Thursday, August 13, 2020

Vietnam health ministry to buy Russian Covid-19 vaccine: Reports August 13, 2020 at 07:50PM

पाकिस्तान ने 2 महीने में 11 हजार पोलियो वर्कर्स को नौकरी से हटाया; 8 महीने में 64 पोलियो केस सामने आए August 13, 2020 at 06:41PM

पाकिस्तान सरकार ने 2 महीने में 11 हजार पोलियो वर्कर्स को नौकरी से हटाया है। सरकार के इस फैसले से देश में पोलियो रोकथाम के अभियान को झटका लगा है। 8 महीने में 64 पोलियो केस सामने आए। देश को पोलिया मुक्त बनाने के प्रोग्राम के प्रमुख राना मुहम्मद सफदर के मुताबिक- पोलियो वर्कर्स कोरोना महामारी की रोकथाम से जुड़े काम भी कर रहे थे। इसके बावजूद उन्हें हटा दिया गया। राना ने अरब न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही।

डब्ल्यूएचओ की 20 जनवरी 2020 को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के सिर्फ तीन देशों में पोलियो के केस सामने आ रहे हैं और ये बेहद गंभीर चिंता की बात है। पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान और नाइजीरिया में पोलियो केस सामने आ रहे हैं।

फंडिंग में भी कटौती
पाकिस्तान पोलियो विभाग के प्रमुख सफदर के मुताबिक- सरकार ने देश में पोलियो रोकथाम से जुड़े काम करने के तरीकों में बदलाव किया है। इस काम के लिए दी जा रही फंडिंग में भी कटौती की गई है। हटाए गए पोलियो वर्कर्स में ज्यादातर महिलाएं हैं। ये सभी सिंध और खैबर पख्तूनख्वाह राज्य में सेवाएं दे रही थीं। इन दोनों राज्यों से ही पोलियो के नए मामले सामने आए हैं। सिंध में 21 और खैबर पख्तूनख्वाह में 22 पोलियो मरीज मिले हैं।

अब हर दिन दिया जाता है वर्कर्स को पैसा

वकर्स की संख्या घटाने का फैसला पिछले साल इस्लामाबाद में हुई एक रिव्यू मीटिंग में लिया गया था। इसमें प्रधानमंत्री के पूर्व हेल्थ एडवाइजर जफर मिर्जा शामिल हुए थे। इसमें जमीनी स्तर पर काम करने के तरीके बदलने का फैसला किया गया था। पहले वकर्स को 25 हजार रुपए हर महीने दिए जाते थे। अब वकर्स को सिर्फ 10 दिनों के लिए रखा जाता है और हर दिन के हिसाब से पेमेंट किया जाता है।

मार्च से नहीं पिलाई गई पोलियो की खुराक

इस साल अप्रैल में इमरान सरकार ने एक आदेश जारी किया था। इसमें पोलियो वैक्सीनेशन कम करने को कहा गया था। यह कदम आर्थिक किल्लत की वजह से उठाया गया था। पाकिस्तान में कोराना का पहला मामला 2 फरवरी को सामने आया था। इसके एक महीने बाद मामले बढ़े तो पोलियो ड्रॉप पर भी पाबंदी लगा दी गई।

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1. सऊदी अरब की पाकिस्तान को दो टूक- अब न कर्ज देंगे और न पेट्रोल-डीजल; 6 अरब डॉलर के लोन की सिर्फ एक किश्त चुका पाई इमरान सरकार

2. पाकिस्तान ने चीनी कंपनियों को सोना, यूरेनियम के खनन के लिए पट्‌टे जारी किए, अंतरराष्ट्रीय नियमों और खुद के संविधान तक की धज्जियां उड़ाई
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लाहौर में इस साल जुलाई में बच्ची को पाेलियो की खुराक पिलाती महिला वर्कर। कोरोना महामारी फैलने के बाद यहां पोलिया हटाने के अभियान पर असर पड़ा है।- फाइल

पाकिस्तानी फौज ने कहा- राफेल हो या एस-400, हम भारत से निपटने को तैयार, लेकिन 10 साल से हमारा रक्षा बजट घट रहा है August 13, 2020 at 06:21PM

भारतीय सेना ने हाल ही में फ्रांस से पांच राफेल फाइटर जेट्स हासिल किए हैं। जल्द ही रूस से एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी मिलने वाला है। पाकिस्तान भारतीय सेना की बढ़ती ताकत से परेशान है। वहां की फौज ने कहा- भारत अपना डिफेंस बजट लगातार बढ़ा रहा है। इससे दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन बिगड़ रहा है। हालांकि, राफेल हो या एस-400 हम भारत से निपटने को तैयार हैं।

आज यानी 14 अगस्त को पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है। इसकी पूर्व संध्या यानी 13 अगस्त को पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग आईएसपीआर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा- पाकिस्तानी फौज के बजट पर सवाल उठाए जाते हैं, लेकिन यह 10 साल से लगातार घटता जा रहा है।

झूठी दिलासा देने की कोशिश
पाकिस्तान ही नहीं बल्कि चीन के पास भी राफेल की टक्कर का कोई फाइटर जेट नहीं है। पाकिस्तान के पास अमेरिका में बने एफ-16 फाइटर जेट्स हैं। भारत के पहले से ही इनसे कहीं बेहतर सुखोई मौजूद हैं। अब राफेल की पहली खेप भी आ चुकी है। गुरुवार को मीडिया ने बाबर से पूछा- भारत के पास अब पांच राफेल भी आ गए हैं। जल्द ही उसे एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी मिलने वाला है। इस पर बाबर ने कहा- राफेल हो या एस-400 हम इनका मुकाबला करने तैयार हैं।

फिर बजट का रोना
बाबर ने बिना पूछे यह बताने में देर नहीं लगाई कि पाकिस्तानी फौज का बजट भारत के मुकाबले बेहद कम है। उन्होंने कहा- अकसर कहा जाता है कि पाकिस्तान की फौज का बजट काफी ज्यादा है। हकीकत, इससे उलट है। भारत फौज पर बहुत ज्यादा खर्च कर रहा है। उसकी वजह से इस क्षेत्र में हथियारों की होड़ शुरू हो चुकी है। आप आंकड़े देखेंगे तो पता लगेगा कि भारत दुनिया के उन मुल्कों में शुमार है जो डिफेंस पर सबसे ज्यादा खर्च करते हैं। हमारी सेना का बजट तो 10 साल से सिर्फ कम किया जा रहा है।
बाबर का यह बयान सरकार पर सीधा तंज है। इसी साल पाकिस्तानी फौज से अंदरूनी खर्च घटाने की अपील की गई थी। प्रधानमंत्री इमरान खान ने खुद इस बारे में आर्मी चीफ से संपर्क किया था।

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फोटो 10 अगस्त की है। तब पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने खुफिया एजेंसी आईएसआई के हेडक्वॉर्टर का दौरा किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईएसआई ने भी बजट में कमी का रोना रोया था।

इजराइल और यूएई के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता; इजराइल की आजादी के 72 साल में किसी अरब देश से यह सिर्फ तीसरा करार August 13, 2020 at 05:12PM

दुनिया के कई हिस्सों में बढ़ते तनाव के बीच इस साल पहली बार अमन बहाली के लिहाज से एक बड़ी खबर सामने आई। कट्टर दुश्मन माने जाने वाले इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच गुरुवार को ऐतिहासिक शांति समझौता हुआ। दोनों देशों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने खुद ट्विटर पर इसकी जानकारी दी।

1948 में आजादी के बाद इजराइल का किसी अरब देश के साथ यह सिर्फ तीसरा समझौता है। इसके पहले वो जॉर्डन और मिस्र के साथ समझौते कर चुका है।

तनाव कम होना तय
यूएई औ इजराइल का समझौता हर लिहाज से कारगर साबित हो सकता है। फिलिस्तीन इसका विरोध कर रहा है, जबकि कई देश इस समझौते को लेकर हैरान हैं। इजराइल और यूएई के बीच कई साल से ‘बैक डोर डिप्लोमैसी’ चल रही थी। लेकिन, अब दोनों देशों ने सार्वजनिक तौर पर शांति समझौते का ऐलान किया है। इजराइल ने वेस्ट बैंक में बस्तियां बसाने या दूसरे शब्दों में कहें तो कब्जे का इरादा फिलहाल टाल दिया है। इससे खाड़ी देशों और इजराइल में तनाव कम होगा।

कई महीने की बातचीत जो गुप्त रखी गई
ट्रम्प कई महीनों से इस समझौते के लिए कोशिश कर रहे थे। हर तरह की बातचीत को बेहद गुप्त रखा गया। यही वजह है कि गुरुवार रात जब इसकी घोषणा हुई तो कई देश हैरान रह गए। वजह भी साफ है। इजराइल और अरब या खाड़ी देशों की दुश्मनी उतनी ही ऐतिहासिक है, जितना यह समझौता। ट्रम्प ने समझौते से ऐलान से पहले इसे पुख्ता तौर पर स्थापित करने के लिए फोन पर एक साथ नेतन्याहू और शेख जायेद से बातचीत की। अब इजराइल और यूएई एक-दूसरे के देशों में राजनयिक मिशन यानी एम्बेसी शुरू कर सकेंगे।

ट्रम्प ने एक तीर से दो निशाने साधे
इस समझौते का पहला और जाहिर तौर पर मकसद ईरान पर शिकंजा कसना है। ईरान शिया बहुल देश है। उसके अरब देशों और अमेरिका, दोनों से रिश्ते तनावपूर्ण हैं। इजराइल को भी वो कट्टर दुश्मन मानता है। ईरान एटमी ताकत हासिल करना चाहता है। अमेरिका, इजराइल और अरब देश उसे रोकना चाहते हैं। अब जबकि यूएई और इजराइल औपचारिक तौर पर करीब आ गए हैं तो अमेरिका को ज्यादा मजबूती मिलेगी। वो ईरान पर शिकंजा कस सकेगा। दूसरी तरफ, नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले ट्रम्प इसे अपनी जीत की तरह पेश करेंगे। समझौते के कामयाब होने में ज्यादा शक की गुंजाइश इसलिए नहीं है क्योंकि इजराइल और यूएई पिछले दरवाजे की कूटनीति के जरिए कई साल से संपर्क में थे।



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इजराइल और यूएई के बीच हुए ऐतिहासिक शांति समझौते के तीन किरदार। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (बाएं), यूएई के प्रिंस मोहम्मद शेख जायेद (दाएं ) और बीच में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प। (फाइल)

ब्रिटेन में फ्रांस और नीदरलैंड से पहुंचने वाले 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन होंगे, मैक्सिको में संक्रमितों का आंकड़ा 5 लाख के पार; दुनिया में 2.10 करोड़ केस August 13, 2020 at 04:56PM

दुनिया में कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक 2 करोड़ 10 लाख 77 हजार 917 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 39 लाख 10 हजार 488 मरीज ठीक हो चुके हैं। 7 लाख 53 हजार 394 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्रिटेन ने फ्रांस और नीदरलैंड समेत चार अन्य देशों को अपनी क्वारैंटाइन लिस्ट में शामिल किया है।

लिस्ट में शामिल देशों से यूके पहुंचने वाले लोगों के लिए 14 दिनों तक क्वारैंटाइन में रहना जरूरी होगा। देश के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ग्रांट शैप्स ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद फ्रांस ने कहा है कि वह भी ब्रिटेन के लोगों पर इसी तरह की पाबंदियां लगा सकता है।

मैक्सिको के स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को बताया कि देश में बीते 24 घंटे में 7371 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देश में संक्रमितों का आंकड़ा 5 लाख 5 हजार 751 हो गया है। बीते एक दिन में हुई 627 मौतों के साथ मृतकों का आंकड़ा 55 हजार 293 हो गया है।

10 देश, जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 54,15,666 1,70,415 28,43,204
ब्राजील 32,29,621 1,05,564 23,56,640
भारत 24,59,613 48,144 17,50,636
रूस 9,07,758 15,384 7,16,396
साउथ अफ्रीका 5,72,865 11,270 4,37,617
मैक्सिको 5,05,751 55,293 3,41,507
पेरू 4,98,555 21,713 3,41,938
कोलंबिया 4,33,805 14,145 2,50,494
चिली 3,80,034 10,299 3,53,131
स्पेन 3,79,799 28,605 उपलब्ध नहीं

वेनेजुएला: कराकस के गवर्नर की मौत
वेनेजुएला की राजधानी कराकस के गवर्नर डैरियो विवास की गुरुवार को संक्रमण से मौत हो गई। देश की उपराष्ट्रपति डेल्सी रॉड्रिगेज ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। 70 साल के विवास राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के करीबी थे। वह 19 जुलाई को संक्रमित मिले थे। इसके बाद से वे अस्पताल में भर्ती थे। विवास वेनेजुएला में संक्रमण से मरने वाले पहले बड़े सरकारी अफसर हैं।

कोलंबिया: 14 हजार से ज्यादा मौतें
कोलंबिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में बीते 24 घंटे में 11 हजार 286 नए मामले सामने आए हैं और 308 मौतें हुई हैं। अब देश में संक्रमितों का आंकड़ा 4 लाख 33 हजार 805 हो गया है। अब तक यहां 14 हजार 145 मौतें हुई हैं। 1 लाख 49 हजार 944 मामलों के साथ कोलंबिया की राजधानी बोगोटा सबसे ज्यादा प्रभावित है।

ब्राजील: 24 घंटे में 60 हजार से ज्यादा नए मामले
ब्राजील में 24 घंटे में 60 हजार 91 नए मामले सामने आए हैं। महामारी फैलने के बाद यह तीसरा मौका है जब देश में एक ही दिन में 60 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इससे पहले 29 जुलाई को 69 हजार 74 और 22 जुलाई को 67 हजार 860 मरीज मिले थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि अब देश में संक्रमितों की संख्या 32 लाख 24 हजार 876 हो गई है। अब तक यहां 1 लाख 5 हजार 463 लोगों की जान गई है।



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ब्रिटेन की राजधानी लंदन स्थित ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट में गुरुवार को मास्क लगाकर जाते लोग। यहां पर 3 लाख से ज्यादा संक्रमित मिले हैं।

हर दूसरे व्यक्ति का टेस्ट कराया, 90% मरीज स्वस्थ हुए; विदेशी यात्रियों की एयरपोर्ट पर टेस्टिंग होती है August 13, 2020 at 02:57PM

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कोरोना संकट से कड़ा मुकाबला किया है। करीब 98.9 लाख की आबादी वाले इस देश में 29 जनवरी को कोरोना का पहला मरीज मिला था। सरकार अब तक 57.70 लाख लोगों यानी देश के हर दूसरे व्यक्ति का कोरोना टेस्ट करा चुकी है। इससे जल्द नए मरीज मिलते गए और उनका समय पर इलाज होता गया।

लॉकडाउन, रात के कर्फ्यू, उड़ानों पर रोक, स्कूल-कॉलेजों में ऑनलाइन शिक्षा, सैनिटाइजेशन और सार्वजनिक स्थानों में कोविड-19 सेंटर जैसे कदमों ने भी अहम भूमिका निभाई। यूएई में 57,193 यानी 90% मरीज ठीक हो चुके हैं। अब तक 63,212 मरीज मिले हैं। 358 मौतें हो चुकी हैं।

पड़ोसी देशों में संक्रमण ज्यादा

यूएई मध्य-पूर्व में है। खास बात यह है कि इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित देश ईरान से ज्यादा टेस्ट यूएई में किए गए हैं। ईरान में 27.88 लाख टेस्ट किए गए। ईरान की आबादी 8.38 कराेड़ है। यहां कोरोना के 3,36,324 मरीज मिले हैं, जबकि 19,162 मौतें हुई हैं। यूएई में विदेशी यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर टेस्ट के इंतजाम हैं।

सरकार का कहना है कि जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी, वो देश में कहीं भी घूम सकेंगे। 150 होटलों को कोविड सेफ का दर्जा दिया गया है। विदेशी पर्यटक यहां बेफिक्र होकर ठहर सकते हैं। होटल विशेषज्ञ पॉल ब्रिजर कहते हैं कि वर्ल्ड ट्रेड काउंसिल ने दुबई को सुरक्षित पर्यटन शहर का दर्जा दिया है। दुबई टूरिज्म ने भी ‘रेडी वेन यू आर’ अभियान चलाया। इसका मकसद विदेशी पर्यटकों को यह बताना है कि दुबई उनके स्वागत के लिए तैयार है।

नवंबर में ‘सिटी स्कैप ग्लोबल’ प्रॉपर्टी शो दुबई में होगा। पर्यटन क्षेत्र का यूएई की जीडीपी में 11.1% योगदान है। कोरोना संकट का इस क्षेत्र पर सबसे गहरा असर पड़ा है। अब सरकार ने यूएई का वीसा वाले ऐसे 2 लाख विदेशियों को वापस आने की मंजूरी दी है, जो कोरोना के कारण अन्य देशों में फंस गए हैं।

अब केवल 6 हजार लोगों का इलाज चल रहा

आबादी 98.9 लाख
कोरोना टेस्ट 57.70 लाख
कुल मरीज 63,212
ठीक हुए 57,193
कुल मौतें 358

आर्थिक मोर्चा: अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटी, सरकार ने 2 लाख करोड़ की मदद की

पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स अर्थव्यवस्था की गति का पैमाना है। यूएई में यह जून में 50.4 पर आ गया। इसका मतलब यह है कि 2020 की पहली छमाही के आखिर में अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगी। अगर यह आंकड़ा 50 के नीचे होता तो माना जाता कि अर्थव्यवस्था सिकुड़ रही है।

अर्थशास्त्री डेविड ओवन बताते हैं कि कई कंपनियां पिछले 10 महीने की तुलना में ज्यादा ऑर्डर प्राप्त कर रही हैं। हालांकि, एक विशेषज्ञ डेविड मैकडम कहते हैं, रिटेल सेक्टर में 20-80% तक की गिरावट देखी गई है। उधर, सरकार ने अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपए का आर्थिक पैकेज जारी किया है। इसका मकसद व्यवसाय और रोजगार बचाना है।



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अबू धाबी में लोग अनुशासन में रहकर सैर कर रहे।

प्रिंस की कार पर परिंदों ने घोंसला बनाया, अंडे दिए; प्रिंस ने कार की घेराबंदी करवा दी ताकि पंछियों को नुकसान ना पहुंचे August 13, 2020 at 05:22AM

दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदन बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम अपनी दरियादिली की वजह से इंटरनेट पर छाए हुए हैं। उनकी कार पर पक्षियों ने घोसला बना लिया, इसके बाद उन्होंने अपनी उस कार का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। इसके बाद पक्षियों ने उसमें अंडे दिए और फिर उनसे चूजे भी निकले।

दरअसल जब उनकी एसयूवी कार पर पक्षियों ने घोसला बनाना शुरू ही किया तो उन्होंने कार को किनारे खड़ा करवा दिया। इसके साथ ही घोसले की सुरक्षा के लिए कार के चारो तरफ लाल टेप से घेरेबंदी भी कर दी। क्राउन प्रिंस शेख हमदन दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम के दूसरे बेटे हैं।

12 अगस्त को उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया। इस 1.20 मिनट के वीडियो में पक्षी घोसला बनाते, और अंडे से चूजे निकलते दिख रहे हैं। उन्होंने वीडियो के साथ लिखा- कभी-कभी जीवन में छोटी चीजें बहुत बड़ी होती हैं।

क्राउन प्रिंस के इस कदम की सोशल मीडिया पर सराहना हो रही है। एक यूजर ने कमेंट किया इस वीडियो ने मेरा दिन बना दिया। दूसरे यूजर ने लिखा- कितना प्यारा! आपका दिल सोने का है।



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वीडियो के साथ ही क्राउन प्रिंस ने लिखा- जीवन में कभी-कभी छोटी चीजें भी बहुत बड़ी होती हैं।

FBI to join Beirut blast probe: US envoy August 13, 2020 at 04:53AM

81% पायलटों ने एक साल में ड्यूटी पूरी नहीं की, 41 करोड़ रुपए होटलों में रुकने पर उड़ाए; सरकार ने कहा था- हमारे 40% पायलट फर्जी August 13, 2020 at 04:14AM

पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस कंपनी पीआईए बेहाल है। इसका खुलासा पीआईए की ही एक इंटरनल रिपोर्ट में हुआ है। रिपोर्ट में पायलटों और केबिन क्रू को लेकर हैरान कर देने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक- सरकारी एयरलाइंस के 49 से 81% पायलट तो कभी ड्यूटी ही पूरी नहीं करते। सरकार द्वारा तय होटलों में ठहरने की बजाए फाइव स्टार होटल्स में रूम बुक कराते हैं। इन पायलटों और केबिन क्रू ने 41 करोड़ पाकिस्तानी रुपए तो सिर्फ होटलों में ठहरने पर ही उड़ा दिए।
रिपोर्ट में एक बात छिपाने की कोशिश हुई है। इसमें यह नहीं बताया गया है कि यह रिपोर्ट किस साल या कितने महीनों के खर्च पर आधारित है। दो महीने पहले देश के एविएशन मिनिस्टर ने संसद में कहा था- हमारे 40 फीसदी पायलट फर्जी हैं।

सैलरी ज्यादा दी जा रही है
रिपोर्ट में साफ कहा गया है- पीआईए के ज्यादातर पायलट नाकाबिल हैं। 49 से 81 फीसदी पायलट और केबिन क्रू तो अपने फ्लाइंग ऑवर्स (ड्यूटी के घंटे) तक पूरे नहीं करते। इन्हें बहुत ज्यादा सैलरी दी जा रही है। एयरलाइंस को बचाने के लिए सबसे पहले ये खर्च कम करने होंगे। एविएशन इंडस्ट्री में पीआईए का स्तर सबसे घटिया है।

ऐसे उड़ाया जाता है सरकार का पैसा
रिपोर्ट के मुताबिक, पीआईए स्टाफ के लिए कराची में एक होटल है। इसमें 300 कमरे हैं। इसके बावजूद पायलट और केबिन क्रू इस होटल में नहीं ठहरते। ये लोग हमेशा फाइव स्टार होटलों को तवज्जो देते हैं। अगर स्टाफ इन हाउस फैसेलिटीज का इस्तेमाल करे तो करोड़ों रुपए बचाए जा सकते हैं। इन्हीं हरकतों की वजह से एयरलाइन को 41 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। रिपोर्ट में घाटा किस दौरान हुआ? इसका जिक्र नहीं है। हालांकि, किस शहर की किस होटल का कितना बिल पेमेंट हुआ, इसकी लिस्ट दी गई है।

जिम्मेदारी तय हो
रिपोर्ट में कहा गया है- पीआईए में किसी तरह का मैकेनिज्म यानी काम का ढांचा ही नहीं है। ऐसे में हालात सुधरने की बात सोचना भी बेकार है। केबिन और कॉकपिट क्रू यानी पायलटों की जिम्मेदारी तय करनी होगी। उन्हें काबिल बनाना होगा, क्योंकि स्टैंडर्ड के मामले में पीआईए बेहद निचले स्तर पर है। इन सभी की सैलरी और दूसरे खर्च तुरंत कम करने होंगे।

पाकिस्तान के ए‌विएशन सेक्टर से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...

1. अब मलेशिया ने पाकिस्तान के पायलटों पर बैन लगाया, कहा- पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर ने खुद माना कि उनके 40% पायलट फर्जी हैं

2. पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइंस के 860 में से 150 पायलट नहीं उड़ा सकेंगे प्लेन, 262 पायलट्स का एग्जाम किसी और ने दिया था

3. पाकिस्तान में फर्जी लाइसेंस वाले 262 पायलट्स के एयरकाफ्ट उड़ाने पर रोक, इनके खिलाफ जांच होगी, दोषी पाए गए तो जेल जाएंगे



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दो महीने पहले जब पीआईए में फर्जी पायलटों का मामला सामने आया था तब यूरोप और कई देशों ने पीआईए पर ही बैन लगा दिया था। ये अब तक जारी है। (फाइल)

लाहौर हाईकोर्ट ने कहा- सिख लड़की मुस्लिम पति के साथ जहां चाहे जा सकती है; इस फैसले के खिलाफ ननकाना साहिब में तनाव बढ़ा August 13, 2020 at 04:05AM

पाकिस्तान के लाहौर हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि सिख लड़की अपने पति के साथ किसी भी जगह पर जाने के लिए आजाद है। ननकाना साहिब की जगजीत कौर ने पिछले साल परिवार की मर्जी के खिलाफ मुस्लिम लड़के मोहम्मद हसन से शादी की थी। इस मामले को लेकर पिछले साल से ही दोनों समुदाय में काफी तनाव है।

सितंबर 2019 से जगजीत कौर लाहौर में दारुल अमन (शेल्टर हाउस) में रह रही है। वहीं, उसके परिवार ने आरोप लगाए थे कि हसन ने सिख लड़की का अपहरण कर जबरन शादी की थी। भारत ने इस मामले पर चिंता जाहिर करते हुए पाकिस्तान सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।

धर्म परिवर्तन के बाद जगजीत का मुस्लिम नाम आयशा रख दिया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस सिख लड़की को कोर्ट में ले आई थी। यहां लड़की का भाई और परिवार के सदस्य मौजूद थे। उन्होंने जज के फैसले पर नाराजगी जताई।

सिख पक्ष के वकील ने क्या कहा

सिख परिवार के वकील खलील ताहिर सिंधु ने तर्क दिया कि स्कूल सर्टिफिकेट यह साबित करने के लिए पर्याप्त है कि लड़की नाबालिग है। सिंधु ने कोर्ट को यह भी बताया कि पंजाब के गवर्नर मुहम्मद सरवर ने दोनों पक्षों के बीच समझौता कर दिया है। इसलिए, लड़की को उसके परिवार को सौंप दिया जाना चाहिए। अगर लड़की को मुस्लिम व्यक्ति के साथ जाने दिया जाता है तो इससे सिख समुदाय की भावनाएं आहत होंगी।

उन्होंने लड़की की उम्र के संबंध में नेशनल डेटाबेस और रजिस्ट्रेशन ऑथोरिटी (नादरा) के रिकॉर्ड को चुनौती दी है।

मुस्लिम पक्ष ने क्या कहा

मुस्लिम पक्ष के वकील सुल्तान शेख ने कोर्ट को बताया- नादरा के रिकॉर्ड के अनुसार, लड़की 19 साल की थी। कोर्ट द्वारा पहले से गठित एक मेडिकल बोर्ड ने पहले ही लड़की को बालिग घोषित कर दिया था।

जज ने सिंधु के तर्क को खारिज किया

जज ने वकील सिंधु के तर्कों को खारिज करते हुए कहा कि केवल नादरा के दस्तावेज किसी की उम्र को सही साबित करने के लिए वैध थे। साथ ही कहा- हाईकोर्ट को गवर्नर द्वारा किए गए किसी भी फैसले से कोई लेना-देना नहीं है। देश का संविधान कौर को पूरा हक देता है कि वह खुलकर अपने फैसले ले सके। साथ ही वह अपने पसंद के व्यक्ति के साथ रह सकती हैं। इसके साथ ही कोर्ट ने दहेज की राशि 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख रु. करने का निर्देश दिया। जज ने कौर को पूरी सुरक्षा देने के लिए भी कहा।

पिछली सुनवाई में क्या हुआ

पिछली सुनवाई में कौर ने कोर्ट को बताया था कि उसने अपनी मर्जी से इस्लाम धर्म अपनाया है और मुस्लिम युवक से शादी की है। यह भी कहा था कि वह अपने परिवार के पास वापस नहीं जाना चाहती।

ननकाना में पुलिस अलर्ट

कोर्ट के फैसले के बाद ननकाना साहिब में सिख और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया है। अधिकारियों ने कहा कि ननकाना पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।

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जबरन धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर की जाने वाली सिख लड़की ने घर जाने से इनकार किया: अधिकारी



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पिछली सुनवाई में सिख लड़की ने बताया था कि उसने मर्जी से इस्लाम धर्म अपनाया था और मुस्लिम युवक से शादी की थी। -फाइल फोटो

पश्तून, सिंधी और बलूच 14 अगस्त को ब्लैक डे के रूप में मनाएंगे, पूरी दुनिया को पाकिस्तान की करतूत बताएंगे August 13, 2020 at 02:54AM

14 अगस्त को पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के दिन पश्तून, सिंधी, बलूच और दूसरे सताए गए समुदाय इसे 'ब्लैक डे' के रूप में मनाएंगे। इन समुदायों ने पाकिस्तान और पूरी दुनिया में इस दिन प्रदर्शन और रैली करने की घोषणा की है। वे दुनिया को बताएंगे कि किस तरह पाकिस्तान अपने सुरक्षा बलों के जरिए मानवाधिकारों का हनन करता है।

बैनर और पोस्टर भी तैयार किए गए
सोशल मीडिया पर #14AugustBlackDay भी लॉन्च किया गया है। इसके साथ ही बैनर और पोस्टर भी तैयार किए हैं। इसमें लिखा है- 'हम नहीं मानते इस नाम-निहाद (तथाकथित) आजादी को'। मक्यूएम (मुत्ताहिदा क़ौमी मूवमेंट) के लंदन ऑफिस ने भी तय किया है कि 14 अगस्त को ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और दूसरे देशों में विरोध-प्रदर्शन में कार रैली की जाएगी।

पाकिस्तानी दूतावासों के बाहर प्रदर्शन होंगे
सिंधी भी अमेरिका, ब्रिटेन और दूसरे यूरोपियन देशों में पाकिस्तानी दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करेंगे। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की दूसरी पत्नी रहीं रेहम खान ने भी सिंधियों के पक्ष में आवाज उठाई है। उन्होंने कहा, "आज मेरा सवाल यह है कि ये लोग कहां हैं? लेखक, छात्र, पत्रकार। सिंध में कभी भी लोग गायब हो जाते हैं।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में लोगों का अचानक गायब होना बंद होना चाहिए।

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पाकिस्तान की सेना और आईएसआई सिंधी, बलूच और पश्तूनों के नेताओं की हत्या करती रही हैं। इन समुदायों के कई लोग गायब हो गए, जिनका आज तक सुराग नहीं लगा। - फाइल फोटो

नीलम-झेलम नदी पर बन रहे डैम के खिलाफ लोगों में आक्रोश, इससे पीने के पानी की समस्या हुई; इसे चीन की कंपनी बनवा रही August 13, 2020 at 01:53AM

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में बुधवार को लोगों ने चीनी फर्म के खिलाफ रैली निकाली। यहां नीलम-झेलम नदी पर चीन की कंपनी द्वारा मेगा-डैम बनवाया जा रहा है। रैली के दौरान स्थानीय ‘दरिया बचाव, मुजफ्फराबाद बचाव’ कमिटी के प्रोटेस्टर्स ‘नीलम-झेलम बहने दो, हमें जिंदा रहने दो’ का नारा लगा रहे थे।

हाल ही में, पाकिस्तान और चीन ने पीओके में अजाद पट्टन और कोहला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स बनाने को लेकर समझौता किया था। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत आजाद पट्टन हाइडेल पावर प्रोजेक्ट को लेकर 6 जुलाई को हस्ताक्षर किए गए थे। इससे 700.7 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। 1.54 बिलियन डॉलर की इस प्रोजेक्ट को चीन के जियोझाबा ग्रुप कंपनी बना रहा है।

कोहाला हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट को झेलम नदी पर बनाया जाएगा। यह पीओके के सुधनोटी जिले में आजाद पट्टन ब्रिज से लगभग 7 किमी और पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 90 किमी दूर है। इस प्रोजेक्ट के 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है। इसे चीन के थ्री गोरजेस कॉर्पोरेशन, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन और सिल्क बैंक फंड द्वारा बनाया जाएगा।

पीओके के लोगों का सुनना वाला कोई नहीं

पीओके के पॉलिटिकल एक्टिविस्ट डॉ. अमजद आयुब मिर्जा ने एएनआई से कहा- पीओके में इस तरह के प्रोटेस्ट लंबे समय से चल रहे हैं, लेकिन कोई इनकी सुनने वाला नहीं है। चीन की थ्री गोरजेस कॉर्पोरेशन इन बिलियन डॉलर की प्रोजेक्ट का निर्माण कर रही है। उन्होंने नदियों का रास्ता बदल दिया है। इसके चलते मुजफ्फराबाद में प्रोटेस्ट हो रहे।

नदी में गंदा पानी भरा

उन्होंने कहा- जहां पहले नीलम नदी उफान मारती थी, वहीं यह अब एक छोटे नाले जैसी लगती है। इसने स्थानीय लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है, क्योंकि उनके पास पीने का पानी भी नहीं है। नदी में गंदा पानी भर गया है।

पीओके में चीन और पाकिस्तान के खिलाफ नाराजगी

सीपीईसी के तहत पीओके और गिलगित बाल्टिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों को पाकिस्तान और चीन मिलकर लूट रहे हैं। कब्जे वाले क्षेत्रों में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ नाराजगी काफी बढ़ गई है।

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नीलम-झेलम पर डैम बनाए जाने से नदियों का रास्ता बदल गया है। (फाइल फोटो)

बांग्लादेश के पहले हिंदू चीफ जस्टिस एसके सिन्हा 3.5 करोड़ रुपए के गबन के आरोप में दोषी, सरकार से विवाद होने पर 2017 में दिया था इस्तीफा August 13, 2020 at 01:49AM

ढाका की एक अदालत ने मंगलवार को बांग्लादेश के पहले हिंदू चीफ जस्टिस सुरेंद्र कुमार सिन्हा और 10 अन्य लोगों को 4 करोड़ टका (करीब 3.5 करोड़ रुपए) के गबन का दोषी पाया है। 69 साल के सिन्हा जनवरी 2015 से नवंबर 2017 तक बांग्लादेश के 21 वें मुख्य न्यायाधीश रहे हैं।
सिन्हा अब अमेरिका में रहते हैं। बांग्लादेश के एंटी करप्शन कमीशन (एसीसी) ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया है। हाल ही में ढाका की एक कोर्ट ने सुरेंद्र के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था।

अगली सुनवाई 18 अगस्त को
ढाका की अभियोजन पक्ष के वकील ने कहा, "आज अदालत ने फार्मर्स बैंक घोटाले में एसके सिन्हा और 10 अन्य पर आरोप तय किए।" उन्होंने कहा मामले में छह आरोपी बैंक के पूर्व अधिकारी थे, जबकि बाकी सिन्हा के सहयोगी थे। ट्रायल के दौरान केवल तीन लोग ही मौजूद रहे। अगली तारीख 18 अगस्त को है।

क्या है मामला?
एंटी करप्शन कमीशन ने सिन्हा और 10 अन्य के खिलाफ आरोप दायर किया था। एसीसी ने कहा कि 2016 में दो बिजनेस मैन ने फर्जी कागजों के जरिए फार्मर्स बैंक से 4 करोड़ टका का उधार लिया था। यह रकम एसके सिन्हा के खाते में जमा हुई थी। सिन्हा अब अमेरिका में रहते हैं। कहा जाता है कि उन्होंने वहां शरण मांगी थी।

आत्मकथा में लगाए सरकार पर आरोप
सरकार के साथ विवाद होने के बाद 2017 में सिन्हा ने अपना पद छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी आत्मकथा 'ए ब्रोकेन ड्रीम: रूल आफ लॉ, ह्यूमन राइट्स एंड डेमोक्रेसी’ लिखी। इसमें उन्होंने शेख हसीना सरकार पर कई आरोप लगाए। सिन्हा ने भारत से भी शेख हसीना सरकार का समर्थन नहीं करने की अपील की थी। उन्होंने वॉशिंगटन में कहा था कि भारत सरकार निरंकुश आवामी लीग सरकार का समर्थन करके लोगों की उपेक्षा न करे। पीएम शेख हसीना ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इसके बाद सिन्हा पर गबन का केस दर्ज हुआ था।



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एसके सिन्हा ने अपनी आत्मकथा 'अ ब्रोकेन ड्रीम: रूल आफ लॉ, ह्यूमन राइट्स एंड डेमोक्रसी' में शेख हसीना सरकार पर कई आरोप लगाए थे। - फाइल फोटो

Pak court suspends one-year jail sentence of two senior JuD leaders August 13, 2020 at 01:03AM

Belgian students to self-collect saliva in large Covid-19 testing experiment August 13, 2020 at 01:53AM

Thousands of students at a Belgian university will collect weekly from September a sample of their saliva for a rapid Covid-19 test replacing more commonly used swabs - one of Europe's largest experiments with the new testing method.

फौज ने तालिबान प्रवक्ता को छोड़ा, उससे कहा- ये हिट लिस्ट रखो, हमारे खिलाफ लिखने वाले जर्नलिस्ट भी जिंदा नहीं बचने चाहिए August 13, 2020 at 01:36AM

पाकिस्तान सरकार और फौज आतंकियों का इस्तेमाल अपने दुश्मनों का ठिकाने लगाने में करते हैं। इस बात का खुलासा आतंकी संगठन तालिबान के प्रवक्ता एहसानउल्ला एहसान ने खुद किया है। एहसान ने अप्रैल 2017 में फौज के सामने सरेंडर किया था। जनवरी 2019 में पता लगा कि एहसान फौज की कस्टडी से भाग गया है। इस पर किसी को यकीन नहीं हुआ।
अब एक ऑडियो टेप जारी कर एहसान ने कहा है कि फौज ने उसे रिहा किया था। एहसान के मुताबिक- फौज ने उसे डेथ स्कवॉड बनाने को कहा। एक हिट लिस्ट दी। इसमें कई जर्नलिस्ट्स हैं जो फौज या सरकार के खिलाफ लिखते हैं। महिला पत्रकार आरजू इकबाल की हत्या की बात भी कबूल की।

सरकार और फौज को विरोध मंजूर नहीं
अहसान ने ऑडियो टेप में कहा- मुझे कहा गया है कि आप एक डेथ स्कवॉड बनाएं। गद्दारों के खिलाफ काम शुरू करें। मुझे एक हिट लिस्ट दी गई। इसमें ज्यादातर खैबर पख्तूख्वा प्रांत के पश्तून हैं। कई जर्नलिस्ट्स के भी नाम हैं। मिलिट्री इंटेलिजेंस के कई अफसरों ने मुझसे बातचीत की।
2014 में मलाला यूसुफजई पर हमला एहसान के इशारे पर ही किया गया था। इसकी जिम्मेदारी भी उसने ली थी। खास बात ये है कि जिस दौर में एहसान पाकिस्तानी फौज की कैद में था, तब भी उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स एक्टिव थे। हिरासत के दौरान उसने कई ट्वीट किए थे।

सबसे ज्यादा खतरा पत्रकारों को
बुधवार को पाकिस्तान की 30 महिला जर्नलिस्ट्स ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया। इसमें कहा- हमें कई तरह की धमकियां मिल रही हैं। कुछ का तो जिक्र भी नहीं किया जा सकता। कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स तो सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी से जुड़े हैं। पिछले साल 27 साल की महिला जर्नलिस्ट अरूज इकबाल की लाहौर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय संगठन रिपोटर्स विदाउट बॉर्डर्स ने इसकी जांच की मांग की है। पत्रकारों की सुरक्षा के मामले में पाकिस्तान 180 देशों में 145 स्थान पर है।

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तालिबान प्रवक्ता एहसानउल्ला एहसान का यह फोटो अप्रैल 2017 का है। तब उसने पाकिस्तानी फौज के सामने सरेंडर किया था। जनवरी 2019 में नाटकीय तरीके से वो गायब हो गया। अब उसने पाकिस्तानी फौज, आईएसआई और सरकार के बारे में बड़े खुलासे किए हैं।

चीन ने कहा- ब्राजील से आए चिकन में कोरोनावायरस मिला, कुछ दिन पहले इक्वाडोर के झींगा में भी संक्रमण का दावा किया था August 12, 2020 at 11:34PM

चीन ने ब्राजील से भेजे गए फ्रोजन चिकन के पंख में कोरोनावायरस मिलने का दावा किया है। पिछले हफ्ते यहां के यांताई शहर में इक्वाडोर से भेजी गईं समुद्री झींगा मछली भी संक्रमित मिलने की बात कही गई थी। चीन ने जून में ब्राजील समेत कुछ अन्य देशों से मीट इंपोर्ट रोक दिया था। हालांकि, बाद में इसे हटा लिया गया था।

शेनझेन के लोकल डिजीज कंट्रोल सेंटर (सीडीसी) ने नियमित जांच के दौरान ब्राजील से भेजे गए चिकन का सैंपल लिया था। जांच करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि संक्रमित चिकन के संपर्क में आए कुछ लोगों और दूसरे प्रोडक्ट की भी जांच की गई, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल ब्राजील ने इस पर कोई बयान जारी नहीं किया है।

लोगों से सावधानी बरतने की अपील

शेनझेन सीडीसी ने दूसरे देशों के फूड प्रोडक्टस खाने में सावधानी बरतने की सलाह दी है। जून में चीन की राजधानी बीजिंग के शिनफैडी सीफूड मार्केट में संक्रमण के मामले सामने आए थे। इसके बाद से ही सरकार सभी फूड प्रोडक्ट्स का सैंपल लेकर उसका कोरोना टेस्ट करवा रही है।

वुहान के सी फूड मार्केट से संक्रमण फैलने की आशंका

चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में कोरोना महामारी फैली है। आशंका है कि संक्रमण यहां के सी फूड मार्केट से फैला था। इस मार्केट में चमगादड़ और सांप समेत कई तरह के जीवों का मीट बेचा जाता है। संक्रमण को लेकर विवाद बढ़ने के बाद चीन ने अपने यहां कई जानवरों की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी है।

महीनों पहले ठीक हुए 2 मरीज फिर संक्रमित

चीन से एक चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है। यहां महीनों पहले कोरोना संक्रमण को मात दे चुके 2 मरीजों की रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई है। हुबेई में 68 साल की एक महिला में दिसंबर में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। रविवार को उसकी रिपोर्ट फिर पॉजिटिव आई। दूसरा मामला शंघाई का है। यहां एक व्यक्ति अप्रैल में संक्रमित हुआ था और उसे सोमवार को दोबारा पॉजिटिव पाया गया। हालांकि, उसमें संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आए हैं।

दोबारा संक्रमित होने के कुछ ही मामले आए

स्थानीय प्रशासन ने बताया कि इन दोनों मरीजों के संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति को संक्रमित नहीं पाया गया है, लेकिन उन्हें क्वारैंटाइन कर दिया गया है। बीते दिनों हुई कुछ स्टडीज में दावा किया गया कोरोना से ठीक हुए व्यक्तियों के शरीर में बनी एंटीबॉडी कुछ महीनों में तेजी से कम हो रही हैं। ऐसे लोगों के दूसरे बार संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। हालांकि, दोबारा संक्रमित होने के कुछ की मामले सामने आए हैं।

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वुहान के मीट मार्केट में चिकन बेच रही महिला की यह फोटो इस साल फरवरी की है। संक्रमण फैलने के बाद सरकार ने इस मार्केट को बंद करा दिया था।

सऊदी अरब को मनाने इमरजेंसी विजिट पर रियाद जाएंगे पाकिस्तान के आर्मी चीफ; सऊदी ने पेट्रोल-डीजल सप्लाई रोकी August 12, 2020 at 11:28PM

पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्ते टूट की कगार पर हैं। इसकी वजह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की बयानबाजी मानी जा रही है। सऊदी सरकार इमरान से इतनी खफा है कि बुधवार को उसने ऑयल सप्लाई रोक दी। सऊदी ने साफ कहा- पाकिस्तान को अब कर्ज और ऑयल की सप्लाई नहीं होगी।
पाकिस्तान को सऊदी की तरफ से इतने सख्त कदम की भनक भी नहीं थी। अब बात बिगड़ चुकी है तो आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा इमरजेंसी विजिट पर सऊदी अरब जा रहे हैं। यह दौरा एक या दो दिन में होगा।

दबाव की रणनीति नहीं चलेगी
पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक- आर्मी के दो आला अफसरों ने माना है कि बाजवा बहुत जल्द सऊदी अरब जाएंगे। हम ये मानते हैं कि कश्मीर पर सऊदी की रूख हमारे मनमुताबिक नहीं हो सकता। लिहाजा, हमें दबाव की रणनीति से बचना होगा। इस बात में कोई दो राय नहीं कि सऊदी हमारी तरफ से हुई बयानबाजी से नाराज है। पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग के चीफ मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा- हां, बाजवा रियाद जा रहे हैं।

ऐसे फंस गया पाकिस्तान
पिछले साल जून में पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर था। आईएमएफ और एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) लोन देने तो तैयार हो गए, लेकिन शर्तें बेहद सख्त थीं। इमरान ने सऊदी से मदद की गुहार लगाई। सऊदी ने 6.2 अरब डॉलर का लोन मंजूर किया। इसमें से 3 अरब डॉलर साधारण कर्ज था। इसके अलावा 3.2 अरब डॉलर पेट्रोल-डीजल क्रेडिट थी। पाकिस्तान को यह कर्ज एक साल में चुकाना था। अब तक वो सिर्फ वो एक किश्त (1 अरब डॉलर) चुका सका है। इसके लिए भी उसने चीन से कर्ज लिया।

बिना किश्त चुकाए, बात बननी मुश्किल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, महामारी के दौर में ऑयल सप्लाई की डिमांड कम हुई। इससे सऊदी अरब की कमाई पर भी गंभीर असर पड़ा। पिछले महीने दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी सऊदी आरामको के मुनाफे में 72 फीसदी की कमी आई। अब सऊदी पाकिस्तान पर कर्ज चुकाने का दबाव बना रहा है। दूसरी तरफ, इमरान सरकार का खजाना खाली है। ऐसे में बाजवा को सऊदी दौरे से कुछ खास हासिल होना मुश्किल है। हो सकता है कुछ महीने या हफ्तों की मोहलत मिल जाए।

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पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल बाजवा ने मंगलवार को सऊदी एम्बेसेडर से भी मुलाकात की थी। लेकिन, इसका कोई असर नहीं हुआ। क्योंकि, अगले ही दिन यानी बुधवार को सऊदी ने पाकिस्तान को लोन और ऑयल देने से इनकार कर दिया था। (फाइल)

Bhutan imposes 1st nationwide coronavirus lockdown August 12, 2020 at 09:14PM

The Himalayan kingdom of Bhutan has imposed its first nationwide lockdown due to a virus infection in a returning traveler who had been released from quarantine. The government issued a stay-at-home order for its approximately 750,000 people, and all schools, offices and commercial establishments were closed.

Germany: Optimistic we'll have a vaccine in coming months August 12, 2020 at 09:32PM

German health minister Jens Spahn said on Thursday he expected there to be a Covid-19 vaccine in the coming months and definitely next year, speaking after the public health agency withdrew a report suggesting there would be one in autumn. Spahn declined to name a specific month in which the vaccine would be ready.

रिपोर्ट में दावा- देश में 3.8 करोड़ गरीबी से जूझ रहे लोग वोट नहीं करते; इनका साथ किसी भी पार्टी को जीत को दिलाने के लिए काफी August 12, 2020 at 08:48PM

अमेरिका में फिलहाल 6.3 करोड़ लोग गरीब के तौर पर रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 3.4 करोड़ ऐसे हैं जो चुनाव में वोट करने नहीं जाते। मौजूदा वक्त में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक दोनों ही पार्टियां गरीब वोटरों पर ध्यान नहीं दे रही हैं। हालांकि, इनका वोट देश के अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अहम हो सकता है। इन गरीबों का साथ किसी भी पार्टी को जीत को दिलाने के लिए काफी होगा। अमेरिका के पुअर पीपुल्स कैंपेन ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है।

पुअर पीपुल्स कैंपेन अमेरिका के एक्टिविस्ट, यूनियन और रिलीजियस लीडर्स लोगों द्वारा मिलकर बनाई गई संस्था है। यह गरीबों के हकों से जुड़े मुद्दों के लिए काम करती है। इसने इस साल देश के 13 राज्यों में कम कमाई वाले लोगों को वोटिंग में शामिल कराने की मुहिम शुरू की है।

10 राज्यों में वोटों पर्सेंटेज पर असर डाल सकते हैं गरीब वोटर

रिपोर्ट तैयार करने वाले और कोलंबिया स्कूल ऑफ सोशल वर्क के प्रोफेसर डॉ राॅबर्ट पॉल हर्टले के मुताबिक, गरीब वोटर देश के 10 राज्यों के वोट पर्सेंटेज पर असर डाल सकते हैं। इनमें से पांच राज्य ऐसे हैं जहां पर पहले रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार जीते थे। वहीं, 5 राज्य ऐसे हैं जहां पर डेमोक्रेट्स को जीत मिली थी। अगर यह वोटिंग में शामिल होते हैं तो मिशीगन, फ्लोरिडा, न्यू हैंपशायर, विस्कॉन्सिन और पेन्सिलवानिया में वोट पर्सेंटेज 4 से 7 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। लेकिन, ज्यादातर कम कमाई वाले लोगों ने वोटिंग के लिए रजिस्ट्रेशन ही नहीं करवाया है। ऐसे में वोटिंग प्रोसेस में इनकी हिस्सेदारी बढ़ाना चुनौती है।

राष्ट्रपति चुनाव में अहम होगा गरीबी और बेरोजगारी का मुद्दा

अमेरिका में 3 नवम्बर को राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है। इसमें गरीबी और बेरोजगारी का मुद्दा अहम होगा। देश में महामारी फैलने की वजह से अब तक 3 करोड़ से ज्यादा लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है।अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बेरोजगारों को हर हफ्ते 600 अमेरिकी डॉलर (करीब 45 हजार रु.) देने का एक्जीक्यूटिव ऑर्डर जारी किया है। देश की विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर लगातार सवाल उठा रही है।

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1. जो बिडेन का बड़ा फैसला:कमला हैरिस डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनीं, अमेरिकी इतिहास में इस पद के लिए तीसरी महिला कैंडिडेट

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अमेरिका के वॉशिंगटन में 21 जून को गरीब लोगों के लिए सहूलियतों की मांग के साथ प्रदर्शन करते पुअर पीपुल्स कैंंपेन से जुड़े लोग। देश में 6 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से जूझ रहे हैं।-फाइल

'Fantasy film': New Trump book to reveal letters with Kim Jong Un August 12, 2020 at 08:49PM

Kim Jong Un said his relationship with Donald Trump was like a "fantasy film", according to the publishers of a new book on the US president set to unveil 25 private letters exchanged between the two leaders.