Sunday, April 12, 2020

सोशल मीडिया पर 5 जी टेक को महामारी फैलाने का दोषी बताया, ब्रिटेन में मोबाइल टॉवर जलाए April 12, 2020 at 10:56AM

(एडम सेटारिआनो और डेवी अल्बा)जानलेवा कोरोना वायरस फैलाव के बीच सोशल मीडिया पर 5 जी टेक्नोलॉजी के खिलाफ जमकर अभियान चल रहा है। फेसबुक ग्रुप, व्हाट्सएप संदेशों और यूट्यूब पर यह गलत प्रचार हो रहा है कि 5 जी टेक्नोलॉजी की रेडियो तरंगों से लोगों के शरीर में परिवर्तन होते हैं इसलिए वह वायरस का शिकार हो जाता है। ब्रिटिश अधिकारियों ने बताया कि देश में इस माह वायरलैस टॉवर जलाने की 30 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। टेलीकॉम टेक्नीशियन को परेशान करने की 80 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। ब्रिटेन के बर्मिंघम, लिवरपूल सहित कई स्थानों और उत्तर आयरलैंड के बेलफास्ट में ऐसी घटनाएं हुई हैं।

5जी उपकरणों की खास सुरक्षा के आदेश दिए

23 मार्च को ब्रिटिश सरकार ने 5जी उपकरणों की खास सुरक्षा के आदेश जारी कर दिए हैं। इन घटनाओं से पता लगता है कि वास्तविक दुनिया में कोरोना वायरस साजिश का कैसा अंधा प्रचार किया जा रहा है। गलत प्रचार अभियान पर रिसर्च करने वाले विशेषज्ञों का कहना है, कोरोना वायरस से पहले कभी ऐसे अभियान ने इतनी जल्दी बहुत नुकसान नहीं पहुंचाया है। ब्रूसेल्स स्थित यूरोपियन यूनियन डिसइंफो लैब के डायरेक्टर अलेक्सांड्रे अलाफिलिपे कहते हैं, साजिश रचने वाले ऐसे अधिकतर अभियान ऑनलाइन सीमित रहते हैं लेकिन यह वास्तविक दुनिया में पहुंच गया है। उन्होेंने इसे नई समस्या बताया है।
58 लाख बार देखे गए प्रचार वाले वीडियो

5जी कोरोना वायरस प्रचार के 10 सबसे लोकप्रिय वीडियो को यूट्यूब पर 58 लाख बार देखा गया। स्विटजरलैंड, उरुग्वे, जापान सहित 30 देशों में फेसबुक पर यह अभियान देखा जा सकता है। कोरोना वायरस से संबंधित ऑनलाइन गलत सूचनाओं की जांच करने वाली समिति की सदस्य ब्रिटिश सांसद जूलियन नाइट का कहना है, फेसबुक, यूट्यूब को स्थिति पर नियंत्रण पाने की कोशिश करनी चाहिए।
यूट्यूब अब ऐसे वीडियोकम करेगा

इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप की मालिक फेसबुक का कहना है, उसने कोविड-19 फैलाने में 5 जी टेक्नोलॉजी की भूमिका होने के दावों को हटाना शुरू कर दिया है। यूट्यूब ने कहा है, वह ऐसे वीडियो कम करेगा। टि्वटर का कहना है, उसने बीमारी के बारे में भ्रामक और नुकसानदेह कंटेंट के खिलाफ कार्रवाई की है। 5 जी टेक्नोलॉजी के खिलाफ राजनीतिक स्तर पर चले अभियान को इंटरनेट ट्रोल्स ने पकड़ लिया है।
चीन में वायरस बढ़ने के साथ 5जी ट्रोल होना शुरु हुआ

जनवरी में वुहान, चीन में वायरस का प्रकोप बढ़ने के साथ 5जी विरोधी ट्रोल शुरू हो गए थे। 19 जनवरी को टि्वटर पर एक पोस्ट में बीमारी को 5जी से जोड़ने की अटकल लगाई गई। मीडिया इनसाइट कंपनी जिगनल लैब्स के अनुसार इस साल 7 अप्रैल तक ऐसा प्रचार छह लाख 99 हजार बार किया गया। ट्वीट में कहा गया, वुहान में पांच हजार से अधिक 5जी बेस स्टेशन हैं। 2021 तक 50 हजार हो जाएंगे। यह बीमारी है या 5जी। बेल्जियम न्यूज वेबसाइट पर एक डॉक्टर के हवाले से बताया गया कि 5जी जनता की सेहत को नुकसान पहुंचाता है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
5G tech blamed for spreading epidemic on social media, burning mobile towers in UK

No comments:

Post a Comment