Friday, August 7, 2020

बांग्लादेश में चीन की 500 कंपनियां कारोबार कर रहीं; चाइना इन्वेस्टमेंट्स के चेयरमैन ने कहा- निवेश के लिए बांग्लादेश सबसे बेहतर August 07, 2020 at 08:20PM

चीन की जिनपिंग सरकार भारत के पड़ोसी देशों में तेजी से जड़ें जमाने की कोशिश कर रही है। उन्हें कर्ज और इन्वेस्टमेंट्स का लालच दिया जा रहा है। पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के बाद अब बांग्लादेश में चीन ने निवेश का जाल फैलाया है। शेख हसीना सरकार भी चीनी कंपनियों को मनमाफिक सुविधाएं दे रही है।

निवेश के लिए बांग्लादेश सबसे बेहतर देश
चाइना याबांग इन्वेस्टमेंट होल्डिंग ग्रुप कंपनी के चेयरमैन झू झियाओचू ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत की। यह चीन की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट कंपनियों में से एक है। झू ने बांग्लादेश सरकार की तारीफ की। कहा- बांग्लादेश इन्वेस्टमेंट के हिसाब से सबसे बेहतर जगह है। यहां जनसंख्या ज्यादा है और कारोबार की भी काफी संभावनाएं हैं।

बांग्लादेश में 500 चीनी कंपनियां
चाइना याबांग इन्वेस्टमेंट होल्डिंग ग्रुप चीन की उन 500 कंपनियों में शामिल है, जिन्होंने चीन में निवेश किया है। शेख हसीना की सरकार ने दो जिलों में कुल 100 एकड़ जमीन लीज पर दी है। इसमें बांग्लादेश इकोनॉमिक जोन्स अथॉरिटी (BEZA) नाम दिया गया है। चट्टोग्राम और फेनी जिलों में टेक्सटाइल और केमिकल इंडस्ट्रीज लगाई जा रही हैं।

10 साल पहले हुई थी शुरुआत
झू ने कहा- ग्लोबल कंपनियों के लिए बांग्लादेश सबसे बेहतर जगह है। खासतौर पर यहां ट्रेडीशनल इंडस्ट्रीज का स्कोप बहुत ज्यादा है। अब चीन यह काम कर रहा है। 10 साल पहले हमारे ग्रुप ने दक्षिण-पूर्व और दक्षिण एशिया, अफ्रीका और नॉर्थ कोरिया का दौरा किया था। हम इन्वेस्टमेंट्स की जगह तलाश कर रहे थ। पांच साल पहले हमने बांग्लादेश को चुना और यहां अपना परमानेंट स्टाफ अपॉइंट किया।

बांग्लादेश विकास चाहता है
झू ने आगे कहा- यहां की इकोनॉमी तेजी से मजबूत हो रही है। लोग शांति से काम करना चाहते हैं। यूएन से भी बांग्लादेश को मदद मिलती है। खास बात ये है कि लोगों और सरकार का नजरिया एक है। टेक्सटाइल और प्रिंटिंग के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। हम यहां के गार्मेंट सेक्टर और स्थानीय जरूरतों को पूरा करेंगे।



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बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना पिछले साल जून में चीन गईं थीं। यहां उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। चीन ने हाल ही में बांग्लादेश से इम्पोर्ट किए जाने वाले 97 फीसदी सामान पर टैक्स खत्म कर दिया था।

इमरान के विदेश मंत्री कुरैशी बोले- जरूरत के वक्त पीछे हट जाता है सऊदी अरब, उसने कश्मीर मामले में मदद नहीं दी August 07, 2020 at 06:06PM

पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्तों में तल्खी बढ़ती नजर आ रही है। पांच दिन में दूसरी बार पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सऊदी अरब पर कश्मीर मुद्दे पर सहयोग और समर्थन न देने के आरोप लगाए। हालांकि, उन्होंने यह मानने से इनकार कर दिया कि दोनों इस्लामी मुल्कों में दूरी बढ़ रही है।
कुरैशी ने कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि सऊदी अरब जरूरत होने पर पाकिस्तान की मदद से हाथ खींच लेता है।

सऊदी अरब को सब पता है
कुरैशी मीडिया के जरिए अपनी बात सऊदी सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। पांच दिन में दूसरी बात उन्होंने सऊदी अरब पर निशाना साधा। जियो न्यूज को दिए इंटरव्यू में कुरैशी ने कहा- सऊदी पाकिस्तान के लोगों की भावनाएं समझता है। इसलिए हम ये मान सकते हैं कि वो हमारा सहयोगी है। लेकिन, हम एक साल से यह मांग कर रहे हैं कि कश्मीर मुद्दे पर ऑर्गनाइजेश ऑफ मुस्लिम कंट्रीज (ओआईसी) की बैठक बुलाई जानी चाहिए। लेकिन, सऊदी सरकार इसे हर बार नामंजूर कर देती है।

सऊदी अब पाकिस्तान से नाराज
पाकिस्तान और सऊदी के बीच तल्खी बढ़ गई है। कुछ दिन पहले कुरैशी ने एक और इंटरव्यू दिया था। इसमें कहा था कि पाकिस्तान चाहे तो सऊदी की मदद के बिना भी कश्मीर मुद्दे पर आगे बढ़ सकता है। इतना ही नहीं कुरैशी ने ये इशारा भी कर दिया था कि पाकिस्तान दूसरे इस्लामी मुल्कों के साथ नया संगठन बना सकता है। कहा जाता है कि इस बयान से सऊदी अरब सरकार बेहद खफा है। अब कुरैशी ने सफाई देने की कोशिश की है।

कोरी धमकी या कुछ हकीकत
इसी हफ्ते पाकिस्तान ने यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश की थी। पांच स्थायी देशों में से सिर्फ चीन ने उसका साथ दिया। ओआईसी में भी उसको समर्थन हासिल नहीं है। यूएन और ओआईसी में सिर्फ तुर्की उसका साथ देता है। मलेशिया ने भी हाथ पीछे खींच लिए हैं। लिहाजा, ओआईसी जैसा मुस्लिम देशों का संगठन बनाने की बात सिर्फ कोरी धमकी समझी जा सकती है।

कर्ज लेकर कर्ज चुकाना
कुरैशी ने माना है कि पाकिस्तान ने हाल ही में चीन से एक बिलियन डॉलर लेकर सऊदी अरब के कर्ज की किश्त चुकाई है। उनके मुताबिक- सऊदी ने बहुत मुश्किल वक्त में हमारी मदद की है। महामारी का असर उन पर भी पड़ा है, इसलिए हमने चीन से कर्ज लेकर सऊदी की किश्त चुकाई। पाकिस्तान में विपक्ष इमरान सरकार पर आरोप लगा रहा है कि वो सऊदी और यूएई से रिश्ते खराब कर रही है और मुल्क का इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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फोटो जून की है। तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (दाएं) के बेटे की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। पाकिस्तान में विपक्ष का आरोप है कि इमरान सरकार के दौर में सऊदी अरब और यूएई से रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंच चुके हैं।

US intel: Russia acting against Biden; China opposes Trump August 07, 2020 at 05:15PM

US intelligence officials believe that Russia is using a variety of measures to denigrate Democratic presidential candidate Joe Biden ahead of the November election and that individuals linked to the Kremlin are boosting President Donald Trump's reelection bid, the country's counterintelligence chief said in the most specific warning to date about the threat of foreign interference.

Trump to meet Iraqi PM as ties rebound August 07, 2020 at 05:46PM

ट्रम्प ने कहा- नींद में रहने वाले बिडेन की जीत चाहता है चीन, उसकी ख्वाहिश हमारे देश पर हुकूमत करने की है August 07, 2020 at 05:34PM

अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले बयानबाजी तेज हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बिडेन पर फिर तंज कसा। कहा- चीन चाहता है कि मैं दूसरी बार राष्ट्रपति का चुनाव न जीत सकूं। इससे उसे और ईरान को बहुत फायदा होगा। चीन तो चाहता है कि नींद में रहने वाले बिडेन ही राष्ट्रपति बनें। क्योंकि, इसके बाद वो हमारे देश पर हुकूमत चला सकेगा।

चीन सपने देख रहा है
न्यूजर्सी में मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रम्प ने बिडेन को आड़े हाथों लिया। कहा- चीन तो चाहता है कि मैं बिडेन के सामने चुनाव हार जाऊं। बीजिंग तो चाहता है कि वो हमारे देश को खरीद ले। अगर बिडेन राष्ट्रपति बनते हैं तो चीन हमारे देश पर हुकूमत कर सकता है। इसके लिए बीजिंग में सपने देखे जा रहे हैं।

ईरान से भी डील हो जाएगी
चीन के बाद ट्रम्प ने ईरान का भी जिक्र किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- चीन ही क्यों, ईरान भी तो यही चाहता है कि मैं नवंबर में होने वाले चुनाव में हार जाऊं। अगर मैं हारता हूं तो आप बहुत जल्द देखेंगे कि ईरान के साथ नए राष्ट्रपति कितनी जल्दी डील करेंगे। नॉर्थ कोरिया से भी डील हो जाएगी। मैं ये भी साफ कर दूं कि अगर 2016 का चुनाव मेरी पार्टी नहीं जीतती तो अब तक नॉर्थ कोरिया से डील हो चुकी होती।

चीन से खतरा
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में चीन और रूस की तरफ से दखलंदाजी के आरोप लग रहे हैं। इस बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ट्रम्प ने कहा- अगर आप से ये सोच रहे हैं कि चुनाव में चीन ही खतरा है तो इसमें कुछ गलत नहीं है। लेकिन, मैं उनसे सिर्फ एक ही बात कहना चाहता हूं कि हम उनकी हर हरकत पर नजर रख रहे हैं। मेल-इन वोटिंग से खतरा ज्यादा है। इनके जरिए रूस, चीन, ईरान और यहां तक कि नॉर्थ कोरिया भी साजिश कर सकता है।

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बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प। ट्रम्प के मुताबिक, अगर डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बिडेन राष्ट्रपति चुनाव जीतते हैं तो चीन और ईरान जैसे देश बहुत खुश होंगे।

US sanctions Hong Kong’s Carrie Lam, other officials over crackdown August 07, 2020 at 04:31PM

Former Saudi official accuses Crown Prince of trying to get him killed August 07, 2020 at 04:35PM

Possibility of external role: Lebanon prez on blast probe August 07, 2020 at 04:39PM

ब्राजील में मरने वालों का आंकड़ा एक लाख के करीब पहुंचा, फ्रांस में अप्रैल के बाद सबसे ज्यादा मामले; दुनिया में अब तक 1.95 करोड़ केस August 07, 2020 at 04:38PM

दुनिया में कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक 1 करोड़ 95 लाख 41 हजार 216 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 25 लाख 44 हजार 479 मरीज ठीक हो चुके हैं। 7 लाख 24 हजार 050 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्राजील में हालात काबू में होते नजर नहीं आते। यहां मरने वालों का आंकड़ा शनिवार सुबह 99 हजार 572 हो गया। फ्रांस में अप्रैल के बाद मामले तेजी से बढ़ते दिख रहे हैं।

ब्राजील : महंगी पड़ी लापरवाही
सरकार के स्तर पर हो या आम लोगों के। ब्राजील में लापरवाही संक्रमण की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है। यहां अब भी लोग न तो नियमों का पालन कर रहे हैं और न ही डब्ल्यूएचओ की वॉर्निंग को गंभीरता से ले रहे हैं। नतीजा यह है कि यहां मरने वालों का आंकड़ा शनिवार सुबह 99 हजार 572 हो गया। जेयर बोल्सोनारो की सरकार अब खुद को मजबूर महसूस कर रही है। शुक्रवार को ट्रेड मिनिस्टर ने कहा- हम हर किसी को मिलकर ये नहीं समझा सकते कि गाइडलाइन्स का पालन करना क्यों जरूरी है।

फ्रांस : फिर बढ़ी मुश्किल
फ्रांस में अप्रैल के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले सामने आए। शुक्रवार को 2288 नए संक्रमित मिले। यह अप्रैल के बाद एक दिन में मिले मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है। इतना ही नहीं पिछले हफ्ते कुल 9330 केस मिले। इसके साथ ही कुल संक्रमितों का आंकड़ा अब 1 लाख 97 हजार 921 पर पहुंच गया है। सरकार के मुताबिक, देश में अब 788 क्लस्टर हैं। इनकी वजह से संक्रमित बढ़ रहे हैं। यात्रा पर लगी पाबंदियां हटाना भी सरकार के लिए अब मुसीबत का सबब बन गया है। कुछ पाबंदियां दोबारा लगाई जा सकती हैं।

शुक्रवार को पेरिस के एक म्यूजियम के बाहर मास्क लगाए महिला। फ्रांस में दो हफ्ते बाद एक दिन में 200 से ज्यादा मामले सामने आए। सरकार यहां फिर सख्त पाबंदियां लगाने पर विचार कर रही है।

इटली : यात्रियों से संक्रमण
इटली संक्रमण के कहर से उबरने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, यात्रियों की वजह से परेशानी बढ़ती दिख रही है। शुक्रवार को यहां 552 नए मामले सामने आए। सिर्फ दो हफ्ते पहले तक यहां एक दिन में 200 से ज्यादा मामले सामने नहीं आए थे। लोगों ने संक्रमण के डर से सभी सावधानियां सख्ती से बरतना शुरू की थीं। इसका असर भी हुआ था। हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि दूसरे देशों से आने वाले लोगों और घरेलू यात्रियों की वजह से केस बढ़ रहे हैं। हालात, फिर बेकाबू हों, इसके पहले कड़े कदम उठाए जाने की तैयारी शुरू हो गई है।

वेनिस की एक टूरिस्ट साइट के बाहर सैनिटाइजेशन करता कर्मचारी। इटली में हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि दूसरे देशों से आने वाले लोगों की वजह से देश में मामले बढ़ रहे हैं। यहां टूरिस्ट प्लेसेस पर सैनिटाइजेशन किया जा रहा है। हर जगह थर्मल स्कैनर भी लगाए गए हैं।


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ब्राजील के रियो डि जेनेरियो के एक हॉस्पिटल में शुक्रवार को मरीज की फिजियोथैरेपी करती डॉक्टर। यहां ज्यादातर संक्रमितों को सांस लेने में दिक्कत पाई गई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसकी एक वजह पॉल्यूशन है।

मस्क ने कविता-कहानी लिखने वाला सॉफ्टवेयर तैयार कराया, उसने मस्क को चेताया- रातभर ट्वीट करना बंद करो August 07, 2020 at 02:16PM

अगर आप कवि या कहानीकार बनने के बारे में सोच रहे हैं तो आपकी मदद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से बना सॉफ्टवेयर बिल्कुल तैयार है। इसे जेनरेटिव प्री-ट्रेंड ट्रांसफार्मर 3 (जीपीटी-3) नाम दिया गया है। सॉफ्टवेयर को सैनफ्रांसिस्को स्थित ओपेनाई नामक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित लैब ने तैयार किया है।

लैब के संस्थापकों में से एक टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भी हैं। टेस्टिंग के दौरान एलन मस्क को उनके ट्वीट के आधार पर इस सॉफ्टवेयर ने कहानी के रूप में चेतावनी भी दी, जो इस प्रकार है- ‘मस्क तुम्हारे ट्वीट सब बर्बाद कर सकते हैं। अगर तुमने रातभर जागकर ट्वीट करना बंद नहीं किया तो तुम्हारी नौकरी भी जा सकती है।’

इसके जवाब में मस्क ने कम्प्यूटर से कहा- ‘तुम ऐसा क्यों कह रहे हो कम्प्यूटर? मैं घटिया ट्वीट तो नहीं लिखता हूं। मैं तो अपने ट्वीट कैपिटल लैटर में भी नहीं लिखता। (अंग्रेजी में कैपिटल लैटर में ई-मेल या कोई पोस्ट लिखने वाले की नाराजगी को दर्शाता है) मुझे विश्वास है कि मेरे ट्वीट अक्सर साफ-सुथरे होते हैं।’

जवाब में कम्प्यूटर ने कहा-‘लेकिन तुम्हारे ट्वीट बाजार (स्टॉक मार्केट) में उथल-पुथल तो मचा ही सकते हैं, इसलिए हम दुखी हैं। यह ठीक है कि तुम जीनियस और अरबपति हो लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि तुम बात-बात पर हमें बोर करो।’

भाषाई मॉडल के आइडिया पर तैयार हुआ

दरअसल, यह सॉफ्टवेयर भाषाई मॉडल के आइडिया पर तैयार किया गया है। इसके तहत सांख्यिकी का इस्तेमाल करके शब्दों को जोड़ने की व्यवस्था की गई है। इसमें विकिपीडिया और अनेक किताबों के साथ-साथ इंटरनेट से करोड़ों पन्नों में दर्ज शब्दों और वाक्यों को जोड़ा गया है।

उदाहरण के तौर पर सांख्यिकी के अनुसार अगर हम ‘लाल’ शब्द का प्रयोग करें तो इस शब्द के साथ अमूमन ‘गुलाब’ शब्द का प्रयोग किया जाता है। इस तरीके से अगर इस नए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रहे कम्प्यूटर को काेई एक शब्द दिया जाए, तो वह उसके इस्तेमाल के अनुसार वह कविता या कहानी गढ़कर दे सकता है।

ब्रह्मांड में मौजूद सारे शब्दों को एआई की मदद से स्कैन कर सकता है

चूंकि, एक कम्प्यूटर ब्रह्मांड में मौजूद सारे शब्दों को एआई की मदद से स्कैन कर सकता है, लिहाजा दिए गए कमांड के अनुसार कम्प्यूटर आसानी से ऐसे वाक्यों की संरचना कर सकता है, जिसकी आपको जरूरत है। कड़वे बोल को भी मीठी बातों में बदल सकता है सॉफ्टवेयर टेस्टिंग में पता चला कि सॉफ्टवेयर सांख्यिकी गणना के साथ भावों का भी अनुवाद कर सकता है।

आर्टिस्ट अर्रम सबेती ने बताया कि इसकी मदद से उन्होंने जासूसी कहानी भी लिखी है। इसमें हीरो हैरी पॉटर है, जो एक सूट पहने हुए है। लेकिन, उसकी शर्ट पर सिलवटें हैं। जूतों पर पॉलिश नहीं है। इस तरह के भाव कम्प्यूटर ने खुद ही स्कैन किए। रिसर्चर इलिएट टर्नर ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर कड़वे बोल को मीठे बोल में भी बदल सकता है।

-द इकोनॉमिस्ट से विशेष अनुबंध के तहत



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मस्क ने सॉफ्टवेयर से काफी देर तक बातें कीं और कई सवाल भी पूछे।

ओपन डिबेट में भारत ने कहा- आतंकवाद आज मानव जाति के लिए सबसे गंभीर खतरा, हमारा देश सीमा पार के आतंकवाद से पीड़ित रहा August 07, 2020 at 05:23AM

सुरक्षा परिषद में ओपन डिबेट के दौरान भारत ने शुक्रवार को कहा कि हमारा देश सीमा पार से होने वाले आतंकवाद से पीड़ित रहा है। हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध और आतंकवाद के सबसे बुरे रूप का अनुभव किया है।

एक दिन पहले ही पाकिस्तान ने एक बार फिर यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में कश्मीर मुद्दा उठाने की कोशिश की थी। इस पर सुरक्षा परिषद ने कहा था कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान का आपसी मुद्दा है। इसे दोनों देश मिलकर सुलझाएं। सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य देशों में से चार अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस भारत के पक्ष में रहे। चीन ने पहले की तरह पाकिस्तान का समर्थन किया था।

उधर, शुक्रवार को भारत ने कहा- हमारे देश में 1993 में हुए मुंबई हमले के दोषी को पड़ोसी देश में संरक्षण मिलता है। यह देश संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकियों और आतंकी संगठनों को संरक्षण देने के साथ-साथ हथियारों और ड्रग के तस्करी का केंद्र है।

एफएटीएफ के साथ मिलकर काम करने की जरूरत

आतंक पर लगाम लगाने को लेकर भारत ने कहा- संयुक्त राष्ट्र को वित्तीय कार्रवाई टास्क फोर्स (एफएटीएफ) जैसे निकायों के साथ अपने समन्वय को बढ़ाने की जरूरत है। ऐसी संस्थाएं मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी की फंडिंग रोकने और इससे मुकाबला करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

आतंकवाद से कोई देश या क्षेत्र नहीं बच सकता

भारत ने कहा- आतंकवाद आज मानव जाति के लिए सबसे गंभीर खतरा है। इससे कोई देश और क्षेत्र बच नहीं सकता है। भारत आतंकवाद के हर रूप की कड़ी निंदा करता है। आतंकवाद के किसी भी रूप का कोई अर्थ नहीं हो सकता है। इसके मूल कारणों की तलाश भूसे के ढेर में एक सुई खोजने के जैसा है।

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सुरक्षा परिषद में भारत ने कहा- हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध और आतंकवाद का अनुभव किया है। (फाइल फोटो)

Lebanon president rejects global probe into port blast August 07, 2020 at 04:56AM

Lebanon's president Friday rejected any international probe into the catastrophic port blast, saying a missile or negligence could have been responsible as rescuers desperately combed the rubble for survivors. The entrenched ruling class has come under fire once again since Tuesday's explosion, which killed at least 154 people and devastated swathes of the capital.

Coronavirus: Pakistan to resume international flights from Sunday August 07, 2020 at 02:02AM

Pakistan government on Friday announced the resumption of international flight operations at all airports in the country from August 09 as a part of lifting coronavirus-triggered restrictions. A NOTAM (notice to airmen) issued by the Civil Aviation Authority (CAA) said that operations will resume from August 9, Dawn reported.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा- इटली मछुआरों के परिवारों को मुआवजा दे, केस तभी बंद होगा; सरकार ने केस बंद करने की अपील की थी August 07, 2020 at 12:34AM

सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा है कि इटली के 2 नौसैनिकों के खिलाफ चल रहा 2 भारतीय मछुआरों की हत्या का केस अभी बंद नहीं होगा। केस तभी बंद किया जाएगा जब इटली मारे गए मछुआरों के परिजनों को मुआवजा देगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह मछुआरों के परिवार वालों का रुख जाने बिना कोई फैसला भी नहीं सुनाएगा।

करीब एक महीने पहले इंटरनेशनल कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि यह मामला भारतीय कानून के दायरे से बाहर है। हालांकि, इंटरनेशनल कोर्ट ने इटली से नुकसान की भरपाई करने को कहा था। इस फैसले के बाद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से दोनों नौसैनिकों के खिलाफ केस बंद करने की अपील की थी।

सरकार ने कहा- इटली ने कार्रवाई का भरोसा दिया

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को हुई सुनवाई में कहा कि इटली ने कार्रवाई का भरोसा दिया है। इटली अपने दोनों नौसैनिकों के खिलाफ मुकदमा चलाएगा। इंटरनेशनल कोर्ट ने आदेश के मुताबिक इटली मछुआरों के परिजनों को मुआवजा भी देगा।

क्या है मामला?
15 फरवरी 2012 को इटली के नौसैनिक सैलवाटोर गिरोन और मैसीमिलानो लैटोरे ने केरल के पास समुद्र में 2 भारतीय मछुआरों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। भारत ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। इटली का कहना था कि यह घटना भारतीय समुद्री सीमा से बाहर हुई, इसलिए भारत कार्रवाई नहीं कर सकता। भारत का कहना था कि मारे गए मछुआरे भारतीय हैं तो कार्रवाई भी भारत करेगा।

2015 में भारत ने आरोपी नौसैनिकों को इटली भेजा
भारत ने इटली के दोनों नौसैनिकों को 2015 में जमानत में ढील देते हुए वोटिंग में शामिल होने के लिए इटली भेजा था। बाद में इटली ने इन सैनिकों को वापस नहीं भेजा। इस पर दोनों देशों के रिश्तों में काफी खटास आ गई थी।

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1. केंद्र की सुप्रीम कोर्ट में अपील- इटली के नौसैनिकों के खिलाफ केस बंद हो; इंटरनेशनल कोर्ट ने इसे भारतीय कानून से बाहर बताया है



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भारत ने इटली के दोनों नौसैनिकों को 2015 में जमानत में ढील देते हुए वोटिंग में शामिल होने के लिए इटली भेज दिया था। -फाइल फोटो

Pakistan Parliament approves FATF-related bill August 06, 2020 at 10:30PM

China sentences fourth Canadian to death on drug charges August 06, 2020 at 09:56PM

China has sentenced a fourth Canadian citizen to death on drug charges in less than two years following a sharp downturn in ties over the arrest of an executive of Chinese tech giant Huawei. Ye Jianhui was sentenced Friday by the Foshan Municipal Intermediate Court in the southern province of Guangdong. Ye had been found guilty of manufacturing and transporting drugs, the court said in a brief statement.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा- वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन में चीन की एंट्री अब तक की सबसे खराब डील, चीन ने नियमों की धज्जियां उड़ाईं August 06, 2020 at 08:51PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि चीन की वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन में एंट्री अब तक हुई सबसे खराब डील थी। ट्रम्प ने कहा- जिस तरह चीन ने नियम तोड़े हैं, उस तरह से आज तक किसी देश ने नियमों की अनदेखी नहीं की। ट्रम्प ओहियो में व्हर्लपूल कार्पोरेशन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में बोल रहे थे।

अमेरिका के राजनेताओं को भी कोसा
ट्रम्प ने कहा- बीते समय में हमारे कुछ नेताओं ने ग्लोबलाइजेशन की पॉलिसी अपनाई। हमारी नौकरियां, रुपए और कारखाने दूसरे देशों में चले गए। ग्लोबलाइजेशन से नेता और एलीट लोग तो अमीर होते गए, लेकिन हमारे कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं बचा।
चीन को विकासशील देश कहे जाने पर ट्रम्प ने कहा, "इससे उन्हें फायदा मिलता है, लेकिन हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।" इससे पहले भी जनवरी में ट्रम्प ने कहा था कि डब्ल्यूटीओ में अमेरिका के साथ ठीक व्यवहार नहीं किया जा रहा है। यहां अभी भी भारत और चीन को विकासशील देश माना जा रहा है।

डब्ल्यूटीओ की वजह से चीन यहां तक पहुंचा
ट्रम्प ने कहा कि डब्ल्यूटीओ सालों से अमेरिका के साथ भेदभाव करता रहा है। इसकी इन्हीं नीतियों की वजह से चीन आज यहां तक पहुंचा है। ट्रम्प प्रशासन 164 मेंबर वाले वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन को काफी समय से अमेरिका के हटने की धमकी देता रहा है। 2001 से चीन इस ऑर्गनाइजेशन का मेंबर है।

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डोनाल्ड ट्रम्प 164 मेंबर वाले वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन से अमेरिका के हटने की धमकी देते रहे हैं।