Tuesday, February 4, 2020

वेटिकन : पोप फ्रांसिस ने 220 साल पुराना पैलेस बेघरों के लिए खोला, यहां 5-स्टार होटल बनाया जाना था; 100 लोग रह सकेंगे February 04, 2020 at 11:20AM

वेटिकन सिटी.वेटिकन सिटी में 19 वीं सदी के एक पैलेस को गरीबों और बेघर लोगों के लिए आश्रय में बदल दिया गया है। यह पैलेस वेटिकन की संपत्ति है, जिसे पोप के आदेश पर बेघर लोगों के लिए खोल दिया गया है। बेडरूम, डाइनिंग रूम और अन्य सुविधाओं वाले पलाजो मिग्लियोरी को पहले लक्जरी होटल बनाया जा रहा था, लेकिन पोप फ्रांसिस ने घोषणा की कि इसके बजाय बेघरों के लिए इसके दरवाजे खोलने चाहिए। यह पैलेस 19वीं सदी में महिलाओं के धार्मिक समूह का मुख्यालय था। युवा सिंगल मदर और बच्चों की देखभाल में भी इस्तेमाल होता था।

लक्जरी होटल बनाने का सुझाव दिया था
इस चार मंजिला इमारत का पिछले साल ही पुनर्निर्माण किया गया है। यह सेंट पीटर स्क्वैयर के पास प्राइम लोकेशन पर स्थित है। इसके तैयार हो जाने के बाद इसके इस्तेमाल पर काफी चर्चा हुई। ऐसे में ज्यादातर लोगों की राय थी कि इसे एक लक्जरी होटल में बदल दिया जाए, जिससे कैथोलिक चर्च को काफी आय भी होगी।

पैलेस में रहने वाले को सामाजिक काम में भी लगाया जाएगा

वेटिकन न्यूज पर वेटिकन ने कहा कि पोप फ्रांसिस ने अलमोनेर कार्डिनल कोनराड क्रेजवस्की (गरीबों को सेवा प्रदान करने वाले अधिकारी) को व्यक्तिगत रूप से निर्देश दिए कि इस पैलेस को बेघरों के आश्रय में बदल दिया जाए। इस पैलेस में रहने वालों को सामाजिक सहायता के काम में भी लगाया जाएगा। यहां रहने वालों को यह सुविधा भी दी गई है कि वे अन्य जगहों पर रहने वाले बेघर लोगों के लिए खाना बनाकर ले जा सकते हैं।

पैलेस में कंप्यूटर, लाइब्रेरी, मनोवैज्ञानिक परामर्श भी

इस पैलेस को सन 1800 में बनाया गया था। इसमें करीब 16 बड़े-बड़े बेडरूम हैं। इसमें डाइनिंग टेबल से लेकर बाथरूम तक की सारी सुविधाएं मौजूद हैं। फिलहाल इसमें 50 महिलाएं और 50 पुरुषों को मिलाकर करीब 100 लोगों को रखा गया है। इसकी निचली मंजिल में कंप्यूटर, लाइब्रेरी, मनोरंजन और मनोवैज्ञानिक परामर्श जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।



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पैलेस में करीब 100 लोगों को रखा गया है।

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