Monday, November 30, 2020

बेनजीर भुट्टो की बेटी आसिफा भी राजनीति में उतरीं, भाई बिलावल कोरोना पॉजिटिव हैं November 30, 2020 at 09:03PM

पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की बेटी आसिफा भी सियासत में आ गई हैं। आसिफा ने सोमवार को मुल्तान में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की रैली में भाषण दिया। आसिफा ने कहा- अब वक्त आ गया है, जब मुल्क की सत्ता पर काबिज सिलेक्टेड सरकार को घर भेजा जाए। हम सब इमरान को इलेक्टेड नहीं बल्कि, सिलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर मानते हैं।

आसिफा के भाई बिलावल भुट्टो जरदारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन हैं। उन्हें पिछले हफ्ते कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। माना जा रहा है कि भाई की मदद के लिए ही आसिफा पहली बार किसी सियासी रैली में एक्टिव नजर आईं।

इमरान नहीं रोक पाए रैली
मुल्तान में सोमवार को हुई इस रैली को रोकने के लिए इमरान खान सरकार ने खूब ताकत झोंकी। रैली स्थल से कई किलोमीटर पहले ही बैरिकेड और कंटेनर्स लगा दिए गए। इसके बावजूद हजारों कार्यकर्ता रैली स्थल पर पहुंच गए। कई विपक्षी नेताओं को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम और जमात-ए-इस्लाम के नेता मौलाना फजल-उर-रहमान भी इस रैली में शामिल हुए। PDM में कुल 11 विपक्षी पार्टियां हैं।

गलतफहमी में हैं इमरान
रैली में आसिफा ने कहा- इस्लामाबाद में बैठी सरकार इस गलतफहमी में है कि वो अपोजिशन को दबा लेगी। हम हर जुल्म के खिलाफ आवाज उठाएंगे। इमरान को एक ही मैसेज है- आपका वक्त खत्म हो गया है। अब बोरिया बिस्तर बांधकर रवाना हो जाइए। मेरी मां ने मुल्क के लिए कुर्बानी दी। पिता आज भी संघर्ष कर रहे हैं।

आसिफा ने इमरान को चेतावनी देते हुए कहा- उनको लगता है कि हम लोग गिरफ्तारियों और जुल्मों डर जाएंगे। अगर वे हमारे भाईयों को गिरफ्तार करेंगे तो हम बहनें सरकार से मुकाबला करेंगे।

परिवार में सबसे छोटी हैं आसिफा
आसिफ अली जरदारी और बेनजीर के तीन बच्चे हैं। 27 साल की आसिफा सबसे छोटी हैं। उनकी पूरी एजुकेशन ब्रिटेन में हुई। आसिफा की बड़ी बहन बख्तावर की हाल ही में लंदन के बिजनेसमैन से शादी हुई है। भाई बिलावल पीपीपी के चेयरमैन हैं। पिता राष्ट्रपति रह चुके हैं। मां बेनजीर की 27 दिसंबर 2007 को हुए एक फिदायीन हमले में मौत हो गई थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सोमवार को मुल्तान में विपक्षी गठबंधन की रैली के दौरान आसिफा भुट्टो जरदारी। आसिफा ने रैली में आए लोगों से मास्क लगाने की भी अपील की।

आज से सऊदी अरब के एयरस्पेस का इस्तेमाल कर सकेंगे इजराइली एयरक्राफ्ट; भारतीयों को भी होगा फायदा November 30, 2020 at 07:16PM

अरब देशों और इजराइल के बीच अमन बहाली की कोशिश कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को एक और कामयाबी मिली है। सऊदी अरब ने इजराइल के सिविलियन एयक्राफ्ट्स को अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। मंगलवार से तेल अवीव और दुबई के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स शुरू होंगी। ये सभी उड़ानें सऊदी अरब के हवाई क्षेत्र से गुजरेंगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस फैसले से लाखों लोगों को फायदा होगा। तेल अवीव से कई देशों की फ्लाइट्स में यात्रा करने वाले पैसेंजर्स के 3 से 8 घंटे तक बचेंगे। इससे भारतीयों को भी फायदा होगा।

चंद घंटे में फैसला
इजराइल के अखबार ‘यरूशलम पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एडवाइजर जेरार्ड कुश्नर ने सोमवार को सऊदी अरब के प्रिंस सलमान से रियाद में लंबी बातचीत की। इसके कुछ घंटे बाद ही सऊदी सरकार ने इजराइली एयरक्राफ्ट्स को अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी। मंगलवार से यह समझौता लागू भी हो गया। यानी चंद घंटे बाद ही यह समझौता लागू कर दिया गया।

तेल अवीव से दुबई
अब तक इजराइल से यूएई या यूएई से इजराइल जाने वाली इजराइली फ्लाइट्स दूसरे रास्तों से जातीं थीं। इसमें वक्त और पैसा दोनों ज्यादा लगते थे। अब यही फ्लाइट्स सीधी जाएंगी। तेल अवीव से दुबई के बीच भी डायरेक्ट फ्लाइट्स होंगी। इजराइल के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर मिरि रेगेव ने सऊदी अरब के फैसले का स्वागत किया। मैं उम्मीद करता हूं कि अब इस मामले में कोई दिक्कत नहीं आएगी। माना जा रहा है कि दिसंबर में हजारों इजराइली नए साल के मौके पर दुबई और अबुधाबी जाएंगे।

कुश्नर ने सितंबर में ही संकेत दिए थे कि सऊदी अरब जल्द इजराइल के सिविलियन एयरक्राफ्ट्स को अपने एयसस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी दे सकता है। उन्होंने कहा था- इससे पैसेंजर्स के 3 घंटे तक बचेंगे।

अब क्या होगा
मंगलवार से समझौता लागू हो गया। ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, अलग-अलग देशों से इजराइल या यूएई जाने वाले लोगों के अब 1 से लेकर 8 घंटे तक बचेंगे। इजराइल से भारत और चीन के बीच यात्रा करने वालों लोगों को काफी फायदा होगा। उनका पैसा और वक्त दोनों कम लगेंगे।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
फोटो 31 अगस्त का है। तब इजराइल के बेन गुरियोन एयरपोर्ट से अबुधाबी के लिए एक फ्लाइट रवाना हुई थी। इस फ्लाइट में अमेरिका और इजराइल का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल था। कुछ दोनों बाद यूएई ने इजराइल से डिप्लोमैटिक रिलेशन शुरू किए थे।

'Pandemic' chosen as Word of the Year November 30, 2020 at 06:57PM

The 2020 prize for Merriam-Webster's Word of the Year went to an obvious choice: pandemic. The term had the most online dictionary lookups of any word, Merriam-Webster said on its website, after a year in which at least 1.4 million people globally have died from the Covid-19 pandemic.

Syria graduate docs to battle Covid in rebel hub November 30, 2020 at 06:25PM

Humanitarian workers fear any further rise in novel coronavirus cases would be disastrous in northwestern Syria, where around half of three million people live in overcrowded camps or temporary shelters after being displaced by conflict.

बाइडेन-हैरिस के इनॉगरेशन डे के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर होंगे भारतीय मूल के माजू वर्गीस November 30, 2020 at 06:03PM

प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने भारतीय मूल के अमेरिकी माजू वर्गीस को अपने शपथ ग्रहण (इनॉगरेशन डे) का एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अपॉइंट किया। माजू पूरे इलेक्शन कैम्पेन के दौरान बाइडेन और वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट कमला हैरिस के साथ रहे। वे डेमोक्रेटिक पार्टी से लंबे वक्त से जुड़े हैं। अब उनको इनॉगरेशन डे की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।

अमेरिका में शपथ ग्रहण समारोह को इनॉगरेशन डे कहा जाता है। 20 जनवरी को बाइडेन राष्ट्रपति और कमला हैरिस उप राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।

एक और अहम जिम्मेदारी
माजू के नाम का ऐलान सोमवार रात किया गया। सोमवार को ही नीरा टंडन को ऑफिस मैनेजमेंट एंड बजट का डायरेक्टर अपॉइंट किया गया था। बाइडेन और माजू डेमोक्रेटिक पार्टी में पहले भी साथ काम कर चुके हैं। बाइडेन जब ओबामा के दौर में वाइस प्रेसिडेंट थे तब माजू उनके चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और सीनियर एडवाइजर थे।

कैम्पेन के लिए फंड भी जुटाया
इलेक्शन कैम्पेन के दौरान माजू हजारों लोगों और डेमोक्रेटिक वॉलेंटियर्स से जुड़े और लाखों डॉलर का फंड जुटाया। सिर्फ बाइडेन ही नहीं बल्कि पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के भी स्पेशल असिस्टेंट रह चुके हैं। वे व्हाइट हाउस में डिप्टी डायरेक्टर ऑफ एडवांस भी रह चुके हैं। तब वे ओबामा की देश और विदेश यात्राओं का मैनेजमेंट देखते थे।

2015 में जब बराक भारत यात्रा पर आए थे तब माजू ने ही इसे ऑर्गनाइज किया था। बाद में उन्होंने व्हाइट हाउस मैनेजमेंट से जुड़े काम भी देखे।

इस बार चुनौती ज्यादा बड़ी
बाइडेन और हैरिस का इनॉगरेशन डे 20 जनवरी को होगा। लेकिन, कोरोनावायरस की वजह से इस बार यह काम आसान नहीं होने वाला। कुछ बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। माजू के पैरेंट्स केरल के थिरूवेल्ला के रहने वाले थे। माजू पेशे से वकील हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन के साथ माजू (सबसे बाएं) और उनका बेटा। (फाइल फोटो)

US capital may end weekend subway service in 2021 November 30, 2020 at 05:57PM

The subway system serving the U.S. capital region may be forced to make devastating cuts in 2021, including ending weekend services, closing 19 stations and shrinking weekday operations if Congress does not approve additional assistance.

Petrol bombs hurled at Hong Kong police club November 30, 2020 at 05:16PM

Police said they received a report of three men dressed in black hurling Molotov cocktails into the car park of the Police Sports and Recreation Club in Mongkok, a district that saw many clashes during last year's huge democracy protests.

Scott Atlas quits as special adviser to Trump on Covid November 30, 2020 at 04:56PM

Public health experts, including Anthony Fauci, the leading US infectious disease expert, have sharply criticized Atlas, a neuroradiologist, for providing Trump with misleading or incorrect information on the virus pandemic.

Top secret: Biden gets access to President's Daily Brief November 30, 2020 at 04:34PM

From now until Inauguration Day, Biden and Vice President-elect Kamala Harris will be reading the President's Daily Brief crafted for Trump, who had delayed giving Biden and Harris access to it as he contests the outcome of the election.

वियतनाम में 3 महीने बाद लोकल ट्रांसमिशन का पहला केस, चीन ने किम जोंग उन को वैक्सीन दिया November 30, 2020 at 04:29PM

दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 6.35 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 39 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 14 लाख 73 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। वियतनाम में करीब तीन महीने बाद लोकल ट्रांसमिशन यानी स्थानीय संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। पहली लहर में जिन देशों ने कोरोनावायरस पर काबू पाया था, उनमें वियतनाम भी अहम था।

वियतनाम में फिर संक्रमण फैलने का खतरा
कोरोनावायरस को सबसे बेहतरीन तरीके से काबू करने वाले देशों में वियतनाम की मिसाल दी जाती है। अब यहां संक्रमण की दूसरी लहर के संकेत मिल रहे हैं। देश की हेल्थ मिनिस्ट्री ने सोमवार रात कहा कि तीन महीने बाद लोकल ट्रांसमिशन का पहला मामला सामने आया है। माना जा रहा है कि यह मामला देश के सबसे ज्यादा आबादी वाले शहर हो चि मिन्ह का है। संक्रमित वियतनाम एयरलाइंस के एक फ्लाइट अटेंडेंट का रिश्तेदार है। अब यहां पहले की तरह सख्ती से ट्रैक एंड ट्रैस प्रोग्राम शुरू कर दिया गया है। क्वॉरैंटीन फेसेलिटीज को भी नए सिरे से अलर्ट पर रहने को कहा गया है।

हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा- अस्थायी तौर पर कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लगा दिया गया है। लॉकडाउन सिर्फ वहां लगाया गया है जहां यह पॉजिटिव व्यक्ति गया था। माना जा रहा है कि उसके संपर्क में 12 से ज्यादा लोग आए थे। इन सभी को क्वॉरैंटीन किया गया है। महामारी शुरू होने के बाद वियतनाम में अब तक कुल 1347 मामले सामने आए हैं। 35 लोगों की मौत हुई। देश की जनसंख्या करीब 95 लाख है।

चीन ने किम जोंग उन को वैक्सीन दिया
अमेरिका के एक एनालिस्ट ने दावा किया है कि चीन ने नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और उनके परिवार को वैक्सीन दिया है। अमेरिकी एनालिस्ट ने यह दावा जापान की दो इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर किया है। दावा ये भी किया जा रहा है कि नॉर्थ कोरिया में कई लोगों को वैक्सीन दिया गया है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। ये भी साफ नहीं है कि नॉर्थ कोरिया में चीन ने किस कंपनी का और कौन सा वैक्सीन भेजा है।

नॉर्थ कोरिया ने किसी नए संक्रमित की पुष्टि नहीं की है। लेकिन, साउथ कोरिया की खुफिया सूत्रों का कहना है कि नॉर्थ कोरिया में बड़े पैमाने पर संक्रमित हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि यहां के लोगों का चीन से संपर्क काफी ज्यादा है।

अमेरिकी लोगों को मिल सकती है राहत
अमेरिका में क्रिसमस के पहले वैक्सीनेशन शुरू हो सकता है। हेल्थ सेक्रेटरी एलेक्स अजार ने सोमवार को कहा कि फाइजर कंपनी की वैक्सीन को जल्द मंजूरी मिल सकती है। इस बारे में हेल्थ डिपार्टमेंट और एफडीए के अफसरों के बीच बातचीत जारी है। एफडीए ही वैक्सीन को मंजूरी देगी। फिलहाल, कंपनी और हेल्थ अफसरों के बीच बातचीत चल रही है। फाइजर का दावा है कि उसकी वैक्सीन 94.1% इफेक्टिव है।

अमेरिका के हॉलीवुड में वैक्सीन ट्रायल के दौरान एक वॉलेंटियर को डोज देता हेल्थ स्टाफर। अमेरिकी हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा है कि क्रिसमस के पहले देश में वैक्सीन मुहैया कराई जा सकती है। सबसे पहले फाइजर कंपनी की वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है। (फाइल)

फ्रांस में 4 हजार से ज्यादा केस
यूरोपीय देशों में संक्रमण का खतरा बरकरार है। फ्रांस में सोमवार को कुल 4,005 नए मामले सामने आए। इसी दौरान 406 संक्रमितों की मौत हो गई।

कोलंबिया बॉर्डर नहीं खोलेगा
कोलंबिया सरकार ने सोमवार को फिर साफ कर दिया कि देश में संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है। लिहाजा, सभी सीमाएं 16 जनवरी तक बंद रखी जाएंगी। सरकार ने एक बयान में कहा- हमने जो सख्त प्रतिबंध लगाए थे, उनके अच्छे नतीजे मिले हैं और हम नहीं चाहते कि यह मेहनत खराब हो। इसलिए, फिलहाल बॉर्डर खोलने का फैसला टाल दिया है। यह 16 जनवरी के पहले नहीं किया जाएगा।

कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 13,919,870 274,332 8,222,879
भारत 9,463,254 137,659 8,888,595
ब्राजील 6,336,278 173,165 5,601,804
रूस 2,295,654 39,895 1,778,704
फ्रांस 2,222,488 52,731 162,281
स्पेन 1,664,945 45,069 उपलब्ध नहीं
यूके 1,629,657 58,448 उपलब्ध नहीं
इटली 1,601,554 55,576 757,507
अर्जेंटीना 1,424,533 38,730 1,257,227
कोलंबिया 1,316,806 36,766 1,210,489


Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
वियतनाम के हनोई शहर में सोमवार को स्कूटर पर जाते लोग। देश में तीन महीने बाद स्थानीय संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। संक्रमित हो चि मिन्ह सिटी में पाया गया है।

इन्हें राेकने के लिए राेबाेटिक भेड़िया बनाया, इसके गुर्राते ही भालू भाग जाते हैं November 30, 2020 at 04:03PM

जापान के ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इन दिनों कोरोनावायरस से कहीं ज्यादा जंगली भालुओं के खौफ से परेशान हैं। यहां पिछले 6 महीनों के दौरान भालुओं के हमले की 13 हजार से ज्यादा घटनाएं हुई हैं, जो पांच सालों में सबसे ज्यादा है। सितंबर से अब तक 65 लोग हमले में जान गंवा चुके हैं।

भालू अब जंगल छाेड़कर शहर का रुख करते हुए फसलाें काे भी बर्बाद कर रहे हैं। परेशान किसानाें ने भालुओं से बचने का अनोखा तरीका ढूंढ़ निकाला है। अब वे भालुओं को भगाने के लिए रोबोटिक भेड़िए का इस्तेमाल कर रहे हैं। सेंसरयुक्त राेबाेटिक भेड़िया चलता-फिरता नहीं, लेकिन उसकी गुर्राहट, इसकी लाल चमकदार आंखें और खुले हुए जबड़े को देखकर जंगली जानवर भाग खड़े होते हैं।

ये रोबोटिक भेड़िया डेढ़ मीटर लंबा और 1 मीटर ऊंचा है। असली जानवर का लुक देने के लिए इस रोबोट के ऊपर जंगली जानवर जैसी खाल भी लगाई गई है। साथ ही यह अपना सिर 180 डिग्री के कोण पर घुमा सकता है। यह रोबोटिक भेड़िया सौर ऊर्जा से चलता है और तभी प्रतिक्रिया देता है, जब उसके सेंसर एरिया में कोई हलचल होती है।

इसके परीक्षण के दौरान वैज्ञानिकों ने इसकी पीठ पर कैमरा लगा दिया था। इसकी रिकॉर्डिंग में दिखा कि इसको देखकर भालू समेत कई खतरनाक जानवर दुम दबाकर भाग गए थे। इसके बावजूद कई भालू भटकते हुए शहर आ जाते हैं। 16 अक्टूबर को इशिकावा के शाॅपिंग माॅल में एक भालू घुस आया। 13 घंटाें तक लाेग दहशत में रहे। उसने एक व्यक्ति के कंधे और पैर चबाकर बुरी तरह जख्मी कर दिया। पुलिस भी उस पर काबू नहीं पा सकी और आखिरकार उसे गाेली मार दी गई।

भालुओं की बढ़ती संख्या और खाने की कमी के कारण हमले बढ़ रहे

टाेक्याे यूनिवर्सिटी में पर्यावरण शिक्षा के प्राेफेसर केविन शाॅर्ट का कहना है कि जंगलों में भालुओं को खाना भी नहीं मिलेगा, ताे वे कैसे जी सकते हैं। एक और कारण है- इनकी बढ़ती संख्या। जापान में 15 से 20 हजार भालू हैं। इनका वजन 200 से 600 किग्रा है। पहले लाेग इनका शिकार करते थे। लेकिन 1915 के बाद से इनका शिकार नहीं हाे रहा है, इसलिए वे भी बेखाैफ हाे गए हैं और हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
सितंबर से अब तक 65 लोग हमले में जान गंवा चुके हैं। (फाइल फोटो)

बाइडेन की प्रेस टीम में सिर्फ महिलाएं, भारतवंशी नीरा टंडन नीतियों की निगरानी करेंगी November 30, 2020 at 03:51PM

अमेरिका में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपनी कम्युनिकेशन यानी प्रेस टीम में सिर्फ महिलाओं को ही रखा है। ऐसा करने वाले वे पहले राष्ट्रपति हैं। कम्युनिकेशन की 7 सदस्यीय टीम का नेतृत्व केट बेडिंगफील्ड करेंगी। केट इसके पहले बाइडेन के चुनावी कैंपेन की डिप्टी कम्युनिकेशन डायरेक्टर रह चुकी हैं।

इसके अलावा डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रवक्ता रह चुकीं जेन साकी को प्रेस सेक्रेटरी बनाया गया है। वहीं, भारतवंशी नीरा टंडन को इकाेनाॅमी टीम में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। नीरा को बाइडेन की नीतियों पर अमल की देखरेख करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। वे सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस नाम के थिंक टैंक की प्रेसिडेंट और सीईओ हैं। बाइडेन ने कहा कि वो अपने प्रशासन को विविध बनाएंगे, जो देश की विविधता और उसकी संस्कृति को दर्शाएगा।

बाइडेन 20 जनवरी 2021 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। यह इसलिए भी खास है, क्योंकि इसमें भारतीयों को अहम जिम्मेदारी मिल रही है। कमला हैरिस के रूप में पहली बार भारतीय मूल की महिला दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति की उप-राष्ट्रपति बनने वाली हैं। उनके साथ नीरा टंडन भी होंगी। नीरा को 2012 में नेशनल जर्नल ने वाशिंगटन की 25 सबसे ताकतवर महिलाओं में शामिल किया था। वे ओबामा प्रशासन में सलाहकार रह चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक बाइडेन उन्हें डायरेक्टर ऑफ द व्हाइट हाउस बजट ऑफिस की जिम्मेदारी दे सकते हैं।

वहीं, सेसिला राउज का नाम काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर के प्रमुख के तौर पर सामने आ रहा है। नीरा इससे पहले ओबामा प्रशासन में स्वास्थ्य सलाहकार भी रह चुकी हैं। 2016 के अमेरिकी चुनाव के दौरान वे हिलेरी क्लिंटन की सलाहकार भी रह चुकी हैं। इधर, अर्थशास्त्री जारेड बेर्न्सटीन और हीदर बाउशे को इकोनॉमिक एडवाइजर बनाया गया है।

बाइडेन ने कहा- अभी और भी महिलाओं को प्रशासन में जगह दी जाएगी

बाइडेन की टीम में निर्वाचित उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की चीफ ऑफ स्टाफ रहीं कैरीन जीन पीयरे प्रिंसिपल डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी होंगी। वहीं, पाइली टोबर को डिप्टी कम्युनिकेशंस डायरेक्टर बनाया गया है। सोमवार को जो बाइडेन ने कहा कि प्रशासन में विविधता के लिए अभी और भी महिला डायरेक्टर्स को तैनात किया जाएगा, क्योंकि मुझे उन पर पूरा भरोसा है। मैं जानता हूं कि वे अपने काम को बखूबी अंजाम देकर अमेरिका को नई दिशा देंगीं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
भारतवंशी नीरा टंडन को इकाेनाॅमी टीम में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। (फाइल फोटो)

बाइडेन ने बनाई ऑल फीमेल कम्युनिकेशन टीम, भारतवंशी नीरा को भी अहम जिम्मेदारी November 29, 2020 at 10:40PM

अमेरिका में प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन व्हाइट हाउस में ऑल फीमेल सीनियर कम्युनिकेशन टीम तैनात करेंगे। इस टीम की अगुवाई केट बेडिंगफील्ड करेंगी। वे व्हाइट हाउस की कम्युनिकेशन्स डायरेक्टर होंगी। बाइडेन ने लंबे समय से डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रवक्ता जेन साकी को अपना प्रेस सेक्रेटरी बनाने का फैसला किया है। वहीं, भारतवंशी नीरा टंडेन को भी प्रशासन में अहम जिम्मेदारी दी गई है।

बाइडेन ने एक स्टेटमेंट जारी कर कहा- अमेरिका के लोगों से सीधे और सही संवाद रखना राष्ट्रपति की जिम्मेदारी है। इस टीम पर व्हाइट हाउस को अमेरिकन लोगों से जोड़ने की जिम्मेदारी है। मुझे भरोसा है यह इस पर खरी उतरेगी। टीम की योग्य और अनुभवी कम्युनिकेटर अलग-अलग पहलुओं पर काम करेंगी। सभी अमेरिका को फिर से बेहतर बनाने के मिशन में जुटेंगी।

भारतवंशी नीरा करेंगी नीतियों की निगरानी
तैनाती से जुड़े एक करीबी सूत्र ने बताया कि भारतवंशी नीरा टंडेन को बाइडेन की नीतियों पर अमल की देखरेख करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। वे सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस नाम के थिंक टैंक की प्रेसिडेंट और CEO हैं।

तीनों महिलाएं ओबामा प्रशासन में तैनात रही हैं
व्हाइट हाउस में तैनात की जाने वाली तीनों सीनियर महिला अधिकारी ओबामा प्रशासन में भी काम कर चुकी हैं। बाइडेन के उपराष्ट्रपति रहते समय बेडिंगफील्ड उनकी कम्युनिकेशन डायरेक्टर और प्रवक्ता थीं। साकी व्हाइट हाउस के स्टेट डिपार्टमेंट में कम्युनिकेशन डायरेक्टर और प्रवक्ता थीं। टंडन ने तत्कालीन हैल्थ एंड ह्यूमन सेक्रेटरी कैथलीन सेबेलियस की सीनियर एडवाइजर के तौर पर काम कर चुकी हैं।

और भी महिलाओं को मिलेगी प्रशासन में जगह
बाइडेन के ऑफिस ने बताया कि उन्हें सोमवार को पहली प्रेसिडेंशियल इंटेलीजेंस ब्रीफिंग की जाएगी। वे मैनेजमेंट और बजट ऑफिस के लिए भी महिला डायरेक्टर्स को तैनात कर सकते हैं।

टीम में शामिल दूसरी महिलाओं की बात करें, तो वाइस प्रेसिडेंट इलेक्ट की चीफ ऑफ स्टाफ रहीं कैरीन जीन पीयरे बाइडेन की प्रिंसिपल डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी होंगी। वहीं, पाइली टोबर को वहाइट हाउस की डिप्टी कम्युनिकेशंस डायरेक्टर बनाया जाएगा। इनके साथ ही सेशिलिया राउस को काउंसिल ऑफ इकोनॉमिक एडवाइजर्स की जिम्मेदारी दी जा सकती है।

सूत्रों के मुताबिक, वाली एडेयेमो को ट्रेजरी डिपार्टमेंट का डिप्टी बनाया जा सकता है। अर्थशास्त्री जारेड बेर्न्सटीन और हीदर बाउशे को इकोनॉमिक एडवाइजर बनाया जा सकता है। इधर, न्यूयॉर्क टाइम्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि बाइडेन ने ब्राइयन डीस को व्हाइट हाउस नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल का प्रमुख बनाने का फैसला किया है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बाइडेन ने चुनाव से कमला हैरिस को वाइस प्रेसिडेंट कैंडिडेट घोषित किया था। इसे भी उनकी महिलाओं को तरजीह देने की नीति के तौर पर देखा जा रहा है। -फाइल फोटो।

अमेरिका और इजराइल ने ईरान के सीक्रेट मिशन के 3 अहम मोहरे मार गिराए November 29, 2020 at 10:00PM

न्यूक्लियर हथियार हासिल करने की कोशिश कर रहे ईरान पर 2020 बेहद भारी साबित हुआ। इस साल उसने तीन बेहद अहम किरदारों को गंवा दिया। तीनों की ही हत्या हुई। सबसे पहले स्पेशल फोर्स चीफ जनरल कासिम सुलेमानी की बगदाद में हत्या हुई। इसके बाद अलकायदा छोड़कर ईरान का मोहरा बना अबु मोहम्मद अल मासरी मारा गया। शुक्रवार को न्यूक्लियर साइंटिस्ट मोहसिन फखरीजादेह को कत्ल कर दिया गया।

30 नवंबर को फार्स न्यूज एजेंसी ने खुलासा किया कि फखरीजादेह की हत्या रिमोट कंट्रोल वाली मशीन गन से हुई थी। यह गन किसी अन्य कार से ऑपरेट हो रही थी। ईरान का आरोप है कि अमेरिका और इजराइल की खुफिया एजेंसियों ने इन हत्याओं को अंजाम दिया। हालांकि, अब तक अल मासरी पर उसने औपचारिक तौर पर कुछ नहीं कहा। यहां इस मामले को समझने की कोशिश करते हैं।

विवाद की जड़

  • करीब 20 साल से ईरान एटमी ताकत हासिल करने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका समेत पश्चिमी देश, इजराइल और अरब वर्ल्ड को लगता है कि अगर ईरान ने न्यूक्लियर हथियार बना लिए तो इससे दुनिया को खतरा पैदा हो जाएगा।
  • 2010 में ईरान को रोकने के लिए यूएन सिक्योरिटी काउंसिल, यूरोपीय यूनियन और अमेरिका ने पाबंदियां लगाईं।
  • 2015 में ईरान का इन शक्तियों से समझौता हुआ। ज्यादातर पाबंदियों से उसे राहत मिली।
  • जनवरी 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने समझौता रद्द किया। ईरान पर सख्त प्रतिबंध लगाए। ये कोरोना दौर में भी जारी हैं।

एटमी जुनून
दो महीने पहले इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने एक रिपोर्ट जारी की। इसमें बताया गया कि ईरान के पास इस वक्त 2105 किलोग्राम एनरिच यूरेनियम है। अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक, यह 300 किलोग्राम से ज्यादा नहीं हो सकता। ईरान ने दावा किया कि उसके पास लेटेस्ट सेंट्रीफ्यूज भी हैं जो यूरेनियम को एनरिच करते हैं। एनरिच यूरेनियम ही न्यूक्लियर एनर्जी या एटमी हथियार बनाने के काम आता है। हालांकि, एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ईरान अब भी एटमी ताकत बनने से बहुत दूर है। क्योंकि, उसके पास बाकी तकनीक नहीं है।

ईरान से किसको, क्या दिक्कत?
अमेरिका :
अमेरिका के अरब देशों और इजराइल से करीबी रिश्ते हैं। कुछ देशों में उसके मिलिट्री बेस हैं। अमेरिका को लगता है कि ईरान ने एटमी ताकत हासिल कर ली तो अरब देशों पर उसका दबदबा काफी बढ़ जाएगा।
अरब देश : सुरक्षा और हथियारों के लिए अरब देश 95% तक अमेरिका पर निर्भर हैं। ईरान शिया जबकि अरब देश सुन्नी बहुल हैं। अरब देशों की शाही हुकूमतों को लगता है कि ईरान एटमी ताकत बन गया तो वो इसका इस्तेमाल उनके खिलाफ कर सकता है।
इजराइल : अरब देशों के लिए इजराइल पहले ईरान की तरह ही दुश्मन देश था। अब बहरीन और यूएई के बाद सऊदी अरब भी उसके करीब आ रहा है। अरब देशों के पेट्रो डॉलर और इजराइल की टेक्नोलॉजी-मिलिट्री पावर ईरान को रोकने में लगे हैं। ईरान और इजराइल के रिश्ते अमेरिका, फिलिस्तीन और अरब देशों की वजह से बिल्कुल खत्म हो चुके हैं। वे दुश्मन देश हैं।

CIA और मोसाद
ईरान का आरोप है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA और इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद मिलकर उसे कमजोर करने की साजिश रच रही हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स ने हालियों दो रिपोर्ट्स में इसका खुलासा भी किया है।

तीन कत्ल : कौन, कब और कैसे मारा गया?
1. जनरल कासिम सुलेमानी : ये ईरान की स्पेशल फोर्स के कमांडर इन चीफ थे। ईरान जनता के बीच राष्ट्रपति हसन रूहानी से ज्यादा लोकप्रिय थे। 3 जनवरी की रात सीक्रेट विजिट पर इराक की राजधानी बगदाद पहुंचे। CIA ने कार में बैठते वक्त रॉकेट हमले में सुलेमानी को मार गिराया। ईरान में राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया। अमेरिका को बदला लेने की धमकी दी। अब तक कुछ नहीं हुआ।

2. अबु मोहम्मद अल मासरी : अल कायदा में नंबर दो था। तेहरान में हबीब दाऊद के नाम से छिपा था। लादेन का समधी था। 7 अगस्त को कुछ लोगों ने मासरी और उसकी बेटी को कार में ढेर कर दिया। ईरान ने मामला दबाने की कोशिश की। लेकिन, न्यूयॉर्क टाइम्स और CNN ने साफ कर दिया कि मासरी को मोसाद के सीक्रेट एजेंट्स ने मारा है। ईरान अब तक चुप है।

3. मोहसिन फखरीजादेह : ईरान के एटमी प्रोग्राम के हेड थे। 27 नवंबर को तेहरान में कुछ लोगों ने उन्हें कार में मार गिराया। ईरान का आरोप है कि यह काम मोसाद ने किया है। 2010 से 2012 के बीच ईरान के चार और न्यूक्लियर साइंटिस्ट्स मारे गए थे। ये सभी मोहसिन के सहयोगी थे। अमेरिका और इजराइल अब तक मोहसिन की हत्या पर कुछ बोलने तैयार नहीं हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Iran Vs US Israel Tension; Qasem Soleimani To Nuclear Scientist Mohsen Fakhrizadeh, Three Killed In One Year

क्राउन प्रिंस ने बेटी को बॉयफ्रेंड से शादी करने की इजाजत दी, कहा- उनके फैसले का सम्मान करता हूं November 29, 2020 at 09:44PM

जापान के क्राउन प्रिंस फुमिहितो ने अपनी बेटी माको को उनके बॉयफ्रेंड केई कोमुरो से शादी करने की इजाजत दे दी है। दोनों की शादी लंबे समय से टल रही थी। प्रिंसेस माको 2018 में अपने यूनिवर्सिटी फ्रेंड कोमुरो से शादी करने वाली थीं। माको ने 2017 में उनसे सगाई करने का ऐलान किया था।

कोमुरो के रॉयल फैमिली से बाहर के होने और उनकी मां की आर्थिक परेशानियों को शादी में देरी की वजह बताया जा रहा था। हालांकि, बाद में राज परिवार ने इससे इनकार किया था।

पिता ने आर्थिक मामले सुलझाने को कहा
दूसरी तरफ, क्योडो न्यूज एजेंसी ने खबर दी थी कि नरेश नरुहितो के छोटे भाई क्राउन प्रिंस फुमिहितो ने शादी से पहले आर्थिक मामले सुलझाने को कहा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फुमिहितो ने कहा,‘इस मुद्दे को सुलझाना जरूरी है, ताकि लोग इस शादी को स्वीकार कर सकें। मुझे लगता है कि बहुत सारे लोग उनकी शादी से सहमत नहीं हैं। लोग इससे खुश भी नहीं हैं।’

कोमुरो ने आर्थिक परेशानी से इनकार किया
क्योडो न्यूज एजेंसी के मुताबिक, प्रिंसेस माको के बॉयफ्रेंड कोमुरो ने पिछले साल ही उनके परिवार में किसी तरह की आर्थिक परेशानी से इनकार किया था। वे अभी न्यूयॉर्क की फोडम यूनिविर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि उनकी मां के पुराने मंगेतर के बकाया लोन का मुद्दा सैटल हो चुका है। हालांकि पुराने मंगेतर ने स्थानीय मीडिया को बताया था कि लोन का मुद्दा अनसुलझा था।

अब क्राउन प्रिंस ने शादी की मंजूरी दी
तमाम विवादों के बीच, क्राउन प्रिंसेस ने माको की शादी पर सहमति दे दी है। क्योडो न्यूज एजेंसी के मुताबिक, क्राउन प्रिंस फुमिहितो ने कहा- जापान के संविधान के मुताबिक, शादी में दूल्हे और दुल्हन दोनों की सहमति जरूरी है। अगर उनकी यही मर्जी है, तो एक पिता होने के नाते मुझे उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए।

शादी पर शाही दर्जा छिन जाएगा
प्रिंसेस माको क्राउन प्रिंस फुमिहितो और प्रिंसेस किको की बड़ी बेटी हैं। कोमुरो से शादी करने के साथ ही माको का शाही दर्जा छिन जाएगा। हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि दोनों शादी कब करेंगे। लोकल मीडिया ने पिछले महीने खबर दी थी कि पिछले महीने प्रिंसेस माको ने जल्दी शादी करने की इच्छा जताई थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जापान के क्राउन प्रिंस की बेटी प्रिंसेस माको अपने बॉयफ्रेंड केई कोमुरो के साथ। दोनों ने 2017 में सगाई की थी। -फाइल फोटो।

Iran holds funeral for slain nuclear scientist November 29, 2020 at 09:35PM

State television showed several high-ranking Iranian officials, including Defence Minister Amir Hatami and Revolutionary Guards chief Hossein Salami, at the funeral of Fakhrizadeh, whose coffin was covered in the Iranian flag.