Saturday, September 19, 2020

पाकिस्तान में एक और सिख लड़की अगवा, धर्म परिवर्तन के बाद निकाह किया; पिछले साल सिख धर्मगुरू की बेटी के साथ भी यही हुआ था September 19, 2020 at 08:23PM

पाकिस्तान में शुक्रवार को एक और सिख लड़की अगवा कर ली गई। पुलिस के मुताबिक, लड़की ने बाद में धर्म परिवर्तन कर लिया। इस्लाम कबूल करने के बाद उसने एक स्थानीय लड़के से निकाह किया है। 22 साल की इस लड़की का नाम और परिवार की जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।

पिछले साल, ननकाना में गुरुद्वारा तंबू साहिब के मुख्य ग्रंथी की बेटी को भी अगवा किया गया था। उसने दबाव में इस्लाम कबूल कर लिया और एक मुस्लिम लड़के से निकाह कर लिया था। इस घटना के बाद ननकाना साहिब में कई दिनों तक तनाव रहा था।

राजधानी के करीब है हासन अब्दाल
‘द डॉन न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक, 22 साल की सिख लड़की शुक्रवार को घर से किसी काम के लिए निकली थी। इसके बाद लापता हो गई। घटना हसन अब्दाल क्षेत्र की है जो राजधानी इस्लामाबाद से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है। डीएसपी राजा फैयाज उल हसन ने कहा- हासन अब्दाल पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया गया है। लड़की के पिता ने इस बारे में लिखित शिकायत दी थी। हम लड़की की तलाश कर रहे हैं।

परिवार को वॉट्सऐप मैसेज किया
पुलिस के मुताबिक, लड़की ने घटना के बाद परिवार को एक वॉट्सऐप मैसेज किया था। इसमें उसने कहा कि वो अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल कर चुकी है। उसने निकाह की जानकारी भी दी है। पुलिस लड़की की तलाश की जा रही है ताकि उसका बयान दर्ज किया जा सके। सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अमीर सिंह ने घटना की पुष्टि की। सिंह ने कहा- पीड़ित परिवार गुरुद्वारा पुंजा साहिब के करीब रहता था। लड़की के पिता और चाचा ने पंजाब प्रांत के एक मंत्री से मुलाकात कर उनसे मदद मांगी है।

पाकिस्तान में हर साल हजार से ज्यादा लड़कियों का जबरन धर्म परिवर्तन
पाकिस्तान में गैर-मुस्लिम लड़कियों का जबरन अपहरण किया जाता है। उनका धर्म परिवर्तन किया जाता है। उसके बाद जबर्दस्ती किसी मुसलमान से उनकी शादी करवा दी जाती है। यूनाइटेड स्टेट्स कमिशन ऑन इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम के डेटा की मानें तो पाकिस्तान में हर साल 1 हजार से ज्यादा (12 से 28 साल के बीच) लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया जाता है। उनसे इस्लाम कबूलवाया जाता है। उनको किडनैप किया जाता है। बलात्कार किया जाता है और फिर जबरन उनकी शादी की जाती है। इनमें ज्यादातर हिंदू और क्रिश्चियन लड़कियां ही होती हैं।



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फोटो पिछले साल 26 अगस्त का है। तब ननकाना साहिब के गुरुद्वारा तंबू साहिब के मुख्य ग्रंथी की बेटी को अगवा किया गया था। बाद में यह फोटो सामने आया था। लड़की ने इस्लाम कबूल करने के बाद निकाह कर लिया था।

Pakistan reports 640 new Covid-19 cases September 19, 2020 at 07:52PM

One patient died during the period, taking the number of Covid-19 fatalities to 6,416. A total of 292,303 people have recovered from the infection and at least 562 are in critical condition, the ministry of national health services said. Sindh reported a total 133,626 cases, Punjab 98,368, Khyber-Pakhtunkhwa 37,317, Islamabad 16,126, Balochistan 14,269, Gilgit-Baltistan 3,450 and Pakistan-occupied Kashmir 2,517 cases.

पाकिस्तान के बड़े धर्मगुरू मौलाना तारिक जमील ने कहा- को-एजुकेशन की वजह से होते हैं दुष्कर्म; सोशल मीडिया पर विरोध September 19, 2020 at 06:37PM

पाकिस्तान में 11 दिन पहले हुए गैंगरेप के विरोध में प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। तीन में से एक आरोपी को ही गिरफ्तार किया जा सका है। इस बीच, देश के बड़े धर्मगुरू माने जाने वाले मौलान तारिक जमील ने रेप के बढ़ते मामलों पर अजीब दलील दी। उन्होंने कहा- अगर लड़के और लड़कियां साथ पढ़ाई करेंगे तो इस तरह की घटनाओं को रोका नहीं जा सकता। मौलाना ने अपनी बात के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया वे सभ्य नहीं कहे जा सकते।

दोषियों को सजा मिलनी चाहिए
जमील ने दोषियों को सजा देने की मांग की। लेकिन, इसके साथ ही देश के एजुकेशन सिस्टम और खासतौर पर को-एजुकेशन पर सवालिया निशान लगा दिए। कहा- अगर इसी तरह चलता रहा, लड़के-लड़कियां साथ पढ़ते रहे तो मुश्किलें बढ़ती जाएंगी। पिछले कुछ साल में नैतिकता खत्म हुई है। मौलाना का इस बयान का सोशल मीडिया पर कई लोगों और खासतौर पर महिलाओं ने विरोध किया।

मौलाना जमील को सोशल मीडिया पर लोगों ने इस तरह से जवाब दिए।
जमील के को-एड पर दिए गए बयान से महिलाएं ज्यादा नाराज हैं।

अब तक सिर्फ एक आरोपी गिरफ्तार
9 सितंबर को पाकिस्तानी मूल की एक महिला कार में अपने दो बच्चों के साथ लाहौर से सियालकोट जा रही थी। रास्ते में कार का पेट्रोल खत्म हो गया। उसने पति को फोन पर जानकारी दी। पति के आने के इंतजार में वो बच्चों के साथ कार में बैठ गई। तभी तीन लोग वहां पहुंचे। कार का शीशी तोड़कर पहले लूटपाट की। इसके बाद बच्चों के सामने महिला का रेप किया। लाहौर के आईजी ने महिला को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसका काफी विरोध हुआ।

प्रधानमंत्री बोले- रेपिस्ट्स को चौराहे पर फांसी दें या नपुंसक बना दें
इमरान ने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा था- कत्ल के आरोपियों को जो सजा दी जाती है, वही रेपिस्ट्स को भी मिलनी चाहिए। उन्हें चौराहे पर लटका (फांसी) दिया जाना चाहिए। इसके अलावा उन्हें कैमिकल या सर्जरी के द्वारा नपुंसक बनाया जा सकता है। ऐसे लोगों को वो सजा देनी चाहिए जो दूसरे लोग डरें। इमरान ने हालांकि, ये भी माना कि इस तरह के कदम उठाना आसान नहीं क्योंकि एक वर्ग इनका विरोध भी करेगा।



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फोटो इसी साल 26 जुलाई की है। तब को-एड पर आपत्तिजनक बयान देने वाले मौलाना तारिक जमील ने प्रधानमंत्री इमरान खान से उनके दफ्तर में मुलाकात की थी।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को रिसिन जहर वाले लिफाफे भेजे गए, कनाडा की एक महिला पर शक September 19, 2020 at 05:30PM

अमेरिकी जांच एजेंसियों के मुताबिक, हाल के कुछ दिनों में व्हाइट हाउस और कुछ डिपार्टमेंट्स को रिसिन नामक खतरनाक कैमिकल वाले लिफाफे भेजे गए। व्हाइट हाउस के एक अफसर ने शनिवार को कहा- जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या कुछ दूसरे खतरनाक कैमिकल वाले लिफाफे भी व्हाइट हाउस या दूसरे डिपार्टमेंट्स को भेजे गए हैं। अधिकारियों का मानना है कि इस साजिश को अंजाम देने के लिए लोकल पोस्टल सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है।

एक महिला पर शक
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, जांच एजेंसियों को शक है कि यह लिफाफे कनाडा से भेजे गए हैं। एक महिला की संदिग्ध के तौर पर पहचान की गई है। हालांकि, उसका नाम उजागर नहीं किया गया है। सभी लिफाफे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नाम से भेजे गए हैं। इनका पता टेक्सास में जांच के दौरान लगा। दरअसल, व्हाइट हाउस में आने वाली सभी डाक की बारीकी से जांच की जाती है। छंटनी के बाद ही इन्हें व्हाइट हाउस भेजा जाता है। जांच के दौरान कुछ लिफाफों पर शक हुआ।

टेरेरिज्म टास्क फोर्स कर रही है जांच
वॉशिंगटन में ज्वॉइंट टेरेरिज्म टास्क फोर्स को इस मामले की जांच सौंपी गई है। इसमें न्यूयॉर्क पुलिस की स्पेशल यूनिट इस जांच एजेंसी की मदद करेगी। अब तक जांच में रिसिन वाले लिफाफों का किसी आतंकी संगठन से संबंध नहीं पाया गया है। हालांकि, जांच का यह शुरुआती दौर है। एक अफसर ने कहा- पुख्ता तौर पर हम अभी कुछ नहीं कह सकते। एफबीआई ने भी इस बारे में एक बयान जारी किया। कहा- हम यूएस सीक्रेट सर्विस और यूएस पोस्टल इन्सपेक्शन सर्विस की मदद से जांच कर रहे हैं। लोगों को कोई खतरा नहीं है।

पहले भी ऐसी घटनाएं हुईं
जांच एजेंसियों को कुछ सुराग मिल चुके हैं। लेकिन, इनकी जानकारी मीडिया को नहीं दी गई हैं। 2018 में रक्षा मंत्री जिम मैटिस को इसी तरह के लिफाफे भेजे गए थे। जांच के बाद नेवी के पूर्व अफसर सिल्डे एलीन को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा कुछ और अफसरों को भी एलीन ने ऐसे ही लिफाफे भेजे थे। उसका मामला कोर्ट में चल रहा है। 2013 में मिसीसिपी के एक व्यक्ति ने तब के राष्ट्रपति बराक ओबामा और एक रिपब्लिकन सीनेटर को रिसिन वाले लिफाफे भेजे थे। बाद में शेनन रिचर्डसन नाम की एक महिला को 18 साल की सजा हुई थी।



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Donald Trump | ricin envelope sent to donald trump in the White House US Investigators trying to determine it.

माइनस 80 डिग्री सेल्सियस में सुरक्षित रखना होगा कोरोना का टीका; ऐसे स्टोर बनाए जा रहे, जहां 600 फ्रीजर में वैक्सीन स्टोर की जाएगी September 19, 2020 at 04:49PM

(डेविस गेल्स) कोरोना को हराने के लिए दुनिया में 170 टीकों पर काम चल रहा है। इनमें से 30 क्लीनिकल ट्रायल में हैं। वैक्सीन सफल होने के बाद उसे लोगों तक सुरक्षित पहुंचाना भी बड़ी चुनौती होगी। इसीलिए कोविड-19 के टीकों को माइनस 80 डिग्री सेल्सियस में स्टोर किया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित रहें।

शोधकर्ताओं का कहना है कि इतना ठंडा तापमान सिर्फ दक्षिणी ध्रुव का ही है। हालांकि, स्टोरेज कंपनियों की कोशिश है कि चाहे जैसी भी वैक्सीन बने, उसे लोगों को सही-सलामत पहुंचाएंगे। फिलहाल अमेरिकी फार्मा कंपनियां मॉडर्ना और फाइजर, जर्मन कंपनियां बायोएनटेक और क्योरवैक मैसेंजर आरएनए आधारित वैक्सीन पर काम कर रही हैं।

फुटबॉल के मैदान जितनी बड़ी स्टोरेज फैसिलिटी तैयार
उधर, अमेरिकी लॉजिस्टिक्स कंपनी यूपीएस ने नीदरलैंड्स में फुटबॉल के मैदान जितनी बड़ी स्टोरेज फैसिलिटी तैयार की है। यहां दो मीटर ऊंचे दर्जनों फ्रीजर रखे गए हैं, जो माइनस 80 डिग्री तक तापमान रख सकते हैं। कोविड-19 टीके यहीं रखे जाएंगे। टीके यहीं से लोगों तक पहुंचाए जाएंगे।

टीकों को यहां तक पहुंचाने के लिए स्पेशल शीशियां तैयार की जा रही हैं, जो इतनी ठंडक को बर्दाश्त कर सकें। कोरोना के टीके लोगों तक पहुंचाने के लिए विमान, ट्रकों और गोदामों को भी डीप फ्रीजर के साथ तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

एक फ्रीजर में वैक्सीन के 48,000 डोज रखे जा सकते हैं
यूपीएस हेल्थकेयर के प्रमुख अनूक हेसेन बताते हैं, ‘जर्मनी और अमेरिका में यूपीएस के एयर कार्गो के पास ही ऐसे सेंटर बनाए जा रहे हैं। जहां करीब 600 फ्रीजर रखे जाएंगे। ऐसे एक फ्रीजर में वैक्सीन के 48,000 डोज रखे जा सकते हैं। इन फ्रीजर फार्मों में कोई बिना पीपीई किट पहने काम नहीं कर सकता। कर्मचारियों को सही गियर, दस्ताने, चश्मे वगैरह मुहैया कराए जाएंगे। इनके बिना कोई इतने ठंडे तापमान में चल नहीं पाएगा।’

96 घंटे तक इंसुलेटेड डिब्बों में बर्फ के साथ रखे जा सकेंगे
हेसेन बताते हैं, ‘टीकों की मांग आने पर उन्हें फिर इंसुलेटेड डिब्बों में सूखी बर्फ के साथ पैक किया जाएगा। इन डिब्बों में टीका 96 घंटों तक सही तापमान पर रखा जा सकता है। जिन कमरों में इन्हें पैक किया जाएगा, वहां का तापमान माइनस 20 डिग्री तक रखा जा सकता है। फिर पैक किए गए टीकों के डिब्बों को विमानों से दुनिया के किसी भी छोर तक पहुंचाया जाएगा।’

(द न्यूयॉर्क टाइम्स से विशेष अनुबंध के तहत)



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कोविड-19 की वैक्सीन के ट्रायल सफल होने के बाद उन्हें लोगों तक सुरक्षित पहुंचाना भी बड़ी चुनौती होगी।

Forty years since the Iran-Iraq war began September 19, 2020 at 04:44PM

ट्रम्प बोले- अमेरिकी विरासत की हिफाजत करूंगा, स्कूलों में फिर से राष्ट्रवाद की शिक्षा दी जाएगी September 19, 2020 at 04:09PM

कोरोनावायरस की रोकथाम के मुद्दे पर घिरे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अब चुनाव में राष्ट्रवाद का रंग ले आए हैं। शुक्रवार को नेशनल आर्काइव्स म्यूजियम में एक कार्यक्रम के दौरान ट्रम्प ने खुद को अमेरिकी विरासत का रक्षक बताया। उन्होंने कहा कि दोबारा सत्ता में आने के बाद स्कूलों में राष्ट्र प्रेम और राष्ट्रवाद को सिलेबस में शामिल करेंगे। ट्रम्प ने इस दौरान वामपंथी विचारधारा पर हमला बोलते हुए कहा- देश के स्कूलों में अब पढ़ाई के दौरान अमेरिकी विचारधारा को शामिल किया जाएगा।

झूठी बातें फैलाई जा रही हैं
ट्रम्प ने कहा, "मैं उन बातों को अमेरिकी स्कूलों तक नहीं पहुंचने दूंगा जो अमेरिका को नस्लवादी समाज के तौर पर पेश करती हैं। एक कमीशन बनाउंगा जो राष्ट्रवादी शिक्षा को स्कूलों तक पहुंचाएगा। अमेरिका में बीते कुछ महीनों में नस्लीय हिंसा हुई। इस दौरान ऐतिहासिक स्थलों और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन के संबंध हिंसा फैलाने वाले लोगों से हैं।"

राष्ट्र नायकों को नहीं भूल सकते
ट्रम्प ने कहा "हम नेशनल हीरोज को नहीं भूल सकते। अपने युवाओं को अमेरिका से प्यार करना सिखाएंगे।" मई में मिनेपोलिस में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत हुई थी। इसके बाद भी ऐसी कुछ घटनाएं हुईं। फिर ब्लैक लाइव्स मैटर नाम से एक आंदोलन शुरू हुआ। इस दौरान देश के कई हिस्सों में हिंसा होती रही। इसके बाद से ट्रम्प डेमोक्रेटिक पार्टी को वामपंथी विचारधारा से प्रेरित बता रहे हैं। कॉन्स्टीट्यूशन डे यानी संविधान दिवस समारोह में ट्रम्प ने कहा था कि एक कट्टरपंथी आंदोलन हमारी विरासत को खत्म करने के लिए चलाया जा रहा है।

राष्ट्रपति का फोकस कहां?
इससे पहले भी ट्रम्प ने कई बार राष्ट्रवाद का मुद्दा उठाया और कई बार वामपंथी या मार्क्सवादी विचारधारा पर निशाना साधा। ट्रम्प ने पिछले दिनों कहा था, "हाल के दिनों में आपने जो हिंसा देखी वो दशकों से चली आ रही वामपंथी विचारधारा का नतीजा है, और ये हमारे स्कूलों में पढ़ाई जाती रही है। अब वक्त है कि हम स्कूलों में अपने देश के महान इतिहास के बारे में पढ़ाएं, युवाओं को इस बारे में जानकारी दें।"

ट्रम्प के लिए अब जीत का यही रास्ता
राइस यूनिवर्सिटी में हिस्ट्री के प्रोफेसर डगलस ब्रिंक्ले कहते हैं कि अमेरिकी स्कूलों में नागरिक अधिकारों और इतिहास के बारे में जो पढ़ाया जाता रहा है, ट्रम्प उसे बदलना चाहते हैं। वे कल्चरल वॉर के जरिए जीत का रास्ता तलाश रहे हैं। एक तरह से वे श्वेतों की वकालत कर रहे हैं। अश्वेत और हिस्पैनिक समुदाय के योगदान का ट्रम्प कई मौकों पर जिक्र तक नहीं करते। सच से ज्यादा किसी चीज का महत्व नहीं। अमेरिका का निर्माण लगातार हुई घटनाओं से हुआ। दास प्रथा खत्म की गई, नागरिकों को अधिकार दिए गए, कट्टरता को बंद किया गया। इन चीजों की वजह से ही आज हम गर्व महसूस करते हैं।

नया कमीशन बनाने की जरूरत नहीं
इतिहास के जानकार डॉ. फेरिस कहते हैं कि ट्रम्प ऐतिहासिक तथ्यों और इतिहास की जांच के लिए नया कमीशन बनाने की बात कर रहे हैं। लेकिन, इसका कोई खास महत्व नहीं है। यहां पहले से ही नेशनल आर्काइव्स जैसे संस्थान हैं। इनको बहुत कम सरकारी मदद मिलती है। इसके बावजूद ये अच्छा काम कर रहे हैं।

गौर करने वाली बात ये है कि ट्रम्प नेशनल हीरोज के सम्मान की बात तो करते हैं, लेकिन ऐसे समारोहों में हिस्सा नहीं लेते। पिछले दिनों वॉशिंगटन में पूर्व राष्ट्रपति आइजनहॉवर के स्मारक पर विशेष कार्यक्रम था। ट्रम्प यहां नहीं आए। जब कार्यक्रम हो रहा था तब वे विस्कॉन्सिन में चुनावी रैली कर रहे थे।



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अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में नेशनल आर्काइव्स म्यूजियम है। डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार को यहां राष्ट्रीय संविधान दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए।

फ्रांस में लगातार दूसरे दिन 13 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए; दुनिया में 3.09 करोड़ केस September 19, 2020 at 04:01PM

दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 3.09 करोड़ से ज्यादा हो गया है। शनिवार को 2 लाख 13 हजार से ज्यादा मामले सामने आए। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 2 करोड़ 25 लाख 67 हजार 918 से ज्यादा हो चुकी है। वहीं, अब तक 9 लाख 60 हजार 705 मौतें हो चुकी हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। फ्रांस में हालात तेजी से बिगड़ रहे हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सरकार यहां कुछ सख्त पाबंदियां लगाने पर विचार कर रही है।

फ्रांस: सरकार की परेशानी और बढ़ते केस
एमैनुएल मैक्रों सरकार के सामने नई परेशानी खड़ी हो गई है। एक तरफ मामले बढ़ रहे हैं और दूसरी तरफ सरकार के संभावित प्रतिबंधों का विरोध शुरू हो गया है। शनिवार को 13 हजार 498 नए मामले सामने आए। हेल्थ मिनिस्ट्री के एक अफसर ने कहा- राष्ट्रपति पिछले हफ्ते कह चुके हैं कि लॉकडाउन या इस जैसे दूसरे प्रतिबंध नहीं लगाए जाएंगे। लेकिन, हालात को देखते हुए हमें प्रतिबंधों पर विचार करना होगा। क्योंकि, इसके अलावा कोई और विकल्प फिलहाल नहीं है। वैक्सीन का इंतजार लंबा हो सकता है। अगर वैक्सीन आ भी जाती है तो ये फौरन सभी नहीं लगाई जा सकेगी।

ब्रिटेन : यहां लग सकते हैं प्रतिबंध
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को मीडिया से कहा था कि देश में संक्रमण की दूसरी लहर सामने आ चुकी है। अब वक्त है कि हम हालात को मार्च या अप्रैल की तरह न होने दें। जॉनसन ने इशारा किया कि सरकार कुछ मामलों में सख्त कदम उठा सकती है। हेल्थ मिनिस्ट्री के सूत्रों के मुताबिक, मास्क लगाने को अनिवार्य किया जा सकता है। इसके अलावा पब्लिक गैदरिंग यानी लोगों के जुटने पर रोक लगाई जा सकती है। शनिवार को देश में फिर 4 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए। हालांकि, इस दौरान कितनी लोगों की मौत हुई, इसकी जानकारी नहीं दी गई है।

ब्रिटेन में संक्रमण के दूसरे दौर को देखते हुए कुछ प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। हालांकि, इनका विरोध भी हो रहा है। शनिवार को प्रतिबंधों का विरोध करने पर 30 लोगों का गिरफ्तार भी किया गया। वहीं, नॉर्थ ईस्ट इंग्लैंड में लोग एक म्यूजिक कन्सर्ट का लुत्फ उठाते भी देखे गए।

इजराइल : लॉकडाउन का विरोध जारी
इजराइल में नेतन्याहू सरकार के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। सरकार ने संक्रमण पर काबू पाने के लिए देश के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लगाया है, लेकिन लोग इसका पालन करने को तैयार नहीं हैं। अलजजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल के कई शहरों में लोगों ने लॉकडाउन के खिलाफ प्रदर्शन किए। इन लोगों का आरोप है कि मार्च के बाद से उनकी जिंदगी पर बुरा असर पड़ा है। कुछ सामाजिक संगठनों ने कहा है कि सरकार अपनी नाकामी का ठीकरा देश के लोगों पर फोड़ना चाहती है। सरकार ने शुक्रवार से तीन हफ्ते के लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसी दौरान यहूदियों का नया साल रोश हाशना मनाया जा रहा है। इसकी वजह से लोग ज्यादा नाराज हैं।

इजराइल में सरकार ने तीन हफ्ते का लॉकडाउन लगाया है। लेकिन, लोग इसका विरोध कर रहे हैं। तेल अवीव में शनिवार को पुलिस उन लोगों को समझाती हुई जो लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे थे।


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फ्रांस में संक्रमण की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। शनिवार को यहां फिर चार हजार से ज्यादा नए केस सामने आए। हालांकि, इस दौरान पर्यटन स्थलों पर लोग टहलते दिखे।

Envelope with deadly poison ricin addressed to White House intercepted September 19, 2020 at 02:29PM

An envelope addressed to the White House and intercepted by US authorities contained a substance identified as ricin, a deadly poison that appeared to have been sent from Canada, the Royal Canadian Mounted Police (RCMP) said on Saturday.

न्यूयॉर्क में बैकयार्ड पार्टी में गोलीबारी; 2 लोगों की मौत, 14 लोग घायल September 19, 2020 at 07:06AM

न्यूयॉर्क के रोचेस्टर शहर में शनिवार को एक पार्टी में गोलीबारी हुई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने पुलिस प्रमुख मार्क सिमंस के हवाले से बताया कि शूटिंग के दौरान 18 से 22 साल के बीच के एक युवक और एक महिला की मौत हो गई।

पुलिस के मुताबिक, यह घटना पेन्सिलवेनिया एवेन्यू के 200 ब्लॉक, रोचेस्टर पब्लिक मार्केट के पास स्थित एक घर में हुई। जो लोग घायल हुए हैं, उन्हें दो अलग-अलग हॉस्पिटल में ले जाया गया है। अब वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।

911 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी गई

सिमंस ने कहा कि यह बैकयार्ड पार्टी थी। गोलीबारी के बाद 911 पर कॉल किया गया था, जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली। इस मामले में अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। घटना का कारण भी पता नहीं चल पाया है।



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पुलिस के मुताबिक, गोलीबारी के बाद 911 पर कॉल किया गया था, जिसके बाद हमें सूचना मिली।

More than 30 Taliban killed in Afghan air strikes: Ministry September 19, 2020 at 06:37AM

Chinese student jumps to death after slapped by mother in school September 19, 2020 at 04:28AM

A 14-year-old boy jumped to his death from a school building in the Chinese city of Wuhan after his mother slapped him at school, sparking a heated debate among Chinese netizens about parental treatment of teenagers. The parents of the grade nine student at No. 1 Middle School at Wuhan Jiangxia district was asked by the headteacher to come to school for a meeting after the boy was caught playing poker on Thursday, state-run Global Times reported on Saturday.

Nepal's coronavirus tally reaches 62,797 September 19, 2020 at 03:21AM

Nepal's coronavirus tally on Saturday jumped to 62,797 after 1,204 new infections were diagnosed in the last 24 hours, the health ministry said. Ministry of Health and Population spokesperson Jageshwor Gautam said that 796 males and 408 females tested positive while conducting 10,333 PCR tests across the country.

Navalny says he's becoming more than 'technically alive' September 19, 2020 at 02:12AM

Iran vows 'hit' on all involved in US killing of top general September 19, 2020 at 12:55AM

Kremlin critic Navalny seen walking in photo from hospital September 18, 2020 at 11:59PM

Russian opposition politician Alexei Navalny posted a picture on Instagram of himself walking down stairs and said that his path to recovery was "clear, although long".

Hundreds gather at Supreme Court to mourn Ginsburg's death September 18, 2020 at 09:31PM

Scores of memorial candles flickered in the wind along the front steps of the court as people knelt to leave bouquets of flowers, small American flags and handwritten condolence messages for Ginsburg, who died Friday of metastatic pancreatic cancer at age 87 after 27 years on the court. Prayer candles with Ginsburg's photo on them were also left on the steps.