Monday, August 31, 2020

इस साल अब तक 22 स्पेस व्हीकल लॉन्च कर चुका, 40 का टार्गेट है; चीन की सेना के कंट्रोल में है यह मिशन August 31, 2020 at 07:52PM

चीन लगातार अंतरिक्ष में अपनी ताकत बढ़ा रहा है। सेना को आधुनिक बनाने के साथ ही वह अंतरिक्ष पर दबदबा बनाना चाहता है। 2018 और 2019 में सबसे ज्यादा लॉन्चिंग करने के बाद इस साल अभी तक वह 22 स्पेस व्हीकल लॉन्च कर चुका है। चीन का टार्गेट इस साल 40 स्पेश मिशन पूरा करना है। सबसे बड़ी बात यह है कि कई थिंक टैंक के दावे में सामने आया है कि यह महात्वाकांक्षी प्रोग्राम चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के कंट्रोल में हैं। हालांकि, चीन इस बात को कभी नहीं मानता है।

पिछले साल 584 अरब रुपए का बजट था
2019 में चीन के स्पेस प्रोग्राम का बजट आठ अरब डॉलर ( करीब 584 अरब रुपए) का था। केवल अमेरिका ही उससे आगे है। पिछले साल चीन को कुछ उपलब्धियां भी हासिल हुईं। चीन ने अपना चांग-ई-4 रोवर चांद के अंधेरे वाले हिस्से में उतारा था।

नैविगेशन टाइमिंग सिस्टम तैयार कर रहा
हाल ही में 23 जून को चीन ने अपना आखिरी बीडू सैटेलाइट लॉन्च किया है। चीन अपने नागिरकों और सेना के लिए एक नैविगेशन टाइमिंग सिस्टम तैयार कर रहा है। इस सिस्टम में करीब 30 बीडू सैटेलाइट हैं, जो ऑर्बिट पर घूम रहे हैं। इस सिस्टम से उसे रियल-टाइम नैविगेशन, और किसी भी भी लोकेशन के बारे में पता चलेगा।

चीन की स्पेस फोर्स भी है
अमेरिका के एक थिंक टैंक जेम्सटॉउन फाउंडेशन ने 19 अगस्त को एक वेबिनार में चीन के स्पेस प्रोग्रामों को लेकर चिंता जताई थी। इसमें बताया गया कि चीन ने अपनी स्पेस फोर्स 2015 में बनाई थी। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। सिर्फ अमेरिका ने दिसंबर 2019 को अपनी स्पेस फोर्स की आधिकारिक घोषणा की थी। चीन स्पेस में काउंटर करने की ताकत बढ़ा रहा है। वह दूसरे देशों की सैटेलाइट को प्रभावित करने के लिए सैटेलाइट जैमर और एंटी सैटेलाइट बनाने का काम कर रहा है।

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यह फोटो चीन के रोवर चांग-ई-4 की है। चीन ने इसे पिछले साल चंद्रमा के अंधेरे हिस्से में उतारा था।- फाइल फोटो

बाइडेन ने कहा- ट्रम्प आग से लड़ने के बजाए उसे देखना पसंद करते हैं, ट्रम्प का जवाब- बाइडेन दंगाइयों के साथ मिले हैं August 31, 2020 at 06:54PM

अमेरिका में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, आरोपों का दौर तेज हो गया है। अब ओरेगन राज्य के पोर्टलैंड में हुई हिंसा पर राजनीति शुरू हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन एक-दूसरे को इसका जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बीबीसी की खबर के मुताबिक बाइडेन ने पिट्सबर्ग में अपनी कैम्पेन स्पीच के दौरान कहा, ‘‘आग जल रही है और हमारे पास एक ऐसा राष्ट्रपति है जो आग की लपटों से लड़ने के बजाए उसे देखना पसंद करता है। लेकिन, हमे जलना नहीं है, हमें निर्माण करना है।’’

बाइडेन दंगाइयों से मिले हुए हैं: ट्रम्प
ट्रम्प ने यह भी कहा कि हिंसा और विनाश की जो लहर हमने देखी है, वह ज्यादातर बाइडेन की पार्टी के नेतृत्व वाले राज्यों में हुई है। डेमोक्रेटिक पार्टी आग में घी डालने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि दंगाई और बाइडेन एक तरफ हैं।

ट्रम्प ने कहा- एक घंटे में पोर्टलैंड की समस्या निपटा दूंगा
ट्रम्प ने कहा कि कई शहरों से करीब 200 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वह एक घंटे में पोर्टलैंड की समस्या निपटा सकते हैं, लेकिन वहां के मेयर तैयार नहीं है। शायद इसके पीछे राजनीतिक कारण है।

शनिवार रात हुई थी हिंसा
पोर्टलैंड में शनिवार रात ब्लैक लाइव्स मैटर के प्रदर्शनकारी और ट्रम्प समर्थक आमने सामने आ गए थे। इस दौरान हुई हिंसा में एक ट्रम्प समर्थक की मौत हो गई थी। ट्रम्प ने इस रैली में शामिल लोगों को महान देशभक्त बताया है। उन्होंने शहर के डेमोक्रेटिक मेयर को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।

जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से चल रहे प्रदर्शन
25 मई को अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से पोर्टलैंड पुलिस क्रूरता और नस्लवाद के खिलाफ प्रदर्शनों का एक प्रमुख स्थान बन गया है। ट्रम्प ने रविवार को हिंसा में मारे गए व्यक्ति का नाम लिखते हुए उन्होंने ट्वीट किया," रेस्ट इन पीस, जे"। हालांकि, पुलिस ने अभी तक मारे गए व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया है।

ट्रम्प ने पोर्टलैंड के मेयर को मूर्ख कहा
ट्रम्प ने पोर्टलैंड में हुई हिंसा पर वहां के मेयर टेड व्हीलर को भी आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि पोर्टलैंड एक मूर्ख मेयर के रहते कभी नहीं ठीक हो सकता। उन्होंने कहा कि अगर मेयर हालात नहीं संभाल पाते तो हमको आना होगा। ट्रम्प मंगलवार को विस्कांसिन के केनोशा शहर भी जा सकते हैं। यहां पर पुलिस ने एक अश्वेत जैकब ब्लेक को हाल ही में सात गोलियां मारी थीं।

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डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडेन अपने कैंपेन के लिए पिट्सबर्ग पहुंचे। उन्होंने ट्रम्प पर हिंसा को उकसावा देने के आरोप लगाए हैं।

Strong typhoon sweeping over Japan's southernmost islands August 31, 2020 at 06:29PM

Warnings issued for the area around Okinawa, home to US military bases, said strong gusts could cause some homes to collapse and extremely high tides were a risk as well. The Japanese meteorological agency said Typhoon Maysak was expected to later make landfall on Kyushu, Japan's southern main island.

ट्रम्प ने कहा- एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन फेज-3 के ट्रायल में पहुंची, 30 हजार लोगों पर ट्रायल होगा; दुनिया में 2.56 करोड़ केस August 31, 2020 at 04:00PM

दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 2 करोड़ 56 लाख 21 हजार 925 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 79 लाख 22 हजार 92 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 लाख 54 हजार 229 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी 68 लाख 45 हजार 604 मरीज ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन फेज-3 के ट्रायल पर पहुंच गई है। जल्द ही फेज-3 की दूसरी वैक्सीनों के साथ ही इसे भी अनुमति मिलेगी। हम वो काम कर रहे हैं, जिसको लोग असंभव मानते थे।’’ एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने विकसित किया है। कंपनी ने कहा कि फेज-3 के ट्रायल में अमेरिका में 80 जगहों पर लगभग 30 हजार वॉलंटियरों को शामिल किया जाएगा। अमेरिका में दो कंपनियों मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन भी फेज-3 के ट्रायल पर हैं। दोनों कंपनियां 30 हजार वॉलंटियरों पर ट्रायल कर रही हैं।

इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 62,11,682 1,87,736 34,55,941
ब्राजील 39,10,901 1,21,515 30,97,734
भारत 36,87,939 65,435 28,37,377
रूस 9,95,319 17,176 809,387
पेरू 6,47,166 28,788 4,55,457
साउथ अफ्रीका 6,27,041 14,149 5,40,923
कोलंबिया 6,15,168 19,663 4,59,475
मैक्सिको 5,95,841 64,158 4,12,580
स्पेन 4,62,858 29,094 उपलब्ध नहीं
अर्जेंटीना 4,17,735 8,660 3,01,195

जापान: भारत के लिए इमरजेंसी लोन बढ़ाया
जापान ने कोरोना महामारी से लड़ने को भारत के लिए इमरजेंसी लोन बढ़ाया है। जापान ने सोमवार को कहा कि उसने 50 अरब येन (करीब 34 अरब रुपए) का इमरजेंसी लोन बढ़ाया है। इस लोन पर सालाना 0.01% का ब्याज होगा और यह 15 साल के लिए होगा। जापान में अब तक 67 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और एक हजार से ज्यादा की जान गई है।

जापान के तोशिमान पार्क में मास्क पहनकर पहुंची युवतियां। महामारी के चलते इस पार्क को 94 सालों में पहली बार बंद किया गया था। अब इसे फिर से खोला गया है।

इजराइल: 2576 नए मामले
इजराइल में 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 2576 नए मामले आए और 20 की जान गई। यहां अब तक 1 लाख 16 हजार 596 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 939 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में गंभीर मरीजों की संख्या 437 है। अब तक 95 हजार 9 लोग ठीक भी हो चुके हैं। माहामारी के चलते देश में बेरोजगारी बढ़ गई है। फरवरी में जहां बेरोजगारी दर 3.9% थी, वहीं अब यह बढ़कर 20.7% हो गई है। इसके चलते भी लोग नेतन्याहू सरकार से नाराज हैं।

इजराइल के येरूशलम में पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ प्रदर्शन करते लोग। यहां लॉकडाउन के सख्त नियमों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं।

ब्राजील: अब तक 1.21 लाख लोगों की मौत
ब्राजील में कोरोना से अब तक 1.21 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। यहां पिछले 24 घंटे में 553 लोगों की मौत हुई। यह लगातार पांचवां दिन है जब एक हजार से कम मौतें हुई हैं। यहां एक दिन में 45 हजार 961 नए मामले आए। देश में अब तक 39 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। यहां सबसे ज्यादा प्रभावित साओ पाउलो में मौतों का आंकड़ा 30 हजार के पार हो गया है।



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व्हाइट हाउस में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प। अमेरिका में अब तीन कंपनियों की वैक्सीन फेज-3 के ट्रायल पर हैं।

कई राज्यों में बैलेट से वोट देने के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख चुनाव के करीब तक, वोटों के रद्द होने का खतरा August 31, 2020 at 02:43PM

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में मतदाताओं के पास बैलेट से वोट करने का विकल्प है। देश के 50 में से 35 राज्यों में वोटर चुनाव के इतने करीब तक बैलेट के लिए आवेदन कर सकते हैं कि उसका समय से चुनाव अधिकारी के पास वापस पहुंचना संभव नहीं है।

इनके पास आवेदन करने और अधिकारी तक बैलेट पहुंचने में 12 या उससे कम दिन का समय रहेगा। पोस्टल सर्विस की तरफ से कहा गया है कि दोनों तरफ की डिलीवरी में 14 दिनों तक का समय लग सकता है। 2018 के मध्यावधि चुनाव के दौरान करीब एक लाख 14 हजार वोटों को देरी से आने की वजह से रद्द किया गया था।

हालांकि, अगर वोटर अंतिम समय का इंतजार नहीं करते हैं तो उनके पास बैलेट से वोट करने के लिए पर्याप्त समय होगा। नॉर्थ कैरोलिना में 4 सितंबर से बैलेट भेजने शुरुआत होगी। लोगों के पास पूरे 60 दिनों का समय रहेगा। अलबामा में 9 जबकि केंटकी में 15 सितंबर से प्रक्रिया शुरू होगी।

मिनेसोटा में एक दिन पहले तक बैलेट के लिए आवेदन कर सकते हैं

  • 16 राज्य में बैलेट के लिए आवेदन करने और उसे वापस पहुंचने के लिए 6 या कम दिनों का समय मिलेगा। जॉर्जिया, अलबामा, जैसे राज्य शामिल।
  • 19 राज्य में 12 दिनों तक का समय रहेगा। बैलेट के आवेदक तक पहुंचने में 6 दिन तक का समय लग सकता है। फ्लोरिडा, वर्जीनिया जैसे राज्य।
  • 6 राज्य में इस प्रक्रिया के लिए 14 या उससे ज्यादा दिनों का समय रहेगा। न्यू मैक्सिको, अलास्का, लोवा, न्यूयॉर्क, मैरिलैंड और रोड आईलैंड शामिल।
  • 9 राज्य के सभी रजिस्टर वोटरों को बिना आवेदन के बैलेट भेजे जाएंगे। इसमें नेवादा, कैलिफोर्निया, कोलोरैडो, वॉशिंगटन जैसे राज्य शामिल हैं।

चुनाव के दिन ही आते हैं सबसे ज्यादा बैलेट

चुनाव के दिन अधिकारियों के पास 20% तक बैलेट आते हैं। अगले दिन भी भारी मात्रा में बैलेट पहुंचने का सिलसिला जारी रहता है, लेकिन इन्हें रद्द करना पड़ता है। पूर्व चुनाव अधिकारी मिस पैट्रिक्स ने बताया कि लोकल चुनाव अधिकारियों के लिए बड़े तादाद में बैलेट को संभालना बड़ी चुनौती होती है।



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इस बार चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन के बीच मुकाबला है। (फाइल)

फिलीपींस के विदेश मंत्री ने कहा- चीन साउथ चाइना सी के हमारे इलाके में घुसा तो हम मदद के लिए अमेरिका को बुलाएंगे August 31, 2020 at 04:03AM

चीन के साउथ चाइना सी में दबदबा कायम करने की कोशिशों के खिलाफ फिलीपींस खुलकर सामने आ गया है। फिलीपींस के विदेश मंत्री टियोडोरो लॉक्सिन जूनियर ने रविवार को कहा- चीन अगर साउथा चाइना सी के हमारे इलाके में फिलीपींस के पोतों पर हमला करेगा तो हम अमेरिका की मदद लेंगे। हम अमेरिका के साथ हुए रक्षा समझौते का इस्तेमाल करेंगे। इस क्षेत्र में हमारे पोत गश्त जारी रखेंगे। इससे पहले चीन ने साउथ चाइना सी में स्पार्टली आईलैंड के पास फिलीपींस के पोतों की मौजूदगी पर आपत्ति जताई थी।

अमेरिका और फिलीपिंस में 1951 में रक्षा समझौता हुआ था। इसके तहत हमला होने की स्थिति में दोनों देश एक दूसरे की मदद कर सकते हैं। रोड्रिगो दुर्तेते के राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार फिलीपींस ने चीन से बचने के लिए अमेरिका से हुए समझौते का इस्तेमाल करने की बात कही है।

थिटु आईलैंड को लेकर है चीन और फिलीपींस में विवाद

साउथ चाइना सी में फिलीपिंस और चीन के बीच थिटु आईलैंड को लेकर लंबे समय से विवाद है। थिटु आईलैंड को चीन अपना हिस्सा बताता है, वहीं फिलीपींस इस पर अपना हक होने की बात कहता है। इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल ने 2016 में थिटु आइलैंड को फिलीपींस का हिस्सा बताया था। इसके बावजूद चीन की नेवी फिलीपींस के मछुआरों को इस समुद्री क्षेत्र में आने से रोकते हैं।

2019 में थिटु आईलैंड के पास दिखे चीन के 257 जहाज

फिलीपींस सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल चीन के 257 से ज्यादा कॉमर्शियल जहाज करीब 657 बार थिटु आइलैंड के पास नजर आए थे। चीन की नेवी के वॉरशिप और चीन के मैरिटाइम लॉ इनफोर्समेंट फोर्स के जहाज भी इस इलाके में देखे गए हैं। फिलीपींस की नौसेना चीन की नेवी के मुकाबले कमजोर है। यही वजह है कि चीन अक्सर उसके जहाजों और पोतों के लिए यहां दिक्कतें खड़ी करता है।

साउथ चाइना सी में 5 देशों को परेशान करता है चीन

दक्षिण चीन सागर में चीन 5 छोटे देशों को अक्सर परेशान करता है। इनमें फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताईवान और ब्रुनेई शामिल हैं। ये सभी देश साउथ चाइना सी को अपना बताते हैं। हालांकि, इसके 80% हिस्से पर चीन का कब्जा है। चीन ने इस क्षेत्र में आर्टिफिशयल आईलैंड बना लिए हैं। इस क्षेत्र में चीन ने कई सैन्य ठिकाने भी तैयार कर लिए हैं।



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साउथ चाइना सी में वुडी आइलैंड पर गश्त करती चीन के नौसैनिक। चीन इस क्षेत्र में फिलीपिंस समेत चार देशों के समुद्री इलाके पर अपना दावा करता है। - फाइल फोटो

जर्मनी में लेबनान के राजदूत मुस्तफा अदीब प्रधानमंत्री के रूप में नामित; विरोध के बाद 11 अगस्त को पीएम हसन दियाब ने इस्तीफा दे दिया था August 31, 2020 at 03:23AM

जर्मनी में लेबनान के राजदूत मुस्तफा अदीब को देश का नया प्रधानमंत्री नामित किया गया। लेबनान की राजधानी बेरुत में 4 अगस्त को हुए धमाके के चलते प्रधानमंत्री हसन दियाब ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया था। न्यूज एजेसी सिन्हुआ के मुताबिक, अदीब 128 में से 90 वोट हासिल करने में सफल रहे हैं।

रविवार को हुई बैठक में अदीब को पूर्व प्रधानमंत्रियों का भी साथ मिला। अदीब ने बाबदा पैलेस में राष्ट्रपति मिशेल एउन से मुलाकात के बाद सोमवार को कहा- यह देश के लिए काम करने का समय है। लेबनान में एक बार फिर उम्मीद कायम करने के लिए सभी पार्टियों को मिलकर काम करना होगा।

उन्होंने कहा- लोग अपने वर्तमान और भविष्य को लेकर चिंतित हैं। उम्मीद है कि हम देश के विकास और तेजी से सुधार के लिए पेशेवर लोगों के साथ सरकार बना सकेंगे।

धमाके के बाद लोगों ने प्रधानमंत्री हसन दियाब के विरोध में कई दिनों तक प्रदर्शन किया था। इसके बाद उन्होंने कैबिनेट के साथ 11 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था। वे जनवरी में देश का प्रधानमंत्री बने थे। लोगों ने उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। राष्ट्रपति मिशेल एउन ने नई कैबिनेट के गठन तक दियाब की सरकार को केयर टेकर की भूमिका में बने रहने के लिए कहा था।

कौन हैं अदीब
जर्मन मीडिया डीडब्ल्यू के मुताबिक, अदीब 2013 से जर्मनी में लेबनान के राजदूत हैं। वे पूर्व प्रधानमंत्री नजीब मिकाती के सलाहकार भी रह चुके हैं। लेबनान की राजनीतिक और संप्रदाय व्यवस्था के तहत केवल सुन्नी मुसलमान ही पीएम बन सकता है।

2750 टन अमोनियम नाइट्रेट में धमाका हुआ था

बेरुत पोर्ट पर शिपमेंट में 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट में धमाका हुआ था। इसमें 190 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 6500 लोग घायल हो गए थे। धमाका इतना तेज था कि इसकी धमक 240 किलोमीटर दूर तक महसूस की गई थी। इस हादसे में 3 बिलियन डॉलर (22,540 करोड़ रु.) का नुकसान हुआ था। साथ ही शहर के तीन लाख लोग बेघर हो गए थे।



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मुस्तफा अदीब (सेंटर में) 2013 से जर्मनी में लेबनान के राजदूत हैं।

बलूच नेताओं ने निर्वासन में सरकार बनाने का ऐलान किया, कहा- भारत भी बलूचिस्तान के मुद्दे पर मुस्तैदी दिखाए August 31, 2020 at 02:59AM

अलग बलूचिस्तान की मांग करने वाले बलूच नेताओं ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दो बलूची नेताओं मुनिर मेंगल और नायला कादरी ने निर्वासन में बलूच सरकार बनाने का ऐलान किया है। दोनों नेताओं ने रविवार को केरल के थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी एंड डेवलपमेंट स्टडीज की ओर से आयोजित एक वेबिनार में यह बात कही। मुनिर मेंगल बलूच वॉयस एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और फिलहाल निर्वासन में फ्रांस के पेरिस में रह रहे हैं। वहीं,नायला कादरी बलूच पिपुल्स कांग्रेस की चेयरपर्सन हैं और पाकिस्तान से निर्वासित होने के बाद कनाडा के वैंकूवर में रह रही हैं।

मेंगल ने कहा- चीन इलाके में अपना दबदबा बढ़ाने की चाल चल रहा है। अगर चीन अपनी साजिश में कामयाब होता है तो एशिया और दक्षिण एशिया के देशों पर इसका असर होगा। ऐसे में जरूरी है कि भारत बलूचिस्तान के मुद्दे पर मुस्तैदी दिखाए। मेंगल ने बताया कि पाकिस्तानी की सेना ने उन्हें दो साल तक हिरासत में रखा। इस दौरान उन्हें काफी बेरहमी से टॉर्चर किया गया।

चीन अफगानिस्तान को काबू करने की फिराक में: नायला कादरी
नायला कादरी ने कहा- चीन अफगानिस्तान को काबू करने की कोशिश कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो यह पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ा संकट होगा। चीन संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी बलूचिस्तान के लोगों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना बलूचिस्तान के लोगों के लापता होने के लिए जिम्मेदार है। वह इन लोगों के अंगों के खरीद फरोख्त में शामिल है। पाकिस्तानी सेना किसी भी दूसरी आर्मी से लड़ नहीं सकती। अगर इसमें इतनी ताकत होती तो बांग्लादेश से जंग के दौरान इसे हथियार डालने की नौबत नहीं आती।

क्यों पाकिस्तान के खिलाफ हैं बलूच नेता

बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा राज्य है। इसकी सीमा ईरान और अफगानिस्तान से लगती है। यहां पर सोना, तांबा के साथ ही कई तरह के मिनरल्स के खदान है। इनसे पाकिस्तान को काफी फायदा होता है। बलूचिस्तान के लोगों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार इस क्षेत्र से इतना फायदा लेने के बावजूद यहां के लोगों के लिए कुछ नहीं कर रही। 1948 से ही यहां के लोग पाकिस्तान सरकार के विरोध में है। इनकी मांग है कि बलूचिस्तान को पाकिस्तान से अलग किया जाए। बलूचिस्तान के हक में आवाज उठाने वाले कई बलूच नेताओं की पाकिस्तान की सेना हत्या भी कर चुकी है।

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पाकिस्तान के बलूचिस्तान समर्थक इस साल क्वेटा में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए। बलूचिस्तान के लोग लंबे समय से पाकिस्तान से अलग होने की मांग कर रहे हैं।- फाइल फोटो

सूअर के सिर में फिट किया दिमाग पढ़ने वाला चिप, जैसे ही उसने खाना चबाया कंप्यूटर स्क्रीन पर नजर आई ब्रेन की हर हरकत August 31, 2020 at 01:58AM

टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव और स्पेस-एक्स के फाउंडर एलन मस्क ने दिमाग को पढ़ने वाला चिप पेश किया है। यह सिक्के के आकार का है। मस्क की टीम ने इस चिप को गेरट्रूड नाम के सूअर की सिर में फिट कर दिमाग की हरकतों को कंप्यूटर स्क्रीन पर देखने में कामयाबी हासिल की। यह चिप दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने का काम करेगा। मस्क ने लाइव स्ट्रीम के जरिए इसे दिखाया। जैसे ही चिप लगे सूअर ने सिर हिलाया और खाना चबाना शुरू किया, उसकी दिमाग की हरकतें पास ही लगी कंप्यूटर स्क्रीन पर नजर आने लगी।

मस्क का स्टार्टअप न्यूरोलिंक एक साल से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा था। साल भर पहले न्यूरोलिंक कंपनी ने एक चूहे पर इस चिप का टेस्ट किया था। उस वक्त सिर्फ चूहे के सिर में यूएसबी से जुड़ी इस चिप की फोटो सामने आई थी। बंदरों पर भी इसका प्रयोग किया गया है। अब इंसानों पर टेस्ट का प्लान है।

यादाश्त बढ़ाने के लिए हो सकेगा इस्तेमाल

एलन का कहना है कि इस डिवाइस का इस्तेमाल याददाश्त बढ़ाने, ब्रेन स्ट्रोक या दूसरी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के इलाज में किया जा सकेगा। इसके अलावा, लकवाग्रस्त मरीजों के लिए भी यह फायदेमंद साबित होगा। हम मरीज के दिमाग को पढ़कर डेटा जुटा सकेंगे। यह स्पाइनल कॉर्ड ( रीढ़ की हड्‌डी के नीचे दिमाग को संदेश भेजने वाली नसों) में चोट लगने की वजह से शरीर के अंग न हिला पाने वाले मरीजों के लिए भी मददगार साबित होगा।

2) कैसी है यह चिप और कैसे इसे फिट किया जाएगा

  • यह चिप बेहद पतली है और इसमें 1000 तार हैं। इसमें लगे तार चौड़ाई में इंसान के बाल के दसवें हिस्से के बराबर हैं। इसे बनाने में दो साल से ज्यादा लगे।
  • डिवाइस को रोबोट के जरिए दिमाग में इंस्टॉल किया जाएगा। सर्जन इस रोबोट की मदद से इंसान के सिर में 2 मिलीमीटर का छेद करेंगे। फिर चिप को छेद के जरिए दिमाग में लगाया जाएगा।
  • तार या थ्रेड्स के इलेक्ट्रॉड्स न्यूरल स्पाइक्स को मॉनिटर कर सकेंगे। ये इलेक्ट्रॉड्स ना सिर्फ इंसानों के दिमाग को पूरी तरह से जान पाएंगे, बल्कि उनके व्यवहार में आने-वाले उतार-चढ़ाव को भी समझ पाएंगे।

कैसे काम करेगा यह चिप:

न्यूराेलिंक टेक्नॉलजी इंसान के ब्रेन में चिप और वायर के जरिए काम करेगी। इन्हें बालों के नीचे फिट किया जाएगा। यह वायरलेस से दूसरे डिवाइस से कनेक्ट किया जा सकेगा। इसके जरिए ब्रेन के अंदर की जानकारी कम्प्यूटर में फीड होगी। ऐसा दावा है कि भविष्य में इंसानी दिमाग से जुड़ी अहम जानकारियां और यादें (मेमोरी) भी स्टोर की जा सकेंगी। अमेरिका मीडिया के मुताबिक एलन मस्क ने न्यूरोलिंक स्टार्टअप में 100 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। इसका मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को में है।



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फोटो गेरट्रूड नामक सूअर की है। एलन मस्क की कंपनी न्यूरोलिंक ने इसी सूअर के सिर में ब्रेन का डाटा जुटाने वाला चिप लगाया है।

देश में पहली बार भारतवंशी प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता मिली, संसद में अब तक विपक्ष के नेता का पद नहीं था August 31, 2020 at 01:28AM

सिंगापुर के भारतवंशी नेता प्रीतम सिंह पहली बार संसद में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए। सोमवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही सत्ताधारी पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) की नेता इंद्राणी राजाह ने 43 साल के प्रीतम सिंह को देश के पहले विपक्षी नेता के रूप में मान्यता दी। सिंह की वर्कर्स पार्टी को 10 जुलाई को हुए चुनाव में 93 संसदीय सीटों में से 10 पर जीत मिली। इसके साथ ही देश के संसद में उनकी पार्टी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बन गई।

इंद्राणी भी भारतीय मूल की हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष में ज्यादा सांसदों का होना देश की राजनीति में विचारों की विविधता को दर्शाता है। जैसा कि प्रधानमंत्री ली हसियन लूंग ने अपने शपथ ग्रहण भाषण में कहा था। समय के साथ यह जरूरी है कि विपक्ष के नेता को मान्यता दी जाए। पहली बार है जब आधिकारिक रूप से विपक्ष के नेता को मान्यता दी गई है।

जानकारी के मुताबिक, सिंगापुर के संसद में कभी भी विपक्ष के नेता का आधिकारिक तौर पर पद नहीं रहा। संविधान या संसद के स्थाई आदेशों में भी पद की व्यवस्था नहीं है।

सिंह के सदन में बोलने का समय बढ़ाया गया

पीएपी को चुनाव में पूर्ण बहुमत मिली है। चैनल न्यूज एशिया के मुताबिक, सदन ने प्रस्ताव पारित कर सिंह के बोलने के समय को 20 मिनट से बढ़ाकर 40 मिनट कर दिया। बैकबेंचर्स को 20 मिनट तक बोलने का समय दिया गया है। साथ ही अब उनकी सीट प्रधानमंत्री की सीट के सामने होगी।

इंद्राणी ने कहा कि अब नेता प्रतिपक्ष की भूमिका दूसरे देशों के विपक्ष के नेता जैसी ही होगी। चुनाव के बाद प्रधानमंत्री लूंग ने कहा था कि सिंह को 14वीं संसद में विपक्ष के नेता के रूप में नामित किया जाएगा। साथ ही उन्हें अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए स्टाफ और संसाधन दिया जाएगा।

प्रीतम सिंह को सभी सुविधाएं दी जाएंगी

इंद्राणी ने कहा कि सिंह का पार्लियामेंट में ऑफिस होगा। उन्हें स्टाफ के साथ-साथ सभी सुविधाएं भी दी जाएंगी। सिंह को संसद में नीतियों और विधेयकों और प्रस्तावों पर संसद में होने वाले बहसों में वैकल्पिक विचार पेश करने वाले विपक्ष का नेतृत्व करेंगे। उन्हें 3,85,000 सिंगापुर डॉलर (करीब 2.07 करोड़ रु.) का पैकेज दिया जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगे

विपक्ष के नेता के रूप में सिंह संसद में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही वे स्टेट फंक्शंस में शामिल हो सकते हैं। साथ ही प्रतिनिधियों के साथ यात्रा, सरकार के साथ मीटिंग में भाग ले सकते हैं।



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सिंगापुर के वर्कर्स पार्टी के नेता प्रीतम सिंह।

इजराइल से अबू धाबी के बीच पहली कमर्शियल विमान ने उड़ान भरी, राष्ट्रपति ट्रम्प के दामाद जेरेड कुश्नर के नेतृत्व में कई अफसर सवार August 30, 2020 at 11:30PM

इजराइल की एल आल एयरलाइंस ने सोमवार को पहली बार अबू धाबी के लिए उड़ान भरी। इजराइल के शहर तेल अवीव से यूएई की यह पहली कमर्शियल उड़ान है। अमेरिका की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच शांति समझौता हुआ था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 13 अगस्त को ट्वीट कर इसकी घोषणा की थी।

तेल अवीव के पास बेन गुरियन एयरपोर्ट से एल आल एयरलाइंस की विमान 7.30 जीएमटी (भारतीय समयानुसार करीब 1 बजे) पर रवाना हुई। इसमें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दामाद और व्हाइट हाउस के सलाहकार जेरेड कुश्नर के नेतृत्व में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल सवार हैं।

मध्य पूर्व के देशों के बीच ऐतिहासिक यात्रा की शुरुआत

कुश्नर ने कहा कि इजराइल-यूएई के बीच उड़ान से मध्य पूर्व के देशों के बीच ऐतिहासिक यात्रा शुरू हो सकती है। इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मीर बेन शबात यहूदी राज्य की ओर से उड़ान भरने वाले सबसे सीनियर अफसर हैं।

13 अगस्त को समझौते की घोषणा

प्लेन के कॉकपिट पर ‘शांति’ शब्द को अरबी, अंग्रेजी और हिब्रू में पेंट किया गया था। रिश्ते सामान्य करने के लिए इजराइल और अमीरात के बीच 13 अगस्त को समझौते की घोषणा की गई थी। इसके बाद यूएई पहला खाड़ी देश और मिस्र और जॉर्डन के बाद इजराइल से समझौता करने वाला तीसरा अरब देश बन गया।

कई महीने की बातचीत जो गुप्त रखी गई

ट्रम्प कई महीनों से इस समझौते के लिए कोशिश कर रहे थे। हर तरह की बातचीत को बेहद गुप्त रखा गया था। ट्रम्प ने समझौते से ऐलान से पहले इसे पुख्ता तौर पर स्थापित करने के लिए फोन पर एक साथ नेतन्याहू और शेख जायेद से बातचीत की थी। अब इजराइल और यूएई एक-दूसरे के देशों में राजनयिक मिशन यानी एम्बेसी शुरू कर सकेंगे।

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फोटो तेल अवीव के पास बने गुरियन एयरपोर्ट की है। उड़ान भरने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार जेरेड कुश्नर (मध्य), अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन (मध्य से बाएं) और अन्य अफसर फोटो खिंचवाते।

ताइवान में पतंग के साथ उड़ गई तीन साल की लड़की, हवा में कई बार गोता लगाने के बाद बचाई गई; सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा August 30, 2020 at 11:04PM

ताइवान में पतंग महोत्सव में एक हादसा होने से बच गया। यहां एक बच्ची पतंग की पूंछ में फंस गई और हवा में ऊंची उड़ गई। हालांकि, उसे बाद में बचा लिया गया। उसे मामूली चोट लगी है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

पतंग महोत्सव के दौरान हवा की रफ्तार करीब 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

ताइवान के सिंचु शहर में अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव चल रहा है। रविवार को यहां एक विशाल पतंग की पूंछ पर लड़की फंस गई। देखते ही वह हवा में ऊंचे उड़ गई। कई बार गोता लगाने के बाद वह जब नीचे की तरफ आई तो लोगों ने उसे पकड़ लिया। आप भी यह वीडियो देखिए...

30 सेकंड तक हवा में रही
पतंग के साथ लड़की हवा में करीब 30 सेकंड तक रही। इस दौरान 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं। वहां मौजूद हर किसी की चीख निकल गई। नीचे उतरने पर उसे तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया। हालांकि, उसे कोई बड़ी चोट नहीं लगी। सिंचू शहर के मेयर लिन चि-चेन ने फेसबुक पर इस घटना के लिए माफी मांगी है।



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सिंचु शहर में चल रहे पतंग महोत्सव में एक बड़ी पतंग की पूंछ पर फंसकर तीन साल की लड़की हवा में काफी ऊंचाई तक पहुंच गई।

कराची में चार दिनों से बिजली गायब; इमरान सरकार के नेता बोले- वाटर टैंकों में सीवेज का पानी भर रहा, कोई सुनवाई नहीं हो रही August 30, 2020 at 10:57PM

पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर कराची बाढ़ से जूझ रहा है। लगातार बारिश के बाद शहर की गलियों और सड़कों पर पानी भर गया है। बीते चार दिनों से शहर में बिजली गुल है। इसके बावजूद लोगों तक सरकारी मदद नहीं पहुंच पा रही। इस पर अब इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ के नेता ही सवाल उठाने लगे हैं।

पीटीआई के नेता शहजाद कुरैशी ने कहा है कि स्थानीय प्रशासन लोगों को मदद नहीं पहुंचा पा रहा है। घरों के वाटर टैंक और सड़कों पर सीवेज का पानी भरा है। बीते तीन-चार दिन से हम लगातार मदद मांग रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। शहर के किसी भी इलाके को देखें तो लगता है कि नदी बह रही है।

हालांकि, सिंध राज्य के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने सरकार का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि पानी निकालने का काम जारी है। युसुफ गोट और खारदार इलाके में अब काफी कम पानी पानी बचा है। इस बीच, शहर के कई इलाकों में म्युनिसिपल स्टाफ पंपिंग सेट से पानी निकालने में जुटे नजर आए। सिंध सरकार के प्रवक्ता मुर्तजा वहाब ने पानी निकालने से जुड़ा वीडियो ट्वीट किया।

विपक्षी पार्टी की मांग- कराची का दौरा करने इमरान खान
विपक्षी पार्टी मुस्लिम लीग-कैद (पीएमएल-क्यू) के अध्यक्ष चौधरी शुजात हुसैन ने कहा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को हालत का जायजा लेने के लिए कराची का दौरा करना चाहिए। उन्हें लोगों की दिक्कतों को दूर करने के लिए आदेश जारी करना चाहिए। वे यह तय करें कि उनके आदेश का सही ढंग से पालन किया जाए।

कराची के एक इलाके में खुली कार से लोगों के बीच खाने-पीने का सामान बांटते एनजीओ के वालंटियर्स। सोर्स- डॉन

पॉश इलाकों में भी बदतर स्थिति

कराची के पॉश इलाकों में शुमार डिफेंस हाउसिंग एरिया (डीएचए) में बिजली के पांच फीडर ठप पड़ गए हैं। शहर में बिजली सप्लाई करने वाली कराची इलेक्ट्रिक ने कहा है कि सब स्टेशन्स में पानी भरे होने की वजह से पांच फीडर अभी दुरुस्त नहीं किए जा सकते। पानी कम होने के 10 से 12 घंटे बाद ही इन्हें चालू किया जा सकेगा।

कराची में एक पानी से भरी सड़क पर बस की छत पर बैठकर सफर करते लोग। सोर्स- डॉन

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कराची के पॉश इलाके डिफेंस हाउसिंग एरिया के एक इलाके में पानी से भरी सड़क। शहर की कई सड़कों की यही स्थिति है।

First Israel-UAE direct commercial flight takes off August 30, 2020 at 11:00PM

Flight 971 of Israel's national carrier El Al was carrying a joint US-Israeli delegation led on the American side by Jared Kushner, President Donald Trump's son-in-law and White House advisor.

Will ask US for military help if China attacks in South China Sea: Philippines August 30, 2020 at 09:29PM

जानिए चीन के इस प्रोजेक्ट से जुड़ी सबसे बड़ी कंपनी सीसीसीसी को बैन करने के क्या मायने हैं? इसने दुनिया के कई देशों को कर्ज के जाल में फंसाया है August 30, 2020 at 09:25PM

अमेरिका की अब चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (प्रोजेक्ट) पर नजर है। हाल ही में अमेरिका ने चीन की 24 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है, इसमें चाइना कम्युनिकेशन कंस्ट्रक्शन कंपनी (सीसीसीसी) भी है। चीन की यह विशाल कंपनी और इसकी सहायक कंपनियां बड़े पैमाने पर इंफ्रस्ट्रक्चर प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए जानी जाती है।

इस कंपनी पर चीन की सरकार से मिलकर कमजोर देशों को कर्ज के जाल में फंसाने और दुनियाभर में इकोलॉजिकल सिस्टम को नुकसान पहुंचाने के आरोप हैं। यह दुनियाभर में बीआरआई( सड़क और समुद्री मार्ग तैयार करने) के प्रोजेक्ट का काम कर रही है। हालांकि, अमेरिका ने इसे बैन करते वक्त बीआरआई का जिक्र नहीं किया। अमेरिका ने साउथ चाइना सी में अवैध गतिविधियों में जुड़े होने का आरोप लगाया है। लेकिन, माना यही जा रहा है कि इस कंपनी को बैन करके अमेरिका की नजर अब सीधे बीआरआई प्रोजक्ट पर है।

कितनी बड़ी है यह कंपनी?
सीसीसीसी बीआरआई के तहत 157 देशों में 923 प्रोजेक्टों पर काम कर रही है। फिच की रेटिंग के अनुमान के मुताबिक 2013 से पांच साल तक सीसीसीसी ने बेल्ट एंड रोड के देशों में 63 अरब डॉलर (करीब 4611 अरब रुपए) के कान्ट्रैक्ट साइन किए थे। अमेरिका के विदेश मंत्री ने सीसीसीसी को चीन की विस्तारवादी नीति को अंजाम देने का हथियार बताया है। उन्होंने दुनियाभर से इन चीनी कंपनियों के साथ न काम करने की अपील की है।

क्यों बदनाम है कंपनी?

1. श्रीलंका को कर्ज के जाल में फंसाया
सीसीसीसी तब चर्चा में आई थी जब इसकी सहायक कंपनी चाइना हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी (सीएचईसी) ने श्रीलंका में हंबनटोटा बंदरगाह में डेवलपमेंट का काम किया था। इसके बाद श्रीलंका इतने कर्ज में आ गया कि उसे अपना बंदरगाह चीन को 99 साल के लिए लीज पर देना पड़ा। इसने पाकिस्तान के ग्वादर इटली के ट्रिएस्टे और जिनोआ बंदरगाहों में भी काम किया है।

2. बांग्लादेश में जाल फैलाने के लिए चाय के डिब्बे में घूस देने की कोशिश की
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में भी यह कंपनी अपना जाल फैलाने की कोशिश कर रही है। सीएचईसी कंपनी के एक अधिकारी ने बड़ा ठेका पाने के लिए बांग्लादेश के सड़क मंत्रालय के एक अधिकारी को चाय के बक्से में 10 हजार डॉलर ( 73 लाख रुपए) की घूस देने की कोशिश की थी। इन्हीं करतूतों के चलते वर्ल्ड बैंक ने 2009 में फिलिपींस में अपने रुपयों से चलने वाले प्रोजेक्ट में आठ साल तक सीसीसीसी के टेंडर डालने पर रोक लगा दी थी।

क्या है चीन का बीआरआई प्रोजेक्ट?

चीन का बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव कई देशों का कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट है। चीन इसके तहत एशिया से लेकर यूरोप तक वह सड़क और समुद्र मार्गों का एक नेटवर्क तैयार कर रहा है। इसके लिए वह कई देशों को भारी-भरकम कर्ज दे रहा है। कर्ज न लौटा पाने पर वह उनके बंदरगाहों पर कब्जा कर लेता है। यह किसी भी देश की तरफ रे शुरू किया गया अब तक का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट हैं।

अमेरिका ने 24 चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है
अमेरिका ने हाल ही में सीसीसीसी समेत 24 चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। ये कंपनियां अमेरिका में अपना बिजनेस नहीं कर पाएंगी। अमेरिका का आरोप है कि ये कंपनियां चीन की सरकार और सेना की मदद करती हैं। इन कंपनियों ने साउथ चाइना सी में ऑर्टिफिशियल द्वीप बनाकर चीन को सैन्य अड्डा बनाने में मदद करती हैं। इससे पर्यावरण को भी बहुत नुकसान हुआ है।

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