Saturday, August 1, 2020

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति करजई ने कहा- पड़ोसियों से सभ्य और दोस्ताना बर्ताव करे पाकिस्तान; दो दिन पहले मारे गए थे 22 अफगान नागरिक August 01, 2020 at 05:17PM

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दो दिन पहले अफगानिस्तान ने दावा किया था कि पाकिस्तान की तरफ से की गई फायरिंग में उसके 22 नागरिकों की मौत हो गई है। पाकिस्तान ने कहा था कि अफगानिस्तान की तरफ से फायरिंग की गई। इस बीच, अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तान को सभ्यता और दोस्ताना बर्ताव की सलाह दी है। करजई ने कुछ महीने पहले कहा था कि अफगानिस्तान में ज्यादातर आतंकी हमले पाकिस्तान की शह पर होते हैं। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री ने इस करजई की बात का समर्थन किया था।

करजई ने क्या कहा
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति करजई ने शुक्रवार को पाकिस्तान बॉर्डर पर हुई फायरिंग पर अफसोस जाहिर किया। उन्होंने कहा कि ईद के ठीक पहले हुई इस घटना से दोनों देशों के रिश्ते ज्यादा बिगड़ सकते हैं। पाकिस्तान को एक तरह से चेतावनी देते हुए करजई ने कहा- पाकिस्तान को अब अपने पड़ोसियों और खासकर अफगानिस्तान से रिश्ते सुधारना चाहिए। उसे सभ्यता और दोस्ताना रखने होंगे। करजई ने मार्च में वॉशिंगटन पोस्ट को एक इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने अफगानिस्तान में होने वाली आतंकी घटनाओं के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया था।

सीमा पर तनाव बढ़ा
पाकिस्तान और अफगानिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ गया है। अफगानिस्तान का आरोप है कि पाकिस्तान की सेना ने उसके बेगुनाह लोगों पर बेवजह फायरिंग की। शनिवार रात मरने वालों का आंकड़ा 22 हो गया। दूसरी तरफ, पाकिस्तान सरकार और सेना इस मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रही है। इमरान खान सरकार के मंत्री शिबली फराज ने कहा- हम तनाव नहीं चाहते। लेकिन, अगर दूसरी तरफ से फायरिंग होती है तो पाकिस्तान की फौज इसका जवाब देना जानती है।

अमेरिका ने चुप्पी साधी
अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। लेकिन, अमेरिकी सरकार ने अब तक इस बड़ी घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। विदेश विभाग के एक अफसर ने सिर्फ इतना कहा कि अमेरिका इस घटना पर नजर रख रहा है। बता दें कि अमेरिका कई बार पाकिस्तान को तालिबान की मदद करने पर चेता चुका है। अमेरिका का आरोप है कि पाकिस्तानी सेना अफगान तालिबान और खासतौर पर हक्कानी नेटवर्क को मदद देती है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने मार्च में कहा था कि अफगानिस्तान में ज्यादातर आतंकी हमले पाकिस्तान की शह पर होते हैं। (फाइल)

साउथ अफ्रीका में संक्रमण का आंकड़ा 5 लाख के पार, मैक्सिको में एक दिन में 9,500 से ज्यादा मौतें; दुनिया में अब तक 1.80 करोड़ केस August 01, 2020 at 05:12PM

दुनिया में कोरोनावायरस के संक्रमण से अब तक 1 करोड़ 80 लाख 11 हजार 802 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 13 लाख 26 हजार 232 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। वहीं, 6 लाख 88 हजार 683 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण का आंकड़ा 5 लाख 3 हजार 290 हो गया है। देश के स्वास्थ्य मंत्री जवेली मखाइजे ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देश में एक तिहाई पॉजिटिव केस गाउटेंग राज्य से मिले हैं।

मैक्सिको में शनिवार को 9556 मौतें हुईं। यहां एक दिन में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं। इससे पहले शुक्रवार को यहां 8458 लोगों की जान गई थी। देश में अब तक 4 लाख 34 हजार 193 लोग संक्रमित मिले हैं। इसने मौतों के मामले में ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ दिया है।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 47,64,318 1,57,898 23,62,903
ब्राजील 27,08,876 93,616 18,84,051
भारत 17,51,919 37,403 11,46,879
रूस 8,45,443 14,058 6,46,524
द.अफ्रीका 5,03,290 8,153 3,42,461
मैक्सिको 4,34,193 47,472 2,84,847
पेरू 4,14,735 19,217 2,87,127
चिली 3,57,658 9,533 3,30,507
स्पेन 3,35,602 28,445 उपलब्ध नहीं
ईरान 3,06,752 16,982 2,65,830

इटली: 2 लाख से ज्यादा लोग ठीक हुए

इटली के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में शनिवार तक ठीक हुए मरीजों की संख्या 2 लाख 229 हो चुकी है। फिलहाल देश में 12 हजार 500 मामले हैं, जिनमें 705 अस्पताल में भर्ती हैं। केवल 43 मरीज आईसीयू में हैं। यहां अब तक 35 हजार 146 मौतें हुई हैं। इटली में जुलाई में हर रोज कोरोना के 200 से 300 नए मामले आ रहे हैं। यहां 31 जनवरी को हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान किया गया था।

नेपाल: संक्रमितों की संख्या 20 हजार से ज्यादा
नेपाल में बीते 24 घंटे में संक्रमण के 315 नए मामले आने के साथ संक्रमितों की संख्या बढ़कर 20 हजार के पार हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हफ्ते की शुरुआत से ही देश में नए मामलों में तेजी देखी जा रही है। मंत्रालय के प्रवक्ता जागेश्वर गौतम ने कहा कि लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहे और न ही मास्क लगा रहे। इसी से नए मामले बढ़े।

इजराइल: प्रधानमंत्री के घर के सामने प्रदर्शन

शनिवार को 10 हजार से अधिक लोगों ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर के सामने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने उनके उनके इस्तीफे की मांग की। लोगों ने महामारी की वजह से बिजनेस पर असर पड़ने से नाराज लोगों ने कई दूसरों जगहों पर भी प्रदर्शन किया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक सबसे बड़ा प्रदर्शन राजधानी येरुशलम में हुआ। शनिवार रात हुए प्रदर्शन की अनुमति इजरायल पुलिस ने दी थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
साउथ अफ्रीका के केपटाउन स्थित एक मस्जिद में शनिवार को शव को दफनाने के लिए ले जाने की तैयारी में जुटे कब्रिस्तान के कर्मचारी।

एलओसी पर तैनात सैनिकों से मिलने पहुंचे पाकिस्तान के आर्मी चीफ, कहा- हर चुनौती के लिए तैयार रहना होगा August 01, 2020 at 04:25PM

एलओसी पर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। इस बीच पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने एलओसी का दौरा किया। बाजवा का यह दौरा पहले से तय नहीं था और इसकी जानकारी मीडिया को भी नहीं दी गई थी। बाजवा ने यहां सैनिकों का हौसला बढ़ाते हुए कश्मीर का भी जिक्र किया।

हर मुश्किल के लिए तैयार रहें
बाजवा सबसे पहले खुरैटा सेक्टर पहुंचे। यहां हालात की जानकारी ली। इसके बाद सैनिकों से मुलाकात की। बाद में पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग डीजी आईएसपीआर ने आर्मी चीफ के इस दौरे की जानकारी एक बयान के जरिए दी। बयान के मुताबिक- बाजवा ने सैनिकों से हर मुश्किल के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कश्मीर का जिक्र भी किया और कहा कि पाकिस्तान कश्मीरियों का समर्थन जारी रखेगा।

पाकिस्तान के सामने कई चैलेंज
बाजवा ने कहा- मुल्क के लिए यह काफी मुश्किल वक्त है क्योंकि कई चैलेंज एक साथ सामने आए हैं। कुछ बाहरी ताकतें हैं जो पाकिस्तान को कमजोर करने की साजिश रच रही हैं। इसलिए फौज की जिम्मेदारी दोहरी है। उसे अपनी सरहदों की हिफाजत तो करना ही है, साथ ही मुल्क के अंदर के हालात पर भी नजर रखनी है।
बाजवा ने आगे कहा कि अगर फौज के सामने कोई चैलेंज आता है तो वो उससे निपटने में पूरी तरह सक्षम है।

एलओसी पर तनाव जारी
पाकिस्तान ने शनिवार को भी सीजफायर तोड़ा। उसकी फायरिंग में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की। हाल के दिनों में पाकिस्तानी सेना ने फायरिंग की आड़ में घुसपैठ की कोशिशें तेज की हैं। भारतीय सेना ने इसका करारा जवाब दिया है।

सीजफायर वॉयलेशन से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ सकते हैं...

1. कश्मीर में एलओसी पर तनाव, पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग, एक जवान शहीद और दो घायल

2. पाकिस्तान की नापाक हरकत, जम्मू-कश्मीर में पुंछ के गुलपुर सेक्टर में पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया; 3 नागरिकों की मौत



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा शनिवार को एलओसी पर तैनात सैनिकों से मिलने पहुंचे। यहां उन्होंने कश्मीर का जिक्र भी किया।

US counts 61,262 Covid-19 cases in 24 hours: Johns Hopkins August 01, 2020 at 03:42PM

The United States counted 61,262 new coronavirus cases in the 24 hours leading up to 8:30 pm Saturday (0030 GMT Sunday), according to a tally by Johns Hopkins University. It was the fifth consecutive day with more than 60,000 infections recorded, according to the Baltimore-based university. There were also 1,051 deaths in the 24-hour period.

SpaceX craft departs from ISS for Earth August 01, 2020 at 02:16PM

The SpaceX Crew Dragon spacecraft undocked from the International Space Station on Saturday, beginning its journey back to Earth with two US astronauts on board, NASA footage showed.

Expect 'lengthy' coronavirus pandemic, warns WHO August 01, 2020 at 10:52AM

The World Health Organization on Saturday warned the coronavirus pandemic was likely to be "lengthy" after its emergency committee met to evaluate the crisis six months after sounding the international alarm.

Nepal set to send new map to UN, others August 01, 2020 at 10:05AM

After having issued a new map showing Indian territory as part of Nepal, the K P Sharma Oli government is preparing to share the map with the “international community”, including the UN.

आबू धाबी में अरब का पहला बाराकाह न्यूक्लियर पावर प्लांट सफलतापूर्वक शुरू, सुरक्षा कारणों से 2017 से प्रोजेक्ट टल रहा था August 01, 2020 at 07:16AM

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने शनिवार को बराकाह न्यूक्लियर पावर प्लांट शुरू करने की घोषणा की। यह प्लांट अरब का पहला कमर्शियल न्यूक्लियर पावर प्लांट है। यूएई के प्रधानमंत्री मोहम्मद-बिन-राशिद ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की। पहले इस प्लांट को 2017 में शुरू होना था। लेकिन, बार-बार सुरक्षा कारणों से इसमें देरी होती रही।

उन्होंने ट्वीट किया- आज हम आधिकारिक तौर पर आबू धाबी के बाराकाह स्टेशन पर अरब का पहले न्यूक्लियर पावर प्लांट के शुरू होने की घोषणा करते हैं। एक्सपर्ट की कई कोशिशों के बाद हमने प्लांट को सफलतापूर्वक शुरू कर लिया है।

यूएई के लिए मील का पत्थर साबित होगा प्लांट
यूएई लीडर्स ने इस उपलब्धि को देश के वैज्ञानिक विकास के लिए मील का पत्थर बताया। बाराकाह प्लांट को एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कॉर्पोरेशन (ईएनईसी) और कोरिया इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (केईपीसीओ) ने मिलकर डेवलप किया है। इसमें 1400 मेगावाट के प्रेशराइज्ड वाटर रिएक्टर से एनर्जी जेनरेट होगी। एपीआर-1400 नाम के इन वाटर रिएक्टर को दक्षिण कोरिया में डिजाइन किया गया है।

4 में से 1 परमाणु रिएक्टर शुरू
यूएई के न्यूक्लियर रिएक्टर में दक्षिण कोरियाई तकनीक का उपयोग किया गया है। बाराकाह प्लांट में 4 में से 1 रिएक्टर में काम भी शुरू हो गया है। इस प्लांट के जरिए यूएई अपनी ऊर्जा की जरूरत का एक चौथाई हिस्से को पूरा करना चाहता है।

1.82 लाख करोड़ रु का प्रोजेक्ट

जर्मन मीडिया डी डब्ल्यू के मुताबिक, चारों रिएक्टर के शुरू होने के बाद 5600 मेगावाट बिजली पैदा होगी। बाराकाह प्लांट को बनाने में करीब 24.4 अरब डॉलर (करीब 1.82 लाख करोड़ रु.) लगे हैं। यह संयुक्त अरब अमीरात की एक चौथाई बिजली की आपूर्ति पूरी कर सकता है।

कुछ दिन पहले लॉन्च किया था मार्स मिशन
कुछ दिनों पहले ही यूएई ने मार्स मिशन 'होप' जापान के तानेगशिमा स्पेस सेंटर से लॉन्च किया था। इसे मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज के एच-आईआईए रॉकेट से लॉन्च किया गया था। खराब मौसम की वजह से इसकी लॉन्चिंग में पांच दिन की देरी हुई थी। रूस, अमेरिका, यूरोपीय यूनियन, चीन, जापान, भारत के बाद यूएई यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का सातवां देश है।

ये भी पढ़ सकते हैं...

यूएई का पहला मार्स मिशन लॉन्च:जापान के स्पेस सेंटर से मंगल के लिए सैटेलाइट भेजा गया, यह उपलब्धि हासिल करने वाला यूएई दुनिया का 7वां देश



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
बाराकाह प्लांट को एमिरेट्स न्यूक्लियर एनर्जी कॉर्पोरेशन (ईएनईसी) और कोरिया इलेक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (केईपीसीओ) ने मिलकर डेवलप किया है। (फाइल फोटो)

ईरान ने अमेरिकी आतंकी संगठन के प्रमुख को गिरफ्तार किया, वह 2008 में हुए बम विस्फोट के लिए जिम्मेदार August 01, 2020 at 04:19AM

ईरान ने कहा कि उन्होंने शनिवार को अमेरिका के एक आतंकी समूह के प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया है। वह 2008 में शिराज शहर में हुए बम विस्फोट और अन्य हमलों का आरोपी था। स्टेट मीडिया ने खुफिया मंत्रालय के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि आतंकी जमशिद शर्मद ईरान में कई हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। अब वह ईरान के सुरक्षाबलों के कैद में है। हालांकि, यह विस्तार से नहीं बताया गया है कि सुरक्षाबलों ने उसे कैसे गिरफ्तार किया।

शर्मद आतंकी संगठन का प्रमुख है, जिसे टोंडर कहा जाता है। बयान के अनुसार, उसने 12 अप्रैल 2008 को शिराज में एक मस्जिद में बम विस्फोट किया था, जिसमें 14 लोग मारे गए थे और 215 घायल हो गए थे। ईरान ने 2009 में बम विस्फोट के दोषी तीन लोगों को फांसी पर लटका दिया था।

ईरान के एक अफसर को मारने का आदेश मिला था

बयान में कहा गया है कि उन्हें अमेरिका द्वारा समर्थित सीआईए एजेंट से ईरान के एक बड़े अफसर को मारे जाने का आदेश मिला था। उनकी पहचान 21 साल के मोहसिन असलमियन, 20 साल के अली असगर पश्तार और 32 साल के रूजबेह याहजादेह के रूप में हुई है। तेहरान के कोर्ट ने तीनों को ‘मुहारेब’ (भगवान का दुश्मन) और ‘पृथ्वी पर भ्रष्टाचार’ होने का दोषी पाया था।

ईरान ने 2010 में दो अन्य दोषियों को फांसी दे दी। उन्होंने अधिकारियों की हत्या करने की योजना की बात कबूल की थी। शनिवार को जारी बयान में कहा गया है कि आतंकी संगठन ने कई अन्य बड़े ऑपरेशन किए थे जो विफल रहे।

आतंकी संगठन कई हमले करने वाला था

बयान में कहा गया है कि संगठन ने शिराज में एक बांध को उड़ाने, तेहरान पुस्तक मेले में साइनाइड बम का इस्तेमाल करने और इस्लामिक गणतंत्र के संस्थापक दिवंगत अयातुल्ला रूहुल्लाह खुमैनी के मकबरे को विस्फोटक से उड़ाने की योजना बनाई थी।

यह स्पष्ट नहीं है कि ईरान ने अमेरिका स्थित शर्मद को कैसे गिरफ्तार किया। ईरान के खुफिया मंत्रालय ने पिछले साल अक्टूबर में ऐसे ही एक व्यक्ति रूहुल्लाह जैम की गिरफ्तारी की घोषणा की थी। पिछले महीने ही उसे मौत की सजा सुनाई गई।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
जमशिद शर्मद आतंकी संगठन का प्रमुख है, जिसे टोंडर कहा जाता है। (फाइल फोटो)

France starts testing travellers from 16 nations for virus August 01, 2020 at 02:59AM

Travellers entering France from 16 countries where the coronavirus is circulating widely are having to undergo virus tests upon arrival at French airports and ports. French Prime Minister Jean Castex announced last month that the tests would be required starting Aug 1 for the arriving passengers France is allowing in from the listed countries unless they present proof of a negative test done within 72 hours of their departure.

Iran says it has arrested head of US-based 'terrorist group' August 01, 2020 at 02:43AM

Iran said Saturday it has arrested the head of a US-based "terrorist group" accused of being behind a deadly 2008 bombing in the southern city of Shiraz and of other, abortive attacks. ​​The group's "Jamshid Sharmahd, who was leading armed and sabotage operations inside Iran, is now in the powerful hands" of Iran's security forces, state television said in a report.

Berlin protesters rally against virus restrictions August 01, 2020 at 12:51AM

Protesters against coronavirus restrictions have gathered in Berlin for a demonstration titled “The end of the pandemic — freedom day.” It comes amid increasing concern about an upturn in infections in Germany. A crowd of people whistling and cheering — and with few masks in sight — marched from the Brandenburg Gate on Saturday ahead of a rally on a wide boulevard that runs through the city's Tiergarten park.

यूएन और गूगल को नया नक्शा भेजेगा नेपाल, इसमें कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को अपना क्षेत्र बताएगा August 01, 2020 at 12:45AM

नेपाल सरकार देश का नया संंशोधित नक्शा अपने पड़ोसी भारत, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और गूगल समेत अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भेजने की तैयारी में है। इसके लिए नक्शा को अंग्रेजी में छापा जा रहा है। भूमि प्रबंधन मंत्री पद्मा आर्यल ने कहा कि हम जल्द ही कालापानी, लिपु लेख और लिंपियाधूरा को शामिल कर संशोधित नक्शा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सौंपेंगे।

मंत्री के मुताबिक, नक्शा में लिखे शब्दों को अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया जाएगा। श्रावण (मध्य अगस्त) के नेपाली महीने के अंत तक इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचा दिया जाएगा।

मेजरमेंट डिपार्टमेंट के सूचना अधिकारी दामोदर ढकाल ने बताया कि वे पहले से ही नेपाल के अपडेटेड नक्शे की 4,000 प्रतियां अंग्रेजी में छापने के लिए दे चुके हैं, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दिया जाएगा। डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर की देखरेख में एक सब-कमिटी का गठन किया गया है।

स्थानीय लोग नया नक्शा 50 रु. में खरीद सकेंगे

डिपार्टमेंट ने देश के भीतर बांटे जाने के लिए संशोधित नक्शे की 25 हजार प्रतियां पहले ही प्रिंट कर ली हैं। लोकल यूनिट्स, राज्य और अन्य पब्लिक ऑफिसों में इसे फ्री में बांटा जाएगा। वहीं, लोग इसे 50 रुपए में खरीद सकते हैं।

किताब भी प्रकाशित किया जाएगा

मंत्रालय कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधूरा को कब्जे में दर्शाते हुए एक किताब प्रकाशित करने की तैयारी कर रहा है। मंत्री आर्यल ने कहा- हालांकि, अब हमारी पहली प्राथमिकता नए नक्शे को अंग्रेजी में प्रिंट करना और इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंचाना है।

मई में नेपाल ने नए नक्शे को मंजूरी दे थी

नेपाल ने अपने नए राजनीतिक नक्शे को मई में मंजूरी दी थी। इसमें तिब्बत, चीन और नेपाल से सटी सीमा पर स्थित भारतीय क्षेत्र कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधूरा को नेपाल का हिस्सा बताया गया है। नए नक्शे में नेपाल के उत्तरी, दक्षिणी, पूर्वी और पश्चिमी अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को दिखाया गया है। इन सीमाओं से सटे इलाकों की राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्थाओं के बारे में भी बताया गया है।

लिपुलेख मार्ग के उद्घाटन के बाद नेपाल ने आपत्ति जताई थी

भारत ने 8 मई को लिपुलेख-धाराचूला मार्ग का उद्घाटन किया था। नेपाल ने इसे एकतरफा फैसला बताते हुए आपत्ति जताई थी। उसका दावा है कि महाकाली नदी के पूर्व का पूरा इलाका नेपाल की सीमा में आता है। जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि लिपुलेख हमारे सीमा क्षेत्र में आता है और लिपुलेख मार्ग से पहले भी मानसरोवर यात्रा होती रही है। हमने अब सिर्फ इसी रास्ते पर निर्माण कर तीर्थ यात्रियों, स्थानीय लोगों और कारोबारियों के लिए आवागमन को सुगम बनाया है।

भारत ने नवम्बर 2019 में जारी किया था अपना नक्शा

भारत ने अपना नया राजनीतिक नक्शा 2 नवम्बर 2019 को जारी किया था। इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग ने सर्वेक्षण विभाग के साथ मिलकर तैयार किया है। इसमें कालापानी, लिंपियाधूरा और लिपुलेख इलाके को भारतीय क्षेत्र में बताया गया है। नेपाल ने उस समय भी इस पर ऐतराज जताया था। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने सीमा से किसी प्रकार की छेड़छाड़ से इनकार किया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि नए नक्शे में नेपाल से सटी सीमा में बदलाव नहीं है। हमारा नक्शा भारत के संप्रभु क्षेत्र को दर्शाता है।

कब से और क्यों है विवाद?

नेपाल और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच 1816 में एंग्लो-नेपाल युद्ध के बाद सुगौली समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। इसमें काली नदी को भारत और नेपाल की पश्चिमी सीमा के तौर पर दर्शाया गया है। इसी के आधार पर नेपाल लिपुलेख और अन्य तीन क्षेत्र अपने अधिकार क्षेत्र में होने का दावा करता है। हालांकि, दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। दोनों देशों के पास अपने-अपने नक्शे हैं जिसमें विवादित क्षेत्र उनके अधिकार क्षेत्र में दिखाया गया है।

ये भी पढ़ें

लिपुलेख मार्ग के उद्घाटन को नेपाल ने एकतरफा बताया, कहा- भारत हमारी सीमा में कोई कार्रवाई न करे



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
नेपाल सरकार ने 20 मई को नेपाल का संशोधित राजनीतिक और प्रशासनिक मैप जारी किया था। इसमें लिंपियाधूरा, लिपुलेख और कालापानी को शामिल किया था। (फोटो- काठमांडू पोस्ट)

China condemns Germany's Hong Kong extradition suspension July 31, 2020 at 11:08PM

Australia, Canada, New Zealand, the United Kingdom and the United States also have suspended their extradition treaties with Hong Kong last month after the central government in Beijing imposed a new national security law on the city. The move raised fears that Hong Kong's freedoms and local autonomy are being taken away.

Existing evidence suggests face masks do not lead to false sense of security August 01, 2020 at 12:19AM

A new study based on existing evidence suggests that wearing face masks does not lead to a false sense of security, and is unlikely to increase the risk of infection through wearers foregoing other behaviours such as good hand hygiene. The study led by researchers from the University of Cambridge and King's College London

US says unlikely to use China, Russia virus vaccine as race heats up July 31, 2020 at 10:59PM

America's top infectious diseases official has raised concerns over the safety of Covid-19 vaccines being developed by China and Russia as the world scrambles for answers to a pandemic the WHO warned will be felt for decades. Six months after the World Health Organization declared a global emergency, the novel coronavirus has killed at least 679,000 people and infected at least 17.9 million, according to an AFP tally.

Russia plans mass vaccination against coronavirus from October July 31, 2020 at 10:32PM

Russia is preparing to start a mass vaccination campaign against the novel coronavirus in October, Health Minister Mikhail Murashko said on Saturday, RIA news agency reported.

नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा- गोरखा सैनिकों पर 1947 का समझौता अब पुराना और बेकार हुआ, ब्रिटेन और भारत इस पर चर्चा करें July 31, 2020 at 08:50PM

नेपाल ने अब भारत के सामने गोरखा सैनिकों का मामला उठा दिया है। इस बार उसने ब्रिटेन को भी घेरे में लिया है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने कहा- गोरखा सैनिकों को लेकर हुआ समझौता अब काफी पुराना और बेकार हो गया है। नेपाल इसकी समीक्षा करेगा। भारत और ब्रिटेन को भी इस मामले में हमसे चर्चा करनी चाहिए, क्योंकि 1947 में यह समझौता इन्हीं तीन देशों के बीच हुआ था।

काठमांडू में एक कार्यक्रम के दौरान ग्यावली ने कहा, “भारतीय सेना में गोरखाओं की भर्ती गुजरे जमाने और विरासत की बात है। इसके कई पहलू हैं। इसने नेपाल के युवाओं के लिए विदेश जाने का रास्ता खोला। उस वक्त इससे रोजगार मिलता था। मौजूदा वक्त में इसके कई प्रावधानों पर सवाल उठ रहेे हैं। ऐसे में हमें विवादास्पद पहलुओं पर चर्चा करनी चाहिए।

नेपाल के प्रधानमंत्री ने ब्रिटेन के सामने उठाया था मुद्दा

ग्यावली ने कहा- हमारे प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ब्रिटेन के सामने भी यह मुद्दा उठाया था। पिछले साल ब्रिटेन दौरे पर उन्होंने वहां की उस वक्त की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से इस पर बात की थी। उन्होंने गोरखा सैनिक समझौता समेत भारत और ब्रिटेन के दूसरे समझौतों पर चर्चा की थी।

रिटायर गोरखा सैनिकों ने समझौते में भेदभाव की बात कही

1947 में नेपाल, भारत और ब्रिटेन के बीच हुए समझौते के मुताबिक, गोरखा सैनिकों के भत्ते, वेतन पेंशन और दूसरी सुविधाएं ब्रिटेन और भारतीय सेना के समान होंगी। हालांकि, भारतीय सेना में सेवा दे चुके गोरखा सैनिकों ने समझौते को भेदभाव वाला बताया है।

भारत-चीन के बीच तनाव बढ़ने का पूरे एशिया पर असर होगा: ग्यावली

नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा कि वुहान समिट के बाद भारत-चीन के बीच साझेदारी मजबूत हुई थी। लेकिन, गलवान झड़प के बाद तनाव बढ़ गया। इसका असर पूरे एशिया पर होगा। कम से कम इस क्षेत्र का भविष्य इसी से तय होगा। दोनों देश लद्दाख में तनाव कम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, वहां अब भी चुनौतियां हैं।

‘भारत ने नक्शे पर चर्चा करने के हमारे प्रस्ताव को टाला’

उन्होंने कहा कि नवंबर 2019 में भारत ने अपना नया नक्शा जारी किया। इसमें नेपाल के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को अपना इलाका बताया। नेपाल ने डिप्लोमेटिक नोट और राजनीतिक बयानों से इसका विरोध किया। इसके बाद हमने भारतीय दोस्तों को कूटनीतिक चर्चा से मुद्दे को सुलझाने का प्रस्ताव रखा। हालांकि, कोरोना का बहाना देकर वे इसे टालते रहे। इसके बाद हमें भी संविधान में संशोधन कर अपना नया नक्शा जारी करना पड़ा।

अप्रैल 1815 में भारतीय सेना में बनी थी गोरखा रेजीमेंट

गोरखा रेजीमेंट इंडियन आर्मी से अप्रैल 1815 में जुड़ी थी। तब से आज तक कई लड़ाइयों में इंडियन आर्मी के साथ मजबूती से साथ निभाती आ रही है। नेपाल, ब्रिटेन और भारत की सेना में गोरखा रेजीमेंट हैं। भारत में गोरखा रेजीमेंट ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात रहती है। गोरखा सैनिकों के लिए नेपाल में भारत के तीन केंद्र हैं। फिलहाल 30 हजार गोरखा सैनिक भारतीय सेना में शामिल हैं। हर साल भारत गोरखा सैनिकों की पेंशन के तौर पर नेपाल को 3000 करोड़ रु. देता है।

नेपाल से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें:

1.ओली की फजीहत:सत्तारूढ़ पार्टी के प्रवक्ता ने कहा- अयोध्या पर प्रधानमंत्री का बयान बेहूदा, इसकी वजह से भारत से रिश्ते खराब होंगे

2.नेपाल में राजनीतिक संकट गहराया:एनसीपी की स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग 9वीं बार टली, लेकिन प्रचंड ने पीएम आवास पर ही ओली की गैर-मौजूदगी में बैठक की

3.नेपाल में फिर सियासी घमासान:प्रधानमंत्री ओली के विरोधी प्रचंड ने कहा- प्रधानमंत्री जिद पर अड़े हैं, पार्टी में टूट की आशंका अब सबसे ज्यादा



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली ने शुक्रवार को कहा कि गोरखा सैनिकों को लेकर 1947 में हुए समझौते के कई प्रावधान मौजूदा समय में कारगर नहीं रहे।

Muslims worldwide celebrate Eid al-Adha July 31, 2020 at 08:18PM

The hajj pilgrimage has also been drastically impacted by the virus. Last year, some 2.5 million pilgrims took part, but this year it was limited to as few as 1,000 already residing in Saudi Arabia. The Saudi Health Ministry said there have been no cases of the Covid-19 illness among this year's pilgrims. Government precautions included testing pilgrims for the virus, monitoring their movement with electronic wristbands and requiring them to quarantine before and after.