Thursday, March 12, 2020

अमेरिका के बयान के एक दिन बाद चीन ने कहा- कोरोनावायरस को वुहान लाने में यूएस आर्मी का हाथ होने की आशंका March 12, 2020 at 07:56PM

बीजिंग/वॉशिंगटन. चीन ने कोरोनावायरस को वुहान लाने में अमेरिकी सेना का हाथ होने की आशंका जताई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने गुरुवार रात ट्विटर पर कहा, “कोरोनावायरस पर अमेरिका पारदर्शी रवैया क्यों नहीं अपना रहा? ये भी तो हो सकता है कि ये वायरस अमेरिकी सेना की वजह से हमारे वुहान शहर तक पहुंचा हो।” झाओ के इस बयान के एक दिन पहले अमेरिका ने आरोप लगाया था कि चीन ने कोरोनावायरस पर एक्शन लेने में काफी देर कर दी। ट्रम्प प्रशासन ने ये भी कहा था चीन की लेटलतीफी के चलते ही कोरोनावायरस दूसरे देशों तक फैला। इस बीच, शुक्रवार को इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या 4983 तक पहुंच गई।

अमेरिका के एनएसए का आरोप
अमेरिका और चीन के बीच कोरोनावायरस पर आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर बुधवार को शुरू हुआ। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ’ब्रायन ने चीन पर सीधा हमला किया। कहा, “कोरोनावायरस पर चीन ने देर से एक्शन लिया। यही वजह है कि दुनिया दो महीने से इसके दुष्परिणाम झेल रही है। अगर ये दो महीने पहले ही पता लग जाता तो इससे निपटने की तैयारी की जा सकती थी।”

चीन को साजिश का शक
ओ’ब्रायन के बयान के बाद चीन का सख्त रुख सामने आया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान दो ट्वीट किए। कहा, “अमेरिका पारदर्शी रवैया क्यों नहीं अपनाता। उसने अपने हॉस्पिटल्स के नाम क्यों नहीं बताए। हो सकता है अमेरिकी सेना ही कोरोनावायरस को हमारे वुहान शहर लाई हो। अब आप अपना डेटा सार्वजनिक करें। अमेरिका हमसे क्यों सफाई चाहता है?” अमेरिका पर बेहद गंभीर आरोप लगाने वाले झाओ ने इससे जुड़ा कोई सबूत नहीं दिया।

अमेरिकी रवैया गैरजिम्मेदाराना
मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय के एक और प्रवक्ता गेंग शुआंग ने भी कोरोनावायरस पर अमेरिकी रवैये की आलोचना की थी। गेंग ने कहा था, “अमेरिकी अधिकारी कोरोनावायरस को लेकर जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं वो बेहद अनैतिक और गैरजिम्मेदाराना है। इस वक्त तो अमेरिका को अपनी ताकत इस वायरस के संक्रमण को रोकने और सहयोग बढ़ाने पर लगानी चाहिए। चीन पर आरोप लगाने से कुछ हासिल नहीं होगा।” बता दें कि कोरोनावायरस सबसे पहले चीन के वुहान शहर में ही सामने आया था। अब तक 111 देशों में इसका संक्रमण फैल चुका है। शुक्रवार सुबह 11 बजे तक दुनियाभर में कोरोनावायरस के कुल 1,34,769 मामले सामने आए थे। 4,983 लोगों की मौत हो चुकी है।



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यह फोटो वुहान का है। 10 मार्च को कोरोनावायरस के सफल इलाज के बाद लोगों को बस में उनके घर पहुंचाया गया। हॉस्पिटल के मेडिकल स्टाफ ने इन मरीजों को सैल्यूट किया।

Florida could be knockout punch for Sanders' 2020 campaign March 12, 2020 at 06:52PM

As the race for the Democratic nomination enters a penultimate phase, with Sanders' campaign on the brink of collapse and Biden's ascendant, attention is turning to places like Florida, which is holding its primary on Tuesday along with Ohio, Illinois and Arizona. Florida has 219 delegates, the biggest prize of next week's election.

Canada: Prime Minister Justin Trudeau's wife test positive for new coronavirus March 12, 2020 at 04:24PM

Canadian Prime Minister Justin Trudeau's wife has tested positive for the new coronavirus. Trudeau's office said Thursday night that Sophie Gregoire Trudeau is felling well and will remain in isolation.

Coronavirus: Impact of pandemic stretches from schools to world's leaders March 12, 2020 at 04:44PM

Schools shut down across much of Europe. Gatherings were canceled or banned from California to Germany. And the coronavirus reached directly into the world's centers of power Thursday, with politicians in Canada, Brazil, Spain and elsewhere either testing positive for the new virus or putting themselves in quarantine as fallout from the pandemic further upended daily life.

कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो की पत्नी संक्रमित, पीएम भी आईसोलेशन में रहेंगे; दुनिया में मौत का आंकड़ा 5 हजार के करीब March 12, 2020 at 05:04PM

टोरंटो.कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गई हैं। कनाडा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बयान जारी कर इसकी पुष्टि की। सोफी के साथ अब जस्टिन भी आईसोलेशन में रहेंगे। वो घर से सरकारी कामकाज संभालेंगे। सोफी मंगलवार को ही लंदन से लौटी थीं। इसके बाद से वो बीमार चल रहीं थीं। गुरुवार को उनकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। दूसरी तरफ, दुनियाभर में कोरोनावायरस से मरने वालों का आंकड़ा 4973 हो गया है। कुल 1,34,679 मामले अब तक सामने आए हैं।

सोफी की हालत अब बेहतर
कनाडा सरकार ने कहा, “सोफी की हालत अब पहले से बेहतर है। उन्हें जरूरी ऐहतियात बरतने को कहा गया है। डॉक्टर उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए हैं।” प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी एक बयान जारी किया। कहा, “प्रधानमंत्री स्वस्थ हैं। उनमें किसी तरह की बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं। डॉक्टरों ने उन्हें 14 दिन तक आईसोलेशन में रहने की सलाह दी है।” गुरुवार को कनाडा में 35 नये मामलों की पुष्टि होने से कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर अब 138 हो गई है।

स्पेन की मंत्री कोरोनावायरस से संक्रमित
स्पेन की मंत्री इरेन मोंटेरो भी कोरोना की चपेट में आ गई है। सरकार ने गुरुवार को बताया कि इक्वैलिटी मिनिस्टर मोंटेरो कोरोनावायरस संक्रमण की जांच में पॉजिटिव पाई गई हैं। मोंटेरो को उनके एक साथी, उपप्रधानंत्री कार्मेन काल्वो और पॉडेमस पार्टी के नेता पैबलो इग्लेसियास के साथ क्वारैंटाइन में रखा गया है। इसके बाद सरकार के सभी मंत्रियों से कोरोनावायरस की जांच कराने के लिए कहा गया है। अभी तक स्पेन में 2,200 लोगों में कोरोनावायरस संक्रमण होने की पुष्टि हुई है और 55 लोगों की मौत हो चुकी है।

इटली में मृतक संख्या एक हजार के पार
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इटली में कोरोनावायरस से मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को 1,016 हो गया। यहां अब तक कुल 15,113 लोग संक्रमित पाए गए हैं। चीन के बाद कोरोनावायस का सबसे ज्यादा असर इटली और ईरान में ही देखा गया है। इटली में इलाज के बाद 1,258 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। वहीं, दुनियाभर में कोरोनावायरस से मरने वालों का आंकड़ा 4973 हो गया है। कुल 1,34, 679 मामले अब तक सामने आए हैं।

डिज्नी ने फ्लोरिडा और पेरिस के थीम पार्क बंद किए
कोरोनावायरस के मद्देनजर डिज्नीवर्ल्ड ने अमेरिका केफ्लोरिडा और फ्रांस की राजधानी पेरिस के थीम पार्क बंद कर दिए हैं। वहीं, न्यूयॉर्क में 500 से ज्यादा लोगों के एक जगह जुटने पर सख्ती से रोक लगा दी गई है।

डब्ल्यूचओ ने कोरोनावायरस को महामारी घोषित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को कोरोनावारस को महामारी घोषित कर दिया। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस गेब्रेयोसियोस ने कहा कि कोरोना एक ही समय में दुनियाभर में फैल चुकी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से महामारी को रोकने के लिए तत्काल और आक्रामक कार्रवाई करने की अपील की।



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कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ पत्नी सोफी। (फाइल)

दुनियाभर में अभिवादन का तरीका बदला, ट्रम्प से लेकर ब्रिटेन के प्रिंस नमस्ते कर रहे March 12, 2020 at 04:13PM

वॉशिंगटन/लंदन. कोरोनावायरस से संक्रमण के खतरे ने दुनियाभर में लोगों के अभिवादन के तरीके को बदलने पर मजबूर कर दिया। लोग अब अपने पारंपारिक स्वागत के तरीकों को छोड़ को 'नमस्ते' और 'कोहनी' मिलाने जैसे दूसरे तरीके अपना रहे हैं। इसका असर आम लोगों पर ही नहीं, बल्कि राष्ट्रअध्यक्षों पर देखा जा रहा है। गुरुवार को वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर व्हाइट हाउस में ‘नमस्ते’कर एक दूसरे का भारतीय परंपरा से अभिवादन किया। उधर, बकिंघम पैसेल में भी प्रिंस चार्ल्स भी नमस्ते करते देखे गए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब मीडिया ने पूछा कि क्या वे हाथ मिलाएंगे, तब वराडकर ने हाथ जोड़कर नमस्ते किया और पत्रकारों को दिखाया कि कैसे वह राष्ट्रपति का अभिवादन करेंगे। ट्रम्प ने भी हाथ जोड़कर नमस्ते किया। इससे पहले ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो के कम्युनिकेशन हेड ने ट्रम्प से मुलाकात की थी। बाद में पाया गया कि वह कोरोनावायरस से संक्रमित थे। हालांकि, व्हाइट हाउस ने कहा कि ट्रम्प को कोरोनावायरस टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है।

इंग्लैंड : जगह- बकिंघम पैलेस, लंदन।

प्रिंस चार्ल्स और ब्रिटिश टीवी एंकर फ्लोएला बेंजामिन ने गुरुवार को नमस्ते कर एक दूसरे का अभिवादन किया।

जापान: जगह- प्रधानमंत्री आवास, टोक्यो।

प्रधानमंत्री शिंजे आबे और टोक्यो गवर्नर युरिको कोइके ने एक-दूसरे का इस तरह अभिवादन किया।

अमेरिका: जगह- अमेरिकी संसद।

हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की स्पीकर नैंसी पैलोसी और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर।

मैक्सिको: जगह- चर्च, मेक्सिको सिटी।

चर्च में प्रार्थना सभा के दौरान महिला ने एक व्यक्ति से हाथ मिलाने से इनकार दिया।


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व्हाइट हाउस में गुरुवार को डोनाल्ड ट्रम्प और आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वराडकर।

2100 तक 6 गुना तेजी से पिघलेगी अंटार्कटिका और ग्रीनलैंड की बर्फ, तटीय शहरों में रहने वाले 40 करोड़ लोगों पर खतरा March 12, 2020 at 04:03PM

वॉशिंगटन. 50 देशों के अंतरराष्ट्रीय संगठनों के वैज्ञानिकों ने 11 सैटेलाइट की मदद से किए विश्लेषण में दावा किया कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण अंटार्कटिका और ग्रीनलैंड की बर्फ तेजी से पिघल रही है। पिछले 25 सालों (1992 से 2017) में 6.4 हजार करोड़ टन बर्फ पिघली। इससे 0.7 इंच (17 सेंटीमीटर) समुद्र तल में इजाफा हुआ। वर्तमान बर्फ पिघलने की दर पिछले 25 सालों के मुकाबले 6 गुना अधिक है।

द आइसशीट मास बैलेंस इंटरकम्प्रेरीशन एक्सरसाइज के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2100 तक इतनी बर्फ पिघल जाएगी, जिससे समुद्र तल में 6.6 इंच तक बढ़ोतरी हो सकती है। इससे द्वीपों, तटीय शहरों के 40 करोड़ लोग खतरे में होंगे।

जीव जगत पर तबाही का खतरा रहेगा
जलवायु परिवर्तन के चलते ग्रीनलैंड की 60% बर्फ पिघल जाएगी, जबकि अंटार्कटिका की 40%। इसके बाद हर 100 साल में समुद्र का लेवल बढ़ता ही जाएगा। इससे तटीय कटाव, बाढ़ जैसी आपदाएं आएंगी। समूचे जीव जगत पर तबाही का खतरा रहेगा। कैलिफोर्निया स्थित नासा की जेट प्रोपुलसन लैबोलेटरी के एरिक आईविन्स ने जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से बर्फ के पिघलने और समुद्री तल बढ़ने का अध्ययन किया। उन्होंने बताया, कम्यूटर की मदद और सैटेलाइट से अध्ययन के आधार पर यह डाटा तैयार हुआ है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

2015 के पेरिस क्लाइमेट गोल में चेताया गया था कि 2300 तक समुद्री जलस्तर 4 फीट तक बढ़ जाएगा।

2300 तक 4 फीट बढ़ जाएगा जलस्तर
नेचर जरनल में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘सभी समुद्रों का जलस्तर बढ़ेगा। बर्फ पिघलने के अनुमान से अधिक तेजी से घट रही है। जाहिर है इससे सभी सागरों के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी।’’ 2015 के पेरिस क्लाइमेट गोल में वैज्ञानिकों ने चेताया था कि 2300 तक समुद्री जलस्तर 4 फीट तक बढ़ जाएगा। इससे संघाई से लेकर लंदन तक के शहरों और बंग्लादेश लेकर फ्लोरिडा, म्यांमार को खतरा हो सकता है।



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पिछले 25 सालों में 6.4 हजार करोड़ टन बर्फ पिघली।

डिप्रेशन-चिंता वाली महिलाओं के बच्चों पर भी असर संभव, आ सकती है मदद न करने और खुद को कम आंकने की भावना March 12, 2020 at 12:44PM

न्यूयॉर्क.भले ही वह कहती नहीं, यहां तक ​​कि अपनी चिंताओं को भी नहीं जताती, लेकिन मुझे पता है कि मेरी मां मेरी गलतियों की वजह से दु:खी, निराश या डिप्रेशन में हैं। जो बच्चे अपनी मां की मानसिक स्थिति को लेकर इस तरह के विचार रखते हैं या ऐसा महसूस करते हैं, वो खुद भविष्य में डिप्रेशन या चिंता का शिकार हो सकते हैं। यहां तक कि उनमें दूसरों की मदद न करने, असफलता और खुद को दूसरों से कम आंकने की भावना भी पनप सकती है। यह खुलासा न्यूयॉर्क की सदर्न मेथोडिस्ट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की रिसर्च में हुआ है। इसे फैमिली साइकोलॉजी जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

बच्चे नकारात्मक विचारों की तरफ चले जाते हैं

रिसर्च की लीड ऑथर और एसएमयू में साइकोलॉजी की प्रोफेसर डॉ. क्रिस्टिना कोरोस कहती हैं- जो बच्चे इस दोष को अपने ऊपर लेते हैं, वे नकारात्मक विचारों की तरफ चले जाते हैं। ऐसे में उन्हें पॉजीटिव उपचारों और दखल से फायदा पहुंचाया जा सकता है। हालांकि डिप्रेशन के उच्च स्तर वाली माताओं को इस जोखिम का सामना करना पड़ सकता है कि उनके बच्चे भी भविष्य में डिप्रेशन और चिंता का शिकार हो सकते हैं। रिसर्च के दौरान माताओं से भी यह आकलन करने के लिए भी कहा गया कि क्या उन्होंने अपने बच्चों में निराशा और घबराहट के लक्षण महसूस किए हैं। ज्यादातर महिलाओं ने हां में जवाब दिया। वहीं बच्चों को चार छोटे-छोटे सर्वे पूरा करने के लिए कहा गया।

विफलता और खुद को दूसरों से कम आंकने की भावना बढ़ना

डॉ. कोरोस कहती हैं- यदि बच्चे अपनी माताओं के संकेतों को समझकर व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह महसूस करते हैं, तो वे अपनी मां की स्थिति को बेहतर बनाने का प्रयास कर सकते हैं। भले ही प्रयास कोई तय तरीकों से न किए गए हो। लेकिन दूसरी तरफ बच्चे में असहयोग, विफलता और खुद को दूसरों से कम आंकने की भावना भी आ सकती है।

20-20 सवाल पूछे, 88% महिलाओं में मिले डिप्रेशन के लक्षण

रिसर्च के दौरान 13 साल से कम उम्र के बच्चों और महिलाओं से करीब 20-20 सवाल पूछे गए। इनके जो जवाब मिले उसके विश्लेषण के बाद करीब 88% महिलाओं में डिप्रेशन और चिंता के लक्षण पाए गए। इनमें से करीब 12% महिलाओं में तो डिप्रेशन काफी बड़े स्तर पर देखने को मिला। उनसे पूछे गए चुनिंदा सवाल ये थे - काम करने में मन नहीं लगता। अपनी सभी इच्छाओं को त्याग दिया है। किसी भी विशिष्ट काम को करने की इच्छा खत्म हो गई है। उनसे सिर्फ हां या ना में जवाब देने के लिए कहा गया था।



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प्रतीकात्मक फोटो।

प्लास्टिक सर्जरी करवाने वाली 50% युवतियां 26 से कम उम्र की, वजह- सुंंदर पति और तरक्की पाना March 12, 2020 at 08:05AM

बीजिंग.चीन में युवतियों के बीच कॉस्मेटिक सर्जरी का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। यहां युवतियां बड़ी आंखें, उठे हुए गाल, पतली नाक और छरहरे पैर पाने के लिए सर्जरी करा रही हैं। चाइना एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक एंड एस्थेटिक्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, तीन साल में प्लास्टिक सर्जरी करवाने वाले लोगों की संख्या 2 से 3 गुना बढ़ी है। 2017 में 1.63 करोड़ लोगों ने सर्जरी कराई। इनमें आधी से ज्यादा महिलाएं 26 साल से कम उम्र की हैं और ज्यादातर दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों की हैं। जबकि अमेरिका में कॉस्मेटिक सर्जरी कराने वाली युवतियों की संख्या 6% से कम है।

सर्जरी के लिए मिलता है लोन

विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी वजह सो-यंग और गेंगमेई जैसे एप हैं। ये एप सर्जरी से पहले और बाद के फोटो जेनरेट करते हैं। इन पर सर्जन भी बुक किए जा सकते हैं और सर्जरी के लिए आसानी से लोन भी मिल जाता है। गेंगमेई एप पर 3.6 करोड़ यूजर्स हैं और 20 हजार सर्जन हैं। सो-यंग पर हर महीने 24.7 लाख यूजर्स आते हैं और इस पर करीब 6 हजार सर्जन हैं।

सरकार1200 मुकदमे भी दर्ज कराए

कॉस्मेटिक सर्जरी के ट्रेंड पर रिसर्च कर चुके हांगकांग यूनिवर्सिटी में जेंडर स्टडीज विभाग के प्रो. ब्रेंडा एलेग्रे कहते हैं कि युवतियों में बढ़ती कॉस्मेटिक सर्जरी की बड़ी वजह यहां का पितृसत्तात्मक समाज है। यहां सुंदर होना यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि आप काम में सफल होंगे और आपको सुंदर पति मिलेगा। इसके अलावा यहां सर्जन बड़े ऑफर देते हैं। जैसे एक सर्जरी की कीमत में दो सर्जरी के ऑफर काफी लोकप्रिय हैं। यहां आंख को बड़ी दिखाने के लिए की जाने वाली सर्जरी महज 143 डॉलर में हो जाती है, जो आसपास के देशों की तुलना में काफी सस्ती है। लेकिन बड़ी समस्या यह है कि सभी सर्जरी सफल नहीं होती हैं। चीन ने इसके खिलाफ अभियान चलाकर 2772 गैरकानूनी प्लास्टिक सर्जरी के केस पकड़े थे। 1200 मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं।



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तीनों तस्वीर में एक ही महिला है। 30 साल की वु शियोचेन ने 16 साल में 100 से ज्यादा सर्जरी कराई हैं।

Covid 19: China suspends expeditions on its side of Mt Everest March 12, 2020 at 07:36AM

Will Italy's shutdown beat the coronavirus? March 12, 2020 at 06:08AM

Italian Prime Minister Giuseppe Conte says he is convinced that the swingeing measures taken by his government will succeed in containing Europe's worst novel coronavirus outbreak, which has seen more than 800 deaths and nearly 12,500 infections.

इंटरनेट के आविष्कारक ने कहा- महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है इंटरनेट, आधी से ज्यादा को झेलना पड़ता है दुर्व्यवहार March 12, 2020 at 04:56AM

लंदन. वर्ल्ड वाइड वेब (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के फाउंडर टिम बर्नस ली ने गुरुवार को कहा कि इंटरनेट अब महिलाओं के लिए नहीं रह गया है। डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू के 31वें जन्मदिवस के मौके पर उन्होंने एक खुला खत लिखा। उन्होंने बताया, ‘‘ इंटरनेट महिलाओं के खिलाफ दुर्व्यव्यहार के नए युग को बढ़ावा दे रहा है। मैं बहुत चिंतित हूं कि महिलाओं और लड़कियों को सबसे ज्यादा रंगभेद पर ऑनलाइन दुर्भावना का शिकार होना पड़ता है। इसके साथ ही समलैंगिक और अन्य हाशिए पर के समुदायों को भी दुर्व्यव्यहार का सामना करना पड़ता है।’’

विश्व प्रसिद्ध कंप्यूटर इंजीनियर के मुताबिकयह दुर्भावना इतनी ज्यादा फैलीहै कि लगभग आधी लड़कियों को ऑनलाइन हिंसा का सामना करना पड़ता है।इस भेदभाव को और हवा दी जा रही है। उन्होंने अपने फाउंडेशन के रिसर्च के हवाले से बताया कि इंटरनेट पर महिलाओं की तुलना में 21 प्रतिशत पुरुष ज्यादा मौजूद हैं। दुनिया के कम विकसित देशों में इनकी संख्या 52 प्रतिशत तक ज्यादा है। यह असमानता उनके ‘कांट्रेक्ट फॉर वेब’ अभियान के लिए खतरा है। यह अभियान उन्होंने एक साल पहले इंटरनेट पर फर्जी समाचार, असमानता, हेट कमेंट्स को लेकर शुरू किया था।



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वर्ल्ड वाइड वेब के फाउंडर टिम बर्नस ली। (फाइल)

अधिकतम 20° सेल्सियस तापमान वाले देशों में सबसे ज्यादा असर, पारा 30° होते ही वायरस का असर खत्म होने की उम्मीद March 12, 2020 at 03:51AM

नई दिल्ली.कोरोनावायरस (कोविड-19) का प्रकोप दुनियाभर में छाया हुआ है। आंकड़े बताते हैं कि अधिकतम 20° सेल्सियस तापमान वाले देशों में इसका सबसे ज्यादा असर है।पारा 30° होते ही वायरस का असर खत्म होने की उम्मीद की उम्मीद की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि26° सेल्सियस से ज्यादा तापमान पर कोविड-19 काप्रभाव कम हो जाता है।कोविड-19 एक फ्लू वायरस है और सामान्य तौर पर ऐसे वायरस ठंडे और शुष्क माहौल में पनपते हैं। लोगों के छींकने और खांसने की बूंदेठंडे और शुष्क माहौल में ज्यादा फैलती हैं।30° सेल्सियस से ज्यादा तापमान पर ये वायरस नहीं पनपते हैं।

कोरोनावायरस से दुनिया के 110 देशों में 4,632 लोग मारे गए हैं और 1,26,200 व्यक्ति संक्रमित हैं।सबसे ज्यादा मामले चीन, इटली, ईरान, जापान, स्पेन और अमेरिका में आ चुके हैं।तापमान के लिहाज से देखें तो चीन में जनवरी, फरवरी में ठंड होती है।मार्च में चीन का अधिकतम तापमान 12 से 14°सेल्सियस रहता है। इटली में 13 से 16° सेल्सियस तो ईरान में अधिकतम तापमान 20°सेल्सियस तक नहीं पहुंच पाया है। वहीं, जापान और अमेरिका में अधिकतम तापमान 13 से 17° सेल्सियस ही है।

अफ्रीका के हालात

अफ्रीका महाद्वीप इस वायरस से लगभग अछूता है।जहां यूरोप के सभी 44 देश इस वायरस से संक्रमित हैं। वहीं, अफ्रीका के 54 देशों में केवल चार देशों में ही संक्रमण के मामले आए हैं।ऐसे में सवाल उठता है कि क्या ज्यादा तापमान वायरस को अफ्रीका में नहीं फैलने दे रहा?अफ्रीका में अभी तक अल्जीरिया, मिस्र,नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीकामें ही कोरोनावायरस के मामले आए हैं। दक्षिण अफ्रीका को छोड़करबाकी देश इस महाद्वीप के उत्तरी गोलार्ध में स्थित हैं। अफ्रीका उत्तरी और दक्षिणी दोनों गोलार्ध में है। इसलिए यहां पर गर्मी और ठंड एक ही समय होते हैं। मार्च में उत्तरी गोलार्ध में ठंडियों का मौसम होता है तो दक्षिणी गोलार्ध में गर्मियां पड़ती हैं। वहीं, जून में ठीक इसके उलट होता है।हालांकि, देश के अधिकांश हिस्से में साल भर गर्मी ही रहती है।

कनेक्टिविटी का भी असर

अफ्रीका के कई देशों की कनेक्टिविटी अन्य देशों से ज्यादा नहीं है।करीब 20 लाख चीनी नागरिक अफ्रीका में रहते हैं। इसके साथ अफ्रीकी नागरिक भी पढ़ाई और व्यावसाय के सिलसिले में चीन जाते रहते हैं। जब चीन में कोरोनावायरस फैला तो वहां से अफ्रीकीदेशों के बीच दिन की केवल आठ फ्लाइट ही संचालित थीं। हालांकि,दक्षिणी अफ्रीका में अन्य देशों की तुलना में ज्यादा कनेक्टिविटी है। अफ्रीका के दक्षिणी गोलार्ध में स्थित होने के बावजूद यहां संक्रमण के 17 मामले पाए गए हैं।

भारत मेंगर्मियां में कोरोना का प्रकोप खत्म होने की संभावना
अमेरिका के सीडीसी (सेंट्रल फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) विभाग ने कहा है कि अभी इस बात का कोई पुख्ता सुबूत नहीं है कि तापमान वास्तव में इस वायरस पर कोई प्रभाव डालता है। हालांकि, तापमान बढ़ने से वातावरण इस वायरस के फैलने के अनुकूल नहीं होता है। वर्तमान में भारत में कई शहरों का अधिकतम तापमान 26° सेल्सियस से ऊपर ही है। अभी भारत में संक्रमण उस स्तर पर नहीं फैला है। अधिकतर संक्रमित लोग देश से बाहर ही इसकी चपेट में आए और वापस आने पर उनका पता चला। ऐसे में संभावना है कि गर्मियों के बढ़ने पर भारत में कोरोना का प्रकोप खत्म हो जाएगा।

सार्स पर तापमान का सकारात्मक असर पड़ा था
2003 में सार्स (सार्स सिवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम)वायरस के प्रकोप के समय पाया गया था कि हॉन्गकॉन्गमें तापमान 1° सेल्सियस बढ़ने पर संक्रमण के मामलों में 3.6% की कमी आती थी। सार्स का प्रकोप आठ महीनों तक चला था, लेकिन जैसे ही गर्मियां आईं तो वायरस का प्रसार थम गया। हालांकि, कोविड-19 सार्स से थोड़ाअलग है, लेकिन तापमान का इस परसमान असर ही है।



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Coronavirus South Africa Latest News Updates; Can Heat or Hot Weather Stops Coronavirus

Algeria registers first coronavirus death March 12, 2020 at 02:25AM

Algeria has registered its first death from the novel coronavirus, the health ministry announced on Thursday. No further details on the death were provided in the ministry statement, cited by the official APS press agency.

EU slams US for 'unilaterally' imposing travel ban March 12, 2020 at 01:50AM

स्पेशल जेट और बंकर बुक करवा रहे, ताकि हालात बिगड़ने पर उड़कर उनमें रहने जा सकें March 11, 2020 at 11:50PM

न्यूयॉर्क/लंदन. कोरोनावायरस महामारी 120 देशों में फैल चुकी है और इसका असर दुनिया भर के लोगों पर देखे जाने लगा है। अमेरिका, यूके और यूरोपीय देशों के अमीर तो इससे बचने के लिए प्राइवेट जेट, बंकर या अंडर ग्राउंड शेल्टर होम बुक करवा रहे हैं। ताकि संकट बढ़ने पर खुद को अलग-थलग कर सकें। कुछ ने तो इसके लिए अपने स्पेशल जेट को तैयार रहने के लिए कहा है ताकि आसानी से इन जगहों के लिए उड़ान भरी जा सके।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन अमीरों ने अपने जेट में इलाज के लिए पर्सनल डॉक्टर और नर्स रखने की भी तैयारी कर रहे हैं ताकि परिवार के सदस्यों को संक्रमित होने पर वे इलाज कर सकें। इसके लिए ये हार्ले स्ट्रीट लंदन समेत दुनिया भर के डॉक्टरों के संपर्क में हैं। साथ ही यह निजी कोरोनावायरस टेस्ट की मांग भी कर रहे हैं।

प्राइवेट कोरोनावायरस टेस्ट की मांग भी कर रहे
- लंदन स्थित हार्ले स्ट्रीट के एक प्राइवेट क्लीनिक के चीफ एग्जीक्यूटिव और मेडिकल डायरेक्टर मार्क अली ने बताया कि दुनिया भर के अमीरों से हमारे पास इस तरह की डिमांड आ रही है। वे हमसे प्राइवेट टेस्ट की मांग कर रहे हैं। ऐसा कर पाना हमारे लिए संभव नहीं है, क्योंकि डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड सोशल केयर ने यह अनिवार्य किया है कि सभी टेस्ट एनएचएस और पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड द्वारा ही किए जाएंगे।
- हार्ले स्ट्रीट क्लीनिक स्थित एक अन्य क्लीनिक के कर्मचारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि ऐसे मरीजों के लिए दूसरे देशों से प्राइवेट कोरोनावायरस टेस्ट किया जा सकता है या फिर इनके नमूने को टेस्ट के लिए दूसरे देश भेजा सकता है। अली ने बताया कि उनके क्लाइंट कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए भी कह रहे हैं। हालांकि, वे यह जानते हैं कि वैक्सीन को बनने में अभी एक साल से ज्यादा का वक्त लग सकता है।

प्राइवेट जेट की बुकिंग बढ़ी

  • प्राइवेट जेट बुकिंग सर्विस प्राइवेटफ्लाइ के चीफ एग्जीक्यूटिव एडम ट्विडेल ने बताया कि कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों से अमीरों की सबसे ज्यादा डिमांड आ रही है। वे आपात स्थिति में घर से सुरक्षित जगह ले जाने के लिए जेट बुक करना चाहते हैं। प्राइवेटफ्लाइ सर्विस के लंदन और अमेरिका में मुख्यालय हैं।
  • ट्विडेल ने बताया कि इटली में लॉकडाइन के बाद डिमांड ज्यादा बढ़ी है। यूके और अन्य यूरोपीय देशों से बाहर निकलने के लिए हमारे क्लाइंट्स फ्लाइट्स कीएडवांस बुकिंग चाहते हैं। वे इसकी कोई भी कीमत देने के लिए तैयार हैं। बता दें कि एक हफ्ते से इटली पूरी तरह से लॉकडाउन है। यहां 6 करोड़ लोगों को घरों में रहने के आदेश दिए गए हैं।

प्राइवेट एयरपोर्ट लॉन्ज चाहते हैं कुछ अमीर
अरबपतियों के लिए प्राइवेट जेट की व्यवस्था करने वाली कंपनी क्वेंटसेंसअली ने बताया कि जो लोग प्राइवेज जेट का खर्चा नहीं उठा सकते वे प्राइवेट एयरपोर्ट लॉन्ज में ठहरने के लिए करार करना चाहते हैं।क्वेंटसेंसअली ने बताया कि उनके एक सदस्य ने अपने घर को मिलिट्री स्टाइल बंकर में तब्दील कर दिया है। कोई भी व्यक्ति तब तक नहीं जा सकता जब तक कि वह पूरी तरह से जानकारी नहीं दे देता।

बंकर और अंडरग्राउंड शेल्टर के लिए भी पूछताछ बढ़ी
कैलिफोर्निया स्थित अंडरग्राउंड कंन्स्ट्रक्शन करने वाली कंपनी विवोस ग्रुप ने बताया कि उन्हें पिछले एक हफ्ते से बंकर और अंडरग्राउंड शेल्टर को खरीदने को लेकर लेकर लोग फोन और ईमेल कर रहे हैं। विवोस ने अमेरिका के साउथ डिकोटा में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद 575 कांक्रीट के बंकर बनाए थे। एक बंकर में 80 लोग रह सकते हैं।



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अमेरिका के दक्षिण डाकोटा स्थित आर्मी का बंकर। प्रतीकात्मक फोटो।

वुहान में संक्रमण का मामला सिंगल डिजिट तक पहुंचा, 24 घंटे में केवल 8 नए केस; चीन के बाहर अब तक 1460 मौतें March 11, 2020 at 10:50PM

वॉशिंगटन/रोम/बीजिंग. चीन के वुहान शहर से फैला कोरोनावायरस (कोविड-19) अब तक 110 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। वहीं, यहां लगातार कोरोना के मामलों में कमी देखी जा रही है। पहली बार वुहान में संक्रमण का मामला सिंगल डिजिट तक पहुंच गया। बुधवार को यहां केवल 8 नए मामले दर्ज किए गए हैं। चीन के हेल्थ कमीशन ने गुरुवार को बताया कि देश में बुधवार को 15 नए मामले सामने आए और 11 लोगों की मौत हुई।

हेल्थ कमीशन के मुताबिक, चीन में अब तक संक्रमण के 80,793 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 3,172 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दुनियाभर में 4,632 लोग मारे गए हैं और 1,26,200 व्यक्ति संक्रमित हैं। हुबेई प्रांत और वुहान में लगभग 5 करोड़ लोग अभी भी लॉक डाउन हैं।

एशिया में कोरोनावायरस

भारत
भारत में अब तक कोरोनावायरस के 73 मामले सामने आ चुके हैं। सरकार ने कोरोनावायरस को लेकर नए निर्देश जारी कर दिए हैं। बुधवार को जारी आदेश के मुताबिक, 13 मार्च को शाम 5.30 बजे (12 जीएमटी) से अगले 35 दिन के लिए दुनिया के किसी भी देश के हर व्यक्ति के वीजा रद्द कर दिए गए हैं। सिर्फ डिप्लोमैटिक और एम्प्लॉयमेंट वीजा को छूट दी गई है। सरकार ने साफतौर पर कहा है कि अगर जरूरी न हो तो भारतीयों को विदेशों में जाने से बचना चाहिए। भारत में रह रहे सभी विदेशियों के वीजा वैध बने रहेंगे।

द.कोरिया
कोरिया सेंटर्स फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, 24 घंटे में यहां संक्रमण के 114 नए मामले सामने आए हैं, जबकि पांच लोगों की मौत हुई है। देश में अब तक 7,869 मामलों की पुष्टि हुई है और 66 लोगों ने जान गवाईं हैं। वहीं, अब तक 333 लोग ठीक हो चुके हैं। द.कोरिया ने देश में अपने चार स्तरीय वायरस ‘रेड लेवल’ की चेतावनी जारी की हुई है। यहां का सबसे ज्यादा प्रभावित शहर डेगू है, जहां संक्रमण के 5,867 मामले हैं।

यूरोप में कोरोना की स्थिति

इटली
यूरोपीय देशों में सबसे ज्यादा प्रभावित देश इटली है। यहां 12,462 लोग संक्रमित हैं और 827 लोगों की मौत हो चुकी है। इटली के प्रधानमंत्री गिउसेप कोंटे ने देश के सभी दुकानों, कॉफी बार, पब, रेस्तरां और ब्यूटी सैलून को बंद करने की घोषणा की है। साथ ही प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को छुट्टी लेने या घर से काम करने की अपील की है। सरकार ने पूरे देश को मंगलवार को लॉकडाउन कर दिया। इसके बाद देश के करीब 6 करोड़ लोग अपने घरों में बंद हैं। लोगों के बिना कारण घर से निकलने पर रोक है।

डब्ल्यूचओ ने कोरोनावायरस को महामारी घोषित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को कोरोनावारस को महामारी घोषित कर दिया। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस गेब्रेयोसियोस ने कहा कि कोरोना एक ही समय में दुनियाभर में फैल चुकी है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से महामारी को रोकने के लिए तत्काल और आक्रामक कार्रवाई करने की अपील की।

उन्होंने कहा कि हमने पहले कभी कोरोनोवायरस जैसी महामारी नहीं देखी है। साथ ही कहा कि ऐसा महामारी नहीं देखी जिसे एक ही समय में नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब तक दुनिया के 114 देशों में संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 90% मामले केवल चार देशों में हैं। इनमें चीन और कोरिया शामिल है।



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Coronavirus Italy USA | Coronavirus Today Latest News Updates On Total Confirmed Cases and Death Toll In China Italy Iran USA and World
दक्षिण कोरिया में स्वास्थ्यकर्मी सफाई करते।

California bans mass gatherings to slow spread of coronavirus March 11, 2020 at 09:44PM

California is banning mass gatherings of 250 people or more until the end of March in response to the coronavirus outbreak, the office of governor Gavin Newsom said late on Wednesday. The health experts in the state advised that smaller events could be held if organizers implemented social distancing of six feet (two metres) per person, the governor's office said hin a statement.