Tuesday, December 17, 2019

‘ये वहीं महत्वपूर्ण इमारतें हैं जो हमें परमाणु बम की भयावहता बता रही हैं’ December 16, 2019 at 01:23AM

टोक्यो. जापान के शहर हिरोशिमा में द्वितीय विश्व युद्ध (1945) के समय परमाणु बम से बची दो इमारतों को ध्वस्त किए जाने की योजना है। लेकिन, कुछ स्थानीय लोग चाहते हैं कि इन स्थलों को संरक्षित किया जाए। लोगों का कहना है कि ये वहीं महत्वपूर्ण इमारतें हैं जो हमें परमाणु बम की भयावहता बता रही हैं। इन दोनों ब्लॉकों का निर्माण 1913 में हुआ था। सबसे पहले इसका इस्तामल सेना के कपड़ों के कारखाने के रूप में किया जाता था। बाद में इसे बच्चों का छात्रावास बना दिया गया। बम गिराए जाने के बाद इसका इस्तेमाल एक अस्थायी अस्पताल के रूप में भी किया जाता था।

सीधे बम की चपेट में आने से लगभग 80 हजार लोग मारे गए थे। जबकि 35 हजार जख्मी हुए थे। हमले ने शहर के अधिकांश हिस्सों को चपेट में ले लिया था। दोनों ब्लॉक हमले में बच गए, क्योंकि वे प्रबलित (रीनफोर्स्ड) कंक्रीट से बने थे। मेटल की बनी खिड़कियों और दरवाजों को थोड़ी-बहुत क्षति हुई थी, जो अभी भी नजर आती है।

2017 में अधिकारियों ने जांच में पाया कि इमारत के भूकंप में गिरने की संभावना बढ़ गई थी। इसलिए स्थानीय सरकार ने यह फैसला किया है कि 2022 तक इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा। साइट पर एक तीसरी इमारत को संरक्षित किया जाएगा। इसकी दीवारों और छत की मरम्मत की जाएगी और इसे भूकंप से बचाने के लिए प्रबलित किया जाएगा।

भावी पीढ़ी के लिए इमारत का ऐतिहासिक महत्व

89 साल की इवाओ नकासिनी उस समय शहर की उन इमारतों में मौजूद थीं, जब हर ओर बमबारी हो रही थी। वह अब इमारतों के संरक्षण की मांग करने वाले एक स्थानीय समूह की प्रमुख हैं। उनका कहना है कि भावी पीढ़ी को इसके ऐतिहासिक महत्व को बताया जाना चाहिए। इसलिए हम किसी भी तरह से धवस्त किए जाने को स्वीकार नहीं कर सकते। हम इसका विरोध करते हैं।

सालों से इमारतों में आना-जाना बंद

सालों से इनका (इमारतों) इस्तेमाल बंद है। हालांकि स्थानीय अधिकारी की मदद से दौरे किए जा सकते हैं। 69 साल के एक विजिटर ने बताया किजब मैंने उन्हें पहली बार देखा तो इसे दृढ़ता से महसूस किया। इसे देखने पर परमाणु बम की भयावहता महसूस की जा सकती है।इसलिए मैं चाहता हूं कि उन सभी को संरक्षित किया जाए।

हिरोशिमा में क्या हुआ?

  • मई 1945 में जर्मनी के सरेंडर करने के बाद भी एशिया में जापान लगातार युद्ध में बना रहा।
  • अमेरिका चाहता था कि जापान बिना शर्त आत्मसमर्पण करे, शांति की पहल को खारिज किए जाने के बाद अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराए।
  • पहला बम हिरोशिमा पर गिराया गया, जिसमें करीब 1 लाख 40 हजार लोग मारे गए थे।
  • जब जापान की ओर से तत्काल आत्मसमर्पण नहीं किया गया तो तीन दिन बाद अमेरिका ने नागाशाकी पर बम गिराए।
  • हमले के 6 दिनों के बाद जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया, इसके साथ ही द्वितीय विश्वयुद्ध की समाप्ति हुई।


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परमाणु हमले में हिरोशिमा में 1,40,000 और नागासाकी में 74,000 लोग मारे गए थे। (पीस मेमोरियल पार्क)

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