Saturday, September 12, 2020

गलवान झड़प में चीन के 60 से ज्यादा सैनिक मारे गए, पीएलए शी जिनपिंग के आक्रामक मूव में फ्लॉप हो गई September 12, 2020 at 08:11PM

अमेरिकी अखबार न्यूज वीक ने (11 सितंबर) अपने आर्टिकल में गलवान को लेकर चौंकाने वाली बातें लिखीं हैं। इस आर्टिकल के मुताबिक, 15 जून को गलवान में हुई झड़प में चीन के 60 से ज्यादा सैनिक मारे गए। दुर्भाग्य से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ही भारतीय क्षेत्र में आक्रामक मूव के आर्किटेक्ट थे, लेकिन उनकी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) इसमें फ्लॉप हो गई। पीएलए से ऐसी अपेक्षा नहीं की जा रही थी।

आर्टिकल में कहा गया है कि भारतीय सीमा पर चीन की सेना की विफलता के परिणाम सामने आएंगे। चीनी आर्मी ने शुरुआत में शी जिनपिंग से इस विफलता के बाद फौज में विरोधियों को बाहर करने और वफादारों की भर्ती करने की बात कही है। जाहिर है, बड़े अफसरों पर गाज गिरेगी। सबसे बड़ी बात यह कि विफलता के चलते चीन के आक्रामक शासक जिनपिंग जो कि पार्टी के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के अध्यक्ष भी हैं और इस नाते पीएलए के लीडर भी, वो भारत के जवानों के खिलाफ एक और आक्रामक कदम उठाने के लिए उत्तेजित होंगे।

जिनपिंग के जनरल सेक्रेटरी बनने के बाद पीएलए की घुसपैठ बढ़ी
दरअसल, मई की शुरुआत में ही लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के दक्षिण में चीन की फौजें आगे बढ़ीं। यहां लद्दाख में तीन अलग-अलग इलाकों में भारत-चीन के बीच टेम्परेरी बॉर्डर है। सीमा तय नहीं है और पीएलए भारत की सीमा में घुसती रहती है। खासतौर से 2012 में शी जिनपिंग के पार्टी का जनरल सेक्रेटरी बनने के बाद।

जून में चीन के सैनिकों ने भारत को चौंकाया

मई में हुई घुसपैठ ने भारत को चौंका दिया था। फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज के क्लिओ पास्कल ने बताया कि मई के महीने में रूस ने भारत को यह बताया था कि तिब्बत के स्वायत्तशासी क्षेत्र में चीन का लगातार युद्धाभ्यास किसी इलाके में छिपकर आगे बढ़ने की तैयारियां नहीं हैं। लेकिन, 15 जून को चीन ने गलवान में भारत को चौंका दिया। यह सोचा-समझा कदम था और चीन के सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए।

गलवान में बहादुरी से लड़े भारतीय जवान

गलवान में भारत-चीन के बीच हुई झड़प दोनों देशों में 40 साल बाद पहली खतरनाक भिड़ंत थी। विवादित इलाकों में घुसना चीन की आदत है। दूसरी ओर, 1962 की हार से लकवाग्रस्त हो चुकी भारतीय लीडरशिप और जवान सुरक्षात्मक रहते हैं। लेकिन, गलवान में ऐसा नहीं हुआ। यहां चीन के कम से कम 43 सैनिकों की जान गई। पास्कल ने बताया कि यह आंकड़ा 60 के पार हो सकता है। भारतीय जवान बहादुरी से लड़े और चीन खुद को हुए नुकसान को नहीं बताएगा।

भारतीय जवान अब बोल्ड एंड बेटर
अगस्त के आखिर में 50 साल में पहली बार भारत ने आक्रामक रवैया अपनाया। हाल ही में जिन ऊंचाई वाले इलाकों को चीन ने हथिया लिया था, भारत ने उन पर फिर से अपना कब्जा कर लिया। चीन की सेना तब चौंक गई, जब उनकी ऊंचाई वाले इलाकों पर कब्जे की कोशिशों को भारतीय जवानों ने नाकाम कर दिया। चौंके हुए चीनी सैनिकों को वापस लौटना पड़ा।

ज्यादातर दक्षिणी इलाके अब भारत के पास हैं, जो कभी चीन के पास थे। अब चीन की सेना ऐसे इलाकों की तरफ बढ़ सकती है, जहां कोई उनकी रखवाली के लिए नहीं है। लेकिन, युद्ध में ये इलाके कितने काम के होंगे, ये अभी साफ नहीं है। भारत घुसपैठियों को मौका नहीं दे रहा है। पास्कल ने बताते हैं कि आप भारतीय जवानों को ज्यादा आक्रामक या रक्षात्मक तौर पर आक्रामक कह सकते हैं। पर, वास्तव में वो बोल्ड एंड बेटर हैं।



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कुछ दिन पहले ही 15 जून को गलवान हुई झड़प का एक वीडियो सामने आया था। यह फोटो उसी वीडियो से ली गई है, जिसमें चीन और भारत के सैनिक झड़प करते दिखाई दिए।

विदेश में बड़े पदों पर अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग ज्यादातर श्वेत, 189 राजनयिकों में केवल 3 अश्वेत September 12, 2020 at 07:15PM

दो दशकों तक दुनिया के सामने अमेरिका की छवि ऐसी रही है कि यहां अप्रवासियों और अश्वेतों को एक जैसी ताकत मिलती है। फिर चाहे वो अमेरिका की पहली विदेश मंत्री बनने वाली चेक में जन्मी मेडलीन अलब्राइट हों या फिर देश के मुख्य राजनयिक बनने वाले पहले अश्वेत कॉलिन पॉवेल हों, जिनके पिता जमैका के प्रवासी थे।

वहीं, पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश की विदेश मंत्री रहीं कोंडोलीजा राइस अलबामा में बड़े हुए। राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के कार्यकाल में 2005 से 2009 तक विदेश मंत्री रहीं कोंडोलीजा की जगह हिलेरी क्लिंटन (ओबामा के कार्यकाल में) को लाया गया था। तब अधिकारियों ने मजाक में कहा कि यह पद उन श्वेत पुरुषों के लिए था, जिनका 200 से ज्यादा सालों तक इस पर एकाधिकार रहा।

यहां तक कि 2013 से 17 तक विदेश मंत्री रहे जॉन कैरी राष्ट्रपति बराक ओबामा के दूसरे विदेश मंत्री थे, जिन्होंने दुनियाभर में अमेरिकी सपनों का प्रतिनिधित्व किया। चार सालों से भी कम समय में राष्ट्रपति ट्रम्प ने पूरे प्रशासन को बदल दिया। दुनिया के सामने अमेरिका की छवि बदल गई।

विदेश में बड़े पदों पर अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग अब ज्यादातर श्वेत और पुरुष हैं। इनमें विदेश मंत्री माइक पोम्पियो, रक्षा मंत्री मार्क एस्पर, अटॉर्नी जनरल विलियम पी. बैर और ट्रम्प के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ'ब्रायन शामिल हैं।

पिछले महीने रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में वक्ताओं ने ट्रम्प को राष्ट्रपति पद का एक मजबूत कैंडिडेट बताने की कोशिश की थी। उनका कहना था कि ट्रम्प प्रशासन में शीर्ष रैंक पर सभी समुदाय और अश्वेतों को शामिल किया गया है। लेकिन, सच्चाई बिल्कुल इसके उलट है।

निक्की हेली की जगह केली क्राफ्ट को राजदूत बनाया

हालांकि, एक महिला अधिकारी केली क्राफ्ट, जो संयुक्त राष्ट्र में ट्रम्प की राजदूत हैं। उन्होंने निक्की हेली की जगह ली, जो एक भारतीय-अमेरिकी हैं। हेली ट्रम्प प्रशासन में अलग समुदाय की एकमात्र अफसर थीं।

कमला हैरिस को बाइडेन ने रनिंग मेट चुना

डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जोसेफ आर. बाइडेन (जो बाइडेन) जूनियर ने कैलिफोर्निया के सीनेटर कमला हैरिस को अपना रनिंग मेट चुना। वे अमेरिकी चुनाव में उपराष्ट्रपति की डेमोक्रेटिक कैंडिडेट हैं। उनका चुनाव कर बाइडेन ने दुनिया के सामने विविध अमेरिकी छवि का आगे बढ़ाने के लिए अपनी तत्परता का संकेत दिया। यदि वे चुने जाते हैं, तो उन्हें ट्रम्प प्रशासन के दौरान विविधता के आधार पर खोई हुई जमीन को फिर से बनाना होगा।

जनवरी में गवर्नमेंट अकाउंटेबिलिटी ऑफिस की एक स्टडी में पिछले दशक की तुलना में 2018 में विदेश विभाग में महिलाओं और अश्वेतों में सबसे बड़ी कमी देखी गई। स्टडी में यह भी पाया गया कि विदेश विभाग में काम करने वालों अश्वेत या अल्पसंख्यक श्वेत लोगों के समान शिक्षा, व्यवसाय या कई सालों से फेडरल सर्विस में होने के बावजूद उनकी प्रमोशन की संभावना कम थी।

श्वेत लोगों को ज्यादा प्रमोशन

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने विदेश विभाग के आंकड़े के हवाले से बताया कि 2019 के वित्तीय वर्ष में 80 अश्वेत फॉरेन सर्विस अधिकारियों और विशेषज्ञों को प्रमोट किया गया था। यह आंकड़ा 8,023 राजनयिकों में से 1% है। बाकी 1,496 राजनयिकों को प्रमोशन दिया गया। इनमें 108 हिस्पैनिक (मध्य और सेंट्रल अमेरिकी देशों वाले), 106 एशियाई और 90 अन्य अल्पसंख्यक समूहों से थे। श्वेत लोगों को ज्यादा संख्या में प्रमोशन मिला।

अमेरिका में दूसरे समुदाय के 25 से कम राजनयिकों के होने के चलते सरकार की काफी आलोचना की गई। इसके बाद विदेश विभाग ने 1 सितंबर को घोषणा की कि यह अल्पसंख्यक आवेदकों के लिए फैलोशिप की संख्या 50% बढ़ा रहा है।

एक बयान में पोम्पियो ने कहा कि फैलोशिप टैलेंटेड और क्वालिफाइड कैंडिडेट को लुभाने के लिए लाई गई थी, जो विदेश सेवा के लिए जातीय, नस्ल, लैंगिक, सामाजिक और भौगोलिक विविधता का प्रतिनिधित्व करते हैं।

ट्रम्प प्रशासन में उच्च पदों पर श्वेत ज्यादा

मौजूदा अमेरिकी प्रशासन में विविधता की कमी साफ नजर आ रहा है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डिप्लोमेसी के अनुसार, फिलहाल 189 अमेरिकी राजदूत विदेशों के दूतावासों में काम कर रहे हैं। इनमें केवल तीन राजनयिक अश्वेत हैं और चार हिस्पैनिक हैं। बुश के पहले कार्यकाल के दौरान 19 अश्वेत एंबेसडर थे। वहीं, ओबामा के पहले कार्यकाल के दौरान 18 थे।

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यह फोटो 2003 की जर्मनी की है। एक इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सेक्रेटरी ऑफ स्टेट कॉलिन एल. पॉवेल के भाषण का प्रसारण किया जा रहा है। वे अमेरिका के पहले अश्वेत राजनयिक थे।

नाइट पार्टियां बंद होने से केमिकल से बनी ड्रग्स का इस्तेमाल घटा, पौधे आधारित भांग और गांजा का इस्तेमाल बढ़ा September 12, 2020 at 05:50PM

कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया में ड्रग्स के इस्तेमाल को लेकर लोगों की भावनाओं में बदलाव दिख रहा है। अमेरिका से लेकर ऑस्ट्रेलिया तक किए गए सर्वे का रुझान बताता है कि केमिकल से बनी ड्रग्स का इस्तेमाल घटा है, वहीं पौधे आधारित भांग और गांजा का इस्तेमाल बढ़ा है।

सर्वे में लोगों ने खुलकर यह बात कबूली है कि कोरोना काल से पहले वे बार और रेस्तरां में पार्टियों के दौरान एक्सटेसी, कोकिन, हेरोइन जैसे ड्रग्स का इस्तेमाल करते थे। चूंकि कोरोना काल में बार-रेस्तरां बंद हैं और लोग अकेले रहने पर मजबूर हैं, ऐसे में इन लोगों ने इन पश्चिमी ड्रग्स को छोड़कर भांग-गांजा का चुनाव किया है।

इसकी वजह यह बताई जा रही है कि भांग-गांजे के इस्तेमाल से मेंटल डिप्रेशन में राहत मिल रही है जबकि फैक्ट्रियों में बनी पश्चिमी ड्रग के इस्तेमाल से मेंटल डिप्रेशन उल्टे बढ़ रहा है। हाल ही में किए गए ग्लोबल ड्रग सर्वे में यह बात निकलकर आई है कि करोड़ों लोग घर के अंदर लॉकडाउन के कारण भयंकर तौर पर बोरियत का सामना कर रहे हैं।

सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलिया में 49% इस्तेमाल बढ़ा

इसी कारण से वे साइको एक्टिव ड्रग (भांग-गांजा) की तरफ आकर्षित हुए हैं। यह ऑनलाइन सर्वे 11 अमीर देशों के 55 हजार लोगों पर किया गया। सर्वे के मुताबिक हर पांच में से दो लोगों ने गांजा-भांग जैसे नशे का जरूरत से ज्यादा मात्रा में सेवन किया। सबसे ज्यादा ऑस्ट्रेलिया में 49%, अमेरिका में 46% और ब्रिटेन में 44% इसका इस्तेमाल बढ़ा। 41% लोगों ने इसका कारण अकेलेपन की बोरियत बताया, जबकि 38% लोगों ने बताया कि वे डिप्रेशन के कारण नशा कर रहे हैं।

लॉकडाउन में नाइट पार्टियां और बार-रेस्तरां बंद होने के कारण कोकिन की खपत 38% कम हुई। एक्सटेसी 41% और केटामाइन का इस्तेमाल 34% कम हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि लॉकडाउन खत्म होते ही जब नाइट पार्टियां फिर शुरू हो जाएंगी तो ड्रग्स का इस्तेमाल फिर बढ़ जाएगा। ज्यादा धूम्रपान और ड्रग्स की शेयरिंग कोरोनावायरस की जटिलताओं को और बढ़ा देगा।

कोरोनावायरस से जुड़ी अफवाह के कारण 800 से ज्यादा लोग मारे गए

कोरोनावायरस के बारे में गलत जानकारी से दुनियाभर में 800 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन एंड हाइजीन के ताजा शोध में यह जानकारी सामने आई है। कोरोना से जुड़ी अफवाह के कारण लोगों को आंख की रोशनी से लेकर जान तक गंवानी पड़ी है।

ज्यादातर लोगों की मौत अत्यधिक गाढ़ी शराब पीने से हुई

रिसर्चर्स ने दिसंबर 2019 से अप्रैल 2020 के बीच आंकड़ों का अध्ययन कर पता लगाया कि ज्यादातर लोगों की मौत अत्यधिक गाढ़ी शराब पीने से हुई। शरीर को डिसइंफेक्ट करने के लिए पी गई मेथेनॉल के कारण 5,900 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और 60 लोगों की दृष्टि भी चली गई।



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कोरोना काल में बार-रेस्तरां बंद हैं और लोग अकेले रहने पर मजबूर हैं, ऐसे में इन लोगों ने पश्चिमी ड्रग्स को छोड़कर भांग-गांजा ले रहे हैं है। -फाइल फोटो

Philippines deports US Marine who killed transgender woman September 12, 2020 at 04:57PM

Lance Corporal Joseph Scott Pemberton left Manila's international airport at 9:14 a.m. local time (0114 GMT) aboard an American military aircraft bound for the United States, according to Bureau of Immigration (BI) spokeswoman Dana Sandoval.

इराक के पूर्व फुटबॉलर की संक्रमण से मौत, यहां 2.86 लाख मरीज; दुनिया में 2.89 करोड़ केस September 12, 2020 at 04:30PM

कोरोनावायरस से दुनिया में अब तक 2 करोड़ 89 लाख 38 हजार 95 लोग संक्रमित हो चुके हैं। 9 लाख 24 हजार 558 लोगों की जान जा चुकी है। अच्छी बात यह है कि 2 करोड़ 8 लाख 5 हजार 760 लोग ठीक भी हो चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/39bx8wZ से लिए गए हैं।

इराक में 1970 और 1980 के दशक में सबसे प्रशिद्ध फुटबाल स्टार में से एक नदीम शाकर की कोरोना से मौत हो गई। 63 साल के शाकर इराक की फुटबाल टीम में बेहतरीन डिफेंडर रहे। वह इराक की नेशनल टीम के कोच भी रहे। शुक्रवार को इरबिल शहर के एक लोकल हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई। उनकी मौत पर राष्ट्रपति बरहम सालिह ने भी दुख जताया है। इराक में अब तक कोरोना के 2 लाख 86 हजार 778 मामले सामने आ चुके हैं और 7941 लोगों की मौत हो चुकी है।

इराक के फुटबॉलर नदीम शाकर। - फाइल फोटो

इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 66,76,601 1,98,128 39,50,354
भारत 47,51,788 78,614 36,99,306
ब्राजील 43,15,858 1,31,274 35,53,421
रूस 10,57,362 18,484 8,73,535
पेरू 7,22,832 30,593 5,59,321
कोलंबिया 7,08,964 22,734 5,92,820
मैक्सिको 6,63,973 70,604 4,67,525
साउथ अफ्रीका 6,48,214 15,427 5,76,423
स्पेन 5,76,697 29,747 उपलब्ध नहीं
अर्जेंटीना 5,46,481 11,263 4,09,771

ब्राजील: 24 घंटे में 814 की मौत
ब्राजील में पिछले 24 घंटे में 814 मरीजों ने दम तोड़ा है। इस दौरान 33 हजार 523 नए मामले भी आए। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 43 लाख 15 हजार 687 हो गई है। अभी तक 1 लाख 31 हजार 210 लोगों ने दम तोड़ा है।
यहां के साउ पाउलो और रियो डि जेनेरियो में संक्रमण ज्यादा है। इन राज्यों के समुद्र तटों पर भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरे जरूरी नियमों का पालन भी नहीं हो रहा।

ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में एक होटल को सैनिटाइज करती महिला कर्मचारी।

फ्रांस: एक दिन में 10 हजार से ज्यादा
फ्रांस में पिछले 24 घंटे में 10,561 नए मामले सामने आए और 17 लोगों की मौत हुई। यहां अब तक 3 लाख 73 हजार 911 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 30 हजार 910 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्रांस में जुलाई के बाद से संक्रमण तेजी से बढ़ा है। प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने कहा- यहां वायरस अभी और कई महीने रहेगा और हमें इसके साथ जीना होगा। कास्टेक्स संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद एक हफ्ते सेल्फ क्वारैंटाइन में रहे थे। हालांकि, उनकी टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है।

फ्रांस में साइकिल रेसिंग के दौरान मास्क लगाए खड़े दर्शक।


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इराक की राजधानी बगदाद में पूर्व इराकी फुटबॉलर नदीम शाकर की अंतिम यात्रा निकाली गई।

Virus might disrupt US life until toward ‘end of 2021’: Anthony Fauci September 12, 2020 at 03:26PM

Taliban-Afghan govt talks open with aim to end decades of conflict September 12, 2020 at 03:13PM

कीवु प्रांत में गोल्ड माइन धंसने से 50 से ज्यादा लोगों की जान गई, भारी बारिश के चलते हादसा हुआ September 12, 2020 at 02:43AM

पूर्वी कांगो में एक गोल्ड माइन ढह जाने से 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। शनिवार सुबह प्रांत के गवर्नर ने बताया कि दक्षिणी कीवु प्रांत के कमीतुगा शहर में शुक्रवार शाम करीब 3 बजे (स्थानीय समय) गोल्ड माइन धंस गई। उन्होंने बताया कि मरने वालों में ज्यादातर युवा और बच्चे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक, पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते यह घटना घटी। गवर्नर ने राज्य में दो दिन का शोक घोषित किया है। साथ ही स्थानीय लोगों से शवों को निकालने में मदद की अपील की है।

1 युवक को जिंदा निकाला गया

घटनास्थल पर मौजूद एक स्थानीय निवासी ने कहा कि 50 लोग मारे गए हैं। केवल एक युवक की जिंदा बचा है। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। दक्षिण कीवु में गैरकानूनी तरीके से खनन के चलते हर साल लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं होती हैं।



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कांगो के कीवु प्रांत में पिछले कई दिनों से बारिश हो रही थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ।

Liberia declares rape a national emergency September 12, 2020 at 02:57AM

Liberian President George Weah has declared rape a national emergency and has ordered new measures to tackle the problem after a recent spike of cases in the poor West African state.

Iran says US-brokered deal makes Bahrain partner to Israel 'crimes' September 12, 2020 at 01:14AM

पैगंबर मुहम्मद के कार्टून दोबारा छापने पर शार्ली एब्दो को मिली हमले की धमकी, 2015 में अलकायदा ने यहां हमला कर 12 लोगों की हत्या की थी September 12, 2020 at 01:29AM

अलकायदा ने एक बार फिर फ्रांस की मैगजीन शार्ली एब्दो को हमले की धमकी दी है। दरअसल, शार्ली एब्दो ने हाल ही में दोबारा पैगंबर मुहम्मद से जुड़े कार्टून छापे हैं। ये वही कार्टून हैं, जिनकी वजह से 2015 में उस पर आतंकी हमला हुआ। शार्ली एब्दो के कार्टूनिस्ट व्यंग करते हुए विभिन्न धर्मों की कमियां दिखाते हैं। वे पहले ईसाई, यहूदी के भी कार्टून छाप चुके हैं। हालांकि, इस्लाम धर्म से जुड़े कार्टून छापने पर उन पर आतंकी हमला हो गया था।

अलकायदा ने अमेरिका में 9/11 हमले के 19 साल पूरे होने पर अपनी अंग्रेजी मैगजीन 'वन उम्माह' छापी है। इसके जरिए उसने चेतावनी दी कि शार्ली एब्दो अगर मानता है कि उस पर केवल एक बार ही हमला होगा तो यह उसकी गलती है। इसमें कहा गया- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मैगजीन को कार्टून छापने के लिए हरी झंडी दी है। मैक्रों को हम वही मैसेज देना चाहते हैं, जो उनसे पहले पहले के राष्ट्रपति फ्रैंकोइस हॉलैंड को दिया था।

2 सितंबर से शुरू हुई है हमले की सुनवाई
दरअसल, 2 सितंबर से शार्ली एब्दो पर हमले की सुनवाई शुरू हुई है। इसमें हमले में शामिल आतंकियों की मदद करने के आरोपी 14 लोगों पर मुकदमा चलेगा। शार्ली एब्दो ने सुनवाई के पहले पैगंबर मुहम्मद के कार्टून 1 सितंबर को ऑनलाइन वर्जन और 2 सितंबर के प्रिंट एडिशन में छापे थे।

2015 के हमले में 12 लोग मारे गए थे
फ्रांस की इस मैगजीन के हेडऑफिस पर 7 जनवरी 2015 में आतंकी हमला हुआ था। यह हमला अलकायदा की यमन ब्रांच ने किया था। वजह मैगजीन का पैगंबर मुहम्मद और इस्लाम से जुड़े कार्टून छापना था। इस हमले में फ्रांस के मशहूर कार्टूनिस्टों समेत 12 लोगों की जान गई थी।

मैगजीन के डायरेक्टर ने क्या कहा?
शार्ली एब्दो के डायरेक्टर लॉरेंट सॉरीसेऊ ने कहा है कि उन्हें फिर से कार्टून छापने से कोई अफसोस नहीं है। 2015 में हमले के दौरान लॉरेंट भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कोर्ट में सुनवाई के दौरान उन्होंने कहा- अफसोस इस बात का है कि आजादी की रक्षा के लिए कितने कम लोग लड़ते हैं। यदि हम अपनी स्वतंत्रता के लिए नहीं लड़ते तो हम एक गुलाम की तरह रहते हैं और एक घातक विचारधारा को बढ़ावा देते हैं। कार्टून को दोबारा छापने पर उन्होंने कहा- सुनवाई की शुरुआत के मौके पर अगर वे यह कार्टून नहीं छापते तो यह साबित होता कि उन्होंने पहले कार्टून छापकर गलती की थी।



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शार्ली ऐब्दो के कार्टूनिस्ट किसी भी मुद्दे पर व्यंग करते हुए कार्टून छापते हैं।- फाइल पोटो

Take your threats off the table, British PM Johnson tells EU in trade row September 12, 2020 at 12:52AM

Prime Minister Boris Johnson told the European Union not to threaten Britain on Saturday, saying a bill which would breach a divorce treaty with the bloc was needed to protect the country's integrity.

More than 50 killed at collapsed gold mine in eastern Congo September 12, 2020 at 01:04AM

Johnson accuses EU of plotting food 'blockade' on UK September 12, 2020 at 12:18AM

Anti-Shia protesters march for second day in Karachi September 11, 2020 at 10:04PM

UAE reports 1,007 new Covid-19 cases, highest since outbreak September 12, 2020 at 12:33AM

UN adopts Covid response resolution, US votes against September 11, 2020 at 11:49PM

US 'deeply concerned' about Hong Kong activists: Pompeo September 12, 2020 at 12:02AM

US Secretary of State Mike Pompeo said on Friday Washington is deeply concerned about 12 Hong Kong democracy activists being held in China, saying they have been denied access to lawyers and local authorities have not provided information on their welfare or the charges against them.

जंगलों से रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ रही आग; लॉस एंजिल्स से मात्र 70 किलोमीटर दूर तक पहुंची लपटें; लोग पलायन कर रहे September 11, 2020 at 11:41PM

स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क कह रहे हैं कि इंसान मंगल पर जाएगा और यहां कैलिफोर्निया के आसमान का रंग मंगल की तरह ही बदल रहा है। कैलिफोर्निया के जंगलों में हर साल ही इस मौसम में आग लगती है, लेकिन इस बार यह भयावह है। जंगलों से यह आग अब रिहायशी इलाकों की तरफ बढ़ रही है। हर बार यह आग लॉस एंजिल्स से 500 से 700 किलोमीटर दूर रहती थी, लेकिन इस बार यह मात्र 70 किलोमीटर दूर है। आग की वजह से आसमान में धुएं और राख की परत छाई है। हवा भी बेहद खराब हो गई है।

जंगलों में लगी आग को बुझाते फायरफाइटर।

12 राज्यों में करीब 100 जगहों पर आग
अमेरिका के पश्चिमी हिस्से के 12 राज्यों में करीब 100 जगहों पर आग लगी है। कैलिफोर्निया, ओरेगन के बाद वॉशिंगटन में भी इसका असर बढ़ रहा है। अभी तक 23 लोगों की मौत हो चुकी हैं और कई लोग लापता हैं। ओरेगन में हजारों लोगों को विस्थापित किया गया है।

कैलिफोर्निया की कुछ काउंटी आग की चपेट में आ गई है।

कैलिफोर्निया में दो दिनों में 10 शव मिले
कैलिफोर्निया में आग से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। राजधानी सैक्रामेंटो के उत्तर में बुटी काउंटी में दो दिनों में 10 शव मिले हैं। इसमें एक 16 साल का लड़का भी शामिल है। कैलिफोर्निया में अभी तक 16 लोग लापता हैं। आग की शुरुआत सबसे पहले कैलिफोर्निया से ही हुई थी। यहां पर 18 अगस्त को सबसे पहले आग की घटना सामने आई थी।

तेज हवाओं की वजह से आग बुझाने में दिक्कत आ रही है।

ओरेगन में आग के चलते खाली घरों में लूटपाट की खबरें

ओरेगन में लोगों के खाली घरों में लूटपाट की भी खबरें आ रही हैं। यहां की गर्वनर केट ब्राउन ने 40 हजार लोगों को घर छोड़ देने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा- लूटपाट की अफवाहों पर ध्यान न दें। लोगों को पुलिस और नेशनल गार्ड पर भरोसा करना चाहिए और समय रहते घर खाली कर देने चाहिए। यहां जैक्सन, लेन और मैरियान काउंटी में कई लोग लापता हैं।

ओरेगन के पोर्टलैंड में आग की वजह से हवा में धुआं फैल गया है।

वॉशिंगटन में आग से बच्चे की मौत
वॉशिंगटन में ओक्नोगन काउंटी आग से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां एक साल के बच्चे की आग से मौत हो गई, जबकि उसके परिजन गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती हैं। वॉशिंगटन की गवर्नर यजे इंस्ली ने कहा- इसे जंगलों में लगी आग नहीं, बल्कि क्लाइमेट (जलवायु) में लगी आग कहना चाहिए। उन्होंने बताया कि पिछले पांच दिनों में यहां 980 वर्ग मील की जगह जलकर राख हो गई है। 2015 के बाद से लगने वाली यह सबसे बड़ी आग है।

पोर्टलैंड, सिएटल की एयर क्वालिटी दुनिया में सबसे खराब
आग की वजह से पोर्टलैंड, सिएटल की एयर क्वालिटी दुनिया में सबसे खराब है।

चार हजार से ज्यादा फायर फाइटर्स आग बुझाने में जुटे हैं। धुंध की वजह से पायलटों को हेलिकॉप्टर के जरिए आग बुझाने में मुश्किल आ रही है। 14 हजार फायर फाइटर्स आग बुझाने में जुटे हैं। उनकी सहायता के लिए 60 से ज्यादा हेलिकॉप्टर लगाए गए हैं।



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कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग। आग के रिहायशी इलाकों में पहुंचने से पलायन शुरू हो गया है।

Bahrain deal a win-win for Trump and Israel in a changing region September 11, 2020 at 10:23PM

The deal is another step in a cherished dream by Israeli and US conservatives to win Arab recognition of Israel without establishing a state for the Palestinians, who quickly denounced Bahrain.

आतंकी संगठन के कहने पर हजारों पाकिस्तानियों ने शिया समुदाय के खिलाफ रैली निकाली, उन्हें काफिर कहा और सबको मारने की धमकी दी September 11, 2020 at 10:49PM

पाकिस्तान में आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (एसएसपी) ने शिया मुसलमानों के खिलाफ सुन्नी समुदाय के लोगों को भड़काना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को इसकी बानगी कराची की सड़कों पर देखने को मिली। यहां हजारों की संख्या में लोग एसएसपी के बुलावे पर प्रदर्शन करने पहुंचे। भीड़ ने ''शिया काफिर हैं'' के नारे लगाए। शिया मुसलमानों को जान से मारने की धमकी दी।

कराची में शिया मुसलमानों के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग।

सोशल मीडिया पर भी छिड़ी जंग
सोशल मीडिया पर भी शिया-सुन्नी में जंग छिड़ गई। देखते ही देखते ट्वीटर पर #ShiaGenocide ट्रेंड करने लगा। इसमें एक तरफ सुन्नी समुदाय के लोग शियाओं के खिलाफ कमेंट कर रहे थे तो दूसरी ओर शिया समुदाय के लोगों ने इस्लाम और इंसानियत का हवाला देते हुए ऐसे हमले बंद करने की मांग की। शिया समुदाय के एक युवक ने मीट शेयर करते हुए सुन्नी समुदाय से पूछा, ''आप इस्लाम को शांति का धर्म बताते हो और दूसरी ओर इंसानियत का खून भी करते हो।''

इस्लाम विरोधी कमेंट करने का आरोप
न्यूज एजेंसी ने बताया कि पिछले महीने मुहर्रम पर आशूरा जुलूस का टीवी चैनल पर प्रसारण किया गया। आरोप है कि इसमें कुछ शिया धर्म गुरुओं ने इस्लाम के खिलाफ कमेंट किया। पाकिस्तान की सोशल एक्टिविस्ट आफरीन ने ट्वीट किया कि इसके बाद से कई शिया मुस्लिमों पर धार्मिक पुस्तकों को पढ़ने और आशूरा जुलूस में हिस्सा लेने के लिए हमला किया गया।

प्रदर्शन के दौरान आतंकी संगठन की तरफ से शिया मुसलमानों को धमकी भी दी।

5 साल में सैकड़ों शिया मुसलमानों की हत्या, कई लापता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान में पिछले पांच सालों में शिया मुसलमानों के खिलाफ हिंसा काफी बढ़ गई है। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में शिया मुसलमानों की हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद हत्यारे खून से ही शियाओं के घर के बाहर ''शिया काफिर हैं'' भी लिखते हैं। इसके अलावा कई शिया समुदाय के युवा, महिलाएं अभी लापता हैं।

कुछ साल पहले तक शिया समुदाय के लोगों को मैसेज के जरिए पहले धमकी दी जाती थी और फिर ग्रेनेड से हमला कर उनकी हत्या कर देते थे। शिया मुसलमानों पर हिंसा करने का आरोप आतंकी संगठन एसएसपी पर ही है।

शियाओं के खिलाफ प्रदर्शन में भारी भीड़ जुटी थी।

शियाओं पर होने वाली हिंसा को कवर करने वाले पत्रकार को गिरफ्तार किया
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि शिया के खिलाफ होने वाली हिंसा को कवर करने वाले पत्रकार बिलाल फारूकी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यूजर ने लिखा, ''यह शियाओं का नरसंहार ही है। हमारे ऊपर अत्याचार हो रहा है।''

सोशल एक्टिविस्ट आफरीन ने इसके लिए पाकिस्तान सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान सरकार जानते हुए ऐसे आतंकी संगठन को शियाओं के खिलाफ प्रदर्शन और हिंसा करने की मंजूरी दे रही है। इसके लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।



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फोटो पाकिस्तान के कराची शहर की है। यहां शिया मुसलमानों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए हजारों लोग आतंकी संगठन सिपाह-ए-सहाबा पाकिस्तान (एसएसपी) के बुलावे पर पहुंचे।

नॉर्थ कोरिया की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने से तानाशाह भड़का, मंत्रालय के पांच अफसरों को गोली मारने का आदेश दिया September 11, 2020 at 09:28PM

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने फिर एक बार बर्बरता दिखाई है। उसने देश की अर्थव्यवस्था पर सवाल उठाने वाले अपने पांच अफसरों को मौत की सजा दे दी। तानाशाह के आदेश पर उन्हें गोली मार दी गई।

डिनर पार्टी में की थी देश की अर्थव्यवस्था पर चर्चा
नॉर्थ कोरिया पर नजर रखने वाली साउथ कोरिया की साइट डेली एनके के मुताबिक आर्थिक मंत्रालय के इन पांचों अधिकारियों ने एक डिनर पार्टी में देश की अर्थव्यवस्था पर चर्चा की थी। इस दौरान उन्होंने किम के शासन की नीतियों की आलोचना भी की थी। चर्चा के दौरान उन्होंने देश में औद्योगिक सुधार की जरूरत बताई थी। कहा था कि नॉर्थ कोरिया को अपने प्रतिबंधों को दूर करने के लिए विदेशी मदद भी लेनी चाहिए।

30 जुलाई को दी गई मौत की सजा
साउथ कोरिया की साइट के मुताबिक, इस चर्चा की किम जोंग उन से शिकायत की गई थी। किम आर्थिक मंत्रालय के भी प्रमुख हैं। इसके बाद सभी को बुलाया गया और उन पर दबाव डालकर कबूल करवाया गया कि उन्होंने नॉर्थ कोरिया के शासन को कमजोर करने की कोशिश की। 30 जुलाई को उन्हें गोली मार दी गई। इन सभी के परिवारों को येडोक के एक पॉलिटिकल कैम्प में भेज दिया गया है।

भूखे कुत्तों के सामने डाल दिया था अंकल को
सत्ता पर पकड़ बनाए रखने के लिए तानाशाह किम जोंग उन के अपने अंकल किम जोंग थाएक को 120 भूखे शिकारी कुत्तों के पिंजरे में डाल दिया गया था। चीनी अखबार ‘वेन वई पो’ ने दावा किया था कि सजा दिए जाते समय मौके पर किम जोंग समेत 300 शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। इन सभी के सामने 67 वर्षीय थाएक को शिकारी कुत्ते खा गए थे। थाएक की मौत पर सवाल उठाने पर उनकी पत्नी को भी जहर देकर मार दिया गया था, बाद में मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई।
सौतेले भाई की मलेशिया में करवाई हत्या
किम जोंग उन ने अपने सौतेले भाई किम जोंग नाम की भी मलेशिया में हत्या करवाई थी। वे मलेशिया में रहते थे। फरवरी, 2015 में मलेशिया के एयरपोर्ट पर ही दो लड़कियों ने जहरीली पिन चुभोकर उनकी हत्या कर दी थी। नाम पर उत्तर कोरिया के खिलाफ जासूसी करने का आरोप लगाया गया था।

कोरोना रोकने के लिए चीन से आने वालों को गोली मारने के आदेश दिए
हाल ही में साउथ कोरिया में तैनात अमेरिकी फौज के कमांडर ने जानकारी दी थी कि तानाशाह किम ने देश में वायरस की रोकथाम के लिए चीन की तरफ से आने वालों को गोली मारने के आदेश दिए हैं। नॉर्थ कोरिया की कमजोर स्वास्थ्य सेवाएं महामारी से लड़ने में नाकाम साबित हो रही है। बीमारी के फैलने के बाद से किम ने अब तक देश में एक भी मामले की पुष्टि नहीं की है। इतना ही नहीं, कोरोना को रोकने के लिए नॉर्थ कोरिया ने चीन से सटी सीमा जनवरी में ही बंद कर दी थी।

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तानाशाह किम जोंग उन आर्थिक मंत्रालय के भी प्रमुख हैं। -फाइल फोटो