Thursday, January 23, 2020

इमरान ने कहा- उइगर मुस्लिमों के साथ हो रहे अत्याचार पर पाकिस्तान इसलिए चुप, क्योंकि चीन अच्छा दोस्त January 22, 2020 at 10:05PM

बर्लिन. चीन में अल्पसंख्यक उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार को लेकर अमेरिका समेत कई देश नाराजगी जता चुका है। इसके बावजूद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर हमारी इस मुद्दे पर बातचीत होती रहती है। वह हमारा अच्छा दोस्त है और उसने इस्लामाबाद की बुरे समय में भी मदद की है।

न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को बताया कि 16 जनवरी को जर्मनी की मीडिया कंपनी डीडब्ल्यू से साक्षात्कार में इमरान खान ने कश्मीर के मुद्दे पर काफी बात की। हालांकि, उन्होंने कहा कि चीन ‘संवेदनशील’ हैं इसीलिए इस्लामाबाद उनके साथ उइगर मुस्लिमों के मुद्दे पर चर्चा करने से बचता है।

उनसे पूछा गया कि वे उइगर मुस्लिम के मुद्दे पर बहुत मुखर क्यों नहीं हैं, जबकि कश्मीर मुद्दे पर हमेशा आवाज उठातेरहते हैं। इस पर इमरान ने कहा कि मुख्य रूप से इसके दो कारण हैं। सबसे पहले भारत में जो हो रहा है वह चीन में उइगरों के साथ होने वाले अत्याचार के बराबर नहीं है। दूसरा, चीन पाकिस्तान का अच्छा दोस्त है। इसने हमारी सरकार को आर्थिक संकट के सबसे कठिन समय में मदद की है। हम सार्वजनिक तौर पर तो नहीं, लेकिन निजी रूप से इन सब विषयों पर बात करते रहते हैं।

लाखों उइगरों को नजरबंदी शिविरों में बंद रखा गया

चीन को अपने देशों में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर कड़ी पाबंदी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की गई है। चीन ने लाखों उइगरों को नजरबंदी शिविरों में बंद कर रखा है। साथ ही उनके धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करता रहता है। हालांकि, पाकिस्तान इस पर हमेशा चुप्पी साधेरहता है। पिछले साल जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था तब पाकिस्तान ने घाटी में मुस्लिमों की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की थी। साथ ही भारत के खिलाफ बयानबाजी की थी। खान ने खुद को कश्मीरियोंका राजदूत भी बताया था।

अमेरिका भी उइगरों पर चिंता जता चुका है

चीन में उइगर मुस्लिमों की स्थिति पर अमेरिका भी नाराजगी जाहिर कर चुका है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इमरान खान से कहा था कि वे जैसे कश्मीरपर चिंता दिखाते हैं, वैसे ही उइगरों पर बात करें। पिछले साल सितंबर में इमरान खान के कश्मीर पर चिंता जाहिर किए जाने पर महासभा मेंदक्षिण और मध्य एशिया में अमेरिका की कार्यवाहक सहायक सचिव एलिस वेल्स ने कहा था,‘‘मैं चीन में हिरासत में लिए गए मुसलमानों के लिएउतनी ही चिंतित हूं, जितनी कि दूसरे जगह के मुसलमानों के लिए। चीन में मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। वहां ह्यूमन राइट्स का उल्लंघन किया जा रहा है। लेकिन, इमरानको उनकी चिंता नहीं है।’’



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान। -फाइल फोटो

No comments:

Post a Comment