Monday, January 4, 2021

रिपोर्ट में दावा- रूस से S-400 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदना भारत के लिए सही नहीं, US पाबंदी लगा सकता है January 04, 2021 at 09:38PM

रूस से 38 हजार 933 करोड़ रुपए का एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने का सौदा भारत के लिए मुसीबत बन सकता है। ऐसा करने पर अमेरिका भारत पर सख्त प्रतिबंध लगा सकता है। US कांग्रेस की एक रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बेहतर संबंध होने के बावजूद पिछले महीने तुर्की के साथ ऐसा कर चुका है।

कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (CRS) अमेरिकी कांग्रेस की इंडिपेंडेंट रिसर्च विंग है। इसमें हाल में जारी रिपोर्ट में कहा है कि भारत दूसरे देशों के साथ ज्यादा से ज्यादा तकनीक शेयर करने और मिलकर प्रोडक्शन करने पर जोर दे रहा है। वहीं, अमेरिका भारत की डिफेंस पॉलिसी में फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट की सीमा बढ़ाने जैसे सुधार चाहता है।

रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि एस -400 के सौदे की वजह से भारत पर फिर अमेरिकी प्रतिबंधों की शुरुआत हो सकती है। हालांकि, CRS की यह रिपोर्ट अमेरिकी कांग्रेस का ऑफिशियल व्यू नहीं है। सरकार को कोई फैसला लेने में मदद के इरादे से इंडिपेंडेंट एक्सपर्ट इसे तैयार करते हैं।

2018 में हुई थी डील

अक्टूबर, 2018 में भारत ने रूस के साथ एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की पांच यूनिट खरीदने के लिए सौदा किया था। यह सौदा करीब 5.43 अरब डॉलर (38 हजार 933 करोड़ रुपए) का है। 2019 में भारत ने रूस को सौदे की पहली किश्त लगभग 800 मिलियन डॉलर का भुगतान कर दिया था।

भारत को पहले मिसाइल डिफेंस सिस्टम की सप्लाई 2020 में होनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। सभी यूनिट की डिलिवरी 2025 तक होना है। इस सौदे पर ट्रम्प प्रशासन ने कहा था कि भारत का यह कदम अमेरिकी प्रतिबंधों को बुलावा दे सकता है।

दुनिया का सबसे बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम

एस -400 को जमीन से हवा में मार करने वाला दुनिया का सबसे बेहतरीन डिफेंस सिस्टम माना जाता है। पिछले महीने ही रूस ने कहा था कि अमेरिकी प्रतिबंधों के खतरे के बावजूद एस -400 मिसाइल सिस्टम के एक बैच की सप्लाई सहित भारत के साथ दूसरे रक्षा सौदों पर दोनों देश बेहतर तरीके से आगे बढ़ रहे हैं।

दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने यह सिस्टम खरीदने पर तुर्की पर अमेरिकी प्रतिबंध लगाए जाने की आलोचना भी की थी। उन्होंने कहा था कि रूस ऐसी एकतरफा कार्रवाई को मंजूरी नहीं दे सकता। तुर्की के साथ रूस ने 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का सौदा किया है। नाटो का मेंबर होने के बावजूद तुर्की ने रूस से यह सौदा किया था। इस फैसले ने अमेरिका को नाराज कर दिया था।

भारत के लिए जरूरी है यह सिस्टम

एस-400 मिसाइल सिस्टम, एस-300 का अपडेटेड वर्जन है। यह 400 किलोमीटर के दायरे में आने वाली मिसाइलों और पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को भी खत्म कर सकता है। एस-400 डिफेंस सिस्टम एक तरह से मिसाइल शील्ड का काम करेगा, जो पाकिस्तान और चीन की एटमी क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलों से भारत को सुरक्षा देगा। यह सिस्टम एक बार में 72 मिसाइल दाग सकता है।

एस-400 से अमेरिका के सबसे एडवांस्ड फाइटर जेट एफ-35 को भी गिराया जा सकता है। वहीं, यह परमाणु क्षमता वाली 36 मिसाइलों को एक साथ खत्म कर सकता है। भारत के अलावा तुर्की, चीन, कतर और सऊदी अरब भी यह सिस्टम खरीद रहे हैं।



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भारत को S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की पहली यूनिट 2020 में मिलनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। यह सौदा करीब 39 हजार करोड़ रुपये का है। -फाइल फोटो

Biden blasts Trump for 'whining and complaining' about election results January 04, 2021 at 05:41PM

With the virus surging, Britain returns to a lockdown January 04, 2021 at 05:40PM

Prime Minister Boris Johnson imposed a strict new national lockdown Monday as Britain’s desperate race to vaccinate its population risked being overtaken by a fast-spreading variant of the coronavirus that was on track to overwhelm the nation’s beleaguered hospitals.

Iran starts 20% uranium enrichment, seizes South Korean ship January 04, 2021 at 05:18PM

Increasing enrichment at its underground Fordo facility puts Tehran a technical step away from weapons-grade levels of 90%, while also pressuring President-elect Joe Biden to quickly negotiate.

US right-wing group Proud Boys head arrested January 04, 2021 at 05:26PM

Enrique Tarrio, 36, the chairman of the right-wing Proud Boys group was arrested Monday in Washington over the torching last month of a Black Lives Matter banner taken from a church during violent protests, police said.

Central African Republic president Touadera reelected January 04, 2021 at 05:09PM

UK में मार्च तक 7 हफ्ते का लॉकडाउन, मिड फरवरी तक स्कूल बंद; न्यूयॉर्क में नए स्ट्रेन का पहला केस January 04, 2021 at 05:12PM

ब्रिटेन में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है, लेकिन कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी को देखते हुए बोरिस जॉनसन सरकार ने मार्च तक पूरे देश में सख्त लॉकडाउन के निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन 7 हफ्ते का रहेगा। बताया जा रहा है कि ब्रिटेन सरकार कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े को एक लाख पहुंचने से रोकने की कवायद में लगी है। अब तक महामारी से 75 हजार से ज्यादा जान जा चुकी हैं। 22 फरवरी तक प्रतिबंधों में राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।

वहीं, सरकार ने फरवरी के मध्य तक स्कूल बंद रखने का भी ऐलान किया है। लोगों से अपील की है कि वे घर पर ही रहें। एक्सरसाइज दिन में एक ही बार करें। 4 जनवरी की रात से गैर-जरूरी दुकानों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है। इस बीच, न्यूयॉर्क में 4 जनवरी को नए स्ट्रेन का पहला मामला सामने आया। गवर्नर एंड्रयू क्यूमो ने इस बात की पुष्टि की है। इससे पहले कोलोराडो और कैलिफोर्निया में नए स्ट्रेन के मामले आए थे।

दुनिया में कोरोना से अब तक 8 करोड़ 61 लाख 2 हजार 71 केस मिले हैं। 18 लाख 60 हजार 427 मौतें हो चुकी हैं। अच्छी बात ये कि 6 करोड़ 10 लाख 54 हजार 379 लोग ठीक भी हो चुके हैं।



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UK में कोरोना के चलते 75 हजार से ज्यादा जान जा चुकी हैं। इससे पहले कि आंकड़ा एक लाख पार हो, बोरिस जॉनसन सरकार प्रतिबंध लगाकर महामारी को नियंत्रित करने की कवायद कर रही है। (फाइल फोटो)

Saudi Arabia to lift Qatar embargo, easing the Gulf crisis January 04, 2021 at 05:00PM

Qatar's only land border has been mostly closed since mid-2017, when Saudi Arabia, Egypt, the United Arab Emirates and Bahrain launched a blockade against the tiny Gulf state, accusing it of supporting Islamist extremist groups and of having warm ties with Iran.

Obama warns of threats to fundamental principles of US democracy January 04, 2021 at 04:47PM

Obama's comments come as Trump faces criticism for telling fellow Republican Brad Raffensperger, the Georgia secretary of state, to "find" enough votes to overturn his defeat.

डोनाल्ड ट्रम्प ने अधिकारी से कहा-जैसे भी हो 11,780 वोट और जुटाओ, कॉल रिकॉर्डिंग लीक January 04, 2021 at 02:54PM

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में धांधली का आरोप लगाने वाले डोनाल्ड ट्रम्प अब खुद हेराफेरी की कोशिश में उलझते जा रहे हैं। अमेरिका मीडिया में ट्रम्प का एक फोन कॉल सामने आया है। इसमें वे जॉर्जिया के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट ब्रैड रैफेंसपर्गर से कह रहे हैं कि वे उनकी जीत के लिए जरूरी 11,780 अतिरिक्त वोटों का इंतजाम करें।

ट्रम्प ने उन्हें यह धमकी भी दी है कि अगर वे वोट का इंतजाम नहीं कर पाए तो आपराधिक गतिविधि करने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ट्रम्प जॉर्जिया में जो बाइडेन के खिलाफ 11,779 वोटों से हारे हैं। तीन बार मतगणना के बाद जॉर्जिया ने जो बाइडेन को विजेता घोषित किया है।

अभी तक नहीं मानी हार

ट्रम्प ने हार स्वीकार नहीं की है और नतीजा बदलने के लिए हर संभव प्रयास करते दिख रहे हैं। उन्होंने चुनावी नतीजों को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने धांधली की थ्योरी को खारिज कर दिया था। खास बात यह है कि रैफेंसपर्गर खुद रिपब्लिकन पार्टी के हैं, लेकिन वे ट्रम्प की बात से सहमत नहीं है। ट्रम्प ने फोन पर कहा, 'मैं चाहता हूं कि आप 11,780 वोट खोजें।'

ट्रम्प के दावों का फैक्ट चेक

ट्रम्प का दावा नंबर-1: हम जॉर्जिया में स्पष्ट रूप से जीते हैं, लिहाजा हमारे पक्ष में पर्याप्त वोट होने चाहिए।

फैक्टः ट्रम्प स्पष्ट रूप से हारे हैं, लिहाजा उनके पक्ष में अतिरिक्त वोट नहीं हैं। सही नतीजा सुनिश्चित करने के लिए तीन बार वोटों की गिनती हुई है।

ट्रम्प का दावा नंबर-2: अगर नतीजा बदलता है तो लोगों को खुश होना चाहिए, क्योंकि तब उन्हें सही तस्वीर मिलेगी।

फैक्टः लोगों को पहले ही सही तस्वीर मिल चुकी है। बाइडेन ने जॉर्जिया मे जीत हासिल की है और ओवरऑल उनके पक्ष में 306 और ट्रम्प के पक्ष में 232 वोट पड़े हैं।

ट्रम्प का दावा नंबर 3: मृत लोगों के नाम पर वोट डाले गए। ऐसे कम से कम 5000 हजार वोट जॉर्जिया में डाले गए।

फैक्टः जॉर्जिया के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट रैफेंसपर्गर ने कहा कि सिर्फ दो मृत लोगों के नाम पर पड़े हैं न कि हजारों। उन दोनों वोट को अवैध करार दिया जा चुका है।

अमेरिकी कांग्रेस बुधवार को करेगी आधिकारिक घोषणा, ट्रम्प समर्थक कर सकते हैं विरोध

अमेरिकी कांग्रेस दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में 6 जनवरी को इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों के आधार पर राष्ट्रपति चुनाव के विजेता की घोषणा करेगी। इलेक्टोरल कॉलेज पहले ही वोट डाल चुके हैं और नतीजे सीलबंद लिफाफे में कांग्रेस को मुहैया करा दिए गए हैं।

हालांकि, अगर दोनों सदनों के एक-एक सांसद लिखित तौर पर आपत्ति जता दें तो फिर संयुक्त सत्र भंग हो जाता है और दोनों सदन अलग-अलग फैसला करते हैं कि आपत्ति को स्वीकार किया जाए या नहीं। दोनों सदनों की स्वीकृति होने पर ही आपत्ति स्वीकृत होती है अन्यथा पहले घोषित नतीजा ही फाइनल होता है।

पेंटागन के 10 पूर्व प्रमुखों ने दी ट्रम्प को चेतावनी, कहा-सेना के इस्तेमाल की गलती नहीं करें

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हार स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं और कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि वे अपनी बात मनवाने के लिए सेना का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसे देखते हुए पेंटागन के 10 पूर्व प्रमुखों ने ट्रम्प को चेतावनी दी है कि ऐसी कोई कोशिश उनके ही खिलाफ जाएगी और इससे देश की प्रतिष्ठा धूमिल होगी।

ट्रम्प के कई समर्थकों ने (इसमें सांसद से लेकर आम लोग भी शामिल हैं) ने पहले ही कहा है कि वे बाइडेन की जीत को स्वीकार नहीं करेंगे। वाशिंगटन में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है। अगर ऐसा होता है तो ट्रम्प स्थिति पर नियंत्रण करने के नाम पर सेना का इस्तेमाल कर सकते हैं।

जॉर्जिया की दो सीनेट सीटों के लिए भी चुनाव

मंगलवार को जॉर्जिया से सीनेट की दो सीटों के लिए चुनाव होने हैं। अगर डेमोक्रेट दोनों सीट जीत जाते हैं तो सीनेट में उसके 50 सदस्य हो जाएंगे। कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति होने के कारण सीनेट पर डेमोक्रेट का कब्जा हो जाएगा, क्योंकि टाई की स्थिति में उपराष्ट्रपति के मत से फैसला होता है। अगर रिपब्लिकन पार्टी एक भी सीट जीत जाती है तो सीनेट पर उसका दबदबा कायम रहेगा बाइडेन पर संसद का दबाव कायम रहेगा।



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फोन पर ट्रंप ने धमकी भी दी है कि अगर वे वोट का इंतजाम नहीं कर पाए तो आपराधिक गतिविधि करने के आरोप में कार्रवाई की जाएगी।

इस साल होगी 24 टीम वाली माइनर लीग, ताकि अगले साल मेजर लीग करा सकें; 7 हजार करोड़ से ज्यादा का निवेश होगा January 04, 2021 at 02:48PM

दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति अमेरिका अब भारत की राह पर है। उसने क्रिकेट में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी है। देश में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए इस साल माइनर लीग की शुरुआत होगी। ताकि अगले साल मेजर लीग क्रिकेट (MLC) का आयोजन हो सके। माइनर लीग में यूएसए स्पोर्ट्स मार्केट की 24 फ्रेंचाइजी बेस्ड टीमें हिस्सा लेंगी।

शाहरुख खान के मालिकाना हक वाले नाइटराइडर्स ग्रुप ने मेजर लीग की एक टीम में हिस्सेदारी खरीदी है। इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा और एडोब सिस्टम के सीईओ शांतनु नारायण भी इस टी-20 लीग में निवेश कर सकते हैं। MLC से घरेलू क्रिकेट इंडस्ट्री में एक बिलियन डॉलर (करीब 7366 करोड़ रुपए) से ज्यादा का निवेश होगा।

एक्सपर्ट का अनुमान है कि अमेरिका में क्रिकेट इकोनॉमी लगभग 50 मिलियन डॉलर (करीब 368 करोड़ रुपए) सालाना है। अमेरिका में क्रिकेट की शुरुआत को ओलिंपिक में इस खेल की एंट्री कराने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका ओलिंपिक में महाशक्ति है। अगर अमेरिका में क्रिकेट लोकप्रिय होता है तो ओलिंपिक में शामिल कराने में आसानी होगी।

क्रिकेट के बड़े समर्थक थे जाॅर्ज वाॅशिंगटन

रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका में 18वीं सदी में ब्रिटिश कॉलोनिस्ट क्रिकेट लेकर आए थे। यह किस्सा काफी लोकप्रिय है कि देश के पहले राष्ट्रपति जॉर्ज वॉशिंगटन क्रिकेट के बड़े समर्थक थे। वे ब्रिटेन से स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान सैनिकों के साथ मैच खेलते थे। दूसरे राष्ट्रपति जॉन एडम्स ने अमेरिकन कांग्रेस में अपने एक भाषण में कहा था कि अगर क्रिकेट क्लब के लीडर को प्रेसिडेंट कहा जा सकता है तो नए नेशन के लीडर को भी प्रेसिडेंट न कहने की कोई वजह नहीं है।

अमेरिका ने पहला इंटरनेशनल 1844 में खेला था

अमेरिका ने पहला मेजर इंटरनेशनल कनाडा के खिलाफ 1844 में खेला था, ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड के बीच मेलबर्न में 1877 में खेले गए पहले टेस्ट से करीब 30 साल पहले। यह मैच न्यूयॉर्क के ब्लूमिंगडेल्स पार्क के सेंट जॉर्ज क्रिकेट क्लब ग्राउंड में हुआ था। इस मैच को देखने 20 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे थे। इस मैच की प्राइज मनी एक लाख 20 हजार डॉलर थी। यह मौजूदा समय के करीब दो मिलियन डॉलर (करीब 14.8 करोड़ रुपए) के बराबर है। लेकिन अमेरिका में बेसबॉल के उदय के साथ ही क्रिकेट की लोकप्रियता कम होती गई।

अमेरिका को 2030 तक आईसीसी के पूर्ण सदस्य बनने की उम्मीद

यूएसए क्रिकेट अमेरिका में क्रिकेट की गवर्निंग बॉडी है। इसने अमेरिका में क्रिकेट को विस्तार देने के लिए "फाउंडेशनल प्लान' बनाया है। मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) टी20 इस महत्वाकांक्षी प्लान का हिस्सा है। यह अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइज (एसीई) द्वारा संचालित लीग है। इस प्लान को लागू करने के बाद यूएसए क्रिकेट को उम्मीद है कि अमेरिका 2030 तक आईसीसी में पूर्ण सदस्य का दर्जा हासिल कर लेगा। यूएसए किकेट 2019 में आईसीसी का एसोसिएट सदस्य बन गया था।

अमेरिकन लीग का आयोजन आईपीएल के बाद करने की योजना है ताकि दुनियाभर के इंटरनेशनल खिलाड़ी इसमें हिस्सा ले सकें। इसका अन्य कई देशों में प्रसारण होगा, ताकि अमेरिकी क्रिकेट दुनिया के पटल पर अपनी पहचान बना सके।यूएसए क्रिकेट के चेयरमैन पराग मराठे कहते हैं, "यह फाउंडेशनल प्लान अमेरिका में खेल के विकास के लिए रोडमैप तैयार करेगा।

इससे क्रिकेट को लॉस एंजिलिस 2028 ओलिंपिक में शामिल करने के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही अमेरिका को क्रिकेट के मेजर इंटरनेशनल टूर्नामेंट की मेजबानी मिलने की उम्मीद भी बढ़ेगी।' यूएसए क्रिकेट के चीफ एग्जीक्यूटिव इयान हिगिंस का मानना है कि 2030 तक क्रिकेट अमेरिका में प्रमुख खेल बन जाएगा। यूएसए क्रिकेट का लक्ष्य आईसीसी में पूर्ण सदस्य का दर्जा हासिल करना है। इसके अलावा आईसीसी के साथ मिलकर क्रिकेट को 2020 लॉस एंजिलिस ओलिंपिक गेम्स में शामिल कराना है।

हाई परफॉरमेंस सेंटर के अलावा स्टेडियम की कैपेसिटी भी बढ़ाई जाएगी

  • मेजर लीग क्रिकेट की पेरेंट कंपनी अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेस (एसीई) ने एयरहॉग्स स्टेडियम से लॉन्ग टर्म लीज एग्रीमेंट कर लिया है। उनका प्लान इस स्टेडियम की कैपेसिटी 5445 से बढ़ाकर 8 हजार करने की योजना है। यह मैदान अमेरिका की नेशनल क्रिकेट टीम का बेस होगा। इसके अलावा हाई परफॉरमेंस सेंटर भी बनेगा।
  • यहां ट्रेनिंग नेट्स के अलावा दो अतिरिक्त आउटसाइड ट्रेनिंग फील्ड की सुविधा होगी। MLC के लिए टेक्सास बड़ा सेंटर है। यहां का एयरहॉग्स बेसबॉल स्टेडियम अमेरिकन क्रिकेट के परमानेंट वेन्यू के लिए पूरी तरह तैयार है। इसके अलावा देश में कई एकेडमी विकसित करने की योजना भी है।

पूर्व भारतीय खिलाड़ी कोच और सलाहकार की भूमिका में

कर्नाटक के पूर्व क्रिकेटर जे. अरुणकुमार टीम के मुख्य कोच हैं। भारत के पूर्व विकेटकीपर और मुंबई इंडियंस के क्रिकेट कंसल्टेंट किरण मोरे को सीनियर क्रिकेट ऑपरेशंस के कंसल्टेंट की भूमिका मिली है। इनके अलावा प्रवीण आमरे को बैटिंग कंसल्टेंट, सुनील जोशी को स्पिन बॉलिंग कंसल्टेंट, ब्रिटेन के जेम्स पामेंट को फील्डिंग कंसल्टेंट, वेस्टइंडीज के कीरन पावेल को बैटिंग कंसल्टेंट और ऑस्ट्रेलिया के डेविड साकेर को तेज गेंदबाजी कंसल्टेंट के रूप में रखा गया है।

अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेस खेल का इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहा

अमेरिका में एकेडमी और क्रिकेट के बेसिक इकोसिस्टम के लिए सेंट्रलाइज्ड सिस्टम नहीं हैं। यहां युवा क्रिकेटरों के लिए ज्यादा एकेडमी नहीं हैं। लेकिन यूएसए क्रिकेट और इसका कमर्शियल पार्टनर अमेरिकन क्रिकेट एंटरप्राइजेस (ACE) देश में खेल का इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहा है। ताकि ग्रासरूट लेवल पर खेल को बढ़ावा दिया जा सके। एसीई की विलो क्रिकेट एकेडमी के साथ मिलकर अपनी एकेडमी बनाने की भी योजना है।

सेन फ्रांसिस्को में तीन अलग-अलग जगह पर विलो एकेडमी है। यहां कई तरह की सुविधाएं हैं। इसमें टर्फ वाली पिच भी हैं। इस महीने के अंत तक सिएटल में भी एकेडमी खुल जाएगी। यहां कई इंडोर नेट्स होंगी। इसके अलावा एक टर्फ वाली विकेट भी होगी। एसीई विलो एकेडमी के अलावा लॉस एंजिलिस, डलास, न्यूयॉर्क और अटलांटा भी एकेडमी खोलने के लिए चर्चा कर रहा है।

मेजर लीग क्रिकेट की टीमें इस प्रकार हैं

मेजर लीग क्रिकेट में 24 टीमें हैं। इन टीमों को उनके सेन फ्रांसिस्को, लॉस एंजिलिस, शिकागो, डलास, न्यूयॉर्क और अटलांटा के क्लबों से जाना जाएगा। सेन फ्रांसिस्को की तीन टीमें हैं- सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स, गोल्डन स्टेट ग्रिजलीज, बे ब्लेजर्स। लॉस एंजिलिस की भी तीन टीमें हैं- हॉलीवुड मास्टर ब्लास्टर्स, सोकाल लेशिंग्स, सैन डिएगो सर्फ राइडर्स। एलए की तरह शिकागो की भी तीन टीमें हैं- शिकागो ब्लास्टर्स, शिकागो कैचर्स, मिशिगन स्टेट स्टार्स। डलास की तीन टीमें इरविंग मस्टैंग्स, ह्यूस्टन हरिकेंस, ऑस्टिन एथलेटिक्स हैं।

न्यूयॉर्क की छह टीमें हैं

एंपायर स्टेट टाइटंस, न्यूजर्सी स्टेलियंस, न्यू इंग्लैंड ईगल्स, समरसेट कैवेलियर्स, डीसी हॉक्स, फिलाडेल्फियंस। इसी तरह अटलांटा की भी छह टीमें हैं- अटलांटा परम वीर्स, अटलांटा फायर, फ्लोरिडा बीमर्स, मोरिसविले, कार्डिनल्स, ओरलैंडो गैलेक्सी, लॉडरडेल लॉयंस। अभी टीमों के लिए खिलाड़ियों की नीलामी होनी बाकी है।

अमेरिका में करीब 90 लाख क्रिकेट फैंस

अमेरिका में अधिकतर क्रिकेट फैंस साउथ एशियन, कैरेबियंस या ब्रिटिश हैं। अमेरिका में करीब 90 लाख क्रिकेट फैन हैं। इसमें लगभग 40 लाख इंडियन अमेरिकंस, 30 लाख वेस्टइंडीज अमेरिकंस, 8 लाख यूके और आयरलैंड में जन्मे, 5 लाख पाकिस्तानी अमेरिकंस, 2 लाख बांग्लादेशी अमेरिकंस, 3 लाख अफ्रीकन क्रिकेटिंग देश जैसे द. अफ्रीका, जिम्बाब्वे, केन्या, युगांडा, 1 लाख ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड, 1 लाख श्रीलंका और अन्य एशियन देशों के हैं।

महिला टीम में अधिकतर सदस्य भारतीय मूल की

अमेरिका की महिला क्रिकेट टीम भी है। उसने अब तक सिर्फ एक मैच जीता है जबकि 5 मैच हारे हैं। अप्रैल 2018 में टीम को इंटरनेशनल टी20 का दर्जा मिला। टीम की कप्तान सिंधु श्रीहर्षा हैं। अधिकतर सदस्य भारतीय मूल की हैं। पिछले साल मार्च में जूलिया प्राइस को मुख्य कोच बनाया गया था। प्राइस ऑस्ट्रेलिया की ओर से 10 टेस्ट और 84 वनडे खेल चुकी हैं। अमेरिका की महिला टीम 2021 के टी20 वर्ल्ड कप में अमेरिकन क्वालिफायर के रीजनल ग्रुप में हैं। इसमें तीन अन्य टीमें भी हैं।



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This year there will be a 24-team Minor League, so that the Major League can be held next year; Investment of more than 7 thousand crores

'US will continue to seek Assange’s extradition' January 04, 2021 at 04:42AM

The United States will continue to seek WikiLeaks founder Julian Assange's extradition, the US Department of Justice said on Monday after a British judge ruled that he should not be extradited to face criminal charges.

China denies coronavirus leaked from Wuhan lab January 04, 2021 at 04:11AM

Chinese Foreign Ministry spokesperson Hua Chunying's remarks came amidst reports that a ten-member team of the WHO scientists would visit China this month to probe the origin of the coronavirus, which emerged in Wuhan in December 2019.

Sputnik V working to take AstraZeneca vaccine efficacy to over 90 % January 04, 2021 at 03:01AM

With the Drug Controller General of India (DCGI) approving Serum Institute of India's 'Covishield' vaccine and Bharat Biotech's 'Covaxin' for emergency use, paving way for their roll-out and administration to millions, Russian Sputnik V vaccine makers have said that they are working with AstraZeneca (AZ) to take the efficacy of AZ vaccine to over 90 per cent.

ब्रिटेन की कोर्ट से जुलियन असांजे को राहत, जज ने अमेरिका प्रत्यर्पण की अपील ठुकराई January 04, 2021 at 02:18AM

विकिलीक्स के संस्थापक जुलियन असांजे को ब्रिटेन की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने उनके अमेरिका प्रत्यर्पण करने से इनकार कर दिया है। असांजे अमेरिकी सेना से जुड़े गोपनीय दस्तावेज लीक करने और जासूसी के आरोपों का सामना कर रहे हैं। अमेरिका ब्रिटेन से उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।

इस मामले की सुनवाई करते हुए डिस्ट्रिक्ट जज वेनेसा बेरैट्सर ने कहा कि असांजे को अमेरिका को नहीं सौंपा जाना चाहिए। ऐसा करना दमनकारी होगा। इससे पहले असांजे को स्वीडन में रेप के एक मामले में भी राहत मिल चुकी है।

लंदन की जेल में हैं असांजे

असांजे को 2010 में स्वीडन की अपील पर लंदन में गिरफ्तार किया गया था। उन पर स्वीडन की दो महिलाओं ने रेप का आरोप लगाया था। स्वीडन भेजे जाने से बचने के लिए असांजे ने 2012 में लंदन में इक्वाडोर के दूतावास में शरण ली थी। इस तरह वे गिरफ्तारी से बच गए।

बाद में इक्वाडोर की सरकार ने उन्हें शरण देने से इनकार कर दिया है। इसकी वजह अंतरराष्ट्रीय समझौतों के लगातार उल्लंघन करना बताया गया। 2019 में दूतावास से बाहर आने पर ब्रिटेन की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। स्वीडन ने नवंबर 2019 में रेप के आरोप वापस ले लिए। इसके बावजूद असांजे जेल में ही रहे।

इराक युद्ध से जुड़े चार लाख डॉक्यूमेंट लीक किए थे

असांजे ने विकिलीक्स की वेबसाइट पर इराक युद्ध से जुड़े चार लाख दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। इसके जरिए उन्होंने अमेरिका, इंग्लैंड और नाटो की सेनाओं पर युद्ध अपराध का आरोप लगाया था। असांजे पर यह भी आरोप है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूसी खुफिया एजेंसियों ने हिलेरी क्लिंटन के कैम्पेन से जुड़े ईमेल हैक कर उन्हें विकिलीक्स को दिए थे।

गिरफ्तारी के डर ने छिपने पर मजबूत किया

जुलियन असांजे विकिलीक्स की स्थापना से पहले कंप्यूटर प्रोग्रामर और हैकर थे। उनके काम की वजह से 2008 में उन्हें इकोनॉमिस्ट फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन और 2010 में सेम एडम्स अवॉर्ड दिया गया। इसी बीच उन्होंने अमेरिका-इराक युद्ध से जुड़े दस्तावेज अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिए।

इनमें अमेरिका, इंग्लैंड और नाटो की सेनाओं के गंभीर युद्ध अपराध करने के सबूत थे। तब अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा ने उन्हें चेतावनी दी थी। इसके बाद गिरफ्तारी के डर से वे छिपकर रह रहे थे।



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असांजे ने विकिलीक्स वेबसाइट पर इराक युद्ध से जुड़े चार लाख दस्तावेज सार्वजनिक किए थे। तभी से वे अमेरिका के लिए वॉन्टेड हैं।

Greece names first openly gay minister January 04, 2021 at 02:03AM

Nicholas Yatromanolakis, 44, was named as the new deputy minister of culture after being promoted from the position of general secretary at the ministry. The government retained its ministers of health and finance and most other key positions in the reshuffle.

Iran begins 20% uranium enrichment amid US tensions January 04, 2021 at 12:44AM

South Korea population falls for first time January 03, 2021 at 11:55PM

The world's 12th-largest economy has one of its longest life expectancies and one of its lowest birthrates, a combination that presents a looming demographic disaster. As of December 31, South Korea had 51,829,023 people, down 20,838 from a year earlier, according to data released by the interior ministry.

Pak politicians slam Imran govt over killing of coal miners January 03, 2021 at 11:30PM

French-Irish teen's Malaysia death ruled 'misadventure' January 03, 2021 at 11:15PM

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US military blames Taliban for spate of Afghan assassinations January 03, 2021 at 11:09PM

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Beijing vaccinates thousands in Covid-19 jab drive January 03, 2021 at 10:52PM

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अमेरिकी राष्ट्रपति ने जीत लायक वोट जुटाने के लिए जॉर्जिया के सेक्रेटरी पर दबाव डाला, कॉल रिकॉर्डिंग सामने आई January 03, 2021 at 09:43PM

व्हाइट हाउस की दौड़ में जो बाइडेन से हार चुके अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प फिर विवादों में हैं। एक कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर दावा किया जा रहा है कि ट्रम्प ने जॉर्जिया में अपनी पार्टी के सेक्रेटरी पर जीत लायक वोट जुटाने के लिए दबाव डाला, ताकि वे चुनाव का नतीजा पलट सकें। हालांकि, सेक्रेटरी ने उनकी बात मानने से इनकार कर दिया।

बताया जा रहा है कि ट्रम्प ने शनिवार को एक घंटे तक सेक्रेटरी से इस मसले पर बात की। इस दौरान उनका लहजा धमकी देने वाला था। व्हाइट हाउस के ऑफिस से यह कॉल 3 जनवरी दोपहर 2:41 पर की गई थी। मामले पर वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस का कहना है कि ट्रम्प हताशा में ऐसी बातें कर रहे हैं। उन्होंने ऐसा करके अमेरिकी राष्ट्रपति को हासिल ताकत का गलत इस्तेमाल किया है।

दरअसल, अमेरिका में इसी हफ्ते इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की औपचारिक गिनती होनी है। ट्रम्प के पास दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए यह आखिरी मौका है। हालांकि, यह तय माना जा रहा है कि काउंटिंग के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडेन (प्रेसिडेंट इलेक्ट) की जीत पर मुहर लग जाएगी।

ट्रम्प ने कहा, जीत के अंतर से एक वोट ज्यादा चाहता हूं
नतीजे साफ होने के बाद नौ हफ्ते से लगातार ट्रम्प चुनाव में धांधली होने का आरोप लगा रहे हैं। अब उन्होंने जॉर्जिया के टॉप इलेक्शन ऑफिशियल ब्रैड रैफेंसपर्गर से फोन पर कहा कि उन्हें वोटों की दोबारा गिनती करनी चाहिए, ताकि राज्य के 16 इलेक्टोरल वोट उनके हिस्से में आएं।

इसकी कॉल रिकॉर्डिंग वॉशिंगटन पोस्ट ने रविवार को ऑनलाइन पब्लिश कर दी। इसके मुताबिक, ट्रम्प ने कहा कि मैं सिर्फ 11,780 वोट चाहता हूं। यह जीत के अंतर से एक वोट ज्यादा है। जॉर्जिया में बाइडेन को ट्रम्प से 11,779 वोट ज्यादा मिले हैं। यह रिकॉर्डिंग न्यूयॉर्क टाइम्स के पास भी है।

क्रिमिनल केस चलाने की धमकी दी
बतौर राष्ट्रपति ट्रम्प का कार्यकाल 16 दिन का और बचा है। वे इतनी दिन ही जस्टिस डिपार्टमेंट के इन्चार्ज रहेंगे। उन्होंने धमकी दी कि रैफेंसपर्गर ने उनकी बात नहीं मानी तो उन पर क्रिमिनल केस चलाया जा सकता है।

बातचीत के दौरान ट्रम्प ने कहा कि आप जानते हैं कि उन्होंने क्या किया और आप इसकी रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं। आप जानते हैं कि वह अपराधी है, और आप जानते हैं, आप ऐसा नहीं कर सकते। यह आपके और आपके वकील रेयान के लिए बहुत बड़ा रिस्क है।

ट्रम्प के खिलाफ चल सकता है केस
लीगल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अपनी ही पार्टी के चुने पदाधिकारियों को बहकाने या धमकाने पर ट्रम्प के खिलाफ केस चल सकता है। जॉर्जिया के कानून के तहत ऐसा हो सकता है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति को इसी तरह धमकी दी थी
इस घटना ने इसी तरह के एक और मामले की दोबारा याद दिला दी। 2019 में ट्रम्प ने यूक्रेन के राष्ट्रपति को फोन कर धमकाया था। उन्होंने यूक्रेन को मिलने वाली सैन्य मदद रोककर राष्ट्रपति पर दबाव डाला था कि वे बाइडेन के खिलाफ जांच शुरू करें। इस वजह से ट्रम्प को महाभियोग का सामना करना पड़ा था। वे देश के चौथे राष्ट्रपति थे, जिनके खिलाफ महाभियोग चलाया गया। हालांकि, सीनेट में चले ट्रायल के बाद वे इन आरोपों से बरी हो गए थे।



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बतौर राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रम्प का 16 दिन का कार्यकाल और बचा है। (फाइल फोटो)