Wednesday, November 4, 2020

4 बार राष्ट्रपति रहे रूजवेल्ट, बिना चुनाव जीते मुकद्दर के सिकंदर बने फोर्ड November 04, 2020 at 08:56PM

अमेरिका में अंतिम वोटिंग हुए दो दिन हो चुके हैं। काउंटिंग चल रही है। डेमोक्रेट जो बाइडेन, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से आगे चल रहे हैं। ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट जाने की बात भी कह चुके हैं। पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ट्रम्प 2016 की तर्ज पर चौंका सकते हैं, जीत सकते हैं। उन्हें खारिज नहीं किया जा सकता। हम यहां आपको अमेरिका में अब तक हुए राष्ट्रपतियों के बारे में कुछ रोचक तथ्य बता रहे हैं।

1. ट्रम्प 44वें राष्ट्रपति

ट्रम्प अमेरिका के 45वें नहीं बल्कि, 44वें राष्ट्रपति हैं। दरअसल, ग्रोवर क्लीवलैंड 1884 में चुनाव जीते और राष्ट्रपति बने। 1888 में वे हारे और फिर 1892 में राष्ट्रपति बने। यानी बतौर क्लीवलैंड के कार्यकाल दो थे, लेकिन साल अलग-अलग था। ‘टर्म इन ऑफिस’ रूल के तहत उन्हें दो बार गिना जाता है। लेकिन, बतौर इंडिविजुअल क्लीवलैंड एक ही थे। वे 22वें और 24वें राष्ट्रपति रहे।

2. 4 बार प्रेसिडेंट रहे रूजवेल्ट
1945 में 22वें संविधान संशोधन के पहले तक अमेरिका में यह तय नहीं था कि एक व्यक्ति कितनी बार राष्ट्रपति बन सकता है। फ्रेंकलिन डी. रूजवेल्ट ने 1933 से 1945 तक तीन टर्म पूरे किए। चौथी बार भी जीते। लेकिन, कुछ दिन बाद मौत हो गई।

3. सबसे कम और सबसे ज्यादा उम्र के राष्ट्रपति
जॉन एफ कैनेडी 43 साल की उम्र में राष्ट्रपति बने। संविधान के मुताबिक, राष्ट्रपति बनने के लिए आयु 35 साल होना चाहिए। रोनाल्ड रीगन जब दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए तब उनकी उम्र 73 साल थी। बाइडेन जीते तो यह रिकॉर्ड टूट जाएगा। 20 जनवरी को अगर वे शपथ लेते हैं तो उस वक्त उनकी उम्र 78 साल से ज्यादा होगी। 20 नवंबर को वे 78 साल के हो जाएंगे।

4. दो बार मुकद्दर के सिकंदर बने फोर्ड
गेराल्ड फोर्ड बिना चुनाव जीते उपराष्ट्रपति भी बने और राष्ट्रपति भी। 1973 में जब शिप्रो एग्न्यू ने इस्तीफा दिया तो फोर्ड वाइस प्रेसिडेंट बने। उनका अप्वॉइंटमेंट राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने किया। अगस्त 1974 में निक्सन ने इस्तीफा दिया तो फोर्ड प्रेसिडेंट बन गए।

5. सबसे लंबे और सबसे ठिगने
अब्राहम लिंकन कद के लिहाज से सबसे लंबे (6 फीट 4 इंच) और जेम्स मेडिसन सबसे ठिगने (5 फीट 4 इंच) अमेरिकी राष्ट्रपति थे।

6. सिर्फ एक कुंवारा
जेम्स बुकानन (4 मार्च 1857 से 4 मार्च 1861) एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति थे, जो पद पर रहते हुए बैचलर थे। रोनाल्ड रीगन और डोनाल्ड ट्रम्प तलाकशुदा रह चुके थे।

7. आठ (8) राष्ट्रपति जिनकी कार्यकाल के दौरान मौत हुई
विलिमय हैनरी हैरिसन
जाचेरी टेलर
अब्राहम लिंकन
जेम्स गारफील्ड
विलियम मैक्कैनले
वॉरेन हार्डिंग
फ्रेंकलिन डी. रूजवेल्ट
जॉन एफ कैनेडी

8. पहली महिला जिसने राष्ट्रपति चुनाव लड़ा
1872 में विक्टोरिया वुडहिल ने। हिलेरी क्लिंटन दोनों मुख्य पार्टियों में से पहली महिला थीं, जिन्हें पार्टी ने 2016 में प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट के तौर पर नॉमिनेट किया था।

9. बराक ओबामा
पहले अफ्रीकन-अमेरिकन प्रेसिडेंट थे। वे दो बार राष्ट्रपति रहे।



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Donald Trump Joe Biden News: Interesting Facts About United States (US) Presidential Election

क्या नतीजों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे पाएंगे ट्रम्प, वहां उनका समर्थन ज्यादा, लेकिन राह आसान नहीं November 04, 2020 at 07:00PM

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों की तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं है। जो बाइडेन और डेमोक्रेट पार्टी आगे नजर आ रही है। वहीं, डोनाल्ड ट्रम्प और उनकी रिपब्लिकन पार्टी भी जीत का दावा ठोक रही है। ट्रम्प ने काउंटिंग में धांधली के आरोप लगाए। गिनती रोकने की मांग की। मिशिनगन और जॉर्जिया की निचली अदालतों तक पहुंच गए। लेकिन, फिलहाल काउंटिंग रोकी नहीं गई है। वैसे, चुनाव के पहले ही फ्लोरिडा और पेन्सिलवेनिया की रैली में वे कह चुके थे कि राष्ट्रपति चुनाव का फैसला शायद इस बार सुप्रीम कोर्ट में हो।

अब सवाल यह है कि क्या वास्तव में सुप्रीम कोर्ट ‘कौन बनेगा राष्ट्रपति’ वाले सवाल का जवाब दे पाएगा। या फिर हल लोकतांत्रिक संस्थाओं जैसे सीनेट या हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के जरिए निकलेगा।

पहले कानूनी पहलू समझिए
ट्रम्प और रिपब्लिकन पार्टी दो राज्यों में नतीजों को चुनौती दे चुकी है। काउंटिंग रोकने की मांग कर रही है। उसका आरोप है कि जॉर्जिया में 53 पोस्टल बैलट फर्जी थे। ऐसा अन्य राज्यों में भी हुआ होगा। कानून के मुताबिक, जिन राज्यों में केस दायर किए गए हैं, वहां की अदालतें पहले सुनवाई करेंगी। इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचेगा। यानी हमारे देश जैसी व्यवस्था है।

लेकिन, इसका असर क्या होगा?
जाहिर तौर पर कानूनी लड़ाई जब तक चलेगी, तब तक राष्ट्रपति का फैसला नहीं हो पाएगा। इसमें कुछ दिन या कुछ हफ्ते लग सकते हैं। लेकिन, इस बात की आशंका बिल्कुल नहीं है कि ये 20 जनवरी या उसके बाद तक लटकेगा।

ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट की धमकी क्यों दे रहे है?
कैम्पेन के वक्त से ही ट्रम्प ऐसा कर रहे हैं। ‘द गार्डियन’ के मुताबिक, इसकी एक वजह सुप्रीम कोर्ट में रूढ़िवादी (कंजर्वेटिव) जजों का बहुमत है। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में 9 जज हैं। 3 की नियुक्ति ट्रम्प के कार्यकाल में हुई। इनमें से एक एमी कोने बैरेट तो चुनाव के महज एक हफ्ते पहले चुनी गईं। साफ तौर पर यहां 6 जज ट्रम्प यानी रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि कहा जाता है कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के जज कई बार उस पार्टी के समर्थकों की तरह व्यवहार करते हैं जिसने उन्हें कुर्सी तक पहुंचाया है। हालांकि, ऐसा करते हुए भी उन्हें निचली अदालतों के फैसले और राष्ट्रीय कानून को ध्यान में रखना होता है।

ये नौबत क्यों आई?
इसकी मुख्य वजह तो कोरोनावायरस है। इसकी वजह से राज्यों ने कुछ नियम (कानून नहीं) बनाए या बदले। इनकी वजह से पोस्टल और मेल इन बैलट कई गुना बढ़ गए। ट्रम्प का आरोप है कि इन्हीं वोटों के जरिए धांधली हुई। उन्होंने चुनाव के पहले ही इस तरह की वोटिंग का विरोध किया। ट्रम्प सिर्फ ‘मेन इन पर्सन’ यानी सीधे बूथ जाकर ही वोटिंग चाहते थे। बहरहाल, ट्रम्प की मांग मानी भी नहीं जा सकती और मानी भी नहीं गई। वरना करोड़ों लोग वोटिंग ही नहीं कर पाते।

कानूनी मामले और धमकी नई बात नहीं
साल 2000 और 2016 में भी कई मामले अदालतों तक पहुंचे पर कुछ हुआ नहीं। रिपब्लिकन्स और डेमोक्रेट्स चुनाव के पहले ही करीब 50 मामले एक-दूसरे पर दायर कर चुके हैं। अगर पेन्सिलवेनिया और जॉर्जिया से तस्वीर साफ नहीं हो पाती तो ट्रम्प या बाइडेन की अपील पर सुप्रीम कोर्ट दखल दे सकता है।



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अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस समेत कुल 9 जज होते हैं। यह संख्या विषम इसलिए रखी गई ताकि अहम मामलों में चीफ जस्टिस का वोट निर्णायक हो सके। (फाइल)

जनरल नरवणे को आज नेपाल आर्मी के ऑनरेरी जनरल की रैंक दी जाएगी November 04, 2020 at 05:01PM

भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे बुधवार को 3 दिन की यात्रा पर नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। नरवणे नेपाल के आर्मी चीफ जनरल पूर्ण चंद्र थापा के न्यौते पर वहां गए हैं। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी आज नरवणे को नेपाल सेना ऑनरेरी जनरल की रैंक से सम्मानित करेंगी। 1950 से ही ऐसी परंपरा चली आ रही है। इसमें भारत भी नेपाली सेना के चीफ को भारतीय सेना के जनरल की ऑनरेरी रैंक देता है।

नरवणे भारत की तरफ से नेपाल को मेडिकल सहायता देंगे
नेपाल से सीमा विवाद के बाद सेना भारत के आर्मी चीफ पहली बार नेपाल गए हैं। नरवणे आज सबसे पहले वीर स्मारक पर नेपाल के शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देंगे। नेपाल की सेना भारतीय आर्मी चीफ को गार्ड ऑफ ऑनर देगी। नेपाली सेना के चीफ के साथ जनरल नरवणे की मीटिंग भी होगी। नरवणे नेपाल को भारत की ओर से दवाएं और मेडिकल उपकरण देंगे।

नरवणे के बयान से नेपाल नाराज था
नेपाल और भारत के बीच इस साल मई से ही तनाव है। ऐसे में जनरल नरवणे का नेपाल दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। नरवणे ने मई में कहा था कि नेपाल किसी दूसरे देश की शह पर सीमा विवाद का मुद्दा उठा रहा है। लिपुलेख से मानसरोवर के बीच बनाई गई भारतीय सड़क पर सवाल खड़े कर रहा है। उन्होंने चीन का नाम नहीं लिया था, लेकिन नेपाल ने उनके इस बयान पर नाराजगी जाहिर की थी। नेपाल ने नरवणे के बयान को अपमानजनक बताया था।

विवाद कैसे शुरू हुआ?
भारत ने अपना नया नक्शा 2 नवम्बर 2019 को जारी किया था। इस पर नेपाल ने आपत्ति जताई थी और कालापानी, लिंपियाधुरा और लिपुलेख इलाके को अपना इलाका बताया था। इस साल 18 मई को नेपाल ने इन तीनों इलाकों को शामिल करते हुए अपना नया नक्शा जारी कर दिया। इस नक्शे को अपनी संसद के दोनों सदनों में पास कराया। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। मई-जून में नेपाल ने भारत से सटी सीमाओं पर सैनिक बढ़ा दिए। बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर नेपाली सैनिकों ने कुछ भारतीयों पर फायरिंग भी की थी।



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भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 3 दिन की नेपाल यात्रा पर हैं। वे बुधवार को काठमांडू पहुंचे थे।

Over dozen Indian-Americans win US state polls November 04, 2020 at 04:53PM

The five women elected to state legislatures are Jenifer Rajkumar to the New York State Assembly, Nima Kulkarni to the Kentucky State House, Kesha Ram to the Vermont State Senate, Vandana Slatter to the Washington State House and Padma Kuppa to the Michigan State House.

नीरव के खिलाफ ब्रिटिश अदालत ने भारतीय सबूतों को स्वीकार किया November 04, 2020 at 02:19PM

हीरा कारोबारी नीरव मोदी को देश में प्रत्यर्पित करने की दिशा में भारतीय अफसरों को एक कामयाबी मिली है। ब्रिटिश अदालत ने नीरव के खिलाफ सबूत स्वीकार कर लिए हैं।

इस फैसले से पहले जिला न्यायाधीश सैमुअल गूजी ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पेश कुछ गवाहों के बयानों की स्वीकार्यता के खिलाफ और पक्ष में दलीलें सुनीं। नीरव मोदी 1 दिसंबर तक रिमांड में भेज दिया गया।

अब दोनों पक्ष अगले साल 7 और 8 जनवरी को अंतिम बहस करेंगे। नीरव के वकील क्लेयर मोंटगोमरी क्यूसी ने मामले की सुनवाई के दौरान पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारी रवि शंकरन के साथ तुलना करके भारत की दलीलों पर काउंटर अटैक करने की कोशिश की।



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कोर्ट ने नीरव मोदी 1 दिसंबर तक रिमांड में भेज दिया है।

नतीजों में देरी के कारण समर्थकों कई शहरों में हिंसक झड़प; व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन November 04, 2020 at 02:18PM

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के आखिरी नतीजों में देरी के कारण कई शहरों में दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच झड़प हो गई। वॉशिंगटन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ अश्वेतों का आक्रोश दिखाई दिया। यहां हजारों लोग व्हाइट हाउस के पास ब्लैक लाइव मैटर प्लाजा पर एकजुट हुए। पिछले कुछ दिनों से यह जगह अश्वेतों के आंदोलन का प्रमुख स्थान बना हुआ है। इन लोगों ने ट्रम्प के खिलाफ नारे लगाए। सड़कें जाम कीं और पटाखे फोड़े।

इनमें से कई लोगों की पुलिस से झड़प हो गई। वॉशिंगटन की मेयर मुरियल बॉउसर ने कहा, ‘कुछ लोगों ने जानबूझकर अफरा-तफरी फैलाने की कोशिश की।’ इधर, सिएटल में प्रदर्शनकारियों ने ट्रैफिक रोक दिया। पुलिस ने यहां दो गुटों में हिंसक झड़प के बाद आठ लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा कि कुछ लोगों ने हमारे एक अधिकारी पर हमला किया था।

न्यूयॉर्क में लोग नारे लगा रहे थे- ‘हमें इंसाफ नहीं मिला तो किसी को शांति नहीं मिलेगी।’ प्रदर्शनकारियों के पोस्टरों पर लिखा था-‘ट्रम्प हमेशा झूठ बोलते हैं।’ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। यहां हिंसा की आशंका के बीच सैकड़ों दुकानें बंद रहीं। दूसरी ओर प्रशासन ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट जारी किया है। एजेंसियों से कहा गया है कि पूरे नतीजे घोषित होने के बाद स्थिति बिगड़ सकती है।

ट्रम्प के निशाने पर रहने वाले ‘द स्क्वॉड' की चारों महिलाएं दोबारा सांसद बनीं

अमेरिकी सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में द स्क्वॉड नाम से मशहूर 4 महिला सांसद एलेक्जेंड्रिया ओकैसियो कोर्टेज, इलहान ओमर, अयाना प्रेसली और राशिदा तालिब फिर जीत हासिल करने में सफल रही हैं।

एलेक्जेंड्रिया न्यूयॉर्क से, इलहान मिनेसोटा से, अयाना मैसाच्युसेट्स से और राशिदा मिशिगन से जीती हैं। ज्यादातर मुद्दों पर प्रगतिशीलता का समर्थन करने वाली ये महिलाएं अक्सर डोनाल्ड ट्रम्प के निशाने पर रही हैं। ये चारों महिलाएं पहली बार 2018 में सांसद चुनी गई थीं। ये डेमोक्रेटिक पार्टी की लेफ्ट विंग की सदस्य हैं। इन चारों में से इलहान उमर पर कई बार इस्लामिक कट्टरपंथियों का परोक्ष समर्थन करने के आरोप लगे हैं।



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तस्वीर वॉशिंगटन डीसी की है। यहां राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना के दौरान ट्रम्प के खिलाफ प्रदर्शन हुए। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प और मारपीट भी हुई। इसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं। वॉशिंगटन पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी यहां हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे है।

87% अश्वेतों, 64% एशियाई लोगों ने बाइडेन को चुना, जीतने वाले सभी भारतीय डेमोक्रेट्स November 04, 2020 at 02:18PM

116 साल में पहली बार इलेक्शन डे पर अमेरिका को राष्ट्रपति नहीं मिल सका। काउंटिंग जारी है। कांटे के मुकाबले में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। वे 227 इलेक्टोरल मत सुनिश्चित कर चुके हैं और 43 इलेक्टोरल वाले 4 राज्यों में आगे चल रहे हैं। वहीं, राष्ट्रपति ट्रम्प 213 इलेक्टोरल मत हासिल कर चुके हैं और 4 राज्यों में आगे चल रहे हैं, जहां 54 इलेक्टोरल वोट हैं।

व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए 270 इलेक्टोरल मत की जरूरत है। इस तरह 2000 के बाद यह सबसे नजदीकी मुकाबला होता दिख रहा है। उस वक्त जॉर्ज डब्ल्यू बुश 271 इलेक्टोरल मत पाकर राष्ट्रपति बने थे। अब तक हुई मतगणना के मुताबिक ट्रम्प को 48.02% और बाइडेन को 50.1% वोट मिले हैं। हालांकि 4 स्विंग स्टेट्स पेन्सिलवेनिया, जॉर्जिया, विस्कॉन्सिन और नॉर्थ कैरोलिना में डाक द्वारा भेजे गए मतों की काउंटिंग रुकने से चुनाव प्रक्रिया में बाधा पहुंची है। इन राज्यों में डाक से भेजे गए 80 लाख मतों की गिनती से पहले ही ट्रम्प ने अपनी जीत का ऐलान कर दिया।

ट्रम्प ने कहा, कोर्ट जाएंगे, बाइडेन बोले- मुकाबला करेंगे

डाक द्वारा भेजे गए वोटों को धांधली बताते हुए ट्रम्प ने कोर्ट जाने की बात कही। ट्रम्प ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- ‘समय खत्म होने के बाद वोटिंग जारी रखकर मतगणना में बड़े पैमाने पर धांधली हो रही है। यह अमेरिकी जनता से धोखा है। हम अब वोटिंग रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं। हम उन्हें सुबह 4 बजे तक किसी भी मतपत्र को खोजने और उन्हें सूची में शामिल नहीं करने देना चाहते, जहां तक मेरा सवाल है, हम पहले ही जीत चुके हैं।’ मतगणना के बीच बाइडेन और ट्रम्प के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग जारी रही।

उधर, बाइडेन ने कहा- ‘भरोसा रखिए, हम चुनाव जीतने जा रहे हैं।’ ट्रम्प ने दोपहर करीब 12 बजे लिखा- वह जीत का ऐलान करने वाले हैं। इस पर बाइडेन ने लिखा- विजेता के ऐलान का अधिकार मुझे या ट्रम्प को नहीं, बल्कि जनता को है। इसके बाद ट्रम्प ने डेमोक्रेट्स खेमे पर चुनावी धांधली के आरोप लगाने शुरू कर दिए।

पोस्ट पोल सर्वे : 64% युवा और 57% महिलाओं ने बाइडेन को वोट किया

वोटिंग के बाद हुए पोल के मुताबिक 64% युवाओं और 57% महिलाओं ने बाइडेन को वोट दिया। यहीं नहीं ट्रम्प की अप्रवासी नीति के विरोध में 87% अश्वेतों और 64% एशियाई मूल के लोगों ने बाइडेन को वोट देकर उनकी जीत की राह को आसान बना दिया है।

भारतीयों की आबादी वाले छह में से 5 राज्यों में बाइडेन की पार्टी को जीत मिली है। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए भारतीय मूल के चार उम्मीदवार डॉ. अमी बेरा, प्रमिला जयपाल, रो खन्ना और राजा कृष्णमूर्ति ने जीत हासिल की है। वहीं न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली से मीरा नायर के बेटे जोहरान ने जीत हासिल की है।

4 अहम सवाल: राष्ट्रपति का रास्ता कैसे साफ होगा?

1. इलेक्शन नाइट पर अमेरिका को राष्ट्रपति क्यों नहीं मिल सका?

आठ राज्यों के नतीजे रुके हुए हैं। चार राज्यों में डाक से भेजे गए वोट गिनती में नहीं लाए गए। इस बार कोरोना की वजह से 6.5 करोड़ मेल इन वोट पड़े हैं, जो ज्यादातर बाइडेन के हैं। क्योंकि, पार्टी ने जल्दी वोटिंग के लिए चुनावी कैंपेन चलाया था। इन सभी वोटों की गिनती अभी पूरी नहीं हुई है।

2. क्या सभी राज्यों में नतीजे आने के बाद ही राष्ट्रपति तय होगा?

आधिकारिक तौर पर तो ऐसा ही होगा। लेकिन, अगर कोई नेता 270 का आंकड़ा पूरा कर लेता है तो उसे पहले ही विजेता घोषित किया जाता रहा है। हालांकि, उसके बाद भी मतगणना जारी रहती है, जो सिर्फ औपचारिकता है। लेकिन, इस बार ऐसा होता नहीं दिख रहा, क्योंकि टक्कर कांटे की है।

3. तो फिर नतीजा कब आएगा, शपथ तो 20 जनवरी को हो जाएगी न?

ट्रम्प ने डाक से आए मतों को फर्जी बताया है। मामला अब कोर्ट जाएगा। वहां चर्चा इस बात की होगी कि 3 तारीख के बाद डाक से प्राप्त होने वाले वोटों की गिनती होनी चाहिए या नहीं? कोर्ट में केस चलेगा तो फैसला आने तक चुनाव का नतीजा अटका रह सकता है। 20 जनवरी से पहले फैसला आ सकता है।

4. अगर चुनाव का परिणाम बराबर रहा तो फिर क्या होगा?

दोनों उम्मीदवारों को 269-269 वोट मिले, इसकी संभावना कम है। इस सूरत में प्रतिनिधिसभा नया अध्यक्ष चुनेगी। नए सदस्य राष्ट्रपति चुनेंगे। इसमें सभी 50 राज्य एक-एक वोट कर पाएंगे। अगर 25-25 पर टाई होता है तो तब तक दोबारा वोटिंग होती रहेगी, जब तक स्पष्ट नतीजा नहीं आ जाता।



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वोटिंग डे पर ट्रम्प और बाइडेन के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग भी जारी रही। दोनों ने एक दूसरे पर कई आरोप लगाए। (फाइल फोटो)

Can Biden still win? Yes. here are the paths for him and Trump November 04, 2020 at 04:11AM

That left a diminished but still significant number of ways by which Biden could prevail, mostly clustered around recapturing Michigan, Wisconsin and Pennsylvania, the once-reliable “blue wall” states that Trump toppled four years ago. Here are the top scenarios remaining for Biden, as well as Trump, to win the 2020 election. The Biden scenarios presume that he wins Nevada, a blue state where he is narrowly ahead.

Trump seeks to stop 'all voting,' but only counting remains November 04, 2020 at 02:09AM

"We'll be going to the US Supreme Court - we want all voting to stop," Trump said early Wednesday. But the voting is over. It's only counting that is taking place across the nation. No state will count absentee votes that are postmarked after Election Day.Democratic challenger Joe Biden's campaign called Trump's statement "outrageous, unprecedented, and incorrect."

Nepal Covid tally touches 182,923: Health ministry November 04, 2020 at 02:08AM

Nepal has reported 3,309 new cases of coronavirus, taking the total number of infections in the nation to 182,923, the health ministry said on Wednesday. Ministry of Health and Population said the new cases were detected while conducting 12,144 polymerase chain reaction (PCR) tests at various labs across the county in the past 24 hours.

Landmine kills 9 troops in northeast Nigeria November 04, 2020 at 02:28AM

Slovenia PM congratulates Trump despite vote uncertainty November 04, 2020 at 01:41AM

"It's pretty clear that American people have elected Donald Trump and Mike Pence for four more years," Janez Jansa -- whose country is First Lady Melania Trump's homeland -- wrote on Twitter. "More delays and facts denying from MSM (mainstream media), bigger the final triumph for POTUS," he said.

धार्मिक टकराव के बीच फ्रांस ने 183 पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किया? जानें सच November 04, 2020 at 12:59AM

क्या हो रहा है वायरल : सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि फ्रांस और मुस्लिम देशों के बीच चल रहे टकराव के बीच फ्रांस में रह रहे 183 पाकिस्तानियों का वीजा रद्द कर दिया गया है। दावा है कि इन 183 लोगों में पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी ISI के पूर्व प्रमुख की बहन भी शामिल है।

सोशल मीडिया के अलावा दैनिक जागरण, न्यूज एजेंसी ANI, न्यूज -18 समेत कई मीडिया रिपोर्ट्स में 183 पाकिस्तानियों का वीजा रद्द होने का दावा किया गया है।

और सच क्या है?

  • Consulate General of Pakistan France नाम के ट्विटर हैंडल से 31 अक्टूबर को ट्वीट किया गया। इस ट्वीट के आधार पर ही ये खबर फैली कि फ्रांस ने 183 पाकिस्तानियों का वीजा रद्द कर दिया है।
  • फ्रांस में पाकिस्तान के दूतावास का ऑफिशियल ट्विटर हैंडल माने जा रहे अकाउंट के ट्विटर पर सिर्फ 469 फॉलोअर्स हैं। फॉलोअर्स की इतनी कम संख्या से ही अकाउंट की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। ये अकाउंट ट्विटर पर वैरिफाइड भी नहीं है।
  • पाकिस्तान के सिविल सेवा अधिकारी दनियाल गिलानी ने 2 नवंबर को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है। जिसमें एक ट्विटर हैंडल का स्क्रीनशॉट लेते हुए उन्होंने लिखा - सिर्फ यही फ्रांस में पाकिस्तान के दूतावास का असली ट्विटर हैंडल है।
##
  • गिलानी ने जिसे फ्रांस में पाकिस्तानी दूतावास का एकमात्र असली ट्विटर अकाउंट बताया। उस हैंडल से भी Consulate General of Pakistan France नाम के अकाउंट को फर्जी बताया जा चुका है।
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  • फ्रांस में पाकिस्तान के दूतावास का फेसबुक पर वेरिफाइड अकाउंट है। इस अकाउंट की बायो में भी साफ किया गया है कि असली ट्विटर हैंडल का यूजर नेम @PakinFrance है। इससे पुष्टि होती है कि जिस ट्विटर हैंडल से 183 वीजा रद्द होने की खबर वायरल की गई। वो फर्जी है।
  • साफ है कि फ्रांस द्वारा 183 पाकिस्तानियों का वीजा रद्द किए जाने का दावा फर्जी ट्विटर हैंडल से किया गया।


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Fact Check: France cancels visas of 183 Pakistanis amid religious conflict? Know the truth

WHO says Covid-19 spread in Europe accelerating November 04, 2020 at 01:08AM

The World Health Organisation says there has been a “further acceleration” in the speed of Covid-19's spread in Europe, which was responsible for about half of the globe's new cases reported last week. The UN health agency said in a weekly report published late Tuesday that European countries also recorded a 46% increase in deaths compared with the previous week.

Saudi Arabia to remove key restrictions on migrant laborers November 04, 2020 at 12:33AM

German minister warns of 'very explosive situation' in US November 03, 2020 at 11:43PM

Italy to impose anti-virus night curfew November 03, 2020 at 10:55PM