमरान और कुछ मंत्रियों के साथ नजर आईं थीं। तब इन मंत्रियों का काफी विरोध हुआ था। मीडिया में कई दिनों तक मुद्दा छाया रहा था। आरोप है कि मामले को ठंडा करने के लिए इन लड़कियों को कनाडा भेज दिया गया। इसके बाद कई संगठनों ने टिकटॉक को बैन करने की मांग की थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फोटो पाकिस्तान की टिकटॉक स्टार जन्नत मिर्जा की है। टिकटॉक पर उनके 1 करोड़ फॉलोवर हैं। जन्नत पिछले महीने यह कहते हुए जापान शिफ्ट हो गईं कि पाकिस्तान के लोग मानसिक तौर पर बीमार हैं। (फाइल)

US diplomats, spies battle Trump admin over suspected attacks October 19, 2020 at 07:19PM

पति की गिरफ्तारी से भड़कीं नवाज की बेटी मरियम की चुनौती- बेकसूरों को परेशान न करे इमरान सरकार, हिम्मत है तो मुझे गिरफ्तार करके दिखाएं October 19, 2020 at 06:11PM

पाकिस्तान सरकार विपक्षी दलों के संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएम) के आंदोलन को कुचलने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपना रही है। सोमवार को पीडीएम नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज के पति कैप्टन सफदर को गिरफ्तार किया गया। कुछ घंटे में उन्हें रिहा भी करना पड़ा। क्योंकि, गिरफ्तारी का कोई ठोस आधार नहीं था। अब मरियम ने प्रधानमंत्री इमरान खान और फौज को खुला चैलेंज किया है। मरियम ने सोमवार देर रात कहा- इमरान और उनके रहनुमा बेकसूरों को परेशान न करें। हिम्मत है तो मुझे गिरफ्तार करके दिखाएं।

परिवार को ब्लैकमेल करने की साजिश
कराची में पति की गिरफ्तारी और फिर रिहाई से मरियम का गुस्सा सातवें आसमान पर था। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- मेरे परिवार और करीबियों को परेशान करके मुझे ब्लैकमेल करने की साजिश की जा रही है। अगर इमरान खान सरकार और उनके रहनुमाओं में हिम्मत है तो मुझे गिरफ्तार करके दिखाएं। करो मुझे गिरफ्तार ताकि तुम्हारा असली चेहरा दुनिया के सामने आ सके। हम कमजोर नहीं हैं, जो सरकार और उनको बचा रहे लोगों के सामने झुक जाएं। हर हरकत का माकूल जवाब हम और हमारे साथ अवाम देने के लिए तैयार है।

बिलावल बोले- हम तैयार
मरियाम के पति सफदर पाकिस्तानी वायुसेना में पायलट रह चुके हैं। उनकी गिरफ्तार केंद्रीय जांच एजेंसी ने कराची से की। खास बात ये है कि कराची सिंध प्रांत का हिस्सा है और यहां बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी की सरकार है। लेकिन, जांच एजेंसियों ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को नहीं दी। बिलावल ने कहा- यह साजिश है। अगर उनमें हिम्मत है तो हमें गिरफ्तार करें। इस दौरान बिलावल के साथ मौलाना पीडीएम के मुखिया मौलाना फजल उर रहमान भी थे।

दबाव में फौज और सरकार
पहले गुजरांवाला और फिर कराची में विपक्ष की रैलियों के बाद सिर्फ इमरान सरकार ही नहीं बल्कि फौज पर भी काफी दबाव है। दरअसल, पीडीएम के नेता इमरान को सत्ता में लाने और फिर बचाने के लिए सीधे तौर आर्मी और इसके प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर निशाना साध रहे हैं। और ये पाकिस्तान के सियासी इतिहास में पहली बार हो रहा है जब फौज को रैलियों के जरिए सीधा तौर पर सियासत में घसीटा जा रहा है। मरियम ने साफ तौर पर कहा- मेरे पति को जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। वे भी फौजी हैं। उनका सियासत से कोई ताल्लुक नहीं। इमरान की सिलेक्टेड सरकार मुझे गिरफ्तार करके दिखाए। बेकसूरों को क्यों परेशान कर रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सोमवार को पति कैप्टन सफदर की रिहाई के बाद मरियम नवाज। मरियम ने कहा- इमरान अब कुछ भी कर लें, वे सरकार नहीं बचा पाएंगे।

Pakistan PM fears 2nd Covid-19 wave in coming months October 19, 2020 at 06:13PM

Pakistan Prime Minister Imran Khan has expressed fears over a second Covid-19 wave in the country in the coming months due to a resurgence of new cases in some parts of the country. "I fear there might be another spike of coronavirus in cities where the rate of pollution increases in October and November," Dawn news quoted the premier as saying on Monday at an event.

As US vote looms, Gulf powers count Trump blessings October 19, 2020 at 05:36PM

More than three years on, regional leaders are playing their diplomatic cards in support of an erratic but valuable partner in Washington as he seeks a second term -- one that would likely lead to even deeper tensions with Iran and more opportunities for their one-time enemy, Israel.

Madrid hospital struggles with surge in virus cases October 19, 2020 at 05:26PM

"We're swamped," admits Ricardo Diaz Abad, head of intensive care at this hospital in Leganes, south-west of Madrid, standing in front of the unit's 12 beds, all filled with gravely ill Covid-19 patients.

Gas explosion leaves 4 dead in China's coal mine October 19, 2020 at 05:16PM

22 अक्टूबर को होने वाली दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में म्यूट बटन को मंजूरी, ट्रम्प और बाइडेन एक-दूसरे को बीच में रोक नहीं सकेंगे October 19, 2020 at 05:06PM

अमेरिका में 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के पहले तीसरी और आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट गुरुवार को होनी है। इसके पहले कमिशन और प्रेडिडेंशियल डिबेट (सीपीडी) ने साफ कर दिया है कि बहस के दौरान म्यूट बटन का इस्तेमाल होगा। इसके इस्तेमाल से डोनाल्ड ट्रम्प और उन्हें चुनौती दे रहे डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन एक-दूसरे को अपनी बात कहते वक्त रोक नहीं पाएंगे। पहली डिबेट में इस रोकटोक की वजह से कई बार असहज स्थिति बन गई थी।

पहली बहस 29 सितंबर को हुई थी। दूसरी बहस को राष्ट्रपति ट्रम्प के संक्रमित होने की वजह से रद्द कर दिया गया था। यानी तकनीकि तौर पर यह तीसरी नहीं बल्कि दूसरी ही बहस होगी।

म्यूट बटन से क्या होगा
पहली बहस के दौरान एंकर क्रिस वॉलेस और दर्शकों के सामने अजीब स्थिति बन गई थी। दरअसल, नियमों का उल्लंघन करके दोनों ने कई बार और कई मुद्दों पर एक दूसरे को रोकाटोका था। एक बार तो झल्लाकर बाइडेन ने ट्रम्प से कहा था- क्या आप चुप नहीं रह सकते। सुनिए, मैं क्या बोल रहा हूं।

अब सीपीडी ने रोकटोक के इस मर्ज का इलाज म्यूट बटन के जरिए निकाला है। कमिशन के मुताबिक- ओपनिंग रिमार्क्स के दौरान हर कैंडिडेट का माइक्रोफोन दो मिनट के लिए बंद रखा जाएगा। मॉडरेटर सवाल पूछेगा तो सिर्फ उस कैंडिडेट का माइक चालू रहेगा जिसे जवाब देना है। यानी सवाल बाइडेन से पूछा गया है तो ट्रम्प का माइक बंद रहेगा। इसके बाद दोनों के माइक खोल दिए जाएंगे। बहस को 15-15 मिनट के छह हिस्सों में बांटा गया है। यानी कुल 90 मिनट की बहस होगी।

सीपीडी ने दोनों टीमों से बातचीत की
सीपीडी ने एक बयान में कहा- हमने पहली डिबेट में हुई दिक्कत से निपटने के लिए रास्ता निकाला। इसके लिए दोनों कैंडिडेट्स की कैम्पेन से बातचीत की गई। इससे किसी को फायदा या नुकसान होने की बजाए देश की जनता यह समझ पाएगी कि किस मुद्दे पर वे क्या कहना चाहते हैं। यह देशहित के लिए उठाया गया कदम है।

ट्रम्प कैम्पेन टीम खुश नहीं
बटन म्यूट किए जाने के फैसले से ट्रम्प की कैम्पेन टीम खुश नहीं है। सीपीडी को लिखे गए लेटर में टीम मैनेजर बिल स्टेपाइन ने कहा- हम म्यूट बटन के इस्तेमाल को सही नहीं मानते। कोई किसी कैंडिडेट की आवाज को कैसे दबा सकता है। हालांकि, खुद ट्रम्प ने इस बारे में अब तक कोई बयान नहीं दिया है। हालांकि, माइक्रोफोन बंद होने के बावजूद अगर कोई कैंडिडेट बोलता है तो इसे कैसे रोका जाएगा, इस पर सवालिया निशान हैं। ट्रम्प की टीम ने तो सीपीडी के फैसले पर ही सवाल उठा दिए। कहा- ये बाइडेन डिबेट कमिशन हो गया है।

विदेश नीति पर कराएं बहस
ट्रम्प की कैम्पेन टीम ने सीपीडी से कहा है कि गुरुवार को होने वाली बहस को अब सिर्फ विदेश नीति यानी फॉरेन पॉलिसी पर रखा जाए। कैम्पेन टीम ने सीपीडी को लिखे लेटर में कहा- दूसरी बहस के रद्द हो जाने के बाद बेहतर होगा कि अमेरिका की सबसे बड़ी जरूरत पर भी फोकस किया जाए। हमें घरेलू मामलों से अलग दुनिया में अपनी ताकत बनाए रखना है। लिहाजा, यह जरूरी है कि हम फॉरेन पॉलिसी पर बहस करें। दूसरी तरफ, बाइडेन कैम्पेन ने इस पर तंज कसा। कहा- ट्रम्प अब कोरोनावायरस पर अपनी नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।

गुरुवार को है बहस
22 अक्टूबर को (भारत में 23 अक्टूबर सुबह 6 बजे) यह बहस नेश्विले में होनी है। एनबीसी की एंकर क्रिस्टीन वेकर इसे मॉडरेट करेंगे। 3 नवंबर को होने वाले चुनाव के पहले यह ट्रम्प और बाइडेन के बीच आखिरी आमने-सामने वाला मुकाबला होगा। दूसरी डिबेट रद्द होने के बाद इस बहस पर बहुत ज्यादा फोकस रहेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Donald Trump vs Joe Biden Second Debate To Feature Mute Button; Here's New York Times (NYT) Opinion On US Election 2020

France targets Islamist networks after teacher's beheading October 19, 2020 at 05:09PM

French police have conducted a series of raids targeting Islamist networks, three days after the beheading of a history teacher who had shown his pupils a cartoon of the Prophet Mohammed.

Trump slams govt Covid expert Fauci 'and all these idiots' October 19, 2020 at 04:29PM

US President Donald Trump went after top government scientist Anthony Fauci in a call with campaign staffers on Monday, suggesting the hugely respected and popular doctor was an "idiot." Fauci, a key member of the White House coronavirus task force, has increasingly become a focus for the president's frustration as he bids to shape the messaging on federal response to pandemic

John Oliver now has a sewage plant named after him October 19, 2020 at 04:41PM

Comedian John Oliver made a secret trip to Connecticut last week to help cut the ribbon on a sign naming a sewage treatment plant in his honor. Oliver shared a video of the ribbon-cutting on his show.

Trump says Sudan to be removed from terrorism list October 19, 2020 at 04:28PM

ट्रम्प के सहयोगी राज्यों के नेताओं को बता रहे- राष्ट्रपति जीत जाएंगे, वे बाइडेन से आगे चल रहे हैं, लेकिन राह बहुत आसान नहीं है October 19, 2020 at 03:56PM

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी कैंपेन टीम उम्मीदों से भरी है और बहादुरी दिखा रही है। जब वे रिपब्लिकन पार्टी के डोनर्स और राज्यों के नेताओं से मिलते हैं तो बताते हैं कि ट्रम्प जो बाइडेन से जीत जाएंगे। टेलीविजन पर कैंपेन के दौरान भी ट्रम्प और उनका परिवार चुनाव में उनकी हार की आशंका से इनकार करते हैं। चुनाव तक लगातार ट्रम्प इवेंट्स में हिस्सा लेने वाले हैं। अंतिम हफ्तों में तो एक दिन में तीन-तीन रैलियां करने की योजना बना रहे हैं।

ट्रम्प जब भी वे अपनी हार की के बारे में सोचते हैं, वे इसपर यकीन करते नजर नहीं आते, इससे इनकार करते हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक रैली में लोगों से पूछा- क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि मैं हार सकता हूं?

व्हाइट हाउस चीफ मार्क मिडोस भी नाराज

निजी तौर पर ट्रम्प की टीम के ज्यादातर मेम्बर यह मानते हैं कि उनकी जीत की संभावना काफी कम है। अपने कैंडिडेट और कैमरा से दूर होने पर ट्रम्प के सहयोगी इस बात को मानते हैं कि उनके सामने क्या राजनीतिक संकट है। उनके अपने सर्किल के बीच ही एक दूसरे पर आरोप लगाने और पीछे बुराई शुरू हो गई है। व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज पर प्रेसिडेंट और कुछ पॉलिटिकल एडवाइजर ट्रम्प के हॉस्पिटलाइजेशन की मिसहैंडलिंग का आरोप लगा रहे हैं। चुनाव के बाद तक उनकी नौकरी बचने की संभावना नजर नहीं आती।

ट्रम्प कैंपेन के मिड-लेवल कर्मचारी परेशान

ट्रम्प की कैंपेन मैनेजर बिल स्टेपियन ने भी कई सीनियर रिपब्लिकंस को बताया है कि राष्ट्रपति चुनाव में आगे रास्ता मुश्किल है। कैंपेन में मिड-लेवल पर काम करने वाले कुछ साथी चुनाव के बाद की योजना बना रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि क्या उन्हें इलेक्शन के बाद कैपिटल हिल (जहां व्हाइट हाउस है) में काम मिलेगा, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि अगली बार ट्रम्प प्रशासन नहीं होगा। उनके लिए काम करने वाले प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को संदेह है कि कैंपेन में काम करना उनके आगे के करियर के लिए कितना मददगार होगा।

कई रिपब्लिकन स्ट्रैटजिस्ट ट्रम्प के बर्ताव से परेशान

चुनाव में तीन हफ्ते से भी कम का समय बचा है। ट्रम्प के ट्रम्प से जुड़े 12 से ज्यादा रिपब्लिकन स्ट्रैटजिस्ट्स से बात करने के बाद दूसरी ही बात निकल के सामने आई है। इनमें से कुछ ऐसे हैं तो ट्रम्प के खासे करीबी हैं। कई तो इस्तीफा तक देने का मन बना चुके हैं। वे इस कोशिश में हैं कि कैंपेन के दस आखिरी स्टेज में राष्ट्रपति को खुश रखा जाए। कोई बेहतर रणनीति बनाने के बजाय ट्रम्प को ट्विटर से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं। अक्सर इन लोगों के सामने सबसे बड़ा संकट खुद ट्रम्प ही होते हैं।

मजबूत संदेश देने पर ट्रम्प का ध्यान नहीं

चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में ट्रम्प एक मजबूत संदेश नहीं दे पा रहे हैं। ट्रम्प को कोशिश करनी चाहिए कि वे लोगों के बीच अपने बारे में बनी राय को बदलने की कोशिश करें। बताएं, कि वे कोरोना से निपटने के लिए क्या कर सकते हैं। वे कैसे बाइडेन से भी बेहतर ढंग से अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला सकते हैं। इन सब बातों को छोड़ कर वह दूसरी बातों में उलझे हुए हैं। वे अपने विरोधियों पर हमले कर रहे हैं, आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमित होने पर खुद को विक्टिम बताने की कोशिश की। हालांकि, इससे उनके अपने ही कोरोना टेस्टिंग पर सवाल उठने लगे।

ट्रम्प भाषणों में इकोनॉमी पर फोकस नहीं करते

रिपब्लिकन की आयोवा स्ट्रैटजिस्ट डेविड कोशेल ने कहा- पार्टी के कई कंसल्टेंट हताश हो चुके हैं। वे चाहते हैं कि राष्ट्रपति अपने भाषणों में इकोनॉमी पर फोकस करें। उनका अब तक सबसे अच्छा मैसेज था कि ट्रम्प ने अमेरिका की इकोनॉमी को ग्रेट बनाया लेकिन कोरोना महामारी ने इसे तहस नहस कर दिया। अब ट्रम्प इसे दोबारा पटरी पर लाने के बाइडेन से अच्छा विकल्प है। हालांकि रिपब्लिकन बेस को हंटर बाइडेन, लैपटॉप और मेयर गियुलियानी जैसे मुद्दे पसंद हैं, लेकिन वे हमसे पहले से जुड़े हैं। नए वोटर्स को साथ लाने के लिए भी कुछ करना चाहिए।

कैंपेन के सीनियर लोगों को बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद

स्टेपियन और जैसन मिलर समेत कैंपेन से जुड़े कई नेताओं के दावे अलग है। वे कहते हैं रिपब्लिकन पब्लिक पोल्स में दिखाए जा रहे नतीजों से बेहतर परफॉर्म करेगी। उनका कहना है कि कैंपेन के अपने डेटा से ऐसा लगता है कि एरिजोना और पेनसिल्वेनिया समेत कई राज्यों में कड़ी टक्कर रहेगी। हालांकि, न्यूज ऑर्गनाइजेशंस ने अपने पोल में ऐसा नहीं किया है। पिछले चार साल से वोटर रजिस्ट्रेशन एंड टर्न-आउट का सिस्टम तैयार किया है। इसका फायदा पार्टी को मिलेगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Donald Trump 2020 Campaign: US President Allies Says Trump Ahead Joe Biden

अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या 10 लाख के पार, चीन में पैक्ड फ्रोजन फूड पर वायरस मिला; दुनिया में अब तक 4.6 करोड़ मामले October 19, 2020 at 03:50PM

दुनिया में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 4.6 करोड़ से ज्यादा हो गया है। 3 करोड़ 6 लाख 44 हजार 204 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब तक 11.22 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या 10 लाख से ज्यादा हो गई है। यहां सरकार आज नए प्रतिबंधों पर विचार करने जा रही है। वहीं, चीन में पैक्ड फ्रोजन फूड पर वायरस मिलने की खबर है।

अर्जेंटीना में संक्रमण बढ़ा
ब्यूनस आयर्स में आज लगातार दूसरे दिन हेल्थ मिनिस्ट्री की मीटिंग होने जा रही है। इस दौरान नए प्रतिबंधों पर विचार किया जा सकता है। देश में संक्रमितों का आंकड़ा 10 लाख से ज्यादा हो गया है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी कर साफ किया है कि संक्रमण की दूसरी लहर चल रही है और इससे निपटने के लिए आपातकालीन उपाय किए जाएंगे। सोमवार को देश में करीब 13 हजार नए संक्रमित मिले। इस दौरान 451 मरीजो की मौत भी हो गई।

चीन में नई दिक्कत
‘द गार्डियन’ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन में पैक्ड फ्रोजन फूड के पैकेट पर कोविड-19 वायरस मिला है। इसका मतलब यह हुआ कि कोरोनावायरस कोल्ड सप्लाय चेन्स में जिंदा रह सकता है। चीन के लिए यह खबर फिक्र बढ़ाने वाली है। शनिवार को सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने एक बयान जारी कर माना कि क्विनदाओ प्रांत के एक स्टोर में फ्रोजन फूड में वायरस पाया गया है। रिसर्चर को शक है कि यह वायरस इस शहर के एक क्लस्टर से वहां तक पहुंचा। इसके पहले भी इस तरह की स्टडी की गई थी। लेकिन, तब वायरस के जिंदा होने के सबूत नहीं मिले थे।

बीजिंग के एक स्टोर में काम करती महिला कर्मचारी। सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने माना है कि उन्हें क्विनदाओ प्रांत के एक स्टोर में पैक्ड फ्रोजन फूड पर जिंदा कोरोनावायरस मिला है। इस मामले में आगे जांच जारी है। (फाइल)

चीन में 19 नए मामले
चीन की हेल्थ मिनिस्ट्री ने सोमवार रात बताया कि देश में कुल मिलाकर 19 नए केस सामने आए हैं और ये सभी इम्पोर्टेड हैं। इसके पहले एक ही दिन में 13 नए मामले मिले थे। मिनिस्ट्री का कहना है कि ज्यादातर मामले दूसरे देशों से आए लोगों से संबंधित हैं। लोकल ट्रांसमिशन का अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। सोमवार को जो 19 केस सामने आए वे सभी दूसरे देशों से आए लोगों के हैं।

इजराइल में राहत
इजराइल ने संक्रमण के मामलों में कमी आने के बाद पाबंदियों में राहत देगा। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को इसका ऐलान किया। अब लोगों को एक किलोमीटर के दायरे में आ-जा सकेंगे। रेस्टोरेंट से डिलेवरी के अलावा टेक-आउट की सुविधा मिलेगी। बीच पर जाने की इजाजत होगी। हालांकि, प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें। उम्मीद है कि हमें अर्थव्यवस्था को पटरी में लाने में मदद मिलेगी। अगर ऐसा लगेगा कि संक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे तो पाबंदियां फिर से सख्त कर दी जाएंगी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में एक रेलवे स्टेशन पर मौजूद लोग। सोमवार को यहां कुल संक्रमितों का आंकड़ा 10 लाख के पार हो गया। पिछले महीने सरकार ने कहा था कि संक्रमण रोकने के साथ ही उसके सामने एक बड़ी चुनौती अर्थव्यवस्था को ठीक रखना भी है। (फाइल)

रैली कीजिए, मास्क पहनना होगा; आयोजन के 36 लाख रुपए और बकाया भी चुकाना होगा October 19, 2020 at 03:05PM

कोरोना से निपटने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनावी रैली शुरू कर दी है। एरिजोना के ट्यूसौन शहर में रैली से पहले वहां की मेयर ने राष्ट्रपति ट्रम्प को पत्र लिखकर राज्य के कोविड नियमों का पालन करने की नसीहत दी है। मेयर रेजीना रोमेराे से भास्कर के रितेश शुक्ल ने संपर्क किया तो उन्होंने ट्रम्प को लिखा पत्र साझा किया। पढ़िए संपादित अंश…

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प मैं अपने शहर ट्यूसौन में आपका स्वागत करती हूं। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि आप, आपका परिवार और स्टाफ स्वस्थ रहें। आपको पता होगा कि एरिजोना ने कोरोना पर काबू पाने के लिए सख्त कानून लागू किए हैं। इसके तहत सार्वजनिक जगहों पर मास्क लगाना और एक-दूसरे से छह फीट की दूरी बरतना जरूरी है। इस सख्ती का ही नतीजा है कि जुलाई से एरिजोना में संक्रमण के मामले गिर रहे हैं।

आशा है कि आप जब यहां आएंगे तो यह सुनिश्चित करेंगे कि मास्क पहनेंगे और और रैली में मौजूद लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे। अगर आपकी रैली में आपने और आपके समर्थकों ने सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं किया तो यह बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा। इसलिए मैं आदरपूर्वक आग्रह करती हूं कि आप और आपकी प्रचार टीम इन नियमों को पालन करे। हम चुने हुए जनप्रतिनिधियों के पास अवसर होता है कि अपने आचरण से जनता के बीच आदर्श स्थापित कर सकें।

मैं आपको भरोसा दिलाती हूं कि आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होगी। लेकिन मैं मैत्री भाव से याद दिलाना चाहूंगी कि 2016 में आपकी रैली पर 80 हजार डॉलर (59 लाख रु.) का खर्च आया था, जो अभी बकाया है। साथ ही इस रैली में 36 लाख रुपए खर्चा होगा। यह करदाताओं का पैसा है। मैं अनुरोध करती हूं कि आप जल्द से जल्द इन दोनों राशियों को अदा कर दें।’

ट्रम्प जूनियर ने कहा- मेरे पिता और पीएम मोदी का रिश्ता अद्भुत

ट्रम्प के बेटे ट्रम्प जूनियर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मेरे पिता की दोस्ती अद्भुत है। ट्रम्प जूनियर ने अपने पिता की फरवरी में की गई भारत यात्रा की याद दिलाते हुए कहा कि भारत में उनका स्वागत अभिभूत करने वाला था। उन्होंने यह भी कहा कि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन भारत के लिए अच्छे नहीं हैं। हमें चीन के खतरे को समझना होगा।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फाइल फोटो

70 साल की ‘बाज कमांडर’ आयशा अपनी घाटी बचाने दशकों तालिबान से लड़ीं, उसी के आगे सरेंडर; कहा- सरकार बेकार October 19, 2020 at 03:04PM

41 साल बाद 70 साल की अफगानिस्तान की विद्राेही सरगना बीबी आयशा ने तालिबान के सामने अपने हथियार डाल दिए। बीबी आयशा बागलान प्रांत के नाहरिन जिले की हैं और अफगान सरकार से लेकर तालिबान के कमांडरों के बीच ‘बाज कमांडर’ के नाम से जानी जाती हैं। यह नाम उन्हें हत्या करने की उनकी अदा को ध्यान में रखते हुए दिया गया है।

माना जाता है कि बाज की तरह वे अपने शिकार पर घात लगाती थी और अपना काम करके फुर्र हो जाती थी। हथियार डालने से कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था- ‘तालिबान इस काबिल नहीं कि वो खुद बदल सके या समाज में सुधार ला सके। सरकार बेकार है। अफगानिस्तान की ये जंग शांति में कभी तब्दील नहीं होगी। इस मसले को या तो खुदा सुलझा सकते हैं या फिर ये खूबसूरत क्लाशनिकोव राइफलें।’

ये चुनौती जरूर है कि बाज कमांडर ने तालिबान के साथ सुलह कर ली

बीबी के बेटे राज़ मोहम्मद का कहना है कि ‘मेरी मां ने तालिबान के आगे न तो घुटने टेके और न ही वो तालिबान के साथ जुड़ रही हैं। वह बीमार हैं और घुटनों के दर्द के कारण उनका उठना-बैठना भी दूभर हो गया है। चूंकि हम तालिबान से लड़ना नहीं चाहते, इसलिए सुलह की गई है।’ जानकार कहते हैं कि अफगान सरकार के लिए ये चुनौती जरूर है कि बाज कमांडर ने अफगान सरकार को छोड़कर तालिबान के साथ सुलह कर ली।

यह इस बात को साबित करता है कि अफगानिस्तान सरकार की स्थिति कितनी नाजुक है। बागलान घाटी में बीबी आयशा के नाम की गूंज 1979 से बढ़नी शुरू हुई थी। उस वक्त रूस की सेना के साथ हो रही लड़ाई में रूसी कमांडो ने उनकी घाटी को घेर लिया था।

यह वो समय था, जब आयशा ने अपनी खुद की सेना बनाई और घाटी की सुरक्षा के लिए वे रूसी कमांडो से तब तक लड़ती रहीं, जब तक वे हार मानकर उनकी घाटी छोड़कर चले नहीं गए। 1990 के दशक में जब तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान में अपना कब्जा जमाया था, तब भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी घाटी में तालिबान को पांव नहीं जमाने दिया।

तालिबान से नहीं डरीं, उनके कमांडरों पर भी तंज कसती थीं

बीबी आयशा तालिबान से कभी नहीं डरीं। उनके प्रांत के तालिबानी कमांडर का वे यह कहकर मजाक उड़ाती थीं कि अगर उन्होंने कमांडर को गिरफ्तार किया तो वे उसे गधे पर बिठाकर शहर में घुमाएंगी। लोग कहेंगे कि वो एक महिला से हार गया। वहीं, कमांडर ने उन्हें गिरफ्तार किया, तो शहर का हर बच्चा हंसेगा कि कमांडर ने महिला को गिरफ्तार किया।

-न्यूयॉर्क टाइम्स से विशेष अनुबंध के तहत



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अफगानिस्तान की विद्राेही सरगना बीबी आयशा।

इटली के नोर्टोसे कस्बे में बस दो लोग रहते हैं, पर जब भी मिलते हैं तो मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग नहीं भूलते October 19, 2020 at 01:30PM

दुनियाभर में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने वाले देशों के लिए एक मिसाल है इटली का नोर्टोसे। इस कस्बे में सिर्फ दो लोग रहते हैं। फिर भी दोनों सख्ती से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं और मास्क लगाना कभी नहीं भूलते। दोनों ही रिटायर्ड हैं।

जियोवेनी केरिली (82) और जियामपीरो नोबिली (74) हर समय मास्क लगाकर रखते हैं। मुलाकात होने पर कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखते हैं। इनका कोई पड़ोसी नहीं है, बमुश्किल ही ये दोनों नगर के बाहर जाते हैं। नोर्टोसे कस्बा नेरिना वैली से करीब 900 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां पर पहुंचना भी आसान नहीं है।

नोर्टोसे नगर नेरिना वैली से करीब 900 मीटर की ऊंचाई पर है, यहां पहुंचने के लिए सिर्फ एक सड़क है, वहां भी सन्नाटा पसरा रहता है।

केरिली और नोबिली मानते हैं कि वो दोनों ही वायरस से सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि इटली में 37 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। केरिली कहते हैं, मुझे वायरस से होने वाली मौत से डर लगता है। अगर मैं संक्रमित हुआ तो मेरी देखभाल कौन करेगा। बेशक मैं बूढ़ा हो गया हूं, लेकिन अपनी भेड़, शराब, मधुमक्खी के छत्तों और ऑर्चर्ड के पेड़ों की देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता।

जियोवेनी केरिली कहते हैं, बेशक मैं बूढ़ा हो गया हूं, लेकिन अपनी भेड़ों की देखभाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता।

मास्क ना लगाने पर 1.21 लाख रुपए तक का फाइन
इटली में आप घर में हैं या बाहर, मास्क और एक मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। मास्क न लगाने पर यहां 48 हजार से लेकर 1.21 लाख रुपए तक फाइन लगाया जाता है। नोबिली कहते हैं, महामारी के इस दौर में लागू हुए नियमों नहीं मानते हैं तो यह देश को शर्मिंदा करने जैसा है। सेहत के लिहाज से भी इन नियमों को मानना जरूरी है।

नोबिली कहते हैं, यहां सवाल अच्छे या बुरे का नहीं, बल्कि खुद को बचाने का है। मैं घर में किसी मेहमान के साथ बैठता हूं तो 2 मीटर की दूरी बनाकर रखता हूं।

केरिली का बचपन इसी गांव में बीता है। नौकरी की तलाश में वह रोम गए थे, लेकिन रिटायरमेंट के बाद गांव लौटे। नोबिली केरिली के बहनोई के भाई हैं। नोबिली उम्र के इस पड़ाव पर भी जूलरी बनाने का काम करते हैं। वह कहते हैं कि आसपास के जंगल और प्रकृति की खूबसूरती उन्हें इंस्पायर करती है।

जियामपीरो नोबिली उम्र के इस पड़ाव भी जूलरी डिजाइनिंग का काम करते हैं।

90 के दशक में भूकंप आए इसलिए लोग नगर को छोड़ रोम चले गए
वह कहते हैं- 90 के दशक में यहां लगातार भूकंप आ रहे थे और काफी कुछ तबाह हो गया। धीरे-धीरे यहां के ज्यादातर लोग काम की तलाश में रोम और दूसरे शहर चले गए। अक्सर कैरिली अपने कुत्ते और 5 भेड़ों के साथ वॉक पर निकलते हैं जहां उनकी मुलाकात नोबिली से होती है।

शहर से जोड़ने वाली सिर्फ एक ही सड़क, वहां भी सन्नाटा
नोर्टोसे को शहर से जोड़ने वाली एक ही सड़क है, जहां से कोई गुजरता तक नहीं है। रोड पर वही लोग नजर आते हैं, जो नोर्टोसे आना चाहते हैं। वो भी गर्मियों की छुट्टियों में दिखते हैं, जब लोग अपने पैतृक गांव कुछ समय बिताने पहुंचते हैं।

यहां कोई भी होटल, रेस्तरां और मार्केट नहीं
केरिली कहते हैं, यहां होटल, रेस्तरां और मिनी-मार्केट तक नहीं है। जरूरी सामान की खरीदारी के लिए शहर जाना पड़ता है। हम यहां पर सिम्पल लाइफस्टाइल फॉलो करते हैं। जहां शांति है, ताजी ऑक्सीजन है, साफ झरने का पानी है। जब भी मुझे शहर जाना पड़ता है तो मैं बीमार महसूस करता हूं, मुझे शहर के शोर से नफरत है।

यहां की लाइफस्टाइल बेहद खूबसूरत है, लेकिन यहां न तो डॉक्टर हैं और न ही कोई फार्मेसी।

केरिली कहते हैं, मुझे यहां की लाइफस्टाइल काफी पसंद है, क्योंकि यहां ताजी ऑक्सीजन है और शांति है।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जियोवेनी केरिली (82) और जियामपीरो नोबिली (74) दोनों ही रिटायर्ड हैं और हर समय मास्क लगाकर रखते हैं।

UK insists EU must go further to break Brexit deadlock October 19, 2020 at 07:45AM

Britain on Monday welcomed signals that the European Union was ready to intensify stalled post-Brexit trade talks, but said its commitments did not yet go far enough to restart face-to-face negotiations.

UK says 'meaningless' to resume Brexit talks without EU compromise October 19, 2020 at 05:51AM

Egypt says another trove of ancient coffins found in Saqqara October 19, 2020 at 04:29AM

Egyptian archaeologists have unearthed another trove of ancient coffins in a vast necropolis south of Cairo, authorities said Monday. Archaeologists also found colourful, gilded wooden statues, the ministry said. Details of the new discovery will be announced in a news conference at the famed Step Pyramid of Djoser, it said.

Tibetans' leader sees growing US support after meeting new envoy October 19, 2020 at 12:21AM

Poland turns soccer stadium into virus hospital October 18, 2020 at 11:34PM

Poland's government is transforming the National Stadium in Warsaw into a field hospital to handle the surging number of patients infecting with the coronavirus.

First commercial passenger flight from UAE lands in Israel October 18, 2020 at 10:25PM

Etihad Airways Flight No. 9607 landed at Israel's Ben-Gurion international airport just after 7 am. The Boeing 787 Dreamliner departed for Abu Dhabi later Monday with an Israeli travel and tourism delegation on board, according to an Etihad statement.

Bolivia 'has recovered democracy', says Arce as exit poll suggests win October 18, 2020 at 09:31PM

By an unexpectedly large margin, Arce prevailed over centrist Carlos Mesa, who obtained 31.5 percent according to the poll, and guaranteed a return to power for the Movement for Socialism (MAS). The official count -- which could take days -- was less than eight percent completed by 2:00 am (0600 GMT). The usual rapid count had been abandoned after allegations of irregularities last year that led to Morales' November 2019 resignation after 14 years in power.

पैगम्बर का कार्टून दिखाने की वजह से मारे गए टीचर के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोग, प्रधानमंत्री ज्यां कांस्ते ने कहा- हम डरे नहीं है October 18, 2020 at 09:02PM

फ्रांस की राजधानी पेरिस में हजारों लोगों ने बच्चों को पैगम्बर का कार्टून दिखाकर पढ़ाने की वजह से मारे गए टीचर सैम्युअल पैटी के समर्थन में सड़कों पर उतरे। लोग कट्टर इस्लामी सोच के खिलाफ नारेबाजी करते आए। प्रदर्शन में फ्रांस के प्रधानमंत्री ज्यां कास्ते ने भी हिस्सा लिया। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘तुमने हमें डराया नही है। हम घबराए नहीं हैं। तुम हमें बांट नहीं सकते। हम फ्रांस हैं।’’

कास्ते के साथ इस प्रदर्शन में एजूकेशन मिनिस्टर जीन-मिशेल ब्लैंकर, पेरिस की मेयर एन्ने हिडाल्गा शामिल हुई। जूनियर इंटीरियर मिनिस्टर मार्लिन शिएप्पा ने कहा कि हम देश के टीचर्स, सेक्युलरिज्म और अभिव्यक्ति के आजादी का समर्थन करने यहां पहुंचे हैं।

तीन दिन पहले टीचर की गला रेतकर हत्या हुई थी

फ्रांस में शुक्रवार शाम एक हमलावर ने हिस्ट्री टीचर की गला रेतकर हत्या कर दी। कुछ देर बाद पुलिस ने हमलावर को घेर लिया। उससे सरेंडर करने को कहा गया। जब उसने सरेंडर नहीं किया तो पुलिस ने उसे गोली मार दी। हमलावर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। टीचर पर आरोप है कि उसने कुछ दिन पहले क्लास में इस्लाम से जुड़ी कोई फोटो दिखाई थी। बताया जाता है कि हमलावर इसी बात से नाराज था।

टीचर की हत्या मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार

अब तक इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि इन लोगों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने घटना की निंदा की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘टीचर की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वो फ्रीडम ऑफ स्पीच यानी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का इस्तेमाल कर रहा था। वो इस्लामिक कट्टरता की शिकार हुए। मैक्रों ने घटनास्थल का दौरा भी किया था।’’

फ्रांस में किसी टीचर पर कट्टरवादी हमले की पहली घटना

फ्रांस में सैम्युअल पैटी की हत्या किसी टीचर पर कट्टरवादी हमले की पहली घटना है। इससे पहले फ्रांस की इस मैगजीन शार्ली एब्दो के ऑफिस पर हमला हुआ था। मैगजीन ने पैगंबर मुहम्मद और इस्लाम से जुड़े कार्टून छापे थे। अलकायदा की यमन ब्रांच ने हमले की जिम्मेदारी थी। इस हमले में फ्रांस के मशहूर कार्टूनिस्टों समेत 12 लोगों की जान गई थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पेरिस में सोमवार को एक इस्लामी आतंकी के हमले में मारे गए टीचर सैम्युअल पैटी के समर्थन में प्रदर्शन करते लोग।

Imran Khan incapable and clueless: Oppn leaders October 18, 2020 at 08:19PM

The Pakistan Democratic Movement (PDM), an alliance of 11 opposition parties formed on September 20, has launched a three-phased anti-government movement under an "action plan" to remove the Khan-led Pakistan Tehreek-e-Insaaf (PTI) government.

Thai police order media probes over protest coverage October 18, 2020 at 08:04PM

The announcement prompted anger from media groups and accusations of an attack on press freedom by the government of Prime Minister Prayuth Chan-ocha, the former junta leader the protesters are seeking to drive from office.