Wednesday, May 27, 2020

कोरोनावायरस के बीच चीन ने 27 दिन में नाप डाला माउंट एवरेस्ट, ऊंचाई 4 मीटर कम निकली May 27, 2020 at 06:58PM

चीन ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फिर से नाप लिया है। 27 दिन तक चले सर्वेक्षण का मकसद दुनिया को माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई की सही जानकारी देना था। चीनी वैज्ञानिकों के मुताबिक, माउंट एवरेस्ट की जो ऊंचाई हमें बताई गई है, यह उससे चार मीटर कम है।

इसके लिए चीन का 8 सदस्यीय टीम तिब्बत के रास्ते बुधवार को एवरेस्ट की चोटी पर पहुंची। चीन के अनुसार, माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8844.43 मीटर है। वहीं, नेपाल ने जो ऊंचाई नापी थी, वह 8848.13 मीटर थी। वैज्ञानिकों ने एक मई से माउंट एवरेस्ट को नापने के लिए सर्वे शुरू किया था।

नेपाल ने एवरेस्ट की ऊंचाई सही नहीं नापी थी
चीन का मानना था कि नेपाल माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई सही से नहीं नापी है। चीन के सर्वेयर अब तक माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई नापने के लिए 6 चक्र पूरे कर चुके हैं। 1975 और 2005 में दो बार चोटी की ऊंचाई क्रमश: 8848.13 मीटर और 8844.43 मीटर बताई गई थी।

टीम पर्वत की चोटी पर 150 मिनट तक रही
माउंट एवरेस्ट पर पहुंची टीम पर्वत की चोटी पर 150 मिनट तक रही। टीम ने चीनी लोगों का पर्वत की चोटी पर सबसे ज्यादा समय तक रुकने का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने 20 वर्ग मीटर चौड़ी चोटी पर सर्वे का मार्क भी लगाया।



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चीन के सर्वेयर अब तक माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई नापने के लिए 6 चक्र पूरे कर चुके हैं।

यूनिसेफ और सेव द चिल्ड्रन का दावा-कोरोना की वजह से इस साल के अंत तक भारत समेत दुनिया भर में 8.6 करोड़ बच्चे गरीब होंगे May 27, 2020 at 06:23PM

कोरोना की वजह से 2020 के अंत तक 8.6 करोड़ बच्चे गरीब हो जाएंगे। इससे दुनिया भर में गरीबी से प्रभावित बच्चों की कुल संख्या 67.2 करोड़ हो जाएगी। यह पिछले साल की तुलना में 15% ज्यादा होगी। इनमें से करीब दो तिहाई बच्चे अफ्रीकी और भारत समेत अन्य दक्षिण एशियाई देशों के होंगे। यूनिसेफ और सेव द चिल्ड्रेन के साझा अध्ययन में यह बात सामने आई है।

इससे पहले वर्ल्ड बैंक ने भी महामारी से दुनियाभर में गरीबी बढ़ने की आशंका जताई थी। बैंक के प्रेसिडेंट डेविड मालपॉस ने पिछले हफ्ते एक कॉन्फ्रेंस में कहा थाकि इससे पूरी दुनिया में छह करोड़ लोग बेहद गरीब हो जाएंगे। वे पिछले तीन साल में किए गए अपने सभी प्रॉफिट भी गंवा देंगे।

सामाजिक सुरक्षा प्रणाली का विस्तार करे सरकार

यूनिसेफ और सेव दचिल्ड्रेन ने सभी सरकारों से अनुरोध किया है कि वे अपनी सामाजिक सुरक्षा प्रणाली का विस्तार करें। स्कूलों में बच्चों को खाना उपलब्ध करवाने में तेजी लाएं, जिससे महामारी के असर को कम किया जा सके। दोनों एजेंसियों ने वर्ल्ड बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और करीब 100 देशों की आबादी के आधार पर महामारी फैलने का आकलन किया है। इसके मुताबिक, महामारी के यूरोपऔर मध्य एशिया में ज्यादा फैलने की ज्यादा आशंका है।

तत्काल कदम उठाएं तो महामारी का असरकम हो सकता है

यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हेनरिटा फोर ने कहा है कोरोना की वजह से परिवारों पर बड़े पैमाने पर आर्थिक संकट आएगा। इससे बच्चों में गरीबी कम करने में अब तक हुई प्रगति कई साल पीछे हो जाएगी। बच्चे जरूरी सेवाओं से वंचित हो जाएंगे। हालांकि, सेव दचिल्ड्रेन के प्रमुख इंगर एशिंग के मुताबिक, तत्काल और निर्णायक कदम उठाकर गरीब देशों पर पड़ने वाले महामारी के असर को रोका जा सकता है। इससे महामारी से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले बच्चों को भी बचाया जा सकेगा। इन बच्चों पर कम समय में भी भूख और कुपोषण का ज्यादा असर हो सकता है। इससे उनकेपूरे जीवन पर असर पड़ने का खतरा है।



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अनुमान है कि इस साल के अंत तक दुनियाभर में गरीबी से प्रभावित बच्चों की कुल संख्या 67.2 करोड़ हो जाएगी।

Bill Gates conspiracy theories echo through Africa May 27, 2020 at 05:39PM

As the novel coronavirus wreaks global havoc, Bill Gates is the new bete noire for conspiracy theorists worldwide including in Africa where a Kenyan politician's false online post has added major fuel to the spread of misinformation.

American virus deaths at 100,000: What does a number mean? May 27, 2020 at 05:27PM

US Congress approves China sanctions over treatment of Uighurs May 27, 2020 at 05:15PM

The US House passed a bipartisan bill on Wednesday that would impose sanctions on Chinese officials involved in the mass surveillance and detention of Uighurs and other ethnic groups in the western Xinjiang region, a campaign that has drawn muted international response because of China's influence around the world.

Trump threatens Twitter over fact-checks: What's next? May 27, 2020 at 05:20PM

Protests in US over police killing of black man in Minneapolis May 27, 2020 at 04:19PM

Demonstrators gathered Wednesday for a second night of protests over the killing in the US city of Minneapolis of a handcuffed black man by a policeman who held him to the ground with a knee on his neck. As dusk fell, police formed a human barricade around the Third Precinct, where the officers accused of killing George Floyd worked before they were fired on Tuesday.

अब तक 57.88 लाख संक्रमित: ब्राजील में मरीजों की संख्या 4 लाख के पार, यहां 25 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई May 27, 2020 at 04:24PM

दुनिया में अब तक 57 लाख 88 हजार 782 लोग संक्रमित हैं। 24 लाख 97 हजार 593 लोग ठीक हुए हैं। मौतों का आंकड़ा 3 लाख 57 हजार 425 हो गया है। वहीं, ब्राजील में 24 घंटे में 1086 लोगों ने दम तोड़ा है। यहां मौतों का आंकड़ा 25 हजार 687 हो गया है, जबकि मरीजों की संख्या 4 लाख 14 हजार से ज्यादा हो गई है।

कोरोनावायरस : 10 सबसे ज्यादा प्रभावित देश

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 17,45,803 1,02,107 4,90,130
ब्राजील 4,14,661 25,697 1,66,647
रूस 3,70,680 3,968 1,42,208
स्पेन 2,83,849 27,118 1,96,958
ब्रिटेन 2,67,240 37,460 उपलब्ध नहीं
इटली 2,31,139 33,072 1,47,101
फ्रांस 1,82,913 28,596 66,584
जर्मनी 1,81,895 8,533 1,62,800
तुर्की 1,59,797 4,534 1,22,793
भारत 1,58,086 4,522 67,749

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अमेरिका: 24 घंटे में करीब 1500 मौतें
अमेरिका में 24 घंटे में लगभग 1500 मौतें हुई हैं, जबकि 20 हजार से ज्यादा नए मामले मिले हैं। यहां मौतों का आंकड़ा एक लाख 2 हजार से ज्यादा हो गया है। वियतनाम, इराक, अफगानिस्तान और कोरिया की 44 साल की लड़ाई में जितनी जान गई, 3 महीने में करीब उतनी ही मौतें अमरिका में हुई हैं।

अमेरिका रूस को 150 वेंटिलेंटर और भेजेगा
अमेरिका रूस को शनिवार को 150 वेंटिलेटर्सऔर भेजेगा। वाययर मेडिकल कंपनी के प्रतिनिधि पैट्रिक ओ'कॉनर ने इसकी जानकारी दी। कॉनर ने बताया कि 150 और एलटीवी 2200 वेंटिलेटर्स शनिवार को भेजे जाएंगे। पिछले हफ्ते एक सैन्य विमान से अमेरिका ने50 वेंटिलेटर भेजे थे। अमेरिका रूस को कुल 50 लाख 60 हजार डॉलर के उपकरण भेजेगा।

तुर्की: 1035 मामले सामने आए
तुर्की में 1035 नए मामले सामने आने के साथ ही देश में संक्रमितों की संख्या 1 लाख 59 हजार 797 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री फाहरेतिन कोजो ने बुधवार को बताया कि पिछले 24 घंटों में 34 और लोगों की मौत हुई है। अब तक यहां 4431 लोग जान गंवा चुके हैं। 24 घंटे में 1286 मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। एक दिन में यहां कोरोना के 21,043 टेस्ट किए गए हैं। अब तक कुल 18 लाख 94 हजार 650 टेस्ट हो चुके हैं।

मिस्र: लगभग 20 हजार मामले
मिस्र में संक्रमण के 910 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या 19,666 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने खालीद मुगाहेद ने बताया कि 24 घंटे में 910 नए मामले सामने आए हैं और 19 लोगों की मौत हुई है। अब तक यहां 816 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। 5205 लोग स्वस्थ्य हुए हैं।

चिली: 82,289 संक्रमित
चिली में अब तक 82,289 मामले सामने आए हैं और यहां 841 लोगों की मौत हुई है। 24 घंटे में 4328 मरीज मिले, जबकि 35 लोगों की जान जा चुकी है। अब तक यहां 33,540 मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। मामले बढ़ने के कारण स्वास्थ्य मंत्री जेमी मनालिच ने राजधानी सैंटियागो और महानगर क्षेत्र में लॉकडाउन 29 मई से आगे बढ़ाने की घोषणा की।



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ब्राजील के मनौस शहर में नगर निगम का स्वास्थ्यकर्मी एक व्यक्ति का सैंपल लेने उसके घर गया। यह अमेरिका के बाद दूसरा सबसे संक्रमित देश है।

खराब मौसम की वजह से स्पेसएक्स की लॉन्चिंग टली, दो अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष भेजा जाना था May 27, 2020 at 04:15PM

अमेरिका में खराब मौसम की वजह से स्पेसएक्स की लॉन्चिंग टालनी पड़ी। इसे 27 मई की रात को दो बजकर तीन मिनट पर नासा के केनेडी स्पेस सेंटर से दो अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स के साथ उड़ान भरनी थी, लेकिन 16 मिनट पहले मिशन को रोक दिया गया। अब 30 मई को इसे अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।

2011 के बाद यह पहला मौका था जब अमेरिका अपने देश से स्वदेशी रॉकेट की मदद से अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (आईएसएस) भेजने वाला था। दरअसल, नासा एलन मस्क की निजी कंपनी स्पेस एक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस भेजने जा रहा है। स्पेस एक्स का क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट फॉल्कन रॉकेट के ऊपर लगाया गया है। इससे अमेरिकी एस्ट्रोनॉट्स रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले मौजूद रहेंगे। दोनों पहले भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की यात्रा कर चुके हैं।

20 साल साल से मिशन पर काम चल रहा है

  • नासा 2000 के दशक की शुरुआत से ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर क्रू की आवाजाही का काम छोड़ने की योजना बना रहा है। इसी के तहत, उसने एक प्रोग्राम शुरू किया। इसमें निजी फर्मों को शामिल किया।
  • अमेरिका ने 2011 में यान भेजने बंद कर दिए थे। इसके बाद अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों को रूस की उड़ानों का सहारा लेना पड़ा। इसका खर्च लगातार बढ़ता जा रहा था। इसके बाद नासा ने स्पेस एक्स को बड़ी आर्थिक मदद देकर अंतरिक्ष मिशन के लिए मंजूरी दी।
  • इसके बाद अमेरिकी कारोबारी एलन मस्क की स्पेसएक्स एयरोस्पेस सेक्टर की दिग्गज कंपनी बोइंग के साथ आगे आई। एलन मस्क ने स्पेसएक्स कंपनी को 2002 में बनाया था। इसका मकसद अंतरिक्ष में ट्रांसपोर्टेशन की लागत को कम करना है। साथ ही मंगल ग्रह पर इंसानी बस्तियां बनाना भी है। एलन मस्क की इस कंपनी ने 2012 में पहली बार अंतरिक्ष में अपना कैप्सूल भेजा।

12 दिन अंतरिक्ष में रहकर 16 सूर्योदय देखेंगे, 71-71 करोड़ रु. दिए
कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को यात्रा से पहले 15 दिनों तक क्वारैंटाइन में रखा गया। दोनों यात्री 12 दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे। इसके लिए दोनों पर71-71 करोड़ रु. खर्च किए हैं। इस दौरान वे 16 सूर्योदय देख सकेंगे।



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SpaceX launch postponed due to bad weather, two American astronauts were to be sent to space

US passes dire milestone of 100,000 Covid-19 deaths May 27, 2020 at 03:31PM

Unthinkable just four months ago, the United States on Wednesday surpassed the grim milestone of 100,000 coronavirus deaths, as the pandemic tightened its grip on Latin America. Confirmed US deaths just before 2200 GMT stood at 100,047, with 1.69 million infections, according to the tally compiled by Johns Hopkins University.

ब्रिटेन समेत यूरोपीय देशों के वैज्ञानिकों को आशंका- कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप से खतरे में पड़ सकती है प्राइवेसी; पारदर्शिता पर भी सवाल May 27, 2020 at 02:50PM

दुनिया के कई देश कोरोना के प्रसार को मापने के लिए कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप पर काम कर रहे हैं। भारत में आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च हो चुका है, जबकि ब्रिटेन के ऐप एनएचएस-एक्स का पायलट टेस्ट चल रहा है। वैज्ञानिक करीब 30 देशों के ऐप की स्टडी कर रहे हैं। वे इन ऐप के व्यवहार, खासकर डेटा की प्राइवेसी संबंधी शंकाओं को लेकर संतुष्ट नहीं हैं।

ब्रिटेन समेत अन्य यूरोपीय देशों के वैज्ञानिकों और रिसर्चर्स ने भी इन ऐप की आलोचना करते हुए खुला पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कि ये ऐप यूजर्स के डेटा हैंडलिंग, उनकी निजता के बारे में पारदर्शी नहीं हैं। उदाहरण के तौर पर जब दो लोग मिलते हैं, तो उनके ऐप ब्लूटूथ के जरिए एक-दूसरे से संपर्क में आते हैं। ऐसे संपर्कों का ब्यौरा दोनों व्यक्तियों के मोबाइल ऐप में सेव होता है।

कई ऐप यूजर के लोकेशन का डेटा भी लेते हैं। अगर ये डेटा हैकर के हाथ लग जाए, ऐप के नियंत्रक इससे यूजर्स की स्थिति की पहचान करने लगें, तो यह निजता के लिए बड़ा खतरा होगा।

वैज्ञानिक लॉन्च से पहले ऐप का विश्लेषण करना चाहते

वैज्ञानिकों को ऐप लॉन्च होने से पहले ऐसे दुष्प्रभावों का विश्लेषण करने का मौका मिले। यह विश्लेषण यूजर्स के लिए उपलब्ध हो। वे तय कर सकें कि उनके लिए ऐप ठीक है या नहीं। डेटा प्रोटेक्शन कानून का पालन हो। ऐप को एमआईटी टेक्नोलॉजिकल रिव्यू परख रही है।

एमआईटी टेक्नोलॉजिकल रिव्यू ने 5 पैमानों पर एप को परखा

  • स्वैच्छिक: ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य नहीं।
  • सीमित इस्तेमाल: डेटा सिर्फ सार्वजनिक स्वास्थ्य के हित के लिए उपयोग किया जा रहा है।
  • डेटा नष्ट करना : डेटा तय समय (आमतौर पर 30 दिन) में नष्ट हो जाएगा। यूजर्स खुद भी चाहें तो अपना डेटा डिलीट कर सकेंगे।
  • न्यूनतम सूचनाएं: ऐप कोविड-19 के संबंध में ट्रेसिंग के लिए जरूरी सूचनाएं ही लेता है।
  • पारदर्शिता: ऐप से जुड़ीं नीतियां, डिजाइन, सोर्स कोड सार्वजनिक किए जा चुके हैं।

चीन का ऐप किसी पैमाने पर खरा नहीं

  • अमेरिका: फिलहाल अमेरिका के किसी ऐप का नाम सामने नहीं आ रहा है।
  • ब्रिटेन : एनएचएस-एक्स ऐप। यह स्वैच्छिक, पारदर्शिता, न्यूनतम सूचना के पैमाने पर खरा।
  • इटली: इम्युनी ऐप। यह पांचों पैमानों पर खरा।
  • फ्रांस: स्टॉप कोविड ऐप। यह स्वैच्छिक है। अन्य पैमानों पर खरा नहीं उतरा।
  • चीन: चाइनीज हेल्थ कोड सिस्टम ऐप। यह पांचों पैमाने पर खरा नहीं उतरा है।
  • जर्मनी: कोरोना ऐप। यह स्वैच्छिक है। डेटा नष्ट हो सकेगा। अन्य पैमानों पर खरा नहीं है।
  • भारत: आरोग्य सेतु ऐप। डेटा नष्ट हो सकेगा। पारदर्शी है। अन्य पैमानों पर खरा नहीं।


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कई ऐप यूजर के लोकेशन का डेटा भी लेते हैं। अगर ये डेटा हैकर के हाथ लग जाए, ऐप के नियंत्रक इससे यूजर्स की स्थिति की पहचान करने लगें, तो यह निजता के लिए बड़ा खतरा होगा। -फाइल

पहली बार 71 करोड़ रुपए देकर अंतरिक्ष की सैर पर जा रहे पर्यटक, निजी कंपनी स्पेस एक्स का पहला मिशन शुरू May 27, 2020 at 02:50PM

आखिर वो घड़ी भी आई गई, जिसका लंबे वक्त से इंतजार था। अंतरिक्ष की सैर के लिए सरकारी प्रभुत्व खत्म करते हुए अमेरिका की निजी कंपनी स्पेस एक्स के बनाए रॉकेट के सहारे नासा के अंतरिक्ष यात्री बॉब बेनकेन और डग हर्ली अंतरिक्ष जा रहे हैं। दोनों फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस एक्स के नए क्रू ड्रैगन कैप्सूल में बैठे।

यह वही जगह है, जहां से नील आर्मस्ट्रांग अपोलो के क्रू सदस्यों के साथ चांद की ऐतिहासिक यात्रा पर गए थे। एक दशक बाद यह पहला मौका है, जब अमेरिका का रॉकेट अपनी ही जमीं से उड़ान पर जा रहा है। कोरोना महामारी के बावजूद यह यात्रा निर्धारित समय पर शुरू हो रही है।

अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों को रूस की उड़ानों का सहारा लेना पड़ा

अमेरिका ने 2011 में यान भेजने बंद कर दिए थे। इसके बाद अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों को रूस की उड़ानों का सहारा लेना पड़ा। इसका खर्च लगातार बढ़ता जा रहा था। इसके बाद नासा ने स्पेस एक्स को बड़ी आर्थिक मदद देकर अंतरिक्ष मिशन के लिए मंजूरी दी। एलन मस्क की इस कंपनी ने 2012 में पहली बार अंतरिक्ष में अपना कैप्सूल भेजा।

इस कैप्सूल के छह बार अंतरिक्ष में जाने की उम्मीद है

यह रॉकेट 20 बार अंतरिक्ष स्टेशन तक सामान पहुंचा चुका है।पहली बार इंसानों को लेकर जा रहा है। इस कैप्सूल के छह बार अंतरिक्ष में जाने की उम्मीद है। यह कंपनी पूरी दुनिया में तेज रफ्तार इंटरनेट का जाल बिछाना चाहती है और इसके लिए उसने सैकड़ों की तादाद में छोटे छोटे उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में भेजे हैं।

12 दिन अंतरिक्ष में रहकर 16 सूर्योदय देखेंगे, 71-71 करोड़ रु. दिए
कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को यात्रा से पहले 15 दिनों तक क्वारेैंटाइन में रखा गया है। दोनों यात्री 12 दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे। इसके लिए दोनों ने 71-71 करोड़ रु. खर्च किए हैं। इस दौरान वे 16 सूर्योदय देख सकेंगे।



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यह वही जगह है, जहां से नील आर्मस्ट्रांग अपोलो के क्रू सदस्यों के साथ चांद की ऐतिहासिक यात्रा पर गए थे।

Time to move on, urges British PM Boris Johnson over Cummings row May 27, 2020 at 05:37AM

PM Boris Johnson said on Wednesday it was time for Britain to move on from what he described as a "very, very frustrating episode" when his closest adviser Dominic Cummings was accused of violating the coronavirus lockdown rules. "(If) what we need to do is to focus on getting the message right ... then I think what we need to do really is to move on," he said.

As Trump offers to mediate between India and China, Beijing counsels restraint May 27, 2020 at 04:05AM

US President Donald Trump on Wednesday offered to mediate between India and China over their “raging border dispute,” in another wild swing at diplomatic intervention in the region.

Hong Kong police stamp out national anthem law protests May 27, 2020 at 05:09AM

China has made great progress in Covid-19 vaccine research: Chinese Ambassador May 27, 2020 at 03:39AM

Chinese Ambassador to India Sun Weidong on Wednesday said that China has made "great progress" in vaccine research and development in the fight against Covid-19 and, when developed, it would be accessible to developing countries. He said China and India should join hands to strengthen cooperation against the epidemic, noting Indian govt's measures to contain the spread.

नेपाल में नए नक्शे को संविधान में शामिल करने के प्रस्ताव पर चर्चा टली, सभी पार्टियां पूरी तरह सहमत नहीं May 27, 2020 at 02:44AM

नेपाल के संविधान में देश के नए मानचित्र को शामिल करने के प्रस्ताव पर होने वाली चर्चा टल गई है।इस मुद्दे पर सभी पार्टियों की सहमति नहीं बन पाई है। यह चर्चा पहले भी एक बार टलने के बाद बुधवार को तय की गई थी। अब ये चर्चा कब होगी इसका दिन नहीं तय किया गया है। नेपाल की संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेंजेटेटिव (प्रतिनिधि सभा) में संशोधन के लिए बुधवार को चर्चा होनी थी। कानून मंत्री शिवमाया तुंबहाम्पे को 2 बजे प्रस्ताव पेश करना था।

नेपाल ने 18 मई को जारी किया था नया मानचित्र
भारत ने हाल ही में लिपुलेख तक सड़क निर्माण किया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इसका उद्घाटन भी किया था, इसके बाद ही नेपाल की सरकार ने विरोध जताते हुए 18 मई को नया मानचित्र जारी किया था। इसमें भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को अपने क्षेत्र में बताया था। इसके बाद 22 मई को संसद में संविधान संशोधन का प्रस्ताव भी दिया था। हाल ही में भारत के सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने कहा कि नेपाल ने ऐसा किसी और(चीन) के कहने पर किया।

संविधान संशोधन के लिए दो-तिहाई वोट की जरूरत
नेपाल की सरकार को संविधान में संशोधन के लिए दो-तिहाई वोट की जरूरत है। प्रधान मंत्री केपी शर्मा ओली ने सबकी सहमति से प्रस्ताव पारित करने के लिए मंगलवार शाम सभी पार्टियों की बैठक बुलाई थी, लेकिन मधेसीपार्टियों के नेता संशोधन के प्रस्ताव के साथ अपनी मांगों को भी शामिल करने का दबाव बना रहे हैं। जनता समाजबादी पार्टी के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर एएनआई से बताया, हम यह भी चाहते हैं कि हमारी लंबे समय की मांगों पर ध्यान दिया जाए, लेकिन अभी तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।

मधेसी पार्टियां सरकार से इस प्रस्ताव पर अपनी भी कई मांगे मनवाना चाहती हैं। -फाइल फोटो

नेपाल की सरकार को 10 वोटों की कमी

सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी को निचले सदन को निचले सदन से प्रस्ताव पास कराने के लिए 10 सीटों की जरूरत है। इसलिए सरकार को दूसरी पार्टियों को भी मनाना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ओली और पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने सभी पार्टियों से कहा है कि राष्ट्रीय एजेंडे में अपना पॉलिटिकल एजेंडा न लाएं।



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भारत ने 8 मई को कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर लिपुलेख-धारचूला को जोड़ने वाले रास्ते का उद्घाटन किया था। इसी को लेकर बाद में नेपाल से विवाद हो गया।

चीन ने कहा- भारतीय सीमा पर स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में, दोनों देशों में बातचीत के जरिए मुद्दे सुलझाने का तंत्र मौजूद May 27, 2020 at 01:24AM

चीन ने बुधवार को कहाकि भारतीय सीमा पर स्थिति पूरी तरह से स्थिर और नियंत्रण में है। दोनों देशों के पास आपसी बातचीत के जरिए ऐसे मुद्दों को हल करने कातंत्र मौजूद है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का यह बयान वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन की सेना में जारी गतिरोध के बीच आया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि सीमा से जुड़े मुद्दों पर चीन की स्थिति स्पष्ट है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दो अनौपचारिक शिखर सम्मेलन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम दोनों देशों के नेताओं की बैठक के बाद बनी महत्वपूर्ण सहमति और समझौते का सख्ती से पालन कर रहे हैं।’’

‘बेहतर रिश्ते रखने की जिम्मेदारी दोनों देशों की’
वहीं, भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग ने कहा कि भारत और चीन साथ मिलकर कोरोनावायरस से मिलकर जंग लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। बेहतर संबंध रखना दोनों देशों की जिम्मेदारी है। दोनों तरफ के युवाओं को भी यह समझना चाहिए। हमें उन चीजों को दूर रखना होगा, जो आपसी रिश्तों पर बुरा असर डाले। आपसी चर्चा के जरिए ही मतभेद सुलझाने चाहिए।

चीन के बाद भारत ने भी बढ़ाई सैनिकों की संख्या

लद्दाख में हाल ही मेंगालवन नाला एरिया के पास चीन और भारत के बीत तनाव बढ़ गया है। एलएसीके पास कई सेक्टरों में चीन करीब 5 हजार जवान तैनात कर चुका है। पड़ोसी के इस कदम के बाद भारतीय सेना ने भी इन इलाकों में अपने जवान बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। इसी महीने दोनों सेनाओं के बीच तीन बार अलग-अलग जगहों पर टकराव हो चुका है। पिछले हफ्ते दोनों देशों की सेनाओं के कमांडर बातचीत कर मुद्दा सुलझाने की कोशिश भी कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा की थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हाईलेवल मीटिंग बुलाई। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुख शामिल हुए। इसके बाद मोदी ने विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला से भी चर्चा की। इससे पहले लद्दाख में तनाव पर रक्षा मंत्री की सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुखों से करीब एक घंटे मीटिंग हुई थी।



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हाल ही में लद्दाख और सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के बीच विवाद की स्थिति बनी थी। दोनों देशों के सैनिकों में झड़प भी हुई, उच्चाधिकारियों की बातचीत के बाद स्थिति संभली। -फाइल फोटो

Rouhani urges Iran MPs to cooperate as parliament opens May 27, 2020 at 12:14AM

पुलिस अफसर घुटने से 5 मिनट तक गर्दन दबाए रहा, बार-बार गुहार के बाद भी नहीं छोड़ा; सांस रुकने से मौत May 26, 2020 at 10:57PM

अमेरिका के मिनियापोलिस शहर में एक अफ्रीकन-अमेरिकन आदमी कीपुलिस की बर्बरता से मौत हो गई। इस घटना का वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक अश्वेतके हथकड़ी लगी हुई है और वह जमीन पर उल्टा लेटा है एक पुलिस अफसर पांच मिनट से ज्यादा समय तक उसकी गर्दन पर अपना घुटना गड़ाए रहता है। बाद में उस आदमी की मौत हो जाती है। इस मामले में अमेरिका में काफी विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
मरने वाले अश्वेत का नाम जॉर्ज फ्लॉयड है। मिनियापोलिस के मेयर जैकब फ्रे ने जॉर्ज फ्लॉयड की हिरासत में मौत के बाद चार पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है।

बार-बार कहता रहा कि उसे सांस नहीं आ रही

वीडियो में सुना जा सकता है कि करीब 40 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने की गुहार लगाता है। वह कहता है, ‘‘आपका घुटना मेरे गर्दन में है, मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं... ममा. ममा’’, धीरे-धीरे उसकी हरकत बंद हो जती है। इसके बाद अफसर कहते हैं ‘उठो और कार में बैठो’तब भी उसकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आती। इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा होती है। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया जाता है, जहां उसकी मौत हो जाती है।
अधिकारियों पर चलाया जा रहा मुकदमा
मिनियापोलिस के मेयर जैकब फ्रे ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए बताया कि अधिकारियों पर मुकदमा चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, अमेरिका में अश्वेत होने का ये मतलब नहीं कि उसे मौत की सजा दे दी जाए।नागरिक अधिकारों के वकील बेन क्रम्प ने कहा कि फ्लायड को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में पकड़ा था। उस पर फर्जीचेक देने और जाली नोट के इस्तेमाल के आरोप थे। यह एक हिंसक अपराध नहीं था, लेकिन ने पुलिस ने अमानवीयता दिखाते हुए पॉवर का गलत इस्तेमाल कर उसकी हत्या कर दी।
एफबीआई कर रही मामले की जांच
मिनियोपोलिस के पुलिस चीफमैडारिया एराडोन्डो ने बताया कि मामलाएफबीआई को सौंप दिया गया है। उस पर अधिकारों के गलत इस्तेमाल का केस चलाया जाएगा, लेकिन विरोध कर रहे लोगों की मांग है कि अफसर पर हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए। उसके साथ शामिल सभी अधिकारियों पर भी हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए।
अश्वेतों पर पुलिस की बर्बरता की बात नयीनहीं
फ्लायड की मौत ने 2014 में न्यूयॉर्क के एरिक गार्नर की हत्या की याद दिला थी। यहां भी पुलस ने एरिक का गला चोक कर दिया था। एरिक पर अवैध रूप से सिगरेट बेचने के का आरोप था। इसी साल13 मार्चको लुईसविले में केंटकी के तीन गोरे पुलिसवालों ने एक ड्रग इंवेस्टिगेशन के दौरान अश्वेत महिला ब्रेन्ना टेलर की गोली मार कर हत्या कर दी थी।
अमेरिका के सिविल लिबर्टीज यूनियन (एसीएलयू) ने कहा कि मिनियापोलिस की घटना यह दिखाती है कि अमेरिकन पुलिस मामूली आरोपों पर भी अफ्रीकी अमेरिकियों पर कठोर व्यवहार करती है।



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अमेरिका के मिनियोपोलिस में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद प्रदर्शन करते लोग। जॉर्ज फ्लायड की मौत पुलिस की बर्बरता के कारण हुई थी।

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