Thursday, October 15, 2020

प्रेसिडेंट साई इंग-वेन ने कहा- चना मसाला और नान पसंद, हमारा देश भाग्यशाली है कि यहां भारतीय खाना मिलता है October 15, 2020 at 08:04PM

ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन को भारतीय भोजन खाना पसंद है। उन्होंने गुरुवार को खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया- ताइवान लकी है कि यहां पर कई भारतीय रेस्टोरेंट है। ताइवान के लोग उन्हें पसंद करते हैं। मैं हमेशा चना मसाला और नान खाना पसंद करती हूं। वहीं चाय मुझे भारत की मेरी यात्रा की याद दिलाता है। भारत एक वाइब्रेंट और कलरफुल देश है। उन्होंने ट्विटर यूजर्स से अपना पसंदीदा भारतीय भोजन बताने के लिए भी कहा।

अपनी ट्वीट के साथ वेन ने एक भारतीय थाली की तस्वीर भी पोस्ट की। इसमें चावल, नान, सलाद और कुछ दूसरे भारतीय व्यंजन नजर आ रहे थे। पास में ही एक स्टील की प्याली में चाय भी रखी थी। वेन पहले भी कुछ मौकों पर भारत की तारीफ कर चुकी हैं।

तीन दिन पहले भारतीय फॉलोवर्स की तारीफ की थी
वेन ने 13 अक्टूबर को अपने भारतीय फॉलोवर्स की तारीफ की थी। उन्होंने ट्वीट किया था- मेरे सभी भारतीय दोस्तों को नमस्ते। मुझे ट्विटर पर फॉलो करने के लिए आप सभी का शुक्रिया। आप की शुभकामनाएं मुझे भारत में बिताए गए समय की याद दिलाती है। आपके यहां की ऐतिहासिक इमारतें, आपकी संस्कृति औरअच्छे लोग कभी भुलाए नहीं जा सकते। मैं वहां बिताए गए वक्त को हमेशा मिस करती हूं।

##

चीन के खिलाफ ताइवान के साथ है भारत

चीन बीते कुछ समय से ताइवान को परेशान करने की कोशिश कर रहा है। चीनी फाइटर जेट और पोत ताइवान की सीमा में घुस आते हैं। भारत ने ताइवान का समर्थन किया है। भारत के साथ ही क्वाड देशों के दूसरे तीन सदस्य, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने भी चीन की इन हरकतों पर नाराजगी जाहिर की है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन कई मौकों पर भारत की तारीफ कर चुकी हैं। फोटो पांच महीने पहले की है। उस समय उन्होंने ताइपे में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। -फाइल फोटो

Malaysia's Ibrahim faces police probe over bid to become PM October 15, 2020 at 07:57PM

पाकिस्तान के गुजरांवाला में विपक्षी दलों की मेगा रैली आज; आंदोलन को कुचलने के लिए फौज और सरकार साथ आए October 15, 2020 at 07:03PM

पाकिस्तान में फौज की मदद से सत्ता पाने वाले प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। आज यहां विपक्षी दलों का संगठन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएम) रैली करने जा रहा है। यह रैली देश के सबसे बड़े राज्य पंजाब के गुजरांवाला में हो रही है। विपक्ष के आंदोलन को कुचलने के लिए सरकार और फौज साथ आ गए हैं। 400 से ज्यादा नेताओं को हिरासत में ले लिया गया है। यहां लोगों के जुटने पर रोक लगा दी गई है। सड़कों पर कंटेनर और बैरिकेड लगा दिए गए हैं।

गुजरांवाला में क्या हालात हैं
शुक्रवार सुबह से विपक्षी दलों के समर्थक और नेता जिन्ना स्टेडियम पहुंचने लगे हैं। रैली यहीं होनी है। इमरान सरकार में मंत्री शिबली फराज ने इस बारे में कहा- विपक्षी दलों को मैं चैलेंज करता हूं कि वे स्टेडियम को भरकर दिखाएं। यहां पांच से ज्यादा लोगों के जुटने पर पाबंदी है। लेकिन, सरकार के कई मंत्री पहले ये मान चुके हैं कि अगर भीड़ को रोका गया तो हालात बिगड़ सकते हैं और हिंसा हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो यह इमरान के साथ फौज के लिए भी दिक्कत होगी।

हर राज्य में आंदोलन
पंजाब के कई शहरों के बाद विपक्षी दल पीओके, सिंध, गिलगिट-बाल्टिस्तान और कराची में रैली करेंगे। इमरान सरकार और फौज की दिक्कत ये है कि तमाम विपक्षी दल एकजुट हैं। इसके अलावा पीडीएम का प्रमुख धार्मिक और सियानी नेता मौलाना फजल-उर-रहमान को बनाया गया है। उनके लाखों समर्थक हैं। लिहाजा, सरकार या फौज को कोई भी सख्त कदम उठाने से पहले दस बार सोचना होगा।

फौज की तैनाती के आदेश
रैली से दो दिन पहले पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने पंजाब सरकार के सिक्योरिटी चीफ को लेटर लिखा। इसमें कहा- रैली के लिए सुरक्षा प्रबंध करना जरूरी है। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएं ताकि किसी प्रकार की हिंसा या भगदड़ न हो। माना जा रहा है कि गुजरांवाला के जिन्ना स्टेडियम में विपक्ष के कार्यकर्ता 20 अक्टूबर तक जमे रह सकते हैं।

सभी बड़े नेताओं का भाषण होगा
नवाज शरीफ इस रैली को लंदन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। रैली में विपक्ष के वे तमाम बड़े नेता हिस्सा लेंगे जो इस वक्त जेल से बाहर हैं। मौलाना फजल-उर-रहमान के अलावा बिलावल भुट्टो जरदारी, मरियम नवाज, पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी और यूसुफ रजा गिलानी इसमें शामिल होंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
गुरुवार रात गुजरांवाला के जिन्ना स्टेडियम में मौजूद पाकिस्तान मुस्लिम लीग के समर्थक। ये पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरिमय नवाज का कट आउट लेकर आए थे। शुक्रवार को होने वाली रैली को नवाज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। बिलावल भुट्टो और मौलान फजल-उर-रहमान भी इसमें हिस्सा लेंगे।

जयशंकर ने कहा- दोनों देशों की बातचीत जारी, लेकिन कुछ चीजें सीक्रेट हैं, रिश्तों की बुनियाद हिली तो नतीजे दोनों को भुगतने होंगे October 15, 2020 at 06:04PM

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-चीन सीमा विवाद पर चल रही चर्चा पर बात की। गुरुवार को ब्लूमबर्ग इंडिया इकोनॉमिक फोरम में जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है, लेकिन इसमें कुछ चीजें सीक्रेट हैं, लिहाजा किसी भी तरह का पूर्वानुमान लगाने की कोशिश न करें। अगर रिश्तों की बुनियाद हिली, तो खामियाजा भी दोनों देशों को भुगतना होगा।

जयशंकर ने यह भी कहा कि बीते 3 दशकों से भारत-चीन संबंधों की मजबूती इस बात से आंकी जाती रही है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर कितनी शांति है। समस्या कभी भी भारत ने पैदा नहीं की। सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देश लगातार बातचीत कर रहे हैं।

‘किसी तरह का अंदाजा न लगाएं’
मॉडरेटर के यह पूछे जाने पर कि भारत-चीन की बातचीत का क्या नतीजा निकलेगा, इस पर जयशंकर ने फिर कहा कि काम प्रगति पर है। बातचीत जारी है, लेकिन कई चीजें कॉन्फिडेंशियल हैं। अभी सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहना सही नहीं होगा। एलएसी से सटे इलाकों में सैन्य टुकड़ी तैनात की गई है। इससे पहले बीते महीनों में ऐसा नहीं किया गया।

जयशंकर के मुताबिक, दोनों देशों (भारत-चीन) के बीच व्यापार के समेत कई मुद्दे आते हैं। इनकी बेहतरी का आकलन एलएसी पर शांति से किया जाता है। सीमा पर शांति बनी रहे, इसके लिए दोनों देशों ने 1993 में कई समझौते किए थे। अगर हम इन समझौतों का सम्मान नहीं करेंगे तो यह रिश्ते बिगड़ने का प्रमुख कारण रहेगा।

15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने कंटीले तार से भारतीय जवानों पर हमला किया था। इसमें हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के 40 सैनिक मारे गए थे, पर उसने कभी पुष्टि नहीं की। गलवान के बाद दोनों देशों के बीच 7 दौर की बातचीत हो चुकी हैं, पर लद्दाख से सेना हटाने को लेकर अब तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला।

भारत-चीन सीमा विवाद पर आप ये खबरें भी पढ़ सकते हैं...
1. गलवान झड़प के 80 दिन बाद पहली बैठक:चीन ने कहा- सीमा विवाद के लिए भारत पूरी तरह जिम्मेदार, भारत की दो टूक- एलएसी पर सेना बढ़ाना समझौते का उल्लंघन
​​​​​​​
2. लद्दाख में तनाव कम करने की कोशिश:भारत-चीन के विदेश मंत्रियों की बैठक में 5 पॉइंट पर सहमति; बातचीत जारी रखते हुए सैनिक हटेंगे, माहौल बिगाड़ने वाली कार्रवाई नहीं होगी​​​​​​​



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फोटो 9 सितंबर की है। मॉस्को में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक में भारत, रूस और चीन के विदेशमंत्रियों की मुलाकात हुई थी।

टाउन हॉल में शामिल हुए ट्रम्प और बाइडेन; मुश्किल सवालों से बचते नजर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प October 15, 2020 at 05:47PM

अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव की दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट रद्द होने के बाद शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रम्प और जो बाइडेन ने टाउन हॉल में हिस्सा लिया। दोनों टाउन हॉल अलग-अलग हुए और इनका टेलिकास्ट भी अलग-अलग चैनलों पर किया गया। ट्रम्प हमेशा की तरह आक्रामक अंदाज में नजर आए। हालांकि, जब मॉडरेटर ने उनसे मुश्किल सवाल किए तो वे इन्हें टालते दिखे। वहीं, बाइडेन ने आत्मविश्वास से सवालों के जवाब दिए।

पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट 29 सितंबर को हुई थी। दूसरी 15 अक्टूबर को होनी थी। यह रद्द हो चुकी है। तीसरी और आखिरी डिबेट 22 अक्टूबर को होनी है। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला कमिशन ऑफ प्रेसिडेंशियल डिबेट यानी सीपीडी लेगा।

ट्रम्प ने सिर्फ वोट मांगे
टाउन हॉल के लिए मियामी पहुंचे ट्रम्प सिर्फ एक राग अलापते नजर आए- मुझे वोट दें क्योंकि मैंने अमेरिका को फिर से ताकतवर बनाया है। दरअसल, ट्रम्प उन वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्होंने अब तक यह फैसला नहीं किया है कि वोट किसे देना है। हालांकि, वे विस्तार से यह नहीं बताते कि उन्होंने किस तरह अमेरिका को बेहतर बनाया।

वैक्सीन जल्द आएगा
कोरोनावायरस के सवाल पर ट्रम्प कुछ असहज दिखे। हालांकि, फिर खुद को संभाला और कहा- वैक्सीन बहुत जल्द आ जाएगी। आपको मैं यह भरोसा दिलाता हूं कि चीन प्लेग (कोविड-19) के खिलाफ हम बेहतर तरीके से जंग लड़ रहे हैं। इसके अलावा अमेरिकी इकोनॉमी भी मजूबत स्थिति में है। सच्चाई ये है कि अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि वैक्सीन कब आएगी। 2 लाख 15 हजार से ज्यादा अमेरिकी महामारी के चलते जान गंवा चुके हैं। गुरुवार को ही करीब 60 हजार नए मामले सामने आए और इसी दौरान 1 हजार से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ दिया।

कुछ सवालों के जवाब ही नहीं दिए
करीब एक घंटे के टाउन हॉल में ट्रम्प ने कुछ सवालों के जवाब देना मुनासिब नहीं समझा। मास्क को लेकर सवाल वे टाल गए। ओबामाकेयर को हटाने की बात तो कही, लेकिन ये नहीं बताया कि इसकी जगह कौन सा बिल लेकर आएंगे और लाए तो उसमें क्या नया होगा। इसी तरह इमीग्रेशन बिल पर भी डीटेल देने से बचते दिखे। अबॉर्शन बिल पर भी यही रुख रहा जबकि मॉडरेटर सेवनेह गुथायर ने कई बार इससे जुड़े सवाल किए। अपनी तारीफ करने में ट्रम्प पीछे नहीं रहे। कहा- हमने अमेरिकी इतिहास की सबसे बड़ी टैक्स रियायत दी। नए जॉब्स दिए। आने वाला साल बहुत बेहतर होगा।

बाइडेन ने क्या कहा?
डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन का नजरिया हर मुद्दे पर साफ दिखा। उन्होंने कहा- पर्यावरण के मुद्दे का अमेरिका से भी सीधा संबंध है। इसे हम दरकिनार नहीं कर सकते। ट्रांसजेंडर्स भी इसी देश के नागरिक हैं। उन्हें भी बराबरी का हक मिलना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति पर कहा- हम नए जजों की नियुक्ति का विरोध नहीं कर रहे। हमारी मांग सिर्फ इतनी है कि चुनाव में तीन हफ्ते से भी कम वक्त बचा है। लिहाजा, नए जज की नियुक्ति नई सरकार को करनी चाहिए।

वैक्सीन से दिक्कत नहीं
कोरोनावायरस को काबू करने के मुद्दे पर उन्होंने ट्रम्प की आलोचना की। साथ ही ये भी माना कि वैक्सीन लगवाने से उन्हें कोई गुरेज नहीं है। बाइडेन ने दावा किया कि 4 से 8 रिपब्लिकन सीनेटर्स ऐसे हैं जो उनका (डेमोक्रेट्स) के एजेंडे को सही मानते हैं और भविष्य में इस पर साथ देंगे। डेमोक्रेट कैंडिडेट ने कहा- हम अश्वेतों को पहले से बेहतर ज्युडिशियल सिस्टम देंगे। इसके अलावा उनके आर्थिक हालात बेहतर करने के लिए नई योजनाएं शुरू करेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
गुरुवार रात (भारत में शुक्रवार सुबह) मियामी में एक टाउन हॉल के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प।

हजारों यूजर्स के ट्विटर हैंडल अचानक सस्पेंड हुए, दो घंटे बाद सेवाएं दोबारा चालू हुईं; कंपनी ने कहा- इंटरनल प्रॉब्लम की वजह से दिक्कत आई, अब सब ठीक October 15, 2020 at 05:40PM

सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर को गुरुवार तकनीकी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोग अपने पोस्ट और अकाउंट पर हुए अपडेट नहीं देख पा रहे थे। कई लोगों ने प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल नहीं कर पाने की शिकायत की। करीब दो घंटे तक ऐसी स्थिति बनी रही। इसके बाद कंपनी ने दोबारा अपनी सेवाएं री स्टोर कर दी।

लोगों की शिकायतें मिलने पर कंपनी ने ट्वीट किया- आप लोगों में से बहुत सारे लोगों के लिए ट्विटर डाउन है। हम इसके दोबारा बैकअप और सभी के लिए चालू करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी इंटरनल सिस्टम में कुछ दिक्कतें हैं। सुरक्षा में सेंध या हैकिंग के कोई सबूत हमें नहीं मिले हैं।

समय से पहले हुए बदलाव की वजह से दिक्कत आई

ट्विटर ने तकनीकी खराबियों को दूर करने के बाद ट्वीट किया- आप में से ज्यादा लोगों ने दोबारा ट्वीट करना शुरू कर दिया गया होगा। हमारे सिस्टम में प्लान से पहले हुए एक बदलाव की वजह से यह समस्या हुई थी, जिससे हमारे ज्यादातर सर्वर पर असर पड़ा। हम ट्विटर को नॉर्मल करने के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं। उम्मीद है कि सभी चीजें एक से दो घंटे में पूरी तरह से सुलझ जाएगी। हम आपके धैर्य की सराहना करते हैं।

##

बीते दो साल में तीन बार डाउन हो चुका है ट्विटर
ट्विटर बीते एक साल में तीन बार डाउन हो चुका है। पिछली बार जुलाई 2019 में एक घंटे तक यूजर्स इसी तरह से ट्वीट नहीं कर पाए थे। फरवरी 2019 में भी ऐसा हो चुका है। ट्विटर हैकिंग का भी शिकार हो चुका है। इस साल जुलाई में कई नामी हस्तियों के ट्विटर अकाउंट हैक कर लिए गए थे। जिनके ट्विटर अकाउंट्स हैक हुए थे, उनमें माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स, अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा शामिल थे। हैकर्स ने इन अकाउंट्स से ट्वीट कर क्रिप्टोकरंसी फ्रॉड को अंजाम दिया था।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Thousands of users' Twitter handles were suddenly suspended, two hours after services were resumed; The company said - the problem was due to internal problem, now everything is fine

New Zealand to vote on legalizing marijuana and euthanasia October 15, 2020 at 06:04PM

A "yes" vote on both referendums would arguably make the nation of 5 million one of the more liberal countries in the world. Polls indicate the euthanasia referendum is likely to pass while the result of the marijuana measure remains uncertain.

With eye on China, Japan's Suga seeks tighter ties with Vietnam, Indonesia October 15, 2020 at 05:37PM

Japan's new leader will aim to beef up security ties when he visits Vietnam and Indonesia next week amid concerns about Beijing's growing assertiveness, but is likely to steer clear of the harsh anti-China rhetoric used by US counterparts.

सेना के काफिले पर एक दिन में दो हमले, 20 सैनिकों की मौत; आर्मी पर 5 महीने में 4 अटैक हुए October 15, 2020 at 05:02PM

पाकिस्तान में गुरुवार शाम फौज के दो काफिलों को निशाना बनाया गया। इनमें 20 सैनिकों के मारे जाने की खबर है। पहला हमला नॉर्थ वजीरिस्तान जबकि दूसरा खैबर पख्तूनख्वा इलाके में हुआ। मारे गए सैनिकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। क्योंकि, ज्यादातर सैनिकों की हालत गंभीर बताई गई है।

पांच महीने में पाकिस्तानी सैनिकों के काफिले पर यह चौथा हमला है। कुल मिलाकर इनमें 50 से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं। ग्वादर का हमला तो सरकार और सैनिकों के लिए चिंता का बड़ा कारण है। यहां पाकिस्तान और चीन मिलकर पोर्ट बना रहे हैं। यह इलाका बलूचिस्तान और नॉर्थ वजीरिस्तान की सीमा पर है।

फौज ने जारी किया बयान
‘द ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तानी फौज की मीडिया विंग (डीजी आईएसपीआर) ने सिर्फ नॉर्थ वजीरिस्तान में हुए हमले की जानकारी दी है। इसके मुताबिक, यहां हुए हमले में एक अफसर समेत 6 सैनिक मारे गए। हमला राजमक गांव में हुआ। तब सैनिकों की गाड़ियों का काफिला पेट्रोलिंग के बाद कैम्प लौट रहा था।

दूसरे हमले की जानकारी नहीं दी
पाकिस्तानी फौज के मीडिया विंग ने शुक्रवार सुबह तक खैबर में हुए दूसरे हमले की जानकारी नहीं दी। जबकि यह हमला ज्यादा घातक था और इसमें 14 सैनिकों के मारे जाने की खबर है। इसमें को कमांडर लेवल के अफसर भी शामिल बताए गए हैं। बताया जाता है कि सैनिकों की एक गाड़ी ओरमारा में मौजूद गैस एंड ऑयल प्लांट से लौट रही थी। तभी इसे आईईडी के जरिए उड़ा दिया गया। बताया जाता है कि इस दौरान सैनिकों और हमलावरों के बीच काफी देर तक गोलीबारी भी हुई। सैनिक खुली जगह पर थे, जबकि हमलावर ओट में थे।

इमरान ने रिपोर्ट मांगी
घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने आर्मी चीफ जनरल बाजवा से फोन पर बातचीत की। उनसे घटना का ब्योरा लिया। सैनिकों की दो कंपनियां मौके पर रवाना की गई हैं। बलूचिस्तान में पाकिस्तानी फौज पर पिछले महीनों में कई हमले हुए हैं। लेकिन, खैबर और वजीरिस्तान में इस तरह के हमले नई बात हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फोटो गुरुवार शाम की है। पाकिस्तान के नॉर्थ वजीरिस्तान में सेना के काफिले पर हमला हुआ। इसमें 6 सैनिक मारे गए। हमले के दौरान सैनिकों की गाड़ी जल गई।

While Boris Johnson sinks, Rishi Sunak is on the rise October 15, 2020 at 04:30PM

फ्रांस में बीते 24 घंटे में 30 हजार संक्रमित मिले, यहां कर्फ्यू लागू कराने के लिए 12 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती होगी; दुनिया में 3.91 करोड़ केस October 15, 2020 at 04:26PM

दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.87 करोड़ से ज्यादा हो गया है। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 91 लाख 49 हजार 291 से ज्यादा हो चुकी है। मरने वालों का आंकड़ा 10.96 लाख के पार हो चुका है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।

फ्रांस में बीते 24 घंटे में 30 हजार 621 संक्रमित मिले। यह महामारी शुरू होने के बाद से अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। गृह मंत्री गेराल्ड डर्मेनियन ने शुक्रवार को कहा कि शनिवार से देश के सभी प्रमुख शहरों में कर्फ्यू कड़ाई से लागू कराया जाएगा। इसके लिए 12 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। । देश में अब तक 8 लाख 9 हजार 684 संक्रमित मिले हैं और 33 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। बीते बुधवार को राजधानी पेरिस समेत 8 राज्यों में कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया गया था।

इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 82,16,315 2,22,717 53,20,139
भारत 73,65,509 1,12,146 64,48,658
ब्राजील 51,70,996 1,52,513 45,99,446
रूस 13,54,163 23,491 10,48,097
स्पेन 9,72,958 33,553 उपलब्ध नहीं
अर्जेंटीना 9,49,063 25,342 7,64,859
कोलंबिया 9,36,982 28,457 8,26,831
पेरू 8,59,740 33,577 7,64,750
मैक्सिको 8,34,910 85,285 6,08,188
फ्रांस 8,09,684 33,125 1,04,082

अमेरिका: प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट कमला हैरिस ने सभी दौरे टाले

अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के कैंपेन के कम्युनिकेशन डायरेक्टर और उनकी फ्लाइट का एक स्टाफ संक्रमित मिले हैं। हैरिस की कैंपेन मैनेजर जेन ओ मैली डिलोन ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कमला इस स्टाफ के संपर्क में नहीं आई थी। उन्हें क्वारैंटाइन होने की जरूरत नहीं है। हालांकि, सावधानी बरतते हुए उन्होंने अपनी सभी यात्राएं टाल दी हैं। स्टाफ के संक्रमित मिलने के बाद कमला ने दो बार टेस्ट कराया है। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है।

जर्मनी: सरकार का कर्फ्यू लगाने से इनकार

जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने बुधवार रात साफ कर दिया कि संक्रमण की दूसरी लहर के बावजूद देश में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। मर्केल ने एक बयान में कहा- इसमें कोई दो राय नहीं कि हम महामारी के दौर में है और स्थिति अब गंभीर हो चुकी है। हम चाहते हैं कि संक्रमितों का पता लगाकर उनका इलाज किया जा सके। देश के सभी संबंधित हेल्थ ऑर्गनाइजेशन इस काम में साथ दे रहे हैं। हर रोज मामले बढ़ रहे हैं। इकोनॉमी की फिक्र है, इसलिए दूसरा लॉकडाउन नहीं लगा सकते, जैसा दूसरे यूरोपीय देश कर रहे हैं।

जर्मनी की राजधानी बर्लिन के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर टेस्टिंग के लिए इंतजार करते बच्चे।

अर्जेंटीना: संक्रमितों का आंकड़ा 9.49 लाख से ज्यादा
अर्जेंटीना में बीते 24 घंटे में 17 हजार 96 नए संक्रमित मिले। इसके साथ ही देश में अब संक्रमितों का आंकड़ा 9 लाख 49 हजार 063 हो गया है। गुरुवार को यहां 421 लोगों की मौत होने के साथ मौतों का आंकड़ा 25 हजार 342 हो गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। अब तक 7 लाख 64 हजार 859 लोग ठीक हुए हैं। सरकार ने कहा है कि बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोरोना से जुड़ी पाबंदियां कड़ी करने की योजना बनाई जा रही है।

अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स के अस्पताल में कोरोना संक्रमित के इलाज में जुटे डॉक्टर।


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फ्रांस की राजधानी पेरिस के अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज में जुटे डॉक्टर्स। देश में संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद 8 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है। -फाइल फोटो

दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट रद्द होने के बाद आज टाउन हॉल करेंगे ट्रम्प और बाइडेन; स‌र्वे में पिछड़ते दिख रहे ट्रम्प कोई नया बहाना बना सकते हैं October 15, 2020 at 03:11PM

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन गुरुवार की रात अलग-अलग टाउन हॉल कार्यक्रम करेंगे। टेलिकास्ट भी अलग-अलग चैनलों पर होगा। ट्रम्प मियामी में वोटर्स के सवालों का जवाब देंगे। एनबीसी, एमएसएनबीसी और सीएनबीसी चैनल इसे लाइव टेलिकास्ट करेंगे। एक घंटे के इस प्रोग्राम को सेवने गुथायर मॉडरेट करेंगी। दूसरी तरफ, बाइडेन का टाउन हॉल फिलाडेल्फिया के नेशनल कांस्टीट्यूशन सेंटर में 90 मिनट चलेगा। एबीसी चैनल पर इसे जॉर्ज स्टिफनपॉलस मॉडरेट करेंगे।

पहले गुरुवार की रात ट्रम्प और बाइडेन की प्रेसिडेंशियल डिबेट होने वाली थी। कमिशन ऑफ प्रेसिडेंशियल डिबेट (सीपीडी) ने ट्रम्प के संक्रमित होने की वजह से इसे वर्चुअल कराने का ऐलान किया था। हालांकि, ट्रम्प के वर्चुअल डिबेट में शामिल होने से इनकार करने के बाद यह बहस ही रद्द कर दी गई थी।

बाइडेन पर आई रिपोर्ट का जिक्र हो सकता है
ट्रम्प कैंपेन की ओर से मेल-इन-बैलट के कलेक्शन और काउंटिंग सीमित करने के लिए मामला दायर किया गया था। पेनसिल्वेनिया के जज ने बीते हफ्ते इस मुकदमे को खारिज कर दिया। फेसबुक और ट्विटर बुधवार को बाइडेन के बारे में अपुष्ट दावे करने वाली न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के खिलाफ नजर आए। दोनों ने इस रिपोर्ट को कम दिखाने या सीधे-सीधे ब्लॉक करने की बात कही। टाउन हॉल प्रोग्राम में यह मुद्दे उठाए जा सकते हैं।

अब भी ट्रम्प के कई टारगेट बाकी हैं
चुनाव में तीन हफ्ते से भी कम वक्त बाकी है। ट्रम्प के अभी भी कई टारगेट बचे रह गए हैं। वे अब यह बताना चाह रहे हैं कि कई चीजें उनके मुताबिक नहीं हुईं। उन्होंने राहत के लिए स्टीम्यूलेशन बिल लाने की कोशिश की। यह भी पास नहीं हो सका। ट्रम्प अपने गुस्से को काबू में रखने पर भी फोकस करेंगे। क्योंकि, इससे अंदाजा लगाया जा सकेगा कि वह अगर हारते हैं तो कैसे रिएक्ट करेंगे।

प्रेसिडेंशियल डिबेट की तरह होगा टाउन हॉल
प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट इस बार एक मंच शेयर नहीं करेंगे। हालांकि दोनों का टाउन हॉल प्रोग्राम अलग-अलग नेटवर्क पर एक ही रात एक ही समय में होगा। यह करीब-करीब इसी महीने हुई पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट की तर्ज पर होगा। बाइडेन को चुनावी बढ़त मिलती नजर आ रही है। वे बिना किसी बाहरी इवेंट के राष्ट्रपति चुनाव की रेस में आगे निकलने की उम्मीद कर रहे हैं।

क्या ट्रम्प बाइडेन पर नाराजगी जाहिर करेंगे?
ट्रम्प चाहते हैं कि बाकी बचे वक्त में वे जितनी रैलियां कर सकते हैं, उतनी जरूर करें। वे शोरगुल में खुद को डुबाना चाह रहे हैं। देखना होगा कि क्या ट्रम्प अपनी नाराजगी और तीखे हमलों से बाइडेन को फीका साबित करने की कोशिश करते हैं या नहीं। ट्रम्प पहली डिबेट में ऐसा कर चुके हैं। हालांकि, ऐसे बर्ताव के बाद ट्रम्प के कुछ समर्थक भी उनसे नाराज हो गए थे।

अपनी नाकामी से ध्यान भटकाना चाहते हैं ट्रम्प
टाउन हॉल शुरू होने से एक दिन पहले रिपब्लिकन बाइडेन और उनके बेटे हंटर पर आई एक रिपोर्ट को लेकर चर्चा कर रहे हैं। यह रिपोर्ट ट्रम्प के रिपब्लिकन साथियों की शह पर सामने आई है। इसमें इस बात के कोई सबूत नहीं है कि पूर्व उप राष्ट्रपति ने कुछ गलत किया है। ट्रम्प इसे मुद्दा बना रहे हैं। वे ऐसा करके कोरोना से निपटने में अपनी नाकामी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।
रिपोर्ट को लेकर कई तरह के सवाल किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति के खुद का इतिहास अपने ऑफिस का प्रभाव दिखाने का रहा है। इसके बावजूद ट्रम्प एक तथ्यहीन रिपोर्ट में राजनीतिक मौका खोज रहे हैं। उन्होंने बुधवार को आयोवा की रैली में भी इसका जिक्र किया।

सवालों को नजरअंदाज करने पर ट्रम्प को नुकसान
अगर ट्रम्प टाउन हॉल में वोटर्स के सवालों को नजरअंदाज करते हैं, बाइडेन पर कीचड़ उछालने की कोशिश करते हैं, तो इसका नुकसान उन्हें ही होगा। वे अन-डिसाइडेड वोटर्स (किसी पार्टी का समर्थन नहीं करने वाले वोटर्स) को नाराज कर सकते हैं। इन वोटर्स के लिए संकट की इस घड़ी में हंटर बाइडेन फिक्र की वजह नहीं हैं। ऐसा करने पर सवाल उठेगा कि क्या ट्रम्प अपने चुनावी नतीजों को सुधारने के लिए गलत या संदेह वाली जानकारी दे रहे हैं। चार साल पहले ट्रम्प ने इसके खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर रूस से हिलेरी क्लिंटन के सर्वर से ईमेल खोजने की चुनौती दी थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बुधवार को डेस मोइंस में एक रैली को संबोधित करते हुए।