Thursday, May 14, 2020

चीन को घेरने के लिए रिपब्लिकन सांसद का ट्रम्प को सुझाव- भारत से सैन्य संबंध मजबूत करें, चीन से मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट करें May 14, 2020 at 07:23PM

कोरोनावायरस के मुद्दे पर चीन को जिम्मेदार ठहराने के लिए अमेरिकी सांसद थॉम टिलिस ने 18 पॉइंट का प्लान तैयार किया है। उन्होंने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। इसमें दो प्रमुख सुझाव ये हैं कि चीन से मैन्युफैक्चरिंग चेन को शिफ्ट किया जाए। भारत, विएतनाम और ताइवान को रक्षा उपकरणों की बिक्री बढ़ाकर उनसे सैन्य संबंध मजबूत किए हैं।

'चीन ने धोखा किया, इससे अमेरिका संकट में पड़ा'

टिलिस का कहना है कि चीन ने कोरोना से जुड़ी जानकारी छिपाकर धोखा किया और वैश्विक महामारी को फैलाया। इससे अमेरिका के लोग गंभीर संकट में फंस गए। चीन में वही सरकार है जिसने अपने ही लोगों को लेबर कैंप में कैद कर दिया, अमेरिका से तकनीक चुराई और सहयोगी देशों के लिए खतरा बन गया।

टिलिस ने कहा, "इस वक्त अमेरिका और बाकी स्वतंत्र दुनिया के लिए सतर्क होने का वक्त है। मेरे प्लान के जरिए चीन को कोरोना पर उसके झूठ के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकेगा। साथ ही अमेरिका की अर्थव्यवस्था, लोगों के स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी फायदा होगा।

टिलिस के प्लान में ये सुझाव भी शामिल

  • जापान को उसकी मिलिट्री मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया जाए। जापान और दक्षिण कोरिया को अमेरिका से रक्षा उपकरण खरीदने का प्रस्ताव दिया जाए।
  • चीन से मैन्युफैक्चरिंग कर रही अमेरिकी कंपनियों को वापस लाया जाए। सप्लाई चेन के लिए चीन पर निर्भरता धीरे-धीरे खत्म की जाए।
  • चीन को हमारी तकनीक चुराने से रोका जाए। टेक्नोलॉजी में हमारी क्षमताओं फिर से हासिल करने के लिए अमेरिकी कंपनियों को इन्सेंटिव दिया जाए। चीन से होने वाली हैकिंग को नाकाम करने के लिए साइबर सुरक्षा मजबूत की जाए।
  • ऐसे इंतजाम किए जाएं कि अमेरिका की जनता के पैसे को चीन अपना कर्ज चुकाने में इस्तेमाल नहीं कर पाए।
  • चीन की टेक कंपनी हुवावे पर बैन लागू किया जाए। सहयोगी देशों से भी ऐसे ही बैन लगाने के लिए कहा जाए।
  • कोरोना पर चीन के झूठ से जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई की मांग की जाए, साथ ही चीन पर प्रतिबंध लगाए जाएं।
  • इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी से अपील की जाए कि चीन से 2022 के विंटर ओलंपिक की मेजबानी छीन ले।


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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दावा है कि चीन ने कोरोना से जुड़ी जानकारी छिपाई, इससे दुनियाभर में वायरस फैल गया। (फाइल फोटो)

अब तक 45.25 लाख संक्रमित, ब्राजील में संक्रमितों का आंकड़ा 2 लाख के पार, राष्ट्रपति बोल्सोनारो बोले- लॉकडाउन से देश गरीब हो रहा May 14, 2020 at 06:43PM

दुनिया में करोनावायरस से अब तक 45 लाख 25 हजार 240 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 17 लाख 3हजार 808 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, मौतों का आंकड़ा 3लाख 03 हजार 372 पर पहुंच गया है। ब्राजील में संक्रमण तेजी से बढ़ने के बावजूद राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने कहा कि लॉकडाउन से देश टूटने की राह पर है। कई राज्यों के गवर्नर की ओर से लगाई गई पाबंदियां ब्राजील को गरीबों का देश बना रही हैं।
ब्राजील मेंपिछले 24 घंटे में 7 हजार 7 नए मामले सामने आए हैं। इससे संक्रमितों की संख्या 2 लाख 3 हजार 165 हो गई है। यहां अब तक 13 हजार 999 मौतें हुई हैं। संक्रमण के मामले में यह दुनिया का छठा सबसे प्रभावित देश बन गया है। इसके बावजूदराष्ट्रपति बोल्सोनारो लगातार देश से लॉकडाउन हटाने की बात कह रहे हैं।

ब्राजील का साओ पाऊलो में ताबूतों को रखने ले जाते मजदूर।

कोरोनावायरस : सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देश

देश कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 14,57,593 86,912 3,18,027
स्पेन 2,72,646 27,321 1,86,480
रूस 2,52,245 2305 53,530
ब्रिटेन 2,33,151 33,614 उपलब्ध नहीं
इटली 2,23,096 31,368 1,15,288
ब्राजील 2,03,165 13,999 79,479
फ्रांस 1,78,060 27,074 58,673
जर्मनी 174,975 7,928 1,50,300
तुर्की 1,44,749 4,007 1,04,030
ईरान 1,14,533 6,854 90,539

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पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी रिक ब्राइट ने ट्रम्प की आलोचना की

अमेरिका के पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी रिक ब्राइट ने कहा है कि देश की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की नेतृत्व वाली सरकार संक्रमण रोकने के लिए समुचित काम नहीं कर सकी। सरकार देश में समय से दवाएं नहीं बांटी गई। आने वाला सर्दी का मौसम देश के आधुनिक इतिहास में सबसे काला समय होगा। अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 27 हजार 367 नए मामले सामने आए हैं और 1 हजार 779 मौतें हुई हैं। जॉन हॉपकिन्सयूनिवर्सिटी के मुताबिक न्यूयॉर्क सबसे प्रभावित राज्य है। यहां पर अब तक 3 लाख 43 हजार 51 संक्रमित मिले हैं और 27 हजार 641 मौतें हुई हैं।

बांग्लादेश की राजधानी ढ़ाका में मस्जिद में जाने से पहले बच्चे पर डिसइनफेक्ट का छिड़काव करते कर्मचारी।

बांग्लादेश के शरणार्थी शिविर में पहला संक्रमित मिला

बांग्लादेश के शरणार्थी शिविर में पहला मामला सामने आया है। संयुक्त राष्ट्र ने बांग्लादेश सरकार के हवाले से बताया कि कॉक्स बाजार के शरणार्थी शिविर में गुरुवार को एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इसके साथ ही शिविर के पास रहने वाला एक अन्य व्यक्ति भी संक्रमित मिला। इस शिविर में करीब 10 लाख शरणार्थी रहते हैं जो पड़ोसी देश म्यांमार से पलायन कर पहुंचे हैं। जॉन हॉपकिन्सयूनिवर्सिटी के मुताबिक देश में अब तक 18 हजार 863 लोग संक्रमित मिले हैं और 283 मौतें हुई हैं।

अर्जेंटीना में पिछले 24 घंटे में 255 नए मामले
अर्जेंटीना में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 255 नएमामले सामने आए हैं। यहां अब संक्रमितों की संख्या7 हजार 134 हो गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया किपिछले 24 घंटों में नौ मौतों भी हुई हैं, जिससेमरने वालों की संख्या 393 पहुंच गई है।



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ब्राजील के रियो डे जेनेरियो में एक शेल्टर होम को डिसइन्फेक्ट करने सैनिक पहुंचे थे। सभी ने पीपीई किट पहनी थी। देश में गुरुवार को 7 हजार नए संक्रमित मिले।

मोदी ने बिल गेट्स से बात की, सुझाव मांगे कि कैसे भारत दुनिया के फायदे के लिए बेहतर तरीके से काम कर सकता है May 14, 2020 at 04:32PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स से बात की। दोनों के बीच कोरोना महामारी के वैश्विक असर करीब आधा घंटा बातचीत हुई। साइंटिफिक इनोवेशन और रिसर्च एंड डेवलपमेंट भी दोनों की चर्चा में शामिल रहा।

मोदी ने इस दौरान गेट्स फाउंडेशन के न केवल भारत में बल्कि दुनिया के कई अन्य हिस्सों में किए जा रहे स्वास्थ्य संबंधी कार्यों की सराहना की। उन्होंने बिल गेट्स से सुझाव मांगे कि कैसे भारत की क्षमताओं को दुनिया के फायदे के लिए बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।

मोदी ने सरकार के कामों के बारे में बताया

  • प्रधानमंत्री ने सरकार के कामों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौरान कैसे भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया जा रहा है। इसके अलावा, लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद दवाओंका भी सहारा लिया जा रहा है। स्वच्छता पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन सभी चीजों ने भारत को कोरोना महामारी से लड़ने में मजबूती दी है।

  • उन्होंने गेट्स को बताया कि भारत में लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग को स्वीकारा है। साथ ही मास्क पहनने से लेकर लॉकडाउन नियमों को पालन करने तक लोगों का सहयोग मिला है। इससे कोरोना के संक्रमण को रोकने में कुछ हद तक कामयाबी मिली है।


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के बीच साइंटिफिक इनोवेशन और रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर भी बातचीत हुई।

Global coronavirus death toll exceeds 300,000: Reuters tally May 14, 2020 at 04:01PM

Global deaths linked to the novel coronavirus passed 300,000 on Thursday, while reported cases of the virus are approaching 4.5 million, according to a Reuters tally. About half of the fatalities have been reported by the United States, the United Kingdom and Italy.

US faces 'darkest winter' if pandemic planning falls short: Whistleblower May 14, 2020 at 07:03AM

Despite White House claims, the US still lacks a comprehensive battle plan against the coronavirus in critical areas including masks, testing, treatments and vaccines, whistleblower Rick Bright warned Thursday in testimony before a House committee. "Our window of opportunity is closing," he declared.

अर्जेंटीना में पहली बार संसद का वर्चुअल सेशन, स्क्रीन से चली संसद; न्यूजीलैंड में पाबंदी हटते ही रात में बाल कटवाने पहुंचे लोग May 14, 2020 at 02:29PM

कोरोना प्रभावित अर्जेंटीना में पहली बार संसद की कार्यवाही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। इसमें 72 में से 70 सांसद यानी 97% उपस्थित रहे। इसके लिए संसद की इमारत में दो बड़ी स्क्रीन लगाई गई। दो कनेक्शन लिए गए। पहली स्क्रीन भाषण और वोटिंग के लिए थी। जबकि दूसरी स्क्रीन सांसदों के रजिस्ट्रेशन और उनकी पहचान प्रमाणित करने के लिए लगाई गई थी।

सत्र के दौरान कुछ सांसद ही सदन में मौजूद थे। इन सभी ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया। अजेंटीना में अब तक कोरोना के 6879 मामले सामने आए हैं। जबकि इससे 344 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां 2385 लोग ठीक हो चुके हैं।दुनिया के 23 देशों में संसद के सत्र, पैनल मीटिंग इसी तरह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की जा रही हैं।

सत्र के दौरान कुछ सांसद ही सदन में मौजूद थे। इन सभी ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया।

न्यूजीलैंड:पिछले तीन दिन में कोई नया केस नहीं, 1497 संक्रमित

न्यूजीलैंड में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया। इससे पहले बुध‌वार आधी रात को 51 दिनों से जारी लॉकडाउन खत्म कर दिया गया। लोग 12 बजते ही वेलिंगटन, क्राइस्टचर्च समेत कई शहरों में हेयर सैलून पर पहुंच गए थे।

सरकार ने लोगों से आग्रह किया है कि देश में मॉल, दुकानें और रेस्तरां खोले जा रहे हैं लेकिन, नागरिकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। एक स्थान पर 10 से अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी होगी। पीएम जसिंदा अर्दर्न ने कहा है कि देश वायरस के कारण सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण आर्थिक स्थितियों का सामना कर रहा है।

उन्होंने कहा,‘न्यूजीलैंड में शीतकाल बेहद मुश्किलों भरा होने वाला है पर हर शीत ऋतु के बाद वसंत आता है और अगर हम सही निर्णय लेते हैं तो हम न्यूजीलैंड के निवासियों को वापस काम पर ले जा सकते हैं, हमारी अर्थव्यस्था फिर से तेजी से चल पड़ेगी।' न्यूजीलैंड कोरोना को काबू रखने में बहुत हद तक कामयाब रहा है। यहां 1497 मामले हैं। वहीं अब तक सिर्फ 21 लोगों की मौत हुई है।

रात 12 बजते ही बड़ी संख्या में लोग हेयर सैलून पहुंच गए।


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दुनिया के 23 देशों में संसद के सत्र, पैनल मीटिंग इसी तरह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की जा रही हैं।

कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बोले- कांग्रेसी बन चुके रिटायर्ड जज अभय थिप्से ने नीरव मोदी के पक्ष में बयान दिया, भगोड़े को बचाने में जुटी कांग्रेस May 13, 2020 at 10:09PM

भगोड़ा घोषित हो चुके हीरा कारोबारी नीरव मोदी के मामले में नया मोड़ आ गया है। कानून मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है किलंदन की एक कोर्ट में कांग्रेस में शामिल हो चुके इलाहाबाद और बॉम्बे हाईकोर्ट के रिटायर्डजज अभय थिप्से ने नीरव के पक्ष में बयान दिया है। थिप्से ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपना बयान दर्ज कराया। कहा, ''सीबीआई ने जो आरोप नीरव पर लगाए हैं वो भारतीय कानून और नियमों के सामने नहीं टिक पाएगा''। रविशंकर प्रसाद नेकहा कि कांग्रेस शुरू से नीरव मोदी, मेहुल चौकसी जैसे भगोड़ों को बचाने में जुटी है। अब उनके नेता और पूर्व जज उसके समर्थन में बयान देकर लंदन कोर्ट में चल रही सुनवाई को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं।

थिप्से ने कहा, इसे धोखाधड़ी नहीं मान सकते
अभय थिप्से ने कहा, 'भारतीय कानून के तहत धोखाधड़ी तब तक नहीं मान सकते जब तक किसी के साथ धोखा नहीं हो। इस अपराध में धोखा अनिवार्य हिस्सा है। अगर लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयूएस) जारी होने से किसी के साथ धोखा नहीं हुआ है तो किसी कॉर्पोरेट बॉडी के साथ धोखाधड़ी का सवाल ही नहीं बनता है। बैंक के अधिकारियों को एलओयूएस जारी करने का जो अधिकार दिया गया है। लेकिन उसे प्रॉपर्टी नहीं कहा जा सकता और उन्हें संपत्ति के साथ सुपुर्द करने के लिए भी नहीं कहा जा सकता। इसलिए इसे धोखाधड़ी नहीं मान सकते हैं।

भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित हो चुका है नीरव
पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी (48) को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) कोर्ट ने भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नीरव के खिलाफ याचिका दायर की थी। भगोड़ा आर्थिक अपराधी कानून के तहत नीरव देश का दूसरा भगोड़ा घोषित हुआ है। जनवरी में पीएमएलए कोर्ट ने शराब कारोबारी विजय माल्या को भगोड़ा घोषित किया था।

नीरव कई माह से लंदन की जेल में है, चल रही सुनवाई
13700 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले का आरोपी नीरव लंदन की वांड्सवर्थ जेल में है। भारत की अपील पर प्रत्यर्पण वारंट जारी होने के बाद लंदन पुलिस ने 19 मार्च को उसे गिरफ्तार किया था। उसकी जमानत अर्जी 5 बार खारिज हो चुकी। भारतीय एजेंसियां उसके प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। लंदन की एक अदालत में इस मामले की सुनवाई चल रही है। बुधवार को भारत सरकार ने अदालत में सबूतों के तौर पर कई दस्तावेज जमा किए। डिस्ट्रिक्ट जज सैमुअल गूजी ने दस्तावेज देरी से जमा किए जाने पर चिंता जताई लेकिन आवेदन पर विचार करने के लिए सहमति जता दी। इन दस्तावेजों में अधिकतर हीरा कारोबारी की कंपनियों से जुड़े बैंक दस्तावेज हैं।



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13700 करोड़ रुपए के पीएनबी घोटाले के आरोप में कई महीनों से लंदन की वांड्सवर्थ जेल में बंद है नीरव मोदी। (फाइल फोटो)

Paul Manafort released from prison due to coronavirus concerns May 13, 2020 at 09:59PM

Paul Manafort, Donald Trump’s onetime presidential campaign chairman who was convicted as part of the special counsel’s Russia investigation, has been released from federal prison to serve the rest of his sentence in home confinement due to concerns about the coronavirus, his lawyer said Wednesday.

वैज्ञानिकों का दावा- कोरोना से ठीक होने वाले सभी मरीजों में एंटीबॉडी बनती है, यह बात गलत कि सिर्फ गंभीर मरीजों में ही ऐसा होता है May 13, 2020 at 09:58PM

अपूर्व मंडाविलि. कोरोना महामारी से बचाव का अभी तक जो सबसे ठोस विकल्प दुनिया के सामने आया है, वह प्लाजमा ट्रीटमेंट है। यदि किसी व्यक्ति को एक बार कोरोना हो जाता है और वह इलाज के बाद ठीक हो जाता है, तो उसके रक्त में एंटीबॉडीज (प्रतिरक्षा प्रणाली) विकसित हो जाती है। ऐसे व्यक्ति के ब्लड से प्लाज्मा निकालकर यदि दूसरे कोरोना पेशेंट को दिया जाता है, तो उसके ठीक होने की उम्मीद बनी रहती है।
हालांकि, वैज्ञानिक अभी यही मान रहे हैं कि प्लाजमा ट्रीटमेंट के लिए केवल वही मरीज उपयुक्त हैं, जो गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित हुए हों, क्योंकि हल्के लक्षण और प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों के रक्त में एंटीबॉडी का निर्माण नहीं होता। लेकिन न्यूयॉर्क स्थित माउंट सिनाई के इकाॅन स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने 1343 कोरोना संक्रमित मरीजों के अध्ययन में पाया कि ऐसा बिल्कुल नहीं है। सिर्फ गंभीर रूप से संक्रमित ही नहीं, हल्के लक्षण और प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों में भी एंटीबॉडी का निर्माण होता है। इसलिए प्लाजमा ट्रीटमेंट के लिए इन लोगों के रक्त भी लिए जा सकते हैं।

  • यह अंधकार में उम्मीद की एक किरण की तरह है

इस स्टडी रिपोर्ट को सबमिट करने वाली वायरोलॉजिस्ट फ्लोरियन क्रेमर कहती हैं कि यह अंधकार में उम्मीद की एक किरण की तरह है, क्योंकि कोरोना वैक्सीन कब तक विकसित होगी, इसका किसी के पास कोई जवाब नहीं है। तब तक प्लाज्मा ट्रीटमेंट से कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीक किया जा सकता है। इस विधि में उन लोगों का बड़ा योगदान होगा, जिनके शरीर में एंटीबॉडी का विकास हुआ है। बता दें कि इस अध्ययन को क्रेमर की टीम ने मंगलवार (7 मई को) ऑनलाइन पोस्ट किया है, लेकिन अभी तक विशेषज्ञों द्वारा इसकी समीक्षा नहीं की गई है।

जो संक्रमण से उबर चुके, वेकाम पर लौट सकतेहैं

  • न्यूयॉर्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय में वायरोलॉजिस्ट एंजेला रॉस्मुसेन कहती हैं कि अभी तक दुनिया के चिकित्सकों में यह अवधारणा बनी हुई थी कि कोरोना संक्रमित मरीजों में एंटीबॉडी का विकास उम्र, लिंग और संक्रमण की गंभीरता के स्तर पर निर्भर करता है, लेकिन इस रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि ऐसा नहीं है।
  • वास्तव में अधिकांश संक्रमित लोगों में एंटीबॉडी विकसित होती है। एंटीबॉडी और वायरस को बेअसर करने की उनकी क्षमता के बीच बहुत अच्छा संबंध होता है। क्योंकि एंटीबॉडी ही कोरोनावायरस के पैथोजिंस (संक्रमण फैलाने में मुख्य भूमिका निभाने वाला एजेंट) को नष्ट करने में सक्षम होते हैं।
  • अध्ययन में यह भी कहा गया है कि जो कोई भी संक्रमण से उबर चुका है, वह सुरक्षित रूप से काम पर लौट सकता है। हालांकि इसमें यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसे लोग कितने दिन तक स्वस्थ रहेंगे। या इनके दोबारा संक्रमित होने की संभावना बनी रहती है या नहीं।

हल्के और शुरुआतीलक्षण वाले मरीज भी दे सकते हैं प्लाज्मा

  • शोधकर्ताओं की टीम में शामिल डॉ. एनिया वेजनबर्ग के अनुसार इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट को बनाने के लिए 15 हजार से अधिक संक्रमित मरीजों को शामिल किया गया। इसमें 3 प्रतिशत कोरोना के गंभीर मरीज थे, जो अस्पताल में एडमिट किए गए थे। शेष केवल हल्के या मध्यम लक्षण वाले थे।
  • टीम ने 624 लोगों के परीक्षण में पाया कि 511 जो गंभीर रूप से संक्रमित थे, 42 हल्के और 71 बेहद ही हल्के संक्रमण वाले मरीज थे। सभी में एंटीबॉडी जरूर विकसित हुए थे। शोधकर्ताओं ने कहा कि एंटीबॉडी के लिए परीक्षण का समय परिणामों को बहुत प्रभावित कर सकता है।
  • डॉ. एनिया वेजनबर्ग कहती हैं कि ‘यदि इस रिपोर्ट को समीक्षा के दौरान मान्यता मिलती है तो ठीक हुए गंभीर ही नहीं, हल्के और प्रारंभिक लक्षण वाले मरीज भी प्लाज्मा ट्रीटमेंट में योगदान दे सकते हैं और दुनिया के लाखों संक्रमित लोगों को ठीक किया जा सकता है।

719 मरीजों पर अध्ययन, 62% में एंटीबॉडी नहीं पाई गई

  • शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में 719 ऐसे लोगों को शामिल किया, जिन्हें संदेह था कि उन्हें कोविड -19 है, लेकिन उनमें बीमारी के लक्षण नहीं थे। इस समूह में शोधकर्ताओं ने पूरी तरह से एक अलग तस्वीर पाई। इन लोगों में से 62 प्रतिशत रक्त में एंटीबॉडीज विकसित नहीं हुए थे। एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए उनकी बीमारी के बाद उनमें से कुछ का परीक्षण भी किया गया।
  • शोधकर्ताओं ने पाया कि कई ने शायद इन्फ्लूएंजा बीमारी को गलती से कोरोना समझा लिया था। डॉ. वाजनबर्ग ने कहा कि "मुझे लगता है कि न्यूयॉर्क में हर कोई सोचता है कि वे कोरोना से ग्रसित थे और ठीक होने के बाद उनके अंदर एंटीबॉडी का विकास हो गया, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है।’

क्या वे पहले कोरोना संक्रमित थे अथवा उन्हें इन्फ्लूएंजा था?

  • फ्लोरियन क्रेमर कहती हैं कि जो मरीज हलके या प्रारंभिक लक्षण वाले थे, वे 14 अथवा 28 दिन के बाद दोबारा संक्रमित पाए गए। इससे यह पता चला कि ठीक हुए गंभीर रूप से संक्रमित मरीज के अंदर ही अच्छी तरह से एंटीबॉडी विकसित होती है। लेकिन मेरी स्टडी रिपोर्ट मेंं यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि जो लोग कुछ दिन बाद दोबारा संक्रमित हुए।
  • दरअसल वे लोग पहले कोरोना संक्रमित थे ही नहीं। ऐसे मरीज इन्फ्लूएंजा अथवा अन्य बीमारी से संक्रमित थे, जो ठीक हो गए थे और लोगों ने समझा कि ये कोरोना को मात दे चुके हैं, इनके अंदर प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित हो गई होगी। अब सवाल ये भी उठ रहा है कि जो लोग दोबारा संक्रमित हो रहे हैं, क्या वे पहले कोरोना संक्रमित थे अथवा उन्हें इन्फ्लूएंजा था?
  • दरअसल, मार्च में अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना जांचने के सीमित साधन थे। शुरू में जिनको बुखार या जुखाम हुआ, उन्हें भी कोरोना संक्रमित बताया गया। ऐसे ही लोग बाद में दोबारा संक्रमित हो रहे हैं। जबकि जो लोग कोरोना से वाकई संक्रमित हुए हैं, चाहे वह गंभीर, हल्के और शुरुआती लक्षण वाले ही क्यों न हों, ठीक होने के बाद इनके अंदर एंटीबॉडी जरूर विकसित हुए हैं।


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तस्वीर शिकागो स्थिति रुश यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर्स की है। यहां कोरोना मरीज का इलाज करतीं डॉ. सारा हनीफ मिर्जा।

भारतवंशी इंजीनियर ने जानकारी छुपाकर बैंक से 75 करोड़ रु. का कर्ज मांगा; धोखाधड़ी का मामला दर्ज May 13, 2020 at 09:11PM

भारतवंशी इंजीनियर शशांक राय पर अमेरिका में कोरोना राहत कार्यक्रम की आड़ में धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। अमेरिका में कोरोना को देखते छोटे व्यापारियों को कर्ज देने की योजना शुरू की गई है। राय ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की। असिस्टेंट अटॉर्नी जनरल ब्रायन बेंक्जवोस्की के मुताबिक, उसने गलत ढंग से 10 मिलियन डॉलर(करीब 75.40 करोड़ रु.) के कर्ज के लिए आवेदन दिया था। राय ने बैंक को सौंपे गए कर्ज के एप्लीकेशन में अपने बिजनेस के बारे में कई बातें छुपाई थी।
शशांक राय के खिलाफ टेक्सस के ब्यूमाउंट फेडरल कोर्ट में मुकदमा दायर किया गया। उस पर बैंक धोखाधड़ी और सरकारी एजेंसी को गलत जानकारी देने समेत कई आरोप लगाए गए हैं।

पीपीपी योजना के तहत मांगा था कर्ज

राय ने पे चेक प्रोटक्शन प्रोग्राम (पीपीपी) के तहत कर्ज मांगा था। इस योजना के तहत छोटे व्यापारियों को अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए लोन देने का प्रावधान है। अगर कंपनी के सभी कर्मचारियों को वेतन समय से मिलता रहा तो आठ सप्ताह के बाद कर्ज माफ हो जाती है। राय ने बैंक को बताया कि उसके पास 250 कर्मचारी काम करते हैं। इन कर्मचारियों को वह हर महीने 4 मिलियन डॉलर (करीब 301.60 लाख रु.) वेतन देता है। हालांकि, कोर्ट में पेश किए गए दस्तावेजों से इसकी पुष्टि नहीं हुई।

कर्ज की राशि दूसरे काम में निवेश की थी योजना
वकीलों ने कोर्ट को बताया कि राय ने दूसरे बैंक से भी 3 मिलियन डॉलर (करीब 22.62 करोड़ रु.) का कर्ज मांगा था। इसके लिए उसने अपनी कंपनी में 250 कर्मचारी और उन्हें 1.2 मिलियन डॉलर(करीब 9 करोड़ रु.) वेतन देने की बात कही थी। जांचकर्ताओं को उसके घर के कूड़े में हाथ से लिखा एक नोट मिला। इसमें करीब 22.62 करोड़ रु. का निवेश करने की रणनीति लिखी थी। यह रकम उसकी ओर से मांगी गई कर्ज की रकम के बराबर थी। इसके साथ ही राय की कंपनी के 250 कर्मचारियों को वेतन देने का भी रिकार्ड नहीं मिला। उसकी कंपनी ने पिछले साल की आखिरी तिमाही और इस साल की पहली तिमाही में कुछ भी कमाई नहीं की थी।



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अमेरिका के न्यूयॉक में बुधवार को राहत सामग्री बांटने सरकारी कर्मचारी। देश में छोटे व्यापारियों को कर्ज देने की योजना शुरू की गई है। इस योजना का गलत ढंग से फायदा उठाने की कोशिश करने पर एक भारतवंशी इंजीनियर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

Barack Obama emerges as central figure in 2020 presidential race May 13, 2020 at 08:59PM

Democrats are eagerly embracing Obama as a political wingman for Joe Biden, who spent two terms by his side as vice president. Obama remains the party’s most popular figure, particularly with black voters and younger Democrats, and Biden’s presidential campaign is planning for him to have a highly visible role in the months to come.