Saturday, July 18, 2020

ट्रम्प ने कहा- कोरोना की समस्या हल होने तक कोई चुनावी रैली नहीं करेंगे, वोटरों से जुड़ने के लिए टेलीफोनिक रैली कर रहे  July 18, 2020 at 08:30PM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी सभी चुनावी रैलियां रोक दी हैं। इन रैलियों की जगह वह वोटरों से टेलीफोन के जरिए जुड़ेंगे। इसको टेलीफोनिक-रैली या टेली-रैली नाम दिया गया है।कोरोना संक्रमण बढ़ने और चारों तरफ से आलोचनाएं झेलने के बाद ट्रम्प ने यह फैसला लिया है। वेलगातार महामारी के प्रोटोकॉल तोड़ते रहे हैं। लेकिन, अब लगता है कि वे बैकफुट पर हैं। हाल ही में उन्होंने मॉस्क भी लगाया था।

ट्रम्प ने कहा- हमारे पास दुनिया का सबसे बेहतर टेस्टिंग प्रोग्राम
ट्रम्प ने शुक्रवार कोविस्कॉन्सिन में अपनी पहली टैली रैली में कहा, ‘‘मैं आपके साथ रहना चाहता हूं। हम वैक्सीन बनाने और इलाज ढूंढने की दिशा में बहुत अच्छा कर रहे हैं। लेकिन, जब तक यह समस्या हल नहीं हो जाती, बड़े पैमाने पर रैली करना कठिन होगा,इसलिए मैं टेलीफोनिक रैलियां कर रहा हूं। हम इन रैलियों को भी ट्रम्प रैली कहेंगे, लेकिन हम यह टेलीफोन के जरिए करेंगे।’’ट्रम्प ने अमेरिका के कोरोनावायरस टेस्टिंग प्रोग्राम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह दुनिया में सबसे बड़ा और अच्छा प्रोग्रामहै। अमेरिका में अभी तक 5 करोड़ से ज्यादा लोगों का टेस्ट किया जा चुका है।

टुलसा में हुई पहली रैली की भी बात की
ट्रम्प ने टेलीरैली में टुलसा में हुई अपनी पहली रैली का भी जिक्र किया। उन्‍होंने कहा कि यह रैली यादगार रही। तमाम रुकावटों के बावजूद वहां जबर्दस्‍त भीड़हुई। कोरोना संक्रमण के बीच 20 जून को ओकलाहोमा के टुलसा में रैली करने पर ट्रम्प सवालों के घेरे में आ गए थे। कोरोना के डर से उनकी रैली में बहुत कम लोग पहुंचे थे। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक केवल 6 हजार लोग रैली में पहुंचे थे। यह भीबता गयाकि ट्रम्प की रैली में सोशल डिस्टेंसिंग के कोई नियम नहींथे।

तुलसा रैली में कई लोग संक्रमित हुए थे
ट्रम्प के इलेक्शन कैंपन के मुताबिक टुलसा रैली की तैयारी करने वाली टीम के छह मेंबर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।वॉशिंगटन पोस्टके मुताबिक टुलसा रैली के बादअमेरिका के कई सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने खुद को 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन कर लिया था। इनमें से दो कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अमेरिका में अभी तक संक्रमण के 38 लाख 33 हजार 271 मामले सामने आए हैं और 1 लाख 42 हजार 877 लोगों की मौत हो गई है।

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2.महामारी में सबसे चर्चित दवाओं की कहानी:रेमेडेसिविर सबसे भरोसेमंद दवा, सबसे खराब हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन; 19 ड्रग्स और ट्रीटमेंट के नतीजों से जानिए- कौन कारगर और कौन फेल



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डोनाल्ड ट्रम्प ने कोरोना संक्रमण के बीच 20 जून को ओकलाहोमा के टुलसा में चुनावी रैली की थी। इसको लेकर उनको आलोचना झेलनी पड़ी थी। -फाइल फोटो

China blasts dam to release floodwaters as death toll rises July 18, 2020 at 08:02PM

Beijing reports no new confirmed domestically transmitted Covid-19 cases July 18, 2020 at 06:21PM

This marked that the Chinese capital city had reported no new confirmed domestically transmitted Covid-19 cases for 13 consecutive days. No asymptomatic cases or suspected cases were reported. A total of 13 people were discharged from hospital after recovery on Saturday, the commission said in a daily report.

Australian city to make mask-wearing compulsory July 18, 2020 at 05:45PM

Victoria state, which includes Melbourne, now has nearly 3,000 active cases of Covid-19 after a further 363 infections were reported Sunday despite a 10-day lockdown. Mask-wearing is not common in Australia and has not been part of the country's COVID-19 response until now.

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने सभी रैलियां स्थगित कीं, ब्रिटेन ने संक्रमण के आंकड़े जारी करने पर रोक लगाई, दुनिया में मौतों का आंकड़ा 6 लाख के पार July 18, 2020 at 05:29PM

दुनियामें कोरोनावायरस से अब तक 1 करोड़ 44लाख 22हजार 471लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 86लाख 11हजार 657ठीक हो चुके हैं और 6लाख 4हजार 823की जान जा चुकीहै। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्डट्रम्प ने महामारी थमने तक अपनी सभी रैलियां स्थगित कर दी हैं। उन्होंने शनिवार को कहा कि हम वैक्सीन तैयार करने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। हालांकि, जब तक यह समस्या (महामारी) नहीं थमती बड़ी रैलियां करना संभव नहीं है। इसके बदले मैंटेलीफोन के जरिए लोगों से बात करूंगा।
ब्रिटेन ने महामारी के आंकड़ों के अपडेट जारी करने पर रोक लगा दी है। यहां पर मौत के आंकड़ों में कुछ गड़बड़ी सामने आई थी। इसे देखते हुए यह फैसला किया गया। ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने संक्रमण के आंकड़ों की समीक्षा करने के लिए बैठक बुलाई है। अब तक देश में 45 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 38,33,271 1,42,877 17,75,219
ब्राजील 20,75,246 78,817 13,66,775
भारत 10,77,864 26,828 6,77,630
रूस 7,65,437 12,247 5,46,863
द.अफ्रीका 3,50,879 4,948 1,82,230
पेरू 3,49,500 12,998 2,38,086
मैक्सिको 3,38,913 38,888 2,13,006
चिली 3,28,846 8,445 2,99,449
स्पेन 3,07,335 28,420 उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन 2,94,066 45,233 उपलब्ध नहीं

इजराइल:तीन महीने बाद सबसे ज्यादा मौतें

इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, यहां पिछले 24 घंटों में 9 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले करीब तीन महीने पहले18 अप्रैल को इतनी मौतें हुई थी। शनिवार को यहां रिकार्ड 1906 मामले भी सामने आए।। देश में फिलहाल 27 हजार 616 संक्रमित हैं। 589 मरीज अस्पताल में भर्ती है, जिनमें 217 की हालत गंभीर बनी हुई है। यहां 21 हजार 348 लोग ठीक भी हुए हैं।

इजराइल की राजधानी तेल अवीव में शनिवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग। इस दौरान प्रदर्शनकारी मास्क लगाए नजर आए।

बांग्लादेश: संक्रमण का आंकड़ा 2 लाख के पार
बांग्लादेश में शनिवार को 2 हजार 709 मामले सामने आए। अब यहां संक्रमितों का आंकड़ा 2 लाख 2 हजार 66 हो गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, यहां पिछले 24 घंटे में 10 हजार 923 लोगों की जांच की गई है। यहां पर 2 जुलाई को सबसे ज्यादा 4 हजार 209 मामले सामने आए थे। देश में अब तक 2 हजार 581 मौतें हुई हैं।

बांग्लादेश की राजधानी ढ़ाका की एक सड़क पर मास्क लगाकर जाते लोग। यहां अब तक 2 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।


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अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित टेस्टिंग सेंटर पर एक मरीज की जांच करते स्वास्थ्यकर्मी। यहां 1 लाख से ज्यादा मौतें हुई हैं।

अमेरिका में घर बैठे कमाने का लालच देकर लुभाती हैं कंपनियां, इनसे जुड़े 99% लोगों को नुकसान July 18, 2020 at 03:08PM

कोरोना वायरस महामारी के बीच अमेरिका में मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनियों (एमएलएम) का कारोबार जमकर चमक रहा है। वे भारी धन कमाने का लालच देकर नए निवेशकों को लुभाती हैं। घर बैठे अमीर बनाने का वादा करती हैं। लेकिन, वास्तव में ऐसा नहीं होता है। कंज्यूमर जागरूकता इंस्टीट्यूट की एक रिसर्च के अनुसार इन कंपनियों के काम में हिस्सेदारी करने वाले 99% लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। इन दिनों कंपनियों के माध्यम से वायरस से बचाने का दावा करने वाले तेल और सप्लीमेंट बेचे जा रहे हैं।

अमेरिका की नियामक एजेंसी फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) ने 16 एमएलएम को चेतावनी पत्र भेजे हैं। उनसे कहा गया है कि वे अपने प्रोडक्ट से कोरोना वायरस के बचाव और निवेशकों को कमाई होने का दावा न करें। ये कंपनियां लंबे समय से काम कर रही हैं। मंंदी के बीच इनका कारोबार ज्यादा चलता है। 2.63 लाख करोड़ रुपए की इंडस्ट्री के खिलाफ एफटीसी ने कुछ कदम उठाए हैं।

एमएलएम गैरकानूनी नहीं हैं लेकिन उनमें पैसा लगाना जोखिम भरा

पिछले 41 वर्षों में एफटीसी ने 30 एमएलएम के खिलाफ अदालतों में मुकदमे दायर किए हैं। 28 मामलों में अदालतों ने एजेंसी के तर्क से सहमति जताई कि ये पिरामिड कंपनियां हैं। कंपनियों ने समझौते के बतौर भारी जुर्माना चुकाया या मुकदमे का निपटारा करने के लिए कारोबार बदल लिया। एमएलएम गैरकानूनी नहीं हैं लेकिन उनमें पैसा लगाना जोखिम भरा है।

पुराने समय की एमएलएम कंपनियों का बिजनेस घर-घर बिक्री से चलता था। अब कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूटर फेसबुक, इंस्टाग्राम सहित अन्य सोशल नेटवर्क पर दुनियाभर में लाखों लोगों की भर्ती कर सकते हैं। इन दिनों करोड़ों लोग बेरोजगार हैं।

आलोचकों का कहना है, इंडस्ट्री सुनियोजित रूप से कमजोर वर्गों को निशाना बनाती है

कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ट्रेड ग्रुप- डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (डीएसए) के अनुसार जून में हुए सर्वे में शामिल 51 कंपनियों में से 51% का कहना है कि महामारी से उनके कारोबार पर अच्छा प्रभाव पड़ा है। एमएलएम के 74% वितरक महिलाएं हैं और 20% हिस्पैनिक मूल के लोग हैं। आलोचकों का कहना है, इंडस्ट्री सुनियोजित रूप से कमजोर वर्गों को निशाना बनाती है।

कई एमएलएम विक्रेताओं के लिए नुकसानदेह हैं। कंपनी की आय के दस्तावेजों के अनुसार यंग लिविंग के अमेरिका स्थित 89% डिस्ट्रीब्यूटरों ने 2018 में औसतन 4 डॉलर (लगभग 300 रुपए) कमाए। स्किन केयर कंपनी रोडान+फील्ड्स के 67.1 % विक्रेताओं की 2019 में सालाना कमाई 227 डॉलर (17000 रुपए) रही।

शिकायतों में कंज्यूमरों ने दो करोड़ 84 लाख रुपए से अधिक नुकसान होने की बात कही

कलर स्ट्रीट कंपनी के आधे से अधिक विक्रेताओं को 2018 में औसतन 800 रुपए मासिक मुनाफा हुआ।अभी हाल के वर्षों में कंपनियों के खिलाफ शिकायतें बढ़ी हैं। 2014 से 2018 के बीच एमवे कंपनी के खिलाफ शिकायतें 15 से बढ़कर 36 हो गईं। कंपनी के सह संस्थापक अमेरिका की शिक्षा मंत्री बेट्सी डेवोस के ससुर हैं।

इन शिकायतों में कंज्यूमरों ने दो करोड़ 84 लाख रुपए से अधिक नुकसान होने की बात कही है। मेकअप और स्किन केयर कंपनी सेनेजेंस के खिलाफ 2016 में दो, 2017 में 14 और 2018 में छह शिकायतें की गईं। उपभोक्ताओं ने 18 लाख 73 हजार रुपए नुकसान का दावा किया है। मोनाट के खिलाफ शिकायतें 2015 के दो से बढ़कर 2018 में 30 हो गई थी।

कंज्यूमरों ने 5 लाख 67 हजार रुपए के नुकसान का आरोप लगाया है। विशेषज्ञों का कहना है, साधनों की कमी के कारण एफटीसी के लिए सभी एमएलएम की जांच करना मुश्किल है। एजेंसी के रिटायर्ड अर्थशास्त्री पीटर वानडर नेट कहते हैं, यह किसी पुलिसकर्मी के लिए हाईवे पर तेज गति से दौड़ रही कारों को रोकने के समान है। यदि एक कार रोकी तो पांच अन्य फर्राटे मारती निकल जाती हैं।

इस तरह काम करती हैं ऐसी मार्केटिंग कंपनियां

  • एमएलएम कंपनियां अपने प्रोडक्ट और सेवाएं बेचने के लिए लोगों को वेतन पर नहीं रखती हैं। वे डिस्ट्रीब्यूटर बनाती हैं।
  • कंपनियों की सोशल मीडिया पोस्ट पर काम देने का वादा तो होता है पर पैसा कमाने की गारंटी नहीं रहती है।
  • पैसा लगाने वाले निवेशक, डिस्ट्रीब्यूटर अन्य लोगों को भर्ती कर उनकी बिक्री के आधार पर कमीशन, बोनस कमाते हैं। वे अपने रिश्तेदारों, मित्रों को इसके लिए तैयार कर लेते हैं।
  • बड़ी संख्या में नियुक्त डिस्ट्रीब्यूटर पैसा लगाते जाते हैं लेकिन प्रोडक्ट नहीं बिकते हैं। कई लोगों के कर्ज में लदने के मामले सामने आए हैं।
  • कई कंपनियां वजन घटाने, फिटनेस, स्किन केयर सहित कई तरह के प्रोडक्ट और सेवाएं बेचती हैं। फिटनेस सेवाएं देने वाली कंपनियां कोच बनाती हैं।


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कंज्यूमर जागरूकता इंस्टीट्यूट की एक रिसर्च के अनुसार इन कंपनियों के काम में हिस्सेदारी करने वाले 99% लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। -प्रतीकात्मक फोटो

Floods kill 14 in China as water peaks at Three Gorges Dam July 18, 2020 at 02:11AM

Rouhani says 35 million Iranians face virus infection July 18, 2020 at 01:02AM

President Hassan Rouhani said Saturday that 35 million Iranians may contract the coronavirus, as the country still did not have herd immunity although a quarter of the population may be infected. It appears to be the first time a senior Iranian official has indicated the country is seeking to defeat Covid-19 via herd immunity.

UK pauses daily coronavirus death toll update over data concerns July 18, 2020 at 02:05AM

Britain said on Saturday it was pausing its daily update of the death toll from the coronavirus after the government ordered a review into the calculation of the data over concerns the toll might have been exaggerated. "Currently the daily deaths measure counts all people who have tested positive for coronavirus and since died, with no cut-off between time of testing and date of death."

Rouhani says 35 million Iranians face virus infection July 18, 2020 at 01:02AM

President Hassan Rouhani said Saturday that 35 million Iranians may contract the coronavirus, as the country still did not have herd immunity although a quarter of the population may be infected. It appears to be the first time a senior Iranian official has indicated the country is seeking to defeat Covid-19 via herd immunity.

Trump's White House moves Bush, Clinton portraits to disused room July 18, 2020 at 12:17AM

In a break with tradition, the White House of President Donald Trump has removed the portraits of two recent presidents, Bill Clinton and George W Bush, from the building's entrance hall, CNN reported Friday.

Russia and China out to undermine US election, says Biden July 18, 2020 at 12:28AM

Russia and China are trying to undermine US democracy in the run-up to November's presidential election, Joe Biden said, citing intelligence briefings he is now receiving. "The Russians are still engaged in trying to delegitimize our electoral process. Fact," the presumptive Democratic challenger said at a fundraiser on Friday according to the Washington Post.

China to offer more financial support for flood-hit areas July 18, 2020 at 12:35AM

फर्जी लाइसेंस वाले 15 और पायलटों के लाइसेंस सस्पेंड, 262 पायलटों के एयरक्राफ्ट उड़ाने पर रोक लगाई जा चुकी है July 18, 2020 at 12:37AM

पाकिस्तान में फर्जी लाइसेंस रखने के आरोप में 15 और पायलटों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए गए हैं। ये उन 262 पायलटों में शामिल हैं जिन पर फर्जी लाइसेंस रखने का आरोप है। इन 262 पायलटों के उड़ान भरने पर भी रोक लगा दी गई है। इससे पहले 28 और पायलटों के लाइसेंस सस्पेंड किए जा चुके हैं।

एविएशन डिवीजन के प्रवक्ता अब्दुल सत्तार खोखर ने कहा कि कैबिनेट ने इन 28 पायलटों के लाइसेंस कैंसिल करने की मंजूरी दे दी है। 93 पायलटों के लाइंसेस के वैरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और 141 मामलों की प्रक्रिया एक हफ्ते में पूरी होने की उम्मीद है। फर्जी लाइसेंस का मामला कराची प्लेन क्रैश के बाद सामने आया था

एविएशन मिनिस्टर ने पीआईए के 40% फर्जी की बात की थी
22 मई को कराची में हुए प्लेन क्रैश के बाद सरकार ने इसकी जांच रिपोर्ट संसद में पेश की थी। एविएशन मिनिस्टर गुलाम सरवर खान ने कहा था कि पीआईए के 40% पायलट्स के लाइसेंस फर्जी हैं। पाकिस्तान में कुल 860 कमर्शियल पायलट हैं। एविएशन मिनिस्टर के मुताबिक, जिन पायलटों की जांच की जा रही है, उन सभी का रिक्रूटमेंट 2018 के पहले हुआ था। इसके लिए इमरान खान सरकार जिम्मेदार नहीं है, उसने तो इस धांधली को उजागर किया है।

कई देश पीआईए की फ्लाइट्स पर बैन लगा चुके
पाकिस्तान के 107 पायलट्स फॉरेन एयरलाइंस कंपनियों में काम करते हैं। फर्जी पायलटों के मुद्दे पर अमेरिका के साथ ही कुवैत, ईरान, मलेशिया, जॉर्डन और यूएई जैसे मुस्लिम देश पीआईए और पाकिस्तानी पायलटों को बैन कर चुके हैं। अमेरिका के ट्रांसपोर्टेशन विभाग ने कहा था कि पाकिस्तान के पायलटों के लाइसेंस और सर्टिफिकेट को लेकर फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने चिंता जाहिर की थी। हमने पीआईए से अमेरिका में चार्टर प्लेन्स ऑपरेट करने की परमिशन वापस ले ली है।
हर महीने 6 अरब रुपए का घाटा
रिपोर्ट के मुताबिक, पीआईए की हालत इतनी खराब हो गई है कि इस नेशनल कैरियर को कभी भी बंद किया जा सकता है। इस सरकारी एयरलाइन कंपनी को हर महीने करीब 6 अरब पाकिस्तानी रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। पैसेंजर्स बढ़ाने के लिए डोमेस्टिक टिकट के रेट कम किए गए। लेकिन, इसका कोई फायदा नहीं हुआ। हर साल सैलरीज पर ही 24 अरब रुपए खर्च होते हैं। एयरलाइन में 14 हजार 500 कर्मचारी हैं।



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पाकिस्तान में कराची प्लेन क्रैश के बाद यह खुलासा हुआ था कि 860 में से 262 पायलटों के पास फर्जी लाइसेंस हैं। इनमें से 107 दूसरे देशों की एयरलाइंस कंपनियों में काम करते हैं। (फाइल)

Pakistan aviation authority suspends 15 more pilots having fake licenses July 17, 2020 at 11:19PM

Abdul Sattar Khokhar, Spokesman for the Aviation Division, said a total of 262 pilots were identified as possessing fake licences by the Board of Inquiry and grounded immediately after identification on the instructions of the government.

EU leaders resume 'grumpy' summit on budget, virus fund July 18, 2020 at 12:12AM

French firefighters battle blaze in cathedral in Nantes July 17, 2020 at 10:51PM

A fire broke out in the Gothic cathedral of the western French city of Nantes, shattering stained glass windows and sending black smoke spewing from between its towers. Residents and tourists watched aghast, and emergency workers cordoned off the area around the St Peter and St Paul Cathedral, in the historical centre of this city on the Loire River.

Pakistan reports 1,918 coronavirus cases July 17, 2020 at 09:47PM

Sindh reported 111,238 cases, Punjab 89,465, Khyber-Pakhtunkhwa 31,669, Islamabad 14,504, Balochistan 11,405, Pakistan-occupied Kashmir 1,840 and Gilgit-Baltistan 1,796 cases, it said. The country's tally of Covid-19 cases reached 261,917 after 1,918 people tested positive for the disease.

रेमेडेसिविर सबसे भरोसेमंद दवा, सबसे खराब हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन; ये रहे 19 ड्रग्स और ट्रीटमेंट्स के नतीजे, जानिए कौन कारगर और कौन फेल July 17, 2020 at 09:37PM

जोनाथन कोरम/कैथरीन जे वू/कार्ल जिमर. मॉडर्न मेडिसिन के सामने कोविड 19 से पहले इतना बड़ा संकट कभी नहीं आया। दुनियाभर के डॉक्टर्स और वैज्ञानिक लगातार वैक्सीन की खोज में लगे हुए हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर तय समय में कोरोनावायरस वैक्सीन तैयार हो जाती है तो यह इतिहास का सबसे तेज वैक्सीन प्रोग्राम होगा। आमतौर पर वैक्सीन के निर्माण में कुछ साल से लेकर दशक तक का समय लग जाता है।

इस दौरान कुछ दवाओं ने वायरस के खिलाफ लड़ाई में अच्छे परिणाम मिले। जबकि कुछ ऐसी दवाएं भी थीं,जिन्होंने काफी सुर्खियां बटोरीं। हालांकि अमेरिकी हेल्थ एजेंसीएफडीए ने किसी भी ट्रीटमेंट को लाइसेंस नहीं दिया है, लेकिन इमरजेंसी उपयोग के लिए अनुमति दे दी है।

  • यह रहे कोरोनोवायरस महामारी में सबसे चर्चित19 ड्रग्स औरट्रीटमेंट्सके नतीजे-

वे ट्रीटमेंट्स जिनके भरोसेमंद और बेहतरइलाज के सबूत मिले-

रेमेडेसिविर

  • रेमेडेसिविर को गिलियड साइंसेज ने तैयार किया था। यह पहला ड्रग था, जिसे एफडीए ने कोविड 19 के मामलों में इमरजेंसी उपयोग के लिए अनुमति दी थी। यह नए वायरल जीन में जाकर वायरस को रेप्लिकेट करने से रोकता है। रेमेडेसिविर को मूल रूप से इबोला और हैपिटाइटिस सी के खिलाफ एंटीवायरल के तौर पर केवल अभाव वाले परिणाम देने के लिए टेस्ट किया गया था।
  • ट्रायल से मिला शुरुआती डाटा बताता है कि यह ड्रग कोविड 19 के गंभीर मरीजों की हॉस्पिटल अवधि को कम कर 15 से 11 दिन कर सकता है। मौत के मामलों में शुरुआती परिणाम प्रभावी नहीं रहे, लेकिन जुलाई में जारी हुए रिजल्ट संकेत देते हैं कि यह ड्रग गंभीर मरीजों में मृत्यु दर को भी कम कर सकता है।

डेक्सामैथासोन

  • यह सस्ता और आसानी से मिलने वाला ड्रग कई तरह के इम्यून रिस्पॉन्स को कमजोर कर देता है। डॉक्टर काफी समय से इसका उपयोग अस्थमा, एलर्जी और सूजन के इलाज के लिए करते हैं। जून में यह कोविड 19 की मौत का दर गिराने वाला यह पहले ड्रग बन गया।
  • 6000 से ज्यादा लोगों पर की गई स्टडी में पाया गया है कि डेक्सामैथासोन ने वेंटिलेटर के मरीजों में एक तिहाई और ऑक्सीजन के मरीजों के पांचवे हिस्से में मौत कम हुई हैं। अभी तक यह स्टडी साइंटिफिक जर्नल में प्रकाशित नहीं हुई है।
  • हो सकता है कि यह दवा उन मरीजों की मदद कम करे जो कोविड 19 संक्रमण के शुरुआती दौर में हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ ने अपने कोविड 19 ट्रीटमेंट गाइडलाइंस में डेक्सामैथासोन के उपयोग की सलाह केवल ऑक्सीजन और वेंटीलेटर के मरीजों को दी है।

इन ट्रीटमेंट्स का उपयोग व्यापक स्तर पर किया जा रहा है
प्रोन पोजिशनिंग

  • इसमें मरीज को पेट के बल लेटने को कहा जाता है, जिससे उनके फेफड़े खुलते हैं। यह तरीका मरीजों में वेंटीलेटर की संभावना को खत्म कर सकता है। फिलहाल क्लीनिकल ट्रायल्स में इलाज के फायदों की जांच की जा रही है।

वेंटिलेटर्स और दूसरे रेस्पिरेट्री सपोर्ट डिवाइसेज

  • जो डिवाइस मरीजों की सांस लेने में मदद करती हैं, उन्हें खतरनाक रेस्पिरेट्री बीमारी के खिलाफ अहम हथियार माना जाता है। नाक या मास्क के जरिए ऑक्सीजन देने पर कुछ मरीजों में सुधार हुआ है। वेंटिलेटर सांस लेने में गंभीर परेशानियों का सामना कर रहे मरीजों की फेफड़े ठीक होने तक मदद करता है। वेंटिलेटर पर गए कोविड 19 के सभी मरीज ठीक नहीं हुए, लेकिन कुछ मामलों में इसने कई जीवन बचाए हैं।

वे ट्रीटमेंट्स जिनके सबूत अनिश्चित और मिले-जुले रहे-
फेविपिराविर

  • मूल रूप से इंफ्लुएंजा के खिलाफ तैयार की गई फेविपिराविर वायरस को जैनेटिक मटेरियल की नकल करने से रोकती है। मार्च में हुई एक छोटी स्टडी संकेत देती है कि यह ड्रग हवा से कोरोनवायरस निकालने में मददगार हो सकता है, लेकिन अभी भी बड़े क्लीनिकल ट्रायल्स अटके हैं।

ईआईडीडी-2801

  • फ्लू के इलाज के लिए तैयार की गई ईआईडीडी-2801 ने सेल्स और जानवरों पर हुए कोरोनावायरस स्टडीज में भरोसेमंद परिणाम दिए हैं। इसका परीक्षण इंसानों पर होना बाकी है।

रीकॉम्बिनेंट ऐस-2

  • सेल के अंदर जाने के लिए कोरोनावायरस को पहले उन्हें अनलॉक करना होगा। साइंटिस्ट्स ने आर्टिफीशियल ऐस-2 प्रोटीन तैयार किया है, जो एक चारे की तरह काम कर सकता है। यह खतरे वाले सेल्स से कोरोनावायरस को दूर रखेगा। रीकॉम्बिनेंट ऐस-2 प्रोटीन ने सेल्स पर हुए प्रयोग में भरोसेमंद परिणाम दिए हैं, लेकिन अभी तक जानवरों या इंसानों में नहीं।

कॉन्वालैसेंट प्लाज्मा

  • एक सदी पहले डॉक्टर फ्लू से ठीक हुए मरीज के खून से प्लाज्मा निकालते थे। इस कथित कॉन्वालैसेंट प्लाज्मा में एंटीबॉडीज होती थीं, जो बीमारी मरीजों की मदद करती थीं। शोधकर्ता इस तरीके को अब कोविड 19 के मरीजों पर भी अपनाकर देख रहे हैं। कॉन्वालैसेंट प्लाज्मा के शुरुआती परिणाम भरोसेमंद रहे हैं। एफडीए ने भी कोरोनावायरस के गंभीर मरीजों पर इसके उपयोग की अनुमति दे दी है।

मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज

  • कॉन्वालैसेंट प्लाज्मा में कई तरह की एंटीबॉडीज होती हैं। इनमें से कुछ कोरोनावायरस पर अटैक कर सकती है, कुछ नहीं। शोधकर्ता घोल के जरिए कोविड 19 के खिलाफ सबसे कारगर एंटीबॉडीज की जांच कर रहे हैं।
  • इन मॉलेक्यूल्स की सिंथेटिक कॉपीज को मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज कहा जाता है। इन्हें बड़े पैमाने पर तैयार किया जा सकता है और मरीजों को इंजेक्शन से लगाया जा सकता है। इस ट्रीटमेंट के लिए सेफ्टी ट्रायल्स अभी शुरू ही हुए हैं और कई शुरू होने वाले हैं।

इंटरफैरॉन्स

  • इंटरफैरॉन्स आमतौर पर मॉलेक्यूल्स होते हैं, जिन्हें हमारे सेल्स वायरस के जवाब में बनाते हैं। सिंथेटिक इंटरफैरॉन्स की इम्यून डिसॉर्डर का इलाज है। शुरुआती स्टडीज बताती हैं कि इंटरफैरॉन्स इंजेक्ट करना कोविड 19 के खिलाफ मददगार हो सकता है। कुछ और सबूत भी हैं, जो बताते हैं कि मॉलेक्यूल्स स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित होने से बचा सकते हैं।

साइटोकीन्स इन्हिबिटर्स

  • शोधकर्ताओं ने कई ड्रग्स तैयार किए हैं जो साइटोकीन तूफानों को रोक सकते हैं। यह ड्रग्स आर्थिराइटिस और दूसरे इनफ्लेमेट्री डिसॉर्डर्स में असरदार रहे हैं। कोरोनवायरस के खिलाफ इनमें से कई ड्रग्स कुछ ट्रायल्स में मददगार साबित हुए हैं, लेकिन कुछ में कमजोर रहे हैं।

साइटोसॉर्ब

  • साइटोसॉर्ब एक उपकरण है जो खून से साइटोकीन्स को फिल्टर करता है। चूंकि साइटोकीन्स बीमारियों से लड़ने के लिए जरूरी है, यह कभी-कभी रनअवे रिस्पॉन्स को बढ़ावा देता है। शरीर में इतनी जलन होती है कि यह खुद को नुकसान पहुंचा लेता है। अतिरिक्त साइटोकीन्स को हटाकर साइटोसॉर्ब इसे शांत कर सकता है।
  • यह मशीन 24 घंटे के अंतराल में इंसान के खून को 70 से ज्यादा बार साफ कर सकती है। यूरोप और चीन में बेहतर परिणाम के बाद एफडीए ने इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दे दी थी।

स्टेम सेल्स

  • कुछ तरह के स्टेम सेल्स सूजन विरोधी मॉलेक्यूल्स छोड़ सकती हैं। पिछले कुछ सालों में शोधकर्ताओं ने इन्हें साइटोकीन तूफानों के इलाज में इस्तेमाल किया है। अब कोविड 19 के खिलाफ असर के लिए इसके क्लीनिकल ट्रायल्स जारी हैं। हालांकि पहले स्टेम सेल्स के इलाजों से बेहतर परिणाम नहीं मिले हैं। ऐसे में यह साफ नहीं है कि यह कोरोनावायरस के खिलाफ काम करेंगे।

एंटीकोएग्युलेंट्स

  • कोरोनावायरस ब्ल्ड वेसल्स की लाइनिंग में जा सकता है। इससे छोटे थक्के बनते हैं, जो स्ट्रोक या कोई गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन थक्कों को एंटीकोएग्युलेंट्स से हटाया जा रहा है। इसका उपयोग पहले भी दिल के मरीजों पर किया जाता रहा है। कोविड 19 के मामले में इस दवा के कई क्लीनिकल ट्रायल्स जारी हैं।

वे ट्रीटमेंट्स जो बिल्कुल भरोसेमंद नहीं रहे-
लोपिनावीर और रिटोनावीर

  • 20 साल पहले एफडीए ने इस जोड़ी को एचआईवी के ट्रीटमेंट के लिए अनुमति दी थी। हाल ही में शोधकर्ताओं ने इनका उपयोग कोरोनवायरस के मरीजों पर किया। उन्होंने पाया कि इससे वायरस की नकल बनना बंद हो गई। हालांकि कुछ क्लीनिकल ट्रायल्स के परिणाम निराशाजनक रहे हैं।
  • जुलाई की शुरुआत में ही डब्ल्युएचओ ने अस्पताल में भर्ती कोविड 19 के मरीजों में इसके ट्रायल्स बंद कर दिए थे।

हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन और क्लोरोक्वीन

  • जर्मन केमिस्ट ने 1930 में मलेरिया के खिलाफ ड्रग के तौर पर क्लोरोक्वीन सिंथेसाइज की थी। इसके बाद इसका कम टॉक्सिक वर्जन हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन का आविष्कार 1946 में हुआ। बाद में यह दवा ल्यूपस और रिह्युमैटॉयड आर्थिराइटिस जैसी बीमारियों में भी इस्तेमाल की जाने लगी। कोविड 19 महामारी की शुरुआत में वैज्ञानिकों ने पाया कि दोनों ड्रग्स कोरोनावायरस को सेल की नकल बनाने से रोक रहे हैं।
  • वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का जमकर प्रचार किया। एफडीए ने भी आस्थाई रूप से इसके इमरजेंसी उपयोग की अनुमति दे दी। बाद में यह दावा किया गया कि यह राजनीतिक दबाव में आकर किया गया था।
  • जब क्लीनिकल ट्रायल्स का डाटा सामने आया तो पता चला कि हाइड्रॉक्सिक्लोरोक्वीन कोविड 19 के मरीजों और स्वस्थ लोगों के लिए मददगार नहीं है। एक बड़ी स्टडी ने यह भी बताया था कि यह दवा हानिकारक भी है। हालांकि बाद में यह स्टडी वापस ले ली गई थी।
  • डब्ल्युएचओ, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और नोवार्टिस ने इसके ट्रायल्स बंद कर दिए हैं। अब एफडीए चेतावनी दे रही है कि इस ड्रग से दिल और दूसरे अंगों में गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

वे ट्रीटमेंट्स जोफर्जी नुस्खे और दावों वाले रहे-
ब्लीच और डिसइंफेक्टेंट्स को पीना या इंजेक्ट करना

  • अप्रैल में राष्ट्रपति ट्रम्प ने सलाह दी थी कि अल्कोहल या ब्लीच जैसे डिसइंफेक्टेंट्स इंजेक्ट करने से मदद मिल सकती है। तुरंत बाद ही ट्रम्प के इस बयान का खंडन दुनियाभर के हेल्थ प्रोफेशनल्स और शोधकर्ताओं के साथ-साथ लायजॉल और क्लोरोक्स ने भी किया। डिसइंफेक्ट को इंजेस्ट करना घातक हो सकता है।

यूवी लाइट

  • शोधकर्ता यूवी लाइट का इस्तेमाल सतहों को साफ और वायरस मारने के लिए करते हैं। यूवी लाइट किसी बीमार व्यक्ति के शरीर से वायरस को नहीं निकाल पाएगी। इस तरह का रेडिएशन स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है। ज्यादातरस्किन कैंसर का कारण सूरज की रोशनी में मौजूद यूवी किरणों के संपर्क में आना होता है।

चांदी

  • एफडीए ने उन लोगों के प्रति कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है, जो दावा कर रहे हैं कि चांदी के प्रोडक्ट्स कोविड 19 के खिलाफ सुरक्षित और असरदार होते हैं। कई धातुओं में नेचुरल एंटीमाइक्रोबायल प्रोपर्टीज होती हैं, लेकिन कोरोनावायरस के संबंध में कोई भी परिणाम सामने नहीं आए हैं।


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4 युवा हैकर्स ने ओबामा, बेजोस समेत 130 हस्तियों के अकाउंट हैक किए थे, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हासिल किए थे ट्विटर के इंटरनल टूल्स July 17, 2020 at 09:34PM

पिछले दिनों 130 नामी हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक करने वालों का पता चल गया है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक- हैकिंग में किसी बड़े साइबर क्रिमिनल का हाथ नहीं था। इसे चार युवा हैकर्स ने मिलकर अंजाम दिया। ये सभी ऑनलाइन हैंडल्स की खरीद-फरोख्त करने वालीऑनलाइन कम्युनिटी OGusers.com पर मिले थे। यहीं से इन्हें ट्विटर का एक बेहद अहम टूल हाथ लगा। इसी टूल की मदद से हैकिंग को अंजाम दिया गया। एफबीआई और ट्विटर ने अब तक इस बारे में औपचाारिक जानकारी नहीं दी है।

हैकर्स ने माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा समेत कई नामी हस्तियों और कंपनियों के ट्विटर अकाउंट हैक कर लिए थे। इसे क्रिप्टोकरंसी फ्रॉड के लिए अंजाम दिया गया था।

तीन हॉकर्स के ऑनलाइन नाम का पता चला

रिपोर्ट के मुताबिक तीन हैकर्स के ऑनलाइन मोनिकर (ऑनलाइन रखे जाने वाले फर्जीनाम) का भी पता चला है। ये ‘एलओएल’,‘एवर सो एंक्सस’ और ‘किर्क’ हैं। इनमें से किर्क के पास ट्विटर का एक बेहद सेंसिटिव टूल था। इस टूल की मदद से किसी भी ट्विटर अकाउंट को कंट्रोल किया जा सकता था। उसने इस टूल को दो लोगों के साथ शेयर किया। इसके बाद इन लोगों ने एक और साथी के साथ मिलकर मशहूर हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक कर लिए।

हैकर्स ने मीडिया से भी बात की

हैकर्स ने टाइम्स मैग्जीन के साथ हैकिंग के बारे में बात की। हैकिंग से पहले और उसके बाद के कई स्क्रीनशॉट और लॉग भी दिखाए। पता चला कि ये रूस, चीन या उत्तर कोरिया से नहीं थे। इनमें से एक ने कहा कि वह मां के साथ रहता है। रिपोर्टर्सने इन चारों हैकर्स के सोशल मीडिया और क्रिप्टोकरंसी अकाउंट को वेरिफाई भी किया। उनके अकाउंटबुधवार को हुई हैकिंग से इनकेे जुड़े होने की तरफ इशारा कर रहे हैं।

लोगों को कितना नुकसान हुआ?

हैकर्स ने हैक अकाउंट से मैसेज किया था कि हम आपकी मदद करना चाहते हैं। आप जितने डॉलर की वैल्यू के बिटकॉइन हमारे खाते में ट्रांसफर करेंगे, हम उससे डबल वैल्यू के आपको लौटा देंगे। 30 मिनट के अंदर आप 1000 डॉलर की वैल्यू के बिटकॉइन भेजेंगे तो हम 2000 डॉलर के लौटा देंगे।क्रिप्टोकरंसी ट्रांजेक्शंस को मॉनिटर करने वाली साइट ब्लॉकचेन डॉट कॉम के मुताबिक- फ्रॉड का पता चलने से पहले लोग 1.16 लाख डॉलर की वैल्यू के बिटकॉइन उस फर्जी खाते में भेज चुके थे, जिसका लिंक हैक किए गए अकाउंट्स के जरिए शेयर किया गया था।

हैकिंग से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें:

1.नामी हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक :बिल गेट्स, जेफ बेजोस और बराक ओबामा समेत कई सेलेब्रिटी के अकाउंट हैक; 1000 डॉलर के बिटकॉइन के बदले 2000 के भेजने का झांसा दिया

2.डिजिटल धोखाधड़ी :बंद फेसबुक अकाउंट को हैक व क्लोन करके भी हो रही ऑनलाइन ठगी



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हैकर्स ने 16 जुलाई को नामी हस्तियों के ट्विटर अकाउंट्स हैक कर ऐसे मैसेज किए थे। ट्विटर के साथ ही अमेरिका खुफिया एजेंसी एफबीआई भी इस हैकिंग की जांच में जुटी है।