Monday, March 16, 2020

राष्ट्रपति ने विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज को सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया, नेतन्याहू ज्यादा सीटें हासिल करने के बाद भी बहुमत से पीछे March 15, 2020 at 11:15PM

येरूशलम. इजराइल में पिछले एक साल में मार्च में हुए तीसरे आम चुनाव में भी स्पष्ट बहुमत मिलता नजर नहीं आ रहा है। इस बीचराष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने रविवार को विपक्ष के नेताबेनी गैंट्ज़ को सरकार बनाने का मौका दिया है। हालांकि, इससे इससे पहले वे प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और गैंट्ज से संभावित अंतरिम गठबंधन के लिए बातचीत करेंगे।गैंट्ज ने 2 मार्च को होने वाले चुनाव मेंबहुमत मिलने के बाद सरकार बनाने की सिफारिश की है।120 सीटों वाले केसेट (संसद) में सरकार बनाने के लिए 61 सीटों की जरूरत है।नेतन्याहू की लिकुड पार्टीचुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। लेकिन, 61 का बहुमत हासिल करने में पिछे रही।

रिवलिन के ऑफिस ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि सोमवार को राष्ट्रपति काचोल लावन के प्रमुख बेनी गैंट्ज को सरकार बनाने का काम सौंपेंगे। काचोल लावन गेंट्ज के सेंट्रिक ब्लू और व्हाइट पार्टी का हिब्रू नाम है। हिब्रू इजराइल की भाषा है। हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि रविवार को गैंट्ज का समर्थन करने वाली पार्टियां एक स्थिर गठबंधन की शर्तों पर सहमत होंगी।

रिवलिन ने यह भी कहा कि कोरोनावायरस महामारी की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द सरकार का गठन होना चाहिए। इसलिए उन्होंने गैंट्ज और नेतन्याहू को रविवार को तत्काल सरकार गठन की संभावनाओं को लेकर बातचीत के लिए बुलाया था। यरूशलम के हिब्रू यूनिवर्सिटी के एक राजनीतिक विश्लेषक गिदोन राहत ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि इस तथ्य के बावजूद कि गैंट्ज को सबसे ज्यादा सहयोग मिला है, राष्ट्रपति दोनों पक्षों को मिलकर सरकार बनाने पर विचार करने का दबाव बना सकते हैं।

कोरोना से लड़ने के लिए दोनों नेताओं ने गठबंधन पर सहमति जताई थी
नेतन्याहू और गैंट्ज दोनों कोरोनोवायरस के खिलाफ लड़ने के लिए मिलकर सरकार बनाने पर सहमति जताई थी।उन्होंने कहा कि हमें पार्टियों को एकजुट कर एक मजबूत और स्थिर सरकार बनानी चाहिए, जो बजट पारित कर सके और कठोर निर्णय ले सके। गैंट्ज ने कहा था कि बिना राजनीतिक गतिरोध के मैं किसी भी सही सरकार को समर्थन देना जारी रखूंगा। जब आप (नेतन्याहू) इस पर गंभीर होंगे, तो हम बात करेंगे।

नेतन्याहू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर 24 मई को सुनवाई

नेतन्याहू को भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राहत मिली है। येरूशलम कोर्ट ने कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए भ्रष्टाचार मामले की सुनवाई दो महीने आगे बढ़ा दी है। कोर्ट ने कहा कि अब इस मामले मेंसुनवाई 24 मई को होगी। इजराइल के अटार्नी जनरल ने जनवरी में उन पर रिश्वत, धोखाधड़ी और भरोसा तोड़ने का आरोप लगाया था। उन पर आरोप है कि नेतन्याहू ने बिजनेसमैन से महंगे गिफ्ट लिए और प्रेस वालों से अपने पक्ष में कवरेज करवाया। हालांकि, नेतन्याहू ने इन आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें वामपंथी मीडिया और विरोधियों ने निशाना बनाया है।

इजराइल में कोरोनावायरस के 250 मामले

इजराइल में कोरोनावायरस से संक्रमण के 250 मामले सामने आ चुके हैं। दस हजार से ज्यादा लोगों को क्वारैंटाइन (अलग-थलग) कर दिया गया बै। अधिकारियों ने दस से ज्यादा लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगाई है। एहतियात के तौर पर स्कूल, यूनिवर्सिटी, रेस्तरां और कैफे बंद कर दिए गए हैं।



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विपक्ष के नेता बेनी गैंट्ज (बाएं) और प्रधानमंत्री नेतन्याहू।

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