Monday, March 2, 2020

एक साल में तीसरी बार हुए आम चुनाव, एग्जिट पोल का दावा- बेंजामिन नेतन्याहू फिर बनेंगे प्रधानमंत्री March 02, 2020 at 05:16PM

तेल अवीव. इजरायल में एक साल के अंदर तीसरी बार सोमवार 2 मार्च को आम चुनाव हुए। चुनाव के बाद इजरायल के ज्यादातर टीवी एग्जिट पोल का दावा है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस बार भी चुनाव जीत जाएंगे। हालांकि एग्जिट पोल के मुताबिक नेतन्याहू और उनके निकटतम प्रतिद्वंदी पूर्व सेना प्रमुख बेनी गांत्ज के बीच जीत का अंतर काफी कम रहेगा। चुनाव से ठीक पहले नेतन्याहू ने इजरायल रेडियो को दिए इंटरव्यू में कहा है कि 'इस बार अगर मैं चुनाव जीता तो वेस्ट बैंक और जॉर्डन वैली के हिस्सों को भी इजरायल में शामिल कराना लक्ष्य होगा। कहा, 'यह कुछ सप्ताह के भीतर होगा। इसमें ज्यादा से ज्यादा दो से तीन महीने का समय लग सकता है। मैं यही उम्मीद रखता हूं।'

नेतन्याहू को करीब 37, गांत्ज को 32-34 सीटें मिलने का दावा
एग्जिट पोल के मुताबिक बेंजामिन नेतन्याहू इस चुनाव में करीब 37 सीटें जीत रहे हैं जबकि गांत्ज को 32 से 34 सीटें मिल सकते हैं। नेतन्याहू की सहयोगी पार्टियों की सीटें मिलाकर यह आंकड़ा 59- 60 के पास पहुंच जाता है। हालांकि सरकार बनाने के लिए एक से दो सीटों की जरूरत पड़ सकती है। इजरायल में कुल 120 सीटों वाली संसद है। गांत्ज ने इस एग्जिट पोल को खोखला बताया है। उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा है कि नेतन्याहू इस चुनाव में नहीं जीता सकते हैं। बोले- एग्जिट पोल को भी आधार मान लें तभी भी नेतन्याहू सरकार बनाते हुए नहीं दिख रहे हैं।

पहले के दो चुनाव में किसी को नहीं मिले थे स्पष्ट बहुमत
पिछले साल अप्रैल और सितंबर में हुए चुनाव में किसी भी प्रत्याशी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिले थे। इसके चलते सरकार का गठन नहीं हो पाया था। अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार स्पष्ट बहुमत से किसी की सरकार बन जाएगी।


फिलीस्तीन और इजरायल के बीच है वेस्ट बैंक की लड़ाई
फिलीस्तीन वेस्ट बैंक, पूर्वी येरुशलम और गाजा पट्टी को साथ मिलाकर एक देश बनाना चाहता है, लेकिन इजरायल वेस्ट बैंक, पूर्वी येरुशलम पर अपना दावा करता है। इजरायल अब चार लाख यहूदियों की बस्ती का विस्तार कर उसे अपने अधिकार में लेना चाहता है। वेस्ट बैंक की बात करें, तो इजरायल की ओर से यहां पर लाखों यहूदियों को बसाया जा चुका है, लेकिन इस हिस्से में करीब 25 लाख फिलीस्तीनी लोग रहते हैं।

ट्रम्प कि रणनीति का हिस्सा है पश्चिमी एशिया में शांति
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पश्चिम एशिया शांति योजना में इजरायल और फिलीस्तीन के बीच चल रहा विवादभी शामिल है। यह योजना जनवरी में सामने आई थी। इसके तहत इजराइल को जॉर्डन वैली और वेस्ट बैंक क्षेत्र को अपने कब्जे में लेने की मंजूरी मिल गई थी। एक ऐसी कमेटी भी तैयार करने का प्रस्ताव दिया गया था जो यह देखेगी कि कितनी सीमा अपने कब्जे में लेनी है। हालांकि ट्रम्प के इस योजना की काफी आलोचना भी हुई थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (फाइल)

No comments:

Post a Comment