Saturday, June 20, 2020

Trump suggests US slow virus testing to avoid bad statistics June 20, 2020 at 07:16PM

President Donald Trump said Saturday he's asked his administration to slow down coronavirus testing because robust testing turns up too many cases of Covid-19. Trump told supporters at his campaign rally that the US has tested 25 million people, far more than any other country. The "bad part," Trump said, is that widespread testing leads to logging more cases of the virus.

 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्रालय का बयान हटाया, इनके नियमों के खिलाफ होने का हवाला दिया June 20, 2020 at 07:18PM

चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण का हटा दिया गया है। चीन में भारतीय दूतावास के अधिकारियों के मुताबिक 18 जून को यह वीडियो यहां की प्रमुख सोशल मीडिया साइट्स से हटा दिया गया। इसके साथ ही लद्दाख में भारत चीन सीमा पर हुए विवाद से जुड़ा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव का बयान भी डिलीट कर दिया गया।
15 जून को लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच झड़प हुई थी। इसमें भारत के एक अफसर समेत 20 सैनिक शहीद हो गए थे। हमले में चीनी सैनिकों को नुकसान होने की बात सामने आई थी लेकिन चीन ने अभी तक इसे नहीं माना है।

वी चैट से भाषण हटाए जाने के बाद मैसेज नजर आ रहा था, जिसमें कंटेट नियमों के खिलाफ होने का दावा किया गया था।

साइना वेबो और वी चैट से भाषण हटाए गए

चीन में साइन वेबो और वी चैट से ये भाषण हटाए गए हैं। साइना वेइबो चीन में ट्विटर की तरह है। चीन में दुनिया के कई देशों के दूतावास इसका इस्तेमाल करते हैं। इस पर प्रधानमंत्री मोदी समेत दुनिया के कई नेताओं का अकाउंट है। इसके जरिए वे चीन के लोगों से संवाद करते हैं। चीन में भारतीय दूतावास के वी चैट अकाउंट से भी भाषण हटा दिया गया। इसमें कहा गया था कि नियमों का उल्लंघन होने की वजह से इसे नहीं दिखाया जा सकता।

भाषण में क्या कहा गया था

प्रधानमंत्रीमोदी ने अपने भाषण में कहा था किभारतीय सैनिकों काबलिदान व्यर्थ नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर चीन ने इसे उकसाया तो यह सही जवाब देने के काबिल है। वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने चीन को लाइन ऑफ एक्चअुल कंट्रोल का पालन करने की बात कही थी। उन्होंने चीन से एलएसी के पार अपनी सीमा में रखने और इसे बदलने के लिए एकतरफा कदम न उठाने की नसीहत दी थी।



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चीन खुद के कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स चलाता है। इनमें से दो वी चैट और साइना वेबो से भारतीय प्रधानमंत्री का भाषण हटा दिया गया। (फाइल फोटो)

तीन की मौत और तीन गंभीर रूप से घायल, मौके से 25 साल का लीबियाई युवक गिरफ्तार June 20, 2020 at 06:34PM

रीडिंग शहर के एक पार्क में हुई चाकूबाजी में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। इस घटना को ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ प्रोटेस्ट से जुड़ा हुआ नहीं माना जा रहा है।रीडिंग में मौके से एक 25 साल के युवक को हत्या के संदेह में गिरफ्तार किया गया है।

यह हमला फॉरबरी गार्डन में लगभग 7 बजे शाम (भारतीय समयानुसार 11.30 रात) में हुआ था। पुलिस फिलहाल इस घटना को आतंक से जुड़ी नहीं मान रही है। लेकिन इसकी जांच के लिए आतंकवाद निरोधक अधिकारियों को बुलाया गया है।

सुरक्षा सूत्रों ने बीबीसी को बताया कि घटनास्थल से गिरफ्तार किया गया युवक लीबिया का माना जा रहा है। टेम्स वेली पुलिस ने ट्वीट किया, “हमें फॉरबरी गार्डन में घटना की जानकारी मिली। अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और जांच में जुट गए हैं।”

युवकअचानक से हमला करना शुरू कर दिया

एक पुलिस सूत्र ने संडे मिरर को बताया, “एक आदमी ने चाकू निकाला और क्राउन कोर्ट के पास रीडिंग में लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया। माना जा रहा है कि वहां एक हमलावर था, जिसने पुलिस को सरेंडर कर दिया था।’’

ब्रिटेन के फॉरबरी गार्डन में अश्वेतों के समर्थन में प्रदर्शन करते लोग। लंदन समेत देश के कई जगहों पर ऐसे प्रदर्शन हो रहे हैं।

फिलहाल आतंकी घटना नहीं माना जा रहा

टेम्स वैली पुलिस के डिटेक्टिव चीफ ऑफ सुपरिटेंडेंट इयान हंटर ने कहा कि वे हमले के संबंध में किसी अन्य व्यक्ति की तलाश नहीं कर रहे हैं। इसे फिलहाल आतंकी घटना नहीं माना जा रहा है। इस घटना के पीछे क्या मंशा थी, इसकी जांच की जा रही है।

घटनास्थल पर एक महिला से बात करता पुलिसकर्मी। घटना शनिवार शात 7 बजेफॉरबरी गार्डन में हुई।

सोशल मीडिया पर घटना का फुटेज शेयर न करें

पुलिस ने कहा है कि किसी के पास अगर हमले का मोबाइल फुटेज हो तो वह हमें दें। पीड़ित परिवारों का सम्मान करते हुए इसका वीडियो या फोटो सोशल मीडिया पर शेयर न करें। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने घटना को लेकर दुख जताया है।

हमला होने के बाद अपने अपार्टमेंट से निकलकर लोग बाहर आ गए। पुलिस ने घरों को खाली कराकर ऑपरेशन चलाया।

फरवरी में भी चाकूबाजी की घटना हुई थी

इससे पहले फरवरी में पुलिस ने दक्षिण लंदन में चाकू से हमला करने वाले हमलावर की गोली मारकर हत्या कर दी। इस घटना में कई लोग घायल भी हुए थे।



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वारदात की जगह पर पुलिस ने गाड़ियों को सड़क किनारे रोक दिया। हमलावर की तलाश शुरू की।

भीड़ न जुटने पर ट्रम्प की दूसरी चुनावी रैली रद्द, कैंपेन प्रमुख बोले- मीडिया और अश्वेतों के प्रदर्शन की वजह से नहीं पहुंच रहे लोग June 20, 2020 at 05:29PM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दूसरी चुनावी रैली रद्द कर दी गई है। ट्रम्प के कैंपेन प्रमुख टिम मुरटॉग ने शनिवार को बताया कि ओकलाहोमा की रैली में कम लोगों के पहुंचने की वजह से टुलसा में होने वाली दूसरी रैली रद्द कर दी गई है। हालांकि ट्रम्प के समर्थक उत्साह में हैं लेकिन मीडिया और अश्वेतों के प्रदर्शन की वजह से लोग नहीं आ रहे।
मार्च के बाद ट्रम्प की पहली रैली शनिवार को ओकलाहोमा में हुई थी। कोरोनावायरस के चलते इस रैली पर रोक लगाने के लिए कुछ लोगों ने ओक्लाहोमा के सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी। हालांकि,कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।

पहली रैली में ज्यादा लोगों के पहुंचने की उम्मीद थी

मुरटॉग ने शुक्रवार को कहा था कि ओकलाहामा की रैली में काफी लोग पहुंचेंगे। उन्होंने दावा किया था कि ओकलाहोमा का बीओके सेंटर स्टेडियम छोटा पड़ा जाएगा। इसमें 19 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है, लेकिन हमें 10 लाख से ज्यादा टिकटों का अनुरोध मिला है। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ। मीडिया के मुताबिक, रैली में प्रवेश के लिए बने रजिस्टर में तो हजारों लोगों के नाम थे लेकिन स्टेडियम के अंदर कम लोग नजर आ रहे थे।

टुलसा के स्टेडियम में होनी थी दूसरी रैली
ट्रम्प की दूसरी रैली टुलसा के स्टेडियम में होने वाली थी। इसके लिए स्टेडियम बुक भी किया जा चुका था। इस रैली में ट्रम्प के साथ उप राष्ट्रपति माइक पेंस भी लोगों को संबोधित करने वाले थे। अमेरिका में नवंबर में चुनाव होने वाले हैं। हाल में हुई कई ओपिनियन पोल में उनकी लोकप्रियता कम होती दिखाई गई है। ट्रम्प फिलहाल कई राजनीतिक विरोधों का सामना कर रहे हैं। उनके सलाहकारों के मुताबिक, पहले कोरोनोवायरस से निपटने को लेकर ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ और अब नस्लीय भेदभाव को लेकर देशभर में प्रदर्शन का असर रैलियों पर दिख रहा है।



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शनिवार को ओकलोहामा के स्टेडियम में हुई ट्रम्प की रैली के दौरान कुर्सियां खाली नजर आई। वहीं, मीडिया का कहना था कि रैली में प्रवेश के लिए बने रजिस्टर में हजारों लोगों के नाम दर्ज थे।

UK: Terror in the park as knifeman goes on rampage killing 3 June 20, 2020 at 04:48PM

Three people are dead and three people have been seriously injured after a man went on a frenzied stabbing spree in a park where a Black Lives Matter protest had taken place two hours earlier. Police, air ambulance, helicopters and ambulance crews rushed to Forbury Gardens in the heart of Reading, Berkshire - 40 miles from London - at around 7pm on Saturday to find bodies soaked in blood lying unresponsive on the grass.

ब्राजील में मौतों का आंकड़ा 50 हजार के पार, अमेरिका के बाद यहां सबसे ज्यादा जान गई; दुनिया में अब तक 89.14 लाख संक्रमित June 20, 2020 at 04:18PM

दुनिया में कोरोनावायरस से अब तक 4 लाख 66 हजार 718 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों का आंकड़ा 89 लाख 14 हजार 787 हो गया है। अब तक 46 लाख 67 हजार 718 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। ब्राजील में 24 घंटे में करीब एक हजार लोगों की जान गई है। इसके साथ ही देश में मरने वालों की संख्या 50 हजार से ज्यादा हो गई है। यहां संक्रमण और मौतों के आंकड़े अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा हैं।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 23,30,578 1,21,980 9,72,941
ब्राजील 10,70,139 50,058 5,43,186
रूस 5,76,952 8,002 3,34,592
भारत 4,11,727 13,277 2,28,181
ब्रिटेन 3,03,110 42,589 उपलब्ध नहीं
स्पेन 2,93,018 28,322 उपलब्ध नहीं
पेरू 2,51,338 7,660 1,38,763
इटली 2,38,275 34,610 1,82,453
चिली 2,36,748 4,295 1,96,609
ईरान 2,02,584 9,507 1,61,384

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ब्राजील: मौतों की दर 5%
ब्राजील में 24 घंटे के दौरान एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा 50 हजार के पार पहुंच गया है। यहां एक दिन में 34 हजार 666 नए मामले दर्ज किए गए हैं। संक्रमितों की संख्या बढ़कर 10 लाख 76 हजार से ज्यादा हो गई है। देश में मरने वालों की संख्या 50 हजार 58 हो चुकी है। देश में महामारी से अब तक 5.20 लाख लोग ठीक हुए हैं। कोरोना से होने वाली मौतों की दर 5% है।

फ्रांस: 1.96 लाख संक्रमित
फ्रांस में 24 घंटे के महामारी के छह सौ से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1.96 लाख के पार पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से देर शनिवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में मृतकों का आंकड़ा 29 हजार 633 हो गया है।

चिली: 4295 मौतें
चिली में वायरस से 2 लाख 36 हजार 748 लोग प्रभावित हैं। अब तक 4295 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 24 घंटे में संक्रमण के 5355 नए मामले मिले हैं। इस दौरान 202 लोगों की मौत हुई है। देश में इस समय 1682 कोरोना संक्रमित मरीज वेंटिलेटर पर हैं। इनमें 416 की स्थित नाजुक है। देश में अब तक 9 लाख 43 हजार 593 लोगों की जांच की जा चुकी है।



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साओ पाउलो में कोरोनो से मरने वाले स्वास्थ्यकर्मियों के लिए एक सांकेतिक विरोध करते लोग। ब्राजील में एक दिन में 34 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं।

ट्रम्प ने कहा- दोनों देश गंभीर समस्या से गुजर रहे, हमने दोनों से बात की; मामला सुलझाने की भी कोशिश कर रहे June 20, 2020 at 04:14PM

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि वे भारत-चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने शनिवार को व्हाइट हाउस में कहा,‘‘वहां कठिन स्थिति पैदा हो गई है। दोनों देश गंभीर समस्या से गुजर रहे हैं। हम भारत और चीन दोनों देशों से बात कर रहे हैं। देखते हैं क्या होता है। हमारी ओर से मामला सुलझाने की कोशिश भी हो रही है।’’

15 जून की रात लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी। इसमें भारतीय सेना के एक अफसर समेत 20 जवान शहीद हुए थे। खबरों के मुताबिक, भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में 43 से ज्यादा चीनी सैनिक या तो मारे गए या घायल हुए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने चीन से सटी अपनी सीमा पर सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है।

ट्रम्प ने पिछले महीने भी मध्यस्थता की पेशकश की थी

ट्रम्प ने पिछले महीने भी भारत और चीन के बीच मध्यस्थता करने की पेशकश की थी। उन्होंने कहा था कि अगर भारत और चीन तैयार हों तो अमेरिका सीमा विवाद सुलझाने में मध्यस्थता कर सकता है। ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत का जिक्र करते हुए कहा था कि वे सीमा विवाद से खुश नहीं हैं। हालांकि, भारत और चीन दोनों ने ट्रम्प की यह पेशकश ठुकरा दी थी। आपसी बातचीत से मसले का हल करने की बात कही थी।

व्हाइट हाउस की बैठक में भी चीन-भारत विवाद पर चर्चा हुईथी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 16 जून को भारतीय समय के अनुसार रात 11.30 बजे व्हाइट हाउस में एक अहम मीटिंग की थी। इसमें इंटेलिजेंस एजेंसियों ने भारत-चीन विवाद पर रिपोर्ट पेश की थी। विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी मीटिंग में शामिल थे। मीटिंग के बाद एक बयान जारी किया गया। अमेरिका ने कहा, ‘एलएसी के हालात पर हमारी करीबी नजर रख रहे हैं। भारतीय सेना के 20 जवान मारे गए हैं। अमेरिका इस पर शोक व्यक्त करता है। हमारी संवेदनाएं सैनिकों के परिवारों के साथ हैं।’


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डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार को व्हाइट हाउस में कहा कि अमेरिका भारत और चीन के बीच हालात सामान्य करने में जुटा है।

US sees 568 more coronavirus deaths as infections rise June 20, 2020 at 03:58PM

It marked the 10th day in which the daily toll from the virus has been fewer than 1,000, even as the US remains the country hardest-hit by the pandemic with 119,654 deaths out of 2,251,205 official cases.

अमेरिका, इजरायल समेत 81 देशों में कोरोना की दूसरी लहर, डब्ल्यूएचओ ने कहा- लॉकडाउन खत्म करने की वजह से बढ़ा जोखिम June 20, 2020 at 02:31PM

दुनिया के 81 देशों में कोरोनावायरस की दूसरी लहर उठ रही है। इनमें अमेरिका, इजरायल, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान, बांग्लादेश शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी जारी की है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख डॉ. टेड्रोस गेब्रेयसेस ने कहा कि दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीकी देशों में हालात और खराब होंगे।

उन्होंने कहा कि ज्यादातर देशों में अनलॉक के कारण कोरोना का जोखिम बढ़ा है। लोग कोरोना से बचाव के नियमों में कोताही बरत रहे हैं। यहां तक कि मास्क भी ठीक से नहीं लगा रहे हैं। इन देशों में पिछले दो हफ्ते में संक्रमण तेज हुआ है। दुनियाभर में गुरुवार को आए नए मामलों में से करीब आधे अमेरिका में ही थे।

अफ्रीका में 100 दिन में 1 लाख मामले आए हैं। जबकि यहां 19 दिन में ही मामले दोगुना हो गए। दक्षिण अफ्रीका में रोजाना औसतन एक हजार मामले आ रहे हैं। सिर्फ 36 देशों में कोरोना के नए मामलों में गिरावट आई है। सभी कोरोना प्रभावित देशों को टेस्ट बढ़ाने चाहिए। संदिग्ध मरीजों के लिए क्वारैंटाइन की अच्छी व्यवस्था हो।

अमेरिका: वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क सिटी में कल से अनलॉक-2 शुरू होगा

अमेरिका के वॉशिंगटन और न्यूयॉर्क सिटी में सोमवार से अनलॉक-2 शुरू हो जाएगा। इससे न्यूयॉर्क सिटी में सैलून और अन्य दुकानें खुल जाएंगी। आउट डोर डिनर किया जा सकेगा। मेयर बिल डे ब्लासियो ने कहा कि शहर की सीमाएं भी खोलने की तैयारी की जा रही है। वॉशिंगटन में अनलॉक-2 में रेस्तरां, गैर जरूरी रिटेल स्टोर्स खुलेंगे। धार्मिक स्थलों पर 100 लोग जमा हो सकेंगे। अमेरिका में कोरोना के अब तक 22,98,108 मामले आए हैं जबकि 1,21,424 मौतें हुई हैं।

दुनिया: जिम्बाब्वे में मास्क घोटाला, अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास संक्रमित

जिम्बाब्वे के स्वास्थ्य मंत्री ओबादिया मोयो को मास्क घोटाले में गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने यहां एक कंपनी को मास्क का ठेका दिया था। कंपनी सरकार को एक मास्क 2125 रुपए में बेच रही थी, जो कि औसतकीमत से बहुत ज्यादा है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास के 20 कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें ज्यादातर सुरक्षाकर्मी हैं। अफगानिस्तान में कुल 28,424 मामले हैं। जबकि 569 मौतें हुई हैं।



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यह फोटो वेटिकन की है। यहां पोप फ्रांसिस ने इटली में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों से मुलाकात की। उनके काम को सराहा।

Statues and icons toppled in US in anti-racism protests as Trump rallies faithful June 20, 2020 at 06:15AM

New York governor ends daily briefings, claims success June 20, 2020 at 05:27AM

New York governor Andrew Cuomo wrapped up a string of more than 100 daily briefings that had become appointment viewing around the nation by declaring that the state has “done the impossible” in taming the coronavirus. The Democratic governor appeared alone behind his desk Friday during a brief address, a departure from his routine of presenting slides with bar graphs of Covid-19 hospitalizations and then taking questions from reporters.

तीन महीने बाद अमेरिकी राष्ट्रपति की ओक्लाहोमा में आज रैली, 19 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था June 20, 2020 at 05:17AM

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 20 जून से ओक्लाहोमा से अपनी रैली की शुरुआत करेंगे। मार्च के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक रैली होगी। आखिरी चुनावी रैली 2 मार्च को चार्लोट में हुई थी। कोरोनावायरस के चलते रैली पर रोक लगाने के लिए कुछ लोगों ने ओक्लाहोमा के सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डाली थी।

हालांकि, कोर्ट ने इसे खारीज कर दिया और रैली के आयोजन को तरीके को सही बताया। ओक्लाहोमा में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इसके चलते स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने रैली को लेकर चिंता जताई थी।ट्रम्प के कैंपेन अधिकारियों ने बताया कि इस इवेंट मेंशामिल होने के लिए उन्हें 10 लाख टिकट के अनुरोध मिले हैं। बैंक ऑफ ओक्लाहोमा सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन होना है। इसमें 19 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है।

कोरोना से निपटने को लेकर ट्रम्प की लोकप्रियता कम हुई

अमेरिका में नवंबर में चुनाव होने वाले हैं। रिपब्लिकन राष्ट्रपति कई हफ्तों के बाद रैली की शुरुआत कर रहे हैं। हाल में हुई कई ओपिनियन पोल में उनकी लोकप्रियता कम होती दिखाई गई है।ट्रम्प फिलहाल कई राजनीतिक विरोधों का सामना कर रहे हैं। उनके सलाहकारों के मुताबिक, पहले कोरोनोवायरस से निपटने को लेकर ट्रम्प की नीतियों के खिलाफ और अब नस्लीय भेदभाव को लेकर देशभर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

गैर-लाभकारी संगठन ने रैली रद्द करने के लिए अर्जी दी

उनकी रैली को रद्द करने के लिए गैर-लाभकारी संगठन जॉन होप फ्रैंकलिन ने मुकदमा दायर किया था। संगठन नस्लीय समानता को बढ़ावा देता है। उन्होंने तर्क दिया कि आयोजन स्थल को अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में तैयार किया जाना चाहिए। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान देना चाहिए नहीं तो रैली को रद्द करना चाहिए।

लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राज्य फिर से खोलना शुरू कर दिया गया है। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग के पैसले व्यक्तिगत व्यापार मालिकों पर छोड़ दिए गए हैं। सुरक्षा को लेकर ट्रम्प कैंपेन ने कहा कि वे रैली में आने वाले लोगों के तापमान की जांच करेंगे। साथ ही उन्हें हैंड सैनिटाइजर और मास्क दिया जाएगा।

रैलियों में जबरदस्त बढ़त हासिल की: ट्रम्प
77 वर्षीय ट्रम्प नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए फिर से चुनावी मैदान में हैं। उनके और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति ने कहा था- वे रैली के लिए फ्लोरिडा, टेक्सास, एरिजोना और उत्तरी कैरोलिना भी जाएंगे।

ट्रम्प रैली में भीड़ जुटाने वाले सबसे बड़े रिपब्लिकननेता
अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी के लिए भीड़ जुटाने वाले सबसे बड़े नेता रहे हैं। साथ ही वे रैलियों में अपने प्रतिद्वंदी जो बिडेन से ज्यादा भीड़ जुटा चुके हैं। ट्रम्प गुरुवार को फंड जुटाने के लिए एक कार्यक्रम में डलास जाने वाले हैं। उनकी आखिरी चुनावी रैली 2 मार्च को चार्लोट में हुई थी।



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बैंक ऑफ ओक्लाहोमा सेंटर के पास ट्रम्प की पोस्टर लगाई गई है। ट्रम्प यहीं से शनिवार को रैली की शुरुआत करेंगे।

Judge: Bolton can publish book despite efforts to block it June 20, 2020 at 05:02AM

यूरोपियन थिंक-टैंक ने कहा- चीन ने जानबूझकर और सोची-समझी साजिश के तहत हमला किया, ऐसा कर उसने कानून का उल्लंघन किया June 20, 2020 at 04:35AM

यूरोपियन फाउंडेशन फॉर साउथ एशियन स्टडिज (एएफएसएएस) का कहना है कि 15 जून को एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल (एलएसी) के पास गलवान घाटी में चीन ने भारतीय जवानों पर हमला किया। यह हमला हाल के महीनों में पड़ोसी देशों पर चीन के बढ़ते अक्रामकता को दिखाता है। भारत ने कहा था कि उसके 20 जवान हिंसक झड़प में शहीद हुए थे।

यूरोपियन थिंक-टैंक का कहना है कि यह हमला जानबूझकर और सोची-समझी साजिश के तहत किया गया था। ऐसा करके चीन से साफतौर पर दशकों पहले दोनों देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन किया है। करीब 45 साल के बाद एलएसी पर ऐसी घटना हुई। चीनी हमले ने हाल के वर्षों में भारत के लिए एक गंभीर सुरक्षा स्थिति पैदा कर दी है। साथ ही इस तरह की आक्रामकता भविष्य में तनावपूर्ण संबंधों के और गहराने के संकेत दे रहे हैं।

चीन पड़ोसी देशों में अपने पांव पसार रहा

हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि चीन द्वारा किया गया हमला दोनों देशों के लिए 21वीं सदी में टर्निंग पॉइंट साबित हो रहा है। दोनों देशों के बीच तनाव और गहराने के साथ ही नए विवादों के जन्म लेने की संभावना बढ़ेगी। यूरोपियन थिंक-टैंक का कहना है कि भारतीय सैनिकों पर हमला चीन की हठधर्मिता को दिखाता है। चाहे वह दक्षिण चीन सागर हो, ताइवान हो या हॉन्गकॉन्ग हो, वह हर जगह चीन अपने पांव पसारने में लगा हुआ है। चीन पूरे क्षेत्र में अपना कदम बढ़ा रहा है।

दक्षिण चीन सागर में मलेशियाई और वियतनामी जहाजों को रोकना, हॉन्गकॉन्ग में नई ताकतें जमाना और दो बार संवेदनशील वियतनाम की खाड़ी में एयरक्राफ्ट करियर के जरिए अपने मंसूबों को जाहिर कर चुका है।

कई देशों ने कोरोना को लेकर चीन को जिम्मेदार ठहराया

यह स्पष्ट नहीं है कि इस तरह की आक्रामकता से चीन अंतरराष्ट्रीय आलोचना के जवाब में अपनी ताकत और इरादे का प्रदर्शन कर रहा है। कोरोना की उत्पत्ति और प्रसार को लेकर कई देशों ने चीन को जवाबदेह ठहराया है।एम्स्टर्डम के थिंक-टैंक ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि चीन ऐसी हरकतों से अंतरराष्ट्रीय कानूनों, सम्मेलनों और मानदंडों की सीमाओं का टेस्ट कर रहा है।



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लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को भारत-चीन के बीच हुए हिंसक झड़प में लगभग 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे।

Beijing to have sweeping powers over Hong Kong security law June 20, 2020 at 01:47AM

China will have overarching powers over the enforcement of a new national security law in Hong Kong, according to details released on Saturday that signalled the deepest change to the city's way of life since it returned to Chinese rule in 1997.The planned law has alarmed foreign governments as well as democracy activists in Hong Kong, who were already concerned that Beijing is eroding the high degree of autonomy granted to the territory when it was handed over from British rule.

नौ साल से जारी गृहयुद्ध के कारण बेघर हुए बच्चों की कहानी; ये कैंपों में पैदा हुए, इन्हें नहीं पता कि घर में खिड़की-दरवाजे होते हैं June 20, 2020 at 01:09AM

सीरिया और तुर्की की सीमा पर शरणार्थी लोगों के लिए एतेमे कैंप है। यहां कई परिवारों ने शरण ले रखी है। 2011 से शुरू हुए युद्ध ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी है। इसी कैंप में इन परिवारों के कई बच्चों ने जन्म लिया। शरणार्थीठप्पेये बच्चे जमीन पर आए। इन्होंने जीवन कभी अपना घर नहीं देखा, शांति नहीं देखी। जन्म से ही कैंपों में रहने वाले ये बच्चे घर का मतलब तक नहीं जानते हैं। इन्हें ये भी नहीं पता कि घर में खिड़की औरदरवाजे भी होतेहैं।

एतेमे कैंप में चार महीने का बच्चा अब्दुल रहमान। अब्दुल के माता-पिता इदलिब प्रांत के गांव के रहने वाले हैं। वे इस कैंप में सालों से रह रहे हैं।
नौ साल की रानिम बरकत को उसी साल बेघर होना पड़ा, जिस साल उसका जन्म हुआ। रानिम को घर के नाम पर बस कैंप की यादें हैं।
तीन साल के मुहम्मद अल-बासा का जन्म भी इसी कैंप में हुआ।
मायसा महमूद अभी पांच साल की है। उसके माता-पिता भी सीरिया के इदलिब प्रांत से हैं। मायसा कहती है कि कैंप में उसके खिलौने सुरक्षित नहीं रह पाते।
पांच साल की मरियम अल-मुहम्मद के परिजनों ने बताया कि सीरिया के हॉम्स शहर में उनका अच्छा घर था, लेकिन हालात खराब हुए तो मजबूरी में उन्हें यहां रहना पड़ रहा है।
जुमाना और फरहान अल-अल्यावी दोनों जुड़वां भाई बहन हैं। इनके माता-पिता भी पूर्वी इदलिब से आते हैं।
सीरिया में सबसे ज्यादा प्रभावित शहर इदलिब और अलेप्पो हैं। दो साल के वालिद अल-खलीद के परिजन अलेप्पो के रहने वाले हैं। वालिद का जन्म दो साल पहले कैंप में ही हुआ था।
सात साल के मोहम्मद अबदल्लाह के परिजन इदलिब के गांव जबल अल-जवैया के रहने वाले हैं। अबदल्लाह शरणार्थी कैंप में बाद में आया। वो कहता है कि घर की थोड़ी-थोड़ी याद है। हमारा घर कुछ पुराना था।


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एतेमे कैंप में 6 साल की रवन अल-अजीज। घर क्या होता है, इस सवाल पर उसने कहा- जहां पर दोस्त और परिवार रहते हैं। इसमें आग लग जाती है और यह हवा में उड़ जाता है।

द. कोरिया के खिलाफ पर्चे के जरिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई की तैयारी, कुछ दिन पहले किम जोंग उन के विरोध में पर्चे भेजे गए थे June 20, 2020 at 12:36AM

उत्तर कोरिया अब पर्चे के जरिए दक्षिण कोरिया के खिलाफ अभियान शुरू करने की तैयारी कर रहा है। देश की सरकारी मीडिया केसीएनए ने शनिवार को ये जानकारी दी। दोनों देशों के बीच पिछले कुछ दिनों में तनाव बढ़ गए हैं। दरअसल, द. कोरिया के कुछ प्रदर्शनकारी उ. कोरिया की नीतियों की आलोचना करते हुए प्रोपेगेंडा चला रहे हैं। साथ ही किम जोंग उन केविरोधी पर्चे बैलून के जरिए उ. कोरिया सीमा में भेजे जा रहे हैं।

उत्तर कोरिया की ओर से इसकी तीखी आलोचना की गई है। उत्तर कोरिया ने 16 जून को द. कोरिया से सभी तरह का संपर्क बंद करने की घोषणा की थी। साथ ही कहा था, ‘‘हम द. कोरिया से जुड़ी हॉटलाइन समेत सभी कम्युनिकेशन लाइनें बंद कर रहे हैं। वह अब हमारा दुश्मन देश है।’’ इसके साथ ही 16 जून को केयसोंग शहर स्थित ऑफिस को बम से उड़ा दिया था। यह ऑफिस दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध कायम करने के लिए 2018 में खोला गया था।

अंतर-कोरियाई स्थलों पर सैनिक तैनात करने की धमकी

उत्तर कोरिया ने धमकी दी थी कि वह अंतर-कोरियाई स्थलों पर फिर से अपनी सैनिकों की तैनाती करेगा।रोडोंग सिनमुन अखबार में शनिवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन की एक फोटो प्रकाशित की गई है, जिसमें उनके चेहरे पर सिगरेट केबट बिखरे हुए दिख रहे हैं। साथ ही लोगों को द. कोरिया के खिलाफ पर्चे तैयार करते देखा जा रहा है।

उत्तर कोरिया के लोग द. कोरिया के खिलाफ पर्चे तैयार कर रहे हैं। (सोर्स-रोडोंग सिनमुन अखबार)

उ. कोरिया के लोगों में नाराजगी

अखबार में कहा गया है कि हमारे सर्वोच्च नेतृत्व की गरिमा को चोट पहुंचाने और पूरे कोरियाई लोगों का अपमान करने के खिलाफ उ. कोरिया के लोगों में नाराजगी है। वे जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी में लग गए हैं। उ. कोरिया के यूनिवर्सिटी छात्र दोनों देशों के सीमा पर पर्चे बांटने की तैयारी में हैं। अखबार में कहा गया है कि प्रत्येक क्रिया के बराबर उचित प्रतिक्रिया किया जाना चाहिए। तभी उन्हें महसूस होगा कि यह कितना अपमानजनक है। द. कोरिया के अधिकारियों को बेहद बुरे हालातका सामना करना पड़ेगा।

उत्तर कोरिया में लोगों ने दक्षिण कोरिया विरोधी पर्चे तैयार किए।(सोर्स-रोडोंग सिनमुन अखबार)

उ. कोरिया विरोधी पर्चे भेजने पर 2 लोगों के खिलाफ केस दर्ज

हालांकि, कुछ घंटों के बाद द. कोरिया ने इस कदम को अफसोसजनक बताया औरउ. कोरिया से तत्काल इस योजना को वापस लेने का आग्रह किया। द. कोरिया ने पिछले हफ्ते उ. कोरिया को नाराज करने वाले पर्चे भेजने के खिलाफ दो लोगों पर केस भी दर्ज कराया था। साथ ही विरोधी पर्चे भेजने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी थी।



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उ. कोरिया के अखबार में शनिवार को द. कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन की एक फोटो छापी गई, जिसमें उनके चेहरे पर सिगरेट के बट बिखरे नजर आए।

दूसरे देशों से पहुंचे शरणार्थी करीब साल भर से यहां नजरबंद, बाहरी दुनिया देख तो सकते हैं लेकिन कहीं जा नहीं सकते June 19, 2020 at 11:23PM

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन केकंगारु प्वाइंट सेंट्रल होटल में साल भर से करीब 120 शरणार्थियों को रखा गया है। इन्हें किसी से मिलने या कहीं आने जाने की इजाजत नहीं है। कुछ समय पहले तक होटल के आसपास रहने वाले लोगों को भी जानकारी नहीं थी कि यहां शरणार्थी नजरबंद है। जब लोगों को यहां की गतिविधियों पर शक हुआ तो पूरामामलासामने आया। अब इन शरणार्थियों को रिहा करने की मांग उठने लगी है।

होटल के आसपास रहने वाले लोग भी इससे नाराज है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार लोगों से बिना पूछे रिहायशी इलाके में जेल कैसे बना सकती है। वहीं, 2018 से होटल की देखरेख कर रहे सेंट्रल अपार्टमेंट ग्रुप की वेबसाइट पर इसे परिवार के साथ ठहरने के लिए अच्छा स्थान बताया गया है।

होटल में स्वीमिंग पूल भी है, लेकिन शरणार्थी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते।

शरणार्थियों ने होटल पर लगाए बैनर
होटल में कैद रखे गए शरणार्थियों ने भी अब अपने लिए न्याय की मांग की आवाज उठानी शुरू की है। कई शरणार्थियों ने बैनर लगाए हैं। इनमें कहा गया है कि वे बिना किसी अपराध के सात साल से हिरासत में है। एक दूसरे बैनर में इंसाफ करने की मांग की गई है। ये लोग बीन बैग के पुराने कवर या अपनी पुरानी टीशर्ट पर संदेश लिखकर होटल की बालकोनी से लटका रहे हैं। कुछ लोग हर दिन अपने कमरे के बालकोनी में शांति से खड़े होकर नजरबंदी के खिलाफ विरोध जता रहे हैं। हालांकि, कुछ ऐसे शरणार्थी भी हैं जो चुप है क्योंकि उन्हें डर है कि आवाज उठाने पर उनकी रिहाई मुश्किल होगी।

कुछ शरणार्थी अपनी पुरानी टीशर्ट पर ही संदेश लिखकर लोगों तक पहुंचा रहे हैं।

2013 में समुद्र के रास्ते पहुंचे थे ज्यादातर शरणार्थी
इनमें से ज्यादातर 2013 में समुद्र के रास्ते ऑस्ट्रेलिया पहुंचे थे। हालांकि, यहां आते ही इन्हें हिरासत में ले लिया गया और लंबे समय तक पापुआ न्यू गिनी और नाऊरु द्वीप पर रखा गया। इन दोनों द्वीपों पर शरणार्थियों को रखे जाने पर विवाद रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि यहां की सही सुविधाएं नहीं है और शरणार्थियों को कठिन परिस्थिति में रखा जाता है। मानवाधिकार संगठन एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने तो इन द्वीपों को ओपन जेल करार दिया था। पिछले साल दोनों द्वीपों से कुछ गंभीर रूप से बीमार लोगों को ब्रिस्बेन के इस होटल में लाया गया। तब से इनकी जिंदगी इस होटल के कमरे तक सिमट कर रह गई है।

होटल के बाहर शरणार्थियों के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं। लोग हर दिन आकर शरणार्थियों की रिहाई की मांग करते हैं।


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ब्रिस्बेन का कंगारु प्वाइंट होटल इन दिनों चर्चा में है। रिहायशी इलाके में स्थित होटल में पिछले साल से 100 से ज्यादा शरणार्थियों को नजरबंद रखा गया है।