Sunday, September 6, 2020

कई जगहों पर बुलेट ट्रेन रद्द, 10 एयरपोर्ट से करीब 500 घरेलू फ्लाइट्स भी कैंसिल; साउथ कोरिया की ओर बढ़ा चक्रवात September 06, 2020 at 08:35PM

जापान में एक हफ्ते में दूसरे तूफान ने रविवार को दस्तक दी। इस तूफान से बिजली सप्लाई पर बड़े पैमाने पर असर पड़ा है। देश में करीब 5 लाख लोगों के घरों में बिजली गुल हो गई है। ओकिनावा समेत कई आईलैंड पर तूफान से घरों को नुकसान पहुंचा। करीब 8 लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। सोमवार को तूफान खत्म होने के बाद भी कई इलाकों में यातायात प्रभावित है। कई जगहों पर बुलेट ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। 10 एयरपोर्ट से करीब 500 घरेलू फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गई हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटे में हैशेन तूफान कमजोर हुआ है। हालांकि, तूफान जाने के बाद भी भारी बारिश हो सकती है। 144 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। इसे देखते हुए लोगों से सावधान रहने की अपील की गई है। फिलहाल यह तूफान साउथ कोरिया की ओर बढ़ गया है।

जापान के शिबा टाउन में लैंडस्लाइड से कई घरों को नुकसान पहुंचा।

क्युशु रीजन में 40 लोग घायल

क्युशु रीजन में करीब 40 लोग घायल हुए हैं। सोमवार को मियाजाकी राज्य में हुए लैंडस्लाइड में चार लोग लापता हो गए और एक घायल हो गया। यहां पर करीब 4 लाख से ज्यादा घरों में बिजली सप्लाई नहीं हो पा रही है। इससे पहले यहां पर जुलाई में भी बाढ़ से काफी नुकसान हुआ था। बाढ़ से करीब 43 लोगों की मौत हो गई थी।

जापान के फुकुओका इलाके में तेज हवा के बाद गिरा एक कार शेड। फुकुआको समेत देश के कई दक्षिणी इलाके में तूफान का असर नजर आया।

एक हफ्ते पहले आया था मयस्क तूफान

जापान में यह इस हफ्ते में दूसरा तूफान है। एक हफ्ते पहले यहां पर मयस्क तूफान आया था। इस दौरान जापान के तट के पास न्यूजीलैंड से 5800 जानवरों को चीन ले जा रहा कार्गो डूब गया था। इसके 43 क्रू मेंम्बर्स में से सिर्फ दो बचाए जा सके थे।

यह फोटो मयस्क तूफान के बाद डूबे कैटल कार्गो से जिंदा बचाए गए क्रू मेम्बर की है। वह लाइफ बोट के सहारे समुद्र में तैरता मिला था।


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जापान के कागोशिमा शहर में रविवार को हैशेन तूफान के बाद उठती ऊंची लहरें। तूफान से जापान के कई दक्षिणी आईलैंड पर जरूरी सेवाओं पर असर पड़ा है।

दुनिया का सबसे अकेला हाथी कहा जाने वाला कावन इस्लामाबाद से कम्बोडिया जाएगा; 35 साल से बदतर हालात में था, नाखून तक नहीं बचे September 06, 2020 at 07:56PM

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के चिड़ियाघर में छोटी सी जगह पर रखे गए हाथी को अब छोड़ा जाएगा। कावन नाम का यह हाथी 35 साल से बदतर हालात में रहने को मजबूर था। दुनियाभर के एनिमल एक्टिविस्ट उसे छोड़ने के लिए कैंपेन चला रहे थे। लोगों ने इसे 'दुनिया का सबसे अकेला हाथी' नाम दिया है। पूरी संभावना है कि इसे कम्बोडिया भेजा जाए। इसकी एक वजह ये है कि कम्बोडिया में हाथियों के लिए हालात बहुत बेहतर हैं। कावन को वहां माहौल और साथी दोनों मिल सकेंगे।

हाथी को खाना खिलाते 'फोर पॉज' के कर्मचारियों के साथ स्थानीय अधिकारी।

'फोर पॉज' नाम की संस्था के प्रवक्ता मार्टिन बॉयर ने कहा- इस्लामाबाद के वाइल्डलाइफ मैनेजमेंट बोर्ड ने उसे दूसरी जगह ट्रांसफर करने के लिए कहा है। भेजने के लिए मेडिकल अप्रूवल मिल गया है। शुक्रवार को उसकी मेडिकल जांच की गई थी। इस हाथी की हालत खराब है।

मेडिकल जांच के दौरान हाथी की सूंड को सहलाकर उसे आराम देते 'फोर पॉज' के कर्मचारी।

शरीर में घाव और टूटे नाखून, मानसिक तौर पर भी बीमार
बॉयर ने कहा- मेडिकल जांच में कावन में कुपोषण के लक्षण मिले। लंबे वक्त तक वो सीमेंटेड फर्श पर रहा। इससे पैर खराब हो गए, नाखून टूट गए। शरीर पर जख्म हैं। वह मानसिक तौर पर भी परेशान है। सिर हिलाता रहता है।

हाथी के घाव पर दवा डालते कर्मचारी।

उन्होंने कहा- इस हाथी कि रिकवरी में लंबा वक्त लगेगा। हालांकि, वह अभी इस हालत में है कि उसे किसी दूसरी और अच्छी जगह भेजा जा सके। कावन के पार्टनर की 2012 में मौत हो गई थी। तब से वह बदतर हालात में और अकेले रहने को मजबूर है।

कावन हाथी की मेडिकल जांच करते 'फोर पॉज' संस्था के कर्मचारी।

अमेरिकी गायिका ने भी उठाई थी आवाज
कावन को बचाने के लिए दुनियाभर के एनिमल एक्टिविस्ट ने आवाज उठाई थी। अमेरिकी गायिका शैर ने हाथी छोड़ने की अपील की थी। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने मई में चिड़ियाघर को बंद करने के भी आदेश दिए थे। क्योंकि, यहां जानवरों का ध्यान न रखने की कई शिकायतें मिली थीं।

हाथी की लंबाई नापते कर्मचारी।

इसी जू में लापरवाही से दो शेरों की मौत हुई थी
बॉयर ने बताया कि जुलाई में यहां से दो शेरों को दूसरी जगह ले जाने के दौरान लापरवाही बरतने से उनकी मौत हो गई थी। शेरों को पिंजरे में कैद करने के लिए लोकल कर्मचारियों ने उनके बाड़े में आग लगा दी थी। उन्हें लगा बचने के लिए वे बाड़े से निकलकर पिंजरे में आ जाएगे। लेकिन, इससे शेरों की मौत हो गई।



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इस्लामाबाद के जू में 'फोर पॉज' के कर्मचारियों ने हाथी की मेडिकल जांच करने से पहले मीडिया को जानकारी दी।

Brexit showdown as UK threatens to undermine divorce treaty September 06, 2020 at 08:01PM

UNICEF to lead global procurement, supply of Covid-19 vaccines September 06, 2020 at 07:48PM

In what could possibly be the world's largest and fastest ever operation of its kind, the UNICEF will be leading the procurement and supply of coronavirus vaccines to ensure that all countries have safe, fast and equitable access to initial doses when they are available, it has said.

China to hold more military drills off northeast, east coasts September 06, 2020 at 06:14PM

China will hold further military exercises from Monday along its northeast and eastern coast, the government said, the latest in a series of unusual back-to-back drills against a backdrop of rising regional tension. The first set of exercises will take place in the Bohai Sea, off the northeastern port of Qinhuangdao, on Monday, the Maritime Safety Administration said.

ट्रम्प ने कहा- जो वादे करता हूं, वे पूरे भी करता हूं; जानिए 4 साल में उनके 15 बड़े वादों का क्या नतीजा हुआ? September 06, 2020 at 06:02PM

2016 में डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर 280 वादे किए थे। ट्रम्प दावा करते हैं कि उन्होंने जो वादे किए, उन्हें पूरा भी किया। बतौर उम्मीदवार और राष्ट्रपति बनने के बाद किए गए उनके 15 बड़े वादों का क्या हुआ? आइए जानते हैं....

1. 16 जून 2015: देश की दक्षिणी सीमा पर बहुत बड़ी दीवार बनाऊंगा, इसकी कीमत मैक्सिको चुकाएगा
ट्रम्प ने 3174 किलोमीटर सीमा पर सिर्फ 491 किमी दीवार बनाई। कई जगहों पर पहले से बने बैरियर हैं। कुछ स्पॉट्स ऐसे हैं जहां सिर्फ गाड़ियां रुकती हैं। लोग आसानी से निकल जाते हैं।
एक मील दीवार की लागत 3 करोड़ डॉलर (करीब 219 करोड़ रुपए) है। मैक्सिको ये रकम नहीं देगा। यानी पैसा अमेरिकी टैक्सपेयर्स की जेब से जाएगा।

2. 29 जुलाई 2015: हम उन्हें खोज लेंगे (अवैध इमिग्रेंट्स के लिए), उन्हें बाहर करेंगे
ट्रम्प ने तीन साल में करीब 7 लाख 50 हजार इलीगल इमिग्रेंट्स (अवैध प्रवासी) को उनके देश भेजा। लेकिन, इनमें से ज्यादातर अमेरिका में घुसने की कोशिश कर रहे थे, यहां रह नहीं रहे थे।
उन्होंने कभी भी इन इमिग्रेंट्स को निकालने की कोशिश नहीं की। सिर्फ डर का माहौल बनाया। माइग्रेंट्स को उनके बच्चों से अलग कर दिया गया। इससे माइग्रेंट्स की संख्या में थोड़ी गिरावट आई। ओबामा ने तीन साल में जितने इमीग्रेंट्स को निकाला था, तीन साल में ट्रम्प उतने लोगों को नहीं निकाल सके।

3. 21 जुलाई, 2016: कानून व्यवस्था का पालन कराएंगे, अपराध और हिंसा बहुत जल्द खत्म हो जाएंगे। 20 जनवरी 2017 तक सुरक्षा बहाल हो जाएगी
ट्रम्प ने खुद स्वीकार किया है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रहे। 27 अगस्त 2020 को उन्होंने खुद कहा- सड़कों पर हिंसा और खतरा है।

4. 21 जुलाई, 2016: ओबामा केयर खत्म करेंगे, दूसरी योजना लाएंगे
ट्रम्प ओबामा के हेल्थ केयर प्रोग्राम को खत्म नहीं कर सके। इसे बदलने के लिए कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं। ये कभी नहीं बताया कि इसकी जगह कौन सी स्कीम लाएंगे?

5. 16 जून, 2015: सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाला राष्ट्रपति बनूंगा
शुरुआत में ओबामा प्रशासन के बराबर ही नौकरियां मिलीं। कोरोना ने इसे भी खत्म कर दिया। ट्रम्प के पद संभालने के बाद से अब तक करीब 50 लाख लोग बेरोजगार हो चुके हैं। यह किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति का सबसे खराब रिकॉर्ड है।

6. 20 मार्च, 2016: जजों की भर्ती करने जा रहा हूं
ट्रम्प ने अमेरिका में कई जजों की तैनाती की है। यह उनकी कामयाबी है। लेकिन, इस काम में उनकी मदद सीनेट के मेजॉरिटी लीडर मिच मैक्कॉनेल ने की है। उन्होंने ओबामा को ये भर्तियां करने से रोक दिया था।

7. 21 जुलाई, 2016: अमेरिकी लोगों का सम्मान सच्चाई के साथ करेंगे, सच्चाई के सिवा कुछ नहीं
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक ट्रम्प ने अभी तक 20 हजार से ज्यादा बार गलत या भ्रामक बयान दिए हैं।

8. 21 जुलाई, 2016: रोड, हाईवे, ब्रिज, टनल, एयरपोर्ट और भविष्य का रेलवे बनाएंगे
ट्रम्प ने कभी इंफ्रास्ट्रक्टर बिल पास करने की कोशिश भी नहीं की।

9. 31 मार्च, 2016: कर्ज से छुटकारा दिलाएंगे
कर्ज और बढ़ गया है। जल्द ही यह अमेरिका की इकोनॉमी से भी ज्यादा होगा। 1946 से बाद से अब देश पर सबसे ज्यादा कर्ज होने वाला है।

10. 15 अक्टूबर, 2016: व्यापार घाटा खत्म करेंगे
ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिका का व्यापार घाटा ओबामा प्रशासन के दौरान रहे व्यापार घाटा से ज्यादा हो गया है।

11. 21 जुलाई, 2016: आर्मी को फिर मजबूत करेंगे, पूर्व सैनिकों की देखभाल करेंगे
ट्रम्प ने मिलिट्री बजट बढ़ाया। लेकिन, उसका इस्तेमाल मैक्सिको की सीमा पर दीवार बनाने में भी किया। ओबामा के एक प्रोग्राम का भी विस्तार किया, जिससे पूर्व सैनिकों को प्राईवेट हॉस्पिटलों में भी फ्री में इलाज कराने की सुविधा मिली है। लेकिन, हाल ही में ट्रम्प पर मारे गए सैनिकों को पराजित कहने के भी आरोप लगे हैं।

12. 21 जुलाई, 2016: आईएसआईएस को हराने वाले हैं
आईएसआईएस के खिलाफ कार्रवाई ओबामा प्रशासन में शुरू हुई थी। हालांकि, ट्रम्प के समय में आतंकियों का बड़े पैमाने पर सफाया हुआ, लेकिन अब भी आईएसआईएस की गतिविधियां पूरी तरह खत्म नहीं हैं।

13. 3 मई, 2017: इजरायल और फिलिस्तीन में अमन बहाली चाहते हैं
इजरायल और फिलिस्तीन के रिश्ते पहले जैसे ही हैं। हालांकि, अरब देशों जैसे कि यूएई के साथ रिश्तों में नरमी आई है।

14. 16 जून, 2015: कोई भी देश हमारे मामलों में दखल नहीं दे सकेगा
रूस ने 2016 में अमेरिकी चुनावों में दखल दिया और 2020 में फिर से दखल देता दिख रहा है। सीरिया में अमेरिकी सैनिकों को घायल किया। अफगानिस्तान में तालिबानी आतंकियों को अमेरिकी जवानों को मारने के लिए घूस भी दी।

15. 4 फरवरी, 2020: पहले के राष्ट्रपति वादे पूरे नहीं करते थे, मैं इन्हें पूरा करता हूं
ऊपर के वादों के हिसाब से इसका उत्तर ‘न या नहीं’ में है।

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US Presidential Election 2020 Donald Trump | Donald Trump Election Campaign Promises and Their Reality Check Whether the Fulfilled.

Trump minimised seriousness of Covid-19 outbreak in US: Kamala Harris September 06, 2020 at 05:07PM

हैरिस ने कहा- ट्रम्प ने कोरोना को गंभीरता से नहीं लिया, वैक्सीन को लेकर उनकी बातों पर भरोसा नहीं September 06, 2020 at 05:34PM

अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने कोरोना महामारी पर सीधे ट्रम्प को घेरा है। उन्होंने कहा कि ट्रम्प ने शुरू से ही इस महामारी को गंभीरता से नहीं लिया। वह भरोसे के काबिल नहीं है, उन्होंने कोरोना पर बहुत झूठ बोला है।
ट्रम्प ने हेल्थ एक्सपर्ट्स का मजाक उड़ाया
सीएनएन को दिए गए एक इंटरव्यू में हैरिस ने कहा, "महामारी की शुरुआत में ट्रम्प इसे अफवाह बताते थे। उन्होंने हेल्थ एक्सपर्ट्स का मजाक उड़ाया। अगर वह वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट्स की सुनते तो वह इसकी गंभीरता समझते।"
ट्रम्प ने चुनाव से पहले अक्टूबर में वैक्सीन आ जाने की बात कही है। इस पर हैरिस ने कहा, " हमें समझना चाहिए कि महामारी की शुरुआत से ट्रम्प ने जो कहा है, उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। मुझे ट्रम्प पर भरोसा नहीं है। मैं हेल्थ एक्सपर्ट्स और वैज्ञानिकों की बात पर भरोसा करूंगी।"
व्हाइट हाउस ने आरोप नकारे
व्हाइट हाउस ने हैरिस के आरोपों का नकारा है। कैलिफोर्निया की सीनेटर हैरिस ने ट्रम्प पर वैक्सीन को लेकर राजनीति करने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि वैक्सीन इस साल के अंत या अगले साल तक आ सकती है। लेकिन, ट्रम्प जल्दबाजी दिखा रहे हैं, क्योंकि उन्हें अपना चेहरा चमकाना है। हैरिस ने इस दौरान चुनावों पर रूस का दखल और दूसरे मुद्दों पर भी बात की।
अमेरिका में नस्ल के आधार पर भेदभाव: हैरिस
हैरिस ने इस दौरान अफ्रीकन-अमेरिकन पर पुलिस की क्रूरता पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हमें इस मामले में ईमानदार रहना होगा और यह मानना होगा कि हमारे देश में नस्ल के आधार पर बहुत भेदभाव है। अमेरिका के मिनेपोलिस में जॉर्ज फ्लायड, लुइसविले में ब्रेओना टेलर, केनोसा में जैकब ब्लेक और रोचेस्टर में डेनियल पर्ड्यू के खिलाफ पु‍लिस क्रूरता को लेकर प्रदर्शन चल रहे हैं।

‘हमारे यहां न्याय के लिए दो सिस्टम’
हैरिस ने कहा- ट्रम्प और अटॉर्नी जनरल विलियम बार वास्तविकता से दूर हैं। अमेरिका की हकीकत वो है जो हमने कई पीढ़ियों से देखा है। हमारे यहां न्याय के लिए दो सिस्टम है। इससे पहले बार ने अमेरिका में नस्लीय भेदभाव की बात से इनकार किया था। उन्होंने कहा था- हमारे न्याय के लिए एक ही सिस्टम है। देश में अश्वेतों पर पुलिस फायरिंग की घटना नस्ल के आधार पर भेदभाव की वजह से नहीं है।



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डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने रविवार को ट्रम्प पर कई आरोप लगाए।- फाइल फोटो

यूएन के 200 कर्मचारी सीरिया में संक्रमित, ब्रिटेन में मई के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा मामले; दुनिया में अब तक 2.72 करोड़ केस September 06, 2020 at 04:48PM

दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 2 करोड़ 72 लाख 34 हजार 892 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 93 लाख 13 हजार 26 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 लाख 87 हजार 550 लोगों की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।

संयुक्त राष्ट्र(यूएन) के स्टाफ के 200 लोग सीरिया में संक्रमित मिले हैं। ये सभी यहां पर संक्रमण रोकने में जुटे थे। यूएन का एक लेटर लीक होने के बाद यह जानकारी सामने आई है। सीरिया में बीते दो महीने में मामले दस गुना बढ़े हैं। अब तक देश में 3100 मामले आए हैं और 134 की मौत हुई है।

ब्रिटेन में रविवार को 2988 मामले सामने आए। यह देश में 22 मई के बाद एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले हैं। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैन्कॉक ने कहा- नए मामले बढ़ना चिंता की बात है। ज्यादातर युवा संक्रमित हो रहे हैं। कोशिश करें उनसे यह संक्रमण बुजुर्गों तक नहीं पहुंचे। देश में अब तक 3 लाख 47 हजार 152 लोग संक्रमित हैं और 41 हजार 551 मौतें हुई हैं।

इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 6,452,833 193,121 3,715,139
भारत 4,202,562 71,687 3,247,297
ब्राजील 4,123,000 126,266 3,296,702
रूस 10,25,505 17,820 8,40,949
पेरू 6,83,702 29,687 5,06,422
कोलंबिया 6,58,456 21,156 5,07,770
साउथ अफ्रीका 6,36,884 14,779 5,61,204
मैक्सिको 6,29,409 67,326 4,38,754
स्पेन 5,17,133 29,418 उपलब्ध नहीं
अर्जेंटीना 4,71,806 9,739 3,40,381

इटली: पाबंदियों के खिलाफ प्रदर्शन

इटली की राजधानी रोम में रविवार को हजारों की संख्या में जुटकर लोगों ने प्रदर्शन किया। लोगों ने कोरोना महामारी को फर्जी बताया। फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य करने के सरकार के आदेश को बेकार कहा। लोगों का कहना था कि ये फर्जी महामारी है। इसका सिर्फ उन्हीं लोगों पर असर होता है जो पहले से बीमार होते हैं। इसलिए सरकार को सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क को अनिवार्य करने के अपने फैसले को वापस लेना चाहिए।

ब्राजील: मौतों का आंकड़ा 1.26 के पार

ब्राजील में बीते 24 घंटे में 14 हजार 521 नए मामले सामने आए और 447 मौतें हुईं। देश में संक्रमण के अब तक 1 लाख 26 हजार 600 मामले आ चुके है। मरने वालों का आंकड़ा 1.25 लाख को पार कर गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक यहां एक हफ्ते में 5 हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। यहां अभी तक 40 लाख से ज्यादा संक्रमित हो चुके हैं। देश में 32 लाख से ज्यादा लोग ठीक भी हो चुके हैं।



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ब्रिटेन की राजधानी लंदन में रविवार को एक बाजार में मास्क पहनकर जाते लोग। देश में बीते कुछ दिनों से नए मामले बढ़ रहे हैं।

Typhoon heads to South Korea after battering southern Japan September 06, 2020 at 04:21PM

टेक कंपनियां बच्चों की देखभाल के लिए दे रहीं एक्स्ट्रा छुट्टियां, जिन कर्मचारियों के बच्चे नहीं वे इसे भेदभाव मान रहे September 06, 2020 at 12:40PM

(दाइसुके वाकाबयाशी, शीरा फ्रेंकेल) अमेरिका में कोरोना वायरस फैलने के बाद स्कूल और बच्चों की देखभाल के सेंटर बंद होने से माता-पिता के लिए समस्याएं खड़ी हो गईं। इस स्थिति में टेक्नोलॉजी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की मदद की है। उन्हें सुविधाएं दी गईं है। बच्चों का ख्याल रखने के लिए पैरेंट्स को अधिक समय और छुटि्टयां दीं। कुछ समय बाद उन कर्मचारियों ने एतराज किया जिनके संतान नहीं है।

फेसबुक के कर्मचारियों की एक बैठक में ऐसी नीतियों पर सवाल खड़े किए गए जिनसे पैरेंट्स को ही फायदा है। टि्वटर में मैसेज बोर्ड पर विवाद सामने आया है। एक कर्मचारी जिसके कोई बच्चा नहीं है, उसने बच्चे की देखभाल के लिए छुट्टी लेने वाले एक कर्मचारी पर आरोप लगाया है।

सेल्स फोर्स कंपनी में पैरेंट्स को छह सप्ताह की सवैतनिक छुट्टी देने का अधिकांश कर्मचारियों ने स्वागत किया था। लेकिन, एक मैनेजर ने बताया कि दो संतानहीन कर्मचारियों ने पैरेंट्स को अधिक सुविधाएं देने की शिकायत की है। कई टेक कंपनियों के ऐसे कुछ कर्मचारी कहते हैं कि वे उपेक्षित महसूस करते हैं। दूसरी ओर पैरेंट्स का कहना है, उनके संतानहीन सहयोगी नहीं समझते हैं कि काम और बच्चे पालने के बीच कैसे संतुलन बना सकते हैं। खासतौर से देखभाल सेंटरों के बंद होने से दिक्कत हुई है। फिर उन्हें बच्चों को घर पर पढ़ाना भी पड़ता है।

उन टेक्नोलॉजी कंपनियों में विवाद अधिक है, जहां युवा कर्मचारी अधिक हैं। वे भरपूर काम के बदले आकर्षक वेतन और सुविधाओं की अपेक्षा रखते हैं। महामारी फैलते ही सबसे पहले टेक कंपनियों ने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दी। स्पष्ट हो गया कि बच्चे घर में रहेंगे तो उन्हें उदारता से छुटि्टयां और अतिरिक्त छूट दी गई। पैरेंट्स और संतानहीन कर्मचारियों के बीच सबसे अधिक तनाव फेसबुक में है।

मार्च में फेसबुक ने बच्चों और बीमार बुजुर्ग रिश्तेदारों की देखभाल के लिए कर्मचारियों को दस सप्ताह की सवैतनिक छुट्टी दे दी। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने भी ऐसी ही सुविधा दी है। फेसबुक के प्रमुख मार्क जकरबर्ग ने कहा कि कंपनी 2020 के पहले छह महीनों के काम के आधार पर कर्मचारियों का मूल्यांकन नहीं करेगी। टि्वटर में भी विवाद चल रहा है। वहां कर्मचारियों को असीमित छुटिट्यों की सुविधा है। एक कर्मचारी ने लिखा, पैरेंट्स कर्मचारियों ने अधिक छुट्टियां ली हैं।

स्टाफ के तीन सदस्यों ने बताया कि पिछले कुछ समय से फेसबुक ने आंतरिक फोरमों पर चर्चा बंद कर दी है। उसके ऑफिस अक्टूबर तक बंद रहेंगे। कैलिफोर्निया में ऑनलाइन स्कूल शुरू होने पर कंपनी ने अगस्त में कहा कि उसकी छुटि्टयों की नीति जून 2021 तक जारी रहेगी। इस साल कुछ छुटि्टयां लेने वाले कर्मचारी अगले साल भी दस हफ्ते की छुट्टी ले सकते हैं। इससे वे कर्मचारी असंतुष्ट हैं जिनके बच्चे नहीं हैं। कुछ ने लिखा कि कंपनी को उनकी जरूरतों की कम चिंता है।

कर्मचारियों की वीडियो कांफ्रेंसिंग में सवाल उठाए गए

फेसबुक की मुख्य ऑपरेटिंग अधिकारी शेरिल सैंडबर्ग ने 20 अगस्त को कंपनी के सभी कर्मचारियों की वीडियो कांफ्रेंस बुलाई थी। दो हजार से अधिक कर्मचारियों ने पूछा फेसबुक ऐसे कर्मचारियों के लिए क्या कर रही है जिनके बच्चे नहीं हैं। एक कर्मचारी ने लिखा, यह अनुचित है कि संतानहीन लोगों को ऐसी सुविधाएं नहीं हैं, जैसी पैरेंट्स कर्मियों को दी गई हैं।

बच्चों वाले एक कर्मचारी ने लिखा, यह सवाल हानिकारक है। सैंडबर्ग ने कहा, वे पैरेंट्स को फायदा पहुंचाने के सवाल से असहमत हैं। सभी कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए एक हजार डॉलर दिए गए हैं। सामान्य बोनस हर किसी को मिला है।



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सिलिकाॅन वैली, सैनफ्रांसिस्को कैलिफोर्निया में फेसबुक का नया मुख्यालय।

Hamas leader says group has missiles that can hit Tel Aviv September 06, 2020 at 07:33AM

चाकू लेकर आए आतंकियों ने एक अफसर की हत्या की, पुलिस एनकाउंटर में तीनों आतंकी ढेर September 06, 2020 at 06:40AM

ट्यूनीशिया के सौसे शहर में चाकू लेकर आए आतंकियों ने एक नेशनल गार्ड ऑफिसर की हत्या कर दी। आतंकी हमले में एक सुरक्षाकर्मी घायल भी हुआ। नेशनल गार्ड के प्रवक्ता एडिन जेबाबली ने कहा- आतंकियों ने रविवार को गश्त पर निकले दो नेशनल गार्ड्स पर हमला किया। इसमें एक अफसर शहीद हो गए। एक पुलिसकर्मी घायल है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया।

आतंकियों ने नेशनल गार्ड की गाड़ी और बंदूकें छीन ली थी। जानकारी मिलने के बाद आतंकियों का पीछा किया गया। इन्हें अकौडा जिले के टूरिस्ट एरिया अल-कंटोइ में घेर लिया गया। जहां दोनों ओर से हुई फायरिंग के बाद तीनों आतंकी मारे गए।

हमले की जांच शुरू

राष्ट्रपति कैस सैयद ने उस जगह का दौरा किया जहां हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि हमले की साजिश किसी व्यक्ति या संगठन ने रची थी। ट्यूनीशिया में ब्रिटेन के एंबैसडर लुइस डी सूजा ने ट्वीट किया- हमले के बारे में जानकर दुखी हूं। मारे गए नेशनल गार्ड ऑफिसर के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।

ट्यूनीशिया में 2011 के बाद से कई बार हुए हैं आतंकी हमले

ट्यूनीशिया में 2011 के बाद से ही कई बार आतंकी हमले हो चुके है। खास तौर पर इसका तटीय सौसे शहर आतंकियों के निशाने पर रहा है। इस शहर में 2015 में आईएस ने हमला करवाया था। इसमें 38 टूरिस्ट मारे गए थे। मारे गए टूरिस्ट में ज्यादातर ब्रिटेन के थे। देश में अल्जीरिया की सीमा से सटे इलाकों पर आतंकी हमले ज्यादा होते हैं।



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ट्यूनीशिया के सौसे शहर में रविवार को आतंकी हमले के बाद माैके पर जांच में जुटे नेशनल गार्ड्स के अफसर।

Imran Khan announces Rs 1.1 trillion package to address infrastructure issues in Karachi September 06, 2020 at 04:01AM

Imran Khan, who visited Karachi on Saturday, unveiled the financial package at a joint press conference with the Sindh province Chief Minister Syed Murad Ali Shah and Governor, Imran Ismail. While Khan's Pakistan Tehreek-e-Insaaf () party rules the centre and Punjab, Khyber Pakhtunkhwa and Baluchistan provinces, the Opposition Pakistan Peoples Party governs the southern Sindh province.

Brexit negotiator says UK unafraid to walk away without deal September 06, 2020 at 03:53AM

Britain's chief Brexit negotiator talked tough ahead of a crucial round of post-Brexit trade talks, saying the UK was “not afraid to walk away” if the European Union does not give ground on key issues.

WikiLeaks' Assange to fight US extradition bid in UK court September 06, 2020 at 02:24AM

Germany ups pressure on Russia in Navalny poisoning probe September 06, 2020 at 01:21AM

Germany on Sunday increased pressure on Russia over the poisoning of Russian opposition politician Alexei Navalny, warning that a lack of support by Moscow in the investigation could “force” Germany to rethink the fate of a German-Russian gas pipeline project.

Hong Kong police arrest 30 at protests over election delay September 06, 2020 at 12:21AM

One man killed, seven injured in stabbings in Birmingham September 06, 2020 at 12:34AM

One man was killed and seven people were injured, two of them seriously, in a series of stabbings in the city of Birmingham, central England, early on Sunday, police said. Britain's foreign secretary Dominic Raab said he had no information to indicate the incidents were terrorism related but the public should stay "very vigilant".

Blake says 'hurts to breathe' in video from hospital bed September 05, 2020 at 11:08PM

Jacob Blake, the young black man shot in the back multiple times by a white police officer in Wisconsin, said "it hurts to breathe" and that he was in constant pain in a video message from his hospital bed. Despite his injuries, which will likely leave him paralyzed from the waist down, Blake told his supporters "there's a lot more life to live."

चुनाव से एक महीने पहले वैक्सीन लाने की तैयारी में ट्रम्प; रूस और चीन की खुफिया एजेंसियां अमेरिका का वैक्सीन डाटा चुराने की साजिश में जुटीं September 05, 2020 at 09:19PM

अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव का कनेक्शन कोरोना वैक्सीन से भी जुड़ा हुआ है। डोनाल्ड ट्रम्प चाहते हैं कि वैक्सीन चुनाव के पहले उपलब्ध हो। उनकी सरकार ने पिछले हफ्ते सभी राज्यों को एक सर्कुलर जारी किया। इसमें कहा गया कि राज्य वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन प्लान तैयार रखें। दूसरी तरफ, अमेरिकी इंटेलिजेंस ने एक बार फिर कहा है कि रूस और चीन अमेरिका में वैक्सीन रिसर्च और डेवलपमेंट का डाटा चुराने की साजिश में जुटे हैं।

चीन और रूस की हरकत
अमेरिका में फाइजर समेत कुछ कंपनियां वैक्सीन तैयार कर रही हैं। नॉर्थ कैरोलिना के अलावा कई हाईटेक लैब्स में रिसर्च चल रहा है। चीन और रूस की खुफिया एजेंसियां रिसर्च का डाटा चुराने की भरसक कोशिश कर रही हैं। ब्रिटेन की इंटेलिजेंस एजेंसी ने फाइबर ऑप्टिक्स केबल्स के एनालिसिस के बाद इसका खुलासा किया था। ईरान भी इसी चोरी में शामिल है। मोटे तौर पर देखें तो दुनिया का हर विकसित देश ये जानना चाहता है कि दूसरे देश वैक्सीन पर किस तरह आगे बढ़ रहे हैं। इसके लिए खुफिया एजेंसियों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अमेरिका ने भी अपने वैक्सीन रिसर्च और डेवलपमेंट के डाटा को चोरी होने से बचाने के लिए पुख्ता तैयारी की है। नाटो का इंटेलिजेंस नेटवर्क भी इसमें मदद कर रहा है।

चीन क्या कर रहा है
अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट के आला अधिकारी जॉन डिमर्स ने पिछले हफ्ते कहा था- जिस डाटा को चुराने की साजिश रची जा रही है, वो आर्थिक और सामरिक लिहाज से बेशकीमती है। हम जानते हैं कि ये काम कौन कर रहा है। ट्रम्प डब्ल्यूएचओ की फंडिंग बंद कर चुके हैं और उसे चीन की कठपुतली बता चुके हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अफसरों को चीन की हरकत की जानकारी मार्च में ही मिल गई थी। उन्हें शक है कि डब्ल्यूएचओ चीन की साजिश में शामिल है।

हर साजिश नाकाम रही
एफबीआई ने चीन की अब तक हर कोशिश को नाकाम किया है। यूएनसी की प्रवक्ता लेस्ली मिंटन ने पिछले दिनों कहा था- खुफिया एजेंसियां हमें खतरे के बारे में अलर्ट भेजती हैं। हम सभी बायोटेक्नोलॉजी लैब्स को इस बारे में बताते हैं। हम जानते हैं कि इस साजिश में वहां की सरकारें भी शामिल हैं। ब्रिटेन की इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस एजेंसी जीसीएचक्यू ने अमेरिका को रूस की साजिश के बारे में भी बताया था। इसके बाद होमलैंड सिक्योरिटी और एफबीआई एक्टिव हुईं।

वैक्सीन का इलेक्शन कनेक्शन
ट्रम्प ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर्स (एफडीए) नहीं चाहता कि चुनाव से पहले वैक्सीन उपलब्ध हो। ट्रम्प के मुताबिक, एफडीए जानबूझकर अप्रूवल में देरी कर रहा है ताकि उन्हें चुनाव में नुकसान हो। दूसरी तरफ, ट्रम्प सरकार ने राज्य सरकारों को सर्कुलर जारी कर दिया। कहा- अक्टूबर के पहले वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन प्लान तैयार कर लें। जरूरतमंदों को प्राथमिकता दें। नवंबर के पहले अगर वास्तव में वैक्सीन उपलब्ध हो जाती है तो इस ट्रम्प चुनाव में भुनाने की कोशिश करेंगे।



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फोटो यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना की है। यहां कोरोना वैक्सीन पर रिसर्च चल रहा है। अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने इस यूनिवर्सिटी को कई अलर्ट भेजकर बताया है कि चीन और रूस वैक्सीन रिसर्च और डेवलपमेंट डाटा चुराने की कोशिश कर रहे हैं। इससे निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। (फाइल)