Thursday, July 30, 2020

विदेश मंत्री पोम्पियो ने कहा- भारतीय सीमा में घुसपैठ कर चीन दुनिया का रुख जानना चाह रहा था, लेकिन ज्वार उसी की तरफ मुड़ गया July 30, 2020 at 08:36PM

अमेरिका ने कहा है कि चीन भारतीय सीमा में घुसकर टेस्ट कर रहा था कि दुनिया उसकी इस हरकत पर क्या रुख अपनाती है? हालांकि, ज्वार उसी की तरफ मुड़ गया है। अमेरिका के विदेश मंत्री ने माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन देखना चाहता था कि क्या हम उसके खिलाफ खड़े होंगे?

लोकतांत्रिक देशों का गठबंधन बना रहे
माइक पोम्पियो सीनेट में बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, "चीन की हरकतों को रोकने के लिए लोकतांत्रिक देशों का गठबंधन बनाने पर विचार कर रहे हैं। हम इस क्षेत्र के अपने मित्र देशों से अभी इस पर और विचार करेंगे। हम डिप्लोमैटिकली नए रिश्ते बना रहे हैं। अभी इस पर बहुत काम करने की जरूरत है।"

देशों को स्वतंत्रता और अत्याचार के बीच चुनना होगा
पोम्पियो ने कहा कि हम देशों से चीन और अमेरिका में से किसी एक को चुनने के लिए नहीं कह रहे। हम हर संप्रभु (सॉवेरिन) देश को स्वतंत्रता और अत्याचार के बीच चुनने के लिए कह रहे हैं। पोम्पियो ने इस दौरान अमेरिका के पिछले नेताओं की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों को चीन का खतरा नहीं दिखा। उनकी आंखों में बस बिजनेस नजर आ रहा था।

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माइक पोम्पियो ने कहा कि हम चीन और अमेरिका में से किसी एक का चुनाव करने के लिए नहीं कर रहे। हर संप्रभु देश से स्वतंत्रता और अत्याचार के बीच चुनने के लिए कह रहे हैं।

260 Chinese boats fish near Galapagos; Ecuador on alert July 30, 2020 at 07:26PM

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार हरमन कैन की संक्रमण से मौत, यहां 46 लाख से ज्यादा संक्रमित; दुनिया में 1.74 करोड़ मरीज July 30, 2020 at 07:29PM

दुनिया में कोरोनावायरस से संक्रमण के अब तक 1 करोड़ 74 लाख 76 हजार 105 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 9 लाख 39 हजार 477 ठीक भी हो चुके हैं। वहीं, 6 लाख 76 हजार 759 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े https://ift.tt/2VnYLis के मुताबिक हैं।

अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति उम्मीदवार हरमन कैन की कोरोनावायरस से मौत हो गई है। वह 74 साल के थे। कैन कैंसर की बीमारी से भी पीड़ित थे और इसके इलाज के लिए उन्हें पिछले महीने अटलांटा के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। कैन 2012 में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार थे। ट्रम्प ने भी उनकी मौत पर दुख जताया है।

10 देश जहां कोरोना का असर सबसे ज्यादा

देश

कितने संक्रमित कितनी मौतें कितने ठीक हुए
अमेरिका 46,34,985 1,55,285 22,84,965
ब्राजील 26,13,789 91,377 18,24,095
भारत 16,39,350 35,786 10,59,093
रूस 8,34,499 13,802 6,29,655
द.अफ्रीका 4,82,169 7,812 3,09,601
मैक्सिको 4,16,179 46,000 2,72,187
पेरू 4,07,492 19,021 2,83,915
चिली 3,53,536 9,377 3,26,628
स्पेन 3,32,510 28,443 उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन 3,02,301 45,961 उपलब्ध नहीं

ब्रिटेन: 300 लोगों को वैक्सीन दी गई
ब्रिटेन के इम्पीरियल कॉलेज लंदन ने 300 लोगों को एक एक्पेरिमेंटल कोरोनावायरस वैक्सीन का टीका लगाया है। इससे पहले वैक्सीन का कुछ लोगों पर ट्रायल भी किया गया था। पॉजिटिव रिजल्ट मिलने पर 300 लोगों पर इसका ट्रायल किया गया है। ब्रिटेन में अब तक कोरोना संक्रमण के तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। 45 हजार से ज्यादा की जान भी जा चुकी है।
ब्राजील: कोरोना के 57,837 नए मामले
ब्राजील में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 57,837 नए मामले आए। यहां कुल संक्रमितों की संख्या 26 लाख 13 हजार 789 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 91 हजार 377 लोगों की जान भी गई है। महामारी की शुरुआत से अब तक 18 लाख से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके है।

ब्राजील के साओ पाउलो में एक टेस्टिंग सेंटर पर कोविड-19 के लिए सैंपल देती युवती। यहां 91 हजार से ज्यादा की मौत हो चुकी है

मेक्सिको: संक्रमण से 46 हजार मौतें
मेक्सिको में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 639 लोगों की मौत हुई है। यहां अब तक संक्रमण से 46 हजार लोगों की जान जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक 4 लाख 16 हजार 179 लोग संक्रमित हो चुके हैं। बुधवार को यहां संक्रमण के रिकॉर्ड 5752 मामले आए थे।

मेक्सिको सिटी में कोरोना मरीज की मौत के बाद उसे यहां के सैन लॉरेंजो टेजोंको कब्रिस्तान में दफनाने ले जाते वर्कर।

चीन: कोरोना के 127 नए मामले
चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 127 नए मामले आए हैं, इनमें 123 लोकल ट्रांसमिशन के मामले हैं। लोकल ट्रांसमिशन में शिनजियांग में 112 और लियाओनिंग प्रांत में 11 मामले सामने आए हैं।



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कैन ने 2012 में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पेश की थी। उनकी मौत पर ट्रम्प ने भी दुख जताया है।

Brazil President's wife test +ve for Covid-19 July 30, 2020 at 06:29PM

Just days after her husband said he had overcome the virus with a negative test following weeks in quarantine, Bolsonaro's wife Michelle has tested positive, the presidential office said in a statement. Earlier on Thursday, Brazil's science and technology minister, Marcos Pontes, said his test had come back positive, becoming the fifth minister in Bolsonaro's government to be diagnosed with the disease.

Nepal to reopen Everest despite Covid case rise July 30, 2020 at 06:39PM

"We have reopened mountaineering and will issue climbing permits for the autumn season," tourism department official Mira Acharya said, adding that climbers must follow health protocols issued by the government. The autumn climbing season in Nepal runs from September to November.

AstraZeneca to be exempt from coronavirus vaccine liability claims in most countries July 30, 2020 at 05:44PM

With 25 companies testing their vaccine candidates on humans and getting ready to immunise hundred millions of people once the products are shown to work, the question of who pays for any claims for damages in case of side effects has been a tricky point in supply negotiations.

चीन के राजदूत ने कहा- हमारी इकोनॉमी एक दूसरे पर टिकी हैं, इन्हें जबरन अलग करने से नुकसान होगा July 30, 2020 at 06:20PM

चीन ने गुरुवार को कहा कि भारत से उसकी इकोनॉमी को अलग करने से दोनों देशों को नुकसान होगा। चीन के राजदूत सुन वीडॉन्ग ने कहा कि उनका देश भारत के लिए स्ट्रैटजिक खतरा नहीं है। चीन का ये बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पिछले दिनों चाइनीज ऐप बैन किए हैं और बॉर्डर पर दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है।

चीन के राजदूत भारत-चीन संबंधों पर इंस्टीट्यूट ऑफ चाइनीज स्टडीज, दिल्ली की तरफ से हुई वेबिनार में बोल रहे थे। उन्होंने सहयोग का रवैया रखने की वकालत करते हुए कहा है कि किसी एक को नुकसान पहुंचाने की सोच नहीं रखनी चाहिए। साथ ही कहा कि हमारी अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे पर टिकी हुई हैं। इन्हें जबरदस्ती अलग करना ट्रेंड के खिलाफ है, इससे सिर्फ नुकसान होगा।

सरकार ने रंगीन टीवी के आयात पर रोक लगाई
डोमेस्टिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और चीन जैसे देशों से गैर-जरूरी वस्तुओं का इंपोर्ट कम करने के मकसद से यह फैसला लिया गया है। भारतीय टीवी सेट के बड़े एक्सपोर्टर में चीन शामिल है।

व्यापार में सहयोग से इंडस्ट्रीज का डेवलपमेंट तेज: चीन
दूसरी तरफ चीन के राजदूत ने कहा कि 2018-19 में भारत में 92% कंप्यूटर, 82% टीवी, 80% ऑप्टिकल फाइबर, 85% मोटरसाइकिल कंपोनेंट चीन से इंपोर्ट हुए। इससे व्यापार में ग्लोबलाइजेशन का पता चलता है। आप चाहें या नहीं चाहें, इस ट्रेंड को बदलना मुश्किल है। भारत-चीन के बीच ट्रेड को-ऑपरेशन से मोबाइल फोन, हाउसहोल्ड एप्लायंसेज, इन्फ्रास्ट्रक्टर, ऑटोमोबाइल मेकिंग और मेडिसिन जैसी इंडस्ट्रीज का डेवलपमेंट तेज हुआ है।

चीन के सैनिक सभी मोर्चों से पीछे नहीं हटे: भारत
भारत ने पूर्वी लद्दाख में चीन के सैनिकों के पीछे हटने के दावों को खारिज किया है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि लद्दाख में सैनिकों के पीछे हटने का प्रोसेस अभी पूरा नहीं हुआ है। इसके लिए कमांडर लेवल की बातचीत का अगला राउंड जल्द शुरू किया जाएगा। उम्मीद है कि चीन सीमा पर शांति के लिए जल्द से गंभीरता दिखाएगा।



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चीन के राजदूत सुन वीडॉन्ग ने भारत-चीन संबंधों पर हुई वेबिनार में कहा कि व्यापार में किसी एक को नुकसान पहुंचाने की सोच नहीं रखनी चाहिए। (फाइल फोटो)

First dog to test positive for coronavirus in US dies: Report July 30, 2020 at 05:28PM

Buddy the seven-year-old German shepherd became sick in April, around the same time his owner Robert Mahoney was recovering from Covid-19, according to the magazine this week. Buddy seemed to have a stuffed nose and difficulty breathing, and his condition only worsened over the following weeks and months.

J&J starts test on humans after positive monkey data July 30, 2020 at 05:03PM

Pak Army, ISI with support of China are planning to declare Karachi a federal territory: Altaf Hussain July 30, 2020 at 06:05PM

Young children carry higher levels of coronavirus: study July 30, 2020 at 04:58PM

China uses quarantines as cover to detain dissidents: Activists July 30, 2020 at 04:52PM

चुनाव में रूसी दखल के सवाल पर बचाव में दिखे जकरबर्ग, सुनवाई में स्नैक्स खाते रहे बेजोस, पिचई से पूछा-सूचनाएं चुराकर अपनी क्यों बताता है गूगल July 30, 2020 at 02:44PM

टेक टाइटंस अमेजन, फेसबुक, गूगल और एपल के सीईओ अमेरिकी कांग्रेस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश हुए। ये ऑनलाइन मार्केट में ताकत का बेजा इस्तेमाल, कारोबारी प्रतिस्पर्धा खत्म करने के आरोपों पर सुनवाई का सामना कर रहे हैं।

4 घंटे से ज्यादा चली सुनवाई के दौरान दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति जेफ बेजोस स्नैक्स खाते रहे। दो घंटे तक वह सवाल टालते रहे। इसी तरह सांसदों के डेटा सिक्योरिटी को लेकर तीखे सवालों पर बाकी को भी जवाब नहीं सूझा। कमेटी की जांच में पाया गया कि ये कंपनियां विस्तार के लिए प्रतिस्पर्धियों को दबा रही हैं। सभी ने दलील दी कि उन्होंने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है।

5 घंटे सुनवाई: कठघरे में 360 लाख करोड़ रु. की कंपनियों के अधिकारी, सांसदों के तीखे सवालों का नहीं सूझा सीधा जवाब

  • इंस्टाग्राम खरीदने संबंधी 8 साल पुराने ईमेल पर पैनल ने घेरा

फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के प्रभाव के सवाल पर बचाव की मुद्रा में दिखे। डेटा चोरी और इंस्टाग्राम खरीदने संबंधी अपने 8 साल पुराने ईमेल पर भी वह घिरे। ईमेल में कहा गया था कि फेसबुक के लिए इंस्टाग्राम बहुत ही विध्वंसकारी हो सकता है। उन्होंने कहा, फेडरल ट्रेड कमीशन ने उस डील को अपनी स्वीकृति दी थी।

  • ‘प्राइवेसी-डेटा सिक्योरिटी पर यूजर्स के हाथों में कंट्रोल दिया’

दूसरी साइटों से आइडिया-सूचनाएं चुराकर उसे अपना बताने, फिर मोटा लाभ कमाने संबंधी सवाल पर सीईओ सुंदर पिचई ने कहा, ‘गूगल सरल तरीके से उपयोगी सूचनाएं लोगों तक पहुंचाता है। प्राइवेसी-सिक्योरिटी पर हमने यूजर्स के हाथों में पूरा कंट्रोल दिया है।’ एड कंपनी से डेटा लेने के सवाल पर पिचई बोले- यूजर्स के फायदे के लिए ज्यादा से ज्यादा डेटा कलेक्ट कर रहे हैं।

  • ‘स्मार्ट फोन बिजनेस में मार्केट शेयर हासिल करना गली की लड़ाई जैसा’

एपल प्ले स्टोर पर कंपनी के खुद के पूर्ण नियंत्रण संबंधी सवाल पर सीईओ टिम कुक ने कहा, ‘सॉफ्टवेयर मार्केट में बहुत कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। डेवलपर्स के सामने भी उतनी ही प्रतिस्पर्धा है जितनी कि कस्टमर्स के लिए। मैं इसे इस तरह से समझाना चाहूंगा कि स्मार्ट फोन के बिजनेस में मार्केट शेयर हासिल करना गली की लड़ाई जैसा हो गया है।’

  • ‘गारंटी नहीं दे सकता कि पॉलिसी का उल्लंघन नहीं हुआ होगा’

कांग्रेस में पहली बार पेश हुए बेजोस से प्राइसिंग, अधिग्रहण और थर्ड पार्टी सेलर्स के डेटा इस्तेमाल पर सवाल किए गए। इस पर उन्होंने कहा, ‘डेटा इस्तेमाल रोकने को पॉलिसी है, लेकिन मैं गारंटी नहीं दे सकता कि उसका उल्लंघन नहीं हुआ।’ ज्यादातर सवालों पर जवाब था, ‘मैं इसका उत्तर नहीं दे सकता है, मुझे वो वाकया याद नहीं।’ बेजोस ने बड़ी कंपनी की पैरवी की।



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फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस के प्रभाव के सवाल पर बचाव की मुद्रा में दिखे। डेटा चोरी और इंस्टाग्राम खरीदने संबंधी अपने 8 साल पुराने ईमेल पर भी वह घिरे। (फाइल फोटो)

ट्रम्प स्कूल खोलने के लिए बोले तो शिक्षकों ने दी हड़ताल की चेतावनी, कहा- स्कूल बंद रहें July 30, 2020 at 02:43PM

अमेरिका में 70% शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर कोरोना काल के दौरान स्कूल खोले गए तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। ये सभी विभिन्न शिक्षक संगठनों के सदस्य हैं। इन संगठनों ने बयान जारी कर हड़ताल की चेतावनी की पुष्टि की है। ऐसा तब हो रहा है, जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प स्कूल खोलने पर जोर दे रहे हैं।

अमेरिकन फेडरेशन ऑफ टीचर्स के अध्यक्ष रैंडी वेनगार्टन ने कहा कि स्कूलों में कोरोना की रोकथाम के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। ज्यादातर कक्षाओं में वेंटिलेशन नहीं हैं। मास्क भी कम पड़ रहे हैं। शिक्षकों की मांग है कि ऑनलाइन पढ़ाई भी सीमित की जाना चाहिए।

उधर, एक संगठन ने स्कूल खोलने के आदेश के खिलाफ फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसैंटिस पर मुकदमा कर दिया है। जबकि जन शिक्षा केंद्र के प्रमुख रॉबिन लेक ने कहा कि पूरे मामले में बच्चों को मोहरा बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है। इसी महीने हुए सर्वे में 60% अभिभावकों ने शिक्षकों की मांग का समर्थन किया है। अमेरिका में कोरोना के अब तक 45,68,375 मरीज मिले हैं। जबकि 1,53,848 मौतें हुई हैं।

ऑस्ट्रेलिया: विक्टोरिया राज्य में 723 नए मरीज, इतने देशभर में भी एक दिन में नहीं आए; मेलबर्न में सख्ती

ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया राज्य कोरोना का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बन गया है। यहां 24 घंटे में 723 नए मरीज मिले हैं। यह सिर्फ एक राज्य का नहीं, पूरे ऑस्ट्रेलिया का एक दिन के मरीजों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। विक्टोरिया के मुख्यमंत्री डेनियल एंड्रयू ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मेलबर्न में बेहद गंभीर हालात होते जा रहे हैं। ऐसे में हमें हर दिन नए-नए इलाकों में सख्त लॉकडाउन करना पड़ रहा है।

दुनिया: इटली में 15 अक्टूबर तक इमरजेंसी बढ़ाई, उत्तर कोरिया में 696 लोगों को क्वारैंटाइन में भेजा

इटली ने 15 अक्टूबर तक स्टेट इमरजेंसी बढ़ा दी है। इटली में 31 जनवरी से स्टेट इमरजेंसी लागू है। यह इस महीने खत्म होने वाली थी। यहां अब तक 2,46,776 मरीज मिले हैं। जबकि 35,129 मौतें हुई हैं। उधर, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि उत्तर कोरिया में अब तक 1211 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया है। इनमें से कोई संक्रमित नहीं मिला है। यहां अभी 696 नागरिक क्वारैंटाइन में रखे गए हैं।

- न्यूयॉर्क टाइम्स से विशेष अनुबंध के तहत



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फोटो अमेरिका के साल्ट लेक सिटी की है। यहां के स्कूलों में प्रदर्शन चल रहे हैं।

जासूसी की वजह से अमेरिका ने चीन का कॉन्सुलेट बंद किया, ब्रिटेन ने 5जी नेटवर्क से चीनी कंपनी ही हटा दी, भारत ने 106 ऐप्स बैन कीं July 30, 2020 at 02:12PM

4 मई को न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने एक स्पेशल रिपोर्ट छापी थी। इस रिपोर्ट में चीन की सरकार की एक इंटरनल रिपोर्ट के हवाले से बताया गया कि दुनिया भर में एंटी-चाइना सेंटीमेंट्स यानी चीन विरोधी भावना 1989 में थियानमेन चौक पर हुए नरसंहार के बाद से सबसे ज्यादा है। इस रिपोर्ट को चीन के गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को सौंपा था।

दुनिया में एंटी-चाइना सेंटीमेंट्स बढ़ने की वजह कोरोनावायरस बताई गई थी। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि कोरोनावायरस के कारण चीन के खिलाफ माहौल बनेगा और अमेरिका से सीधे टकराव होगा।

लेकिन, सिर्फ कोरोनावायरस ही नहीं बल्कि और भी कई कारण हैं, चाहे हॉन्गकॉन्ग का मुद्दा हो या शिन्जियांग में उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों का मसला। चाहे सीमा विवाद। इन वजहों से चीन दुनिया में चारों तरफ से घिरता जा रहा है। लेकिन, चौंकाने वाली बात ये भी है कि घिरने के बाद भी चीन पर इसका ज्यादा कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।

सबसे पहले बात, उन 6 कारणों की, जिनकी वजह से चीन घिरा
1. हॉन्गकॉन्ग :
चीन ने यहां राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया। इसमें हॉन्गकॉन्ग में देशद्रोह, आतंकवाद, विदेशी दखल और विरोध प्रदर्शन जैसी गतिविधियां रोकने का प्रावधान है। कानून तोड़ने पर तीन साल की सजा से लेकर उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान भी है। कानून 1 जुलाई से लागू है और अब वहां चीनी सुरक्षा एजेंसियां काम कर सकेंगी। अभी तक ऐसा नहीं था।

2. शिन्जियांग : चीन के कब्जे वाले इस प्रांत में 45% से ज्यादा आबादी उइगर मुसलमानों की है। चीन पर उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप है। कुछ रिपोर्ट्स में सामने आया है कि चीन उइगर महिलाओं की जबरन नसबंदी करवा रहा है, ताकि जनसंख्या पर काबू पाया जा सके।

3. ताइवान : चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है और जब हॉन्गकॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने की तैयारी चल रही थी, तब चीन में ताइवान को लेकर भी चर्चा थी कि उसे ताइवान की मिलिट्री टेकओवर कर लेनी चाहिए। हालांकि, चीन के लिए ये उतना आसान नहीं है। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन कहती हैं कि ताइवान दूसरा हॉन्गकॉन्ग नहीं बनेगा। ताइवान का दावा है कि चीन अक्सर मिलिट्री प्लेन भेजता रहता है।

4. सीमा विवाद : भारत के साथ चीन का सीमा विवाद चल ही रहा है। जून में लद्दाख सीमा पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हो चुकी है। लेकिन, सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दूसरे देशों के साथ भी चीन का सीमा विवाद जारी है। इसके अलावा चीन दक्षिणी चीन सागर पर भी अपना हक जताता है। हाल ही में यहां अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भी अपने जहाज तैनात कर दिए हैं।

5. जासूसी : अमेरिका में पिछले हफ्ते ही सिंगापुर के एक नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। इसे अमेरिका में चीन के जासूस के तौर पर काम करने का दोषी ठहराया गया है। इसके अलावा एक चीनी रिसर्चर को भी हिरासत में लिया गया है, जिस पर चीनी सेना के साथ अपने संबंधों को छिपाने का आरोप है। इसके अलावा चीन की टेक कंपनियां हुवावे और जेडटीई को भी अमेरिका सुरक्षा के लिए खतरा मानता है।

6. कोरोनावायरस : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तो कई बार सार्वजनिक तौर से कोरोनावायरस को 'चीनी वायरस' कह चुके हैं। कोरोनावायरस कहां से निकला? इसकी जांच के लिए मई में 73वीं वर्ल्ड हेल्थ असेंबली में एक प्रस्ताव पेश हुआ। इस प्रस्ताव का भारत ने भी समर्थन किया था। भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, न्यूजीलैंड, कनाडा, कतर, सऊदी अरब, अफ्रीकी देश, यूरोपियन यूनियन, यूक्रेन, रूस और ब्रिटेन समेत 100 से ज्यादा देशों के नाम हैं।

अमेरिका-ब्रिटेन-भारत जैसे देश चीन के खिलाफ
1. अमेरिका : चीन की 11 कंपनियों पर प्रतिबंध, दोनों देशों ने एक-दूसरे के कॉन्सुलेट बंद किए

अमेरिका और चीन के बीच तनाव कोई नई बात नहीं है, लेकिन कोरोनावायरस के इस दौर में पिछले 7 महीनों में दोनों देशों की ये तकरार खुलकर सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प तो कोरोनावायरस के लिए सीधे तौर पर चीन को ही जिम्मेदार ठहराते हैं। वो तो ये तक कह चुके हैं कि कोरोनावायरस को छिपाने में डब्ल्यूएचओ ने भी चीन की मदद की। ट्रम्प अक्सर कोरोनावायरस को 'चीनी वायरस' कहते हैं।

जुलाई की शुरुआत में ही अमेरिका की खुफिया एजेंसी एफबीआई के डायरेक्टर क्रिस्टोफर रे ने चीन को अमेरिका के लिए सबसे बड़ा 'खतरा' बताया। उससे पहले 30 जून को अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन यानी एफसीसी ने भी चीन की हुवावे और जेडटीई को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'खतरा' बताया था।

जुलाई में ही अमेरिका ने टेक्सास के ह्यूस्टन स्थित चीनी कॉन्सुलेट को बंद करने का आदेश दे दिया था। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो के मुताबिक, ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि चीन 'इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी' चुरा रहा था। बदले में चीन ने भी चेंगड़ू स्थित अमेरिकी कॉन्सुलेट को बंद कर दिया।

अमेरिका ने 7 जुलाई को उन चीनी अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया, जो अमेरिकी पत्रकार, टूरिस्ट्स, डिप्लोमैट्स और अफसरों को तिब्बत जाने से रोकने के लिए जिम्मेदार थे। जवाब में चीन ने भी कुछ अमेरिकी अफसरों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिया।

इसके अलावा चीन के शिन्जियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों का उल्लंघन करने के मामले में अमेरिका ने 11 चीनी कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया। अमेरिकी अफसरों के मुताबिक, ये कंपनियां 10 लाख उइगर मुसलमानों का शोषण करती थीं।

इतना ही नहीं, हॉन्गकॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के फैसले का अमेरिका ने भी विरोध किया था। अमेरिका का कहना था कि इस नए कानून से हॉन्गकॉन्ग के लोगों की आजादी पर खतरा पैदा हो गया है। इस पर चीन ने जवाबी कार्रवाई करने की धमकी भी दी थी।

इन सबके अलावा दक्षिण चीन सागर में भी अमेरिका ने जहाज भेजे थे। कुछ दिन पहले ही चीन की कम्युनिस्ट सरकार समर्थित थिंक टैंक स्ट्रेटेजिक सिचुएशन प्रोबिंग इनिशिएटिव ने दावा किया था कि अमेरिका के पी-8ए (पोसाइडन) और ईपी-3ई एयरक्राफ्ट्स ने साउथ चाइना सी से चीन के झेजियांग और फुजियान तक उड़ान भरी। कुछ देर बाद पी-8ए वापस लौटा और फिर यह शंघाई से 76.5 किलोमीटर दूर तक उड़ान भरता रहा।

2. ब्रिटेन : 5जी नेटवर्क से चीनी कंपनी को हटाया, हॉन्गकॉन्ग पर भी विरोध
मई के आखिर में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने डी-10 ग्रुप बनाने का आइडिया दिया था। उनका कहना था कि इस ग्रुप में जी-7 में शामिल सभी सातों देशों के अलावा भारत, दक्षिण कोरिया और ऑस्ट्रेलिया को भी जोड़ा जाए। इस ग्रुप का मकसद चीन के खिलाफ रणनीतिक एकजुटता बनाना होगा। जॉनसन का मानना था कि सभी देश 5जी टेक्नोलॉजी पर मिलकर काम करें, ताकि चीन की डिपेंडेंसी खत्म हो।

बोरिस जॉनसन ने मई में ये आइडिया दिया और जुलाई में ब्रिटेन के 5जी नेटवर्क से चीन की हुवावे कंपनी को हटाने का फैसला ले लिया। जॉनसन के इस फैसले के बाद ब्रिटेन के सर्विस ऑपरेटर्स को हुवावे के नए 5जी इक्विपमेंट खरीदने पर पाबंदी लग गई। साथ ही ऑपरेटर्स को अपने नेटवर्क से 2027 तक हुवावे की 5जी किट भी हटानी होगी।

जॉनसन का ये फैसला चीन और हुवावे के लिए बहुत बड़ा झटका है। अमेरिका पहले ही आरोप लगा चुका है कि हुवावे के 5जी नेटवर्क के जरिए चीन जासूसी करता है।

इससे पहले चीन ने जब हॉन्गकॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया, तो बोरिस जॉनसन ने चीन के इस फैसले का विरोध करते हुए हॉन्गकॉन्ग के 30 लाख लोगों को ब्रिटेन में बसने का प्रस्ताव दे दिया। उन्होंने कहा कि नया कानून हॉन्गकॉन्ग की आजादी का उल्लंघन है। हॉन्गकॉन्ग पहले ब्रिटेन का ही उपनिवेश था, लेकिन 1997 में ब्रिटेन ने इसे चीन को लौटा दिया।

इसके साथ ही हॉन्गकॉन्ग में नया कानून लागू होने के बाद ब्रिटेन ने हॉन्गकॉन्ग के साथ अपनी प्रत्यर्पण संधि सस्पेंड करने की घोषणा कर दी। इस संधि के तहत हॉन्गकॉन्ग में अपराध करने वाले अगर ब्रिटेन भाग जाते थे, तो उन्हें पकड़कर हॉन्गकॉन्ग भेजा जा सकता था। नए कानून पर ब्रिटेन के विदेश मंत्री डॉमनिक रॉब ने कहा कि चीन की तरफ से हॉन्गकॉन्ग पर नया कानून थोपना, ब्रिटेन की नजर में अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का गंभीर उल्लंघन है।

इन सबके अलावा चीन के शिन्जियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों का मुद्दा भी ब्रिटेन ने उठाया था। ब्रिटेन का कहना था कि शिन्जियांग में उइगर महिलाओं की जबरन नसबंदी की जा रही है।

3. भारत : 100 से ज्यादा चीनी ऐप्स बैन कीं, कारोबार के लिए नए नियम बनाए
मई की शुरुआत में लद्दाख सीमा पर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया। दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गई थीं। इसी महीने भारत ने अपने एफडीआई नियमों में बदलाव कर दिया। नए नियमों के तहत जिन देशों की सीमाएं भारत से लगती हैं, अगर वो भारत के किसी कारोबार या कंपनी में इन्वेस्ट करते हैं, तो इसके लिए उन्हें केंद्र सरकार की मंजूरी लेनी होगी। पहले ये पाबंदी सिर्फ पाकिस्तान और बांग्लादेश के इन्वेस्टर्स पर ही थी।

इसके बाद हाल ही में सरकार ने जनरल फाइनेंशियल नियम 2017 में भी बदलाव किया कि जो भी देश भारत के साथ सीमा साझा करते हैं, वो सरकारी खरीद में बोली नहीं लगा सकते। हालांकि, इसमें ये भी जोड़ा गया कि अगर कोई देश बोली लगाना चाहता भी है, तो उसे डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईआईटी) की रजिस्ट्रेशन कमेटी में रजिस्टर्ड कराना होगा। इसके अलावा इन्हें विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से भी मंजूरी लेनी होगी।

इन दोनों ही नियमों में बदलावों का सबसे ज्यादा असर चीन पर ही होगा। हालांकि, नियमों में चीन का नाम नहीं लिया गया था। लेकिन, ये दोनों ही बदलाव चीन को मैसेज देने के लिए किए गए थे।

इसके अलावा जब लद्दाख सीमा पर गलवान घाटी में जब भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई, तो उसके बाद सरकार ने टिकटॉक, यूसी ब्राउजर समेत 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया। उसके बाद कुछ दिन पहले ही सरकार ने चीन की 47 ऐप्स और बैन कर दीं। अब तक सरकार 106 चीनी ऐप्स पर बैन लगा चुकी है।

4. ताइवान : चीन से निपटने के लिए दक्षिण चीन सागर में मिलिट्री ड्रिल की
चीन और ताइवान के बीच अलग ही तरह का रिश्ता है। 1911 में चीन में कॉमिंगतांग की सरकार बनी। 1949 में यहां गृहयुद्ध छिड़ गया और माओ त्से तुंग के नेतृत्व में कम्युनिस्टों ने कॉमिंगतांग की पार्टी को हराया। हार के बाद कॉमिंगतांग ताइवान चले गए।

1949 में चीन का नाम 'पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना' पड़ा और ताइवान का 'रिपब्लिक ऑफ चाइना' पड़ा। दोनों देश एक-दूसरे को मान्यता नहीं देते।

चीन अक्सर ताइवान को अपना हिस्सा बताता रहता है। लेकिन, ताइवान खुद को अलग देश मानता है। मई में ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने खुलेआम चीन को चुनौती दे दी थी। उन्होंने कहा था, 'ताइवान कभी चीन के नियम-कायदे नहीं मानेगा। चीन को इस हकीकत के साथ शांति से जीने का तरीका खोजना होगा।'

इसके अलावा दक्षिण चीन सागर को लेकर भी चीन और ताइवान के बीच तनातनी होती रहती है। दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती दखलंदाजी के बीच ताइवान ने 5 दिन की मिलिट्री ड्रील की। इसमें चीन की मिसाइलों को मार गिराने पर फोकस था। इसके अलावा यहां मिराज 2000, एफ-16 फाइटर जेट और पी-3 सी एंटी सबमरीन फाइटर जेट तैनात किए जा चुके हैं। ताइवान की सेना के मुताबिक, इन फाइटर जेट्स को यहां तब तक रखा जाएगा, जब तक चीन के हमले का खतरा है।

इसके साथ ही हॉन्गकॉन्ग के प्रदर्शनकारियों को भी ताइवान का समर्थन मिला है। जब चीन ने हॉन्गकॉन्ग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया, तो हॉन्गकॉन्ग के लोगों की मदद करने के लिए ताइवान ने राजधानी ताइपे में ऑफिस भी खोल दिया। इस ऑफिस से उन लोगों को मदद मिलेगी, जो नया कानून लागू होने के बाद हॉन्गकॉन्ग से ताइवान आ रहे हैं।

5. ऑस्ट्रेलिया : कोरोना की जांच का समर्थन किया, हॉन्गकॉन्ग के लोगों को नागरिकता का प्रस्ताव
ऑस्ट्रेलिया का नाम भी उन देशों में शामिल है, जिसके रिश्ते पिछले कुछ महीने में चीन से खराब हुए हैं। ऑस्ट्रेलिया ने काफी पहले ही कोरोनावायरस की जांच की मांग का समर्थन कर दिया था। इससे चीन ऑस्ट्रेलिया से चिढ़ गया था। इसके बाद चीन ने ऑस्ट्रेलिया पर कुछ प्रतिबंध भी लगा दिए थे।

हाल ही में ऑस्ट्रेलिया ने आधिकारिक रूप से दक्षिण चीन सागर पर चीन के दावों को खारिज कर दिया था। ऑस्ट्रेलिया ने यूएन में कहा था कि दक्षिण चीन सागर में चीन के दावों का कोई 'कानूनी आधार' नहीं है।

इन सबके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने शिन्जियांग और हॉन्गकॉन्ग में मानवाधिकारों का मसला भी उठाया था। चीनी कंपनी हुवावे को ऑस्ट्रेलिया के 5जी नेटवर्क के निर्माण से रोक दिया था। ऑस्ट्रेलिया अक्सर चीन पर अपने घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप भी लगाता रहता है।

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5 अगस्त को राम के रंग में रंगेगा न्यूयॉर्क का टाइम्स स्क्वायर, बिलबोर्ड पर दिखेंगे राम और अयोध्या मंदिर का मॉडल July 30, 2020 at 12:25AM

5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन होगा। इसी दिन अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित टाइम्स स्कवायर के बिलबोर्ड पर मंंदिर का मॉडल और श्री राम के फोटोग्राफ नजर आएंगे। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अमेरिकन इंडियन पब्लिक अफेयर कमेटी के अध्यक्ष जगदीश सेवहानी ने बताया- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में जब इस ऐतिहासिक मंदिर की नींव रखेंगे, तो इस पल का जश्न हम यहां भी मनाएंगे।

सेवहानी के मुताबिक- 17 हजार स्क्वायर फीट के रैप-अराउंड एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन को लीज पर लिया जा रहा है। ये टाइम्स स्क्वायर की सबसे बड़ी हाई रिजोल्यूशन एलईडी स्क्रीन होगी।

सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक होगा डिस्प्ले
5 अगस्त को सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक हिंदी और अंग्रेजी में जय श्री राम, भगवान राम के चित्र और वीडियो, मंदिर के डिजाइन और आर्किटेक्चर की 3 डी इमेजेस को यहां बिलबोर्ड पर दिखाया जाएगा। जब प्रधानमंत्री मोदी मंदिर की नींव रखेंगे, उसके फोटोग्राफ्स को भी यहां दिखाया जाएगा। सेवहानी के मुताबिक, इस दौरान भारतीय समुदाय के लोग मौजूद रहेंगे। मिठाइयां बांटी जाएंगी।

ये मानव समाज के लिए भी बड़ा अवसर
सेवहानी ने कहा- ये जीवन में एक बार या सदी में एक बार होनेे वाली घटना नही हैं। बल्कि, पूूरी मानवजाति के जीवन में इस तरह के मौके एक ही बार आते हैं। इस मौके को खास बनाने के लिए हमने टाइम्स स्क्वायर को चुना। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में लोगों का राम मंदिर का सपना पूरा होने जा रहा है। 5 अगस्त को पूरा टाइम्स स्क्वायर भगवान राम के रंग में रंग जाएगा।

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न्यूयॉर्क में 17 हजार स्क्वायर फुट के रैप-अराउंड एलईडी डिस्प्ले स्क्रीन पर राम मंदिर के मॉडल की फोटोज डिस्प्ले की जाएंगी। (फाइल फोटो)

अमेरिका आज शाम परसेवरेंस रोवर लॉन्च करेगा, हाल ही में यूएई ने होप और चीन ने तियानवेन-1 सैटेलाइट लॉन्च किए थे July 29, 2020 at 10:37PM

अमेरिका का परसेवरेंस यान मंगल पर गुरुवार को रवाना हो रहा है। यह दुनिया में पिछले 11 दिनों में तीसरा मंगल मिशन है। इससे पहले 19 जुलाई को यूएई ने और 23 जुलाई को चीन ने अपने-अपने मिशन मंगल ग्रह के लिए रवाना किए हैं।

नासा अपना मंगल मिशन फ्लोरिडा के केप केनवरल एयरफोर्स स्टेशन से लांच करेगा। मिशन अमेरिकी समयानुसार 7:50 बजे सुबह (भारतीय समय में 5:20 बजे शाम) को लांच होगा। 18 फरवरी 2021 को मंगल के जेजेरो क्रेटर पर इसकी लैंडिंग होगी। मिशन की अवधि मंगल के एक साल (पृथ्वी के 687 दिन) तय की गई है। इस मिशन के तहत पहली बार मंगल में एक छोटा हेलिकॉप्टर उड़ाया जाएगा।

मंगल पर पहुंचने की होड़ में मौजूदा तीनों मिशन नए और दिलचस्प उद्देश्यों को लेकर जा रहे हैं। इनमें पानी की तलाश, वहां ऑक्सीजन बनाने से लेकर इतिहास में पहली बार मंगल पर हेलीकॉप्टर उड़ाने के प्रयास तक हैं। जानिए, क्या हैं इनकी खासियत और ये वहां और क्या-क्या करने वाले हैं...

परसेवरेंस, अमेरिका: ऑक्सीजन बनाएगा, नमूने लेगा और पानी भी खोजेगा

खासियतः परसेवरेंस में दो उपकरण हैं- 1000 किलो का रोवर और करीब 2 किलो का ड्रोन जैसा छोटा हेलीकॉप्टर, जो रोवर के संपर्क में रहेगा। सोलर पैनल, कार्बन ब्लेड जो गति देंगे और एंटीना। रोवर प्लूटोनियम पावर का इस्तेमाल करेगा, जो करीब 10 साल चलेगी। इसमें 7 फीट की रोबोटिक आर्म, 19 कैमरे और एक ड्रिल मशीन भी है, जो मंगल की सतह के फोटो, वीडियो और नमूने लेंगे।

क्या करेगा कार्बन डाइऑक्साइड से ऑक्सीजन का निर्माण, मौसम का अध्ययन, जिनका मंगल यात्री सामना करेंगे। पानी की खोज। मार्स एनवाॅयरमेंटल डायनामिक्स एनालाइजर जानकारी देगा कि मंगल के हालात इंसानों को कैसे प्रभावित कर सकते हैं। तापमान, वायुदाब, रेडिएशन, धूल का अध्ययन करेगा।

तियानवेन-1, चीन: पहला मिशन जो परिक्रमा लगाएगा, लैंड करेगा, रोवर का काम भी करेगा

खासियतः तियानवेन का अर्थ है स्वर्ग से सवाल। वजन 5000 किलो। ऑर्बिटर, लैंडर और रोवर प्रमुख। पैराशूट जो रोवर को आसानी से उतरने में मदद करेगा। कैमरे, 4 सोलर पैनल। सॉफ्ट लैंडिंग के लिए पैराशूट, पथरीली या उबड़-खाबड़ सतह पर रुकने और स्पीड कम करने के लिए कैप्सूल और रेट्रो-रॉकेट। क्रूज शिप, जिसमें 7 रिमोट सेंसिंग उपकरण लगे हैं।

क्या करेगाः 2-3 महीने चक्कर काटेगा। इससे लैंडिंग के हालात पता लगेंगे और नाकामी को रोका जा सकेगा। क्रूज शिप रिमोट सेंसिंग उपकरणों के जरिए मंगल का अध्ययन, पत्थरों का विश्लेषण, पानी या बर्फ की तलाश करेगा। पहला मिशन जो मंगल का चक्कर लगाएगा, लैंड करेगा और रोवर का काम भी करेगा।

होप ऑर्बिटर, यूएई: पता करेगा कि मंगल पर मौजूद पानी कैसे और कहां गया

खासियतः यूएई का पहला मंगल मिशन। जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च। ऊंचाई 6 फीट और वजन करीब 1360 किलो। गर्मी से बचाने वाले कवच, सोलर पैनल जो लॉन्च के बाद खुद ही फैल जाएंगे और सूरज की रोशनी से चार्ज होते रहेंगे। एंटीना जो धरती से संपर्क करेगा। इनके अलावा तीन उपकरण लगे हैं- हाई-रिजोल्यूशन कैमरा, इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रो-मीटर और तीसरा अल्ट्रावायलेट स्पेक्ट्रोमीटर।

क्या करेगाः यह ऑरबिट में घूमता रहेगा। इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रो-मीटर धूल, बर्फ, बादल, नमी का अध्ययन करेगा। इसी धूल के कारण मंगल का तापमान प्रभावित होता है। हाइड्रोजन, कार्बन मोनो ऑक्साइड और ऑक्सीजन का पता लगाएगा। माना जाता है कि पहले मंगल पर पानी था। होप पता लगाएगा कि उस पानी का क्या हुआ?

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1. जापान के स्पेस सेंटर से मंगल के लिए सैटेलाइट भेजा गया



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परसेवरेंस में 7 फीट की रोबोटिक आर्म, 19 कैमरे और एक ड्रिल मशीन भी है जो मंगल की सतह के फोटो, वीडियो और नमूने लेंगे।

Global coronavirus cases top 17 million: Report July 29, 2020 at 10:05PM