Friday, April 17, 2020

फैशन रिटेलरों ने 70% तक मूल्य कम किए, महामारी के कारण पूरे सीजन का स्टॉक बेकार गया April 17, 2020 at 02:48PM

ब्रिटिश फैशन रिटेलर नेक्स्ट के बॉस साइमन वोल्फसन कहते हैं, कोई भी घर में बैठने के लिए नए कपड़े नहीं खरीदना चाहता है। वे मार्च में एक एनालिस्ट से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण सालाना बिक्री में 25% या 9100 करोड़ रुपए की गिरावट आ सकती है। यूरोप, अमेरिका में लॉकडाउन ने फैशन रिटेलर्स को जबर्दस्त नुकसान पहुंचाया है। चूंकि, वे आवश्यक वस्तुएं नहीं बेचते हैं इसलिए उन्हें अपने वेयरहाउस बंद करना पड़े हैं। ऑनलाइन बिक्री भी रोक दी गई है। कई रिटेलर्स ने 70% तक ऑनलाइन डिस्काउंट दिया है।

कपड़ों की बिक्री तो आधी रह गई

कई रिटेल वस्तुएं खासकर परिधान फैशन और स्टाइल से बाहर हो जाते हैं। विश्व की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी इंडिटेक्स ने कहा है कि उसका 2400 करोड़ रुपए का स्टॉक बेकार हो जाएगा। रिसर्च फर्म बर्नस्टीन की अनीशा शरमन कहती हैं अन्य फैशन रिटेलर की भी यही स्थिति है। अमेरिका में रिटेल बिक्री मार्च में फरवरी से 8.7% कम हो गई। कपड़ों की बिक्री तो आधी रह गई है। कंसल्टेंसी फर्म मेकिंसे के एन. एलिके कहते हैं कि रिटेलर्स हमेशा ऑर्डर तेजी से रद्द करते हैं। इससे सप्लायरों की मुश्किलें बढ़ती हैं। छोटे सप्लायरों के सभी कस्टमर अचानक जानेलगते हैं।


महामारी से निपटने के लिए रिटेलर्स भारी छूट दे रहे

महामारी से निपटने के लिए रिटेलर्स ने भारी छूट देने का रास्ता अपनाया है। स्वीडिश कंपनी एचएंडएम ने मूल्य 70% घटा दिए हैं। अमेरिकी कंपनी जीएपी ने महिलाओं के कपड़ों की ऑनलाइन बिक्री पर 50% डिस्काउंट दिया है। जापान की यूनिक्लो इंटरनेट पर पैंट्स और लैगिंग्स बहुत कम भाव पर बेच रही है।

एक अन्य तरीका अचानक ऑर्डर रद्द करने का है। ब्रिटिश फर्म मार्क एंड स्पेंसर ने मार्च के अंत में सभी ऑर्डर रद्द कर दिए। अब तक अमेरिकी और यूरोपियाई रिटेलर्स ने बांग्लादेश से लगभग 12 हजार करोड़ रुपए के गारमेंट ऑर्डर रद्द किए हैं। ऐसी स्थिति में सप्लायर अदालत में जा सकते हैं। स्पेन, ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक में बंदिश हटने से रिटेलर्स को थोड़ी उम्मीद बंधी है।



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अमेरिका में रिटेल बिक्री मार्च में फरवरी से 8.7% कम हो गई। स्वीडिश कंपनी एचएंडएम ने मूल्य 70% घटा दिए हैं।

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