Sunday, August 9, 2020

हॉन्गकॉन्ग में नए सुरक्षा कानून के तहत लोकतंत्र समर्थक मीडिया दिग्गज गिरफ्तार, दूसरे देशों से मिलीभगत कर साजिश करने के आरोप August 09, 2020 at 08:27PM

हॉन्गकॉन्ग के लोकतंत्र समर्थक मीडिया दिग्गज जिम्मी लाई को सोमवार को चीन के नए सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर दूसरे देशों से मिलीभगत कर सरकार के खिलाफ साजिश करने के आरोप लगे हैं। जिम्मी हॉन्गकॉन्ग में 'एप्पल डेली' न्यूजपेपर के संस्थापक है। टैबलॉइड स्टाइल का यह न्यूजपेपर 1995 से निकल रहा है।

एप्पल डेली के सीईओ भी गिरफ्तार

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (एससीएमपी) ने सूत्रों के हवाले से खबर दी कि लाई के दो बेटों, एप्पल डेली के सीनियर एग्जीक्यूटिव चेंग किम-हुंग और चीफ फाइनेंशियल आफिसर चाऊ टैट-क्युन को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी पर देशद्रोह और धोखा देने के आरोप लगे हैं। लाई के साथी मार्क सिमन की भी हॉन्गकॉन्ग पुलिस को तलाश है। हालांकि, वह इन दिनों शहर में नहीं है।

जिम्मी लाई अपने पेपर के जरिए लोकतंत्र की आवाज बुलंद करते रहे हैं। उन्होंने कई बार चीन की सरकार के खिलाफ भी छापा है। इसके साथ ही वह पेपर के जरिए लोगों से प्रदर्शनों में हिस्सा लेने को भी कहते रहे हैं।

लोगों की आवाज दबाने के लिए चल रहा ऑपरेशन

नए सुरक्षा कानून के पास होने के बाद पुलिस लगातार ऑपरेशन चला रही है। पुलिस ने बताया कि सोमवार को 39 से 72 साल की उम्र तक वाले सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। हॉन्गकॉन्ग में अब तक केवल प्रदर्शनों में शामिल होने वालों पर ही कार्रवाई की जा रही थी। पुलिस ने कहा कि अब इन प्रदर्शनों से दूर लेकिन, सरकार विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।

क्या है चीन का नया सुरक्षा कानून?

चीन के नए सुरक्षा कानून में हॉन्गकॉन्ग में देशद्रोह, आतंकवाद, विदेशी दखल और विरोध करने जैसी गतिविधियां रोकने के प्रावधान हैं। इसके तहत चीनी सुरक्षा एजेंसियां, हॉन्गकॉन्ग में काम कर सकती हैं। इससे पहले चीनी एजेंसियां को यह अधिकार नहीं था। इस कानून के तहत हॉन्गकॉन्ग में चीन के खिलाफ प्रदर्शन करना भी देशद्रोह माना जाता है। दोषी पाए जाने पर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। कई मानवाधिकार संगठनों और अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय सरकारों ने भी इस कानून का विरोध किया है।

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हॉन्गकॉन्ग में सोमवार को हिरासत में लिए गए एप्पल डेली न्यूजपेपर के संस्थापक जिम्मी लाई (बीच में)। उनपर देशद्रोह के आरोप लगे हैं।

फ्रांस के छह नागरिक समेत दो गाइड की गोली मारकर हत्या, यूरोप के कई देशों ने लोगों को नाइजर की यात्रा न करने की चेतावनी दी August 09, 2020 at 07:48PM

पश्चिमी अफ्रीका के देश नाइजर में रविवार को फ्रांस के छह लोगों और उनके दो लोकल गाइड की हत्या कर दी गई। ये सभी नाइजर में काउरे जिराफ पार्क घूमने गए थे। नाइजर के गृह मंत्री ने इसकी जानकारी दी। फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने भी इसकी पुष्टि की है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस मामले को लेकर नाइजर के राष्ट्रपति महमदू इसूफू से बात की। मैक्रों ने इस हमले को कायराना हरकत करार दिया है। उन्होंने कहा है वे नाइजर के सालेह क्षेत्र में आतंक के खात्मे में हरसंभव मदद करेंगे।

हमले में मारे गए फ्रांस के नागरिक नाइजर में स्थानीय लोगों की मदद से जुड़े कामों को कर रहे थे। यूरोप के कई देशों ने अपने लोगों से नाइजर की यात्रा नहीं करने की चेतावनी दी है। फ्रांस ने नाइजर में रहने वाले लोगों से कहा है कि वे राजधानी नियामी के बाहर न जाएं। हमले में काउरे जिराफ रिजर्व गाइड एसोसिएशन के अध्यक्ष की भी मौत हुई है।

हमला नाइजर के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस पर हुआ

हमला जिस काउरे जिराफ पार्क में हुआ वह नाइजर का एक प्रमुख टूरिस्ट प्लेस है। यहां करीब 72 किमी. के दायरे में घने जंगल हैं। इस क्षेत्र में बोको हरम, आईएस (इस्लामिक स्टेट) और अल कायदा जैसे आतंकी संगठन सक्रिय हैं। ये आतंकी संगठन नाइजर की सीमा से सटे माली, बुर्किना फासो, नाइजीरिया और लीबिया जैसे देशों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देते हैं।

तीन साल पहले काउरे पार्क में अमेरिकी सैनिकों की हत्या हुई थी

जिराफ पार्क नाइजर के तिलाबेरी इलाके में हैं। यहीं पर 2017 में आईएस से जुड़े जेहादियों ने चार अमेरिकी सैनिकों की हत्या की थी। आतंकी घटनाओं को देखते हुए फ्रांस ने अपने सैनिकों को तैनात किया है। इसके साथ ही आसपास के कुछ दूसरे छोटे देशों की एक फोर्स भी यहां तैनात है। इसके बावजूद यहां पर आतंकी घटनाओं में कमी नहीं आई है।

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सभी टूरिस्ट और इसी कार से जिराफ पार्क घूमने गए थे। हमलावरों ने टूरिस्ट्स की हत्या करने के बाद कार को आग लगा दी।

Donald Trump's pandemic relief orders are limited in scope August 09, 2020 at 07:46PM

President Donald Trump's new executive orders to help Americans struggling under the economic recession are far less sweeping than any pandemic relief bill Congress would pass. Trump acted Saturday after negotiations for a second pandemic relief bill reached an impasse. Democrats initially sought a $3.4 trillion package, but said they lowered their demand to $2 trillion. Republicans had proposed a $1 trillion plan.

US cabinet member meets Taiwan president August 09, 2020 at 05:07PM

US health secretary Alex Azar is in Taipei for a three-day visit to promote shared democratic values and the island's success in taming the coronavirus. His trip comes as relations between the United States and China are in tumult, with the two sides clashing over a wide range of trade, military and security issues, as well as the pandemic.

Hong Kong media tycoon Jimmy Lai arrested under security law August 09, 2020 at 05:13PM

Hong Kong media tycoon Jimmy Lai was arrested on Monday on suspicion of collusion with foreign powers, his aide said, in the highest-profile use yet of the new national security law Beijing imposed on the city after protests last year.

Clashes in Belarus after claims of rigged election August 09, 2020 at 05:30PM

Police in Belarus broke up crowds of protesters with stun grenades and rubber bullets as long-time leader Alexander Lukashenko looked set to declare an overwhelming victory in a presidential poll his opponents say was rigged.

अफगान सरकार बड़ी वारदातों में शामिल रहे तालिबान के 400 आतंकी छोड़ेगी, तीन हजार कम्युनिटी लीडर्स और पॉलिटिशियन की बैठक के बाद फैसला August 09, 2020 at 05:28PM

अफगानिस्तान सरकार तालिबान के साथ शांति वार्ता बढ़ाने के लिए 400 हार्डकोर तालिबानी आतंकियों को छोड़ने पर राजी हो गई है। अफगानिस्तान की परिषद 'लोया जिरगा' ने यह फैसला लिया है। ये आतंकी कई जवानों और नागरिकों की हत्या में शामिल रहे हैं। अब अगले हफ्ते कतर में तालिबान और अफगान सरकार के बीच बातचीत हो सकती है। तालिबान ने इसके लिए सहमति भी दे दी है।

3000 से ज्यादा कम्युनिटी लीडर और पॉलिटिशियन की बैठक के बाद फैसला
तालिबानी कैदियों की रिहाई के बारे में फैसला लेने के लिए अशरफ गनी सरकार ने पिछले हफ्ते 3200 कम्युनिटी लीडर और पॉलिटिशियन की बैठक बुलाई थी। सभी के सुझाव पर कैदियों की रिहाई पर फैसला लिया गया। सरकार ने तालिबान से 5 हजार कैदियों को छोड़ने का वादा किया था। 4600 कैदी पहले ही छोड़े जा चुके हैं।

कैदियों को छोड़ने के लिए अमेरिका का दबाव
अमेरिका अफगानिस्तान पर शांति वार्ता आगे बढ़ाने का दबाव डाल रहा है। इस साल तीन नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प ने वादा किया था कि वे अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को निकालेंगे। ट्रम्प चाहते हैं कि जल्द से जल्द शांति वार्ता आगे बढ़े और वह सैनिकों की निकासी की प्रक्रिया शुरू कर सकें। इसके लिए वह अफगान सरकार पर तालिबान की हर शर्त मानने का दबाव बना रहे हैं। अमेरिका के रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा है कि अफगानिस्तान में नवंबर तक 5 हजार से भी कम अमेरिकी सैनिक रह जाएंगे।

बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं ये आतंकी
छोड़े जाने वाले 400 तालिबानी आतंकी बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं। 2017 में जर्मनी के दूतावास के पास ट्रक ब्लास्ट की वारदात को भी इन्होंने ही अंजाम दिया था। इसमें 150 लोग मारे गए थे। इसमें कई आतंकी हक्कानी नेटवर्क के भी हैं जो तालिबान के साथ मिलकर काम करते थे।

मानवाधिकार समूहों ने चिंता जताई
सरकार के इस फैसले पर मानवाधिकार समूहों ने चिंता जताई है। अफगानिस्तान के नागरिकों में भी नाराजगी है। उनका कहना है कि दबाव में लिए गए फैसलों से शांति नहीं आएगी।

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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में लोया जिरगा की बैठक में मौजूद राष्ट्रपति अशरफ गनी (बीच में मास्क लगाए)। इस बैठक में तालिबानी आतंकियों को छोड़ने का फैसला लिया गया है।

अर्जेंटीना में 70% संक्रमित ठीक हुए, ब्रिटेन में दो महीने बाद 24 घंटे के अंदर 1 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले; दुनिया में अब तक 2 करोड़ केस August 09, 2020 at 05:02PM

दुनिया में कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक 2 करोड़ 21 हजार 321 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 28 लाख 96 हजार 895 मरीज ठीक हो चुके हैं। 7 लाख 33 हजार 918 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। अर्जेंटीना में 70 प्रतिशत संक्रमित महामारी को हराने में सफल हुए हैं। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि देश में कुल 2 लाख 41 हजार 811 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इनमें से 1 लाख 70 हजार 109 लोग ठीक हुए हैं। अब तक यहां 4556 लोगों की मौत हुई है।

ब्रिटेन में जून के बाद पहली बार बीते 24 घंटे में 1 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। रविवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, एक दिन पहले देश में 758 मामले आए थे। बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने देश के कई हिस्सों में नई पाबंदियां लगाई हैं। सरकार ने जुलाई में इंगलैंड, स्कॉटलैंड और नार्दर्न आयरलैंड में होटल, पब और रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत दी थी।

10 देश, जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 51,99,444 1,65,617 26,64,701
ब्राजील 30,35,582 1,01,136 21,18,460
भारत 22,14,137 44,466 15,34,278
रूस 8,87,536 14,931 6,93,422
साउथ अफ्रीका 5,59,859 10,408 4,11,474
मैक्सिको 4,80,278 52,298 3,22,465
पेरू 4,78,024 21,072 3,24,020
कोलंबिया 3,87,481 12,842 2,12,688
स्पेन 3,61,442 28,503 उपलब्ध नहीं
चिली 3,73,056 10,077 3,45,826

ब्राजील: राष्ट्रपति ने लॉकडाउन नियमों की आलोचना की
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने देश में मौतों का आंकड़ा एक लाख के पार होने के बाद लॉकडाउन नियमों की आलोचना की। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से डेली मेल का एक आर्टिकल शेयर किया। इसमें लिखा था कि 23 मार्च से 1 मई के बीच 16 हजार लोगों की मौत लॉकडाउन की वजह से अस्पताल नहीं पहुंचने के चलते हुई। उन्होंने देश के सबसे बड़े टीवी चैनल पर लोगों में डर फैलाने का आरोप लगाया।

ऑस्ट्रेलिया: विक्टोरिया राज्य में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें

ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य में बीते 24 घंटे में 17 मौतें हुईं और 322 नए मामले सामने आए। यह देश के इस राज्य में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। विक्टोरिया ऑस्ट्रेलिया में महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। इसकी राजधानी मेलबर्न में फिलहाल लॉकडाउन की चौथी स्टेज चल रही है। यहां 13 सितंबर तक ज्यादातर दुकानें बंद करा दी गई हैं। अब तक देश में 314 मौतें हुई हैं।



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ब्रिटेन की राजधानी लंदन में रविवार को एक कार की खिड़की से टेस्टिंग किट देता कर्मचारी। यहां पर महामारी की दूसरी लहर शुरू होने की आशंका है।

ट्रम्प ने रिटायर्ड कर्मियों के हेल्थकेयर प्रोग्राम पर झूठ बोला, रिपोर्टर ने सवाल किया तो कहा- बहुत धन्यवाद और प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़ दी August 09, 2020 at 04:54PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने झूठ पकड़े जाने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बीच में ही छोड़ दी। वह ओबामा प्रशासन में पास हुए एक हेल्थ केयर प्रोग्राम को अपनी उपलब्धि बता रहे थे। इस दौरान जब एक रिपोर्टर ने टोका तो वह कॉन्फ्रेंस बीच में ही छोड़कर चले गए। ट्रम्प इसको लेकर 150 बार से ज्यादा झूठ बोल चुके हैं।

ट्रम्प ने कहा- दशकों से जो नहीं हुआ, हमने कर दिखाया
न्यूजर्सी के गोल्फ क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प ने दावा किया कि उन्होंने ही रिटायर्ड कर्मियों के हेल्थ केयर प्रोग्राम (वेटेरन्स चॉइस प्रोग्राम) को पास किया है। उन्होंने कहा कि दशकों से लोग इसे पास कराना चाहते थे और कोई भी राष्ट्रपति इसे पास नहीं करा पाया था। हमने यह कर दिखाया।

2014 में पास हुआ था प्रोग्राम
सच यह है कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस प्रोग्राम पर 2014 में साइन किए थे। इसके तहत रिटायर्ड कर्मी किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज करवा सकते हैं और खर्च सरकार ही उठाएगी। उन्हें सरकार से लिस्टेड हॉस्पिटल जाने की जरूरत नहीं होती है। ट्रम्प ने 2018 में इसी प्रोग्राम का विस्तार किया था। इसके बाद से ट्रम्प सब जगह यह कहने लगे कि उन्होंने ही इस प्रोग्राम को बनाया और पास कराया। उन्होंने कहा कि दूसरे लोग 50 सालों से इस काम को करने में फेल हो रहे थे।

झूठ पकड़ा गया तो कहा- धन्यवाद
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीबीएस न्यूज की रिपोर्टर पाउला रेड ने पूछा, ‘‘आप लगातार यह क्यों कहते हैं कि आपने ही वेटेरन्स चॉइस प्रोग्राम पास किया? यह तो 2014 में ही पास हो गया था। यह गलत बयानबाजी है।’’ इसके बाद ट्रम्प रुके और कहा, ‘‘ओके, आप सभी का बहुत धन्यवाद।’’ इसके बाद वे प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर चले गए।

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ट्रम्प ने 2014 में ओबामा प्रशासन से पास हुए प्रोग्राम का विस्तार किया था। हालांकि, इसके बाद वह पूरे प्रोग्राम का श्रेय खुद लेने लगे।

Israeli jeweler makes $1.5m gold coronavirus mask August 09, 2020 at 05:09PM

An Israeli jewelry company is working on what it says will be the world’s most expensive coronavirus mask, a gold, diamond-encrusted face covering with a price tag of $1.5 million. The 18-karat white gold mask will be decorated with 3,600 white and black diamonds and fitted with top-rated N99 filters at the request of the buyer, said designer Isaac Levy.

Hong Kong media mogul Jimmy Lai arrested under security law August 09, 2020 at 04:11PM

Hong Kong media mogul Jimmy Lai, one of the city's most vocal Beijing critics, was arrested Monday under a new national security law for colluding with foreign forces, deepening a crackdown on democracy supporters.

एग्जिट पोल में एक बार फिर से लुकाशेंको की भारी जीत, चुनाव में धांधली का आरोप; राजधानी समेत कई शहरों में प्रदर्शन, पूरे देश में इंटरनेट ब्लॉक August 09, 2020 at 04:34PM

बेलारूस के चुनावों में एक बार फिर से अलेक्जेंडर लुकाशेंको की भारी जीत तय मानी जा रही है। सरकारी टीवी के एग्जिट पोल के मुताबिक 80% वोट उन्हें मिले हैं। उनकी विपक्षी स्वेतलाना को महज 7% वोट हासिल हुए। इसके बाद चुनावों में धांधली को लेकर राजधानी मिंस्क समेत कई शहरों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पानी की बौछार, रबर की गोलियां और आंसू गैस के गोले भी दागे।

राजधानी मिंस्क में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर ले जाती पुलिस।

प्रदर्शनकारियों ने लगाया 'गो अवे' का नारा
प्रदर्शन से जुड़े कई वीडियो फुटेज भी सामने आए हैं। इसमें प्रदर्शनकारी मिंस्क में राष्ट्रपति लुकाशेंको के लिए 'गो अवे (चले जाओ)' का नारा लगाया। ऐसे ही प्रदर्शन ब्रेस्ट और जोडिनो शहर में देखने को मिले। पूरे बेलारूस में इंटरनेट भी ब्लॉक कर दिया गया है।

स्वेतलाना ने कहा- अपनी आंखो से देखा, बहुमत हमारे साथ
स्वेतलाना टिखानोवस्ख्या ने कहा कि एग्जिट पोल में मुझे मात्र 7% वोट मिलने की बात कही जा रही है। इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। मुझे अपनी आंखो पर भरोसा है। मैंने देखा है कि बहुमत हमारे साथ है। चुनाव में धांधली हो रही है।

मिंस्क के हीरो सिटी पार्क में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां दागती पुलिस।

कौन हैं स्वेतलाना?
स्वेतलाना पहले टीचर थीं। उनके पति लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता हैं। उन्हें लुकाशेंको प्रशासन ने जेल में डाल दिया। इसके बाद से स्वेतलाना खुद मोर्चा संभाल रही हैं। चुनाव से ठीक पहले उनके कैम्पेन मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया गया था।

यूरोप के आखिरी तानाशाह कहे जाते हैं लुकाशेंको
रूस की पश्चिमी सीमा से सटा बेलारूस 25 अगस्त 1991 को सोवियत संघ से अलग होकर आजाद देश बना था। इसके बाद संविधान बना और जून 1994 को पहला राष्ट्रपति चुनाव हुआ। राष्ट्रपति बने अलेक्जेंडर लुकाशेंको। 1994 से लेकर अब तक पांच बार चुनाव हो चुके हैं। राष्ट्रपति अभी भी लुकाशेंको ही हैं। लुकाशेंको को एक डिक्टेटर यानी तानाशाह के तौर पर देखा जाता है। उन पर हर बार चुनावों में गड़बड़ी कराने के आरोप लगे हैं।

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राजधानी मिंस्क में चुनाव में धांधली का आरोप लगाकर प्रदर्शन करते लोग। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले भी दागे। 

एक करोड़ केस होने में 180 दिन लगे, केवल 43 दिन में बढ़कर 2 करोड़ हुए; अमेरिका, ब्राजील और भारत में ही 50% मरीज August 09, 2020 at 04:18PM

दुनिया में रविवार को कोरोनावायरस से संक्रमण का आंकड़ा 2 करोड़ हो गया। 31 दिसंबर को पहला मामला सामने आने के बाद 1 करोड़ केस होने में 180 दिन लगे। केवल 43 दिन में ही 1 करोड़ बढ़कर दो करोड़ का आंकड़ा पार कर गया। कुल मामलों में केवल अमेरिका, ब्राजील और भारत में ही 50% यानी 1 करोड़ से ज्यादा मरीज हैं।

उत्तर अमेरिका में 85% संक्रमित केवल यूएस में

दुनिया में अभी सबसे संक्रमित महाद्वीप उत्तर अमेरिका है। यहां संक्रमण के 60 लाख 62 हजार 281 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 32 लाख 30 हजार 863 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 2 लाख 33 हजार 895 की मौत हो चुकी है। यहां 85% संक्रमित केवल अमेरिका में हैं।

दक्षिण अमेरिका में ब्राजील में सबसे ज्यादा मरीज

दक्षिण अमेरिका में संक्रमण के अब तक 47 लाख से ज्यादा केस मिल चुके हैं। इनमें 20 लाख 94 हजार 293 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 1 लाख 58 हजार 387 की मौत हो चुकी है। यहां सबसे संक्रमित ब्राजील है, जहां 30 लाख 13 हजार से ज्यादा मरीज हैं।

एशिया में सबसे ज्यादा मामले भारत में

एशिया में 49 लाख 57 हजार 753 मरीज है। इनमें 43% मामले केवल भारत में हैं। यहां संक्रमण के 21 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, एशिया में अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। भारत के बाद सबसे ज्यादा 3 लाख 24 हजार मामले ईरान में हैं।

यूरोप में संक्रमण के हालात

यूरोप में संक्रमण के 30 लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 18 लाख 16 हजार 547 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 2 लाख 5 हजार 948 मौतें हो चुकी हैं। यहां मार्च में मई के बीच स्पेन, इटली और फ्रांस में काफी तेजी से मामले बढ़े। फिलहाल, यहां सबसे संक्रमित देश रूस है। जहां 8 लाख 82 हजार से ज्यादा मरीज हैं।

अफ्रीका में संक्रमण के 10 लाख से ज्यादा केस

अफ्रीका में संक्रमण का आंकड़ा 10 लाख के पार हो गया है। यहां 4 लाख लोग ठीक भी हो चुके हैं, जबकि करीब 23 हजार मौतें हो चुकी हैं। यहां सबसे संक्रमित देश साउथ अफ्रीका है। देश में 5.53 लाख संक्रमित हैं। यूएन के एक रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी अफ्रीका के विकास के लिए एक बड़ा खतरा है। यह काफी लोगों को गरीबी में धकेल सकती है।

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2 crore covid cases in world|It took 180 days to get 1 crore cases, which increased to 2 crores in just 43 days; 50% of patients in America, Brazil and India only

Fresh protests in Beirut as ministers quit; donors pledge $298 million in aid August 09, 2020 at 04:00PM

Mahinda Rajapaksa takes oath as PM for fourth time August 09, 2020 at 03:56PM

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हिंसा में भाई को खोया था, जेल भी गए थे, इसलिए युवाओं को हिंसक प्रदर्शनों से दूर रखने की मुहिम चला रहे हैं कैलिफोर्निया के जूलियन August 09, 2020 at 02:46PM

अमेरिका में रंगभेद विरोधी आंदोलन चल रहे हैं। ज्यादातर जगह ये आंदोलन हिंसक प्रदर्शन का रूप ले चुके हैं। इनमें से एक प्रमुख स्थान कैलिफोर्निया का स्टॉकटॉन शहर है। पुलिस हिरासत में अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद यहां भी हिंसक प्रदर्शन हुए हैं। इनमें कई लोग घायल हो चुके हैं। जबकि सैकड़ों लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

ऐसी स्थिति तब है, जब कैलिफोर्निया के 70 शहरों में से स्टॉकटॉन में अपराध की दर सबसे ज्यादा है।

जूलियन बालडेरामा ने यहां एक प्रोग्राम की शुरुआत की

इस बीच, स्टॉकटॉन के युवा जूलियन बालडेरामा ने यहां एक प्रोग्राम की शुरुआत की है। इसका नाम एडवांस पीस है। इस प्रोग्राम का मकसद युवाओं को हिंसक प्रदर्शन में जाने से रोकना है। दरअसल, जब जूलियन 15 साल के थे, तब उनके बड़े भाई की मौत हिंसक प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी में हो गई थी।

जूलियन कहते हैं कि एक प्रदर्शन में भाग लेने के कारण उन्हें भी 2016 में पुलिस ने ड्रग्स तस्करी का आरोप लगाकर जेल भेज दिया था। इन घटनाओं से उन्होंने सबक लिया। वे नहीं चाहते कि अन्य लोग भी बेवजह जेल में जाएं और उनका जीवन बर्बाद हो जाए। इसलिए जूलियन एक लाख की आबादी वाले शहर स्टॉकटॉन के घर-घर जाकर युवाओं को प्रदर्शनों को लेकर जागरूक करते हैं।

12 सवाल भी तैयार किए

जूलियन ने 12 प्रमुख सवाल तैयार किए हैं। जैसे- वे युवाओं से सीधे ये नहीं कहते कि प्रदर्शनों में भाग नहीं लें। उनसे पूछते हैं- क्या तुम्हें पता है, जो तुम कर रहे हो, उसका नतीजा क्या होगा? आखिर क्यों तुम्हारे नेता रंगभेद विरोधी प्रदर्शनों की आड़ में तुम्हें कोरोना की चपेट में भेज देना चाहते हैं? क्या हिंसा करने से तुम्हारी नौकरी या अन्य रोजगार बचा रहेगा? जूलियन की टीम में 15 से 40 साल की उम्र के लोग हैं।

कई लोग लूटपाट के लिए प्रदर्शन में शामिल होते हैं: जूलियन

जूलियन कहते हैं कि प्रदर्शन में कई लोग केवल लूटपाट के मकसद से शामिल होते हैं। इन लोगों का पता लगाना और इन्हें समझाना कठिन होता है। हमारी टीम लोगों को बताती है कि पुलिस प्रताड़ना की शिकायत कहां की जा सकती है। अक्सर लोग हमारे साथ आते हैं।

- न्यूयॉर्क टाइम्स से विशेष अनुबंध के तहत



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युवाओं को हिंसक प्रदर्शन से दूर रहने के लिए अपील करते जूलियन। वह मानते हैं कि प्रदर्शन में कई लोग केवल लूटपाट के मकसद से शामिल होते हैं। इन लोगों का पता लगाना और इन्हें समझाना कठिन होता है।

महिला दल के साथ यात्रा पर एमिली पेन, 30 देशों की 300 महिला रिसर्चर जुड़ीं, तय किया महिलाएं ही लड़ेंगी लड़ाई August 09, 2020 at 02:46PM

‘2007 में मुझे एक रिसर्च के लिए चीन जाना था। कार्बन फुटप्रिंट कम करने के लिए मैंने तय किया कि हवाई सफर नहीं करूंगी। तीन महीने के सफर के बाद ट्रेन से चीन पहुंची। अगले साल मुझे 20 हजार किमी दूर ऑस्ट्रेलिया में नौकरी मिली।

चुनौती थी कि बिना हवाई जहाज के इतना लंबा सफर कैसे पूरा होगा? गूगल पर सर्च करने पर बायोफ्यूल से चलने वाली अर्थरेस बोट के बारे में पता चला। मैंने उस बोट के कैप्टन से बात की और 120 दिन के समुद्री सफर पर निकल पड़ी। यात्रा के बीच हमारी बोट प्लास्टिक के कचरे से जा टकराई। सवाल आया कि यहां इतना प्लास्टिक कैसे आया?

2014 में ई-एक्सपीडिशन संस्था की शुरुआत हुई

इसी सवाल से समुद्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने की मेरी यात्रा शुरू हुई। 2014 में ई-एक्सपीडिशन संस्था की शुरुआत हुई। मैंने खुद प्लास्टिक से शरीर में जाने वाले 35 प्रकार के केमिकल का असर जानने के लिए अपना टेस्ट कराया। पाया कि 29 केमिकल शरीर में पहुंच चुके हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से और प्लास्टिक के बर्तनों में खाना खाने से यह केमिकल शरीर में पहुंचते हैं।

मुझे आभास हुआ कि असल में यह मुद्दा महिलाओं का है

इसी वजह से कैंसर, फर्टिलिटी या हार्मोन असंतुलन जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। मुझे आभास हुआ कि असल में यह मुद्दा महिलाओं का है। यह उनकी सेहत से जुड़ा हुआ है, इसलिए तय किया कि दुनिया को इन समस्याओं से अवगत कराने महिलाएं समुद्री यात्रा के जरिए यह मुहिम चलाएं। असल में यह कदम हमें प्लास्टिक का इस्तेमाल कम करने की दिशा में प्रेरित करता है।

80 महिला रिसर्चर्स 10330 नॉटिकल मील की यात्रा कर चुकी हैं

अभी तक 28 देशों से 80 महिला रिसर्चर्स 10330 नॉटिकल मील की यात्रा कर चुकी हैं। इसमें 9 देशों को कवर किया गया है। 2019 में हमने ‘ई-एक्सपीडिशन राउंड द वर्ल्ड’ यात्रा शुरू की है। इससे 30 देशों की 300 महिला रिसर्चर जुड़ी हैं।

इसके तहत 3 साल में 38 हजार नॉटिकल मील की यात्रा कर समुद्र की सेहत को समझा जाएगा। फिलहाल दुनिया में कुल प्लास्टिक उत्पादन का 20% ही रिसाइकिल हो रहा है, जिसे बढ़ाना होगा। मुझे भरोसा है कि अगर हम सब मिलकर इस दिशा में काम करें तो समुद्र फिर से स्वस्थ हो सकते हैं।’

शिफ्ट टूल लॉन्च किया

एमिली और उनकी टीम ने एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म SHiFT लॉन्च किया है, ताकि वर्चुअल इम्पैक्ट पता किया जा सके। यह टूल लोगों को उनके हितों, कौशल और स्थान से मेल खाने वाले प्लास्टिक के मुद्दे का हल खोजने में मदद करता है।



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अभी तक 28 देशों से 80 महिला रिसर्चर्स 10330 नॉटिकल मील की यात्रा कर चुकी हैं। इसमें 9 देशों को कवर किया गया है।

US, UK and allies call for prompt Hong Kong elections August 09, 2020 at 06:07AM

Britain, the United States, Canada, Australia and New Zealand urged Hong Kong Sunday to hold elections as soon as possible, warning the authorities about moves to "undermine the democratic process".

​​​​​​​ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनई ने आठ भाषाओं में ट्विटर अकाउंट खोले, एक अकाउंट हिंदी में भी खोला August 09, 2020 at 04:32AM

देश और दुनिया के बड़े नेता समय-समय पर हिंदी को लेकर उनका प्रेम जाहिर करते रहते हैं। इसी कड़ी में एक नाम ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह सय्यद अली खामेनई का भी जुड़ गया। रविवार को खामेनई ने आठ भाषाओं में ट्विटर पर अकाउंट खोले। इसमें से एक अकाउंट हिंदी भाषा में भी है। सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर खासी चर्चा हो रही है। इसके साथ ही खामेनई ने फारसी, अरबी, उर्दू, फ्रेंच, स्पेनिश, रशियन और अंग्रेजी में भी अकाउंट शुरु किया है।

डोनाल्ड ट्रम्प और नेतन्याहू भी हिंदी में ट्वीट करते रहे हैं

इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू हिंदी में ट्वीट करते रहे हैं। हालांकि, यह पहली बार है कि किसी देश के नेता ने हिंदी में ट्विवटर अकाउंट खोला हो। डोनाल्ड ट्रम्प जब भारत में 'नमस्ते ट्रम्प' कार्यक्रम में शामिल होने आए थे तो उन्होंने हिंदी में कई ट्वीट किए थे।



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Supreme Leader of Iran, Ayatollah Sayyid Ali Khamenei has opened a Twitter account in Hindi

Pakistan FM Qureshi faces criticism at home for slamming Saudi Arabia over Kashmir August 09, 2020 at 02:24AM

The differences in their relations surfaced when Pakistan was made to pay back $1 billion to Saudi Arabia. This reflected the fact that Islamabad is gradually losing the support of other Muslim countries. Recently two Pakistani journalists -- Rauf Klasra and Amir Mateen -- held a discussion on the sudden policy shift of Saudi Arabia towards Pakistan.

Ex-Malaysian PM Mahathir faces Twitterati flak for raising Kashmir August 09, 2020 at 12:23AM

यूरोप के आखिरी तानाशाह कहे जाने वाले 65 साल के राष्ट्रपति लुकाशेंको को 26 साल में पहली बड़ी चुनौती, 37 साल की स्वेतलाना मुकाबले में August 09, 2020 at 12:11AM

रूस के करीबी देश बेलारूस में छठी बार चुनाव हो रहे हैं। बेलारूस 25 अगस्त, 1991 को सोवियत संघ से अलग होकर आजाद देश बना था। इसके बाद संविधान बना और जून 1994 को पहला राष्ट्रपति चुनाव हुआ। राष्ट्रपति बने अलेक्जेंडर लुकाशेंको। 1994 से लेकर अब तक पांच बार चुनाव हो चुके हैं। राष्ट्रपति अभी भी लुकाशेंको ही हैं। लुकाशेंको को एक डिक्टेटर यानी तानाशाह के तौर पर देखा जाता है। उन पर हर बार चुनावों में गड़बड़ी कराने के आरोप लगे हैं। 26 सालों में पहली बार लुकाशेंको को बड़ी चुनौती मिल रही है। इस बार उनके सामने 37 साल की स्वेतलाना हैं। स्वेतलाना के पति को लुकाशेंको प्रशासन ने जेल में डाल दिया था।

क्या इस बार लुकाशेंको को हार मिलेगी?

शायद नहीं। लुकाशेंको की फिर से जीत तय मानी जा रही है। लेकिन, इस बार उन्हें टक्कर मिल सकती है। लोगों की भावनाएं विपक्षी उम्मीदवार स्वेतलाना के साथ हैं। लोग लुकाशेंको की तानाशाही और कोरोना महामारी पर लापरवाह रवैये से नाराज है। कोरोनावायरस पर वह कहते रहे हैं कि वोडका पीने और ट्रैक्टर चलाने से कोरोना ठीक हो जाता है।

कौन हैं विपक्षी उम्मीदवार स्वेतलाना?

स्वेतलाना पहले टीचर थीं। उनके पति सरहेई लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता हैं। उन्हें लुकाशेंको प्रशासन ने जेल में डाल दिया। इसके बाद से स्वेतलाना खुद मोर्चा संभाल रही हैं। हाल ही में उनके कैंपेन मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

कौन-कौन मैदान में?

लुकाशेंकों और स्वेतलाना के अलावा चुनाव में तीन और उम्मीदवार हैं। इसमें 2016 में संसदीय चुनावों में एमपी बने एना कनोपत्सेकाया, 'सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी' के नेता सर्जेई चेर्चेन और 'टेल द ट्रुथ मूवमेंट' के सह अध्यक्ष एंड्रेई द्मित्रियेव शामिल हैं। इसके अलावा दो और लोग चुनाव में खड़े थे, लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने अपना सपोर्ट स्वेतलाना को दे दिया है।

लुकाशेंको इतने सालों से सत्ता में कैसे?

रूस और यूरोपियन यूनियन के रिश्ते अच्छे नहीं हैं। लुकाशेंको इसी का फायदा उठाते रहे हैं। कभी वह ईयू के साथ मिल जाते हैं तो कभी रूस के साथ। लुकाशेंको की चुनावी धांधली पर जब ईयू ने प्रतिबंध लगाए तो वह रूस के पाले में आ गए। इन दिनों वह रूस से खफा चल रहे हैं। उन्होंने रूस पर चुनाव में दखलंदाजी का भी आरोप लगाया है।

चुनाव में रूसी दखलंदाजी

बीबीसी की खबर के मुताबिक बेलारूस ने 33 रूसी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इन पर विपक्ष के साथ मिलकर देश में अस्थिरता फैलाने का आरोप लगाया गया है। रूस ने इन आरोपों को खारिज कर बताया कि ये नागरिक सब बेलारूस से होते हुए तुर्की जा रहे थे।



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Latest news Updates; Elections In Belarus: How Lukashenka Won, now Face Challanges

पीएम ओली का आदेश- नेपाल की अयोध्यापुरी को राम जन्मस्थान के रूप में प्रमोट किया जाए, भगवान राम यहीं पैदा हुए; सबूत जुटाने को खुदाई भी होगी August 09, 2020 at 12:09AM

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने एक बार फिर दावा किया है कि भगवान श्री राम की जन्मस्थली नेपाल का चितवन जिला है। इसी जिले में माडी नगरपालिका क्षेत्र है। इसके एक क्षेत्र का नाम अयोध्यापुरी है। शनिवार को ओली ने इस क्षेत्र के अधिकारियों से फोन पर बातचीत की। उन्हें राम, लक्ष्मण और मां सीता की प्रतिमाएं लगाने के आदेश दिए। अफसरों से कहा- अयोध्यापुरी को ही असली अयोध्या के तौर पर प्रोजेक्ट और प्रमोट करें।

दो घंटे चली मीटिंग

नेपाल के अखबार ‘हिमालयन टाइम्स’ के मुताबिक ओली ने माडी और चितवन के अधिकारियों और नेताओं से दो घंटे फोन पर बातचीत की। आगे बातचीत के लिए उन्हें काठमांडू भी बुलाया। ओली ने कहा, "मुझे भरोसा है कि भगवान राम का जन्म नेपाल के अयोध्यापुरी में हुआ था। भारत के अयोध्या में नहीं। मेरे पास सुबूत हैं, जो यह साबित कर देंगे कि भगवान राम का जन्म नेपाल में ही हुआ था।"

खुदाई कर सबूत जुटाने को कहा

चितवन जिले की सांसद दिल कुमारी रावल ने कहा- पीएम ने कहा है कि अयोध्यापुरी के आसपास के क्षेत्रों के संरक्षण के लिए पूरी ताकत से काम करें। प्रमाण जुटाने लिए अयोध्यापुरी की खुदाई करने को भी कहा। इसके साथ ही अयोध्यापुरी को प्रमोट करने और वहां के ऐतिहासिक साक्ष्यों को संरक्षित करने के लिए स्थानीय लोगों की मदद लेने का आदेश भी दिया।

पार्टी के अंदरूनी मामलों से ध्यान हटाने की कोशिश

दरअसल, पीएम ओली इस विवाद को हवा देकर पार्टी के अंदरूनी मामलों से सबका ध्यान हटाना चाहते हैं। हाल ही में पार्टी में उनके विरोधी प्रचंड ने बेहद सख्त रवैया अपनाया है। उन्होंने अपने समर्थकों से बुरे वक्त के लिए तैयार रहने को कहा है। प्रचंड की मांग है कि ओली या तो प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दें या फिर पार्टी अध्यक्ष छोड़ें। ओली ने पहले भारत के साथ सीमा विवाद कर लोगों को भावनात्मक रूप से अपने साथ जोड़ा और अब राम जन्म स्थान का विवाद छेड़कर मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहते हैं।

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3. भारत विरोधी बयान देकर ओली की फजीहत, सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता ने कहा- अयोध्या पर प्रधानमंत्री का बयान बेहूदा, इसकी वजह से पड़ोसी से रिश्ते खराब होंगे



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ओली ने कहा कि सरकार अयोध्यापुरी को ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए जमीन मुहैया कराएगी। - फाइल फोटो

Beirut port blast crater 43 metres deep: Security official August 08, 2020 at 10:20PM

"The explosion in the port left a crater 43 meters deep" Tuesday, the official told AFP, citing reports by French experts conducting an assessment of the disaster area.

Afghan assembly approves release of 400 'hard-core' Taliban prisoners August 08, 2020 at 09:28PM

पोम्पियो ने कहा- चीन की ईरान में एंट्री से मध्य पूर्व के देशों में अशांति फैलेगी, सऊदी अरब और इजराइल जैसे देशों के लिए खतरा पैदा होगा August 08, 2020 at 08:53PM

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन के ईरान में एंट्री से मध्य पूर्व के देशों में अशांति फैलेगी। उन्होंने शनिवार को फॉक्स न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में कहा- ईरान अब भी आतंकियों को पनाह देने वाला दुनिया का सबसे बड़ा देश है। ऐसे में चीन के जरिए वहां पैसे और हथियार पहुंचने पर इस क्षेत्र में अशांति बढ़ने की आशंका है। इससे सऊदी अरब और इजराइल जैसे देशों के लिए खतरा पैदा हो सकता है।

पोम्पियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से दुनिया के लिए खतरा बढ़ रहा है। एक जैसी सोच रखने वाले दुनिया के देश चीन के खिलाफ एक साथ आ रहे हैं। यह देशों के लोकतंत्र और उनकी आजादी की रक्षा के लिए जरूरी है।

क्यों है अमेरिका को ईरान और चीन के सौदे से दिक्कत
ईरान और चीन के बीच बीते महीने अगले 25 साल के लिए एक बिजनेस डील होने की बात सामने आई थी। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक, इसके तहत ईरान चीन को सस्ती कीमत पर कच्चा तेल देगा। वहीं, चीन ईरान के प्रोजेक्ट्स में बड़े पैमाने पर पैसे लगाएगा। इसमें दोनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास करने, हथियार तैयार करने और खुफिया जानकारी एक दूसरे को देने जैसे अहम मुद्दे शामिल हैं। यही ईरान ने अमेरिका के साथ हुए समझौते से जुड़ी पाबंदियों को नजरअंदाज करते हुए यह डील किया। यही वजह है कि अमेरिका को इससे दिक्कत है।

अमेरिका और चीन के बीच जारी है तनाव

अमेरिका और चीन के बीच महामारी शुरू होने के बाद से ही तनाव जारी है। अमेरिका ने चीन पर जानबूझकर दुनिया में कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाया। दोनों देशों ने एक दूसरे के कई डिप्लोमैट के वीजा भी रद्द किए हैं। बीते हफ्ते अमेरिका ने चीन के दो कॉन्स्यूलेट बंद करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद चीन ने भी चेंग्दू स्थित अमेरिकी दूतावास को बंद करा दिया था। अमेरिका ने चीन एप्प टिकटॉक को भी अपने देश में बैन कर दिया है।

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1.टिकटॉक अमेरिका में भी बैन:ट्रम्प ने चाइनीज ऐप पर रोक की मंजूरी दी, 45 दिन बाद आदेश लागू होगा; कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए कार्रवाई जरूरी

2.चीन पर फिर बरसे ट्रम्प:अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन में चीन की एंट्री अब तक की सबसे खराब डील, चीन ने नियमों की धज्जियां उड़ाईं

3.अमेरिकी रक्षा मंत्री का सख्त बयान:मार्क एस्पर ने कहा- महामारी में ज्यादा बढ़ गई चीन की गरम मिजाजी, एलएसी पर फौज की तैनाती अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ



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अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शनिवार को एक बार फिर से चीन से नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ईरान और चीन की बढ़ती नजदीकी पर सवाल उठाए।-फाइल फोटो

ट्रम्प ने आर्थिक राहत वाले आदेश पर दस्तखत किए; कहा- हम लोगों की नौकरियां बचाने और उनकी आर्थिक मदद के लिए हर कदम उठाएंगे August 08, 2020 at 08:52PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को देश के लोगों को आर्थिक राहत देने वाले तीन आदेश पर दस्तखत किए। न्यूजर्सी के बेडमिंस्टर स्थित अपने गोल्फ क्लब में उन्होंने इस बारे में मीडिया से कहा- हम अपने देश के लोगों की नौकरियां बचाने और उनकी आर्थिक मदद के लिए हर कदम उठाएंगे। आदेश जारी करने का मतलब यह है कि लोगों तक राहत की रकम जल्द पहुंच सकेगी।

संसद के फैसले को दरकिनार करते हुए ट्रम्प ने इस आर्डर पर साइन किए हैं। ऐसे में आर्डर को कोर्ट में चुनौती मिल सकती है क्योंकि, अमेरिका में खर्च करने से जुड़े फैसले लेने का अधिकार संसद के पास हैं।

अभी भी देश में लोग सरकारी राहत पैकेज पर निर्भर: ट्रम्प

ट्रम्प ने कहा- ‘‘देश में सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से बिजनेस की स्थिति खराब हुई हैं, बेरोजगारी दर डबल डिजिट में पहुंच चुकी है। कई लोग अभी भी सरकार की ओर से दिए पैकेज पर निर्भर हैं। लोगों की आर्थिक मदद से जुड़े पैकेज को देश की संसद ने मंजूरी दी थी लेकिन, इनमें से ज्यादातर का समय जुलाई में खत्म हो गया था। ऐसे में मुझे पैकेज से जुड़े आर्डर पर साइन करना पड़ा। मैं टैक्स में कटौती करने की योजना पर भी काम कर रहा हूं।’’
ट्रम्प ने तीन आदेशों पर साइन किए हैं
ट्रम्प ने जिन तीन आदेशों पर साइन किए हैं उनमें से एक के जरिए बेरोजगारी भत्ते के तौर पर हर हफ्ते 400 डॉलर (करीब 30 हजार रु.) दिए जा सकेंगे। वहीं दो दूसरे आदेश एविक्शन वाले नियमों और स्टूडेंट लोन में राहत देने से जुड़े हैं। इस पैकेज पर ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी और विपक्षी डेमोक्रेट्स के बीच सहमति नहीं बन पाई थी। व्हाइट हाउस ने भी संसद के जरिए इस पैकेज को लाने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने देश के लोगों को बेरोजगारी भत्ता देने समेत तीन आदेशों पर साइन किए हैं। इससे बेरोजगार लोगों को हर हफ्ते करीब 30 हजार रु. मिल सकेंगे।