Wednesday, July 22, 2020

फ्रांस में जलते अपार्टमेंट से 2 बच्चे 40 फीट नीचे कूदे, लोगों ने उन्हें हाथों में झेल लिया, दोनों की जान बच गई July 22, 2020 at 08:35PM

फ्रांस के ग्रेनोबल शहर में एक जलते अपार्टमेंट में 40 फिट की ऊंचाई पर फंसे दो बच्चों को जिंदा बचा लिया गया। इनमें से एक की उम्र 3 साल और दूसरे की 10 साल है। उन्हेंमाता-पिता कमरे में बंद करके बाहर चले गए थे। इस बीच कुछ लोग उनकी चीखसुनकर अपार्टमेंट के नीचे पहुंचे और उन्हें कूदने को कहा। जैसे ही बच्चे ऊपर से कूदे, नीचे मुस्तैद लोगों ने उन्हें सावधानी से लपक लिया।

दोनों बच्चे अपार्टमेंट की तीसरी मंजिल के एक फ्लैट में खड़े होकर रो रहे थे। इनमें से एक कह रहा था, ‘‘हमारे पास बाहर जाने के लिए चाबियां नहीं हैं।’’ इस घटना के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। यूजर्स बच्चों को बचाने वालों की तारीफ कर रहे हैं।

बच्चों की चिल्लाने की आवाज सुनकर लोग पहुंचे

बच्चों को बचाने वालों में शामिल रहे 25 साल के छात्र अतौमनी वालिद ने मीडिया से कहा, ‘‘मैं बच्चों की चीख सुनकरउन्हें बचाने पहुंचा। तब तक वहां कुछ और लोग भी पहुंच गए। सब ने मिलकर बच्चों को बचाने की तैयारी शुरू कर दी। उस समय अपार्टमेंट में आग लगी थी। बच्चों के फ्लैट की खिड़की से धुआं निकल रहा था। वे काफी डरे हुए थे औरनीचे खड़े लोगों से मदद मांग रहे थे। पहले बड़े बच्चे ने अपने छोटे भाई को खिड़की से नीचे फेंका, इसके बाद वह खुद भी वहां से कूद गया। दोनों को नीचे खड़े लोगों ने कैच कर लिया।’’

बचाने वाले दो लोगों के हाथ फ्रैक्चर
बच्चों को बचाने वाले दो लोगों के बाजू बच्चों को कैच करने से फ्रैक्चर होगए। बचाने वाले दोनों युवकों और दोनों बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।जहां उनका इलाज किया गया। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बच्चों को गिरने से कोई चोट नहीं आई। हालांकि, धुएं की वजह से उन्हें कुछ तकलीफ होने की बात कही जा रही है। अपार्टमेंट में आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। दोनों बच्चों के माता-पिता उन्हें घर में बंद क्यों कर गए थे, इसका भी पता लगाया जा रहा है।



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अपार्टमेंट में आग लगी तो वहां फंसे दोनों बच्चों को लोगों ने नीचे कूदने के लिए कहा। बड़े बच्चे ने पहले छोटे बच्चे को नीचे फेंका फिर खुद कूद गया।

What you need to know about the coronavirus right now July 22, 2020 at 08:03PM

China launches ambitious attempt to land rover on Mars July 22, 2020 at 07:07PM

Tianwen-1 was launched on a Long March-5 carrier rocket from Hainan Island, a resort province off the south coast of the mainland, state media said. It marked the second flight to Mars this week, after a United Arab Emirates orbiter blasted off on a rocket from Japan on Monday. And the U.S. is aiming to launch Perseverance, its most sophisticated Mars rover ever, from Cape Canaveral, Florida, next week.

डेमोक्रेट कैंडिडेट बिडेन का आरोप- ट्रम्प अमेरिका के पहले रंगभेदी राष्ट्रपति, वे लोगों का स्किन कलर देखकर बर्ताव करते हैं July 22, 2020 at 06:34PM

डेमोक्रेट पार्टीके राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को रंगभेदी बताया। बिडेन ने बुधवार को एक वर्चुअल टाउन हॉल प्रोग्राम में कहा, ‘‘ट्रम्प महामारी को चाइना वायरस कहते हैं। जिस तरह से वे लोगों के त्वचा के रंग, उनके रहने की जगह और देश के आधार पर बर्ताव करते हैं, उससे फिक्र होती है।’’

अमेरिका में अब भी रंगभेदी

बिडेनने आगे कहा- देश के किसी भी रिपब्लिन या डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति ने ऐसा नहीं किया। हमारे यहां रंगभेदी थे, और हैं। उन्होंने देश का राष्ट्रपति बनने की कोशिश भी की। लेकिन, ट्रम्प पहले ऐसे इंसान है जो कामयाब रहे। ट्रम्प के काम करने का तरीका लोगों को एक साथ लाने नहीं, बल्कि उन्हें बांटने वाला है। वे हर चीज के लिए चीन को दोषी ठहरा रहे हैं। वे चीन को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

ट्रम्प के कैंपेन सलाहकार ने बिडेनकी आलोचना की

ट्रम्प के कैंपेन की सलाहकार कटरिना पियर्सन ने बिडेन की टिप्पणी को अश्वेत वोटरों का अपमान बताया। उन्होंने कहा- ट्रम्प सभी लोगों से प्यार करते हैं। वे सभी अमेरिकियों को अधिकार दिलाने के लिए काम कर रहे हैं। बिडेन ने एक बार पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के बारे में भी रंगभेदी टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि ओबामा पहले ऐसे अफ्रीकन अमेरिकन हैं जो साफ सुथरे और अच्छे दिखते हैं। बाद में उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी थी।

चुनावी पोल में ट्रम्प से आगे नजर आ रहे बिडेन
अमेरिका में 3 नवम्बर को राष्ट्रपति चुनाव होगा। इसी बीच एक चुनावी पोल में यह सामने आया है कि बिडेन ट्रम्प से 8 प्वॉइंट्स आगे होंगे। रॉयटर्स के पोल के मुताबिक, 46% रजिस्टर्ड वोटर बिडेन के साथ हैं, वहीं ट्रम्प के साथ ऐसे 38% वोटर्स हैं। वहीं, 16% वोटर्स ऐसे हैं जिनके बारे में कुछ पता नहीं है कि वेकिसे वोट देंगे। ट्रम्प और बिडेन इन वोटर्सको अपने पाले में करने की कोशिश में हैं। पोल के मुताबिक, इनमें से ज्यादातर बिडेन के साथ आएंगे।

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अमेरिका की डेमोक्रेट पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन (बाएं) ने बुधवार को कहा- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प देश को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। -फाइल फोटो

एशिया में भारत को चीन की विस्तारवादी नीतियों का विरोध करना जरूरी; भारत ही उसे रोकने की ताकत रखता है: रिपोर्ट July 22, 2020 at 05:59PM

लद्दाख में भारत और चीन की झड़प के बाद दोनों देशों में तनाव जारी है। चीन एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करने के लिए हर हथकंडा अपना रहा है। एक एक्सपर्ट का मानना है कि भारत को इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने की जरूरत है। क्योंकि, वही चीन को जवाब देने में ज्यादा सक्षम देश है। इस क्षेत्र के बाकी देशों को भी भारत का साथ देने की जरूरत है।

भारत की बड़ी भूमिका
फ्रीडम गैजेटी के एडिटर मोहम्मद जीशान ने साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट में एक आर्टिकल में भारत की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “चीन को जवाब देने के लिए बराबर की ताकत चाहिए। यानी शक्ति संतुलन होना चाहिए। इसके लिए एशिया और प्रशांत महासागर के देशों को साथ आने की जरूरत है। भारत की यहां अहम भूमिका होगी।”

भारत को अब चुप नहीं रहना चाहिए
जीशान ने कहा, “जियोपॉलिटकल मामलों में भारत कई बार चुप रहता है। अब ऐसा नहीं होना चाहिए। वियतनाम से उसके सैन्य रिश्ते बढ़ रहे हैं। 2016 में फिलीपींस और चीन के बीच दक्षिण चीन सागर विवाद से भारत दूर रहा था। लेकिन, अब उसे इन मामलों में दखल देना चाहिए। इस क्षेत्र के दूसरे देशों जैसे जापान और ऑस्ट्रेलिया से रिश्ते मजबूत करने चाहिए।”

विदेश नीति में बदलाव जरूरी
चीन की हरकतों को काबू में रखने पर जीशान ने कहा, “भारत को अब बेझिझक हॉन्गकॉन्ग और ताइवान के मसलों पर बोलने की जरूरत है। क्योंकि, ये दोनों देश ट्रेड के लिहाज से बेहद अहम हैं। भारत बड़ी आर्थिक ताकत है। भारत चीन से इम्पोर्ट ज्यादा करता है।” भारत ने पहले एशिया-प्रशांत महासागर क्षेत्र में इकोनॉमिक पार्टनरशिप पर ज्यादा फोकस नहीं किया, यह गलती थी।

बैलेंस जरूरी
जीशान ने भारत द्वारा हाल ही में चीन के खिलाफ उठाए गए आर्थिक कदमों को समर्थन किया। उनके मुताबिक, इससे भारत को ही फायदा होगा। उन्होंने कहा, “यह बात सही है कि इस क्षेत्र की दो बड़ी ताकतों के बीच तनाव नहीं बढ़ना चाहिए। लेकिन, दोनों देशों में पावर बैलेंस होना भी जरूरी है। भारत के लिए ये जरूरी है कि वो इस क्षेत्र में लीडरशिप के लिए आगे आए।”

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फोटो जून के आखिरी हफ्ते की है। भारतीय सैनिक लेह के करीब गगनगीर क्षेत्र में तैनात हैं। यहां से कुछ दूरी पर लद्दाख है। जहां भारत और चीन के बीच तनाव जारी है।

California sees record 12,000 new coronavirus cases, surpasses New York as worst-hit state July 22, 2020 at 05:36PM

Total cases in the most populous US state rose by 12,112 on Wednesday to a total of more than 421,000, the biggest single-day increase since the pandemic started. California deaths also set a one-day record, rising by 159. New York has recorded by far the most deaths of any US state at more than 32,000 with California in fourth place with over 8,000 deaths.

Jair Bolsonaro tests positive for coronavirus, again July 22, 2020 at 05:33PM

The far-right leader, who has faced criticism for downplaying the pandemic and flouting social distancing measures, has been in self-isolation in the presidential palace in Brasilia since first testing positive for the virus on July 7.

अमेरिका 100 करोड़ वैक्सीन खरीदेगा, इसके लिए दो कंपनियों से 1492 हजार करोड़ का करार किया, दुनिया में 1.53 करोड़ संक्रमित July 22, 2020 at 05:18PM

दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 1 करोड़ 53 लाख 71 हजार 836 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें 93 लाख 48 हजार 761 ठीक हो चुके हैं, जबकि 6 लाख 30 हजार 138 की मौत हो चुकी है।ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं। अमेरिका ने 100 करोड़ वैक्सीन खरीदने के लिए दो कंपनियों से 2 बिलियन डॉलर (करीब 1492 हजार करोड़ रु.) का करार किया है। ये दो कंपनियां अमेरिका की फाइजर और जर्मनी कीबायोएनटेक हैं।

फाइजर और बायोएनटेक साथ मिलकर वैक्सीन तैयार कर रही हैं। यह अभी तक का सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है। इससे पहले ब्रिटेन ने फाइजर और दो दूसरी कंपनियों के साथ 90 करोड़ वैक्सीन खरीदने का करार किया था।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका

41,00,875

1,46,183 19,42,637
ब्राजील 22,31,871 82,890 15,32,138
भारत 12,39,684 29,890 7,84,266
रूस 7,89,190 12,745 5,72,053
द.अफ्रीका 3,94,948 5,940 22,9,175
पेरू 3,66,550 17,455 2,52,246
मैक्सिको 3,62,274 41,190 2,31,403
चिली 3,36,402 8,722 3,09,241
स्पेन 3,14,631 28,426 उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन 2,96,377 45,501 उपलब्ध नहीं

अर्जेंटीना: 5 हजार से ज्यादा नए मामले

अर्जेंटीना में पिछले 24 घंटों के दौरान 5 हजार 782 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही यहां संक्रमितों की संख्या 1 लाख 41 हजार 900 हो गई है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को इसकी जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक, देश में पिछले एक घंटे में 98 मरीजों की मौत होने के साथ मौतों का आंकड़ा 2 हजार 588 हो गया है।

अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में 17 जुलाई को मास्क लगाकर अपने कुत्ते को निकली एक महिला

ब्राजील: संक्रमितों का आंकड़ा 22 लाख के पार
ब्राजील में पिछले 24 घंटों में 67 हजार 960 नए मामले मिले हैं। अब यहां संक्रमितों का आंकड़ा 22 लाख 27 हजार 514 हो गया है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1284 मौतें हुई हैं। यहां अब तक 82 हजार 771 लोगों की जान गई हैं। ब्राजील दुनिया में अमेरिका के बाद संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित देश है।

ब्राजील के साओ पाउलो में मंगलवार को एक शव को दफनाने ले जाते कब्रिस्तान के कर्मचारी।


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यह फोटो अमेरिका के फ्लोरिडा की है जहां मामले बढ़ने के बाद कई सड़कें बंद कर दी गई हैं। नए मामलों में तेजी आने के बाद अमेरिका के कई राज्यों ने पाबंदियों में दी गई राहत वापस ले ली है।

Don't expect first Covid-19 vaccinations until early 2021: WHO's Ryan July 22, 2020 at 05:05PM

Researchers are making “good progress” in developing vaccines against Covid-19, with a handful in late-stage trials, but their first use cannot be expected until early 2021, a World Health Organization (WHO) expert said on Wednesday.

Russian navy to get frigates with hypersonic weapons in 2025-2026 July 22, 2020 at 05:02PM

6.2 magnitude quake strikes Xizang in southern Tibet July 22, 2020 at 04:32PM

ट्रम्प की धमकी- चीन की कुछ और एम्बेसी बंद कर सकते हैं; जिनपिंग सरकार ने कहा- इस हरकत का माकूल जवाब दिया जाएगा July 22, 2020 at 04:42PM

अमेरिका और चीन के रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है। डोनाल्ड ट्रम्प के मुताबिक, अमेरिका अब चीन के कुछ और डिप्लोमैटिक मिशन यानी दूतावास बंद कर सकता है। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने ह्यूस्टन में चीनी कॉन्स्युलेट शुक्रवार शाम चार बजे तक बंद करने के आदेश दिए हैं। अमेरिका का आरोप है कि यहां मंगलवार रात कुछ संवेदनशील दस्तावेज जलाए गए थे।
दूसरी तरफ, चीन ने अमेरिका के इस कदम को गलत और भड़काने वाला करार दिया। उसने कहा कि वो जल्द ही इस हरकत का जवाब देगा।

ट्रम्प ने क्या कहा
बुधवार शाम व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान ट्रम्प से चीन के बारे में सवाल किया गया। उन्होंने कहा, “जहां तक कॉन्स्युलेट बंद करने का सवाल है तो हम अमेरिका में दूसरी जगहों पर भी ऐसा कर सकते हैं।” इसके पहले ट्रम्प चीन पर कोरोनावायरस महामारी न रोकने का आरोप लगा चुके हैं। ट्रम्प ने सोमवार को कहा था- चीन चाहता तो आसानी से संक्रमण रोक सकता था। लेकिन, उसने ऐसा नहीं किया क्योंकि वो दुनिया की मजबूरी का फायदा उठाने की साजिश रच रहा था।

अब दो कॉन्स्युलेट बंद
ह्यूस्टन के बाद अमेरिका ने टेक्सॉस में भी चीनी कॉन्स्युलेट बंद करने के आदेश दिए हैं। अमेरिकी विदेश विभाग ने इस बारे में एक बयान जारी किया। ऑर्डर की एक कॉपी चीन को भेजी जा चुकी है। बयान में कहा गया- पिछले कुछ साल में चीन के कॉन्स्युलेट अमेरिका में जासूसी करते पाए गए हैं। इसके अलावा भी गैर कानूनी चीजें की जाती रही हैं। अमेरिका इन्हे सहन नहीं कर सकता।

चीन की धमकी
दो कॉन्स्युलेट बंद होने के बाद चीन ने अमेरिका को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा- यह कदम सियासी वजहों से उठाया गया है। हम इसकी निंदा करते हैं। हम इसका उचित जवाब देंगे। अमेरिका को फौरन अपना आदेश वापस लेना चाहिए। माना जा रहा है कि चीन अब अमेरिका का वुहान स्थित कॉन्स्युलेट बंद कर सकता है। वुहान वही शहर है जहां से कोरोनावायरस दुनिया में फैला।

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1. अमेरिका ने चीन से 72 घंटे में ह्यूस्टन कॉन्स्युलेट बंद करने को कहा; यहां संवेदनशील दस्तावेज जलाए जाने का शक
2. अमेरिका ने कहा- महामारी का इस्तेमाल चीन ने अपने पड़ोसियों को धमकाने में किया, हम उसकी हर हरकतों पर नजर रख रहे हैं



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फोटो 14 फरवरी 2019 की है। तब बीजिंग में अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील पर बातचीत शुरू हुई थी। हालांकि, कुछ महीने बाद ही इस पर दोनों देशों के मतभेद हो गए थे।

US marks over 63,000 coronavirus cases in 24 hours: Johns Hopkins July 22, 2020 at 04:08PM

The US, after experiencing some improvement, has for several weeks seen its number of cases rise, particularly in the south and west of the country. With almost 415,00 confirmed cases, California became the US state with the most coronavirus infections, overtaking New York.

क्या बिल गेट्स ने 5 साल पहले N-95 मास्क का पेटेंट ले लिया था? पड़ताल में ये एक मजाक से फैली अफवाह निकली July 22, 2020 at 03:07PM

क्या वायरल: सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स ने आज से पांच साल पहले ही N-95 मास्क का पेटेंट ले लिया था। बिल गेट्स के अलावा वायरल मैसेज में क्रिस्टोफर हैरिंगटननाम के शख्स पर भी N-95 मास्क का पेटेंट लेने की कोशिश करने का आरोप है। यह सारे आरोप सिर्फ एक मीम पर आधारित हैं। यह मीम ट्विटर, फेसबुक और वॉट्सएप्प पर शेयर किया जा रहा है।

वायरल मीम

मीम के साथ वायरल हो रहे मैसेज का हिंदी अनुवाद

2015 में, ओबामा प्रशासन में, क्रिस्टोफर हैरिंगटन ने CV19-N95 के सीरियल नंबर के साथ फेस मास्क के एक नए डिजाइन के लिए एक पेटेंट लेने का प्रयास किया। पेटेंट से इनकार कर दिया गया था, क्योंकि एक अन्य व्यक्ति6 महीने पहले ही N-95 का पेटेंट फाइल कर चुका था। जानते हैं यह व्यक्ति कौन था? बिल गेट्स। हमें नियंत्रित किया जा रहा है। क्या यह बरसों पहले की योजना थी ?

आरोप

  • वायरल मैसेज के जरिए इनडायरेक्टली यह आरोप लगाया जा रहा है कि बिल गेट्स और क्रिस्टोफर हेरिंगटन पहले से ही जानते थे कि भविष्य में N-95 मास्क की जरूरत बडे़ पैमाने पर पड़ने वाली है।

सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में यूजर इसेशेयर कर रहे हैं

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फैक्ट चेक पड़ताल

  • अलग-अलग की-वर्ड्स से सर्च करने पर भी हमें किसी भी न्यूज प्लेटफॉर्म पर ये खबर नहीं मिली कि बिल गेट्स के पास N-95 मास्क का पेटेंट है। इसके बाद हमने वायरल मीम का सोर्स ढूंढना शुरू किया
  • मीम को गूगल पर रिवर्स इमेज के जरिए सर्च करने से ifunny नाम की एक वेबसाइट मिली। ये वेबसाइट इस तरह के फनी मीम ही बनाती है।वायरलमीमभी इसी वेबसाइट से लिया गया है।
  • खास बात यह है कि इस वेबसाइट पर हर मीम के नीचे यह भी लिखा होता है कि उसे किस तरह बनाया गया है। बिल गेट्स से जुड़े मीम के नीचे भी डिस्क्रिपशन लिखा है। मीम क्रिएट करने वाले ने स्पष्ट लिखा है कि इसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं है।
  • मीम के नीचे लिखे डिस्क्रिपशन का हिंदी अनुवाद है : ये पूरी तरह फेक है। मुझे गूगल पर एक स्टॉक फोटो मिली, जिसमें मैंने क्रिस्टोफर हेरिंगटन का नाम जोड़ा। क्रिस्टोफर हेरिंगटन उस एक्टर का असली नाम भी है जो जिसने Game of thrones में जॉन स्नो का किरदार निभाया है। मीम्स कभी न्यूज का सोर्स नहीं होते।
  • मीम बनाने वाले ने काफी चतुराई से नीचे डिस्क्रिपशन में उसे फेक भी बता दिया है। ताकि उस पर भविष्य में किसी तरह की कानूनी कार्रवाई न हो पाए। लेकिन, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने जानकारी को क्रॉस चेक करने की जहमत न उठाते हुए इसे सच मानकर शेयर करना शुरू कर दिया।

निष्कर्ष : सोशल मीडिया पर किया जा रहा बिल गेट्स और क्रिस्टोफर हेरिंगटन के संबंध में N-95 मास्क से जुड़ा दावा पूरी तरह फेकहै।



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Claim: Bill Gates tget a patent for N-95 mask 5 years ago, the whole truth revealed in the investigation

लॉकडाउन के कारण प्रीमैच्योर डिलीवरी घटी; प्रदूषण, तनाव में कमी और घरेलू काम खुद करना बड़ी वजह July 22, 2020 at 03:03PM

(एलिजाबेथ प्रेस्टन)कोरोनावायरस और इसकी वजह से लगाए गए लॉकडाउन से कई देशों में शिशुओं के प्रीमैच्योर बर्थ की दर में तेजी से कमी आई है। इस बदलाव से दुनियाभर के डॉक्टर्स बहुत खुश हैं। इस पैटर्न पर अब वे रिसर्च की तैयारी शुरू कर रहे हैं। आयरलैंड, डेनमार्क, नीदरलैंड्स, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे कई देशों के अस्पतालों में नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट्स में प्रीमैच्योर बर्थ तेजी से घटे हैं।

डॉक्टरों का मानना है कि लॉकडाउन में गर्भवती महिलाओं को आराम खूब मिल रहा है। साथ ही प्रदूषण का स्तर कम है। इसके अलावा बाहर का खाना-पीना बंद है, घरेलू काम भी कर रही हैं। निश्चित रूप से इसका फायदा मिला है। अमेरिका में हर दस में एक बच्चा प्रीमैच्योर पैदा होता है। आमतौर पर प्रेगनेंसी 40 हफ्ते की होती है, पर डिलीवरी 37 हफ्ते से पहले हो तो उसे प्रीमैच्योर कहते हैं।

आयरलैंड के डॉ. रॉय फिलिप ने कहा कि लॉकडाउन अस्पताल में प्रीमैच्योर बर्थ घटे हैं। पिछले 2 दशक से प्रति हजार बच्चों पर तीन बच्चे 2.2 पाउंड वजन के पैदा हो रहे थे। यानी कमजोर और प्रीमैच्योर। पर मार्च से अब तक एक भी बच्चा इस वजन ग्रुप में पैदा ही नहीं हुआ।

दो दशकों के बाद ऐसा हुआ है। आयरलैंड में लॉकडाउन के दौरान प्रीमैच्योर बर्थ में 90% की गिरावट आई है। अल्बर्टा के कैलगेरी में डॉक्टर बेलाल-अल-शेख कहते हैं कि पूरे यूरोप में ये घटना घट रही है। बच्चे स्वस्थ पैदा हो रहे हैं, प्रीमैच्योर बर्थ घटे हैं। मेलबर्न स्थित मर्सी हॉस्पिटल में डॉ. डैन कासालाज अब रिसर्च करने जा रहे हैं कि लॉकडाउन में ऐसा क्या हुआ जिसकी वजह से प्रीमैच्योर बर्थ में कमी आई है।

अमेरिका में 2018 तक लगातार चौथे साल बढ़े थे प्रीमैच्योर बर्थ
अमेरिका के नैशविले में स्थित वैंडरबिल्ट चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के डॉ. स्टीफन पैट्रिक कहते हैं कि प्रीमैच्योर बर्थ में 20% से ज्यादा गिरावट है। वहीं सीडीसी के मुताबिक देश में 2018 तक प्रीमैच्योर डिलीवरी की दर लगातार चौथे साल बढ़ी थी। इस दौरान श्वेत महिलाओं को 9% और अश्वेतों को 14% जोखिम था।

-दैनिक भास्कर के न्यूयॉर्क टाइम्स से अनुबंध के तहत यह रिपोर्ट।



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इस बदलाव से दुनियाभर के डॉक्टर्स बहुत खुश हैं। इस पैटर्न पर अब वे रिसर्च की तैयारी शुरू कर रहे हैं। -प्रतीकात्मक फोटो

UK to open citizenship path to Hong Kongers from January July 22, 2020 at 03:51AM

Britain's government announced Wednesday that it will open a new special pathway to obtaining British citizenship for eligible Hong Kongers from January 2021. Those eligible can access the British job market at any skill level and without a salary threshold, but will not have access to public funds.

कुलभूषण जाधव को वकील देने के लिए इमरान सरकार इस्लामाबाद हाईकोर्ट पहुंची, कहा- निष्पक्ष जांच के लिए ऐसा करना जरूरी July 22, 2020 at 01:29AM

कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान सरकार ने अब इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पाकिस्तान ने बुधवार को कोर्ट से कुलभूषण जाधव को वकील देने की अपील की है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पाकिस्तान का दावा है कि मामले की निष्पक्ष सुनवाई के लिए इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (आईसीजे) के फैसले को लागू करने के लिए पाकिस्तान ने ये कदम उठाया है।

कानून और न्याय मंत्रालय की ओर से याचिका दायर की गई है। याचिका मेंइंटरनेशनल कोर्ट के फैसले के मुताबिक मिलिट्री कोर्ट के फैसले को रिव्यू करने के लिए कुलभूषण जाधव कोएक वकील देने की मांग की गई है।

तीसरेकॉन्सुलर एक्सेस की पेशकश के बाद उठाया कदम
पाकिस्तान ने ये कदम ऐसे समय उठाया, जब कुछ दिन पहले ही उसने कुलभूषण जाधव मामले में तीसरेकॉन्सुलर एक्सेस देने की पेशकश की थी। इससे पहले दूसरे कॉन्सुलर एक्सेस के बाद भारत ने कहा था कि जाधव तनाव में थे। पाकिस्तान ने जाधव और कॉन्सुलर अधिकारियों को मुलाकात के लिए जिस तरह की व्यवस्थाएं की गई थीं, उनमें खुलकर बातचीत नहीं की जा सकती थी। भारत ने कहा था कि जाधव से भारतीय अफसरों की मुलाकात बिना रुकावट, बिना शर्त और बिना व्यवधान वाली नहीं थी।

जाधव मामला: एक नजर में
पाकिस्तान का दावा है कि कुलभूषण भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के जासूस हैं। भारत उन्हें कारोबारी बताता है। पाकिस्तान कहता है कि जाधव को 2016 में बलूचिस्तान से गिफ्तार किया गया। भारत कहता है कि जाधव को ईरान से अगवा करके लाया गया। 2017 में पाकिस्तानी की फौजी अदालत ने जाधव को फांसी की सजा सुनाई। भारत आईसीजे गया। वहां सजा के अमल पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई। पाकिस्तान से कॉन्सुलर एक्सेस देने को कहा गया।

कुलभूषण से जुड़ीये खबरेंभी पढ़ सकते हैं...

1.कुलभूषण मामले में झुका पाकिस्तान:पाकिस्तान जाधव को तीसरा कॉन्सुलर एक्सेस देगा, भारत की शर्त मानी, कहा- मुलाकात के दौरान सुरक्षा अधिकारी नहीं रहेंगे

2.कुलभूषण को दूसरा कॉन्सुलर एक्सेस दिया, पर भारतीय अफसर बोले- जाधव का तनाव दिख रहा था, खुलकर बातचीत करने की स्थिति भी नहीं थी



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जाधव मामले में पाकिस्तान सरकार के कानून और न्याय मंत्रालय की ओर से इस्लामाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। (फाइल फोटो)

Joe Biden, leading Donald Trump by 8 points: Poll July 22, 2020 at 12:19AM

The July 15-21 poll found that 46% of registered voters said they would back Biden in the November 3 election, while 38% would vote for Republican Trump. The remaining 16% are either undecided, plan to support a third-party candidate or may not vote.

UK looks to fresh laws on spies after critical intel report July 22, 2020 at 12:29AM

अमेरिका ने चीन से 72 घंटे में ह्यूस्टन कॉन्स्युलेट बंद करने को कहा; एक दिन पहले यहां कई डॉक्यूमेंट्स जलाए गए थे July 22, 2020 at 12:15AM

अमेरिका और चीन के रिश्ते बेहद तल्ख दौर में पहुंचते जा रहे हैं। मंगलवार रात ह्यूस्टन स्थित चीनी कॉन्स्युलेट में हजारों डॉक्यूमेंट्स जलाए गए। इसके कुछ घंटे बाद अमेरिका ने चीन से 72 घंटे के अंदर इस कॉन्स्युलेट को बंद करने को कहा। इसकी जानकारी चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने दी। अखबार के एडिटर ने इसे पागलपन करार दिया।

क्या हुआ था कॉन्स्युलेट में
मंगलवार रात करीब 8 बजे (लोकल टाइम) ह्यूस्टन के चीनी कॉन्स्युलेट के पिछले हिस्से में आग की लपटें और धुआं उठता दिखाई दिया। आसपास के लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस और फायर डिपार्टमेंट को दी। चंद मिनट में इनकी टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। लेकिन, इन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। कुछ देर बाद आग शांत हो गई।

वीडियो में क्या दिखा
कॉन्स्युलेट के नजदीक एक बिल्डिंग में रहने वाले व्यक्ति ने घटना का ऊपर से वीडियो बनाया। इसमें साफ नजर आ रहा है कि फायबर की कैरेट्स में दस्तावेज लाए जा रहे हैं। इन्हें आग में डाला जा रहा है। इसके कुछ ही देर बाद पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीमें यहां पहुंचती हैं। करीब रहने वाले लोग भी आ जाते हैं। किसी को अंदर नहीं जाने दिया जाता। कॉन्स्युलेट भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं देती।

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शक क्या है
सोशल मीडिया पर शक जताया जा रहा है कि ये संवेदनशील दस्तावेज थे, इसलिए इन्हें जलाया गया। दोनों देशों के तल्ख होते रिश्तों और चीनी सरकार की हरकतों को देखते हुए इन आरोपों में सच्चाई भी हो सकती है। अगर, आग गलती से भी लगी तो फायर डिपार्टमेंट की टीम को इसे बुझाने के लिए अंदर क्यों नहीं आने दिया गया। अमेरिका ने भी सख्त रुख अपनाया। 72 घंटे में चीन को कॉन्स्युलेट बंद करने के आदेश दिए। शुक्रवार शाम चार बजे तक कॉन्स्युलेट बंद करनी होगी।



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ह्यूस्टन स्थित इसी चीनी कॉन्स्युलेट में मंगलवार रात कुछ डॉक्यूमेंट्स जलाए गए। ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने चीन से कहा है कि शुक्रवार शाम 4 बजे (लोकल टाइम) तक इस कॉन्स्युलेट को बंद कर दिया जाए। (फाइल)

China may shut US Wuhan consulate after its Houston mission ordered closed July 22, 2020 at 12:03AM

ऑक्सफोर्ड और कैनसीनो समेत तीन वैक्सीन ने दिए अच्छे रिजल्ट, एक्सपर्ट्स बोले- अधूरे नतीजे वायरस रोकने की कोशिशों को कमजोर कर सकते हैं July 21, 2020 at 11:23PM

डेविड डी कर्कपैट्रिक. कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन बनाने की रेस और तेज हो चुकी है। तीन लैबोरेट्रीज ने इंसानों पर हुए शुरुआती ट्रायल्स के रिजल्ट को भरोसेमंद बताया है। बैलोर कॉलेज ऑफ मेडिसिन में वैक्सीन शोधकर्ता डॉक्टर पीटर जे होटेज ने कहा कि "इसका मतलब यह है कि यह वैक्सीन फेज थ्री के ट्रायल्स में ले जाने लायक हैं।" फेज थ्री के ट्रायल्स से हमें पता लगेगा कि ड्रग कितना असरदार है। सभी डेवलपर्स ने कहा कि उनकी वैक्सीन कोविड 19 से उबर चुके मरीज की तरह ही एंटीबॉडी के स्तर को सामने लाती है।

पार्टनरशिप में काम कर रहे दो वैक्सीन निर्माता ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका और चीनी कंपनी कैनसीनो के शुरुआती परिणामों को ब्रिटिश मेडिकल जर्नल द लैंसेट में समीक्षा की गई है और स्टडी के तौर पर प्रकाशित भी किया है। जबकि, ड्रग कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक ने समीक्षा के पहले ही रिजल्ट ऑनलाइन शेयर किए हैं। इन दोनों कंपनियों ने बीते हफ्ते शुरुआती रिजल्ट साझा करने वाली कंपनी मॉडर्ना को तुलना के लिए आमंत्रित किया है।

बीमारी से बचाएगी या नहीं यह अभी तक साफ नहीं
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि कॉन्वालैसिंग मरीजों में एंटीबॉडी रिस्पॉन्स अलग-अलग आया है। इन प्रतिक्रिया को अगर मिला दिया जाए तो भी इम्युनिटी की कोई गारंटी नहीं है। वेल कॉर्नेल मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर जॉन पी मूर कहते हैं "यह वास्तव में आपको यह नहीं बताता है कि वैक्सीन आपका बचाव करेगी या नहीं।" सोमवार को रिजल्ट जारी करने वाले डेवलपर्स ने संकेत दिए हैं कि संभावना है कि इम्युनिटी को वैक्सीन के बूस्टर डोज की जरूरत पड़ सकती है।

लाखों डॉलर खर्च करने के लिए तैयार हैं सरकारें
सभी की नजर ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका पर टिकी हुई हैं। अमेरिका, ब्रिटेन समेत दूसरी सरकारों के अलावा कई एनजीओ भी वैक्सीन के असरदार साबित होने से पहले लाखों-करोड़ों डॉलर्स खर्च करने के लिए तैयार हैं। ब्रिटिश और अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूस ऑक्सफोर्ड में चल रही रिसर्च की जासूसी कर रहा है।

अभी हमें और लंबा रास्ता तय करना है
ब्रिटेन, ब्राजील और साउथ अफ्रीका में पहले ही 10 हजार से ज्यादा लोग डोज प्राप्त कर चुके हैं। इसके बाद अमेरिका में 30 हजार लोगों पर अगला फेज थ्री टेस्ट मॉडर्ना वैक्सीन टेस्ट के साथ अगले हफ्ते शुरू होगा। सोमवार को जारी हुई ऑक्सफोर्ड की स्टडी में कुछ सैकड़ों लोगों को शुरुआती ट्रायल्स में वैक्सीन दी गई थी। इनमें से कवल 10 लोगों को बूस्टर दिया गया और इसने सबसे ज्यादा भरोसेमंद इम्यून रिस्पॉन्स दिया है। ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर सारा गिलबर्ट का कहना है "अभी भी लंबा रास्ता तय करना बाकी है।"

सबसे कमजोर रही चीनी कंपनी कैनसीनो की वैक्सीन
जारी किए गए रिजल्ट्स के मुताबिक, करीब 500 लोगों पर टेस्ट की गई कैनसीनो वैक्सीन सबसे कम असरदार रही। प्रोफेसर मूर के अनुसार, यह दूसरे वैक्सीन के मुकाबले कमजोर रही। हालांकि ऑक्सफोर्ड और कैनसीनो दोनों वैक्सीन दूसरे कॉमन वायरस एडीनोवायरस की जीन्स में फेरबदल कर काम कर रही हैं। इसलिए यह बिना नुकसान के कोरोनावायरस की नकल करता है और इम्यून रिस्पॉन्स को प्रेरित करता है।

ऑक्सफोर्ड चिंपैंजियों में मिले एडिनोवायरस का उपयोग कर रहा है। हालांकि इंसानों में इस वायरस के खिलाफ पहले से एंटी-बॉडीज नहीं हैं। वैज्ञानिकों ने बताया कि कैनसीनो वैक्सीन इंसानों में सर्दी-जुकाम फैलाने वाले एडिनोवायरस की मदद ले रहा है। ऐसे में कई लोगों में पहले से तैयार एडिनोवायरस का डिफेंस वैक्सीन को नाकाम करता नजर आ रहा है।

फाइजर-बायोएनटेक की वैक्सीन से मिला बेहतर इम्यूनो रिस्पॉन्स
अलग-अलग डोज लेवल पर आधारित जर्मनी में 60 लोगों पर हुए फाइजर और बायोएनटेक वैक्सीन ट्रायल से मजबूत इम्यून रिस्पॉन्स मिला है। इस वैक्सीन में भी मॉडर्ना की तरह जैनेटिक मटेरियल एमआरएनए का उपयोग किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, फाइज-बायोएनटेक के शुरुआती रिजल्ट्स और भी मजबूत इम्यून रिस्पॉन्स दे सकते हैं।

वैज्ञानिकों की चेतावनी- कोई भी लैब टेस्ट बीमारी से बचाने की गारंटी नहीं देता
वैज्ञानिकों ने इस बात को लेकर आगाह किया है कि लैब टेस्ट में मिला कोई भी रिस्पॉन्स यह गारंटी नहीं देता कि वैक्सीन बीमारी को रोक सकती है। उन्होंने बताया कि दूसरी वैक्सीन्स से जुड़े इम्यून रिस्पॉन्स की तुलना करना लगभग नामुमकिन है क्योंकि रिपोर्ट्स स्टैंडर्डाइज नहीं हैं।

प्रोफेसर मूर ने कहा "यह एक सुंदर बच्चे के फोटो कॉन्टेस्ट को जज करने जैसा है, जहां हर मां ने अलग-अलग इंस्टाग्राम फिल्टर का उपयोग किया है।" इसके अलावा कोई भी ट्रायल्स कुछ हफ्तों के बाद रिजल्ट मापने के लायक नहीं थे। इससे सवाल उठता है कि वैक्सीन का असर कितनी देर तक रह सकता है।

डॉक्टर होटेज ने कहा कि अधूरे रिजल्ट्स का प्रचार करने का वैक्सीन निर्माताओं का उत्साह मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे वायरस को रोकने के दूसरे उपायों को कमजोर कर सकता है।

उन्होंने कहा "यह बढ़ावा इसे एक कोने में चमत्कार की तरह बनाता है और केवल बात केवल यही नहीं है।" डॉक्टर होटेज बताते हैं "यह जल्द पूरा नहीं होने वाला है, इसे सुलझाने में कई साल लगेंगे।"



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ऑक्सफोर्ड में वैक्सीन ट्रायल के लिए बल्ड सैंपल्स की जांच करते साइंटिस्ट।

Pakistanis risk unproven plasma treatment in virus fight July 21, 2020 at 09:23PM

Pakistanis with Covid-19 are risking their lives and navigating a shady black market to get blood plasma transfusions, despite scant medical proof about the remedy's effectiveness.

अलास्का में 7.4 की तीव्रता के भूकंप के बाद सुनामी वॉर्निंग जारी; लोगों से कहा- समुद्री किनारों से कई किलोमीटर दूर रहें July 21, 2020 at 09:35PM

अमेरिका के अलास्का क्षेत्र स्थित चिग्निक शहर में मंगलवार देर रात 7.4 तीव्रता का भूकंप आया। इसके बाद नेशनल सुनामी वॉर्निंग सेंटर ने चेतावनी जारी की। वॉर्निंग खास तौर पर अलास्का के कोस्टल इलाकों और कैनेडी एंट्रेंस के 40 मील इलाके के लिए जारी किए गए हैं।

75 किलोमीटर दूर था केंद्र
सुनामी सेंटर के मुताबिक, भूकंप का केंद्र चिग्निक शहर से 75 किलोमीटर दूर दक्षिण में था। सेंड पॉइंट, कोल्ड बे और कोडियाक के समुद्री इलाकों में ऊंची लहरें उठने की चेतावनी दी गई है। इस क्षेत्र के लिए नेशनल सुनामी सेंटर ने स्पेशल बुलेटिन भी जारी किया है।

लोगों को सलाह
सुनामी सेंटर ने बयान में कहा- सुनामी की वॉर्निंग शुरुआती जानकारी के आधार पर दी जा रही है। बाद में इसमें बदलाव किया जा सकता है। लोगों से कहा गया है कि वो समुद्री इलाकों से कई मील दूर रहें, क्योंकि सुनामी से उठी लहरें चंद मिनट में कई किलोमीटर तक पहुंच सकती हैं।



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फोटो अलास्का में भूकंप आने के कुछ घंटे पहले की है। इसी क्षेत्र के लिए सुनामी की वॉर्निंग जारी की गई है।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ले रहे शिवराज के मंत्रियों की क्लास, मंत्रियों को 3 दिन भोपाल में रहने के निर्देश, सिंधिया खेमें के एक भी मंत्री को मिलने नहीं बुलाया July 21, 2020 at 09:02PM

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों भोपाल में हैं। सोमवार की रात 5 दिन के लिए भोपाल आए भागवत 3 दिन संघ की केंद्रीय टोली की बैठक ले रहे हैं। बैठक का आज दूसरा दिन हैं। हालांकि संघ की बैठकों का एजेंडा कभी बाहर नहीं आता। बैठक में ही तय होता है कि मीडिया तक कौनसी बात पहुंचानी है। इधर, संघ के उच्च पदस्थ सूत्रों से खबर मिली है कि भागवत शिवराज सरकार के मंत्रियों से वन-टू-वन चर्चा कर रहे हैं। लेकिन, अभी तक सिंधिया समर्थक एक भी मंत्री को नहीं बुलाया गया है।

संघ प्रमुख के भोपाल प्रवास के चलते भाजपा ने शिवराज सरकार के सभी मंत्रियों को राजधानी में ही रहने के निर्देश दिए हैं। भागवत ने मंगलवार की दोपहर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को शारदा बिहार(बैठक स्थल) बुलाकर करीब दो घंटे एकांत में चर्चा की। इसके बाद रात में उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव को से भी चर्चा की है। अरविंद भदौरिया खुद भागवत से मिलने पहुंचे थे, लेकिन उनकी बातचीत कुछ देर ही होने की खबर है। बताया जा रहा है कि भागवत आज दोपहर बाद भी दो-तीन मंत्रियों को बुला सकते हैं।

आरएसएस से जुड़े मंत्रियों को तरजीह

भागवत के सरकार के जिन मंत्रियों को मिलने बुला रहे हैं, उनमें खास बात है कि अभी तक उन्होंने उन्हीं मंत्रियों को बुलाया है जो स्वयंसेवक रहे हैं और आरएसएस के लिए काम करते रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज शाम को आरएसएस प्रमुख से मिलने जा सकते हैं। अगर मुख्यमंत्री की मुलाकात आज संघ प्रमुख से नहीं हो सकी तो वे गुरुवार को मिलने जाएंगे। संघ प्रमुख का अभी तक कांग्रेस छोड़कर आए सिंधिया समर्थक मंत्रियों से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है।

इस बार संघ कार्यालय नहीं जाएंगे भागवत

आरएसएस प्रमुख भोपाल में अपने पिछले प्रवासों के दौरान अरेरा कॉलोनी स्थित संघ कार्यालय में ही रुकते आए हैं। लेकिन यहां रहने वाले 3 प्रचारकों के कोरोना संक्रमित होने के कारण भागवत यहां नहीं आएंगे। शारदा विहार में भी भागवत से हर मिलने आने वाले का पूरी तरह से मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। मिलने आने वालों की ट्रेवल हिस्ट्री भी नोट की जा रही है।



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आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत

China evacuates thousands after floods threaten villages July 21, 2020 at 08:12PM

The landslide occurred on Tuesday when 1.5 million cubic metres of earth fell into a tributary of the Yangtze river near the city of Enshi in Hubei province, the Xinhua news agency said, citing local flood control authorities. China's state weather bureau said on Wednesday that the country was hit by fresh rounds of torrential rain this week, further raising flood risks throughout the country.