Tuesday, November 17, 2020

ओबामा ने किताब में लिखा- बचपन में रामायण और महाभारत की कहानियां सुनीं, भारत से मेरा गहरा लगाव November 17, 2020 at 09:09PM

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के मुताबिक, भारत उनके दिल के काफी करीब है। ओबामा ने अपनी किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में लिखा है कि उन्होंने बचपन के कई साल इंडोनेशिया में गुजारे और वहां रामायण और महाभारत से जुड़ी अनेक कहानियां सुनीं। ओबामा लिखते हैं- भारत के बारे में मेरी कल्पना थी, सपने थे। लेकिन, वहां जाने का मौका 2010 में राष्ट्रपति के तौर पर मिला।

बचपन की यादें
ओबामा ने लिखा- भारत के लिए मेरे दिल में खास जगह है। मैंने बचपन में कई साल इंडोनेशिया में बिताए। वहां महान भारतीय ग्रंथ रामायण और महाभारत से जुड़ी कहानियां सुनीं। यह लगाव शायद इसलिए भी है क्योंकि भारत बहुत बड़ा देश है। दुनिया की कुल आबादी का छठवां हिस्सा यहां मौजूद है। दो हजार से ज्यादा जनजातियां हैं और सात सौ से ज्यादा भाषाएं बोली जाती हैं।

मौका देर से मिला
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2010 के भारत दौरे का जिक्र किया। इसे यादगार बताया। ये भी कहा कि उन्हें भारत यात्रा का मौका बहुत देर से मिला। ओबामा लिखते हैं- मेरी कल्पना में भारत के लिए खास जगह है। लेकिन, वहां जाने का मौका मुझे राष्ट्रपति बनने के बाद ही मिल पाया। कॉलेज के दिनों में भारत और पाकिस्तान के कई दोस्त थे। वे मुझे बताते थे कि दाल या कीमा कैसे बनाना है। उन्होंने मुझे बॉलीवुड फिल्में भी दिखाईं।



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अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपनी किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में भारत से अपने गहरे जुड़ाव का जिक्र किया है। (फाइल)

नेपाल सरकार पर फिर खतरा, चीन की राजदूत ने प्रधानमंत्री ओली से 2 घंटे बातचीत की November 17, 2020 at 08:40PM

नेपाल में सत्तारूढ़ पार्टी नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) में एक बार फिर सत्ता संघर्ष शुरू हो गया है। इसके साथ ही एक बार चीन की एम्बेसेडर होउ यांकी भी एक्टिव हो गई हैं। नेपाली मीडिया और न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट्स में कहा गया है कि यांकी ने मंगलवार देर शाम प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से उनके घर दो घंटे बातचीत की। जुलाई में भी एनसीपी में फूट पड़ गई थी। माना जाता है कि तब यांकी ने ही प्रधानमंत्री ओली के विरोधी पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड को मनाया था और सरकार गिरने से बच गई थी।

सचिवालय ने मुलाकात की पुष्टि की
मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री के ऑफिस और सेक्रेटेरिएट ने माना कि यांकी मंगलवार शाम प्रधानमंत्री ओली के ऑफिशियल रेसिडेंस गईं थीं और उनसे वहां दो घंटे बातचीत की। इस अधिकारी ने यह बताने से इनकार कर दिया कि मुलाकात के दौरान किन मुद्दों पर चर्चा हुई। हालांकि, माना ये जा रहा है कि बुधवार को होने वाली एनसीपी मीटिंग में पीएम से फिर इस्तीफा मांगा जाएगा और चीन नहीं चाहता कि इस नाजुक मौके पर ओली सरकार गिरे। ओली चीन समर्थक नीतियों के लिए पार्टी में ही निशाने पर रहे हैं।

पार्टी में एकता पर जोर
माना जा रहा है कि ओली और प्रचंड के मतभेदों के चलते एनसीपी टूट सकती है। ज्यादातर नेता प्रचंड के साथ हैं। वे चाहते हैं कि ओली पीएम या पार्टी चेयरमैन में से कोई एक पद फौरन छोड़ें। ओली इसके लिए तैयार नहीं हैं। पीएम हाउस के एक सूत्र ने कहा- यांकी चाहती हैं कि एनसीपी में फूट न पड़े। इसके लिए वे कोशिश कर रही हैं।

आज अहम मीटिंग
बुधवार को प्रचंड और ओली की मौजूदगी में पार्टी की कोर कमेटी की मीटिंग होगी। इसमें कुल 9 मेंबर्स हैं। 6 प्रचंड समर्थक हैं जबकि 3 ओली के पाले में हैं। प्रधानमंत्री जुलाई की तरह इस मीटिंग को फिर टालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी से भी मुलाकात की है। इस मीटिंग से पहले वे कैबिनेट से भी मुलाकात करेंगे। हालांकि, इस बार मीटिंग के टलने की संभावना कम है।



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नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ चीन की एम्बेसेडर होउ यांकी। चार महीने में दूसरी बार ओली की कुर्सी खतरे में है। पिछली बार की तरह यांकी एक बार उन्हें बचाने के लिए एक्टिव हो गई हैं। (फाइल)

NZ vows crackdown on defecating backpackers November 17, 2020 at 08:42PM

Kiwis have long complained about so-called "freedom campers" who travel the country in campervans that do not have toilet facilities and leave human waste by the side of the road.

अमेरिकी FDA ने पहली सेल्फ कोविड टेस्ट किट को मंजूरी दी, इससे 30 मिनट में रिजल्ट मिल जाता है November 17, 2020 at 08:27PM

अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) ने मंगलवार को कहा कि उसने पहली सेल्फ कोविड टेस्ट किट को मंजूरी दे दी है। इस किट के जरिए घर पर कोरोना का टेस्ट किया जा सकता है। इससे मात्र 30 मिनट में रिजल्ट मिल जाता है।

ल्यूकिरा हेल्थ ने किया निर्माण

USFDA की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस सिंगल यूज टेस्ट किट का निर्माण ल्यूकिरी हेल्थ ने किया है। इसका इस्तेमाल एमरजेंसी में किया जा सकता है। इस किट के जरिए खुद नाक से स्वाब सैंपल लेकर टेस्ट किया जा सकता है। USFDA के मुताबिक, 14 साल या इससे बड़े लोग इस किट के जरिए कोरोना का टेस्ट कर सकते हैं।

घर पर रिजल्ट देने वाली यह पहली किट

USFDA के कमिश्नर स्टीफन हान ने कहा कि अभी तक घर जाकर कोविड-19 टेस्ट का सैंपल लिए जाने की अनुमति थी जिसका रिजल्ट बाद में आता था। यह पहली ऐसी किट है जिसका इस्तेमाल खुद किया जा सकता है और यह घर पर ही रिजल्ट दे देती है। USFDA ने कहा है कि इस किट का इस्तेमाल अस्पतालों में भी किया जा सकता है। लेकिन 14 साल से कम उम्र के लोगों के टेस्ट के लिए सैंपल कोई हेल्थ वर्कर ही लेगा।

अमेरिका में अगले साल जुलाई तक सबको लग जाएगी कोरोना वैक्सीन

अमेरिका ने अपने सभी नागरिकों के टीकाकरण की योजना पर काम तेज कर दिया है। अगले महीने से यह अभियान शुरू हो जाएगा और उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर अंत तक करीब दो करोड़ लोगों को टीका लग सकता है। अप्रैल तक वहां वैक्सीन के 70 करोड़ डोज तैयार हो जाएंगे। इस लिहाज से अमेरिका के सभी नागरिकों को टीका दिए जाने का काम अप्रैल से जुलाई के बीच पूरा होगा। मॉडर्ना और फाइजर ने जो वैक्सीन तैयार की है उसकी दो डोज एक व्यक्ति को लगनी है।



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USFDA के कमिश्नर स्टीफन हान का कहना है कि यह पहली ऐसी किट है जिसका इस्तेमाल खुद किया जा सकता है और यह घर पर ही रिजल्ट दे देती है। (डेमो पिक्चर)

China has no theological basis to pick the next Dalai Lama: US November 17, 2020 at 08:13PM

China has no theological basis to pick the next Dalai Lama, according to a top US diplomat, asserting that the Tibetan Buddhists have successfully picked their spiritual leader for hundreds of years.

Massive protests continue in Gilgit-Baltistan against rigged elections by Imran Khan's PTI govt November 17, 2020 at 06:53PM

World's highest lift zips tourists up China's 'Avatar' cliff November 17, 2020 at 05:46PM

The three double-decker elevators in central China's Zhangjiajie Forest Park zip up the cliff in just 88 seconds, a speedy attraction as domestic tourism slowly recovers in China after the coronavirus forced strict travel measures and lockdowns earlier this year.

इमरान बोले- अमेरिका हम पर इजराइल को मान्यता देने का दबाव डाल रहा; सऊदी अरब की तरफ भी इशारा November 17, 2020 at 06:31PM

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अमेरिका और कुछ दूसरे देश उन पर इजराइल को मान्यता देने का दबाव डाल रहे हैं। खान ने ये भी साफ कर दिया कि पाकिस्तान इजराइल के मामले में पीछे हटने को तैयार नहीं है। इमरान ने इशारा किया कि जो देश उन पर इजराइल को मान्यता देने का दबाव डाल रहे हैं, उन सभी से पाकिस्तान के दोस्ताना रिश्ते हैं।

फिलिस्तीन का मामला पहले निपटाएं
पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ को दिए इंटरव्यू में इमरान ने इजराइल के मामले पर ज्यादा कुछ बताने से परहेज किया। एक सवाल के जवाब में कहा- अमेरिका और एक दूसरा देश हम पर इजराइल को मान्यता देने के लिए दबाव डाल रहा है। लेकिन, हमारा स्टैंड बिल्कुल साफ है। पहले उन्हें फिलिस्तीन का मसला निपटाना होगा। उसे मान्यता देना होगा। तब तक हम इस बारे में कोई विचार करने के लिए तैयार नहीं हैं।

अमेरिका पर इजराइल का प्रभाव
इमरान ने कहा- इसमें कोई दो राय नहीं है कि अमेरिका पर इजराइल का गहरा प्रभाव है और इस बात को कोई नहीं नकार सकता। ट्रम्प के दौर में यह ज्यादा हो गया। इमरान से जब यह पूछा गया कि क्या कोई मुस्लिम देश भी उन पर दबाव डाल रहा है? इस पर उन्होंने कहा- जाने दीजिए। इस पर मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगा। माना जा रहा है कि इमरान यूएई और सऊदी अरब का नाम नहीं लेना चाहते थे। दोनों देशों से पाकिस्तान के रिश्ते पहले ही खराब हो चुके हैं। इमरान ने कहा- हमारे इन देशों से अच्छे रिश्ते हैं। हम आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़े होना चाहते हैं।

इमरान के बयान के मायने
यूएई और बहरीन के साथ ही सूडान भी इजराइल को मान्यता दे चुका है। माना जा रहा है कि सऊदी अरब भी जल्द इसी रास्ते पर चलेगा। यूएई और बहरीन में तो अगले कुछ ही दिन में इजराइल की एम्बेसीज खुलने जा रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मिडिल ईस्ट में अमन बहाली के लिए अब्रॉहम अकॉर्ड नाम से एक प्लान तैयार किया है।

इमरान ने कहा- जब तक फिलिस्तीन का मसला नहीं सुलझता। तब तक हम किसी और चीज के बारे में नहीं सोच सकते। इमरान के इस बयान की फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री महमूद अब्बास ने तारीफ की है।



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सऊदी अरब के प्रिंस सलमान के साथ इमरान खान। इमरान ने कहा है कि अमेरिका और कुछ दूसरे देश उन पर इजराइल को मान्यता देने का दबाव डाल रहे हैं। माना जा रहा है कि इमरान का इशारा सऊदी अरब और यूएई की तरफ है। यूएई पहले ही इजराइल को मान्यता दे चुका और कयास हैं कि सऊदी अरब भी जल्द ऐसा कर सकता है। (फाइल)

ओबामा ने कहा- पाकिस्तानी फौज में कई लोग अल कायदा के मददगार, अब यह ओपन सीक्रेट November 17, 2020 at 05:24PM

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना में अल कायदा और दूसरे आतंकी संगठनों के कई मददगार मौजूद हैं और यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। ओबामा ने यह टिप्पणी अपनी किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में की है। ओबामा ने किताब में यह भी साफ तौर पर बताया है कि अगर 2011 में ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए चलाए गए ऑपरेशन की जानकारी पाकिस्तान को दी जाती तो यह मिशन नाकाम हो जाता।

आईएसआई पर निशाना
ओबामा के मुताबिक- यह ओपन सीक्रेट है कि पाकिस्तानी फौज में अल कायदा, तालिबान और दूसरे आतंकी संगठनों के मददगार मौजूद हैं। हम सभी इस बात को जानते हैं कि यह गठजोड़ कितना खतरनाक साबित हो सकता है। वहां कि खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के तो अल कायदा और तालिबान से सीधे और नजदीकी रिश्ते हैं। आईएसआई इन आतंकी संगठनों का इस्तेमाल भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ करती रही है।

लादेन को मारने के ऑपरेशन के खिलाफ थे बाइडेन
अमेरिकी सील कमांडोज ने 2 मई 2011 को पाकिस्तान के एबटाबाद शहर में ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। तब ओबामा ने ही अल सुबह इस ऑपरेशन की जानकारी टीवी पर आकर दुनिया को दी थी। ओबामा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया। उनके मुताबिक, लादेन को मारने के लिए जो सीक्रेट ऑपरेशन प्लान किया गया था, उससे तब के वाइस प्रेसिडेंट जो बाइडेन (अब प्रेसिडेंट इलेक्ट) और डिफेंस मिनिस्टर रॉबर्ट गेट्स सहमत नहीं थे।

रिस्की ऑपरेशन
ओबामा के मुताबिक- लादेन को मारने का ऑपरेशन आसान नहीं था। उसमें बहुत रिस्क था। क्योंकि, एबटाबाद में पाकिस्तानी फौज का बेस था और लादेन का ठिकाना बेहद सुरक्षित था। लेकिन, हमारे पास पुख्ता इंटेलिजेंस और प्लान था। मैंने अपनी टीम से कहा कि रेड का फाइनल प्लान तैयार किया जाए।

पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता था
ओबामा ने लिखा- हमारे सामने विकल्प थे। लेकिन, रिस्क भी था। कूटनीतिक रिश्ते भी दांव पर थे। अगर यह प्लान लीक हो गया होता तो फेल हो सकता था। इसलिए, बेहद चुनिंदा लोगों को इसकी जानकारी दी गई। हमने सिर्फ एक ही बात सोची कि किसी भी प्लान में पाकिस्तान को शामिल नहीं किया जाएगा। वहां की इंटेलिजेंसी एजेंसी अफगानिस्तान सरकार को कमजोर करती है। भारत के खिलाफ साजिशें रचती है।
ओबामा आगे लिखते हैं- पहला विकल्प था कि एयर स्ट्राइक से कम्पाउंड को तबाह कर दिया जाए। दूसरा विकल्प था- कमांडो टीम वहां घुसकर लादेन को मारे। हमने दूसरा विकल्प चुना और यह तय किया कि कमांडोज ऑपरेशन करके जल्द ठिकाने पर लौट आएंगे। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि पाकिस्तानी पुलिस या फौज वहां न पहुंच पाए।

हिलेरी को भी शंका थी
ओबामा कहते हैं- हिलेरी क्लिंटन उस वक्त विदेश मंत्री थीं। उन्होंने कहा था- इस ऑपरेशन के सक्सेस होने का रेश्यो 51-49 है। बाइडेन को भी लगता था कि अगर मिशन फेल हो गया तो इसके गंभीर नतीजे होंगे। डिफेंस सेक्रेटरी भी एयर स्ट्राइक के फेवर में थे। ऑपरेशन के बाद मैंने कई विदेश नेताओं से बातचीत की। लेकिन, उस दौर में पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे आसिफ अली जरदारी से बातचीत मुश्किल रही। हालांकि- उन्होंने मुझे बधाई दी और याद दिलाया कि किस तरह उनकी पत्नी बेनजीर को आतंकियों ने मारा था।



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बराक ओबामा ने अपनी किताब में साफ तौर पर कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी भारत और अफगानिस्तान के खिलाफ साजिशों को अंजाम देती है। (फाइल)

Hurricane Iota roars onto Nicaragua as second blow in two weeks November 17, 2020 at 04:57PM

China: People scrambling for shots of unproven vaccine November 17, 2020 at 04:44PM

China has made its unproven candidates widely available to demonstrate their safety and effectiveness. Government officials and pharmaceutical executives speak proudly of being inoculated. The campaign has succeeded, perhaps too well.

Small networks boosted as Trump supporters reject Fox November 17, 2020 at 04:37PM

Tens of thousands of Donald Trump supporters, disbelieving the presidential election results and increasingly frustrated by the conservative Fox News, are turning -- often at the president's urging -- to smaller, right-wing channels OAN and Newsmax, which still refuse to call the race for Joe Biden.

US paid for ambassador to New Zealand to fly on private jet November 17, 2020 at 04:33PM

The Browns' special treatment has upset many New Zealanders. Documents released to The Associated Press under official information laws show the case was discussed by top officials and lawmakers and was not resolved until days before they arrived back.

ब्रिटेन में एक दिन में 598 संक्रमितों की मौत, इटली में 24 घंटे में 32 हजार नए केस November 17, 2020 at 04:08PM

दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा शुक्रवार को 5.59 करोड़ के पार हो गया। 3 करोड़ 89 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 13 लाख 42 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। ब्रिटेन की बोरिस जॉनसन सरकार के लिए कोरोना दोहरी परेशानी लेकर आया है। यहां मौतों का आंकड़ा मंगलवार को बहुत तेजी से बढ़ा। एक दिन में 598 लोगों की मौत हुई। दूसरी तरफ, कोरोना फंड के इस्तेमाल को लेकर सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

ब्रिटेन में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ा
ब्रिटेन में बोरिस जॉनसन सरकार ने देश के कुछ हिस्सों में पिछले हफ्ते आंशिक लॉकडाउन लगाया था। अब तक इसके अच्छे नतीजे नहीं मिले हैं। 24 घंटे के दौरान मरने वालों का आंकड़ा पिछले दिनों की तुलना में तेजी से बढ़ा। कुल 598 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही करीब 22 हजार नए मामले सामने आए। ब्रिटेन में अब मरने वालों का संख्या 52 हजार 745 हो गया है। खास बात ये है कि 12 मई के बाद एक दिन में मरने वालों का आंकड़ा इतनी तेजी से बढ़ा है।

ब्रिटिश एयरवेज करेगी टेस्टिंग
ब्रिटिश एयरवेज ने अमेरिका से आने वाले यात्रियों के लिए नई सुविधा शुरू की है। एयरलाइन कंपनी ने कहा है कि वो अमेरिकी एयरपोर्ट्स पर ही यात्रियों की कोरोना टेस्टिंग करेगी ताकि अगर वे संक्रमित हैं तो उन्हें सही इलाज मुहैया कराया जा सके। कंपनी ने कहा है कि इससे दूसरे यात्रियों को भी संक्रमण के खतरे से बचाया जा सकेगा। ब्रिटेन और अमेरिका के बीच अब भी करीब दस हजार रोज एयर ट्रैवल कर रहे हैं।

इटली में हालात फिर खतरनाक
मई के बाद इटली में हालात फिर चिंताजनक होते जा रहे हैं। हालांकि, यूरोप के लगभग सभी देशों में संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन, इटली में मामला गंभीर होता जा रहा है। सोमवार को यहां 27 हजार नए मामले सामने आए थे। मंगलवार को यह आंकड़ा तेजी से बढ़ा और करीब 33 हजार मामले सामने आए। यहां एक दिन में ब्रिटेन से ज्यादा मौतें हुईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुल 731 लोगों की मौत हुई। इसके एक दिन पहले यानी सोमवार को कुल 504 लोगों की मौत हुई थी।

इटली के रोम में सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है। यहां कोरोना के चलते कुछ प्रतिबंध लगाए गए हैं। हालांकि, सरकार ने कहा है कि सख्त लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा।

अमेरिका के नॉर्थ डकोटा में मास्क अब जरूरी
अमेरिका में संक्रमितों का आंकड़ा रविवार को एक करोड़ 10 लाख से ज्यादा हो गया। आखिरी 10 लाख केस तो महज 6 दिन में सामने आए। जबकि, पहले 10 लाख केस 100 दिन में सामने आए थे। एक करोड़ से एक करोड़ 10 लाख मामले होने में एक हफ्ते से भी कम वक्त लगा। इतना ही नहीं, हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। राज्य सरकारें भी अब सख्ती कर रही हैं। नॉर्थ डकोटा में मास्क पहनना मेंडेटरी यानी जरूरी कर दिया गया है। मिशिगन में कॉलेज, हाईस्कूल और ऑफिसों को तीन हफ्ते के लिए बंद कर दिया गया है। वॉशिंगटन में दूसरों के घरों में जाने पर रोक लगा दी गई है। रेस्टोरेंट्स और बार भी बंद रहेंगे।

कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात

देश

संक्रमित मौतें ठीक हुए
अमेरिका 11,693,878 254,250 7,079,739
भारत 8,912,704 131,031 8,333,013
ब्राजील 5,911,758 166,743 5,361,592
फ्रांस 2,036,755 46,273 143,152
रूस 1,971,013 33,931 1,475,904
स्पेन 1,535,058 41,688 उपलब्ध नहीं
यूके 1,410,732 52,745 उपलब्ध नहीं
अर्जेंटीना 1,329,005 36,106 1,148,833
इटली 1,238,072 46,464 457,798
कोलंबिया 1,211,128 34,381 1,118,902

आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।



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लंदन के एक हॉस्पिटल के लैब में मौजूद टेक्निशियन। ब्रिटेन में 12 मई के बाद मंगलवार को सबसे ज्यादा संक्रमितों की मौत हुई। मंगलवार को कुल 598 लोगों ने कोरोना के चलते दम तोड़ दिया।

बाइडेन और उनकी टीम चीन से रिश्तों पर चुप, चार मुद्दों पर दोनों देशों में तनाव बढ़ सकता है November 17, 2020 at 03:48PM

जो बाइडेन अब प्रेसिडेंट इलेक्ट हैं। फिलहाल, वे अपनी टीम तैयार कर रहे हैं। कुछ मुद्दों पर बाइडेन और उनकी टीम की राय भी सामने आई है। लेकिन, इनमें फॉरेन पॉलिसी शामिल नहीं है। अमेरिका समेत दुनिया के ज्यादातर देशों के लोग जानना चाहते हैं कि चीन पर बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन का क्या रुख होगा। डोनाल्ड ट्रम्प के दौर में रिश्ते बेहद तल्ख रहे। सवाल ये है कि मामला ऐसे ही चलेगा, या फिर कड़वाहट कम होगी। कम से कम चार मुद्दे ऐसे हैं, जिन पर बाइडेन और बीजिंग के बीच तनाव कम होने की उम्मीद नहीं की जा सकती। बाकी भविष्य तय करेगा।

कुछ पल रुककर पीछे देखिए...
कोरोनावायरस के पहले ही अमेरिका और चीन ट्रेड के मुद्दे पर भिड़े। ट्रम्प ने चीनी इम्पोर्ट पर भारी टैरिफ थोप दिए। इसके बाद कोरोना को चीनी वायरस कहा। अमेरिका में जासूसी का आरोप लगाया। दो कॉन्स्युलेट बंद कर दिए। कुछ चीनियों को गिरफ्तार किया। साउथ चाइना सी में चीन को टक्कर देने का बेहतरीन प्लान तैयार किया। दो वॉरशिप तैनात कर दिए। चीनी कंपनी हुबेई को दुनिया के किसी देश में 5G नेटवर्क के ठेके नहीं लेने दिए। जाहिर है, चीन बौखला गया। अब उन चार मुद्दों पर नजर डालते हैं, जिन पर दुनिया की नजर है और रहेगी।

1. ट्रेड वॉर
2018 से दोनों देशों में इस मुद्दे पर तनाव है। CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने कुल 360 करोड़ डॉलर के नए टैरिफ चार्ज चीनी प्रोडक्ट्स पर लगाए। चीन दबाव में आ गया। दोनों के बीच जनवरी 2020 में नई ट्रेड डील की पहल तो हुई, लेकिन यह फाइनल नहीं हो सकी। फिर कोरोना आ गया और रिश्ते बद से बदतर होने लगे। बाइडेन ने अगस्त में कहा- चीन ने धोखाधड़ी की है। उससे निपटने के विकल्प हमारे पास मौजूद हैं। चीन को दुनिया के कानूनों के हिसाब से चलना होगा। वो अपने नियमों के हिसाब से नहीं चल सकता। अमेरिकी जनता साफ तौर पर चीन को दुश्मन नंबर एक मान रही है और ये बाइडेन भी जानते हैं। टिकटॉक पर ट्रम्प का बैन लोकप्रिय हुआ। माना जा रहा है कि बाइडेन के पास चीन के खिलाफ बेहद सख्त रुख अपनाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो संसद में वे फंस जाएंगे।

2. दक्षिण चीन सागर
ओबामा के दौर से ही अमेरिका दक्षिण चीन सागर में चीन को रोकने की कोशिश कर रहा है। चीन ने वहां आर्टिफिशियल आईलैंड्स बनाए तो ओबामा ने वॉरशिप भेज दिए। ट्रम्प दो कदम आगे रहे। उन्होंने न सिर्फ वॉरशिप तैनात किए बल्कि अमेरिकन जेट्स ने शंघाई के आसपास उड़ान भी भरी। 2016 के डेमोक्रेट कन्वेंशन में बाइडेन ने कहा था- साउथ चाइना सी आजाद जगह है। किसी की दादागिरी नहीं चलने देंगे। चार साल बाद भी वे यही कह रहे हैं। जाहिर है, बाइडेन बीजिंग की मुश्किलों में इजाफा करने वाले हैं।

बाइडेन ने कैम्पेन के दौरान दो बार कहा- मैंने 2013 में ही जिनपिंग को बता दिया था कि अमेरिकी फाइटर जेट्स साउथ चाइना सी में उड़ान भरते रहेंगे। पिछले गुरुवार को जब प्रेसिडेंट इलेक्ट ने जापान के पीएम सुगा योशिहिदे से फोन पर बात की तो उन्हें भरोसा दिलाया- अमेरिका ईस्ट और साउथ चाइना सी पर पॉलिसी नहीं बदलेगा। मतलब साफ है- चीन की मुश्किलें बाइडेन भी बढ़ाएंगे।

3. ताइवान
1979 में अमेरिका ने ताइवान रिलेशन एक्ट पारित किया था। इस पर अमल भी किया। लेकिन, जब चीन ने ताइवान और इस क्षेत्र के छोटे देशों को धमकाना शुरू किया तो अमेरिका ने इस एक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया। अब अमेरिका खुलेआम ताइवान को अरबों डॉलर के हथियार और फाइटर जेट्स दे रहा है। चीन आगबबूला हो गया है। अमेरिकी डिफेंस और फॉरेन मिनिस्टर 30 साल बाद इस देश के दौरे कर रहे हैं। यह चीन को चेतावनी है।

एक अमेरिकी एक्सपर्ट ने सीएनएन से कहा- चीन के प्रति बाइडेन का रुख ट्रम्प से भी ज्यादा सख्त रहने वाला है। इसीलिए, चीन चुपचाप वक्त का इंतजार कर रहा है। बाइडेन ने अगस्त में एक रैली में कहा था- ताइवान और ताइवान स्ट्रेट के देशों को हम भरोसा दिलाते हैं कि अमेरिका उनकी मदद के लिए हर मुमकिन कदम उठाएगा।

4. शिनजियांग और हॉन्गकॉन्ग
चीन के पश्चिमी प्रांत शिनजियांग में उईगर मुस्लिम रहते हैं। हजारों मीडिया रिपोर्ट्स में इनकी खराब हालत पर चर्चा हो चुकी है। यूएन में भी ये मसला उठता रहा। अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक, 20 लाख उईगरों को डिटेंशन कैम्प्स में रखा गया है। इनका ब्रेन वॉश किया जा रहा है। हजारों की नसबंदी की गई है। मानवाधिकारों पर बाइडेन, कमला हैरिस और डेमोक्रेटिक पार्टी खुलकर बोलते हैं। सिर्फ शिनजियांग ही क्यों, हॉन्गकॉन्ग के मुद्दे पर भी दोनों देशों में टकराव तय है। अमेरिका हॉन्गकॉन्ग के मुद्दे पर शी जिनपिंग को मजबूती से घेर सकता है। उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा सकता है। कुछ ट्रम्प पहले ही लगा चुके हैं।



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फोटो 29 जून 2019 की है। जापान के ओसाका में G-20 समिट हुई थी। इसमें डोनाल्ड ट्रम्प और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल हुए थे। ट्रम्प से मुलाकात के लिए जिनपिंग को इंतजार करना पड़ा था।

Trump fires US election official who rejected fraud claims November 17, 2020 at 02:36PM

अमेरिका में अगले साल जुलाई तक सबको लग जाएगी कोरोना वैक्सीन November 17, 2020 at 02:39PM

अमेरिका ने अपने सभी नागरिकों के टीकाकरण की योजना पर काम तेज कर दिया है। अगले महीने से यह अभियान शुरू हो जाएगा और उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर अंत तक करीब 2 करोड़ लोगों को टीका लग सकता है। अप्रैल तक वहां वैक्सीन के 70 करोड़ डोज तैयार हो जाएंगे। इस लिहाज से अमेरिका के सभी नागरिकों को टीका दिए जाने का काम अप्रैल से जुलाई के बीच पूरा होगा। मॉडर्ना और फाइजर ने जो वैक्सीन तैयार की है उसकी दो डोज एक व्यक्ति को लगनी है।

पूरे देश के टीकाकरण के लिए वहां की सरकार ऑपरेशन वार्प स्पीड (ओडब्ल्यूएस) पर काम कर रही है। यह ऑपरेशन स्वास्थ्य विभाग, मानव संसाधन, रक्षा विभाग के अलावा कुछ निजी कंपनियों और अन्य संघीय एजेंसियों की मदद से चलाया जा रहा है। इसके तहत कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीन के डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और वितरण पर काम हो रहा है।

स्वीकृति मिलने के 24 घंटे के अंदर शुरू होगा वितरण

वार्प के प्रमुख डॉ. मोनसेफ स्लाओई ने दैनिक भास्कर को बताया कि पूरी उम्मीद है कि इन वैक्सीन को इस साल के आखिरी महीने में आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिल जाएगी। इसके तुरंत बाद करोड़ो अमेरिकी के टीकाकरण का अभियान शुरू हो जाएगा। अमेरिकी रक्षा विभाग और महामारी नियंत्रण व रोकथाम विभाग यह योजना बनाने में लगा है कि एफडीएस से स्वीकृति मिलने के 24 घंटे के अंदर इसका वितरण शुरू कर दे।

2021 में वैक्सीन के 100 करोड़ डोज तैयार करने की उम्मीद

  • फाइजर, एस्ट्राजेनेका, जॉनसन एंड जॉनसन और नोवावैक्स ने कहा कि वे उम्मीद कर रहे हैं कि अगले साल 100 करोड़ डोज तैयार कर लिए जाएं।
  • स्वास्थ्य सचिव एलेक्स अजार ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से वितरण की तैयारी चल रही है। बस स्वीकृति का इंतजार है।
  • अगर वैक्सीन की डोज सीमित होती है तो हेल्थ केयर वर्कर, ज्यादा जोखिम वाले लोग और 65 साल से अधिक के लोगों को प्राथमिकता मिलेगी।
  • बच्चों के लिए वैक्सीन कब से उपबल्ध होगी यह स्पष्ट नहीं है। ज्यादातर कंपनियों के आखिरी ट्रायल में बच्चे शामिल नहीं थे।

जॉर्जिया में जीते बाइडेन, 306 इलेक्टोरल वोट हुए, भास्कर ने 6 नवंबर को दिया था यही अनुमान

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के अब पूरे परिणाम सामने आ गए हैं। जो बाइडेन ने जॉर्जिया में डोनाल्ड ट्रम्प को हराकर 11 और इलेक्टोरल वोट अपने नाम कर लिया। इस तरह बाइडेन ने कुल 306 इलेक्टोरल वोट जीते। ट्रम्प 232 इलेक्टोरल वोट ही जीत सके। दैनिक भास्कर ने 6 नवंबर के अंक में यह अनुमान दिया था कि बाइडेन 306 इलेक्टोरल वोट हासिल कर सकते हैं। 2016 में हुए चुनाव में ट्रम्प ने जॉर्जिया में जीत हासिल की थी। इस बार बाइडेन यह राज्य उनसे छीना है। मत प्रतिशत की बात करें तो जॉर्जिया में बाइडेन को 49.52% और ट्रम्प को 49.23% मत मिले हैं।



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Everyone will get Corona vaccine in America by July next year

ऐसा तकिया, जाे सिर रखते ही इंटरनेट बंद करेगा; ईयरिंग्स बिना ब्लड सैंपल लिए शुगर लेवल बताएंगी November 17, 2020 at 02:21PM

दक्षिण काेरिया के छात्राें ने ऐसा तकिया बनाया है, जिस पर सिर रखते ही सेंसर वाई-फाई राउटर काे सिग्नल भेजते हैं और माेबाइल तक इंटरनेट को नहीं पहुंचने देते। इससे आप सुकून की नींद सो सकते हैं। ऐसे 1600 नवाचार दुबई में हुए छठे ग्लाेबल ग्रैड शाे में सामने आए हैं। सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दाें के समाधान बताने के लिए हर साल यह शाे हाेता है। इस बार यह वर्चुअल हुआ। 60 देशाें की 270 यूनिवर्सिटी के नवाचार चुने गए हैं। अब छात्रों काे 20 कराेड़ रु. के फंड से नवाचार काे मूर्त रूप देने का माैका दिया जाएगा।

पर्दा कमरे का तापमान 25 डिग्री से बढ़ने नहीं देगा, दरवाजा बाढ़ का पानी घर में घुसने से रोकेगा

  • इंग्लैंड के छात्राें ने ऐसी ईयरिंग्स बनाई हैं, जाे रेडियाे तरंगाें से बिना ब्लड सैंपल शुगर लेवल बता देती हैं।
  • स्विट्जरलैंड के छात्राें ने ऐसा पाेर्टेबल इंक्यूबेटर बनाया है, जाे बिजली न होने पर भी काम करता है और नवजात काे हाइपाेथर्मिया से बचाता है। दूरस्थ क्षेत्राें के लिए यह उपयाेगी है।
  • बर्लिन के छात्राें ने तापमान नियंत्रित करने वाले पर्दे बनाए हैं। 25 डिग्री से अधिक तापमान हाेने पर पर्दे ऊष्मा साेख लेंगे। तापमान घटते ही यह ऊष्मा मुक्त कर देगा।
  • मैक्सिकाे के छात्राें ने ऐसा दरवाजा बनाया है जाे बाढ़ग्रस्त क्षेत्राें में बाढ़ का पानी घर में घुसने से राेकेगा। इसे ताड़, केले की पत्तियाें, लकड़ी और गन्ने से बनाया गया है।
  • लंदन के छात्राें ने पहनने वाली ऐसी डिवाइस बनाई है, जो जाेड़ाें काे चाेट से सुरक्षित रखेगी।
  • ऑस्ट्रेलिया के छात्रों ने ऐसी डिवाइस बनाई है जाे कीमाेथेरेपी उपचार के दाैरान क्लिनिकल साउंड काे लाइट में तब्दील करेगी। इससे स्वास्थ्यकर्मी काे थेरेपी के अलग-अलग स्तर का पता चलगा।
  • ऑयरलैंड के छात्रों ने बुजुर्गों के लिए ऐसा एयरबैग बेल्ट बनाया है, जाे उन्हें गिरने से बचाएगा।
  • युगांडा के युवाओं ने लंबी दूरी तय करने वाली स्कूली बच्चियाें के लिए प्लास्टिक बाॅटल काे रिसाइकल कर कम कीमत वाले जूते बनाए हैं।
  • दुबई के डिजाइन इंस्टिट्यूट ने खजूर के बीज से बायाेडिग्रेडेबल फूड कंटेनर बनाए हैं।
  • पेरू के छात्रों ने ऐसा ड्रोन बनाया है, जो आग लगने पर लोगों की जान बचा सकता है। इससे आग पर फोम भी फेंक सकते हैं।

संकेत को साउंड में बदलेगी डिवाइस: इटली के छात्राें ने ऐसी डिवाइस बनाई है, जाे सांकेतिक भाषा काे आवाज में तब्दील करेगी। यह मूक-बधिर और सांकेतिक भाषा न समझने वाले लाेगाें की मदद करेगी।



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Such a pillow will stop the Internet as soon as it is kept head; Earrings will show sugar level without taking a blood sample

Japan, Australia reach 'landmark' security agreement November 17, 2020 at 02:16AM

Japan and Australia agreed a breakthrough defence pact on Tuesday facilitating reciprocal visits for training and operations. The Reciprocal Access Agreement strengthens defence ties between the two US allies at a time when China is asserting its role in the region and the United States is going through a leadership transition.

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