Sunday, March 29, 2020

इलेक्ट्रिक एक्स-57 विमान की पहली तस्वीर सामने आई; पारंपरिक एयरक्राफ्ट से 500% बेहतर होने का दावा, उत्सर्जन भी नहीं करता March 29, 2020 at 08:12PM

वॉशिंगटन. नासा ने नई उपलब्धि हासिल की है। दो दशकों के मेहनत के बाद उसके ऑल इलेक्ट्रिक एक्स-57 विमान की पहली तस्वीर सामने आई। इसके पारंपरिक एयरक्राफ्ट से 500% बेहतर होने का दावा किया गया है। एयरक्राफ्ट साउंडलैस है। इसमें इटली में निर्मित टेकनेम पी2006टी डबल इंजन प्रोपेलर लगे चार सीटों वाले एयरक्राफ्ट को इटली के टेकनाम पी2006टी विमान के अनुरूप बनाया गया है। इसमें पिस्टल इंजन की जगह 12 इलेक्ट्रॉनिक मोटर लगाई गई हैं।

इन्हें लिथियम आयन बैटरी से पॉवर मिलती है। पिछले के आखिर में एडवर्ड एयरफोर्स बेस कैलिफोर्निया में इसे सामने लाया गया था। विमान में दूसरी फ्लाइट की तरह पैंतरेबाजी करने की क्षमता है। नासा के अनुसार, एक्स-57 प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य तेजी से उभर रहे इलेक्टिक एयरक्राफ्ट बाजारों के मानक तय करना है।

विमान में दूसरी फ्लाइट की तरह पैंतरेबाजी करने की क्षमता है।

तय मानकों पर हवाई जहाज को उड़ाना लक्ष्य
लॉस एंजिल्स से 160 किमी दूर एडवर्ड्स में नासा के आर्मस्ट्रॉन्ग फ्लाइट रिसर्च सेंटर के प्रोजेक्ट मैनेजर ब्रेंट कोबलिग ने कहा था कि हम उन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो पूरे उद्योग की मदद करने में सहायक हों, न कि केवल एक कंपनी की। अभी हमारा लक्ष्य 2020 के अंत में इस हवाई जहाज को उड़ाना है। विमान में उड़ने की क्षमता के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षिण और ध्वनि के लिए भी मानिक तय किए हैं।

एयरक्राफ्ट की मोटर्स को लिथियम आयन बैटरी से पॉवर मिलती है।

ऐसा है एक्स विमानों का इतिहास
यह एयरक्राफ्ट एक्स विमानों की श्रृंखला का हिस्सा है। एक्स विमान रॉकेट और नई तकनीक के लिए टेस्ट किए जाते हैं। इनमें बेल एक्स 1 विमान भी था, जिसे 1945 में उड़ाया गया था। एक्स-15 विमान ने 354,200 की ऊंचाई तक उड़ने का रिकॉर्ड बनाया था। इसे नील आर्मस्ट्रांग ने चांद पर जाने से पहले 7 बार उड़ाया था। अभी हाल ही में एक्स-29 एयरक्राफ्ट बना था। इसे फाइबर कम्पोजिट मटेरियल से तैयार किया गया था। यह सुपरसोनिक उड़ान भरने वाला पहला एयरक्राफ्ट था।



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एयरक्राफ्ट में पिस्टल इंजन की जगह 12 इलेक्ट्रॉनिक मोटर लगाई गई हैं।

Pakistan records 1600 coronavirus positive cases, 17 deaths March 29, 2020 at 07:35PM

At least 100 new cases were reported from across the country that took the total tally of coronavirus positive cases in Pakistan to 1600, while the death toll stood at 17, health officials confirmed on Monday.

Canada's PM Trudeau remains in isolation after wife recovers from virus March 29, 2020 at 06:29PM

Although Sophie Gregoire Trudeau received the all-clear from her physicians on Saturday, the prime minister said, and he himself has no symptoms, he had been "sharing a roof with someone who tested positive for covid-19." "I have to continue in isolation in order to be sure that we're following all the protocols and the recommendations by Health Canada," Trudeau said.

Number of coronavirus cases in Germany rises to 57,298 March 29, 2020 at 07:11PM

The number of confirmed cases of coronavirus in Germany has risen to 57,298 and 455 people have died of the disease here, statistics from the Robert Koch Institute (RKI) for infectious diseases showed on Monday.

ट्रम्प बोले- 2 हफ्ते में संक्रमण से मौतों का आंकड़ा चरम पर पहुंच सकता है; व्हाइट हाउस ने 2 लाख के संक्रमित होने का अनुमान जताया March 29, 2020 at 06:19PM

वॉशिंगटन. अमेरिका में कोरोनावायरस की स्थिति भयावह होतीजा रही है। बीते 24 घंटे में 518 लोगों की मौत हो गई।राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को व्हाइट हाउस में ब्रीफिंगके दौरान कहा कि अगले दो हफ्ते में मौतों का आंकड़ा अपनेचरम पर पहुंच जाएगा। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग की तारीख भी30 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। ट्रम्प ने मंगलवार को कोरोनाको लेकर सरकार की योजनाएं-रणनीति बता सकते हैं और कुछ अहम घोषणाएं भी कर सकते हैं। व्हाइट हाउस ने देश में 2 लाख लोगों के संक्रमित होने का अनुमान जताया है।

ट्रम्प के मुताबिक, ‘‘12 अप्रैल को ईस्टर है। ईसाइयों का यहबड़ा फेस्टिवल है। तब तक अमेरिका में मरने वालों की संख्यापीक पर पहुंच चुकी होगी। जब तक हम बीमारी से जीत नहींजाते, तब तक इससे खराब स्थिति नहीं होगी। मुझे उम्मीद हैकि इसमें जल्दी ही गिरावट आएगी।’’

शिकागो: कोरोना के चलते बिगड़े हालात पर जल्द काबू पाया जा सके, इसलिए लोग वॉलंटियर्स को खुलकर दान कर रहे हैं।

‘लोग गाइडलाइंस का पालन करें’
ट्रम्प ने कहा कि सबसे जरूरी यही है कि हर व्यक्तिगाइडलाइंस का पालन करे। उम्मीद है कि हम जून तकरिकवरी कर लेंगे। ट्रम्प ने पहले ईस्टर तक हालात सामान्यहोने की बात कही थी। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकना जरूरी है, इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग की समयसीमा 30 अप्रैल तक बढ़ाई जाएगी। आप बेहतर कर सकते हैं, इससे हम कोरोना की भयावहता से तेजी से निपट सकेंगे। अमेरिका में कोरोना के 1 लाख 42 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं, 2400 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं।

अमेरिका के ग्रामीण इलाकों में ज्यादा खतरा
ग्रामीण इलाकों में कोरोनो महामारी शहरों के मुकाबले ज्यादा कहर बरपा सकती है। यहांपर्याप्त संख्या में डॉक्टर और अस्पतालनहीं हैं।महामारी का केंद्र न्यूयॉर्क शहर है। यहीं सबसे ज्यादा संक्रमित हैं। इसे अलावा अरकंसास, मिसिसिपी, जॉर्जिया और साउथ कैरोलिना जैसे मिडवेस्ट और साउथ के ग्रामीण अंचलों में भी कोरोना संक्रमण फैलने के संकेत मिले हैं।कोडिक इलाके के नेटिव एसोसिएशन के डायरेक्टर एलिस प्लेटनिकॉफ ने कहा, ‘‘कुछ क्षेत्रों में हमारी क्षमता सीमित होगी, न केवल उपकरणों के मामले में बल्कि कर्मचारियों में भी। जब कोरोनावायरस से संक्रमण के मामले बढ़ते हैं, तब हमारी चिंताबढ़ना लाजमी है।’’

अलास्का में 59,000 लोगों को मेडिकल फैसिलिटी की जरूरत
शुक्रवार को अलास्का में 85 मामले सामने आए और यहां कोरोना से पहली मौत भी हुई।विशेषज्ञों के मुताबिक, राज्य की 7.37 लाख जनसंख्या का 40 से 70% हिस्सा कोरोनावायरस की चपेट में आ सकता है। प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर 20% आबादी यानी 59 हजार लोगों के लिए चिकित्सा सुविधा की जरूरत होगी। अलास्का में 1500 बेड वाला जनरल हॉस्पिटल है। कुछ स्थानों पर नया मेडिकल सैटअप तैयार करने में दूसरी जगहों के मुकाबले वक्त ज्यादा लग सकता है।



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न्यूयॉर्क की 7th एवेन्यू सड़क पर आमतौर पर खासी भीड़भाड़ होती है, लेकिन कोरोना के चलते यहां सन्नाटा है।

Germany bets on South Korean model in coronavirus fightback March 29, 2020 at 06:05PM

In the race against the coronavirus, Germany is betting on widespread testing and quarantining to break the infection chain, a strategy borrowed from South Korea whose success in slowing the outbreak has become the envy of the world.

'No farewells, no ceremonies': China's Hubei cremates coronavirus dead March 29, 2020 at 05:39PM

Whatever the cause of death, China’s bereaved families have not been able to hold funerals since February 1, even as the nation’s outbreak eases, including in Hubei where the virus erupted in December.

पाकिस्तान में राशन सिर्फ मुस्लिमों को बांटा जा रहा, हिंदुओं से कहा- ये तुम्हारे लिए नहीं; सिंध प्रांत में हिंदुओं के सामने रोजी-रोटी का संकट March 29, 2020 at 05:20PM

इस्लामाबाद.पाकिस्तान में कोरोना महामारी के कारण हालात गंभीर हो गए हैं। रविवार तक यहां 1560 पॉजिटिव केस सामने आए। इमरान सरकार प्रभावित इलाकों तक मदद पहुंचाने का पूरा प्रयास कर रही है, लेकिन कराची में हिंदुओं के साथ इसमें भेदभाव किया जा रहा है। पिछले दिनों यहां राशन और अन्य जरूरी सामान लोगों को बांटा गया, लेकिन हिंदुओं को खाली हाथ लौटा दिया गया, उनसे कहा गया कि यह राहत उनके लिए नहीं बल्कि सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए है। सिंध प्रांत में हिंदुओं की आबादी 5 लाख से ज्यादा है।

सिंध प्रांत में सरकार ने लॉकडाउन के दौरान फंसे मजदूरों और कामगारों के लिए राशन बांटने का जिम्मा जिला प्रशासन और एक एनजीओ को दिया था। यहां जुटे करीब 3 हजार लोगों के लिए स्वास्थ्य जांच और स्क्रीनिंग के भी कोई इंतजाम नहीं थे।

राजनीतिक कार्यकर्ता डॉ. अमजद अयूब मिर्जा ने कहा है कि कराची शहर और सिंध प्रांत के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले हिंदुओं के सामने खाने-पीने के सामान का गंभीर संकट खड़ा हो चुका है। वे भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। उनकी मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के रास्ते सिंध प्रांत में हिंदुओं के लिए राशन और अन्य जरूरी चीजें भेजे।



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Ration in Pakistan is being distributed only to Muslims, told Hindus - this is not for you; Crisis of livelihood in front of Hindus in Sindh province

दुनियाभर में 33 हजार 509 मौतें: अमेरिका में 24 घंटे में 518 लोगों की जान गई, ट्रम्प ने कहा- अगले 2 हफ्तों में मौतों का आंकड़ा पीक पर होगा March 29, 2020 at 05:15PM

बीजिंग/ जेनेवा/ नई दिल्ली. दुनियाभर के 195 देशों में फैल चुका कोरोनावायरस (कोविड 19) का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा। इस वायरस से अब तक 33 हजार 509 लोगों की मौत हो चुकी है। सात लाख से ज्यादा संक्रमित हैं। एक लाख 51 हजार से ज्यादा ठीक हुए हैं। वहीं, अमेरिका में 24 घंटे में 518 लोगों की मौत हुई है। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि अगले दो हफ्तों में मौतों का आंकड़ा पीक पर होगा। साथ ही कहा कि देश में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम 30 अप्रैल तक बने रहेंगे।

ट्रम्प ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- एक जून से अमेरिका में हालात सुधरेंगे और स्थिति बेहतर होनी शुरू होगी। उन्होंने दावा किया कि मलेरिया की दवा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन कोरोना के इलाज के लिए कारगर है। सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क में 1100 मरीजों को ये दवा दी जा रही है। हमें इससे कुछ अद्भूत परिणाम मिलने की उम्मीद है।वहीं, अमेरिका के संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौसी ने बताया कि अमेरिका में हालात और खराब हो सकते हैं। अभी देश में एक से दो लाख लोगों की मौत हो सकती है।

अमेरिका: अब तक2484 लोगों की मौत

वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में अब तक 2,484 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, एक लाख 42 हजार से ज्यादा लोगो संक्रमित हैं। अमेरिका में न्यूयॉर्क सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। यहां 24 घंटे में संक्रमण के 7200 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या 59 हजार से ज्यादा हो गई है। इनमें केवल न्यूयॉर्क सिटी में 33,768 मामले हैं।

अमेरिका के टीएफ ग्रीन एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों से फॉर्म भरवाते नेशनल गार्ड।

चीन: संक्रमण के 31 नएमामले
चीन के स्वास्थ्य अधिकारी ने सोमवार को कहा- देश में कोरोनावायरस के 31 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इनमेंसे 30 देश से बाहर के लोग हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने कहा किआयोग के अनुसार रविवार को हुबेई प्रांत में चार मौतें हुईं। वहीं, वुहान शहर में 8 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा रहेगा।चीन में अभी तक कोरोना से 3304 लोगों की मौत हुई है। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 81470 पहुंच गई है।

फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर चीन जाने के लिए फ्लाइट पकड़ने आए यात्री।

इटली: 24 घंटे में 756 लोगों की मौत

इटली की नेशनल सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी के मुताबिक, देश में 24 घंटे में 756 लोगों की मौत हुई है। इसके सआथ ही मौतों का आंकड़ा 10,779 हो गया है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले 97 हजार से ज्यादा हो गए हैं।

इटली के क्रेमोना में स्वास्थ्यकर्मी अपने-अपने देशों के नाम के पोस्टर के साथ।

स्पेन: दिन में 821 की मौत

स्पेन में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 6803हो गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 80,110 हो गई है। 26 मार्च को स्पेन की 86 वर्षीय राजकुमारी मारिया टेरेसा की भी संक्रमण से मौत हो गई थी।

स्पेन के आर्गुनेग्युन पोर्ट पर रेड क्रॉस के सदस्यों ने प्रवासियों के चापमान की जांच की।

ईरान: मौतों का आंकड़ा 2901
न्यायपालिका के प्रवक्ता ने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए रविवार को ईरान के जेलों से कुल एक लाख कैदियों को अस्थायी रूप से रिहा किया गया। मार्च की शुरुआत में करीब 54 हजार लोगों को रिहा किया गया था। यहां वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2901हो गई है, जबकि 38,309 लोग संक्रमित हुए हैं।



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कोरोनावायरस के कारण न्यूयॉर्क लेबर डिपार्टमेंट बंद कर दिया गया है।

अमेरिका के ग्रामीण इलाकों में विनाशक हो सकती है कोविड-19 महामारी, यहां न पर्याप्त डॉक्टर और अस्पताल, ना ही सड़कें उपलब्ध March 29, 2020 at 04:46PM

वॉशिंगटन. संयुक्त राज्य अमेरिका के ग्रामीण इलाकों में कोरोनोवायरस महामारी शहरों के मुकाबले ज्यादा कहर बरपा सकती है। यहांपर्याप्त संख्या में डॉक्टर और अस्पतालनहीं हैं,ना ही सड़कें उपलब्ध हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में अब तक कोरोनावायरस के एक लाख 35 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इनमें दिनों-दिन बढ़ोतरी हो रही है। महामारी का केंद्र न्यूयॉक शहर है। यहीं सबसे ज्यादा संक्रमित हैं। इसे अलावा अर्कांसस, मिसिसिपी, जॉर्जिया और साउथ कैरोलिना जैसे मिडवेस्ट और साउथ के ग्रामीण अंचलों में भी कोरोनावायरस के संक्रमण फैलने के संकेत मिले हैं।

फैमिली फिजिशियन और कोडिक इलाके के नेटिव एसोसिएशन के डायरेक्टर एलिस प्लेटनिकॉफ ने कहा, कुछ क्षेत्रों में हमारी क्षमता सीमित होगी, न केवल उपकरणों के मामले में बल्कि कर्मचारियों में भी। जब कोरोनावायरस से संक्रमण के मामले बढ़ते हैं, तब हमारी चिंताओं काबढ़ना लाजमी है। शुक्रवार को एलास्का में 85 मामले सामने आए और यहां कोरोनावायरस से पहली मौत भी हुई।

अलास्का में 59,000 लोगों को मेडिकल फेसेलिटी की जरूरत होगी
विशेषज्ञों के मुताबिक, राज्य की 737500 जनसंख्या का 40 से 70% हिस्सा कोरोनावायरस की चपेट में आ सकता है। प्राथमिक रिपोर्ट के आधार पर 20% जनसंख्या यानि 59,000 लोगों के लिए चिकित्सा सुविधा की जरूरत होगी। अलास्का में 1500 बेड वाला जनरल हॉस्पिटल है। कुछ स्थानों पर नया मेडिकल सेट-अप तैयार करने में दूसरी जगहों के मुकाबले वक्त ज्यादा लग सकता है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के शोध डेटा के मुताबिक, चर्चित पर्यटनस्थलों जैसे की ब्लेन काउंटी, इडाहो, होम टू सन वैली, न्यूयॉर्क के आसपास के इलाकेपहले से ही कोरोनावायरस के संक्रमण से अधिक प्रभावित हैं।



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न्यूयॉर्क के आसपास के इलाकों में पहले ही कोरोनावायरस का संक्रमण अधिक फैला है। फोटो फाइल

Gulf's massive migrant workforce fears virus limbo March 29, 2020 at 04:56PM

Millions of migrant workers across the Gulf face uncertainty as host countries lock down, employers withhold wages or mull redundancies, and strict coronavirus containment measures lead to deportations and confinement.

North Korea says tested 'super-large' rocket launchers March 29, 2020 at 04:45PM

New York state surpasses 1,000 coronavirus deaths March 29, 2020 at 04:35PM

New York state's death toll from the coronavirus outbreak climbed Sunday above 1,000, less than a month after the first known infection in the state. It took Spain 18 days to go from its first death to its 1,000th. Italy took 21 days. New York state took 16 days.

Trump says US won't pay Harry and Meghan security March 29, 2020 at 04:26PM

"I am a great friend and admirer of the Queen & the United Kingdom," Trump tweeted. "It was reported that Harry and Meghan, who left the Kingdom, would reside permanently in Canada. Now they have left Canada for the US. However, the US will not pay for their security protection. They must pay!," he added.

Airline lets crew ditch high heels, wear pants March 29, 2020 at 05:06PM

A Japanese airline is finally letting female flight attendants wear trousers and flat shoes instead of skirts and high heels following a nationwide campaign. Japan Airlines announced that they will come into force from April 1. “This will be the first time to introduce trousers and to provide additional options for footwear,” an airline spokesperson said.

दुबई में इसके उल्लंघन पर 10 लाख रुपए तक जुर्माना, सैनिटाइजेशन के लिए ड्रोन से किया जा रहा है छिड़काव March 29, 2020 at 02:32PM

दुबई (डॉ. सुभाष अत्रे) .पूरी दुनिया कोविड-19 की चपेट में है। दुबई भी अछूता नहीं। लेकिन यहां हालात नियंत्रित हैं। 28 जनवरी से अब तक 468 मरीज मिल चुके हैं। 55 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि दो की मौत हो गई। सैलानियों से गुलजार रहने वाला दुबई 26 मार्च से 3 दिन के लॉकडाउन में सुनसान है। सड़कें वीरान हैं। मॉल बंद हैं। लेकिन होटल, रेस्त्रां, फूड जाॅइंट्स खुले हैं। कैरेफोर, लुलू हाइपर मार्केट जैसे डिपार्टमेंटल स्टोर्स में रोजमर्रा की जरूरत के सामान की भरमार है। दूध-सब्जी की कोई कमी नहीं। होम डिलीवरी भी जारी है। रसाेई गैस और पानी की बोतलें फोन कर मंगवाई जा सकती हैं। ‘पैनिक परचेज’ नहीं है। सरकार ने प्रतिबंधात्मक कदम धीरे-धीरे लागू किए हैं और लोग सहयोग कर रहे हैं।

हालांकि, यहां लाॅकडाउन के नियम काफी सख्त हैं। नियम तोड़ने पर 50 हजार दिरहम (करीब 10 लाख रुपए) तक जुर्माना लगाया जा रहा है। रात 8 से सुबह 6 बजे तक बाहर न निकलने का नियम भी सख्ती से लागू है। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बसों और मेट्रो में बैठने वालों की संख्या एक तिहाई तक कम कर दी गई, ताकि लोगों के बीच सुरक्षित दूरी रहे। जाहिर तौर पर पुलिस की सख्ती नहीं दिखती, लेकिन तीन से ज्यादा लोगों के साथ चलने पर तुरंत टोका जाता है। जरूरी काम के लिए भी कम से कम लोगों को निकलने काे कहा जाता है। सरकार ने दुबई में शुरू की गई सैनिटाइजेशन ड्राइव 4 अप्रैल तक बढ़ा दी है। शहर की सभी 17 हजार टैक्सियां सैनिटाइज की गई हैं। सैनिटाइजेशन के लिए ड्रोन से भी छिड़काव किया जा रहा है। सरकार जांच पर खास ध्यान दे रही है। हालांकि, व्यापारी वर्ग थोड़ा चितिंत है। प्रवासी कामगार भी निराश हैं। हालात नहीं बदले तो उन्हें ऐसे ही वापस जाना पड़ेगा। फिर भी दुबई निराश नहीं। सब मिलकर कोरोना पर जल्द जीत हासिल करना चाहते हैं।

सैनिटाइजेशन पर जोर, जगह-जगह डिस्पेंसर और टिश्यू पेपर लगे

मॉल, सुपर मार्केट, बैंक और अस्पताल जैसे हर सार्वजनिक स्थान पर सैनिटाइजेशन पर जोर है। हर जगह डिस्पेंसर और टिश्यू पेपर लगे हैं। सुपर मार्केट में ग्राहक के सामान लेने के बाद काउंटर पर सफाई के बाद दूसरे की बिलिंग शुरू हाेती है। बैंकों में करंसी और कागजात का लेनदेन ग्लव्स पहन लिफाफों में किया जा रहा है।



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मॉल, सुपर मार्केट, बैंक और अस्पताल जैसे हर सार्वजनिक स्थान पर सैनिटाइजेशन पर जोर दिया जा रहा है।

छह महाद्वीपों के 199 देशों में कोरोना; अमेरिका, यूरोप और ईरान खतरे में, चीन में 7 दिन में 100 से कम केस March 29, 2020 at 02:20PM

वॉशिंगटन डीसी.दुनिया के 199 देश कोरोना से प्रभावित हैं। अब तक 6,83,563 केस मिले हैं। 32,144 मौतें हुई हैं। 146,396 मरीज ठीक हुए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित टॉप 10 देशों में यूरोप के 7, एशिया के 2, उत्तरी अमेरिका महाद्वीप का एक देश है। रविवार को यूरोप का नीदरलैंड भी इसमें आ गया। 6 महाद्वीपों में कोरोना फैल चुका है।


श्रीलंका और न्यूजीलैंड में पहली मौत

  • श्रीलंका: कोरोना से पहली मौत। 65 साल के इस पीड़ित को डायबिटीज व किडनी की समस्या थी।
  • नीदरलैंड: सरकार ने अस्पतालों से 6 लाख खराब मास्क वापस बुलवाए। ये चीन से खरीदे गए थे।
  • न्यूजीलैंड: कोरोना से पहली मौत। इस 70 साल की महिला के संपर्क में आए 21 हेल्थवर्कर भी क्वारेंटाइन।
  • अफगानिस्तान: हेरात,जलालाबाद के वाणिज्य दूतावासों से भारतीय राजनयिक काबुल शिफ्ट।
  • पनामा: प्रशांत महासागर में 15 दिन से फंसे शिप के 1800 यात्रियों को दूसरे शिप में जाने की मंजूरी।

दुनिया: एक दिन में 20504 मामले बढ़े, स्पेन में सबसे ज्यादा

देश कुल मामले नए मामले मौतें ठीक हुए
अमेरिका 123,828 +250 2,229 3,238
इटली 92,472 ------- 10,023 12,384
चीन 81,439 +45 3,300 75,448
स्पेन 78,797 +5,562 6,528 14,709
जर्मनी 58,247 +552 455 8,481
ईरान 38,309 +2,901 2,640 12,391
फ्रांस 37,575 ------ 2,314 5,700
ब्रिटेन 19,522 +2,433 1,228 135
स्विट्जरलैंड 14,593 +517 290 1,595
नीदरलैंड 10,866 +1,104 771 3
बेल्जियम 10,836 +1,702 431 1,359

(रात 8:30 बजे तक के आंकड़े)



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सात दिन: यूरोप के 5 देश और अमेरिका में हर रोज 1000 से ज्यादा संक्रमित।

Peak US death rate likely in two weeks: Trump March 29, 2020 at 02:47PM

President Donald Trump said Sunday that the peak death rate in the United States from the coronavirus pandemic was likely to hit in two weeks and extended "social distancing" guidelines until April 30. "Easter should be the peak number," Trump said of the Christian holiday which falls on April 12.

कोरोनावायरस से हुई बर्बादी के बीच इटली के माफिया को मिला अकूत कमाई करने का सुनहरा मौका March 29, 2020 at 05:21AM

नई दिल्ली. इटली में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और संक्रमण से बचने वाले लोग आर्थिक बदहाली के बीच एक नए जीवन की तलाश कर रहे हैं। वहीं समाज का एक ऐसा तबका है, जिसके लिए यह स्थिति बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। वह है संगठित अपराध। शीर्ष एंटी-माफिया इनवेस्टिगेटर गिसेप गवर्नेल ने कहा कि इटली के माफिया के लिए संकट की यह घरी एक बड़ा अवसर साबित हो सकती है। इटली यूरोजोन की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। फ्लू जैसी बिमारी से वहां 10,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके कारण पूरे इटली में लॉकडाउन चल रहा है। इससे अर्थव्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है।


वायरस के कारण बचाव की मुद्रा में आए माफिया फिर से खुद को संगठित कर रहे हैं
गवर्नेल ने कहा कि कोसा नोस्ट्रा, एंड्रंघेटा और कैमोरा जैसे इटली के कुख्यात व ताकतवर माफिया गिरोह शुरू में तो वायरस संक्रमण के कारण बचाव की मुद्रा में आ गए थे, लेकिन वे अब फिर से खुद को संगठित कर रहे हैं। द इकोनॉमिस्ट इंटेलीजेंस यूनिट ने गुरुवार को कहा कि था कि इस साल इटली की जीडीपी में 7 फीसदी गिरावट आ सकती है। इटली के विशेषज्ञों के मुताबिक इटली के 65 फीसदी छोटे-मझोले कारोबारी दिवालिया हो सकते हैं। यह स्थिति उपद्रवियों को बहुत पसंद आती है, जो बुरी हालत से गुजर रहे कारोबारियों से जबरन वसूली करते हैं और उन्हें उंची ब्याज पर पैसा देते हैं।


माफिया ने उन जगहों पर निवेश कर रखे हैं, जहां आप सबसे ज्यादा मजबूर होते हैं
इटली के एक एंटी-माफिया लेखक रोबर्टो सैवियानो ने पिछले सप्ताह एक साक्षात्कार में कहा कि आप माफिया के पोर्टफोलिया को देखेंगे, तो समझेंगे कि इस महामारी में वे कितने बड़े पैमाने पर कमाई कर सकते हैं। पिछले कुछ दशकों में उन्होंने मल्टी सर्विस कंपनियों (कैंटीन, क्लीनिंग, डिसइन्फेक्शन), वेस्ट रिसाइक्लिंग, ट्रांसपोर्टेशन, फ्यूनरल होम्स और ऑयल एंड फूड डिस्ट्र्रीब्यूशन जैसे कारोबारों में बड़ा निवेश किया है। इन कारोबारों से उन्हें बड़ी कमाई होने वाली है। माफिया को पता है कि आपके पास क्या है और आपको किस चीज की जरूरत होगी। वे आपकी जरूरत पूरी करेंगे और अपनी शर्त पर पूरी करेंगे। 1884 में नेपल्स में कोलेरा की महामारी में शहर के आधे से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। सरकार ने सफाई के कार्य पर भारी भरकम राशि खर्च की थी। पूरी राशि सीधे ताकतवर माफिया गिरोह कैमोरा की जेब में गई थी।


माफिया पहले अनुमान लगा लेते हैं कि अर्थव्यवस्था पर कब बहुत ज्यादा खर्च होने वाला है
इटली के एंटी-माफिया इनवेस्टिगेशन डायरेक्टोरेट के प्रमुख गवर्नेल ने कहा कि माफिया पहले से इस बात का अनुमान लगा लेते हैं कि अर्थव्यवस्था का कब फिर से निर्माण होने वाला है और वे पहले से योजना बना लेते हैं। आर्थिक पुनर्निमाण के काम में काफी सारा पैसा खर्च होने वाला है। हमारी टीम इस बात की तैयारी कर रही है कि माफिया का प्रवेश न हो सके। वे सिस्टम में खामियों की तलाश करेंगे। हमें अपनी आंखें खुली रखनी होगी। संदिग्ध गतिविधियों, नई कंपनियों और मुखौटा कॉरपोरेशंस की स्थापना पर नजर रखनी होगी।


पुलिस के अन्य काम में लगे होने से माफिया गिरोहों का होगा विकास
दक्षिणी इटली के तटवर्ती शहर रीजियो कैलाब्रिया के पूर्व माफिया इनवेस्टिगेटर गिसेप पिग्नेटोन ने कहा कि महामारी के कारण अगले कुछ सप्ताह और कुछ साल तक न्यायपालिका का काम कठिन हो जाएगा। सैकड़ों सुनवाई स्थगित हो गई है। पुलिस सामाजिक संकट को दूर करने के काम में लगी हुई है। ऐसी स्थिति में माफिया गिरोहों का विकास होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इटली की खूफिया एजेंसी ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि वायरस का केंद्र उत्तर से दक्षिणी इटली की तरफ बढ़ा, तो संगठित अपराधी गिरोहों द्वारा दक्षिण इटली में दंगा कराया जा सकता है। कुछ अपराध विशेषज्ञों के मुताबिक महामारी शुरू होने पर इटली की जेलों में कुछ उपद्रव कराए गए थे, क्योंकि खचाखच भरी जेलों में कैदियों को संक्रमित होने का डर पैदा हो गया था। कैलाब्रिया के एक प्रमुख प्रोसिक्यूटर निकोला ग्रैटेरी ने कहा कि दुर्भाग्य से हल्की सजा वाले कुछ कैदियों को छोड़ना पड़ा था। मानवाधिकार समूह एंटीगोन ने कहा कि जेलों में भीड़ कम करने के लिए 29 फरवरी के बाद से अब तक 2,500 से ज्यादा कैदियों को छोड़ दिया गया है। एंड्रंघेटा से जुड़े लोगों को भी जेलों से छोड़ दिया गया है और घरों में नजरबंद कर दिया गया है।



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corona ; coronavirus ; Italy's mafia got golden opportunity to earn tremendous money amid Coronavirus ruin

UK lockdown will last 'significant' period: Govt March 29, 2020 at 04:11AM

अमेरिका के इस शहर में लोगों ने खुद को घरों में कैद किया, रेस्टोरेंट, मॉल खुले लेकिन नहीं पहुंच रहा कोई, रोजाना 30 हजार छात्र लाइव कॉन्फ्रेंसिंग से क्लास अटेंड कर रहे March 29, 2020 at 03:19AM

वॉशिंगटन के पुल्मन सिटी से अर्जक भट्‌टाचार्जी की रिपोर्ट. पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है। बड़े-बड़े देश एक झटके में तबाह हो गए। अमेरिका भी इससे संघर्ष कर रहा है। लेकिन पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। क्योंकि चीन के बाद भारत की आबादी सबसे ज्यादा है। हर किसी को डर है कि सही समय पर रोकथामनहीं हुआतो कुछ ही दिनों में भारत की स्थिति चीन और इटली से भी भयावह हो जाएगी। ऐसा इसलिए भी क्योंकि चीन और इटली की अपेक्षा भारत में संसाधन काफी कम है। संकट की इस घड़ी में भारत को अमेरिका के पुल्मन सिटी से सीख लेनी चाहिए। दुनिया भर में यह कॉलेज सिटी के नाम से फेमस है।60 हजार की आबादी वाले इस शहर में 30 हजार छात्र हैं। 70 फीसदी आबादी युवाओं की है। खतरा यहां भी है लेकिनसरकार ने यहां लॉकडाउन की घोषणा नहीं की है। मॉल, रेस्टोरेंट सब कुछ खुलेहैं। लेकिन पहले की तरहलोगों की भीड़ नहीं जुट रही है। कारण कि लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं। मानों सभी नेखुद को घरों में कैद कर लिया हो।जिम्मेदार नागरिक की तरह सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए। हमेशा पार्टी और मस्ती करने वाला युवावर्ग भी घरों से नहीं निकल रहा। यूनिवर्सिटी-कॉलेज बंद है लेकिन छात्रोंकी पढ़ाई नहीं रूकी। नियमित सभी की क्लासेज वर्चुअली होती हैं। तय शेड्यूल से प्रोफेसर लाइव क्लास चलाते हैं।

रेस्टोरेंट खुले होने के बावजूद लोग नहीं जा रहे। जरूरत पड़ने पर होम डिलीवरी की सुविधा का लाभ ले रहे।

लोगों ने पार्क में बैरिकेटिंग्स की
शहर में 13 पार्क हैं लेकिन अब सब खाली रहता है। स्थानीय लोगों ने इसमें बैरिकेटिंग्स कर दी है। झूले को कवर कर दिया है। सड़कों पर सन्नाटा रहता है। जरूरत पड़ने पर ही लोग घरों से निकलते हैं। रेस्टोरेंट खुले हैं लेकिन लोग खाने का सामान बाहर से ही लेकर चले जाते हैं। 24 घंटे जरूरी सामानों की होम डिलीवरी की सुविधा है। वॉल मॉर्ट खुला होने के बावजूद खाली रहता है।

पुल्मन में स्थानीय लोगों ने पार्क को खुद से ही कवर कर दिया है।

पुलिस की जरूरत नहीं पड़ती
भारत में पूरी तरह से लॉकडाउन किया गया है। इसके बावजूद हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर हैं। लोगों को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ता है लेकिन पुल्मन में ऐसा नहीं है। लोगों ने खुद ही सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन कर रखी है। न तो कोई पार्टी होती है और न ही कोई फंक्शन। साफ-सफाई का भी लोग खुद ही ध्यान देते हैं।

पुल्मन में मेडिकल सुविधा काफी तेज है। इमरजेंसी नंबर डायल करने के 5 मिनट में एंबुलेंस पहुंच जाती है।

5 मिनट में एंबुलेंस की सुविधा
सभी छात्रों और स्थानीय लोगों को कोरोनावायरस के प्रति जागरूक किया गया है। लगातार टेस्टिंग होती है। इसके बावजूद अगर किसी की तबियत खराब होती है तो वह इमरजेंसी नंबर 911 पर कॉल करता है। 5 मिनट के अंदर एंबुलेंस और डॉक्टर पहुंच जाते हैं।

भारत सहित इन देशों के छात्रों की संख्या अधिक
वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी होने की वजह से छात्रों के बीच पुल्मन का काफी क्रेज है। इसके अलावा यहां कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के रिसर्च लैब, इंजीनियरिंग लैब, साइबर सिक्योरिटी लैब है। पुल्मन में भारत के अलावा चीन, बांग्लादेश, साउथ कोरिया, पाकिस्तान, नेपाल जैसे देशों के छात्रों की संख्या अधिक है।

वॉशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी में 20 हजार से ज्यादा छात्र हैं लेकिन इन दिनों यहां सन्नाटा पसरा हुआ है।


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In this city of America, people imprisoned themselves in homes, restaurants, malls are open but no one is reaching, 30 thousand students attend class with live conferencing daily.

Record virus deaths in Spain as world hunkers down for long haul March 29, 2020 at 03:49AM

Spain reported a national daily record of 838 coronavirus deaths on Sunday in a fresh warning to the world that long-term lockdowns may be needed to halt the deadly march of a disease that has claimed more than 31,000 lives.

In China, walled up Wuhan awaits life beyond the barricades March 29, 2020 at 02:42AM

China was widely accused of delaying its response to the disease when it first emerged in December but has since won praise from the World Health Organization for securing and sealing off affected areas. The ruling Communist Party in Beijing used draconian measures to fight the virus across the country, but the strictest were saved for Wuhan.

In Somalia, coronavirus goes from fairy tale to nightmare March 29, 2020 at 02:10AM

Prince William, Kate Middleton support mental health campaign amid coronavirus pandemic March 29, 2020 at 12:44AM

Britain's Prince William and wife Kate Middleton have backed a mental health campaign to help people through the anxiety and stress associated with the coronavirus pandemic, which has claimed 1,019 lives in the UK.

Iran's President Hassan Rouhani says economy is a factor in virus response March 29, 2020 at 12:20AM

Hassan Rouhani said the government had to consider the effect of mass quarantine efforts on Iran's beleaguered economy, which is under heavy U.S. sanctions. It's a dilemma playing out across the globe, as leaders struggle to strike a balance between containing the pandemic and preventing their economies from crashing.

Pope backs UN chief's call for global ceasefire to focus on coronavirus March 29, 2020 at 12:32AM

Spain announces record 838 virus deaths in 24 hours March 29, 2020 at 12:21AM

रूस में सीसीटीवी कैमरे से पकड़े जा रहे संदिग्ध संक्रमित, इजरायल में हर कोई सर्विलांस में March 28, 2020 at 11:53PM

वॉशिंगटन. कोरोनावायरस से जंग में दुनिया के कई बड़े देशों ने तकनीक का सहारा लेना शुरू कर दिया है। फिर वह संक्रमितों की पहचान करना हो या लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग को कायम रखना। हर काम में तकनीक काफी मददगार साबित हो रहीहै। रूस ने अपने यहां संदिग्ध संक्रमितों की पहचान के लिए हाईटेक सीसीटीवी कैमरे की मदद ली है। मॉस्को शहर में इसके लिए 1 लाख 70 हजार से ज्यादा हाई क्वालिटी वाले कैमरे लगवाए गए हैं। 9 हजार से ज्यादा अभी भी लगाए जा रहे हैं। कैमरे के दायरे में आने वाले शख्स का पूरा ब्योरा रिकॉर्ड हो जाता है। मसलन उसका ट्रैवेल हिस्ट्री, मेडिकल हिस्ट्री सबकुछ रिकॉर्ड में दर्ज हो जाता है। इसके जरिए संदिग्ध संक्रमितों की तुरंत पहचान हो जा रही है। यही नहीं लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले भी इसके जरिए आसानी से पकड़ में आ रहे हैं। इसी तरह इजरायल ने विदेशी यात्रा करने वाले लोगों का रिकॉर्ड ट्रेस करने के लिए मोबाइल जियोलोकेशन और डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के रिकॉर्ड का सहारा लिया है। साउथ कोरिया के साथ यूरोपियन देशों ने भी तकनीक का सहारा लेना शुरू कर दिया है।

रूस, इजरायल, साउथ कोरिया और कई यूरोपियन देशों ने तकनीक की मदद से लोगों को ट्रेस करना शुरू किया है।

रूस में हर कोई सर्विलांस पर, पल-पल की रिपोर्ट सरकार के पास
सीएनएन में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले दिनों इंटरनेट के माध्यम से संचालित होने वाले कई तकनीक को मंजूरी दी थी। अब कोरोनावायरस के खिलाफ छिड़ी जंग में सरकार ने इनका प्रयोग शुरू कर दिया है। सरकार मुसीबत की इस घड़ी में तकनीक की ताकत भी परख रही है। हर किसी को सर्विलांस पर रखा गया है। हालांकि, इसमें लोगों की निजता का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। मॉस्को में फेशियल रिकग्निशन सिस्टम लगाया गया है। 1 लाख 70 हजार सीसीटीवी कैमरोंकी मदद से हर किसी पर नजर रखी जा रही है। मॉस्को के पुलिस प्रमुख ओलेग बरानोव कहते हैं कि इसी तकनीक की मदद से पिछले कुछ दिनों में 200 से ज्यादा लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की गई है। मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन का कहना है कि इसके जरिए कई संदिग्ध संक्रमितों की पहचान हुई है। क्वारैंटाइन किए गए लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है। मोबाइल जियोलोकेशन की मदद से संक्रमित या संदिग्ध के संपर्क में आने वाले लोगों को भी आसानी से ट्रेस किया जा रहा है। ऐसे सभी लोगों को ट्रेस करते ही मोबाइल पर मैसेज भेजकर सतर्क रहने और क्वारैंटाइन होने को कहा जाता है। इसी की मदद से एक चाइनीज महिला को भी पकड़ा गया था जो बीजिंग से आई थी। उसकी पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन बाद में वह पॉजिटिव पाई गई थी। सर्विलांस की मदद से ही उसके संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान हो सकी।

मोबाइल जियोलोकेशन से भी काफी संक्रमितों की पहचान हुई है। सरकार ने इन्हें क्वारैंटाइन किया है।

इजरायल ने फोन, क्रेडिट कार्ड के जरिए कईयों को क्वारैंटाइन किया
तकनीक के मामले में इजरायल भी काफी आगे है। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक संदिग्धों की पहचान के लिए सभी के मोबाइल फोन और क्रेडिट कार्ड की जांच हुई। ऐसे जितने लोग भी विदेश यात्रा करके आए सभी को क्वारैंटाइन कर दिया गया। यही नहीं जियोलोकेशन की मदद से उन लोगों को भी क्वारैंटाइन किया गया जो इनके संपर्क में आए थे। क्वारैंटाइन किया गया संदिग्ध अगर नियमों को तोड़कर बाहर भी निकलता है तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग में अलर्ट मैसेज पहुंच जाता है। मंत्रालय ने लोगों को भरोसा दिलाते हुए यह भी स्पष्ट किया है कि किसी का डेटा लीक नहीं होगा। सभी डेटा 60 दिनों में अपने आप डिलीट हो जाएंगे। हालांकि, कुछ सामाजिक संगठनों ने इसके खिलाफ कोर्ट में याचिका भी दायर कर दी थी। जहां मंत्रालय ने बताया कि इसी तकनीक के जरिए 500 संदिग्धों की पहचान हुई। जिनमें करीब दस बाद में संक्रमित पाए गए। इसलिए इसे जारी रखा जाए।

साउथ कोरिया कार्ड ट्रांजैक्शन, फोन जियोलोकेशन का ले रहे सहारा
साउथ कोरिया सरकार की तरफ से संक्रमितों की पहचान के लिए हर किसी के क्रेडिट कार्ड ट्रांजैक्शन, फोन जियोलोकेशन पर नजर रखी जा रही है। सरकार ने सभी के नंबर सर्विलांस पर लगा दिए हैं। सीसीटीवी फुटेज निकाली जा रही है। इसके जरिए हर शख्स की ट्रैवेल हिस्ट्री, मेडिकल हिस्ट्री सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में मौजूद है। मंत्रालय ऐसे लोगों को स्क्रीनिंग करके आइसोलेट कर रही है जो संदिग्ध हैं या उनमें संक्रमण होने का खतरा है। जर्मनी, इटली, ऑस्ट्रिया जैसे कई यूरोपियन देशों ने भी अब इसी तरह तकनीक का सहारा लेना शुरू कर दिया है।

यूएस में काफी तेजी से संक्रमण फैला है। ट्रम्प सरकार जल्द ही तकनीक की मदद से लोगों को ट्रेस करने की तैयारी में है।

यूएस मेंलोगों को ट्रैक करने की तैयारी
इजरायल और रूस की तर्ज पर अब यूएस ने भी लोगों को ट्रैस करने की तैयारी शुरू कर दी है। वॉशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक सरकार ऐसे संदिग्धों को ट्रेस करेगी जिनकी मेडिकल और ट्रैवेल हिस्ट्री है। इसके साथ ही उनके संपर्क में आने वाले लोगों पर भी निगरानी रखने के लिए सरकार सर्विलांस का सहारा ले सकती है। हालांकि, इस प्रक्रिया का काफी विरोध हो सकता है। क्योंकि यह निजता के अधिकार के हनन में आएगा।



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रूस में लोगों पर नजर रखने के लिए 1 लाख 70 हजार हाईटेक सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। इसकी मदद से संदिग्धों को ट्रेस किया जा रहा है।