Friday, February 14, 2020

एफएटीएफ के फैसले के बाद रिहा हो सकता है आतंकी हाफिज, हाईकोर्ट में देगा एटीसी कोर्ट के फैसले को चुनौती February 14, 2020 at 05:14PM

लाहौर. मुंबई हमले का मास्टरमाइंट हाफिज सईद फाइनेनशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक के बाद रिहा हो सकता है। हाफिज को सजा देने के फैसले में जानबूझकर कुछ कमियां छोड़ी गई हैं। पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, सईद के वकील का दावा है कि उसके मुवक्किल को सिर्फ एफएटीएफ के दबाव के कारण सजा सुनाई गई। वह एटीसी कोर्ट के फैसले को लाहौर हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।हाफिज और उसके सहयोगी को लाहौर के आतंक रोधी कोर्ट (एटीसी) ने टेरर फंडिंग के दो मामलों में 12 फरवरी को 5 साल की सजा सुनाई थी।

फाइनेनशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की अगली बैठक 16 फरवरी को पेरिस में होगी। इस बैठक में पाकिस्तान पर आर्थिक प्रतिबंध लगाने के बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा। पिछले साल सितंबर में एफएटीएफ ने आतंकी गतिविधियां रोकने में नाकाम रहने पर पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था।

जमात-उद-दावा के कई आतंकी संगठनों के साथसंबंध

हाफिज की अगुवाई वाले संगठन जमात-उद-दावा के संबंध अफगान तालिबान, अल कायदा और पंजाबी तालिबान से हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना हाफिज की मदद कर रही है। सेना जमात-उद-दावा और लश्कर-ए-तालिबान (एलईटी) जैसे आतंकी संगठनों को प्रशिक्षण, फंड और आने-जाने की सुविधा मुहैया करवा रहा है। इनमें से कई संगठन ड्रग्स के अवैध व्यापार में शामिल हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं। इससे यह अपने आतंकियों की देखरेख करते हैं।

अपनी सुविधाएं बढ़ा रहा आतंकीसंगठन जैश-ए-मोहम्मद

सबीच भारतीय खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तान में अपनी सुविधाएं बढ़ा रहा है। इसने बालाकोट स्थित अपने प्रशिक्षण केंद्र में दो नई बिल्डिंग बनाई है। जैश के इसी केंद्र पर भारतीय वायु सेना ने पिछले साल 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक की थी। भारतीय सेना के इस ऑपरेशन में कई आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई थी। हालांकि पाकिस्तान ने किसी प्रकार के नुकसान से इनकार किया था।



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आतंकी हाफिज को पाकिस्तान के आतंक रोधि कोर्ट ने 12 फरवरी को सजा सुनाई थी। (फाइल)

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